बाजार नई ऊंचाई पर, सेंसेक्स 546 अंक चढ़कर 54 हजार के पार
मुंबई। सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच वित्तीय शेयरों में जोरदार बढ़त के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 546 अंक बढ़कर पहली बार 54,000 के ऊपर बंद हुआ। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक अपने सर्वकालीन उच्च स्तर 54,465.91 पर पहुंचा और फिर 546.41 अंक यानी 1.02 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 54,369.77 पर बंद हुआ। इसी तरह, एनएसई निफ्टी 128.05 अंक या 0.79 प्रतिशत बढ़कर 16,246.85 के अपने सर्वकालीन उच्च स्तर पर बंद हुआ।
इससे पहले निफ्टी ने कारोबार के दौरान 16,290.20 उच्चतम स्तर को छुआ। सेंसेक्स में लगभग पांच प्रतिशत की बढ़त के साथ एचडीएफसी शीर्ष पर रहा। इसके अलावा कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर टाइटन, नेस्ले इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, मारुति और भारती एयरटेल में गिरावट रही। सेंसेक्स में 16 शेयर गिरावट के साथ तथा 14 बढ़कर बंद हुए। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि वित्तीय शेयरों में उछाल के बल पर घरेलू शेयर बाजार ने नई ऊंचाई को छुआ। उन्होंने कहा कि बाजार की तेजी में वित्तीय शेयर ही एकमात्र प्रेरक शक्ति थे। एसबीआई के बेहतर तिमाही नतीजों के बाद यह तेजी शुरू हुई। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बुधवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसका एकल शुद्ध लाभ 55 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,504 करोड़ रुपये रहा। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बताया कि इस दौरान खराब ऋणों में गिरावट से उससे मदद मिली। एसबीआई का एनपीए जून के अंत में घटकर 5.32 प्रतिशत रह गया, जो पिछले साल जून के अंत में 5.44 प्रतिशत था। इसी तरह शुद्ध एनपीए भी जून 2020 में घटकर 1.7 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले 1.8 प्रतिशत था। मोदी ने कहा कि इसके अलावा वैश्विक शेयर बाजारों से सकारात्मक संकेतों ने भी निवेशकों की भावनाओं को मजबूत किया। वाटरफील्ड एडवाइजर्स में सूचीबद्ध निवेश के मुख्य निवेश अधिकारी निमिश शाह ने कहा कि कॉरपोरेट परिणाम सभी क्षेत्रों में उम्मीद के अनुरूप आए हैं। उन्होंने कहा कि कम आधार प्रभाव के कारण कॉरपोरेट ऑय के नतीजे बेहतर दिख रहे हैं और स्थानीय निवेशकों के दांव लगाने से बाजार में सकारात्मक माहौल दिखाई दे रहा है। शाह ने कहा कि जहां एक ओर विदेशी निवेशकों ने जुलाई में इक्विटी बाजारों से 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की, वहीं घरेलू संस्थानों ने 21,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। घरेलू संस्थानों में म्यूचुअल फंडों लगभग 13,900 करोड़ रुपये का योगदान दिया। क्षेत्रवार बात करें तो बीएसई बैंकेक्स, वित्त और बिजली सूचकांक 2.60 फीसदी तक चढ़े, जबकि दूरसंचार, रियल्टी और टिकाऊ उपभोक्ता सूचकांक में गिरावट हुई। व्यापक बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 1.06 प्रतिशत तक की गिरावट हुई। एशियाई बाजारों में शंघाई, हांगकांग और सियोल बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि तोक्यो में गिरावट रही। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत बढ़कर 72.28 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया।
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