एमएसएमई का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान: सीतारमण
उदयपुर। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इसलिए केंद्र सरकार के बजट में इसे विशेष प्राथमिकता दी गई है।' सीतारमण ने उदयपुर के सुखेर औद्योगिक क्षेत्र के मार्बल एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। एक आधिकारिक बयान के अनुसार वित्त मंत्री ने कहा,'' एमएसएमई का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में इनकी अहम भूमिका होगी, ऐसा हमारी सरकार का मानना है।'' उन्होंने कहा,'' इसी कारण इस बजट में एमएसएमई पर विशेष ध्यान दिया गया है।''
सीतारमण ने बताया कि देशभर में एमएसएमई क्लस्टरों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं, जिसकी शुरुआत उदयपुर में मार्बल क्लस्टर से हुई। उन्होंने कहा कि मेवाड़ क्षेत्र के एमएसएमई उद्योग की जरूरतों को समझने के लिए हितधारकों से चर्चा करना जरूरी है। वित्त मंत्री ने कहा कि सिडबी अब सूक्ष्म उद्योगों को सीधे ऋण उपलब्ध करा रहा है, जो बड़ी राहत की बात है। इससे सूक्ष्म उद्योगों को आसानी से सुविधाजनक ऋण उपलब्ध हो सकेगा। इस अवसर पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जिसका देश की अर्थव्यवस्था में 30 प्रतिशत योगदान है और जो 20 करोड़ लोगों को रोजगार देता है। मांझी ने कहा कि सूक्ष्म उद्योगों पर विशेष ध्यान देकर ही भारत को विकसित देशों की श्रेणी में लाया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान उदयपुर जिले में मार्बल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सिडबी और उदयपुर मार्बल एसोसिएशन के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
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