महिलाओं ने आंखें बंदकर एक विशिष्ट स्थान पर रखा दीपक
- अवंति विहार महिला केंद्र ने रोचक खेलों, गीत- संगीत, ज्ञानवर्धक जानकारियों के साथ मनाया दिवाली मिलन
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल के अवंति विहार महिला केंद्र ने धूमधाम से दिवाली मिलन उत्सव मनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मंडल की उपाध्यक्ष गीता श्याम दलाल और विशेष अतिथि अवंति विहार केंद्र की पूर्व संयोजिका नीता भंडारकर रहीं। आयोजन को लेकर केंद्र की महिलाओं ने बेहतरीन तैयारी करते हुए आकर्षक रंगोली बनाई, तोरण सजाया और लक्ष्मी पूजन की सुंदर तैयारी भी की।
अवंति विहार केंद्र की संयोजिका सुदेशना मेने के सुमधुर मराठी गीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद एक खूबसूरत गीत पर ‘पहले मैं एक दीपक था’ पर अनुजा बोरडे, जयश्री कोलते, जुई उपगडे़, लीना मजूदमदार, शिल्पा चौधरी और निशा उमाठे ने उम्दा प्रस्तुति दी। इसमें दीपक के प्रकाश की अतीत से वर्तमान तक की यात्रा कलात्मक तरीके से दर्शायी गई। इस शानदार प्रस्तुति की दिग्दर्शक सुदेशना मेने थीं। विजया गोरे ने अपने ज्ञानवर्धक संबोधन में दिवाली के पांच दिनों का महत्व बताया। पूजा भंडारी ने दिवाली पर घरों में तोरण लगाने के महत्व और शुभ- लाभ के बारे में जानकारी साझा की।
मुख्य अतिथि गीता दलाल और नीता भंडारकर ने इस अवसर पर अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए। तत्पश्चात दिवाली थीम पर महिलाओं ने हाउजी का आनंद लिया। इसमें आँखें बंद कर एक विशिष्ट स्थान पर दीपक रखना था। खेल का संचालन जागृति भाकरे ने किया। जिसमें विजेता नीता भंडारकर, उप विजेता राजश्री कोलते और तृतीय गीता दलाल रहीं।
इस अवसर पर तोरण बनाने की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। भारती देवरनकर और अश्विनी घाटगे ने मनमोहक तोरण बनाए। कार्यक्रम के बाद सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन छाया महाजन ने और धन्यवाद ज्ञापन शुभदा चौधरी ने किया। समापन पर महाराष्ट्र मंडल मेस से गीता हाटे की ओर से मंगवाए गए सुस्वाद भोजन का सभी ने लुत्फ उठाया।
इस अवसर पर जयश्री ब्राम्हणकर, भारती देवरणकर, नीता पाळेकर, सुमीता भंडारी, अनिता घाटगे, अश्विनी घाटगे, मनीषा दासे, कामिनी भंडारी, अंजू फुंडे, खेना फटाले, करिश्मा भूरे, अपर्णा महाजन, जागृति भाकरे, पूजा भंडारी और शुभदा चौधरी सहित अनेक महिलाएं शामिल रहीं।



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