दीदी के गोठ" रेडियो कार्यक्रम के चौथे एपिसोड का सफल प्रसारण
-हजारों महिलाओं ने सुना प्रेरणादायक संवाद
-नमो ड्रोन दीदी, कृषि सखी एवं पशु सखी की कहानियाँ बनी प्रेरणा स्रोत
रायपुर, / पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत संचालित छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत "दीदी के गोठ" रेडियो कार्यक्रम के चौथे एपिसोड का प्रसारण आज पूरे प्रदेश में किया गया। इस अवसर पर प्रदेशभर की हजारों स्व-सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाएँ एवं बड़ी संख्या में आमजन ने प्रसारण सुना। महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण आजीविका संवर्धन पर केंद्रित इस एपिसोड को श्रोताओं ने अत्यंत प्रेरणादायक एवं जानकारी वर्धक बताया।
इस एपिसोड में नमो ड्रोन दीदी, कृषि सखी एवं पशु सखी योजनाओं के अंतर्गत कार्यरत महिलाओं की सफलता की कहानियाँ साझा की गईं, जिन्होंने ग्रामीण अंचलों में आत्मनिर्भरता की नई मिसाल प्रस्तुत की है। कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि कैसे राज्य की ग्रामीण महिलाएँ आधुनिक तकनीक को अपनाकर कृषि और पशुपालन क्षेत्र में नवाचार कर रही हैं तथा अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बना रही हैं।
एपिसोड में बताया गया कि नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाएँ आधुनिक ड्रोन तकनीक का उपयोग कर फसलों में छिड़काव जैसे कार्यों से कृषि क्षेत्र में क्रांति ला रही हैं। वहीं, कृषि सखी ग्रामीण किसानों को उन्नत खेती, जैविक खाद निर्माण एवं फसल प्रबंधन के लिए मार्गदर्शन दे रही हैं। इसी प्रकार, पशु सखी पशुपालन क्षेत्र में पशु स्वास्थ्य, पोषण एवं उत्पादकता बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
"दीदी के गोठ" कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण महिलाएँ न केवल नई जानकारियाँ प्राप्त कर रही हैं, बल्कि अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कदम भी बढ़ा रही हैं।
इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण प्रत्येक माह के द्वितीय गुरुवार को दोपहर 2:00 बजे आकाशवाणी के समस्त केंद्रों से हिंदी एवं छत्तीसगढ़ी भाषा में किया जाता है। बस्तरिया आकाशवाणी जगदलपुर तथा सरगुजिया आकाशवाणी अंबिकापुर से इसका प्रसारण दोपहर 2:30 बजे से किया जाता है। इस पहल का उद्देश्य प्रदेश की ग्रामीण महिलाओं तक शासन की योजनाओं एवं सफलता की कहानियों की जानकारी पहुँचाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाना है।











Leave A Comment