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 शरीर का बायां हिस्सा आखिर क्यों होता है दाएं हिस्से से कमजोर?
  शरीर का बायां हिस्सा आखिर क्यों होता है दाएं हिस्से से कमजोर? क्या आपको भी होता है ऐसा महसूस, जानें इसका कारण। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि आपने जाने-अनजाने में कई बार ये महसूस किया होगा कि आपके शरीर का बायां हिस्सा दाईं ओर के मुकाबले कमजोर होता है। दिलचस्प बात ये है कि वे लोग, जो लेफ्टी होते हैं उन्हें ठीक ऐसे ही शरीर के दाहिने हिस्से के कमजोर होने की शिकायत रहती है। इसका एक स्पष्ट उदाहरण आपके सामने जिम में दिखाई देता है खासकर तब, जब आप बेंच प्रेस करने के लिए डम्बल को उठाते हैं और आपका बायां हाथ. दाएं हाथ के मुकाबले देर से उठता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बहुत ही सामान्य बात है कि लोगों के शरीर के दोनों हिस्सों में अंतर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको ऐसा महसूस किया होता है और आखिर इसके पीछे का क्या कारण है। 
 आखिर क्यों होते हैं शरीर के दोनों हिस्से अलग 
वास्तव में, शरीर के इन दोनों अलग-अलग हिस्सों और हड्डियों का आकार व शक्ति समान होना अधिक असामान्य है। इसलिए आपके दोनों हाथों में शक्ति अलग-अलग होती है और यह आपकी गलती या आपके वर्कआउट का दोष नहीं है। आपने गौर किया होगा कि जिम में की जाने वाली हमारी अधिकांश एक्सरसाइज, शरीर के दोनों हिस्सों पर एक ही तरह से काम करती हैं। इतना ही नहीं हम जानबूझकर अपने शक्तिशाली हिस्से का उपयोग अपने कमजोर हिस्से की तुलना में कहीं अधिक करते हैं। इसमें दरवाजा खोलना, बिस्तर पर लुढ़कना, किराने का सामान लाना-ले जाना यहां तक की सीढिय़ों पर अपना पहला कदम रखने तक हम अपने शक्तिशाली हिस्से का उपयोग करते हैं। 
 ज्यादातर लोग नहीं कर पाते इसका अनुभव
आपने भले ही गौर न किया हो लेकिन जितनी अधिक बार हम एक हिस्से का उपयोग करते हैं, उतना ही कुशलता से हमारा मस्तिष्क उन मांसपेशियों का उपयोग करना सीखता है। इससे उस तरफ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और अक्सर मांसपेशियां बड़ी होती हैं। कभी-कभी पैर में लगी चोट भी दोनों हिस्सों के बीच असंतुलन पैदा कर सकती है। आमतौर पर, लोग इस अंतर को देखे बिना ही अपना जीवन गुजार देते हैं, लेकिन जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, वे इस अंतर को काफी तेजी से समझ लेते हैं। जानें हाथों को मुलायम बनाने का तरीका। 
 कैसे मजबूत बनाएं अपने कमजोर हिस्से को
अपने कमजोर हिस्से को मजबूत बनाने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है एक ऐसी एक्सरसाइज को चुना जाए, जो आपके शरीर के दोनों हिस्सों का लोड अलग-अलग तरीके से झेल सके। इसके लिए आप डंबल एक्सरसाइज, शोल्डर प्रेस, चेस्ट प्रेस, लंग्स, बाइसेप कर्ल, डंबल रो, ट्राइसप एक्सटेंशन और डंबल स्क्वैट्स चुन सकते हैं।
-अन्य एक्सरसाइज मशीनों और बारबेल के विपरीत डम्बल कमजोर हिस्से से आसानी से नहीं उठता है। 
-आप सिंगल-आर्म शोल्डर प्रेस, सिंगल-आर्म चेस्ट प्रेस, सिंगल-लेग स्क्वाट्स, सिंगल-लेग लंग्स और सिंगल लेग रो जैसी सिंगल हैंड एक्सरसाइज भी आजमा सकते हैं।
 ध्यान देने योग्य बातें 
कमजोर हिस्से से अधिक रेप्स लगाना आपके दोनों हिस्सों को एक जैसा नहीं बना सकता है इसलिए ऐसा न करें। बस कोशिश करें और कमजोर साइड को उतना ही काम दें जितना आप शरीर की मजबूत साइड को देते हैं।  इसके अलावा आप किराने का सामान उठाने और दरवाजे को खोलने जैसी अपनी दैनिक गतिविधियों को करने के लिए  कमजोर हिस्से का उपयोग करने की कोशिश कर सकते हैं।

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