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   जानिए क्या है पारिजात के औषधीय गुण....
  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को अयोध्या में प्रभु श्रीराम चंद्र जी के भव्य मंदिर निर्माण की आधारशिला रख दी है।  इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी  ने हनुमानगढ़ी में  पारिजात का पौधा लगाया। पारिजात वृक्ष  का सनातन परंपरा में विशेष महत्व है। इसके अलावा, पारिजात वृक्ष में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो जीर्ण रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है। इसमें समाए चमत्कारिक गुणों के कारण ही इसे देवलोक का वृक्ष कहा जाता है। 
 पारिजात एक वृक्ष है, जिसे हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है। पारिजात का संदर्भ आपको वेदों और धार्मिक पुस्तकों में मिलेगा। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, हरसिंगार के वृक्ष में हनुमान जी का वास होता है। इसीलिए हिंदुओं में इस वृक्ष का खास महत्व है। हरसिंगार के पत्ते हरे, फूल सुगंधित और सफेद रंग के होते हैं। फूल में नारंगी रंग की लाइन होती है।   इसे प्राजक्ता, परिजात, हरसिंगार, शेफालिका, शेफाली, शिउली भी कहा जाता है। उर्दू में इसे गुलज़ाफऱी कहा जाता है। हिन्दू धर्म में इस वृक्ष को बहुत ही ख़ास स्थान प्राप्त है। पारिजात का वृक्ष बड़ा ही सुन्दर होता है, जिस पर आकर्षक व सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग विविध प्रकार की औषधि आदि के रूप में भी किया जाता है। यह सारे भारत में पैदा होता है। यह माना जाता है कि पारिजात के वृक्ष को छूने मात्र से ही व्यक्ति की थकान मिट जाती है।
 पारिजात के फायदे  
-हरसिंगार से बीज का काढ़ा बालों की समस्या को दूर करने में सहायक होता है। हरसिंगार का काढ़ा बनाकर बालों को धोये इससे डैंड्रफ दूर करने तथा बालों को झडऩे से रोकने में मदद मिलती है।
-गले के रोग में लाभप्रद- हरसिंगार की जड़ को चबाने से गलशुडी से जुड़े विकार ठीक होते हैं। गठिया रोग के इलाज के लिए भी इसके पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। 
- खांसी में है फायदेमंद- खांसी के लिए पारिजात औषधि से कम नही है। पारिजात के छाल का चूर्ण खांसी में फायदेमंद होता है।
- नाक से खून का बहना- जिन लोगों को नाक से खून बहने की समस्या का समाधान करने के लिए पारिजात की जड़ को चबाना चाहिए।
-पेट के कीड़ों को मारे- पारिजात के पत्ते का रस में चीनी मिलाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। आंत भी स्वस्थ रहते हैं।
डायबिटीज में फायदेमंद-  पारिजात के पत्ते का काढ़ा नियमित रूप से सेवन करने पर ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
- बार-बार पेशाब करने की समस्या- पारिजात के पत्ते, फूल और जड़ का काढ़ा पीने से बार-बार पेशाब आने की समस्या समाप्त हो जाती है।
-तंत्रिका-तंत्र विकार में भी पारिजात के गुण से फायदा मिलता है।  
-पारिजात का पेड़ आंखों की बीमारी में भी लाभ देता है।  
- पारिजात  की पत्तियों का काढ़ा बुखार ठीक करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।  
- हरसिंगार के बीज का प्रयोग बवासीर की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं।
- हरसिंगार के तने  की छाल को अर्जुन छाल के साथ वाह्य रूप से प्रयोग करने से अस्थि -भंग में फायदेमंद होता है। 
-  पाचन शक्ति कमजोर है तो हरसिंगार का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि हरसिंगार का वीर्य उष्ण होने से पाचन शक्ति बेहतर करता  है। 
- तनाव को दूर करने में हरसिंगार का सहायक हो सकता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार तनाव का मुख्य कारण वात का प्रकोप होना बताया गया है और हरसिंगार में वात को शांत करने का गुण होता है। 

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