औषधियों गुणों की भरमार है गधी का दूध
- हिसार में शुरू होने जा रही है डेयरी
भारतीय बाजार में ऊंटनी के दूध के बाद अब गधी के दूध की मांग बढऩे लगी है। शोध में यह बात सामने आई है कि गुजरात की हलारी नस्ल की गधी का दूध औषधियों गुणों की भरमार है। यह बाजार में दो हजार से 7 हजार रुपए लीटर तक में बिकता है।
गधी का दूध के बारे में सुनकर हम सभी को थोड़ा अजीब लग रहा हो, पर ये शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है। गधी का दूध, बकरी और गाय के दूध जैसा ही प्राकृतिक दूध है। यह मिस्र के लोगों द्वारा लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है, जो कि त्वचा संबंधी बीमारियों के इलाज, पोषण और इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है। इसलिए देश में पहली बार राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र (एनआरसीई) हिसार में हलारी नस्ल की गधी के दूध की डेयरी शुरू होने जा रही है। इसके लिए एनआरसीई ने 10 हलारी नस्ल की गधियों को पहले ही मंगा लिया था। जिनकी मौजूदा समय में ब्रीडिंग की जा रही है।
कितना सेहतमंद है गधी का दूध
गधी का दूध विटामिन ई, अमीनो एसिड, विटामिन ए, बी 1, बी 6, सी, डी, ई, ओमेगा 3 और 6 से भरपूर है। इसमें कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है और इसमें गाय के दूध की तुलना में चार गुना कम फैट होता है। इन सभी महान पोषक तत्वों को जोडऩे के लिए, इसके युवा रखने वाले गुण यानी कि रेटिनॉल भी पाया जाता है। ये गुण कॉस्मेटिक उत्पादों में इसे एक बहुत ही विशेष घटक बनाते हैं। वहीं इसके कई अन्य फायदे भी हैं।
गधी का दूध पीने के फायदे
1. इम्यूनिटी बूस्टर है गधी का दूध
गधा दूध शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों से भरा होता है। इनमें विटामिन ए, बी 1, बी 2, बी 6, डी, सी, भी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, और जस्ता जैसे आवश्यक विटामिन शामिल हैं। गधा का दूध पीने से शरीर कई तरह के संक्रमणों के खिलाफ इम्यूनिटी विकसित कर लेता है, जिससे आप कई तरह की बीमारियों से हमेशा बचे रह सकते है।
2. बच्चों के गधी के दूध से नहीं होती है एलर्जी
एनआरसीई की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर अनुराधा भारद्वाज बताती हैं कि कई बार गाय या भैंस के दूध से छोटे बच्चों को एलर्जी हो जाती है, मगर हलारी नस्ल की गधी के दूध से कभी एलर्जी नहीं होती। इसके दूध में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी एजीन तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में कई गंभीर बीमारियों से लडऩे की क्षमता विकसित करते हैं।
3. शक्तिशाली एंटी-एजिंग गुणों से है भरपूर
गधा दूध में शक्तिशाली एंटी-एजिंग और हीलिंग गुण होते हैं, क्योंकि इसमें आवश्यक फैटी एसिड होते हैं। ये फैटी एसिड ठीक लाइनों और झुर्रियों की उपस्थिति को कम करते हैं और क्षतिग्रस्त त्वचा को पुन: उत्पन्न करने में मदद करते हैं। ये त्वचा से जुड़ी कई उपचारों में भी फायदेमंद है।
4. मोटापा कम करने में भी मददगार
दरअसल गुजरात की हलारी नस्ल की गधी का दूध औषधियों गुणों के लिए जाना जाता है। इसे पीने से शरीर को दूध से मिलने वाले सभी पोषक तत्व मिल जाते हैं, जिसके बाद आपको गाय के दूध की जरूरत नहीं पड़ती है। ये आपके पेट को हमेशा भरा-भरा सा रखता है, जिससे आपको भूख नहीं लगती और वजन कम करने में आसानी होती है। साथ ही ये आपके पाचनतंत्र को भी ठीक रखता है, जिससे पेट में फैट जमा नहीं हो पाता है।
इस तमाम के चीजों के बाद गधे का दूध त्वचा के लिए एक शक्तिशाली मॉइस्चराइजर, क्लीन्जर और सॉफ्टनर की तरह काम करता है। लगातार उपयोग करने से आपकी त्वचा हमेशा साफ, नरम और चिकनी रहेगी। यही वजह कि इसे बहुमुखी सौंदर्य उत्पादों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
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