डायबिटीज में बेहद फायदेमंद होता है 'गुड़मार'
आयुर्वेद में गुड़मार के पत्तों के कई फायदे बताए गए हैं। इससे डायबिटीज को भी कंट्रोल किया जा सकता है। आज जानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़मार के क्या फायदे होते हैं?
ब्लड शुगर को कंट्रोल करें
गुड़मार डायबिटीज के मरीजों के ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक होती है। इसमें जिम्नेमिक एसिड पाया जाता है, जो इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करता है। यह शरीर के शुगर रिसेप्टर्स के साथ जुडक़र ग्लूकोज के अवशोषण को कम करके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इससे इंसुलिन पर निर्भर रहने वाले मरीजों को भी लाभ मिल सकता है।
मोटापा करें कंट्रोल
मोटापा डायबिटीज के जोखिम कारकों को बढ़ा सकता है, ऐसे में आप डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए गुड़मार का सेवन कर सकते हैं। इससे आपको चीनी खाने की इच्छा कम होती है। साथ ही, यह आपके वजन को भी नियंत्रित रखता है।
इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाएं
टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन प्रतिरोध एक आम समस्या है। इसमें कोशिकाएं इंसुलिन के संकेतों पर प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया नहीं करती हैं। गुड़मार इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। जिससे कोशिकाओं के लिए ब्लड से ग्लूकोज लेना आसान हो जाता है।
लिपिड प्रोफाइल सुधार
डायबिटीज में लिपिड प्रोफ़ाइल असामान्य हो सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के उच्च स्तर को दर्शाता है। गुड़मार एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाक, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (खराब कोलेस्ट्रॉल) और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करके लिपिड प्रोफाइल में सुधार करने में मदद कर सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
डायबिटीज अक्सर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के साथ होता है, जिससे कोशिकाएं डैमेज और सूजन हो सकती है। गुड़मार एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स के प्रभावों को कम करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से निपटने में मदद कर सकता है।
डायबिटीज में गुड़मार को डाइट में कैसे शामिल करें?
अर्क - आप गुड़मार की पत्तियों को पीसकर इसके अर्क (रस) का सेवन कर सकते हैं।
चाय - इसके अलावा, आप करीब दो कप पानी में करीब 5 से 7 गुड़मार की पत्तियों को उबालकर चाय की तरह इसका सेवन कर सकते हैं।
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नोट- गुड़मार एक आयुर्वेदिक औषधि की तरह उपयोग की जाती है। इसे लेते समय आयुर्वेदाचार्य या डाइटिशियन की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
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