क्या जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द का कारण आयरन की कमी भी हो सकती है?
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे चोट लगना, संक्रमण, कोई क्रॉनिक बीमारी होना, अर्थराइटिस आदि। जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द के मुख्य कारण को जानकर इसका इलाज किया जाता है। जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द में थकान और कमजोरी के कारण भी होता है। कई बार आपने नोटिस किया होगा कि जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द लंबे समय से बना हुआ है। जब न कहीं चोट लगी है और न ही कामकाज के चलते थकान हुई है। कुछ लोगों का मानना है कि ऐसा आयरन की कमी के चलते हो सकता है। तो यहां यह जान लेना जरूरी हो जाता है कि क्या वाकई जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द का कारण आयरन की कमी भी हो सकती है?
शरीर में आयरन की कमी होने पर व्यक्ति को एनीमिया हो सकता है। इस स्थिति में बॉडी सेल्स पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं कर पाता है, नतीजतन शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। यही नहीं, पोषक तत्व भी पर्याप्त मात्रा में शरीर के हर अंगों तक नहीं पहुंचते हैं, जिससे व्यक्ति में कमजोरी और थकान होने लगती है। अब यह जानते हैं कि आयरन की कमी के कारण जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है? इस बारे में विशेषज्ञों की सलाह है, "आयरन की कमी के कारण व्यक्ति थकान और कमजोरी महसूस कर सकता है। उसकी त्वचा पीली पड़ जाती है, सिरदर्द, हाथ-पांव का ठंडा होना, अनियमित दिल की धड़कनें होना आदि। इसी क्रम में, व्यक्ति में आयरन की कमी के कारण जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।" सवाल है, ऐसा क्यों होता है? इस बारे में विशेषज्ञ समझाते हैं कि जब टिश्यूज में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होता है, तो इससे शरीर में सूजन बढ़ सकती है। यह स्थिति जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द पैदा कर सकती है।
आयरन की कमी की वजह से जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द के कारण
1. मांसपेशियों का कमजोर होना
जैसा कि यह स्पष्ट है कि आयरन की कमी के कारण शरीर में कमजोरी छा जाती है। मांसपेशियों पर भी आयरन की कमी का बुरा असर पड़ता है। इस स्थिति में आयरन की कमी की वजह से जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
2. जोड़ों में दर्द होना
यूं तो आयरन की कमी का सीधे-सीधे जोड़ों के दर्द पर प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन, अगर किसी को रूमेटॉइड आर्थराइटिस जैसी बीमारी के साथ-साथ शरीर में आयरन की कमी होती है, तो इस कंडीशन में शरीर में सूजन होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में जोड़ों में दर्द की समस्या भी हो सकती है।
3 ऑक्सीजन सप्लाई कम होना
जब शरीर में रेड ब्लड सेल काउंट कम होता है, तो ऐसे में शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को कमजोरी और थकान हो सकती है। इसके साथ ही जोड़ों और मांसपेशियों पर भी इसका बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है। आपको बता दें कि सही तरह से ऑक्सीजन सप्लाई न होने के कारण हड्डियां स्टिफ हो जाती हैं, जिससे मूवमेंट करना काफी मुश्किल हो जाता है। नतीजनत, जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है।
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