बारिश में भीग गए हैं तो जरूर बरतें ये चार सावधानियां, वरना हो सकता है सर्दी-जुकाम
मानसून का मौसम जितना सुहाना होता है, ये उतनी ही स्वास्थ्य चुनौतियां को लेकर आता है। मानसून में कभी भी बारिश हो जाती है, ऐसे में कई बार लोगों को बारिश में भीगकर अपना काम करना पड़ता है। बारिश में भीगना कुछ लोगों को रोमांचक भी लगता है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि बारिश भीगने से सर्दी-जुकाम, फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों के खतरा बढ़ा जाता है।
गीले कपड़े की वजह से ठंड लगती है, जिससे हम आसानी से संक्रमणों का शिकार बन सकते हैं। ऐसे में, अगर आप कभी बारिश में अनजाने में भीग जाते हैं, तो आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। आइए इस लेख में उन सावधानियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
तुरंत कपड़े बदलें
बारिश में भीगने के बाद सबसे पहले गीले कपड़ों को उतारकर सूखे और गर्म कपड़े पहनें। गीले कपड़े शरीर का तापमान कम करते हैं, जिससे सर्दी-जुखाम का खतरा बढ़ता है। कपड़े बदलने के बाद शरीर को अच्छी तरह पोंछ लें और अगर संभव हो तो गुनगुने पानी से नहाएं। यह न केवल शरीर को गर्म रखता है, बल्कि त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया को भी हटाता है।
गुनगुना पानी पिएं
भीगने के बाद शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म पेय जैसे हर्बल चाय, अदरक की चाय, या गुनगुना पानी पिएं। अदरक और तुलसी की चाय इम्यूनिटी को बूस्ट करती है और सर्दी-जुकाम से बचाव करती है। इसमें शहद मिलाने से गले की खराश में भी राहत मिलती है। ठंडे पेय या कोल्ड ड्रिंक्स से परहेज करें, क्योंकि ये शरीर को और ठंडा कर सकते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने वाला आहार लें
बारिश में भीगने के बाद इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे संतरा, नींबू, या आंवला खाएं। गर्म सूप, जैसे टमाटर या वेजिटेबल सूप, न केवल शरीर को गर्म रखता है, बल्कि पोषण भी प्रदान करता है। हल्दी वाला दूध पीना भी इम्यूनिटी बढ़ाने और सूजन कम करने में मदद करता है।
पैरों को गर्म रखें
पैरों का ठंडा रहना सर्दी-जुकाम का एक प्रमुख कारण हो सकता है। भीगने के बाद पैरों को अच्छी तरह सुखाएं और मोजे पहनें। गुनगुने पानी में नमक डालकर पैरों को 10-15 मिनट तक डुबोने से रक्त संचार बेहतर होता है और ठंड का प्रभाव कम होता है। यह तरीका थकान को कम करने में भी सहायक होता है।
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