हड्डियों, दांतों की मजबूती के लिए खाएं चिया सीड-डायबिटीज भी कंट्रोल होगा
इन दिनों चिया सीड का नाम बहुत सुनने में आ रहा है। स्वास्थ्य जगत में चिया सीड पोषक तत्वों के शानदार स्रोत के रूप में उभर रहा है। कुछ लोग चिया सीड के पोषक तत्वों को देखते हुए इसे एक पौष्टिक आहार के रूप में अपना रहे हैं । इसे सुपर फूड नाम दिया गया है। इसमें कोई शक नहीं की यह एक अच्छा आहार साबित हो सकता है। इसमें ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट्स , खनिज तथा कई विटामिन आदि पाए गए है। यह मिंट फैमिली की एक फूल वाली प्रजाति है जिसकी उत्पत्ति मेक्सिको और ग्वाटेमाला से हुई है। विदेशों में इसका उपयोग लंबे समय से होता आ रहा है।
चिया सीड में प्रोटीन , फाइबर , कैल्शियम , मैग्नेशियम , फास्फोरस , प्रचुर मात्रा में होते है। इसके अलावा इसमें मैगनीज , जि़ंक , पोटेशियम , विटामिन बी1 , विटामिन बी 2 , विटामिन बी 3 भी पर्याप्त मात्रा में होते है । यह पचने में हल्का होता है तथा किसी भी प्रकार की डिश में इसका उपयोग किया जा सकता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड ह्रदय रोग के लिए , अर्थराइटिस तथा कोलेस्ट्रॉल के लिए बहुत लाभदायक होता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड होते है। अत: चिया सीड ह्रदय रोग से बचाव के लिए उपयोगी हो सकते है ।
चिया सीड में भरपूर कैल्शियम होता है। हड्डियों तथा दांतों की मजबूती कैल्शियम पर ही टिकी होती है। इसके अतिरिक्त इसमें बोरोन नामक तत्व भी होता है जो हड्डियों के लिए आवश्यक होता है। बोरोन के कारण ही कैल्शियम , मैग्नेशियम , फास्फोरस आदि खनिज अवशोषित होकर मांसपेशियों तथा हड्डियों के उपयोग में आते है। इस प्रकार चिया सीड से हड्डियां , दांत और मांसपेशियों को ताकत मिलती है। चिया सीड अपने वजन का लगभग 10 गुना पानी सोख सकता है। पानी सोखने के बाद यह फूल जाता है। इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है। जल्दी भूख नहीं लगती। आप अधिक खाने से बच जाते है। इस तरह यह मोटापा और वजन कम करने में सहायक होता है। चिया सीड में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट होते है जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते है। फ्री रेडिकल्स के कारण कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना होती है तथा इनका त्वचा पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके उपयोग से इन परेशानियों से बचाव हो सकता है।
कुछ लोगों के शरीर में गर्मी के कारण या किसी और कारण से पानी की कमी जल्दी हो जाती है। खिलाडिय़ों को को तथा बच्चों को यह ज्यादा होता है। इस वजह से कब्ज आदि हो जाती है। चिया सीड से इस समस्या का समाधान हो सकता है। चिया सीड के पानी सोखने की अद्भुत शक्ति के कारण हाइड्रेशन बनाये रखने में इसका उपयोग किया जा सकता है। चिया सीड को अच्छे से पानी भिगोकर खाने से हाइड्रेशन बना रहता है। चिया सीड से रक्त में इन्सुलिन की मात्रा नियमित होती है। यह कार्बोहाइड्रेट को शक्कर में बदलने की गति कम कर देता है। इससे रक्त में अत्यधिक इन्सुलिन की मात्रा को कम कर देता है। इस प्रकार डायबिटीज में यह लाभदायक होता है।
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