बड़े काम की है अजवाइन, पेट दर्द से लेकर अर्थराइटिस में है फायदेमंद
अजवाइन के बीज हमारी रसोई में मिलने वाली कुछ आम चीजों में से एक है। अजवाइन एक ऐसा बीज है, जो कि औषधीय गुणों से भरपूर है। अजवाइन फाइबर, विटामिन, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों की खान है। इसी वजह से पेट दर्द से लेकर अर्थराइटिस के दर्द तक में इस बीज का इस्तेमाल किया जाता है।
अजवाइन के फायदे
अपच
अपच की परेशानी में अजवाइन बहुत फायदे की चीज है। दरअसल अजवाइन पेट में उन डाइजेशटिव एंजाइम को रेगुलेट करता है, जो कि खाना पकाने की गतिविधि में तेजी लाते हैं। अजवाइन से पुरानी अपच को रोकने और इसके इलाज में भी मदद मिल सकती है। इसके इस्तेमाल के लिए थोड़ा जीरा, थोड़ा सौंफ, धनिया और थोड़े से अजवाइन को भून कर पीस लेना चाहिए और हमेशा खाने के बाद इस पाउडर को खा लेना चाहिए।
एसिडिटी
एसिडिटी की परेशानी में अजवाइन का इस्तेमाल शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है। गैस की परेशानी हो तो अजवाइन को गर्म पानी के साथ या फिर अजवाइन का पानी लेने से आराम मिलता है। इसके लिए 250 ग्राम अजवाइन को 4 कप पानी में डाल कर उबाल लें। अब इसे गाढ़ा होने तक पका लें। पानी जब कम हो जाएगा, तो उसे एक बर्तन में रख लें और गैस महसूस होने पर इसका सेवन करें। इससे सीने में जलन, खट्टी डकारें आना, पेट दर्द, पेट में गुडग़ुड़ाहट आदि रोगों से आराम मिलेगा। इसके अलावा अजवाइन को बारीक पीसकर, उसमें थोड़ी मात्रा में हींग मिला लें। इसका लेप बना लें। इसे पेट पर लगाने से पेट के फूलने और पेट की गैस आदि परेशानियों में तुरंत आराम मिल सकता है।
पेट में कीड़े
पेट में कई सारे पैरासाइट्स और बैक्टीरिया होते हैं। ये हमारा पोषण चुराने लगते हैं और पेट से जुड़ी कई परेशानियों को कारण बनते हैं। कई बार ये भूख मार देते हैं, अपच और मतली आदि की परेशानी भी पैदा करते हैं। इसके लिए अजवाइन के 3 ग्राम महीन चूर्ण को दिन में दो बार छाछ के साथ सेवन करें। इसके अलावा गुड़ के साथ अजवाइन सुबह खाली पेट लें या खाने के बाद लें। इससे आंत के हानिकारक कीड़े खत्म हो जाएंगे। बच्चों को ये परेशानी हो तो अजवाइन के 2 ग्राम चूर्ण को काला नमक के साथ सुबह-सुबह बच्चों को खिलाने से आराम मिलता है।
प्रेग्नेंसी में
प्रेग्नेंसी में अक्सर महिलाओं को सुबह उठते ही मॉर्निंग सिकनेस यानी कि मतली आदि महसूस होने लगती है। ऐसे में अजवाइन की गर्म चाय पीने से आराम मिलता है। अजवाइन मूड बूस्टर की तरह काम करता है और इसका एक चम्मच मतली की परेशानी को रोक सकता है। प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से बचने के लिए अजवाइन की चाय पिएं। इसके लिए एक कप पानी में एक चम्मच अजवाइल उबाल लें। फिर इसमें गुड़ या शहद मिला लें। आप चाहें, तो स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा नींबू भी डाल सकती हैं। फिर इसे गर्म चाय का सेवन करें। आपको बेहतर महसूस होगा।
अर्थराइटिस के दर्द में
अजवाइन अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिला सकता है। दरअसल, अजवाइन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो, दीर्घकालिक या पुरानी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अजवाइन में एंटीबायोटिक गुण भी होते हैं, जो कि रेडनेस को कम करने और सूजन का मुकाबला करने में मदद करते हैं। इसमें हाई सेंसिटिव गुण भी हैं , जो कई हद तक टिशूज को आराम पहुंचाते हैं। इसके लिए अजवाइन के बीजों के पेस्ट को जोड़ों में लगाएं या अजवाइन को पीस कर उबाल लें और उससे दर्द की सिकाई करें।
ब्लड प्रेशर कम करने में
हाई ब्लड प्रेशर एक सामान्य स्थिति है जो, हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाती है। ऐसे में अजवाइन काफी मदद कर सकती है। पारंपरिक उपचार में कैल्शियम-चैनल ब्लॉकर्स जैसी दवाओं का उपयोग शामिल है। ये ब्लॉकर्स कैल्शियम को दिल की कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकते हैं और रक्त वाहिकाओं को फैला देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड प्रेशर कम होता है। इस तरह अजवाइन भी कैल्शियम-चैनल-अवरोधक की तरह काम करता है और ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद करता है।
माइग्रेन में
अजवाइन के इस्तेमाल से माइग्रेन के दर्द में भी राहत मिल सकती है। इससे निपटने के लिए अदरक, अजवाइन और काले नमक के मिश्रण का सेवन करें।
मुंह के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
अगर अचानक सें दांत में दर्द हो तो अजवाइन के बीजों का इस्तेमाल किया जा सकते हैं। इसके लिए अजवाइन के बीजों को दांत के नीचे दबा सकते हैं। अजवाइन के बीज कैविटी और सांसों की बदबू से भी बचाएगा।
इन सबके अलावा अजवाइन का एंटी ऑक्सीडेंट गुण सर्दी-जुकाम से भी बचाता है।
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