क्यों होता है नसों में दर्द और खिंचाव... कैसे पाएं राहत
नसों में दर्द और खिंचाव बहुत ही आम समस्या है जिसके कारण लोगों को चलने-फिरने और उठने-बैठने में काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। जरूरी नहीं कि नसों में दर्द सिर्फ बुजुर्ग या ज्यादा उम्र वालों को ही हो, बल्कि नसों का दर्द कम उम्र वाले लोगों को भी परेशान कर सकते हैं। हालांकि, हर किसी के लिए नसों में दर्द के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। आइये जाने किन कारणों से नसों में दर्द या खिंचाव होता है और इससे राहत का क्या तरीका है।
नसों में खिंचाव और हल्का दर्द एक्सरसाइज के कारण होता है, जिसकी वजह से काफी समय तक दर्द और खिंचाव महसूस हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब किसी एक्सरसाइज को करने के लिए शुरुआत की जाती है। इस दौरान नसें काफी हद तक खिंचती हैं जिसके कारण वो पूरी तरह खुलती है। यही वजह है कि जब बहुत दिनों तक शारीरिक गतिविधियां या एक्सरसाइज नहीं की जाती और अचानक से एक्सरसाइज को करने की चाहत होती है, इससे नसों पर खिंचाव पड़ता है जिससे दर्द का अनुभव हो सकता है। ये दर्द या खिंचाव ज्यादा समय तक परेशान नहीं करता और ना ही इस दौरान घबराने की जरूरत है। ये अपने आप ही कुछ ही दिनों में खत्म हो जाता है।
खून का खराब संचार
खून का संचार अगर शरीर में सही तरीके से नहीं होता तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर बहुत दिनों तक ये समस्या रहती है तो इससे हृदय और मानसिक स्वास्थ्य के साथ अन्य स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। ऐसे ही जब शरीर में रक्त प्रवाह सही से नहीं होता तो नसों में खून की आपूर्ति नहीं हो पाती जिसके कारण ये दर्द और सूजन का शिकार हो जाती है। इस कारण जकडऩ वाला दर्द का अनुभव हो सकता है। ये स्थिति डाइट, एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल के तरीकों पर निर्भर करती है।
विटामिन बी-12 की कमी
शरीर में वैसे तो सभी तरह के पोषक तत्व जरूरी होते हैं जिसकी मदद से लंबे समय तक खुद को स्वस्थ रखा जा सकता है, लेकिन जब शरीर में किसी विटामिन्स की कमी या पोषण की कमी होने लगती है तो इससे शरीर में कई समस्याएं पैदा हो सकती है। ऐसे ही नसों में दर्द का कारण है विटामिन बी-12 की कमी, जिसके कारण नसों में दर्द होने लगता है। विटामिन बी-12 शरीर की नसों को स्वस्थ रखने और नसों के कार्य को बढ़ावा देने का काम करता है।
चोट के कारण
चोट के कारण होने वाला दर्द बच्चों से लेकर बड़ों तक किसी को भी हो सकता है, कई बार जब चोट लगती है तो वो मांसपेशियों के साथ नसों पर प्रभाव डालती है। जिसके कारण मांसपेशियों के साथ-साथ नसों में भी सूजन पैदा होने लगती है जिससे दर्द महसूस होता है। ऐसे में जरूरी है कि जब भी किसी को चोट लगे तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
कुछ स्थितियों के कारण
स्ट्रोक, डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर जैसी गंभीर स्थितियों के कारण भी शरीर के किसी हिस्से में नसों का दर्द हो सकाता है। इस दौरान लोगों को इन नसों के दर्द का अनुभव होता है और इसके लिए संबंधित डॉक्टर इस दर्द को कम करने के लिए दवाओं का इस्तेमाल भी करते हैं।
कैसे करें बचाव
-पूर्ण स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि अपनी डाइट को हेल्दी बनाए रखें जिसकी मदद से खुद को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। डाइट में शामिल पौष्टिक आहार शरीर को कई बीमारियों और स्थितियों से बचाने का काम करता है। इसलिए अपनी डाइट में सभी पोषण से युक्त भोजन को शामिल करें और नियमित रूप से इसका पालन करें।
-व्यायाम या एक्सरसाइज शरीर को स्वस्थ रखने का एक बेहतरीन तरीका है, जिसके कारण शरीर में रक्त का संचार सही तरीके से होता है साथ ही कई बीमारियों से बचा जा सकता है। सभी को खुद को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।
-आजकल ज्यादातर बीमारियां तनाव के कारण बढ़ रही है, ऐसे ही नसों में दर्द का एक कारण तनाव भी है जो सिर की नसों को दर्द दे सकता है। इसके लिए जरूरी है कि खुद को ज्यादा से ज्यादा तनावमुक्त रखें, इसके लिए रोजाना व्यायाम, योगा और मेडिटेशन को अपना सकते हैं।
-लंबे समय तक नसों में दर्द का अनुभव होने पर आप डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, इससे आप जांच के जरिए सही वजह को जान सकते हैं।
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