अगर आपका बच्चा चिड़चिड़ा है और करता है थकान की शिकायतें.. तो इसे अनदेखा ना करें....
अगर आपका बच्चा दिखने में स्वस्थ लगता है, मगर उसे नींद नहीं आती है, चिड़चिड़ा है, खेलने में थक जाता है, रात में थकान की शिकायत करता है। पैरों में मालिश के बाद सोता है तो सतर्क होने की जरूरत है। यह बच्चे के शरीर में विटामिन डी की मात्रा बेहद कम होने के संकेत हैं जो आगे चलकर गंभीर बीमारियां दे सकते हैं। विटामिन डी की कमी के कारण बच्चे को रिकरंट इन्फेक्शन यानी बार-बार सर्दी-खांसी व मौसमी बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है।
एक रिसर्च में 30 फीसदी बच्चे दिखने में सामान्य मगर विटामिन डी की बेहद कमी वाले मिले हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में हुए एक रिसर्च में यह खुलासा हुआ है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों पर हुए रिसर्च में दो तरह के बच्चों को शामिल किया गया है। एक तो ऐसे बच्चे जो दिखने में सामान्य थे। दूसरे ऐसे बच्चे जो दिखने में कुपोषित और अति कुपोषित श्रेणी के थे। ऐसे बच्चों पर डॉक्टरों ने रिसर्च किया है। शोधकर्ता डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों में विटामिन डी की मात्रा बेहद कमी मिल रही है।
नवजात शिशुओं और बच्चों में, विटामिन डी के लगातार कम स्तर से रिकेट्स (सूखा रोग) हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप मुलायम हड्डियां, विकृत हड्डियां, हड्डियों का टूटना, खराब वृद्धि, और रक्त में कैल्सियम का स्तर कम होता है जिससे ऐंठन हो सकती है।
कैसे करें बच्चों में विटामिन डी की कमी दूर
वैसे तो इसकी कमी को पूरा करने के लिए सूरज की रोशनी बेहद फायदेमंद होती है। यह शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने व हड्डियों में मजबूती दिलाने में मदद करता है। मगर आप डाइट में कुछ चीजों को शामिल करके भी इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं।
सोया से भरपूर चीजें
विटामिन डी से भरपूर चीजों की लिस्ट में सोया भी शामिल होता है। ऐसे में बच्चे की डाइट में सोया से भरपूर टोफू, दूध और सोयाबीन शामिल करें। इससे बच्चे को सही मात्रा में विटामिन डी मिलने के साथ शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलेगी।
दूध
इसकी कमी पूरा करने के लिए दूध पीना भी बेस्ट ऑप्शन है। असल में दूध में कैल्शियम के साथ उचित मात्रा में विटामिन डी में पाया जाता है। इसलिए रोजाना 1 गिलास दूध का सेवन करने से बच्चे में इसकी कमी पूरी की जा सकती है। एक्सपट्र्स के अनुसार, 1 गिलास दूध का सेवन करने से दिनभर की जरूरत के अनुसार 1/4 विटामिन डी की मिल सकता है।
संतरा
वैसे तो विटामिन-सी के लिए संतरा खाने की सलाह दी जाती है। मगर असल में, इसमें विटामिन-सी और डी सही मात्रा में मौजूद होता है। ऐसे में रोजाना इसका सेवन करने से विटामिन डी की सही मात्रा में मिलता है। एक्सपट्र्स के अनुसार, रोजाना 1 गिलास ताजे संतरे का जूस पीने से बच्चे में विटामिम डी की कमी पूरी करने में मदद मिलती है। इसके अलावा संतरे अन्य पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। ऐसे में इसके सेवन से बच्चे की मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आएगी। शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर होने के साथ स्किन से जुड़ी परेशानियों से भी राहत रहेगी।
मशरूम
मशरूम खाने में टेस्टी होने के साथ विटामिन डी से भरपूर होती है। इसके सेवन से मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आने में मदद मिलती है। खासतौर पर बच्चे की ग्रोथ के लिए मशरूम काफी फायदेमंद मानी जाती है। ऐसे में इसे बच्चे की डेली डाइट में जरूर शामिल करें। आप इससे बच्चे को अलग-अलग डिशेज बनाकर खिला सकते हैं।
अंडा
अगर आप नॉन वेजीटेरियन है तो बच्चे की डाइट में अंडे शामिल करें। इसका सफेद भाग विटामिन डी से भरपूर होता है। ऐसे में इसके सेवन से बच्चे को इसकी कमी पूरी करने में मदद मिलेगी। साथ ही उसकी सेहत में सुधार आएगा।
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