मोटापा, कब्ज, पीलिया जैसी समस्याओं को दूर करे कासनी... ऐेसे करें उपयोग
कासनी एक प्रकार की औषधीय जड़ी बूटी है। इसे चिकोरी भी कहा जाता है। यह जड़ी-बूटी है बारह महीने उगती है। इस पौधे में खास बात यह है कि इसका स्वाद कॉफी की तरह होता है। लेकिन इसमें कैफीन नहीं होता है। कासनी में कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसके उपयोग भी अलग-अलग हैं। एक तरफ कासनी जानवरों के लिए हरा चारा है तो दूसरी तरफ मनुष्यों के लिए औषधि।
कासनी के फायदे
1. उल्टी रोकने में मददगार
पेट में अपच आदि होने पर उल्टी की समस्या होने लगती है। उल्टी को रोकने में कासनी बहुत फायदेमंद है। इसके बीज से बने काढ़े का सेवन करने से पित्त शांत होता है और उल्टी में निजात मिलती है।
2. पीलिया के रोग को रखे दूर
कासनी का सेवन चाय के रूप में या किसी अन्य खाद्य पदार्थ में किया जा सकता है। इसके सेवन से पीलिया का रोग भी खत्म होता है। इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर रोगी देना चाहिए।
3. वजन नियंत्रित रखता है
कासनी में फाइबर का गुण होता है। फाइबर की विशेषता है कि वह खाने को धीरे-धीरे पचाता है। जिससे भूख कम लगती है। इसलिए यह वजन को बढऩे नहीं देता।
4. गर्मी से होने वाले रोगों में सहायक
गर्मी के मौसम में शरीर पर घमोरियां होने के साथ-साथ, छोटे-छोटे दाने होने लगते हैं। यही नहीं चेहरे पर एक्ने, डार्क स्पॉट्स जैसी परेशानियां होने लगती हैं। गर्मी में शरीर पर लाल रंग के चकत्ते पडऩे लग जाते हैं। इन चकत्तों को ठीक करने में भी कासनी बहुत मददगार साबित होता है।
5. चिंता से दिलाए छुटकारा
कासनी में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं। जिससे चिंता और तनाव वाले हार्मोन बैलेंस रहते हैं। कासनी में एंटी-ऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा पाए जाने के कारण यह चिंता, तनाव को दूर रखता है।
6. मूत्र संबंधी रोग करे ठीक
बहुत से लोगों को पेशाब ठीक नहीं आता है। कभी रुक-रुक कर पेशाब आता है तो कभी पेशाब खुलकर नहीं आता। ऐसी परेशानियों से निपटने के लिए कासनी का काढ़ा लिया जा सकता है।
7. लीवर को रखे दुरुस्त
कासनी लीवर को ठीक रखने में मुख्य भूमिका निभा सकता है। इसमें ऐसे गुण होते हैं जो लीवर को बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। लीवर की परेशानी होने पर कासनी के फूलों का शरबत बनाकर रोगी को पिलाना चाहिए।
8. मेनोपॉज की समस्या को रखे दूर
मेनोपॉज होते समय महिलाओं को बहुत दर्द होता है। उस दर्द छुटकारा दिलाने में कासनी बहुत मददगार है। इसमें कासनी का काढ़ा बनाकर रोगी को दिया जाता है। पर काढे के साथ गुड़ मिलाकर दिया जाता है।
9. सिर दर्द में सहायक
सिर में दर्द होने पर कासनी का सेवन किया जा सकता है। सिर दर्द होने पर इसके पत्तों को पीसकर चंदन के तिलक की तरह पूरे माथे पर लगा लेना चाहिए।
10. मांसपेशियों के दर्द को भगाए
कासनी में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं। यह गुण दर्द और मांसपेशियों के दर्द को भगाने में मदद करते हैं। कासनी जोड़ों के दर्द में भी मदद करता है।
11. कब्ज को रखे दूर
कासनी में फाइबर पाया जाता है। जो खाने को धीरे-धीरे पचाता है। जिससे पाचन क्रिया ठीक रहती है। इसके सेवन से कब्ज की समस्याएं दूर रहती हैं।
कासनी से नुकसान
कासनी स्वाद में कड़वा होता है और रूखा होता है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसके अनियंत्रित सेवन से कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। पर ध्यान रहे कि अगर आप कासनी का सेवन कर रहे हैं तो डॉक्टर से एक बार परामर्श कर लें।
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