हल्दी वाला दूध
-सीमा उपाध्याय
बदलता मौसम अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। इस मौसम में व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। यही वजह है कि बदलते मौसम के साथ व्यक्ति को अपने खान-पान में भी जरूरी बदलाव करने की सलाद दी जाती है। ताकि शरीर का इम्यून सिस्टम मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार बने रहे। ऐसे ही बदलाव में गोल्डन मिल्क का भी नाम शामिल है। आमतौर पर हल्दी वाला दूध बनाने के लिए लोग दूध में हल्दी डालकर उसे उबाल लेते हैं। लेकिन क्या ये गोल्डन मिल्क बनाने का सही तरीका है?
आइए जानते हैं गोल्डन मिल्क बनाने का क्या है सही तरीका और सेहत के लिए उसके गजब के फायदे।
हल्दी वाला दूध बनाने का सही तरीका-
हल्दी वाला दूध बनाने के लिए सबसे पहले धीमी आंच पर एक पैन रखकर उसमें एक चम्मच घी, 1/4 चम्मच हल्दी और चुटकी भर काली मिर्च डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिलाते हुए चलाएं। इस बात का ध्यान रखें कि इन सभी चीजों को ज्यादा ना पकाएं। अब इसे पहले से उबले हुए दूध में मिला दें।
हल्दी को पहले से उबाले हुए दूध में मिलाकर पीना सेहत को फायदा देता है। दरअसल, हल्दी मिलाकर दूध को उबालने से हल्दी में मौजूद कुछ पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। बता दें, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (हल्दी को पीला रंग देने वाला शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और सूजन रोधी गुणों से भरपूर) को उबालने से उसके गुण नष्ट हो जाते हैं।
जबकि हल्दी को दूध और काली मिर्च के साथ मिलाने से इसके अवशोषण को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा,हल्दी का सेवन कच्चा या अधिक मात्रा में भी करने से बचना चाहिए। इसमें मौजूद एंटी पोषक तत्व शरीर में आयरन के अवशोषण को रोकते हैं।
हल्दी दूध पीने के फायदे-
गोल्डन मिल्क त्वचा को निखारने के साथ नींद ना आने की समस्या को भी दूर करने में मदद कर सकता है। यह व्यक्ति के दिमाग को शांत रखने में भी मदद करता है। इतना ही नहीं, यह दूध सर्दी-खांसी में भी बहुत लाभकारी है। यह गले की जकड़न और खांसी को दूर करता है। कोल्ड कफ में इसका सेवन जरूर करें।
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