महिला को लगाया 36 साल के युवक का हार्ट, ब्रेनडेड मरीज दे गया चार लोगों को जिंदगी
जयपुर। राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल सवाई मानसिंह में हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया। जयपुर के जेएलएन मार्ग स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल में ब्रेनडेड मरीज के अंगदान के बाद ये ट्रांसप्लांट किया गया। हार्ट के अलावा मरीज की दोनों किडनी और लीवर भी डोनेट किए गए, जिससे कुल चार लोगों की जिंदगी बचाई गई। SMS में ये चौथा और राज्य में 11वां हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ है। इससे पहले मार्च में भी एक ट्रांसप्लांट हुआ था।
ब्रेनडेड मरीज राजेन्द्र शिंदे (36) मूलत: महाराष्ट्र के पुणे का रहना वाला था और यहां सीकर रोड पर गोविंदगढ़ में काम करता था। सड़क हादसे में घायल होने के बाद राजेन्द्र को फोर्टिस लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया। इसके बाद डॉक्टर्स ने अंगदान के लिए राजेन्द्र की पत्नी से समझाइश की, जो अंगदान के लिए तैयार हो गई। इसके बाद एक किडनी और हार्ट को ट्रांसप्लांट के लिए एसएमएस हॉस्पिटल में लाया गया, जबकि एक किडनी व लीवर महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भिजवाया गया।
एसएमएस हॉस्पिटल के सीनियर प्रोफेसर और सिटी सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. राजकुमार यादव ने बताया कि सुबह 11 बजे हार्ट को एसएमएस हॉस्पिटल लाया गया। जहां अलवर निवासी 40 साल की महिला धोली देवी के हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया। दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुआ ऑपरेशन शाम करीब 6 बजे तक चला। उन्होंने बताया कि महिला की तबियत अब ठीक है और उसे आईसीयू में रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस महिला के 2 साल से हार्ट की समस्या थी। 5 दिन पहले ही उसे कार्डियक अरेस्ट आया था, जिसके बाद उसे भर्ती किया गया था और उसके हार्ट ट्रांसप्लांट की पूरी तैयारी कर रखी थी। जैसे ही डोनर मिला तो महिला का ऑपरेशन करके उसे दूसरा हार्ट लगाया गया।
इस दौरान सीनियर प्रोफेसर डा. अनिल शर्मा ने भी सहयोग दिया। इस दौरान टीम में डॉ. रामस्वरूप सैन, डॉ. राजेन्द्र महावर, डॉ. देवी प्रसाद सैनी, डॉ. राजेश शर्मा के अलावा एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट से डॉ. रीमा मीणा, डॉ. अंजुम सैयद, डॉ. अरूण और नर्सिंग स्टाफ संतोष, रोशन यादव, विश्वनाथ शर्मा समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
Leave A Comment