प्रधानमंत्री ने कहा- भारत जैसे देश में पर्याप्त मेडिकल ढांचे और मेडिकल शिक्षा की जरूरत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत जैसे देश में पर्याप्त मेडिकल ढांचे और मेडिकल शिक्षा की आवश्यकता है। बेंगलूरू स्थित राजीव गांधी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह का आज वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान सरकार ने स्वास्थ्य और स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 22 और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की तेजी से स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान एमबीबीएस की तीस हजार और मेडिकल स्नातकोत्तर की 15 हजार सीटें बढ़ाई गई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल योजना- आयुष्मान भारत के तहत दो वर्ष से भी कम समय में एक करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों और महिलाओं को इससे सबसे ज्यादा लाभ मिला है। प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में टेली मेडिसिन, मेक इन इंडिया और सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना का मुकाबला करने में स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना योद्धा के रूप में कार्य किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉक्टर और चिकित्साकर्मी बिना वर्दी वाले सैनिक हैं।
श्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस हमारा अदृश्य शत्रु हो सकता है, लेकिन वह हमारे स्वास्थ्य कर्मियों को पराजित नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अदृश्य और अपराजित के बीच य़ुद्ध में हमारे स्वास्थ्य कर्मियों की विजय निश्चित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया डॉक्टरों, नर्सों, अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तरफ आशा और कृतज्ञता के साथ देख रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के साथ युद्ध में आगे रहने वाले लोगों के साथ हिंसा या दुवर््यवहार कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य कर्मियों और स्वास्थ्य शिक्षा से जुड़े लोगों का आह्वान किया है कि वे निवारक और वहन करने योग्य स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि दुनिया इस समय द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है और इसमें स्वास्थ्य कर्मियों और कोरोना योद्धाओं की भूमिका सराहनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर में चालीस हजार स्वास्थ्य केन्द्र लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम में लगे हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 12 करोड़ लोगों ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किया है। कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए तैयार किये गये ढांचे का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना योद्धाओं के लिए एक करोड़ पीपीई किट तैयार किये गये। राज्यों को एक करोड़ बीस लाख मास्कों की आपूर्ति की गई। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने में कर्नाटक सरकार की भूमिका की सराहना की।
Leave A Comment