लौह अयस्क उत्पादन में वृद्धि करने से कीमतें नियंत्रित रहेंगी-
हैदराबाद,। स्टील मिनिस्टर बनने के बाद धमेंद्र प्रधान पहली बार देश की सबसे बड़ी सरकारी खनन कंपनी एनएमडीसी मुख्यालय हैदराबाद पहुंचे। उन्होंने अफसरों की बैठक ली। उनके साथ सिकरेट्री स्टील भी आए थे। धमेन्द्र प्रधान ने कंपनी के सीएमडी एवं निदेशक गणों तथा कर्मचारियों से मुलाकात की तथा जी. किशन रेड्डी, माननीय गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार की उपस्थिति में एनएमडीसी के कार्यों की समीक्षा की। प्रधान ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी खनन कंपनियों में से एक होने के कारण एनएमडीसी को लौह अयस्क उत्पादन में वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे कीमतों पर नियंत्रण रहेगा तथा सभी इस्पात उत्पादकों को समान रूप से कच्ची सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने एनएमडीसी को डिजिटल माध्यमों से सुस्थिर तथा उत्तरदायित्वपूर्ण खनन के लिए भी कहा। मंत्री महोदय ने निदेश दिया कि चल रही सभी परियोजनाओं एवं विशेष रूप से एनएमडीसी लौह तथा इस्पात संयंत्र (एनआईएसपी) के निष्पादन एवं कमीशनिंग की नियमित रूप से मॉनीटरिंग की जाए जिससे कि यह प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण हो सके। श्री प्रधान ने एनएमडीसी की स्लरी पाइप लाइन परियोजना की भी समीक्षा की। इससे पूर्व एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एन. बैजेन्द्र कुमार, आईएएस ने मंत्री का स्वागत किया तथा बताया कि एनएमडीसी मुख्यालय में प्रधान का यह पहला दौरा है। उन्होंने एनएमडीसी के कार्य निष्पादन के बारे में मंत्री महोदय को अवगत कराया। उन्होंने चल रही परियोजनाओं की प्रगति की सूचना दी तथा यह आश्वासन दिया कि कंपनी की उत्पादकता एवं लाभप्रदता को अधिकतम करने के लिए सर्वोत्तम प्रयास किए जा रहे हैं। विनय कुमार, आईएएस, सचिव (इस्पात), श्रीमती रसिका चौबे, आईडीएएस, अपर सचिव, इस्पात मंत्रालय, एनएमडीसी के कार्यकारी निदेशक गण, इस्पात मंत्रालय तथा एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक के दौरान उपस्थित रहे।
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