अकस्मात ही क्रिकेटर बन गए अश्विन
नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट (डे-नाइट) मैच में अपना 400वां विकेट पूरा करने करने वाले टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि वे अकस्मात ही क्रिकेटर बन गए। अश्विन ने अपन टीवी साक्षात्कार में कहा, 'मैं अकस्मात ही क्रिकेटर बना। मैं असल में क्रिकेट को चाहने वालों में शामिल था जो क्रिकेटर बन गया। मैं यहां अपना सपना जी रहा हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत की तरफ से खेलूंगा।'
अश्विन ने कहा, 'मैच समाप्त होने के बाद और अगर मैंने जीत में योगदान दिया तो मैं सोचता था कि मुझ पर ईश्वर की कृपा है, लेकिन कोविड के समय में मुझे अहसास हुआ कि मैं कितना भाग्यशाली हूं जो मुझे भारत की तरफ से खेलने का मौका मिला।' उन्होंने कहा, 'यहां तक कि जब मैं आईपीएल से वापस आया तो मैंने नहीं सोचा था कि मैं ऑस्ट्रेलिया में खेलूंगा और इसलिए मैं कहता हूं सब कुछ उपहार है। जिस खेल को मैंने चाहा उसने मुझे वापस बहुत कुछ दिया।'
अश्विन ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान व्यक्तिगत प्रदर्शन के कई वीडियो देखे, जिससे उनकी खेल के प्रति अपनी समझ बेहतर हुई। उन्होंने कहा, 'मैं पहले भी काफी फुटेज देखा करता था लेकिन इस बार मेरी खेल के प्रति समझ बेहतर हुई। लॉकडाउन के दौरान मैंने पूर्व के कई मैच देखे विशेषकर सचिन की चेपॉक में खेली गई पारी और अन्य मैच।'
दरअसल, अश्विन ने जोफ्रा आर्चर के रूप में 400वां विकेट लिया और बल्लेबाज ने जब डीआरएस लिया तभी उन्हें अहसास हुआ कि वह इस मुकाम पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा, 'असल में उस समय जब उसने (आर्चर) डीआरएस लिया तभी मुझे अहसास हुआ कि मैंने 400वां विकेट ले लिया है। इसके बाद जब बोर्ड पर 400वां विकेट दिखाया गया, तब स्टेडियम में सभी खड़े होकर तालियां बजा रहे थे।' बता दें कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने उन्हें वर्तमान समय का 'लीजेंड' करार दिया।
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