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भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय सभागार में पंडित दीनदयाल उपाध्याय भूजल संवर्धन मिशन शहरी के अंतर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम घर-घर लगाने को लेकर 24 मई को सुबह 10ः30 बजे संगोष्ठी अयोजित की गई है। दिन प्रतिदिन घटते हुए भूमि के जलस्तर को रोकने के लिए क्या करें, जिससे भूमि का जलस्तर बना रहे। इसके लिए प्रेजेनटेशन के माध्यम से बताया जाएगा कि किस प्रकार से रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगाने के बाद जल को संरक्षित रखा जा सकता है। कार्यशाला में प्रमुख रूप से सभी प्रबुद्व वर्ग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग विशेषज्ञ, विधायक, सांसद, जनप्रतिनिधि, पार्षदगण, तकनिकी विशेषज्ञ, बिल्डर्स, इंजीनियर, हाउसिंग सोसायटी के पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, चेंबर आफ कामर्स, औद्योगिक संस्था, पत्रकारगण, निगम के अभियंतागण एवं अन्य संस्थाओं के लोगो को आमंत्रित किया गया है। प्रत्येक व्यक्ति को 5 मिनट के अंदर अपना प्रेजेंटेशन खत्म करना रहेगा। सभी सुझाव को नोट करके अंत में उसका परिष्कृत रूप निकल जाएगा।
आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देशित किए है कि कार्यशाला से पहले शासकीय कार्यालयो में जो रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा है, उसे व्यवस्थित कर दिया जाए। कार्यशाला के दौरान रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए किन-किन सामग्रीयो की आवश्यकता होती है। उसे किस प्रकार से बनाया जाए, जिससे बारिश के अतिरिक्त पानी को भूमि के अंदर ले जाए। वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए उचित स्थल का चयन इत्यादि विषयों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।आयुक्त पाण्डेय ने क्षेत्र के नागरिको से अपील किए है कि जो भी व्यक्ति रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के बारे में अच्छी जानकारी रखते है और अपनी राय देना चाहते है। वह भी कार्यशाला में उपस्थित हो होकर अपने विचार रख सकते हैं। सबके द्वारा दिए गए सुझाव, जो उपयोगी होगा उसे निगम में लागू किया जाएगा। - कवर्धा ।शासकीय स्कूलों में कार्यरत सहायक शिक्षकों एवं छत्तीसगढ़ के मूल निवासी खिलाड़ियों (पुरुष एवं महिला) के लिए शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में बी.पी.एड. एवं डी.पी.एड. पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण के लिए प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इच्छुक अभ्यर्थियों से 10 जून 2025 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। जिन सहायक शिक्षकों की रूचि विभागीय प्रशिक्षण (बी.पी.एड. अथवा डी.पी.एड.) प्राप्त करने में है, वे अपना आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में अपने कार्यालय प्रमुख के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए, जिला शिक्षा अधिकारी, कबीरधाम कार्यालय में 10 जून 2025 तक जमा कर सकते हैं।प्रशिक्षण स्थल शासकीय शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान, पेन्ड्रा निर्धारित किया गया है। वहीं सत्र 2025-26 हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी इच्छुक पुरुष एवं महिला खिलाड़ी भी बी.पी.एड. एवं डी.पी.एड. पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें भी 10 जून 2025 तक शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय, पेन्ड्रा में अपना आवेदन प्रस्तुत करना होगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन प्रक्रिया के संदर्भ में अभ्यर्थी जिला शिक्षा अधिकारी, कबीरधाम कार्यालय के क्रीड़ा कक्ष में संपर्क कर सकते हैं। समय सीमा के भीतर आवेदन करना अनिवार्य है, विलंब से प्राप्त आवेदन पत्रों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
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भिलाईनगर। आयुक्त नगर पालिक निगम भिलाई की अध्यक्षता में जिला मलेरिया विभाग, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, शहरी परिवार कल्याण विभाग की एक दिवसीय जल जनित बिमारियों जैसे- उल्टी, दस्त, डायरिया, पीलिया एवं मच्छर जनित रोगो जैसे- डेंगू/मलेरिया से बचाव/रोकथाम के लिए जन समुदाय में व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. सी.बी.एस. बंजारे, शहरी खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. पीयाम सिंह, सलाहकार तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम डाॅ. सोनल सिंह, प्रभारी सहायक मलेरिया अधिकारी सुरेन्द्र बंजारे, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक संजीव दुबे, प्रबंधक नगर स्वास्थ्य सेवा बीएसपी रमेश गुप्ता, वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक के. के. सिंह, निगम के सभी सेक्टर सुपरवाईजर, एरिया काॅडिनेटर पुष्पा मिश्रा, टोमिन साहू, के एल कुमारी, सभी मितानीन प्रशिक्षक उपस्थित रहे।
आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया मच्छर अपने जीवनकाल की प्रारंभिक तीन अवस्थाएं अण्डा, लार्वा एवं प्यूपा पानी में रहकर ही पूरा करते है। मच्छर के व्यस्क अवस्था में पहुंचने के पूर्व ही प्रारंभिक जीवनकाल में मच्छर लार्वा स्त्रोतों को समाप्त कर देना ही रोगो के नियंत्रण के लिए अति महत्वपूर्ण उपाय है। महामारी नियंत्रण के लिए मैदानी स्वास्थ्य अमलों को किसी भी महामारी के लिए सतर्क रहने के लिए निर्देश दिए गए है। मितानीन एवं महिला आरोग्य समिति के सदस्यो से समन्वय स्थापित कर सतत निगरानी रखे और प्रभावित मरीज की सूचना मिलते ही अतिशीध्र आवश्यक प्रतिबंधक कार्यवाही की जाए। भ्रमण के दौरान देखने में आता है कि प्लास्टिक, कुरकुरे, चिप्स आदि के पैकेट नालियों में बिखरे पड़े रहते है। जिससे नालियाॅ जाम हो जाती है, जिससे पानी का निकासी नहीं हो पाता। ऐसे दुकानो के पास अनिवार्यतः डस्टबिन रखवाए, जो नहीं मानते उन पर चालानी कार्यवाही करें। उन्होने स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को निर्देशित किए कि बड़े दुकानदारों जो इस प्रकार की सामग्री बेचते है। उनके खिलाफ न्यायालय में वाद प्रस्तुत किया जाए।डेंगू के लक्षण - अचानक तेज बुखार, तेज सिर दर्ज, मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिथलाना, आंतरिक रक्त स्त्राव, त्वजा में चकत्ते, नाक, मुॅह, मसूड़ों से खून आना, उल्टियाॅ होना। इससे बचने के उपाय- घर एवं आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी जमा होने वाले स्त्रोतों को नष्ट करें। जमा हुए पानी में जला हुआ मोबिल आईल अथवा मिटटी तेल का छिड़काव अवश्य करें। कीटनाशक दवा का छिड़काव घरों के भीतर अवश्य करवायें। मच्छर से बचने घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली लगायें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, टायर व पुराने बर्तन का पानी फेंक दें। कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन, फूलदान इत्यादि को प्रति सप्ताह खाली करें व धूप में सूखाकर प्रयोग करें। नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन टायरों में पानी जमा न होने दें।शहरी प्रभारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि किसी प्रकार की लक्षण दिखे तो सीधे शासकीय चिकित्सालय में संपर्क करें। अन्य मेडिकल स्टोर से दवा लेकर न खाएं। डाॅक्टर से ही ईलाज कराकर ही दवा लें। शासकीय लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल कंट्रोल रूम की तरह काम करेगा। बिमारी का पता लगने पश्चात तत्काल सुपेला अस्पताल में संपर्क करें। - बलौदाबाजार, ।सुशासन तिहार 2025 अंतर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा प्राप्त आवेदनों का निराकरण के साथ ही हितग्राहियो क़ो उपकरण प्रदाय किया जा रहा है। इसी कड़ी में 20 एवं 22 मई क़ो दिव्यांगजनों क़ो सहायक उपकरण प्रदान किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार समाज कल्याण विभाग द्वारा सिमगा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम सुहेला आरती यादव, भाटापारा के ग्राम मोपकी अघन सिंग ध्रुव को कृत्रिम अंग प्रदाय किया गया। भाटापारा से करन सेन, ग्राम मरदा से उमेश दिवाकर को व्हील चेयर, रोहांसी से कौशिल्या साहू को ट्राईसिकल, विकासखण्ड कसडोल के ग्राम पुटपुरा से प्रतीक साहू को श्रवण यंत्र प्रदाय किया गया। इसीतरह जनपद पंचायत सिमगा के सामाधान शिविर में विक्रम साहू तुलाराम साहू, कोदईया निषाद, ग्राम बुड़गहन के बजरहीन ध्रुव को छड़ी एवं बलौदाबाजार निवासी त्रिभुवन सेन, हरदयाल सिंह ध्रुव को व्हीलचेयर वितरण किया गया। इस अवसर पर उप संचालक समाज कल्याण अरविन्द गेड़ाम सहित विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
- धमतरी : सात सड़कें बनकर तैयार, 29 और बनेंगीधमतरी । जिले के वनांचलों में रहने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति कमार बस्तियों तक अब फर्राटे से गाड़ियां दौड़ने लगीं। मोटर सायकिल हो या एम्बूलेंस, सरकारी अधिकारी हों या विकास कार्यों के लिए सामान में लगी गाड़ियां, बाजार गाड़ी हो या बिजली विभाग की गाड़ी अब सभी का कमार बस्तियों तक सीधे पहुंचना आसान हो गया है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत जिले की विशेष पिछड़ी जनजाति कमारों की बस्तियों तक पक्की सड़कें बन गईं हैं। इस योजना के तहत दो चरणों में कुल 36 पक्की सड़कों को बनाने के लिए 43 करोड़ 31 लाख रूपये की मंजूरी मिली है। इसमें से सात सड़कें बनकर तैयार हो गईं हैं और बाकी मंजूर सड़कों के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। किसी भी स्थान के विकास में सड़कों की अहम भूमिका वाली प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सोच धमतरी के कमार बाहुल्य वनांचलों में साकार हो रही है। सड़कें बन जाने से लोगों की पहुंच तो बढ़ती ही है, इसके साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आधारभूत जरूरतों के लिए सुविधाएं भी आसानी से घरों तक पहुंचने लगती हैं। कमार बसाहटों में रहने वाले लोगों को अब बारिश के दिनों में कीचड़ से सनी कच्ची सड़कों पर नहीं चलना पड़ेगा।केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत पहले चरण में 29 किलोमीटर से अधिक लम्बाई की 10 सड़कों के लिए 15 करोड़ 84 लाख और दूसरे चरण में लगभग 56 किलोमीटर लम्बाई की 26 सड़कों के लिए 27 करोड़ 47 लाख रूपये की मंजूरी दी है। इनमें से उमरगांव से पठार तक 1.80 किलोमीटर, कोरेमुड़ा से कमारपारा तक लगभग एक किलोमीटर मुख्य सड़क से बरकोन्हा-बगरूमनाला होकर आमापारा तक 4.63 किलोमीटर, छिंदभर्री-बीजापुर मुख्य सड़क से फुड़हरधाप-हितली तक 4.63 किलोमीटर, माकरदोना से कमारपारा राजीवनगर तक 1.10 किलोमीटर तक, कुकरेल-कांटाकुर्रीडीह मुख्य सड़क से बहनापथरा तक डेढ़ किलोमीटर, बेलोरा से कमारपारा तक 2.80 किलोमीटर पक्की सड़कें बन गईं हैं। कमार समाज के प्रमुख श्री बुधलाल कमार ने बताया कि इन सड़कां के बन जाने से हम कमारों को आनेजाने में अच्छी सुविधा मिल गई है। वनांचल क्षेत्र में पहले कच्ची सड़कों के कारण गांववालों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बारिश के दिनों में किसी के बीमार हो जाने पर गांव तक एम्बूलेंस नहीं आ पाती थी, जिससे मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाने में देरी हो जाती थी। बच्चों को स्कूल जाने में कठिनाई होती थी। तेल-सब्जी-नमक जैसी जरूरत की चीजों को बाजार तक जाकर लाने में भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था। सरकारी अधिकारी-कर्मचारी भी रास्ता अच्छा नहीं होने के कारण बहुत कम ही इन कमार बस्तियों तक पहुंचते थे, जिससे कमार जनजाति के लोग शासन की योजनाओं का लाभ लेने में भी पिछड़ रहे थे। श्री बुधलाल ने बताया कि लेकिन अब सड़क बन जाने से कमार बसाहटों तक पहुंच आसान हो गई है। सड़कों पर गाड़ियां दौड़ने लगीं हैं और अब सब समस्याओं का समाधान हो गया है। श्री बुधलाल ने अपने पूरे समाज की ओर से विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सुविधाएं देने और उनका ध्यान रखने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।
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दुर्ग/ ग्राम पंचायत बोरिद शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला परिसर में समाधान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 14 ग्राम पंचायत शामिल हुए। जिले में “सुशासन तिहार“ का तृतीय चरण 5 मई से 30 मई 2025 तक नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। तीसरे चरण का यह शिविर निर्धारित तिथियों एवं स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है। जनपद पंचायत सीईओ श्री जागेन्द्र साहू ने जानकारी दी कि कुल 4856 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें लंबित 82 और 4774 आवेदनों का निराकरण किया गया। इसके अलावा शिविर में 230 नए आवेदन प्राप्त हुए। इस मौके पर 8 हितग्राहियों को आवास स्वीकृति प्रमाण पत्र, समाज कल्याण विभाग द्वारा 5 हितग्राहियों को पेंशन स्वीकृति, 16 हितग्राहियों को राशन कार्ड, मनरेगा के तहत 8 हितग्राहियों को जॉब कार्ड, राजस्व विभाग द्वारा 10 हितग्राहियों को ऋण पुस्तिका, जिला सहकारी समिति द्वारा 4 हितग्राहियों को केसीसी चेक और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सुपोषण टोकरी प्रदान की गई। जनप्रतिनिधियों द्वारा तिरंगा रैली भी निकाली गई।
सांसद प्रतिनिधि श्री राजेश चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में लगाए जा रहे शिविरों का उद्देश्य न केवल जनता की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना है, बल्कि विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देना भी है। आम जनता सीधे अपने प्रतिनिधियों और अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्याएं साझा कर सकती है। इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कीर्ति नायक, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्री कमलेश वर्मा, जिला पंचायत सभापति श्रीमती नीलम राजेश चंद्राकर, जनपद पंचायत सदस्य श्री भास्कर वर्मा, जनपद पंचायत सभापति श्री प्रणव शर्मा, सरपंच श्रीमती सोनाली राजू वर्मा, तहसीलदार सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। - -30 सितंबर तक संग्राहलय का कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश-सभी निर्माण कार्य बारिश से पहले पूर्ण करें: प्रमुख सचिव श्री बोरा नेरायपुर। छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियो की स्मृति को चिर स्थाई बनाने और देश की आजादी में उनके योगदान को नई पीढ़ी तक पहुचाने के उद्देश्य से नया रायपुर में बन रहे शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय तैयार किया जा रहा है। यह संग्राहलय लगभग 50 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। संग्राहलय के निर्माण का अंतिम चरण में है। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने इस संग्रहालय के निर्माण कार्यो की समीक्षा की और इसे 30 सिंतबर तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। बैठक में आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर भी उपस्थित थें।प्रमुख सचिव श्री बोरा ने राज्य में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्यों सहित सभी निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्हांेने इंजिनियरांे को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य को वर्षा ऋतु से पूर्ण कराए। जिन एकलव्य विद्यालयों तक अच्छे एप्रोच रोड़ नहीं है उनके संबंध में शीघ्र प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालय के संचालन में यदि कोई भी समस्या आती है तो उन्हें शीघ्र अवगत कराया जाए ताकि यथाशीघ्र समस्या का निराकरण किया जा सके।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 14 मई को जनजातीय जीनवशैली से संबंधित ट्राईबल म्यूजियम का लोकार्पण किया है। इसे आम जनता के लिए भी खोल दिया गया है, जिसे देखने प्रतिदिन बड़ी संख्यां में लोगों का आगमन हो़ रहा है। बता दें कि ट्राईबल आर्टिफैक्टस का एआई तकनीक के माध्यम से इतने वृहद रूप में प्रदर्शन करने वाला संभवतः प्रदेश का पहला म्यूजियम है। इसके निर्माण से प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिली है। इसी कड़ी में अब आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय के नवंबर माह में लोकार्पण की तैयारी चल रही है।बैठक में उपसचिव श्री बी.एस.राजपूत, अपर संचालक श्री आर एस भोई, उपायुक्त श्रीमती गायत्री नेताम, श्रीमती मेनका चंद्राकर, डॉ. रेशमा खान, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, रायपुर श्री विजय सिंह कंवर, कार्यपालन अभियंता श्री त्रिदीप चक्रवर्ती एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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*- जनसंपर्क विभाग द्वारा 22 मई को जिला स्तरीय एक दिवसीय इवेंट का किया गया आयोजन*
*- सुशासन तिहार में सरकारी योजनाओं से बदली ज़िंदगियाँ, हितग्राहियों ने साझा किए अपने अनुभव*दुर्ग/ सुशासन तिहार के उपलक्ष्य में गुरुवार 22 मई की शाम सिविक सेंटर भिलाई में जिला स्तरीय एक दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शाम 6 बजे हुई, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, युवाओं एवं बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।इस अवसर पर रेडियो जॉकीज़ (आरजे) श्री अनिमेश जैन द्वारा विभिन्न रोचक गतिविधियों का संचालन किया गया, जिससे माहौल में जीवंतता बनी रही। स्थानीय कलाकारों ने मंच पर नृत्य, गायन और कविता पाठ जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। इवेंट का प्रमुख आकर्षण था शासकीय योजनाओं पर आधारित क्विज और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता। प्रश्नोत्तरी में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृृषि, प्रधानमंत्री आवास जैसी प्रमुख योजनाओं से जुड़े प्रश्न शामिल किए गए थे।सुशासन तिहार के अवसर पर विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस तरह इन योजनाओं ने उनकी ज़िंदगी को बेहतर बनाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना, आयुष्मान भारत और नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना जैसी योजनाओं ने आमजन के जीवन में वास्तविक बदलाव लाए हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना की एक हितग्राही महिला श्रीमती उमा ने बताया कि पहले वह कच्चे मकान में रहती थीं, जिससे उन्हें बारिश और गर्मी के मौसम में काफी परेशानी होती थी। अब पक्का मकान मिलने से उनका परिवार सुरक्षित और सुखमय जीवन जी रहा है। कृषक श्री पवन साहू ने बताया कि उन्हें सरकार की तीन योजनाओं का लाभ मिला है। उन्होंने 21 क्विंटल धान 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से बेचा और दो साल का बोनस भी प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि इस आय से उन्होंने कृषि कार्य के लिए अत्याधुनिक मशीनें खरीदीं। साथ ही, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत उन्हें 5 लाख रूपए तक का निःशुल्क ईलाज भी मिल रहा है। श्रीमती अनिता, जो एक मोटर शॉप में काम करती हैं, ने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि को बचत खाते में जमा किया और उसी पैसों से तीर्थ यात्रा की। उन्होंने कहा कि यह योजना कामकाजी महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत है। वहीं नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित श्रीमती सुमिता यादव ने बताया कि अब उन्हें बच्चों की पढ़ाई के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। छात्रवृत्ति से बच्चों की शिक्षा निर्बाध रूप से जारी है।इस जानकारीपूर्ण प्रतियोगिता के माध्यम से आम जनता को सुशासन के महत्व से जोड़ना, शासन की योजनाओं की जानकारी देना और स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना था। इसके अलावा लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभों से अवगत कराया गया। प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को स्थानीय दुकानों और स्टॉल्स की ओर से डिस्काउंट वाउचर, कूपन प्रदान किए गए। साथ ही लोगों को शासन की योजनाओं पर आधारित जनमन पत्रिका एवं प्रचार सामग्रियां वितरित की गई। - -प्रशासन द्वारा समाज की मुख्य धारा में जुड़ने की अपीलरायपुर। राज्य शासन द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति व्यवस्था कायम रखने और पुनर्वास की दिशा में निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इस हेतु सुकमा के कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में 24 आत्मसमर्पित नक्सलियों को भारतीय स्टेट बैंक एवं ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान सुकमा द्वारा 13 दिवसीय कृषि उद्यमी का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम में आत्मसमर्पित युवाओं को कृषि से सम्बंधित प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र एवं संस्थान में सब्जी नर्सरी, धान की खेती, डेयरी, मुर्गीपालन, बकरी पालन, मछली पालन आदि का प्रशिक्षण प्रदाय किया गया। इसके साथ ही ओम प्रकाश साहू फैकल्टी के द्वारा उद्यमिता विकास कार्यक्रम सम्बंधित प्रशिक्षण प्रदाय किया गया। प्रशिक्षण उपरांत श्री अरुण कुमार सोनी स्टेट कंट्रोलर के निर्देशन में सभी कैंडिडेट्स का असेसमेंट किया गया। असेसमेंट में सभी कैंडिडेटस पास हुए एवं उन्हें कलेक्टर के द्वारा उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए प्रमाण पत्र वितरित किया गया। कलेक्टर श्री धुव के द्वारा समस्त आत्मसमर्पित नक्सलियों को समाज की मुख्य धारा में जुड़ने हेतु आग्रह किया गया। प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में लाइवलीहुड कॉलेज के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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दुर्ग की केन्द्रीय जेल में हो रहा है एक सकारात्मक बदलाव
दुर्ग/ दुर्ग की केन्द्रीय जेल अब सिर्फ सजा काटने की जगह नहीं रही, बल्कि यह अब बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने का केंद्र बनती जा रही है। जेल अधीक्षक मनीष संभाकर की पहल पर यहां रोजगारमुखी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे बंदियों को नया जीवन शुरू करने का मौका मिल रहा है।दुर्ग की केन्द्रीय जेल में हो रहा है एक सकारात्मक बदलाव। जेल मंे सजा काट रहे बंदियों को अब आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जेल अधीक्षक मनीष संभाकर के मार्गदर्शन में शुरू की गई इस पहल से बंदियों को एलईडी बल्ब निर्माण का काम सिखाया गया है। हर दिन बंदी सैकड़ों एलईडी बल्ब तैयार कर रहे हैं। शुरुआत में जिन्हें बल्ब बनाना नहीं आता था, वही बंदी अब कुशल कारीगर बन चुके हैं। इस प्रशिक्षण के जरिए न केवल बंदियों को नया हुनर मिला है, बल्कि यह उनके भविष्य को भी नई दिशा देने मंे अहम भूमिका मिल रही है। आज जेल मे निर्माण बल्ब बाजार में भी बेचे जा रहे हैं, जिससे उन्हें आत्मविश्वास मिला है। जेल प्रशासन का मानना है कि सजा पूरी करने के बाद ये बंदी खुद का कारोबार शुरू कर सकेंगे। इससे वे समाज की मुख्यधारा में वापस लौट पाएंगे। बंदियों का भी कहना है कि उन्हें अब अपने भविष्य को लेकर आशा की एक नई किरण दिखाई दे रही है। यह पहल ना सिर्फ जेल की छवि बदल रही है, बल्कि समाज को भी एक सकारात्मक संदेश दे रही है। जेल अब सुधार गृह की असली परिभाषा बनता जा रहा है। बंदियों के इस हुनर को जेल प्रशासन प्रोत्साहित कर रहा है। जिससे हर बल्ब में दिख रहा है उनके भविष्य का उजाला कई बंदियों के परिवार भी इस पहल से खुश हैं। अब वे अपनो को एक नया और बेहतर जीवन देने का सपना देख रहे हैं। केंद्रीय जेल दुर्ग का यह प्रयोग पूरे राज्य के लिए मिसाल बन रहा है। यह पहल बताती है कि सही मार्गदर्शन हो, तो कोई भी जीवन बदल सकता है। फिलहाल बंदियों के इस हुनर को जेल प्रशासन प्रोत्साहित तो कर रहा है। जिससे हर बल्ब की रौशनी से उनके भविष्य मे उजाला दिखने लगा है। - -मुख्यमंत्री की पहल से जशपुर जिले में होगा आवागमन की सुविधा सुगम-जिले के लिए उपलब्धि 6 मार्गों के विस्तार के लिए मिली 18 करोड़ 46 लाख से अधिक की प्रशासकीय स्वीकृत-मुख्यमंत्री के सुशासन सड़कों के जाल का हो रहा है विस्ताररायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जशपुर वासियों को स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और सड़कों के विस्तार हेतु सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास कर रहे हैं जिसका साकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है जशपुर में नागरिकों के आवागमन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए छः सड़कों के निर्माण कार्य हेतु 18 करोड़ 46 लाख 87 हजार की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। इन मार्गो के निर्माण से लोगों के आवागमन में सुगमता होगी। जिले के लोगों में मिलने वाली सुविधा से खुशी की लहर है।राज्य शासन से स्वीकृति कार्यो में वर्ष 2024-25 के बजट में शामिल जिला जशपुर के ग्राम चटकपुर से रेंगारबहार पहुंच मार्ग लम्बाई 2.46 किमी. के निर्माण हेतु 02 करोड़ 89 लाख 86 हजार की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। इसी प्रकार कुनकुरी-औरीजोर-मतलूटोली-पटेलापारा पहुंच मार्ग लंबाई 2.54 किमी. निर्माण कार्य हेतु 03 करोड़ 01 लाख 95 हजार, एन.एच.43 के किमी. 540/4 से मयाली डेम तक मार्ग लंबाई 2.28 किमी. निर्माण हेतु 02 करोड़ 85 लाख 01 हजार, मयाली नेचर कैम्प से मधेश्वर मंदिर तक मार्ग लंबाई 2.20 किमी. निर्माण हेतु 2 करोड़ 71 लाख 89 हजार, रानीबंध चौक से चिडराटांगर होते हुए पंडरीआमा-उपरकछार मार्ग लंबाई 3.44 किमी. निर्माण कार्य हेतु 3 करोड़ 29 लाख 58 हजार और जोकरी से मधेश्वर पहाड़ तक पहुंच मार्ग लंबाई 2.88 किमी. निर्माण कार्य हेतु 3 करोड़ 68 लाख 58 हजार की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है।
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दुर्ग/ आयुष मंत्रालय की केन्द्रीय टीम, पी.आई.बी. टीम एवं संचालनालय आयुष छ.ग. रायपुर की टीम द्वारा दुर्ग जिले में क्रियान्वित आयुष विभाग के अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर भिलाई-3, स्पेशिलिटी क्लीनिक भिलाई-3, आयुषविंग, जिला चिकित्सालय दुर्ग एवं मोहनलाल बाकलीवाल शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय दुर्ग मंे आयुष विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया गया। इसके अंतर्गत एन.सी.डी. क्लीनिक, पंचकर्म, लाईफ स्टाईल क्लीनिक, ओ.पी.डी. एवं आई.पी.डी. में चलाये जा रहे गतिविधियों एवं दी जा रही सुविधाओं की जानकारी का अवलोकन एवं मरीजों से फीडबेक प्राप्त किया गया।
दुर्ग जिले में आयुष विभाग द्वारा मुख्य रूप से सुप्रजा कार्यक्रम, मसकुलोस्केलेटल कार्यक्रम, आयुर्विद्या कार्यकम, एन.सी.डी. (नान कम्युनिकेबल रोग) कार्यक्रम, लाईफ स्टाईल क्लीनिक, कारूण्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है। डॉ. सुनील दास, संयुक्त संचालक आयुष विभाग छ.ग. द्वारा आयुष कार्यक्रमों के जानकारी देते हुए बताया गया कि आयुर्वेद के माध्यम से गर्भिणी मातृ एवं नवजात देखभाल हेतु सुप्रजा, वृद्धजनों के स्वास्थ्य हेतु वयोमित्र, अशक्त एवं ऐसे रोगी जो घर से बाहर निकलने में असमर्थ है, इसके लिये कारूण्य कार्यकम, मसकुलो स्केलेटल कार्यकम में संधिवात/अर्थराइटिस/जोड़ो के दर्द की निदान एवं चिकित्सा, एन.सी.डी. क्लीनिक एवं लाईफ स्टाईल क्लीनिक के अंतर्गत जीवन शैली से होने वाले उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, पी.सी.ओ.डी., मोटापा आदि रोगों की आयुर्वेद चिकित्सा पथ्य-अपथ्य एवं योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा की जा रही है, इनके माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा एवं आयुष का प्रचार-प्रसार एवं विस्तार शामिल है।जिला आयुष अधिकारी, दुर्ग डॉ. दिनेश चंद्रवंशी द्वारा आयुष विभाग की गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर डॉ. सुनील दास, संयुक्त संचालक आयुष विभाग छ.ग., डॉ.गजेन्द्र बघेल, सहायक संचालक आयुष छ.ग., डॉ. गदाधर पंडा सीजीएमएससी तकनीकी अधिकारी उपस्थित रहे एवं आयुषविंग एवं जिला आयुर्वेद चिकित्सालय दुर्ग के प्रभारी चिकित्सक एवं कर्मचारियों का सक्रिय सहयोग रहा। - बिलासपुर, /एकीकृत बाल विकास परियोजना सीपत के अंतर्गत ग्राम कुकदा के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 02 में सहायिका के रिक्त पद पर भर्ती हेतु 26 मई 2025 से 9 जून 2025 तक आवेदन आमंत्रित किए गए है। इच्छुक आवेदिका सील बंद लिफाफे में एकीकृत बाल विकास परियोजना सीपत में आवेदन जमा कर सकती है। अंतिम तिथि के पश्चात् प्राप्त आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
- *बिलासपुर में 17 केन्द्रों में 5948 परीक्षार्थी होंगे शामिल*बिलासपुर / यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 25 मई रविवार को बिलासपुर सहित देश के कई शहरों में आयोजित की गई है। संभागायुक्त श्री सुनील जैन और आईजी श्री संजीव शुक्ला ने मंथन सभाकक्ष में बैठक लेकर इसके लिए की जा रही तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। कमिश्नर ने यूपीएससी की गाइडलाईन और एसओपी की जानकारी देकर इनका अक्षरशः पालन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, यूपीएससी से आए प्रतिनिधि सहित नोडल अधिकारी और सभी केन्द्राध्यक्ष इस अवसर पर उपस्थित थे। जिले के 17 केन्द्रों में परीक्षा आयोजित होगी जिसमें 5948 परीक्षार्थी शामिल होंगे।कमिश्नर श्री जैन ने कहा कि यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन सुचारू, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी ढंग से हो। गर्मी के मद्देनजर परीक्षार्थी के लिए पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। परीक्षा केन्द्र में विद्युत व्यवस्था बाधित न हो, जनरेटर की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। परीक्षा केन्द्रों में जैमर लगाया जाए। परीक्षा केन्द्रों मे जिनकी ड्यूटी लगाई गई है उन्हें पास जारी किए जाए। अनाधिकृत कोई भी व्यक्ति केन्द्रों में प्रवेश न कर पाए। आईजी श्री संजीव शुक्ला ने पुलिस के अधिकारियों को चौकन्ना रह कर सुरक्षा के तमाम इंतजाम करने के निर्देश दिए। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने परीक्षा के आयोजन के लिए जारी एसओपी का अक्षरशः पालन करने के निर्देश दिए।दो पाली में होगी परीक्षा25 मई को यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा दो पाली में सवेरे 9.30 बजे से 11.30 बजे तक एवं दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को हर पाली में आधे घंटे पहले अपनी उपस्थिति देनी अनिवार्य होगी। परीक्षा में मोबाईल सहित सभी तरह के संचार यंत्र, स्मार्ट वॉच वर्जित होगा। जिला कार्यालय में परीक्षा संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए कंट्रोल रूम कक्ष क्रमांक 25 में स्थापित की गई है। जिसका दूरभाष क्रमांक 07752-223642 है।
- बिलासपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने देश में सुगम और समावेशी निर्वाचन के लिए पिछले तीन महीनों में 18 नए नवाचार प्रारंभ किए हैं। इनमें सुविधाजनक मतदान से लेकर राजनीतिक दलों की सहभागिता बढ़ाने, प्रक्रियागत सुधार से लेकर निर्वाचन कार्यों में लगे अमलों की क्षमता बढ़ाने, सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया को सुगम एवं पारदर्शी बनाने से लेकर ईसीआई मुख्यालय में ई-ऑफिस सिस्टम लागू करने जैसे कई प्रभावी और अभिनव कदम शामिल हैं।भारत निर्वाचन आयोग ने नई पहल करते हुए एक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा निर्धारित की है। ऊंची इमारतों एवं कालोनियों में अतिरिक्त मतदान केंद्र स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया है। मतदाता सूची के अद्यतनीकरण हेतु मृत्यु पंजीकरण का डेटा रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (RGI) डेटाबेस से सीधे प्राप्त किया जाएगा और सत्यापन के बाद अद्यतनीकरण किया जाएगा। आयोग ने मतदाता सूचना पर्चियों को और अधिक उपयोगकर्ता अनुकूल बनाने का भी निर्णय लिया है। अब इसमें मतदाता का क्रमांक और भाग संख्या अधिक स्पष्टता के साथ प्रदर्शित किए जाएंगे।भारत निर्वाचन आयोग निवार्चन की संपूर्ण प्रक्रिया में हर स्तर पर राजनीतिक दलों की सहभागिता बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहा है। इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी स्तर पर राजनीतिक दलों के साथ देशभर में 4719 बैठकें आयोजित की गई हैं। इन बैठकों में राजनीतिक दलों के 28 हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने भागीदारी दी है। सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को मिलाकर सीईओ स्तर पर 40, डीईओ स्तर पर 800 तथा ईआरओ स्तर पर राजनीतिक दलों के साथ 3879 बैठकें आयोजित की गई हैं। इन बैठकों में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के प्रमुख दलों आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी, एनपीपी की मौजूदगी रही है। राजनीतिक दलों के साथ अलग-अलग स्तरों पर बैठकों के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों के बूथ स्तरीय एजेंटों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।भारत निर्वाचन आयोग प्रक्रियात्मक सुधारों (Procedural Reforms) की दिशा में भी सक्रियता से काम कर रही है। आयोग द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न स्टेकहोल्डर्स की सुविधा के लिए नया एकीकृत डैशबोर्ड ईसीआईनेट (ECINET) शुरू किया गया है। इसमें सभी हितधारकों के लिए एक ही स्थान पर सभी सेवाएं उपलब्ध हैं। ईसीआई के 40 से अधिक एप्स एक ही प्लेटफार्म पर मौजूद हैं। इसके साथ ही डुप्लिकेट इपिक (EPIC) नंबर की समस्या के समाधान के लिए ईसीआई द्वारा अब विशिष्ट इपिक नंबर की नई प्रणाली लागू की गई है।भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची तैयार करने और निर्वाचन कराने की पूरी प्रक्रिया में 28 हितधारकों की पहचान की है। इनमें मतदाता, निर्वाचन अधिकारी, राजनीतिक दल, उम्मीदवार एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, 1951 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम 1960 और निर्वाचन संचालन नियम 1961 और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों पर आधारित अन्य शामिल हैं। इन सभी हितधारकों के लिए अधिनियमों, नियमों और आयोग के निर्देशों के आधार पर प्रशिक्षण प्रस्तुतियाँ तैयार की जा रही हैं।आयोग ने निर्वाचन कार्मिकों (Election Staff) के सशक्तीकरण के लिए भी नए कदम उठाए हैं। बीएलओ को मानक फोटो पहचान पत्र (Standard Photo ID Card) दिए जाने के साथ ही नई दिल्ली स्थित आईआईआईडीईएम (IIIDEM) में लगातार क्षमता निर्माण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसमें अब तक 3000 से अधिक बूथ स्तर पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अगले कुछ वर्षों में एक लाख से अधिक बीएलओ पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालयों के एसएमएनओ (SMNOs) और एमएनओ (MNOs) के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम भी आयोजित किए गए हैं। निर्वाचन में सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण पहलू के मद्देनजर बिहार के पुलिस अधिकारियों को भी आईआईआईडीईएम (IIIDEM) में प्रशिक्षण दिया गया है।नई दिल्ली स्थित भारत निर्वाचन आयोग के मुख्यालय में भी कार्यों में बेहतरी और कसावट के लिए कई सुधार जारी हैं। बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू करने के साथ ही वहां ई-ऑफिस का कार्यान्वयन शुरू हो चुका है। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बेहतर समन्वय के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियो के साथ आयोग नियमित बैठकें भी कर रहा है।
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- पक्का आवास मिलने से घर में आयी खुशियां
- प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को तहेदिल से दिया धन्यवाद
राजनांदगांव । प्रधानमंत्री आवास योजना से जनसामान्य के जीवन स्तर में व्यापक परिवर्तन हो रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में जनमानस के पक्के आवास बन जाने पर सम्मान एवं आत्मविश्वास बढ़ा है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम पदुमतरा में आयोजित समाधान शिविर में ग्राम पदुमतरा निवासी श्री नरेन्द्र कुमार ठाकुर को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत पक्के आवास की चाबी मिली। उन्होंने बताया कि वह मजदूरी का कार्य करते हैं तथा उनके पास एक एकड़ भूमि है। पुराना घर खपरी वाला था। जिसमें पानी-बरसात के समय बहुत दिक्कत होती थी। उन्होंने बताया कि उनका हमेशा से पक्का मकान बनाने का सपना था, लेकिन मेरी आमदनी इतनी नहीं थी कि मैं अपना पक्का बना पाता। अब वे अपने नये मकान में परिवार के साथ खुशी से रहेंगे। उन्होंने बताया कि पक्का मकान बनने से पानी-बरसात में बार-बार घर की मरम्मत करने से राहत मिली है। उन्होंने पक्के आवास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को तहेदिल से धन्यवाद दिया।
ग्राम पदुमतरा के श्री शीतल दास साहू ने बताया कि वे घरों में मकान पेंटिंग का कार्य करते है तथा उनके पास 34 डिसमिल जमीन है। खपरे का मकान होने के कारण बारिश में परेशानी होती ही थी। बंदर और कीड़े-मकोड़ों का डर रहता था। पक्का मकान मिल जाने से अब बहुत अच्छा महसूस हो रहा है और समस्याओं से राहत मिली है। उन्होंने बताया कि उन्हें शासन की अन्य योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है। उनके परिवार में महतारी वंदन योजना, जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पानी प्राप्त हो रहा है तथा राशन कार्ड से चावल मिल रहा है। ग्राम पदुमतरा के ही श्री भुनेश्वर साहू ने बताया कि वह मजदूरी करते है और परिवार में 6 लोग है। बारिश के दिनों में घर में पानी भर जाता था। बंदर के कारण खप्पर-छानी को हर साल बनवाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं अपना पक्का मकान बना पाऊंगा। सरकार से मदद मिली और आज मैं अपने पक्के मकान में खुशी से निवास कर रहा हूं। - - कुल 87 लाख 50 हजार रुपये का था इनाम- नक्सलियों के पुनर्वास और पुनरुत्थान के लिए सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध - मुख्यमंत्रीरायपुर /छत्तीसगढ़ सरकार की प्रभावी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति - 2025 और 'नियद नेल्ला नार योजना' के सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के समक्ष कुल 87 लाख 50 हजार रुपये के इनामी 24 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इनमें से 20 नक्सलियों पर ₹50,000 से लेकर ₹10 लाख तक के इनाम घोषित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मार्च 2026 तक देश-प्रदेश से लाल आतंक का समूल नाश निश्चित है। यह आत्मसमर्पण उसी निर्णायक यात्रा की एक कड़ी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि अब नक्सली भी समझ चुके हैं कि हिंसा का रास्ता अंतहीन विनाश की ओर ले जाता है। अब नक्सली उग्रवाद की राह छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। हम इन आत्मसमर्पित साथियों के पुनर्वास और पुनरुत्थान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।
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* दो वर्ष से फरार आरोपी को पटना बिहार से किया गया गिरफ्तार
दुर्ग। प्रार्थी जसमिंदर सिंग दिघवा निवासी थाना सुपेला ने सूचना दिया कि वर्ष 2017 में संजीवीटी इंटरप्राइजेस लिमिटेड मुम्बई के संचालक प्रेमजीत शर्मा के साथ व्यवसायिक वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से संपर्क हुआ जिसके द्वारा नेपाल में सोलर स्ट्रीट लाईट प्रोजेक्ट लगाने के नाम पर प्रार्थी से डेढ़ करोड़ रूपये निवेश कराया गया ।प्रार्थी द्वारा रकम निवेश करने के बाद अधिक बारिश होने के कारण नेपाल में सोलर स्ट्रीट लाईट प्रोजेक्ट बंद होने तथा नाईजीरिया में नये सोलर स्ट्रीट लाईट का अनुबंध होने के संबंध में आरोपी द्वारा कूटरचित दस्तावेज भेजा गया था । प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना सुपेला (चौकी स्मृतिनगर) में अपराध क्र. 530/2023 धारा 420,467,468,471,120(बी) भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।प्रकरण में फरार आरोपी की पता तलाश हेतु टीम बिहार भेजा गया जहां उप निरीक्षक सिंकू कुमारी, थाना पाटलिपुत्र, पटना बिहार की एवं तकनीकी सहायता से इंद्रपुरी जिला पटना बिहार से संजीवीटी इंटरप्राइजेस लिमिटेड मुम्बई के संचालक प्रेमजीत शर्मा को गिरफ्तार किया गया । उक्त कार्यवाही में उप निरीक्षक गुरूविन्दर सिंग संधु, चौकी प्रभारी स्मृतिनगर, आरक्षक सविन्दर सिंग, आरक्षक कमल परगनिहा स्मृति नगर एवं उप निरीक्षक सिंकू कुमारी, थाना पाटलिपुत्र, पटना बिहारकी भूमिका उल्लेखनीय रही। - -थाना उतई अंतर्गत ग्राम सेलूद पाटन रोड से दो आरोपियो को किया गया गिरफ्तार-मेडिकल स्टोर्स व्यवसायी करता था प्रतिबंधित नशीली दवाओं की सप्लाई पुलिस ने किया गिरफ्तारदुर्ग। जिले में नषे के अवैध सौदागरों के खिलाफ मुहिम चलाने हेतु, श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय विजय अग्रवाल (भा.पु.़से.) के द्वारा नषे के सौदागरों की पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने निर्देष प्राप्त हुये थे।टीम द्वारा नषे के कारोबारियों पर सतत् निगाह रखी जा रही थी, इसी दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम सेलूद से पाटन जाने के मार्ग पर मानिकचौरी मोड के पास दो व्यक्ति नषीली दवाईयों की बिक्री कर रहे है की मुखबिर के सूचना पर बताये स्थान पर घेराबंदी कर व्यक्तियों को पकड़ा गया जो पूछताछ में अपना नाम कृष्णा यादव एवं अजय यादव बताया जिनकी तलाषी लेने पर कृष्णा यादव के कब्जे से एक नीले रंग के बैग के अंदर प्रतिबंधित दवाई proxiohm spas 40 रेपर में कुल 960 नग नीले रंग की कैप्सुल एवं alprazolam tablet .5 mg 30 नग टेबलेट एवं वाहन एक्टिवा क्रं0 सीजी 10 बीसी 6508 व बिक्री की रकम 300 रू. एवं मोबाईल को जप्त किया गया एवं अजय यादव के कब्जे से एक गुलाबी रंग थैला में रखा proxiohm spas 10 रेपर में 240 नग नीले रंग की कैप्सुल एवं alprazolam 0.5mg 38 नग टेबलेट को बरामद किया गया एवं बिक्री की रकम 500 रू एवं मोबाईल आरोपियों से कडाई से पूछताछ करने पर बताये कि पाटन पुराना बस स्टैण्ड मे इटली दोसा बनाने वाले मनोज डोंगरे द्वारा उन्हें नशीली दवाईयों की सप्लाई की जाती है। तत्पश्चात तत्काल पुलिस टीम के द्वारा पाटन में मनोज डोंगरे को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताया कि वह पाटन पुराना बस स्टैण्ड के पास स्थित सिन्हा मेडिकल स्टोर्स से प्रतिबंधित नशीली दवाईयां खरीद कर मोटा मुनाफे के लालच में कृष्णा यादव , अजय यादव को सप्लाई करना स्वीकार किया मनोज डोंगरें के कब्जे से प्रतिबंधित नशीली दवाई alprazolam 20 नग टेबलेट को जप्त किया गया तत्पश्चात ड्रग इंस्पेक्टर श्रीमति जागेश्वरी साहू को सूचना से अवगत कराया गया तथा ड्रग इंस्पेक्टर के साथ मिलकर सिन्हा मेडिकल स्टोर्स पुराना बस स्टैण्ड पाटन में रेड कार्यवाही की गई जिसमें मेडिकल स्टोर्स के संचालक गोवर्धन सिन्हा द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया गया अधिक मुनाफे के लालच में बिना इस्क्रीप्शन प्रतिबंधित दवाईयो की बिक्री करना स्वीकार किया सिन्हा मेडिकल स्टोर्स से alprazolam .5 mg 300 नग टेबलेट एवं बिक्री की रकम 2000रू जप्त किया गया कुल जुमला कीमती 79,499 रू आरोपीयों के विरूद्व धारा 8 22(क), 27(क) एनडीपीएस एक्ट 1985 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया ।उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक विपिन रंगारी, ड्रग इंस्पेक्टर जागेश्वरी साहू दुर्ग ,उपनिरीक्षक कमल सिंह सेंगर, सउनि नेमन सिंह साहू, प्र0आर0 महेश देवांगन , प्र0 आर0 कौशल साहू ,आरक्षक दुष्यंत लहरे, राजीव दुबे ,धुव्र नारायण , सुरेन्द्र चौहान , मुकेश यादव , मनोज सिन्हा , कमल साहू की सराहनीय भूमिका रही है।आरोपीगण:-01- कृष्णा यादव पिता गजाधर यादव उम्र 21 साल02- अजय यादव पिता राजकुमार यादव उम्र 21 साल03- मनोज डोंगरे पिता स्व0 गिरधारी डोंगरे उम्र 27 साल04- गोवर्धन लाल सिन्हा पिता ठाकुर राम सिन्हा उम्र 45 साल
- -बेहद जन उपयोगी है सड़क दुर्घटना पीड़ितों का नकदी रहित उपचार स्कीम 2025: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल-स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने योजना को तत्काल प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को दिया धन्यवादरायपुर ।सड़क दुर्घटना होने वाले पीडितों के लिए भारत सरकार ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों का नकदी रहित उपचार स्कीम 2025 शुरू किया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि यह एक बेहद जनउपयोगी योजना है जिसमें सड़क दुर्घटना होने पर पीड़ितों को नकदी रहित मुफ्त उपचार की व्यवस्था होगी। इसमें किसी भी पीड़ित परिवार को 7 दिन की अवधि के लिए आयुष्मान स्वास्थ्य योजना से संबद्ध हास्पिटल में डेढ़ लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त मिलेगा।श्री जायसवाल ने बताया कि ये निःशुल्क इलाज एक व्यक्ति के लिए डेढ़ लाख रुपए तक होगा। यानी अगर एक ही परिवार के दो व्यक्ति की दुर्घटना होती है तो 3 लाख तक, दुर्घटना में 3 लोग हताहत होते हैं तो 4.5 लाख तक मुफ्त इलाज हो सकेगा। इसमें वे सभी हास्पिटल शामिल होंगे, जिन्हें आयुष्मान योजना के तहत शामिल किया गया है। यानी आयुष्मान योजना के अंतर्गत पंजीकृति किसी भी अस्पताल में नई योजना के तहत दुर्घटना में घायल व्यक्ति सात दिन तक डेढ़ लाख रुपए तक का का निः शुल्क इलाज के लिए पात्र होगा।स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि अगर किसी की दुर्घटना होती है और उसे नजदीकी आयुष्मान योजना संबद्ध हास्पिटल में ले जाया जाता है, लेकिन वहां भी इलाज के संसाधन नहीं हैं या स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है, तो वह हास्पिटल तुरंत दूसरे अस्पताल में केस भेजेगा और पोर्टल में इसे अपडेट करेगा ताकि विशेषज्ञ वाली जगह में तुरंत इलाज शुरू हो सके। श्री जायसवाल ने कहा कि अभी ट्रामा और पॉलीट्रामा के अंतर्गत कुछ और सक्षम हास्पिटल को इस योजना के तहत शामिल किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके। इसके लिए सभी मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस जन हितकारी और महत्वपूर्ण योजना को राज्य में तत्काल प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और गृह मंत्री श्री विजय शर्मा को धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
- -सौगातों की बारिश से ग्रामीणों के चेहरे खिलेरायपुर / सुशासन तिहार के तहत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लॉक स्थित ग्राम बासिंग में बीएसएफ कैम्प परिसर में चौपाल लगाकर जनसंवाद किया। नीम वृक्ष की छांव में खाट पर बैठकर मुख्यमंत्री ने न केवल ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, बल्कि मौके पर ही एक करोड़ रुपये से अधिक की सौगातों की घोषणा कर लोगों का दिल जीत लिया।चौपाल में मुख्यमंत्री श्री साय के साथ उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 8 अप्रैल से पूरे प्रदेश में सुशासन तिहार के अंतर्गत जनसंवाद और योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति जानने के लिए वे स्वयं क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं।चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने पारंपरिक साफा और कलगी पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। समर कैम्प में प्रशिक्षण प्राप्त युवतियों ने स्वहस्तनिर्मित गुलदस्ते भेंट किए। मुख्यमंत्री ने कक्षा 10वीं के मेधावी छात्रों को सम्मानित किया और हॉफ मैराथन विजेता छात्र को प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन योजना की समीक्षा की और कहा कि कोई भी पात्र महिला इस योजना से वंचित नहीं रहेगी। ग्रामवासी श्रीमती महेश्वरी दुग्गा और श्रीमती मनकाय ने योजना के लाभ साझा करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।मुख्यमंत्री ने नक्सल समस्या पर दो टूक कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र के लोगों के सहयोग से नक्सलवाद को समाप्त करने का राष्ट्रीय संकल्प मार्च 2026 तक पूरा होगा। उन्होंने आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए बनी पुनर्वास नीति को देश की सर्वश्रेष्ठ नीति बताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, नोनी सशक्तिकरण, मिनीमाता महतारी जतन योजना के तहत हितग्राहियों को चाबियां, चेक और नकद सहायता राशि प्रदान की। उन्होंने दिव्यांग हितग्राही को व्हीलचेयर भी सौंपी।मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर मुरहापदर में पुलिया निर्माण हेतु 20 लाख रुपये, बासिंग में खेल मैदान और बालक आश्रम/शाला मरम्मत हेतु 20 लाख रुपये,मुरहापदर और एहनार में आंगनबाड़ी भवन हेतु 24 लाख रुपये, बासिंग में हाट बाजार से बस्ती तक सीसी सड़क हेतु 25 लाख रुपये, कुंदला, बासिंग व मुरहापदर में नवीन घोटूल हेतु 15 लाख रुपये की घोषणा की। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने ओरछा में आदिवासी विकास विभाग द्वारा 8 करोड़ की लागत से निर्मित 250 सीटर छात्रावास भवन, जल आपूर्ति एवं विद्युतीकरण कार्य का लोकार्पण भी किया।
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- जैव विविधता के महत्व और उसके संरक्षण के प्रति किया गया जागरूक
राजनांदगांव । अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर वन चेतना केंद्र मनगटा में जैव विविधता के महत्व और उसके संरक्षण के प्रति जन जागरूकता को बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों ने जैव विविधता के पहलुओं पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान राजनांदगांव जिले की स्थानीय जैव विविधता को दर्शाती फोटो गैलरी लगायी गयी। जैव विविधता और पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ राजनांदगांव की प्राकृतिक संपन्नता को बनाए रखने के लिए वन विभाग और समाज की संयुक्त भागीदारी के महत्व पर भी विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ताओं में श्री विवेक शुक्ला, श्री प्रतीक ठाकुर, श्री राजेंद्र मिश्रा, श्री एमएल नायक और श्री सुबोध पांडे ने जैव विविधता के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती किरण साहू, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती देवकुमारी साहू , श्री प्रशांत कोड़ापे, सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ राज्य जैव विविधता बोर्ड श्री राजेश चंदेल, संयुक्त सीईओ राज्य कैम्पा श्री अमिताभ बाजपेयी एवं वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ श्री पंकज राजपूत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री आयुष जैन, वनमंडलाधिकारी मोहला श्री दिनेश पटेल, वनमंडलाधिकारी दुर्ग श्री दीपेश कपिल और प्रशिक्षु भावसे श्री अभिषेक अग्रवाल, वृत्त के विभिन्न वन मंडलों के उपवनमण्डलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी, मैदानी अमला, जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय ग्रामीणजन उपस्थित थे। -
- सभी अधिकारी मुख्यालय में रहना करें सुनिश्चित
- जनमानस के लिए संवेदनशीलतापूर्वक एवं तत्परता से करें कार्य
- विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर शीघ्र करें मेंटेनेंस का कार्य
- विद्युत कनेक्शन में प्राथमिकता के आधार पर स्मार्ट मीटर लगाने की जरूरत
- निर्माण कार्य से जुड़े विभागों को गुणवत्ता कार्य नहीं होने पर कान्ट्रेक्टर का ठेका निरस्त करने तथा ब्लैक लिस्ट करने के दिए निर्देश
- शासन द्वारा 29 मई से 12 जून तक विकसित कृषि संकल्प अभियान के द्वारा खरीफ पूर्व राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारंभ
- शहर के सभी गार्डन के सौदर्यींकरण, रख-रखाव एवं मरम्मत के लिए मिशन मोड में कार्य करने के लिए कहा
- स्टेडियम की दुकानों में किराया नहीं देने वाले दुकानदारों पर करें कार्रवाई, प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों में अवैध कब्जे को हटाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत
- साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक संपन्न
राजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार सभी अधिकारी नियमित तौर पर दौरा करेंगे और जमीनी स्तर पर शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं सभी विभागों के अधिकारी मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व के छोटे-छोटे कार्यों के लिए नागरिकों को भटकना न पड़े। सभी राजस्व अधिकारी जनमानस के लिए संवेदनशीलतापूर्वक एवं तत्परता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड शासन की महती योजना है। इसके क्रियान्वयन के लिए यह जरूरी है कि डोर-टू-डोर सर्वे करने के साथ ही ऐसे व्यक्ति जो पलायन कर गए हैं या जिनका आधार अपडेट नहीं है, उनके आयुष्मान कार्ड निरस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड तथा आयुष्मान वय वंदन कार्ड के निर्माण में गति लाएं। उन्होंने कहा कि विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर उसके मेंटेनेंस का कार्य शीघ्र होना चाहिए। वास्तविक खपत से अधिक खपत होने की स्थिति में कार्रवाई की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को वास्तविक बिजली की खपत की जानकारी देना चाहिए। उन्होंने रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम अंतर्गत स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य के अंतर्गत स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य में गति लाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि विद्युत कनेक्शन में प्राथमिकता के आधार पर स्मार्ट मीटर लगाने की जरूरत है। बिजली के क्षेत्र में विद्युत के उपयोग एवं देयक को पारदर्शी बनाने के लिए स्मार्ट मीटर के क्रियान्वयन के लिए कहा। उन्होंने सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जिले में इस योजना से अधिक से अधिक जनसामान्य को लाभान्वित कराएं, इससे बिजली के बिल में कमी आएंगी। कलेक्टर ने जिले में निर्माण कार्य से जुड़े पीडब्ल्यूडी, आरईएस सहित अन्य विभागों को निर्माण कार्यों को यथा शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने क्रेडा, नगर निगम एवं निर्माण कार्य से जुड़े अन्य विभागों को गुणवत्ता कार्य नहीं होने पर कान्ट्रेक्टर का ठेका निरस्त करने तथा ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने टीएल में लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि शासन द्वारा 29 मई से 12 जून तक विकसित कृषि संकल्प अभियान के द्वारा खरीफ पूर्व राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इस अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशु पालन, मत्स्य पालन एवं अन्य संबंधित विभाग समन्वित तरीके से कार्य करेंगे। इसके अंतर्गत प्रमुख खरीफ फसल की नवीनतम तकनीक के संबंध में किसानों को जानकारी देने के साथ ही शासन की विभिन्न योजनाओं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के संबंध में भी बताया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि शहर के विभिन्न उद्यानों के रख-रखाव का कार्य उद्योगों को भी दें। उन्होंने शहर के सभी गार्डन के सौदर्यींकरण, रख-रखाव एवं मरम्मत के लिए मिशन मोड में कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्टेडियम की दुकानों में किराया नहीं देने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई करें तथा हाऊसिंग बोर्ड एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों में अवैध कब्जे को हटाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।
जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि बारिश को ध्यान में रखते हुए पौधरोपण कार्य के लिए आवश्यक तैयारी रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भूमिहीन व्यक्तियों को आबादी पट्टा देने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान में अग्रणी रहना है। सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेकने वालों पर जुर्माना लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए महासंपर्क चलाकर जिले के अधिक से अधिक गांवों में हितग्राहियों के घर तक पहुंचकर सर्वे करना है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर श्री प्रेम प्रकाश शर्मा, नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव श्री खेमलाल वर्मा, एसडीएम डोंगरगांव श्री श्रीकांत कोर्राम, एसडीएम डोंगरगढ़ श्री मनोज मरकाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। - -केवल काले कलर की बॉल पेन ही उपयोग कर सकेंगे अभ्यर्थी-पहली पाली में सुबह 9 बजे और दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे एंट्री बंद होगी-परीक्षा केंद्र के 500 मीटर की परिधि में ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न न हो, प्रतिबंधित गतिविधियां होने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगीरायपुर । कलेक्टोरेट स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में आज कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह की अध्यक्षता में 25 मई को आयोजित होने वाली यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारियों को लेकर परिवहन अधिकारी सह पर्यवेक्षक तथा केंद्राध्यक्षों का प्रशिक्षण हुआ। इस दौरान आब्जर्वर डॉ. प्रियंका शुक्ला, सीईओ जिला पंचायत श्री कुमार बिश्वरंजन, अपर कलेक्टर श्री नवीन कुमार ठाकुर सहायक कोऑर्डिनेटिंग सुपरवाइजर तथा कंट्रोल रूम प्रभारी श्री केदारनाथ पटेल उपस्थित रहे। डॉ. सिंह ने परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए उपस्थित सभी अधिकारी और प्राचार्यों को कड़े दिशा-निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।डॉ. सिंह ने कहा कि यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा में अभ्यर्थी केवल काले कलर की बॉल पाइंट पेन का उपयोग कर सकते हैं। किसी भी अन्य कलर की पेन अथवा काले कलर की जेल पेन का उपयोग सर्वथा वर्जित हैं। परीक्षा की पहली पाली में सुबह 9 बजे एवं दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे परीक्षा केंद्र की एंट्री बंद हो जाएगी, जिसके बाद किसी भी परिस्थिति में अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसलिए अभ्यर्थी यह सुनिश्चित कर ले कि दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले केंद्र पहुंच जाएं। कलेक्टर ने परीक्षा के सुचारू आयोजन के लिए स्पष्ट निर्देश दिए है कि परीक्षा केंद्र के 500 मीटर की परीधि में कोई भी ध्वनि प्रदूषण न करें एवं किसी भी तरीके से परीक्षा के आयोजन को बाधित करने की कोशिश न करें अन्यथा उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि परीक्षा हॉल में अभ्यर्थी केवल पारदर्शी पानी बॉटल लाएं, उस पर किसी भी प्रकार का स्टीकर नहीं होना चाहिए। परीक्षा हॉल में डिजिटल वॉच, मोबाइल फोन, आईटी गैजेट्स, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ, किसी भी प्रकार संचार उपकरण अथवा बैग या पर्स ले जाने की अनुमति नहीं है, इस पर विशेष ध्यान दें। किसी भी प्रकार की अवांछनीय स्थिति से बचने के लिए अभ्यर्थी पेपर-1 और पेपर-2 के बीच परीक्षा प्रागंण में ही रहें। परीक्षा के दौरान एक समय में दो लोगों को वाशरूम जाने की अनुमति नहीं होगी तथा अंतिम 30 मिनट के दौरान किसी भी परीक्षार्थी को वाशरूम जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश के समय ई-एडमिट कार्ड एवं वही फोटोयुक्त पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा, जो उनके परीक्षा फॉर्म में दर्ज है, मोबाइल पर ई-एडमिट कार्ड की तस्वीर दिखाने से परीक्षा केंद्र में एंट्री नही मिलेगी। परीक्षा केंद्र में केवल काले कलर की बॉल पाइंट पेन, पेंसिल, ई-एडमिट कार्ड, पारदर्शी वॉटर बॉटल, स्वयं की पासपोर्ट साइज तस्वीर, आईडी प्रूफ एवं एडमिट कार्ड में उल्लेखित वस्तुएं ही ले जा सकते हैं।कलेक्टर डॉ. सिंह ने पर्यवेक्षकों तथा केंद्राध्यक्षों को निर्देशित किया कि यूपीएससी की परीक्षा संबंधित दिशा-निर्देशों का सभी को अनिवार्य रूप से पालन करना है। किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सभी परीक्षा केंद्रों में आवश्यक सामग्री समय से पहुंची है या नहीं, इसकी जांच कर लें। परीक्षा के एक दिवस पहले सभी केंद्रों में जैमर लगवाना सुनिश्चित करें, प्रत्येक कक्ष में दो पर्यवेक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। साथ ही सहायक केंद्राध्यक्ष की नियुक्ति समय पर कर ली जाए। टेक्स्ट बुकलेट के वितरण और संग्रहण से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों को अच्छी तरह पढ़ लें और उनका पालन करें। मोबाइल एप पर जानकारी भरते समय सतर्क रहें, और निरीक्षण के दौरान निरीक्षक अपने मोबाइल केंद्राध्यक्ष के पास जमा कराएं। यूपीएससी द्वारा पर्यवेक्षकों के लिए संवेदनशील मटेरियल को संभालने के लिए विशेष पीपीटी जारी की गई है, इसका अध्ययन अवश्य करें। डॉ. सिंह ने सभी केंद्राध्यक्षों को निर्देश दिए कि परीक्षा से संबंधित जरूरी घोषणाएं पब्लिक एनाउंस्मेंट सिस्टम के माध्यम से लगातार अभ्यर्थियों एवं उनके पालकों तक पहुंचाते रहे ताकि किसी भी प्रकार का कोई भ्रम उत्पन्न न हो।डॉ. सिंह ने कहा कि यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा के दौरान लॉ एंड ऑर्डर का ध्यान रखें। प्रत्येक परीक्षा केंद्र में कम से कम पांच पुलिसकर्मियों की उपस्थिति हो। प्रवेश के समय मेटल डिटेक्टर या फ्रिस्किंग की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इस परीक्षा का सफल एवं निष्पक्ष आयोजन सुनिश्चित करना है ताकि किसी भी प्रकार की आलोचना या संदेह की कोई संभावना न रहे। सभी 28 केंद्रों की सूची के साथ रिपोर्टिंग समय पर करें, और व्यवस्था की सतत् निगरानी के लिए ड्यूटी के अलावा पुलिस की अन्य गाड़ियां नियमित रूप से पेट्रोलिंग करते रहेें ताकि कोई अवांछनीय स्थिति निर्मित न हो।28 परीक्षा केंद्रों की सूची-श्री शंकरचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एण्ड टेक्नोलॉजी, पोस्ट सेजबहार मुजगहन, राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाल आश्रम परिसर, कचहरी चौक, निवेदिता कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला गुरूनानक चौक, अडवानी आर्लिकॉन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीरगांव, सरस्वती नगर निगम उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला बिजली ऑफिस के बाजू फूल चौक नयापारा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मठपुरेना रिंग रोड, स्वामी आत्मानंद शसकीय अंग्रेजी माध्यम (उत्कृष्ट) विद्यालय (एम.एम. आई हास्पिटल के पास) लालपुर, प्यारे लाल यादव शासकीय हिन्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरन बाजार, डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकी कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डब्ल्यू आर.एस. कालोनी, जे.आर. नायडू शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रविग्राम तेलीबांधा, पी.जी. उमाटे, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला शांति नगर, शास. दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कॉलीबाड़ी चौक, शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल फारेस्ट कालोनी अभनपुर मेन रोड माना बस्ती, शासकीय जे. योगानन्दम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय बैरन बाजार रायपुर, शहीद संजय यादव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संजय नगर, माया राम सुरजन शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला, चौबे कॉलोनी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमलीडीह, रायपुर वार्ड कमांक 52, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड, पोस्ट-रविग्राम, लक्ष्मीनारायण कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला गुरूकुल परिसर, कालीबाड़ी रोड़, पंडित गिरजा शंकर मिश्र शा.उ.मा. शाला महादेवघाट रोड रायपुरा, रायपुर सरोना मार्ग बासटाल, खल्लारी चौक, प्रो.जे.एन. पाण्डेय शासकीय बहुद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नलघर चौक, स्व० श्री राम शर्मा (मिन्टू) शा०उ०मा०विद्यालय डूमरतराई, स्वामी आत्मानंद शासकीय शहीद स्मारक उत्कृष्ट विद्यालय मौदहापारा, पंडित आर. डी. तिवारी शासकीय अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय आमापारा चौक जी. ई. रोड, स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल माना कैम्प, पं. रामसहाय मिश्रा शासकीय अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय शाला, महोबा बाजार (कोटा), काशीराम शर्मा शास० उ०मा० वि० भनपुरी बाजार चौक, स्वामी आत्मानंद शासकीय (उत्कृष्ट) शाला ओवर ब्रिज के पास मोवा, जे.आर. दानी, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला, कालीबाड़ी चौक, रायपुर, जिला रायपुर (छ.ग.)
- -शासन-प्रशासन मिलकर विकास कार्यां को दे रहे है गति - विधायक श्री सिन्हा-महतारी सदन के निर्माण से महिला सशक्तीकरण को मिलेगा बढ़ावा-समाधान शिविर में प्रभारी सचिव श्रीमती निहारिका बारिक ने लिया आवेदनों के निराकरण की जानकारी-विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से हितग्राही हुए लाभान्वितमहासमुंद / सुशासन तिहार के तृतीय चरण अंतर्गत जिले में समाधान शिविर का आयोजन 30 मई तक जारी रहेगा। यह शिविर न केवल समस्याओं के निराकरण का मंच बना, बल्कि शासन की योजनाओं और सेवाओं की जानकारी सीधे ग्रामीणों तक पहुँचाने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। इसी क्रम में आज महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत झलप में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक श्री सिन्हा एवं जनप्रतिनिधियां द्वारा विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया गया। साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा हितग्राहियों को मनरेगा जॉब कार्ड, पेंशन स्वीकृति पत्र, राशन कार्ड, आवास अभिनन्दन पत्र प्रदान किया गया।शिविर में बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, प्रमुख सचिव एवं जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती निहारिका बारिक विशेष रूप से मौजूद रहे। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष श्रीमती दिशा रामस्वरूप दीवान, जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती हुलसी चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती देवकी पटेल, जनपद सदस्य श्री बलविंदर सिंह सिद्धू, स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक एवं अन्य जनप्रतिनिधि गण उपस्थित थे।मुख्य अतिथि विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप समाधान शिविर के माध्यम से आम जनता को एक ही स्थान पर विभिन्न सरकारी सेवाएं और योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे। कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे और योजनाओं का सीधा लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचे शासन की प्राथमिकता है।उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन जब मिलकर कार्य करते हैं, तो विकास को कोई भी शक्ति रोक नहीं सकती। हम सभी मिलकर अपने जिले में विकास को नई गति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।सुशासन तिहार के दौरान जो समस्याएं सामने आई हैं, हम उन्हें गंभीरता से लेकर निराकरण की दिशा में ठोस कदम उठा रहे हैं। शिविर का उद्देश्य है कि हर नागरिक को सुशासन का लाभ मिले। महतारी वंदन योजना, जिसका वादा हमारी सरकार ने किया था, आज उसके लाभ की राशि बहनों के खातों में पहुंच रही है। हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के लिए सरकार महतारी सदन का निर्माण कर रहे हैं। झलप में भी इसका निर्माण कार्य जारी है। यह सदन सिर्फ एक भवन नहीं, बल्कि एक मंच है, जहां बहनें अपनी समस्याओं और सामाजिक विषयों पर खुलकर चर्चा कर सकेंगी। यह नारी स्वावलंबन की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हम विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सिकासेर बांध से महासमुंद तक पानी लाने की योजना पर कार्य शुरू हो गया है। सर्वेक्षण का कार्य प्रगति पर है और डीपीआर बनाई जा रही है। जिससे क्षेत्र के खेतों में पानी पहुंचेगा। श्री सिन्हा ने बताया कि पटेवा से खल्लारी मार्ग और पतई माता रोड के निर्माण से हमारे ग्रामीण अंचल को बेहतर संपर्क सुविधा मिलेगी। साथ ही, झलप में नया विश्रामगृह का निर्माण शीघ्र प्रारंभ होगा।प्रभारी सचिव श्रीमती निहारिका बारिक ने स्टॉल का किया अवलोकन, आवेदनों की ली जानकारीप्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारिक ने शिविर स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और अधिकारियों से जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति एवं आवेदनों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने हितग्राहियों से भी बातचीत की। उन्होंने शिविर में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आम जनता की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी निराकरण करें। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्रों तक योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचे और कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीणों तक योजनाओं का अधिकतम लाभ पहुंचे, इसके लिए सभी विभाग सजगता से कार्य करें और नियमित फील्ड विजिट को प्राथमिकता दें। कलेक्टर श्री लंगेह ने जिले में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं तथा समाधान शिविर के अब तक के क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में योजनाओं का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा सतत निगरानी की जा रही है।झलप समाधान शिविर में 15 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणजन बड़ी संख्या में शामिल हुए और अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन भी प्रस्तुत किए। सुशासन तिहार में कुल 6218 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें 6210 आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है। शेष आवेदनों का निराकरण किया जा रहा है। शिविर में संबंधित विभागों द्वारा मौके पर ही लोगों को संबंधित आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई। साथ ही लाभार्थियों को मौके पर ही योजनाओं से संबंधित सेवाएं प्रदान की गईं। जिसमें समाज कल्याण विभाग द्वारा 22 हितग्राहियों को पेंशन स्वीकृति पत्र, पंचायत विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 4 लाभार्थियों को अभिनन्दन पत्र, 8 लोगों को जॉब कार्ड, खाद्य विभाग द्वारा 16 हितग्राहियों को राशन कार्ड एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा खुशबू महिला स्व सहायता समूह को पौध वितरण किया गया। शिविर में जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बहुउद्देशीय एवं ज्ञान व योजना परख जनमन पत्रिका का वितरण किया गया। इसी तरह नगर पालिका परिषद सरायपाली कार्यालय परिसर में, पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत बुन्देली पूर्व माध्यमिक शाला भवन, बसना विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत भूकेल स्वामी आत्मानंद स्कूल, बागबाहरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत बोडरीदादर में भी समाधान शिविर का आयोजन हुआ।