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रायगढ़ में आयोजित सामूहिक विवाह में परिणय सूत्र में बंधे 58 जोड़े
वित्त मंत्री ने सभी नवविवाहित जोड़ों को 5-5 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की
रायपुर/ महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा रायगढ़ के पटेलपाली स्थित कृषि उपज मंडी परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना अंतर्गत भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुल 58 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने नवविवाहित जोड़ों को उनके नए जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं एवं प्रत्येक जोड़े को 5-5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में सहयोग देने के लिए गायत्री परिवार शाखा रायगढ़ का भी आभार व्यक्त किया
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने अपने संबोधन में दहेज प्रथा को सामाजिक कुरीति बताते हुए कहा कि सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों से दहेज मुक्त समाज की दिशा में प्रभावशाली संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि आज के समाज में दहेज प्रथा से अधिक कुप्रथा कुछ भी नहीं है। घर की बेटियों को इस कुरीति के चलते कितनी समस्या और कठिनाइयों से गुजरना पड़ता था, यह कल्पना से परे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना न केवल विवाह को सरल बनाती है, बल्कि नवदंपतियों को आर्थिक संबल भी प्रदान करती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह के माध्यम से आज परिणय सूत्र में बंध रहे नवदंपत्ति समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। सामूहिक विवाह कोई निर्धन व्यक्ति करता है ऐसा नहीं है, जो व्यक्ति अपने सोच से समृद्ध होता है वह व्यक्ति ऐसे पुनीत कार्य के माध्यम से समाज को महत्वपूर्ण संदेश देता है, जो आज आपने किया।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि इस योजना से समाज में यह संदेश जाता है कि विवाह के लिए दिखावा और अनावश्यक खर्च जरूरी नहीं है, बल्कि सादगी और सामाजिक सहयोग से भी पवित्र बंधन को मजबूती दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता से लगातार जनहितैषी योजनाओं का निर्माण और क्रियान्वयन कर रहे हैं।
इस अवसर पर महापौर श्री जीवर्धन चौहान ने भी वर-वधू को नव दांपत्य जीवन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में नगर निगम सभापति श्री डिग्री लाल साहू, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुजाता सुखलाल चौहान, श्रीमती हेमलता हरिशंकर चौहान, श्री रामश्याम डनसेना, श्रीमती खीरमती चौहान सहित कई जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। -
स्वास्थ्य सेवाओं और बच्चों की देखभाल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
रायपुर/ बस्तर संभाग के कमिश्नर श्री डोमन सिंह ने गुरुवार को सुकमा जिले के छिंदगढ़ पहुंचकर वहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और बालगृह का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की सुविधाओं की विस्तार से जानकारी ली और जिम्मेदार अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने अस्पताल में बिजली, जनरेटर, पेयजल, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की स्थिति जानी। इसके अलावा दवाओं की उपलब्धता, पैथोलॉजी, एक्स-रे जांच, संस्थागत प्रसव और आपातकालीन सेवाओं के संचालन की भी समीक्षा की।
कमिश्नर श्री सिंह ने अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों से मुलाकात की। उन्होंने पुरुष वार्ड में भर्ती पोड़ीयामी नंदा और महिला वार्ड में भर्ती वंशिका से इलाज और भोजन की स्थिति के बारे में जानकारी ली और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बालगृह छिंदगढ़ का भी निरीक्षण किया। यहां बच्चों की देखभाल, शिक्षा, काउंसलिंग और कौशल विकास से जुड़ी जानकारी ली। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों के समग्र विकास के लिए सतत और सकारात्मक प्रयास किए जाएं। उन्होंने स्वयंसेवी संगठन के सहयोग से संचालित इस संस्था की व्यवस्थाओं को नियमित रूप से जांचने और बेहतर करने के निर्देश भी दिए।
कमिश्नर ने स्पष्ट कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं और बच्चों की देखभाल सरकार की प्राथमिकता में है और इनसे जुड़े हर पहलू पर गंभीरता से काम होना चाहिए। इस मौके पर एसडीएम श्री सूरज कश्यप सहित स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास और आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। -
पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गये भारतीयों की श्रध्दांजलि दी गई
रायपुर/जय हरितिमा महिला समिति द्वारा पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देश के सैनिकों को सलामी दी और विजय का जश्न मनाया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर परिसर में समिति की अध्यक्ष श्रीमती ममता चंदेल के कुशल नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में सर्वप्रथम पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गये भारतीय नागरिकों को भावपूर्ण श्रध्दांजलि दी गयी। सभी सदस्यों ने एक मिनट का मौन रखकर अपने श्रध्दासुमन अर्पित किये। तदोपरन्त ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया गया। समिति की सदस्यों ने तिरंगा लहराया, जय हिन्द, भारत माता की जय के नारे लगाए। समिति की सभी सदस्यों ने भारत के जल, थल एवं वायु सेना के वीर जवानों को सलामी दी। समिति द्वारा इस मौके को और भी खास बनाया गया क्यूंकि इस अवसर पर समिति की सदस्यों ने ड्रेस से लेकर व्यंजन तक तिरंगे की थीम में रखा था। इस अवसर पर विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में महिला शेफ गरिमा शर्मा को भी आमंत्रित किया गया था। उन्होंने अपने कुकिंग टप्स् के द्वारा मिलेट केक, बिस्किट जैसे स्वादिष्ट और स्वास्थवर्धक व्यंजन बनाना सिखाया। कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन कार्यकारिणी समिती की सचिव श्रीमति दुर्गा प्रजापति, सह सचिव श्रीमति दिप्ती मई दास, उपाध्यक्ष श्रीमति ममता लखेरा, कोषाध्यक्ष मंजुषा पाली और खेल प्रभारी श्रीमती प्रिती भंडारकर ने किया। -
विद्यार्थियों से कहा समय सबसे अनमोल, एक-एक पल का करें सदुपयोग
रायपुर/ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव आज भानुप्रतापपुर प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भानुप्रतापपुर स्टेशन के वर्चुअल शुभारंभ समारोह में शामिल हुए। इसके पश्चात् श्री साव जिला प्रशासन द्वारा संचालित की जा रही निःशुल्क कोचिंग संस्था “मावा मोदोल“ का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने लाइब्रेरी और अन्य सुविधाओं का अवलोकन कर विद्यार्थियों से फीडबैक लिया। इसके पहले श्री साव ने यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों से रु-ब-रु होते हुए उनके लक्ष्य के बारे में पूछा। विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि “मावा मोदोल“ दूरस्थ क्षेत्रों में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह बेहतर प्लेटफॉर्म साबित होगा। श्री साव ने विद्यार्थियों को सीख देते हुए कहा कि यह ऐसा दौर है, जब अच्छी और बुरी दोनों तरह की चीजें अपनी ओर आकर्षित करती हैं। आपको ये तय करना होगा कि अपने जीवन को किस दिशा की ओर लेकर जाएं। समय की कीमत पहचानें और एक-एक पल का सदुपयोग करें। श्री साव ने उदाहरण देते हुए कहा कि एक क्लास में पढ़ने वाले दो विद्यार्थी को क्रमशः 95 और 45 प्रतिशत अंक मिलते हैं, जबकि शिक्षक वही, किताबें वही हैं। अब तय आपको करना होगा खुद को 95 प्रतिशत वाले स्थान पर रखना है या 45 प्रतिशत वाली जगह पर। जिले के प्रभारी मंत्री ने आगे बताया कि असफलता हार नहीं होती, बल्कि सीखने का सबक होता है। पिछली कमियों को दूर कर पूरी शिद्दत और लगन के साथ पर जो व्यक्ति अपने लक्ष्य को हासिल करने में लग जाता है, उसे सफलता अनिवार्य रूप से मिलती ही है। इस दौरान सांसद श्री भोजराज नाग, कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, जिला पंचायत के सीईओ श्री हरेश मंडावी सहित मावा मोदोल का स्टाफ मौजूद रहे। -
रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका से राजभवन में पूर्व नेताप्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल एवं छत्तीसगढ़ हस्त शिल्प विकास बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर श्री शंकर अग्रवाल भी उपस्थित थे।
- -मुख्यमंत्री ने महतारी सदन का किया भूमि पूजन-भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना कीरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय बुधवार को कांसाबेल विकास खंड के ग्राम दोकड़ा के प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर के जीर्णाेद्धार पश्चात प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दोकड़ा में 24 लाख 74 हजार की लागत से बनने वाले महतारी सदन का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने दोकड़ा के श्री जगन्नाथ मंदिर समिति के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए उनके कार्यों की सराहना की।उल्लेखनीय है कि दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 1942 से निकाली जा रही है। रथ यात्रा की शुरुआत दोकड़ा गांव के पंडित स्व सुदर्शन सतपथी और उनकी धर्मपत्नी श्री सुशीला सतपथी के द्वारा शुरू किया गया था। मंदिर का निर्माण 1968 में किया गया था। मंदिर के जर्जर होने के कारण मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने मंदिर का जीर्णाेद्धार करने का संकल्प लिया था। उन्होंने इस कार्य में सहयोग के लिए ग्रामवासियों का धन्यवाद भी दिया है।
- -अमृत स्टेशनों में दिखेगी विकसित भारत की झलक: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय-6 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया अम्बिकापुर में अमृत स्टेशन-छत्तीसगढ़ को मिली 5 अमृत स्टेशनों की सौगातरायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज देशभर के 103 स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया। इनमें छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर सहित 5 रेल्वे स्टेशन शामिल हैं। इन रेल्वे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया गया है। यह भारतीय रेलवे के विकास की नई संस्कृति है, जिसमें चुनिंदा रेल्वे स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय इस वर्चुअल कार्यक्रम में अम्बिकापुर रेल्वे स्टेशन से जुड़े।गौरतलब है कि भारतीय रेल और देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टि का परिणाम रहा है कि इन विकास कार्यों से स्थानीय यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी। भारतीय रेलवे द्वारा 1337 स्टेशनों के कायाकल्प की शुरुआत की है, इनमें 103 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य पूर्ण हो चुका है। उनमें छत्तीसगढ़ राज्य के पांच स्टेशन बिलासपुर मंडल का अम्बिकापुर, रायपुर मंडल का उरकुरा, भिलाई, भानुप्रतापपुर तथा नागपुर मंडल का डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन शामिल हैं।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सम्माननीय लरंग साय जी के प्रयासों के कारण ही अम्बिकापुर में रेलवे स्टेशन की स्थापना हुई है। देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी 140 करोड़ देशवासियों को अपना परिवार मानते हुए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाना है। अमृत काल के तहत रेलवे स्टेशन का लगातार विकास किया जा रहा है। आज प्रदेश के जिन पांच स्थानों का लोकार्पण हुआ है, वह विकसित हो रहे भारत की झलक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जशपुर जिले को भी रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्तमंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद श्री चिंतामणि महाराज, विधायक श्री राजेश अग्रवाल, श्रीमती शकुंतला पोर्ते, श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री प्रबोध मिंज, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर, महापौर श्री मंजूषा भगत मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सरगुजा अंचल के नागरिक शामिल हुए।अम्बिकापुर रेलवे स्टेशनछत्तीसगढ़ की आदिवासी सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा अम्बिकापुर का रेलवे स्टेशन देश की जीवनरेखा भारतीय रेल का एक अभिन्न अंग है। इस रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यात्रियों को पूरी तरह से सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से इस नए स्टेशन भवन में कई नए प्रावधान भी किए गए हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में 6 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से उन्नयन तथा आधुनिकीकरण के कार्य किए गये हैं, जिसमें सर्कुलेटिंग क्षेत्र को बेहतर बनाते हुए रोड का चौड़ीकरण, यात्रियों के स्वागत के लिए सुसज्जित प्रवेशद्वार, 3900 वर्गमीटर सड़क, 3677 वर्गमीटर पर दोपहिया, तिपहिया एवं चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में उन्नत व आधुनिक सुविधाओं से युक्त द्वितीय श्रेणी, उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय एवं वीआईपी कक्ष, 6 नए आधुनिक छायादार प्लेटफार्म शेड, महिलाओं, पुरुषों और दिव्यांगजनों हेतु आधुनिक शौचालय, वॉटर फाउंटेन, ट्रेन/कोच डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, रैम्प एवं टैक्टाइल टाइल्स, 300 मीटर स्टेनलेस स्टील रेलिंग, 58 स्ट्रीट लाइट्स, बेहतर प्रकाश व्यवस्था हेतु हाई मास्ट लाइट, नवीनतम पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम का लाभ यहाँ के यात्रियों को मिलेगा।रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर एक बड़ा तिरंगा झंडा लगाया गया है साथ ही स्टेशन में यात्रियों के लिए सरगुजा की प्रसिद्ध सीताबेंगरा गुफा की तर्ज पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया है। अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पर भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए सुगम रैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं को दिव्यांगजन अनुकूल बनाया गया है। वहीं, हर स्टेशन पर स्थानीय लोक कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिलेगी।
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रायपुर - आज नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रमांक 5 को प्राप्त जनशिकायत को तत्काल संज्ञान में लेते हुए जोन 5 जोन कमिश्नर श्री खीरसागर नायक द्वारा दिए गए निर्देशानुसार जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री सन्दीप वर्मा के नेतृत्व और स्वच्छता निरीक्षक सर्वश्री दिलीप साहू, प्रेम मानिकपुरी की उपस्थिति में जोन 5 क्षेत्र के अंतर्गत चंद्रशेखर नगर में बाबी आइसक्रीम दुकान में गन्दगी सम्बंधित प्राप्त जनशिकायत की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने स्थल का आकस्मिक निरीक्षण किया. स्थल निरीक्षण के दौरान गन्दगी मिली और प्राप्त जनशिकायत स्थल निरीक्षण में सही मिली इसे गंभीरता से लेते हुए जोन 5 जोन कमिश्नर द्वारा दिए गए निर्देश पर जोन स्वास्थ्य अधिकारी ने सम्बंधित बाबी आइसक्रीम दुकान के संचालक पर तत्काल 3000 रूपये का जुर्माना भविष्य के लिए कड़ी चेतावनी देते हुए किया.
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रायपुर । जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने आज सारागांव स्थित स्वामी आत्मानंद हाईस्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पेयजल की व्यवस्था, क्लासरूम, शौचालय का जायजा लिया।
- महासमुंद/ बुधवार शाम को कलेक्टर श्री विनय लंगेह एवं संयुक्त टीम ने शासकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के पश्चात बैठक आहुत किया गया। जिसमें श्री आशुतोष सिंह, पुलिस अधीक्षक, सुश्री तान्या ब्रम्हे, प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड, श्रीमती निरांजना शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता, श्रीमती सुनीता देवांगन, सामाजिक कार्यकर्ता, श्री समीर पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. पी. कुदेशिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं श्री खेमराज चौधरी जिला बाल संरक्षण अधिकारी मौजूद थे।टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान संस्था में स्थापित कैमरे का बेकअप अवलोकन किया गया। जिसमें कम समय अवधि का स्टोरेज पाया गया। 01 माह का स्टोरेज क्षमता बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही चिन्हांकित जगहों पर ऑडियो, वीडियो वाला कैमरा स्थापित करने हेतु निर्देशित किया गया। समीक्षा के दौरान संस्था में नव प्रवेशित बालकों का प्रवेश के समय ही तलाशी लेते हुए अग्रिम कार्यवाही किया जावे तथा बालकों से परिवार द्वारा मुलाकात के दौरान कोई भी सामग्री न लिया जाये और नशे से संबंधित सामग्री का संस्था में प्रवेश न हो सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।
- महासमुंद/ कलेक्टर श्री विनय लंगेह की अध्यक्षता में विधि से संघर्षरत बालकों के प्रकरण में लंबन एवं सामाजिक अन्वेषण प्रतिवेदन के संबंध में आज समन्वय बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आहूत की गई। उक्त बैठक में सुश्री तान्या ब्रम्हे प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड महासमुंद, श्रीमती सारिका वैद्य उपपुलिस अधीक्षक, श्री समीर पाण्डेय जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं श्री खेमराज चौधरी जिला बाल संरक्षण अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई शामिल हुए।समन्वय बैठक में चर्चा के दौरान अवगत कराया गया कि किशोर न्याय बोर्ड में जघन्य अपराध के 104 प्रकरण एवं गंभीर अपराध के 155 प्रकरण इस प्रकार कुल 259 प्रकरण लंबित है। कलेक्टर द्वारा एक वर्ष से अधिक लंबित प्रकरणों का त्वरित संज्ञान लेते हुए निराकरण करने के निर्देश दिये गये। पुराने प्रकरण में गवाही, साक्ष्य एवं बालक उपस्थित नहीं होने के कारण अग्रिम कार्यवाही करने में विलंब हो रहा है, साथ ही नये प्रकरण में वारंट जारी नहीं हो रहा है, नोटिस जारी किया जा रहा है। उक्त संबंध में उक्त प्रकरण में किशोर न्याय बोर्ड, पुलिस विभाग को कारवाई के निर्देश दिया गया।साथ ही किशोर न्याय बोर्ड से जारी पत्र की तामिली को समय पर करने के निर्देश दिए गए। इससे किशोर न्याय बोर्ड में बालक एवं गवाही की उपस्थिति नहीं हो पा रही है।किशोर न्याय बोर्ड में प्रस्तुत प्रकरण के प्रकृति के आधार पर लगभग 3-4 माह में निराकरण की कार्यवाही करने के संबंध में निर्देशित किया गया है। शासकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में निवासरत बालकों का प्रत्येक सप्ताह काउंसलिंग की सुविधा सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है। बैठक में न्याय बोर्ड से रिहाई पर चले गये बालकों का डेटा बेस तैयार कर नियमित रूप से फॉलोअप रिपोर्ट तैयार किया जाये तथा ऐसे बच्चों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने की कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।बाल कल्याण पुलिस अधिकारी के द्वारा नये प्रकरण किशोर न्याय बोर्ड में प्रस्तुत करने पर किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) आदर्श नियम 2016 के प्रारूप 01 में प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस थाना में लघु अपराध के प्रकरण को संज्ञान लेते हुए थाना स्तर पर ही कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही एकल प्रकरण में एफ.आई.आर. दर्ज नहीं किये जाने के संबंध में निर्देशित किया गया।किशोर न्याय बोर्ड में प्रस्तुत बालक के प्रकरण पर निर्धारित प्रपत्र में सामाजिक जांच रिपोर्ट विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी के द्वारा निर्धारित समय-सीमा 15 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त के संबंध में अध्यक्ष महो. को अवगत कराया गया कि माह अप्रैल 2025 की स्थिति में कोई भी सामाजिक जांच रिपोर्ट लंबित नहीं है।किशोर न्याय बोर्ड में प्रस्तुत बाल के प्रकरण में निर्धारित समय-सीमा में पुलिस डायरी बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया जिससे बाल के प्रकरण में नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही प्रस्तुत की जा सकेगी। शासकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में संस्थागत बालक एवं किशोर न्याय बोर्ड में प्रस्तुत जघन्य अपराध (16 से 18 वर्ष आयु) के प्रकरण में त्वरित संज्ञान लेते हुए बालक को प्लेस ऑफ सेफ्टी स्थानांतरण करने की कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।
- एमसीबी/ जिले में कलेक्टर डी. राहुल वेंकट की अध्यक्षता में डीसीसी/डीएलआरसी की बैठक (दिसंबर 2024 एवं मार्च 2025 तिमाही हेतु) कलेक्ट्रेट कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंकिता सोम, आरबीआई एलडीओ दीपेश तिवारी, नाबार्ड डीडीओ हर्ष गौरव, क्षेत्रीय प्रमुख सीआरजीबी अमित, जिले के सभी जनपद पंचायतों के सीईओ, बैंकों के जिला समन्वयक, तथा सरकारी प्रायोजित योजनाओं से संबद्ध सभी एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में सीडी रेशियो, प्राथमिकता क्षेत्र ऋण वितरण, सरकारी प्रायोजित योजनाओं की प्रगति, तथा वार्षिक ऋण योजना (एसीपी) जैसे प्रमुख बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। बैठक का संचालन एवं समन्वय एलडीएम संजीव पाटिल द्वारा किया गया।
- रायपुर/छत्तीसगढ़ शासन, जल संसाधन विभाग द्वारा सक्ती जिले के विकासखंड डभरा के अंतर्गत घटोई जलाशय योजना के नहर लाईनिंग एवं संरचना निर्माण कार्य हेतु तीन करोड़ 14 लाख 58 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के कार्यों के पूर्ण हो जाने पर 833 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई सुविधा हो जाएगी।
- शासकीय योजनाओं और जनसहभागिता से बच्चों के स्वास्थ्य में सकारात्मक सुधारमहासमुंद/जिले में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में कुपोषण की रोकथाम हेतु राज्य एवं केंद्र सरकार की पोषण संबंधी योजनाओं के अंतर्गत निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। “राष्ट्रीय पोषण मिशन“ (पोषण अभियान) जैसे शासकीय कार्यक्रमों के साथ यूनिसेफ़ और एम्स रायपुर के स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सहयोग से सामुदायिक आधारित प्रबंधन कार्यक्रम (सीएमएएम) भी प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अति गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पोषण सहायता प्रदान कर सामान्य स्वास्थ्य स्थिति में लाना है।कार्यक्रम की गुणवत्ता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने हेतु नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, दिल्ली के विशेषज्ञों द्वारा जिले में नियमित निरीक्षण किए जा रहे हैं। हाल ही में जिले के विकासखंड पिथौरा, बागबाहरा एवं महासमुंद ग्रामीण परियोजनाओं के अंतर्गत चयनित 6 आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों ने अति गंभीर कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन किया, अभिभावकों को पोषण आहार की जानकारी दी तथा एएनएम, मितानिन और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्पित कार्य की सराहना की। इन सतत निरीक्षणों और समन्वित प्रयासों के फलस्वरूप महासमुंद जिले में बाल कुपोषण की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखा जा रहा है। यह पहल बाल स्वास्थ्य और पोषण सुधार की दिशा में एक प्रेरणादायक मॉडल के रूप में उभर रही है।
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नारायणपुर। नारायणपुर-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 26 से अधिक नक्सली मारे गए हैं। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने यह जानकारी दी। शर्मा ने बताया कि नारायणपुर—सुकमा—बीजापुर जिले की सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 26 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है। उन्होंने बताया कि अबूझमाड़ और इंद्रावती नदी के मध्य इलाके में सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें 26 से अधिक नक्सली मारे गए। इस घटना में सुरक्षाबलों के एक सहयोगी की मृत्यु हुई है तथा एक जवान घायल हुआ है। इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने बताया था नारायणपुर और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित अबूझमाड़ इलाके में माड़ डिवीजन के नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) नारायणपुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, डीआरजी बीजापुर और डीआरजी कोंडागांव के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि अबूझमाड़ क्षेत्र में आज सुबह डीआरजी के संयुक्त दल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पास गृह विभाग भी है। उन्होंने बताया, ''आज बहुत बड़ी सफलता जवानों को मिली है। 26 से अधिक नक्सली मारे गए हैं। इसमें बड़े नक्सली कैडर के मारे जाने की भी संभावना है।'' उन्होंने कहा कि यह इलाका नारायणपुर-सुकमा-बीजापुर जिले का सीमावर्ती क्षेत्र है तथा अबूझमाड़ और इंद्रावती नदी के मध्य स्थित है। शर्मा ने बताया कि डीआरजी जवानों और नक्सलियों की मुठभेड़ में एक जवान घायल हुआ है।
उपमुख्यमंत्री ने इसे सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता करार देते हुए बताया कि क्षेत्र में खोजी अभियान जारी है। जल्द ही इस संबंध में अधिक जानकारी दी जाएगी। नक्सलियों से बातचीत के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ''केंद्र और राज्य की सरकार एक भी गोली नहीं चलाना चाहती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो बार बस्तर के प्रवास पर कहा कि ‘मैं निवेदन करता हूं कि नक्सली मुख्यधारा में जुड़े।' मुख्यमंत्री ने भी यही कहा है। मेरा कहना है कि उचित लोग बातचीत करें, चर्चा करें। हथियार से समस्या का हल नहीं होता है, नक्सलियों को मुख्यधारा से जुड़ना चाहिए।file photo
- -समाधान शिविर में शामिल हुए विधायक श्री गुरू खुशवंत साहेब, आमजनों की समस्याओं को सुनारायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जिले में सुशासन तिहार 2025 का आयोजन किया जा रहा है। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में आज आरंग ब्लॉक के ग्राम बहनाकाड़ी में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। समाधान शिविर के आमजनों के आवेदनों का त्वरित निराकरण करते हुए उन्हें लाभान्वित किया गया। शिविर में आमजनों का ड्राइविंग लाइसेंस, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, जाति प्रमाण पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड बनाया गया और मंच से सभी को वितरित किया गया। साथ ही शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए हितग्राहियों को चेक, ऋण पुस्तिका, स्प्रेयर किट आदि प्रदान किया गया।विधायक श्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में आमजनों की समस्याओं का समाधान शिविर के अंतर्गत निराकरण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार आम जनता की छोटी बड़ी सभी समस्याओं के लिए संवेदनशील है और इसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं। उन्होंने शिविर में मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यशैली की सराहना की।कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप सुशासन तिहर 2025 के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों पर तीसरे चरण में निराकरण की कार्यवाही समाधान शिविर के माध्यम से जारी है। प्रशासन गुड गवर्नेंस की आगे बढ़ रहा है।शिविर में जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधि, एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
- -समाधान शिविर में शामिल हुए विधायक श्री अनुज शर्मा, आमजनों की समस्याओं को सुनारायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जिले में सुशासन तिहार 2025 का आयोजन किया जा रहा है। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में आज धरसींवा ब्लॉक के ग्राम सारागांव में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। समाधान शिविर के आमजनों के आवेदनों का त्वरित निराकरण करते हुए उन्हें लाभान्वित किया गया। शिविर में आमजनों का राशन कार्ड, श्रम कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाया गया और मंच से सभी को वितरित किया गया। साथ ही शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए हितग्राहियों को खाद, मछली जाल आदि प्रदान किया गया।विधायक श्री अनुज शर्मा ने शिविर में आमजनों की समस्याओं को सुन उनका शीघ्र निराकरण किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जन-जन के विकास को संकल्पित है, और इस प्रकार के शिविरों से हर जनमानस की समस्याओं को संज्ञान में ले उनका त्वरित निराकरण करना ही हमारा धर्म है। शिविर में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नवीन अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
- - 82 खिलाड़ियों की हुई जाँच, बीमारों का इलाज भी किया गयारायपुर, / वनवासी कल्याण आश्रम की रायपुर इकाई वनवासी विकास समिति रायपुर महानगर द्वारा ग्रीष्म कालीन तीर अंदाज़ी व रोप मल्ल-खम्ब प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है । इस प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ प्रांत के विभिन्न जिलों से आये जनजातीय खिलाड़ियो की स्वास्थ्य जाँच के लिए आज शबरी कन्या आश्रम में शिविर लगाया गया। रायपुर के सीएमएचओ कार्यालय के सहयोग आयोजित इस शिविर मे लगभग 82 बालक बालिकाओं की जाँच की गई l क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री सुभाष बड़ोले और सह संगठन मंत्री श्री बीरबल जी भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।शिविर मे स्वास्थ्य विभाग से विशेषज्ञ डॉ. रितिका जैनिफर करकेट्टा, श्री राजेश साहू श्री मंगल राम उसेंडी नेत्र सहायक अधिकारी, प्रमिला साव स्टाफ नर्स, प्रमोद कु. भतपहरी फर्मसिस्ट श्री गिरधारी लाल विश्वकर्मा लैब तकनीशियन , दंत शल्य चिकित्सक डॉ. अमित बंसल, डॉ सोनल गोयल शासकीय दंत महाविद्यालय, डॉ. कुमार विक्रम साहू शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय,डॉ विजय शांडिल्य श्रीमती संगीता चौबे, श्री दिलीप दास व श्री गोपाल उपस्थित रहे। शिविर मे आँखों की सामान्य दृष्टि जाँच, मुख-दांतो की जांच, कान-नाक-गले की जाँच व शरीर की सामान्य जाँच व रक्त जाँच की गई। इस दौरान डाक्टरों ने बच्चों की उनकी ज़रूरत के अनुसार दवाईयां देकर इलाज भी कियाl
- -रायपुर में लगेंगे 2000 ट्विन बिन, डिजिटली होगी मॉनिटरिंग-- कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी के अंतर्गत महापौर को प्रदान किया सहमति पत्ररायपुर) । शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के प्रति महापौर प्रतिबद्ध हैं। उनके द्वारा नागरिकों और संस्थाओं से इस दिशा में कार्य करने की अपील की गई। इस अपील और रायपुर नगर निगम द्वारा स्वच्छता के संबंध में किए जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर जी.टी.पी. हेल्थकेयर ग्रुप के आई.एल.एस. हॉस्पिटल्स रायपुर शहर में 2000 ट्विन बिन स्थापित करेंगे। कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सी.एस.आर.) के अंतर्गत संस्था शहर के समस्त 10 जोनों में जल्द ही ट्विन बिन लगाने का कार्य करेगी। इसकी देखरेख डिजिटल माध्यम से भी की जाएगी। आई.एल.एस. हॉस्पिटल्स के डीजीएम श्री श्रीकांत उपाध्याय ने महापौर श्रीमती मीनल छगन चौबे को बुधवार को निगम मुख्यालय में इस पहल के लिए सहमति पत्र प्रदान किया। महापौर ने आमजन से अपील की कि वे कचरा डस्टबिन में ही डालें। शहर को स्वच्छ बनाए रखने में अपनी सहभागिता दें ताकि रायपुर स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल स्थान प्राप्त कर सके। इससे रायपुर शहर की स्टार रेटिंग में भी सुधार होगा। इस अवसर पर निगम की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तृप्ति पाणिग्रही और स्वच्छ भारत मिशन के सहायक अभियंता श्री योगेश कुमार कडु भी उपस्थित रहे।10 जोनों में सार्वजनिक और व्यवसायिक स्थानों पर लगेंगे ट्विन बिनःस्वच्छ भारत मिशन 2.0 के अंतर्गत शहर को स्वच्छ बनाए रखने के उद्देश्य से निगम ने इस पहल का स्वागत करते हुए स्वीकृति प्रदान की। निगम द्वारा चिन्हित स्थानों पर जी.टी.पी. हेल्थकेयर ग्रुप सभी 10 जोनों में चयनित सार्वजनिक और व्यवसायिक स्थानों पर ट्विन बिन लगाएगा। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी भी संस्था की होगी। बिन में एकत्रित कचरे का संग्रहण और इसका चिन्हांकित स्थान तक परिवहन की जिम्मेदारी भी इस संस्था की होगी। दिन में न्यूनतम दो बार या अधिक कचरा एकत्रित होने पर आवश्यकतानुसार बिन से अपशिष्ट एकत्रित किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट भी प्रतिदिन निगम को प्रदान करना होगा। इस पहल पर स्वीकृति प्रदान करने के लिए हॉस्पिटल के सीओओ डॉ. सौरभ चोरड़िया, ग्रुप सीओओ डॉ. विशाल गोयल और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री देवाशीष धर ने महापौर एवं आयुक्त श्री विश्वदीप का आभार व्यक्त किया। डॉ. सौरभ ने कहा कि स्वच्छता का सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर पड़ता है। यह प्रयास न केवल हमारी चिकित्सा सेवाओं में उत्कृष्टता का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वहन का भी बेहतरीन उदाहरण है। इस पहल से शहर में स्वच्छता की दिशा में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
- रायपुर - नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, नगरीय नियोजन एवं भवन अनुज्ञा विभाग अध्यक्ष श्री मनोज वर्मा, आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देशानुसार राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग और रायपुर जिला प्रशासन के मार्ग निर्देशन अनुरूप नगर निगम नगर निवेश विभाग द्वारा रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट को लेकर अब तक पीट का निर्माण आवासीय व्यवसायिक भवनों में नहीं कराने वाले संबंधित लोगों व संस्थानों को अधिनियम अनुसार नोटिस देकर 7 दिन का समय देकर रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट लगवाने एवं प्रमाण सहित जानकारी देने के निर्देश दिये जा रहे हैँ। प्रावधान के अनुसार 7 दिन में पीट नहीं लगाने वाले व्यक्तियों एवं संस्थानों को सूची बनाकर उनकी नगर निगम नगर निवेश विभाग में नियमानुसार जमा अमानती राशि को जप्त करने कार्यवाही कर नगर निगम अपनी ओर से व्यवस्था के अंतर्गत उक्त व्यक्तियों के घरों एवं संस्थानों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट लगवाने कार्यवाही की जानी प्रस्तावित की गई है।जानकारी के अनुसार आज नगर निगम जोन 3 नगर निवेश विभाग द्वारा जोन क्षेत्र में 29 आवासीय एवं व्यवसायिक भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट नहीं लगाने पर संबंधितों को नोटिस जारी की गई। वहीं जोन 4 द्वारा 11 व्यवसायिक संस्थानो को रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट नहीं लगाने पर नोटिस जारी की गई। जबकि जोन 9 नगर निवेश विभाग ने 17 आवासीय एवं व्यवसायिक भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट नहीं लगाने पर नोटिस जारी कर नियमानुसार एक सप्ताह के भीतर रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट लगाकर प्रमाण सहित जानकारी नगर निगम रायपुर के नगर निवेश विभाग को देने के निर्देश दिये है। अन्यथा की स्थिति में एक सप्ताह की अवधि के उपरांत नियमानुसार संबंधितों की जमा अमानत राशि जप्त कर उससे नगर निगम नगर निवेश विभाग द्वारा नियमानुसार संबंधितों के घरों और संस्थानों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग पीट स्थापित करने आवश्यक कार्यवाही करेगा ।
- -जोन 3 ने तेलीबांधा तालाब के पार देवार डेरा हटाया, जोन 9 ने कचना में अवैध कब्जा हटायारायपुर। रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के आदेशानुसार और नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप और जिला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उम्मेद सिंह के निर्देशानुसार एवं नगर निगम अपर आयुक्त श्री पंकज के. शर्मा, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा, सभी जोन कमिश्नरों, कार्यपालन अभियंताओं के मार्गनिर्देशन में टीम प्रहरी द्वारा नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत सभी जोनों के नगर निवेश विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में राजधानी शहर रायपुर नगर निगम क्षेत्र में जनहित में जनसुविधा हेतु मुख्य मार्गों एवं बाजार क्षेत्रो में अभियान चलाकर यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे हटाकर सडक यातायात सुगम और सुव्यवस्थित बनाने कार्यवाही नियमित रूप से प्रतिदिन निरंतरता से जारी है।इस क्रम में आज टीम प्रहरी के अभियान के अंतर्गत नगर निगम मुख्यालय नगर निवेश उडऩ दस्ता की टीम द्वारा भाठागांव ओव्हर ब्रिज, मालवीय रोड गौरव पथ होकर व्हीआईपी मार्ग में और जोन 10 मुख्य मार्ग, जोन 1 खमतराई मुख्य मार्ग, गुढियारी मार्ग में एवं अन्य विभिन्न मुख्य मार्गो में मार्ग विभाजको के मध्य विद्युत पोलो में लगाये गये 200 से अधिक अवैध बैनर पोस्टर जप्त कर हटाने की कार्यवाही की।इसी प्रकार जोन 3 नगर निवेष विभाग ने तेलीबांधा तालाब के समीप देवार डेरा पर अभियान चलाकर कार्यवाही की एवं उक्त क्षेत्र को अवैध कब्जो से मुक्त करवाया। जबकि नगर निगम जोन 9 नगर निवेष विभाग ने कचना क्षेत्र में अभियान चलाकर जेसीबी मषीन की सहायता से अवैध कब्जे हटाने कार्यवाही की। अभियान आगे भी निरन्तर जारी रहेगा।
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--महापौर मीनल चौबे, महिला पार्षदों ने तिरंगा यात्रा में उत्साह से लिया भाग
-महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देशवासियों के गौरव के प्रतीक ऑपरेशन सिंदूर के लिए दिया हार्दिक धन्यवादरायपुर - आज राजधानी शहर रायपुर की महिलाओं ने देशवासियों के गौरव एवं राष्ट्रभक्ति की अलख जगाने का प्रतीक बने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता पर राजधानी शहर में नगर पालिक निगम रायपुर के मुख्यालय भवन महात्मा गांधी सदन से गांधी मैदान एवं सिटी कोतवाली महावीर चौक होकर मालवीय रोड होते हुए जय स्तंभ चौक तक लगभग डेढ हजार से अधिक की संख्या में महिलाओं ने राष्ट्र भक्ति का परिचय देते हुए राजधानी शहर की प्रथम नागरिक नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे संयुक्त नगर निगम की महिला पार्षदों एवं अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति में आपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के लिए भारत गणराज्य के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं भारतीय सेना को धन्यवाद दिया।उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर दुश्मन देश के सौ से अधिक आतंकवादियों का सफाया किया। उनके 9 आतंकी ठिकानो का सफाया करने की अदभूत सफलता देश के लिए अर्जित की। भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के अभियान की शानदार सफलता से कृत्य कृत्य होकर राजधानी की महिलाओं ने उत्साह के साथ आज शहर के मुख्य मार्गो में तिरंगा यात्रा हाथ में राष्ट्रध्वज तिरंगा लिए निकाली एवं सेना की शानदार सफलता से अभिभूत होकर महिलाओं ने आपस में सिंदूर खेला। आपरेशन न सिंदूर की सफलता पर तिरंगा यात्रा में सम्मिलित होकर महापौर श्रीमती मीनल चौबे सहित महिला पार्षदों ने उत्साह के साथ सक्रिय सहभागिता दर्ज करवायी एवं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारतीय सेना को ऑपरेशन सिंदूर में मिली शानदार सफलता पर राजधानी के हृदय स्थल जयस्तंभ चौक पर एकत्र होकर हार्दिक धन्यवाद दिया। तिरंगा यात्रा के दौरान रायपुर नगर निगम के पूर्व एमआईसी सदस्य एवं रायपुर शहर जिला भाजपा अध्यक्ष श्री रमेश सिंह ठाकुर की उपस्थिति उल्लेखनीय रही । - - अब वार्ड क्रमांक 10 में नवनिर्मित गारमेंट फैक्ट्री में होगा आयोजनरायपुर। नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रमांक 9 के जोन कमिश्नर श्री संतोष पाण्डेय ने जानकारी दी है कि सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत दिनांक 28 मई 2025 को नगर पालिक निगम जोन क्रमांक 9 द्वारा पूर्व में इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय जोरा के सामुदायिक भवन में आयोजित समाधान शिविर के स्थल में अपरिहार्य कारणों से परिवर्तन किया गया है. अब रायपुर नगर पालिक निगम जोन क्रमांक 9 का सुशासन तिहार अंतर्गत समाधान शिविर का आयोजन दिनांक 28 मई 2025 को सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक नगर निगम जोन 9 के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 10 के क्षेत्र में नवनिर्मित गारमेंट फैक्ट्री के भीतर किया गया है.
- -बिलासपुर जिले के आला अधिकारी रहे मौजूद-शहर सहित जिले की विद्युत व्यवस्था तत्काल ही दुरूस्त करने के सख्त निर्देशबिलासपुर /डॉ. रोहित यादव, ऊर्जा सचिव, छ.ग. शासन एवं अध्यक्ष, छ.स्टे. पॉ.डि.कं.लिमि., के द्वारा बिलासपुर कलेक्टोरेट परिसर स्थित "मंथन सभा कक्ष" में विद्युत विभाग के बिलासपुर जिले के अंतर्गत विद्युत विभाग के समस्त अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं सहायक अभियंता स्तर के अधिकारियों की बैठक लेकर विद्युत विकास कार्य एवं विद्युत प्रदाय से संबंधित कार्यों की समीक्षा बैठक ली गयी। उक्त बैठक में श्री सुनील कुमार जैन, आयुक्त बिलासपुर संभाग, श्री संजय अग्रवाल, कलेक्टर जिला बिलासपुर, श्री भीम सिंह कंवर, प्रबंध निदेशक छ.स्टे.पॉ.डि. कं. लिमि.मर्या., श्री ए.के. अम्बस्थ, कार्यपालक निदेशक (बि.क्षे.), छ.स्टे. पॉ.डि. कं. लिमि. मर्या., बिलासपुर, आयुक्त न.पा.नि. बिलासपुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत बिलासपुर एवं डी.एफ.ओ. बिलासपुर शामिल हुएबैठक में डॉ. रोहित यादव, अध्यक्ष, छ.स्टे.पॉ.डि.कं. लिमि., के द्वारा बिलासपुर जिले के अंतर्गत सभी प्रकार के विकास कार्यों यथा आर.डी.एस.एस. योजना पी.एम. सूर्यघर योजना, स्मार्ट मीटर आदि कार्यों की समीक्षा की गयी। साथ ही गर्मी के कारण लोड बढ़ने से विद्युत अवरोध उत्पन्न होने के संबंध में विस्तार से मैदानी अधिकारियों से जानकारी ली गयी एवं समस्त अधिकारियों को बारिश पूर्व मौसम के बदलाव के कारण लगातार लाईनों एवं ट्रांसफार्मरों में खराबी आने के कारण विद्युत प्रदाय सुचारू रूप से किये जाने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। मीटिंग में आयुक्त, बिलासपुर संभाग द्वारा अधीक्षण अभियंता (नगर), बिलासपुर श्री पी.आर. साहू को विद्युत सप्लाई बार-बार बंद होने एवं उसके कारण वाटर वर्क्स के पंप कनेक्शनों से पानी की सप्लाई प्रभावित होने के लिए नाराजगी व्यक्त की गयी एवं रात्रि कालीन विद्युत प्रवाह सुचारू रूप से बनाये रखने हेतु अधिकारियों की रात्रि शिफ्ट में अतिरिक्त ड्यूटी लगाने हेतु निर्देश दिये गये। साथ ही समस्त शासकीय आवासों एवं कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाने हेतु कहा गया एवं आम उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर लगाने की फायदों की जानकारी से अवगत कराने हेतु विशेष रूप से निर्देशित किया गया, ताकि उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से होने वाले लाभ मिल सके।बैठक में उपस्थित आयुक्त नगर पालिक निगम बिलासपुर के द्वारा लाईनों के मेंन्टनेन्स हेतु शहर संभाग के अधिकारियों को निगम की ओर से आवश्यकता पड़ने पर स्टाफ एवं वाहन की सुविधा भी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया। अंत में डॉ. रोहित यादव, अध्यक्ष, छ.स्टे.पॉ.डि.कं. लिमि., के द्वारा विद्युत विभाग के सभी अधिकारियों को वर्तमान में विद्युत प्रदाय सुचारू रखने हेतु जो भी आवश्यक सुधार कार्य हैं. उनको शीघ्र पूर्ण करने एवं गुणवत्तापूर्वक विद्युत प्रदाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये। साथ ही भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए समय के पूर्व कार्य योजना तैयार कर, आवश्यक कार्य करावें ताकि इस तरह विद्युत व्यवधान की पुनरावृत्ति न होवे ।
- -भू-जल संवर्धन मिशन के शुभारंभ पर आयोजित कार्यशाला में उप मुख्यमंत्री ने दिया प्रस्तुतिकरण, कहा यह केवल मिशन नहीं जल के प्रति दृष्टिकोण बदलने का संकल्प-छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य जिसने शहरी जल के पुनर्भरण का जिम्मा लिया है – श्री राजेन्द्र सिंह-वाटरमैन के नाम से मशहूर श्री सिंह ने कार्यशाला में वर्षा जल के संरक्षण के विभिन्न पहलुओं की दी जानकारी- हाइड्रोलॉजिस्ट्स, कॉलोनाइजर्स, उद्योग समूह और राज्य शासन के विभिन्न विभागों ने भू-जल और वर्षा जल के प्रभावी संरक्षण पर किया संवादबिलासपुर .। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय भू-जल संवर्धन मिशन (शहरी) के शुभारंभ पर आयोजित कार्यशाला में ‘जल संरक्षण की प्राचीन परंपरा और वर्तमान में इसे पुनर्जीवित करने की जरूरत’ पर पीपीटी के माध्यम से अपनी बातें रखीं। उन्होंने रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में कार्यशाला में मौजूद विशेषज्ञों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, अभियंताओं, स्वयंसेवी और गैर-सरकारी संगठनों से कहा कि इस गर्मी में सभी लोगों ने महसूस किया होगा कि जल संरक्षण क्यों जरूरी है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भी गंभीरता से इसे महसूस कर वर्षा जल और भू-जल संवर्धन का अभियान मिशन मोड पर शुरू कर रही है। इसमें सभी शहरवासियों की सहभागिता जरूरी है। कार्यशाला में हाइड्रोलॉजिस्ट्स, कॉलोनाइजर्स, उद्योग समूह और राज्य शासन के विभिन्न विभागों ने भू-जल और वर्षा जल के प्रभावी संवर्धन पर चार घंटे तक संवाद किया। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और भारत के वाटरमैन के नाम से प्रसिद्ध श्री राजेन्द्र सिंह ने ओपन सेशन (Open Session) में प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने अपने प्रस्तुतिकरण में कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए जल को सहेजकर रखना हमारा सामाजिक दायित्व है। हमारे पूर्वजों ने भावी पीढ़ियों के लिए तालाब, कुएं और बावली बनाकर जल संरक्षित किया था। बाद की पीढ़ियों ने इनके संरक्षण-संवर्धन पर ध्यान नहीं दिया। नतीजतन, आज बड़ी संख्या में ये पट गए हैं या अतिक्रमण का शिकार हो गए हैं। जलस्रोतों के प्रति हमारी उदासीनता ने आज हमें जल संकट की ओर धकेल दिया है। श्री साव ने प्राचीन भारतीय ग्रंथों में उल्लेखित जल के महत्व को रेखांकित करते हुए इसके संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जल न सिर्फ प्यास बुझाता है, अपितु यह संस्कृति, आस्था और जीवन का संगम है। जल संरक्षण जरूरत नहीं, हमारा सामाजिक दायित्व है।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कार्यशाला में प्रतिभागियों को भू-जल और वर्षा जल के संरक्षण के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हमने नए तालाब और नए कुएं खोदने बंद कर दिए हैं। जल की हमारी सभी जरूरतों के लिए हम सरकार पर आश्रित हो गए हैं। हमने पूर्वजों के दिए स्रोतों को भी संरक्षित नहीं किया। इसने एक बड़ी विसंगति को जन्म दिया है। एक ओर गर्मी में बूंद-बूंद के लिए संघर्ष करते हैं तो दूसरी ओर बरसात में बाढ़ झेलते हैं। श्री साव ने कार्यशाला में शहरों में जल संकट की प्रमुख चुनौतियों को सामने रखते हुए भू-जल और वर्षा जल के संरक्षण के विभिन्न तरीकों को प्रभावी रूप से अमल में लाने पर जोर दिया।भारत के वाटरमैन के नाम से मशहूर श्री राजेन्द्र सिंह ने कार्यशाला में कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जिसने शहरी जल के पुनर्भरण का जिम्मा लिया है। इसके लिए मैं उप मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री श्री अरुण साव को बधाई देता हूं। समाज को अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए राज्य के साथ मिलकर जल संरक्षण करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि हम पानी का अनुशासित उपयोग करेंगे तो पेयजल, निस्तारी, सिंचाई, खेती और उद्योग सभी के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। हम जलस्रोतों के रिचार्ज की तुलना में डिस्चार्ज ज्यादा कर रहे हैं। इससे स्थिति बिगड़ती जा रही है। उन्होंने भारतीय ग्रंथों में जल के महत्व और इसके संयमित उपयोग का जिक्र करते हुए कहा कि भारत का प्राचीन ज्ञान, तकनीक, अभियांत्रिकी, संस्कृति और संस्कार धरती की पोषक हैं, शोषक नहीं। हमें धरती के पर्याप्त पोषण पर भी गंभीरता से ध्यान देना होगा।श्री राजेन्द्र सिंह ने खेती के चक्र को वर्षा के चक्र के साथ जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शहरों के चारों ओर की खेती को शहरों में पानी की जरूरत के अनुकूल करना होगा। शिक्षा के पाठ्यक्रम में पानी की पढ़ाई शामिल करना चाहिए। विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए जल साक्षरता का अभियान चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धरती के पोषण और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जल, जंगल और जमीन के रिश्ते को समझना जरूरी है। भावी पीढ़ी को जल, जंगल और जमीन के रक्षण, संरक्षण और पोषण का महत्व समझाना होगा। श्री सिंह ने कार्यशाला में सर्वसम्मति से गंदे पानी को साफ पानी के साथ नहीं मिलने देने का संकल्प पारित करने का सुझाव दिया। उन्होंने सभी शहरों में वाटर-बॉडीज (Water-bodies) की पहचान और सीमांकन कर उन्हें अधिसूचित करने का भी सुझाव दिया, जिससे इन पर अतिक्रमण को रोकने स्थानीय शासन द्वारा प्रभावी कदम उठाए जा सके।भू-वैज्ञानिक डॉ. विपिन दुबे ने कार्यशाला में रायपुर शहरी क्षेत्र के भूगर्भीय जलस्रोतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम बारिश के पानी को व्यर्थ बहने देते हैं, जबकि इसका उपयोग जलस्तर को रिचार्ज करने में किया जाना चाहिए। उन्होंने उपयोग किए हुए पानी के रिसायकल और रियूज पर भी जोर दिया। भू-वैज्ञानिक डॉ. के. पाणिग्रही ने कार्यशाला में कहा कि यदि हम 30 प्रतिशत वर्षा जल को भी हार्वेस्ट कर लें तो रायपुर में पानी की दिक्कत नहीं होगी।कार्यशाला में गुजरात के सूरत म्युनिसिपल कार्पोरेशन के पर्यावरण अभियंता श्री शरद काक्लोतर और सहायक अभियंता श्री भरत चौधरी ने वहां भू-जल और वर्षा जल के संवर्धन के लिए किए जा रहे नवाचारों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भू-जल को रिचार्ज करने के विभिन्न तरीकों को अमल में लाने के साथ ही वहां जल संरक्षण के लिए उद्यान विकास, सरोवर पुनरोत्थान (Lake Rejuvenation), प्रभावी सीवेज प्रबंधन और उपयोग किए हुए जल के उपचार के बाद दोबारा उपयोग में लाने जैसे काम प्राथमिकता से किए जा रहे हैं।छत्तीसगढ़ क्रेडाई (CREDAI) के अध्यक्ष श्री मृणाल गोलछा, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के श्री जयशंकर गिरी, वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरुण कुमार पाण्डेय, जल संसाधन विभाग के उप अभियंता श्री जयंत कुमार बिसेन, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री विशाल द्विवेदी तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री ए.के. मालवे और कार्यपालन अभियंता सुश्री आशालता गुप्ता ने अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में जल संरक्षण-संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस., संचालक श्री आर. एक्का और राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय सहित सभी नगर निगमों के महापौर, सभापति और आयुक्त, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकायों के अभियंता, जल विशेषज्ञ, समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, नगरीय प्रशासन विभाग और सुडा के अधिकारी बड़ी संख्या में कार्यशाला में शामिल हुए।