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- -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निगम/मंडल/आयोग में नियुक्त अध्यक्षों एवं उपाध्यक्ष को दी शुभकामनाएंरायपुर / राज्य शासन द्वारा निगम आयोगों में पूर्व में प्रस्तावित नियुक्तियों में आंशिक संशोधन करते हुए श्रीमती शालिनी राजपूत को छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड का अध्यक्ष, श्रीमती चन्द्रकान्ति वर्मा को छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष, श्री श्रीनिवास राव मद्दी को छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड का अध्यक्ष तथा श्री केदार नाथ गुप्ता को छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी सम्मानितों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए विश्वास जताया कि सभी अपने-अपने दायित्वों का प्रतिबद्धता से निर्वहन करते हुए राज्य के विकास और जनहित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे।
- -जनता को मिलेगी बड़ी सुविधारायपुर / खनिज समृद्ध कोरबा जिले में अब खनिजों से प्राप्त निधि जनता की सुविधाओं में सीधे तब्दील हो रही है। जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) की राशि का उपयोग अब जनहित के ठोस कार्यों में किया जा रहा है, जिससे जिले के दूरवर्ती ग्रामों से लेकर नगरीय क्षेत्रों तक में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। इससे न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी।हाल ही में कलेक्टर श्री अजीत वसंत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में डीएमएफ मद से लगभग 143 करोड़ रुपए की लागत से 22 सड़क निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी गई। यह निर्णय सुशासन तिहार के दौरान जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों से प्राप्त मांगों के आधार पर लिया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि डीएमएफ की राशि का उपयोग वास्तविक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हो।इन स्वीकृत सड़कों में नगरीय क्षेत्रों की प्रमुख सड़कों के साथ-साथ दूरवर्ती अंचलों की महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी शामिल है,जिसमें विशेष रूप से उल्लेखनीय झगरहा-कोरकोमा-चचिया मार्ग (लंबाई 29 किमी) 29.80 करोड़ रुपये, ध्यानचंद चौक से बजरंग चौक तक दो लेन सी.सी. सड़क (2.84 किमी) 29.42 करोड़ रुपये, रामपुर से सिरली पहुंच मार्ग (8 किमी)ः 8.08 करोड़ रुपये,चैतुरगढ़ पर्यटन स्थल हेतु सीसी शोल्डर चौड़ीकरण (6.6 किमी) 5.33 करोड़ रुपये, घिनारा से खुंटाकुड़ा मार्ग (4.525 किमी) 5.80 करोड़ रुपये की लागत वाली सड़कें शामिल है।इनके अतिरिक्त पनगवा-जल्के, डोगरी-मुढ़ाली, पाथा-खरभहरा, जमनीपाली-गजरा, ओढालीडीह-तिलैहापारा, सीलीभुडु-कुदरीचिंगार, और सक्ती-कोरबा जैसे मार्गों को भी डीएमएफ मद से उन्नत किया जाएगा।डीएमएफ का मूल उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। कोरबा जिले में इस निधि का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास में लगातार किया जा रहा है, परंतु सड़क निर्माण जैसे ठोस कार्यों से अब इसका प्रभाव आम नागरिक सीधे अनुभव कर पाएंगे।कलेक्टर श्री वसंत ने कहा कि डीएमएफ से स्वीकृत सड़कों के निर्माण से न केवल गांवों और शहरों के बीच संपर्क मजबूत होगा, बल्कि रोजगार और विकास के अवसर भी बढ़ेंगे। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर गाँव तक पक्की और सुरक्षित सड़क पहुंचे।यह निर्णय न केवल शासन की जनकल्याणकारी सोच का परिचायक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे खनिज संसाधनों से प्राप्त निधि का विवेकपूर्ण उपयोग जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में किया जा सकता है। आने वाले समय में जब ये सड़कें धरातल पर उतरेंगी, तो कोरबा जिले का भूगोल और भविष्य दोनों बदले हुए नजर आएंगे।
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=पित्ताशय की पथरी की समस्या से जूझ रही थी मरीज, पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग में हुई सफल लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी
=मरीज के अटेंडर सिबोनेलो सनेलिस जुंगु का कहना- भारत के डॉक्टर साउथ अफ्रीका में मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे तो हम भी भारत में क्यों नहीं इलाज करा सकते? हमें यहां के डॉक्टरों पर पूरा भरोसा-क्रिसेंट (दक्षिण अफ्रीका) की निवासी मरीज ऑपरेशन के बाद हुई डिस्चार्जरायपुर/ पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित जनरल सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने राजधानी रायपुर में पढ़ाई कर रही साऊथ अफ्रीकी छात्रा के गाल ब्लैडर के स्टोन (पित्ताशय की पथरी) की सफल लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी सर्जरी कर विगत छह महीनों से मरीज को रह-रहकर उठने वाले पेट दर्द की समस्या से निजात दिलाई है। हालांकि यह सर्जरी विभाग में रूटीन में होती है लेकिन विगत दिनों की गई लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी इसलिए विशेष है कि छात्रा ने सर्जरी के लिए अपने देश वापस जाने की बजाय अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों पर भरोसा करते हुए यहीं सर्जरी कराने का निश्चय किया। मरीज के अटेंडर सिबोनेलो सनेलिस जुंगु का कहना है कि भारत के डॉक्टर साउथ अफ्रीका में मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे तो हम भी भारत में क्यों नहीं इलाज करा सकते? हमें यहां के डॉक्टरों पर पूरा भरोसा है।जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह के अनुसार, राज्य के निजी विश्वविद्यालय में बीएससी साइकोलॉजी में अध्ययनरत 21 वर्षीय छात्रा को 06 मई 2025 की रात को पेट में तीव्र दर्द की शिकायत हुई। साथ में उल्टी और भूख नहीं लग रही थी। छात्रा निजी अस्पताल में गई जहां उसकी जांच में पित्ताशय की पथरी होने की पुष्टि हुई। मरीज के परिजनों ने विगत कुछ समय से चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल में हुई कई सफल ऑपरेशन के बारे में सुना था। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका के कई अस्पतालों में भारतीय डॉक्टर सेवा दे रहे हैं जिससे मरीज के घरवालों का विश्वास भी यहां के डॉक्टरों के प्रति बरकरार है। अंततः उनके घरवालों को विश्वविद्यालय द्वारा सूचना दी गई और उनके अटेंडर ने अम्बेडकर अस्पताल का चयन किया और मरीज को यहां लेकर आये। जहां पर सर्जरी विभाग में मरीज का उपचार चला। सभी जांचें हुईं और मरीज की लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी मिनिमल इनवेसिव सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद मरीज का कहना है कि वह पहले से बहुत अच्छा महसूस कर रही है और उसे अब पेट में दर्द भी नहीं हो रहा है।डॉ. मंजू सिंह के अनुसार, जब ये छात्रा यहां भर्ती हुई तब हमने नियमानुसार सबसे पहले इसकी सूचना चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी और अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर को दी। डीन डॉ. विवेक चौधरी एवं अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने मरीज की सर्जरी से संबंधित समस्त औपचारिकताओं को अतिशीघ्र पूर्ण कराकर विदेशी छात्रा के इलाज को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। साथ ही छात्रा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। सर्जरी के बाद मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई है।सर्जरी विभाग में नियमित रूप से होती है लेप्रोस्कोपिक सर्जरी - डॉ. सोनकरअम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर (जो स्वयं सर्जरी विभाग के सर्जन हैं) के अनुसार सर्जरी विभाग में सभी प्रकार के लेप्रोस्कोपिक सर्जरी जैसे - हर्निया सर्जरी, हाइडैटिड सिस्ट, लेप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी, डायग्नोस्टिक लेप्रोस्कोपिक, लेप्रोस्कोपिक रेक्टोपेक्सी, लेप्रोस्कोपिक जीआई सर्जरी, लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी, लेप्रोस्कोपिक वेंट्रल और इंसिज़नल हर्निया सर्जरी नियमित रूप से होते हैं। ये सभी सर्जरी शासन की स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत निशुल्क होते हैं।क्या है लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमीलेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें गाल ब्लैडर (पित्ताशय) को शरीर से हटाया जाता है। यह प्रक्रिया लेप्रोस्कोप नामक एक पतली कैमरा लगी हुर्द ट्यूब की सहायता से की जाती है जो पेट के भीतर का दृश्य स्क्रीन पर दिखाती है। पित्ताशय की पथरी हो जाने पर गाल ब्लैडर को हटाया जाता है। मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया दिया जाता है। एक चीरे से लेप्रोस्कोप डाला जाता है और अन्य चीरे से सर्जिकल उपकरण। स्क्रीन पर देखते हुए गाल ब्लैडर को काटकर निकाल दिया जाता है। चीरे बंद कर टांके लगाए जाते हैं। इस सर्जरी में कम चीरे, कम दर्द, जल्दी रिकवरी हो जाती है और अस्पताल में कम समय लगता है। लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित मानी जाती है जब तक की मरीज को कोई अन्य जटिलता न हो।मरीज का ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ.मंजू सिंह के साथ डॉ.अमित अग्रवाल, डॉ. मनीष साहू, डॉ.अंजलि जालान, डॉ. आयुषी गोयल, डॉ.पूजा जैन एवं एनेस्थीसिया टीम में डॉ. प्रतिभा शाह एवं डॉ. मंजुलता टंडन एवं शामिल रहीं। - -मुख्यमंत्री ने मुंगेली जिला ग्रंथालय में किया अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पणरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि “शिक्षा ही जीवन की असली पूंजी है। इसके बिना जीवन अधूरा है। यह न केवल रोजगार का माध्यम है, बल्कि समग्र विकास का आधार भी है।” वे आज सवेरे मुंगेली जिला मुख्यालय में जिला ग्रंथालय में 29.90 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, मुंगेली विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले तथा पूर्व सांसद श्री लखन साहू भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए आदर्श विद्यार्थी के पाँच गुण “काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च। अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को अनुशासित, मेहनती और लक्ष्यनिष्ठ बनने की प्रेरणा दी। एक छात्र द्वारा सोशल मीडिया के प्रभाव पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, डिजिटल युग में अच्छाई को अपनाएं और बुराई से दूर रहें। श्री साय ने अपने छात्र जीवन के संघर्ष साझा करते हुए बताया कि अविभाजित रायगढ़ जिले में शिक्षा के अवसर सीमित थे। नटवर स्कूल ही एकमात्र विकल्प था। उन्होंने विद्यार्थियों से समय का सदुपयोग करने, कभी निराश न होने और परिश्रम को अपना मूल मंत्र बनाने का आह्वान किया।मुख्यमंत्री ने ‘प्रयास’ और ‘नालंदा परिसर’ जैसे शैक्षणिक नवाचारों की सराहना की और कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में आधुनिक ग्रंथालय स्थापित किए जाएं। उन्होंने मुंगेली जिला ग्रंथालय की सराहना करते हुए बताया कि यह ग्रंथालय अब तक सैकड़ों युवाओं की सफलता की नींव बन चुका है। उन्होंने इसे केवल अध्ययन का स्थल न मानकर एक सफलता केंद्र बताया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री को तोप सिंह कुंभकार द्वारा उनके चित्र का हस्तनिर्मित छायाचित्र तथा भगवद् गीता और अन्य स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।गौरतलब है कि जिला ग्रंथालय में वर्तमान में यहाँ 4780 से अधिक पुस्तकों का संग्रह, 893 पंजीकृत सदस्य, 32 टेबल, 11 सीसीटीवी कैमरे हैं। कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
- -निर्माणाधीन महतारी सदन का लिया जायजा, पानी से की तराई-अछोटी और मुरमुंदा में योजनाओं का निरीक्षण एवं लोकार्पणरायपुर /राज्य सरकार द्वारा सुशासन को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे सुशासन तिहार के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड अंतर्गत ग्राम अछोटी का औचक दौरा किया।ग्राम अछोटी में मुख्यमंत्री श्री साय हेलीकॉप्टर से अचानक पहुंचे और डायट कॉलेज परिसर में 29 लाख 20 हजार रुपये की लागत से निर्माणाधीन महतारी सदन का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता का मुआयना किया और स्वयं अपने हाथों से भवन के कॉलम की तराई कर कार्य की मजबूती और पारदर्शिता का संदेश दिया। महतारी सदन, ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और सामुदायिक संवाद का केंद्र बनेगा।इसके पश्चात मुख्यमंत्री मुरमुंदा पहुंचे, जहां उन्होंने अटल आवास योजना के अंतर्गत निर्मित 226 आवासों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने अटल आवास क्रमांक 226 के हितग्राही श्री तुषार को अपने हाथों से चाबी सौंपी और उन्हें गृह प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अन्य हितग्राहियों को भी उनके मकान की चाबी सौंपते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।सुशासन तिहार का उद्देश्य शासन की योजनाओं और सेवाओं को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से पहुंचाना, जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना तथा प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित करना है। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में समाधान शिविर, निरीक्षण दौरे, विकास कार्यों की समीक्षा और योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन जैसे विविध कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय का प्रदेश के गांव-गांव में आकस्मिक दौरा समाधान शिविर में उनकी स्वयं की मौजूदगी और जनसमस्याओं का निदान सुशासन को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण आयाम है, जिससे आमजनता में सरकार के प्रति विश्वास और सहभागिता की भावना और अधिक सुदृढ़ हुई है।
- -मुख्यमंत्री ने मुंगेली जिला ग्रंथालय में किया अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पणरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि “शिक्षा ही जीवन की असली पूंजी है। इसके बिना जीवन अधूरा है। यह न केवल रोजगार का माध्यम है, बल्कि समग्र विकास का आधार भी है।” वे आज सवेरे मुंगेली जिला मुख्यालय में जिला ग्रंथालय में 29.90 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, मुंगेली विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले तथा पूर्व सांसद श्री लखन साहू भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए आदर्श विद्यार्थी के पाँच गुण “काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च। अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को अनुशासित, मेहनती और लक्ष्यनिष्ठ बनने की प्रेरणा दी। एक छात्र द्वारा सोशल मीडिया के प्रभाव पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, डिजिटल युग में अच्छाई को अपनाएं और बुराई से दूर रहें। श्री साय ने अपने छात्र जीवन के संघर्ष साझा करते हुए बताया कि अविभाजित रायगढ़ जिले में शिक्षा के अवसर सीमित थे। नटवर स्कूल ही एकमात्र विकल्प था। उन्होंने विद्यार्थियों से समय का सदुपयोग करने, कभी निराश न होने और परिश्रम को अपना मूल मंत्र बनाने का आह्वान किया।मुख्यमंत्री ने ‘प्रयास’ और ‘नालंदा परिसर’ जैसे शैक्षणिक नवाचारों की सराहना की और कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में आधुनिक ग्रंथालय स्थापित किए जाएं। उन्होंने मुंगेली जिला ग्रंथालय की सराहना करते हुए बताया कि यह ग्रंथालय अब तक सैकड़ों युवाओं की सफलता की नींव बन चुका है। उन्होंने इसे केवल अध्ययन का स्थल न मानकर एक सफलता केंद्र बताया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री को तोप सिंह कुंभकार द्वारा उनके चित्र का हस्तनिर्मित छायाचित्र तथा भगवद् गीता और अन्य स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।गौरतलब है कि जिला ग्रंथालय में वर्तमान में यहाँ 4780 से अधिक पुस्तकों का संग्रह, 893 पंजीकृत सदस्य, 32 टेबल, 11 सीसीटीवी कैमरे हैं। कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ में पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को मजबूती प्रदान करने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा की गई पहल, अब धरातल पर सफलता की नई इबारत लिख रही हैं। इन्हीं प्रयासों का एक बेमिसाल उदाहरण बनकर उभरा है राज्य होटल प्रबंधन संस्थान नया रायपुर, जो आज न केवल प्रदेश के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण व्यावसायिक शिक्षा प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के योग्य भी बना रहा है। संस्थान की सबसे बड़ी सफलता इसका शत-प्रतिशत प्लेसमेंट रिकॉर्ड है।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के कुशल मार्गदर्शन, संस्कृति व पर्यटन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. के निर्देशन में यह संस्थान निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। इस संस्थान की स्थापना राज्य सरकार द्वारा युवाओं को आत्मनिर्भर और रोजगारपरक शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से की गई थी और आज यह उद्देश्य सफलता की नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।राज्य होटल प्रबंधन संस्थान रायपुर में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, अनुभवी फैकल्टी एवं इंडस्ट्री-कनेक्ट की बदौलत छात्रों को एक संपूर्ण पेशेवर के रूप में तैयार किया जाता है। संस्थान में चार प्रमुख पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं तीन वर्षीय बीएससी इन हॉस्पिटैलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन (जेएनयू, नई दिल्ली से संबद्ध) और तीन डिप्लोमा कोर्स फूड प्रोडक्शन, हाउसकीपिंग ऑपरेशन, और फूड एंड बेवरेज सर्विस। डिप्लोमा कोर्स की खास बात यह है कि महज एक वर्ष की पढ़ाई के बाद ही छात्र देश के प्रतिष्ठित फाइव स्टार होटलों में कार्य करने लगते हैं। यह युवाओं के लिए एक स्वर्णिम अवसर है, जो उन्हें कम समय में व्यावसायिक सफलता की ओर ले जाता है।इस संस्थान से बीएससी की तीन बैच अब तक उत्तीर्ण हो चुकी हैं और सभी को देश की प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार मिला है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 की बैच में 44 विद्यार्थियों को आईटीसी होटल्स, ताज होटल्स, मेफेयर होटल्स एंड रिसॉर्ट्स, ल मेरिडियन, रिलायंस रिटेल, जुबिलेंट फूड वर्क्स जैसे नामी ब्रांड्स से ऑफर मिले हैं। इनमें से 25 विद्यार्थियों को मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में चुना गया है, जिन्हें प्रशिक्षण पश्चात असिस्टेंट मैनेजर का पद प्राप्त होगा। जुबिलेंट फूड वर्क्स-डोमिनोज़ पिज्जा ने संस्थान के 5 विद्यार्थियों श्री शैलेंद्र पोर्ते, सुश्री तोशिमा पटेल, श्री विनोद, श्री सुमित राज एवं श्री सूर्यप्रकाश को असिस्टेंट गेस्ट डिलाइट मैनेजर के रूप में नियुक्त किया है। उन्हें प्रशिक्षण काल में 2.95 लाख रुपये वार्षिक वेतन, 12 प्रतिशत वैरिएबल पे और 60,000 रुपये डिफर्ड बोनस मिलेगा।राज्य होटल प्रबंधन संस्थान रायपुर के छात्र राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। एडिबल क्रॉकरी एंड कटलरी बडिंग शेफ प्रतियोगिता, एवरेस्ट बेटर किचन कुलिनरी एंड बेकरी चैलेंज जैसी प्रतियोगिताओं में छात्रों ने कई पुरस्कार जीतकर संस्थान और राज्य का नाम रोशन किया है। संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को भी पीछे नहीं छोड़ रहा है। इन्हें सरकारी योजनाओं के तहत छात्रवृत्तियाँ दिलाने में प्भ्ड रायपुर सक्रिय भूमिका निभा रहा है, जिससे हर इच्छुक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है।शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्सों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इच्छुक छात्र राज्य होटल प्रबंधन संस्थान नया रायपुर, से जुड़कर अपने करियर को नई उड़ान दे सकते हैं। यह संस्थान न केवल शिक्षा, बल्कि रोजगार और स्वावलंबन की दिशा में युवाओं के लिए एक सशक्त प्लेटफॉर्म सिद्ध हो रहा है। यह संस्थान अब केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि देश के भविष्य के हॉस्पिटैलिटी प्रोफेशनल्स को गढ़ने वाला सशक्त केंद्र बन चुका है।
- -सौंपी सपनों के घर की चाबी और सम्मानजनक जीवनरायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सुशासन तिहार के तहत् ग्राम मुरमुंदा स्थित अटल विहार योजना के अंतर्गत निर्मित 226 नवीन आवासों का विधिवत लोकार्पण कर हितग्राहियों को उनके सपनों का घर सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने भवन क्रमांक 226 के स्वामी श्री तुषार साहू को गृह प्रवेश कराते हुए कहा, आज हम आपको सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि आपके सपनों का आशियाना सौंप रहे हैं। यह क्षण न केवल आपके जीवन का बल्कि शासन के जनकल्याणकारी प्रयासों का भी स्मरणीय पड़ाव है।मुख्यमंत्री ने सभी हितग्राहियों को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की प्राथमिकता है कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को गरिमामय और सुरक्षित आवास उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि अटल विहार जैसी योजनाएं जनसामान्य को न केवल आवासीय सुविधा देती हैं, बल्कि उनके सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी अहम भूमिका निभाती हैं। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।साकार हुआ वर्षों का सपनाआवास क्रमांक 226 के लाभार्थी श्री तुषार साहू ने मुख्यमंत्री के हाथों गृह प्रवेश प्राप्त कर अभिभूत होते हुए कहा कि हमेशा एक सुंदर, स्वच्छ और शांत वातावरण में रहने का सपना देखा था। वर्षों का यह सपना आज साकार हुआ। मुख्यमंत्री जी द्वारा गृह प्रवेश कराना मेरे लिए गर्व और भावुकता का क्षण है। उन्होंने बताया कि यह 2 बीएचके आवास सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त है और बाज़ार मूल्य की तुलना में किफायती भी है। श्री साहू इस अवसर पर अपने माता-पिता और परिजनों के साथ उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने उनके आवास का अवलोकन भी किया और निर्माण गुणवत्ता की सराहना की।कई हितग्राहियों को मिली चाबीइस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा श्री रूपनारायण देवांगन, श्री अरुण साहू, तथा श्री चंद्रशेखर राठौर को भी उनके आवास की चाबी सौंपी गई। भवन क्रमांक 215 के स्वामी श्री अरुण साहू, जो भिलाई इस्पात संयंत्र में पदस्थ हैं। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट से पहले अपने स्वप्निल घर में प्रवेश करना मेरे जीवन की सबसे सुखद अनुभूति है। अटल विहार योजना के माध्यम से राज्य शासन ने हमें वह अवसर दिया है, जिसकी वर्षों से प्रतीक्षा थी।उज्ज्वल आवासीय भविष्य की सौगातछत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा संचालित अटल विहार योजना के तहत ग्राम मुरमुंदा में लगभग 10 एकड़ भूमि पर 24 करोड़ 57 लाख 98 हजार रुपए की लागत से कुल 226 स्वतंत्र आवास और 12 दुकानों का निर्माण किया गया है। इनमें 55 भवन ईडब्ल्यूएस श्रेणी, 69 एलआईजी-ए टाइप, 86 बी टाइप, 16 एमआईजी टाइप के हैं। सभी भवनों का विक्रय पूर्ण हो चुका है तथा 7 भवनों की रजिस्ट्री भी की जा चुकी है।
- -मुरमुंदा के हाईस्कूल को हायर सेकण्डरी स्कूल में उन्नयन की घोषणा-हितग्राहियों को सामग्री, चेक, केसीसी और एटीएम कार्ड वितरितदुर्ग, /सरकार का काम केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उनका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। जब हम गांव-गांव जाकर समाधान शिविर लगाते हैं, तो यह हमारी जवाबदेही का प्रमाण है। यह कार्य वही सरकार कर सकती है, जो ईमानदारी से जनता के लिए काम करती हो। यह बात मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड की ग्राम पंचायत मुरमंदा में आयोजित समाधान शिविर को संबोधित करते हुए कही।मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान शिविर केवल एक सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन की जनसामान्य के प्रति उत्तरदायित्व का जीवंत प्रमाण है। हमारी सरकार ने एक वर्ष पूर्ण होने पर जनता के समक्ष रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया था, और अब डेढ़ साल बाद पुनः जनता के बीच अपने कामकाज का रिपोर्ट दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन तिहार के तहत् दुर्ग 19 वां जिला है जहां वे सुशासन शिविर में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि औचक निरीक्षण और सुशासन शिविर में लोगों से फीडबैक पाकर इस बात की खुशी होती है कि हमारी सरकार ने डेढ़ सालों में जो काम किया है उसका लाभ जनता को मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि मुरमुंदा शिविर में कुल 2630 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2539 मामलों का मौके पर समाधान कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि शिविर में प्राप्त सभी आवेदनों का पूर्ण निराकरण किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार हर घर तक बिजली और नल से जल पहुंचाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना में 18 लाख गरीब परिवारों के हक छीनने का काम किया। गरीबों से उनका घर और छत छीनने का काम करके पूर्ववर्ती सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना का बंटाधार कर दिया था। इसी तरह, नल-जल योजना में भी पिछली सरकार की अनियमितताओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में टंकियां तो बना दी गईं, लेकिन पानी का कोई प्रबंध नहीं था। हमारी सरकार ने इन योजनाओं को सुधारा और धरातल पर लागू किया।किसान, मजदूर और बुजुर्ग हर वर्ग के लिए योजनाएंमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार अपने वादे के अनुसार किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रूपए की दर से कर रही है, पिछले दो वर्षों का बोनस भी किसानों को दिया गया है। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के माध्यम से बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा का अवसर मिला है। श्री रामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना के तहत 22000 से अधिक लोग अयोध्या दर्शन कर चुके हैं। भूमिहीन कृषि मजदूरों को 10,000 रूपए की वार्षिक सहायता दी जा रही है। स्वामित्व कार्ड का वितरण तेजी से किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने भूमि रजिस्ट्री प्रणाली में सुधार का भी उल्लेख किया और बताया कि अब रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण स्वतः हो जाएगा, लोगों को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। यदि कोई व्यक्ति अपने बेटा-बेटी को ज़मीन देना चाहता है, तो 500 रूपए में दानपत्र देकर कार्य पूरा कर सकता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्रों की स्थापना की जा रही है। अब तक 1460 ग्राम पंचायतों में यह केंद्र शुरू हो चुके हैं, जहां प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख रुपए तक के बैंकिंग ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। अगले एक वर्ष में सभी ग्राम पंचायतों तक यह सुविधा पहुंचाने का लक्ष्य है।शिविर में किया गया सामग्री वितरणमुख्यमंत्री श्री साय ने समाधान शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को गृह प्रवेश की चाबियां, मनरेगा श्रमिकों को जॉब कार्ड, पात्र हितग्राहियों को सामाजिक पेंशन, किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, चेक और एटीएम कार्ड वितरित किए। मुख्यमंत्री श्री साय ने अंत में कहा कि सरकार का कार्य सिर्फ शासन चलाना नहीं, बल्कि जनता की सेवा करना है। जब शासन जनता के द्वार तक आता है, तभी असली सुशासन स्थापित होता है। सुशासन शिविर को उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, विधायक श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक साजा श्री ईश्वर लाल साहू, पूर्व विधायक श्री प्रेमप्रकाश पांडेय, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं मुरमुंदा सहित 15 पंचायतों के ग्रामीण जन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
- -मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान की गई घोषणाओं पर त्वरित अमल करने, पंचायतों में अटल डिजिटल केन्द्रों को सक्रिय किए जाने सहित अन्य मुद्दो पर कलेक्टर द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश-आगामी मानसून के मद्दे नज़र बाढ़ आपदा बचाव एवं पूर्ण राहत कार्ययोजना से अवगत कराया गया विभागों कोदंतेवाड़ा । आज कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत द्वारा कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली गई। बैठक में कलेक्टर ने सर्वप्रथम माननीय मुख्यमंत्री द्वारा विगत प्रवास के दौरान की गई महत्वपूर्ण घोषणाओं पर तुरन्त प्रभावी कार्यवाही किये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि नियद नेल्लानार योजना के तहत ग्रामों में आधार कार्ड एवं राशन कार्ड बनाये जाने हेतु शिविर लगाने हेतु शेड्यूल बनाकर युद्ध स्तर संबंधित विभाग क्रियान्वयन करें। इसके लिए डोर टू डोर सर्वे कराकर आवेदन लेने के प्रक्रिया प्रारंभ सहित जिन-जिन ग्रामों में आधार कार्ड प्रदाय में भारी अंतर परिलक्षित हो रहा है। उसे लक्षित करके शत-प्रतिशत संतृप्तिकरण किया जाना विभागों की प्राथमिकता रहेगी। इसके साथ ही राशन कार्ड बनाए जाने के प्रक्रिया छूटे हुए हितग्राहियों को विभागीय मॉनटरिंग किया जा कर त्वरित राशन कार्ड बनाये जाए। इन मूलभूत आवश्यकता वाले कार्यों को जिला स्तर पर स्वयं विभाग प्रमुख प्रतिदिन कार्य की प्रगति के संबंध में रिपोर्ट करेगें। इसके साथ ही नियद नेल्लानार के चिन्हित ग्रामों में संबंधित विभागों द्वारा किये जाने वाले विकास कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग हेतु व्यक्तिगत रूप से विभाग प्रमुख प्रगति का जायजा लेगें। साथ ही पेंशन प्रकरण एवं महतारी वंदन जैसे योजनाओं में हितग्राहियों को भुगतान हर महीने के 10 तारीख से पहले सुनिश्चित किया जाये। इस प्रकार शालाओं में भी मिड-डे-मिल प्रदाय, छात्राओं एवं शिक्षकों की नियमित उपस्थिति पर भी विभागीय अधिकारियों की सतत निगरानी रहेगी।इसके अलावा उन्होंने जिले के पंचायतों में प्रारंभ किये गये अटल डिजिटल सेवा केन्द्रों की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी सेवा केन्द्रों में सक्रिय रूप से हितग्राहियों को बैंकिंग, पेंशन सहित मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास एवं अन्य भुगतान संबंधी सेवाओं को कार्यशील करे। इस संबंध में आगामी समय-सीमा बैठक में संबंधित विभाग अद्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत करेगे। जिले में पर्यटन सुविधाओं के विस्तारीकरण के तहत होम-स्टे प्रारंभ किये जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि पर्यटकों हेतु मुलेर, कुम्हाररास, पालनार और बारसूर के चयनित ग्रामों में होम-स्टे सेवा प्रारंभ होगी। इसके लिए पंचायत स्तर पर होम-स्टे संचालित करने वाले इच्छुक हितग्राहियों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाकर प्रस्ताव जिला स्तर पर उपलब्ध कराये।बाढ़ आपदा बचाव एवं पूर्ण राहत कार्ययोजना पर भी समय-सीमा की बैठक में हुई समीक्षाइसके साथ ही समय-सीमा बैठक में कलेक्टर ने आगामी मानसून के मद्दे नज़र बाढ़ आपदा बचाव एवं पूर्ण राहत कार्य योजना के संबंध में भी विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। बैठक में आगामी मानसून में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था करने के लिए जिला व तहसील स्तर पर सेल तथा बाढ़ समिति का गठन किया जाने। प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत के संबंध में जिला व तहसील स्तर पर स्थापित वर्षा मापक यंत्रों का उचित रखरखाव। पहुंच विहीन क्षेत्रों में राशन एवं खाद्यान्न सामग्री के भंडारण चिकित्सा एवं प्राथमिक उपचार की दृष्टि आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता, पेयजल की शुद्धता एवं स्वच्छता को दृष्टिगत रखते हुए कुआं, हैंडपंप आदि में ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने, बाढ़ से बचाव संबंधी जो भी उपकरण जो जिले में उपलब्ध हैं उनकी दुरूस्ती आदि कराकर उपयोग हेतु तैयार रखने, बायो टॉयलेट की व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर ने पूर्व से ही तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान बताया गया कि नगरीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति प्रायः नालियों के अवरुद्ध हो जाने के कारण होती है अतः स्थानीय प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित कर लिया जावे कि संबंधित नगर पालिका अधिकारी नगर के तमाम नालियों की सफाई नियमित रूप से कराये। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित ग्रामों एवं पहुंचविहीन क्षेत्रों बिजली आपूर्ति सुनिष्चित करने हेतु आवष्यक उपकरणों की व्यवस्था करने के लिए भी निर्देषित किया गया। इसके अलावा मानसून के दौरान जिले के नदी नालों में बढ़ते जलस्तर तत्काल रिपोटिंग करने हेतु कर्मचारियों को नियुक्त करने, खतरे के निशान को इंगित करने वाले साइन बोर्ड आदि की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया। कलेक्टर ने यहां भी कहा कि इस सीजन मौसमी बीमारियों सहित सर्पदंश उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग पर्याप्त मात्रा में दवाइंयां एवं एंटी डोज को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्धता रखें। साथ ही उन्होंने जिले के आश्रम छात्रावासों में मलेरिया इत्यादि से बचाव हेतु मच्छरदानियां एवं खिड़कियों जालियों की व्यवस्था, प्रसाधन कक्षों एवं छात्रावास परिसर के नालियों में डीडीटी के छिड़काव के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके साथ ही बैठक में समय-सीमा के पूर्व निर्धारित प्रकरणों पर भी कलेक्टर ने जानकारी लेते हुए दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान अपर कलेक्टर श्री राजेश पात्रे सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
- रायपुर। देश की सीमाओं पर लगातार बदलते हालात के बीच नागरिक सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। ऐसे समय में जब दुश्मन न केवल सीमा पर बल्कि आम जनता के बीच भ्रम और भय का माहौल बनाने की कोशिश करता है, तब जरूरत होती है एक ऐसे प्रशिक्षित नागरिक वर्ग की, जो संकट की घड़ी में प्रशासन के साथ खड़ा हो और खुद भी आत्मरक्षित हो सके। इसी उद्देश्य से नगर सेना की ओर से सिविल डिफेंस वालंटियर्स के रूप में आम नागरिकों को आमंत्रित किया जा रहा है।डॉक्टर, इंजीनियर, छात्र, नर्स, ड्राइवर, वकील, नाविक, कुशल तैराक, सेवानिवृत्त कर्मचारी और अन्य आम नागरिक My Bharat पोर्टल (https://mybharat.gov.in) या जिला सेनानी, नगर सेना, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं, रायपुर के कार्यालय में जाकर पंजीकरण करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क नंबर 0771-2418823 पर संपर्क किया जा सकता है।सिविल डिफेंस का हिस्सा बनना सिर्फ एक सेवा नहीं, यह हर जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य है। यह वह विशेष वर्ग होता है जो आपदा, हवाई हमले, बाढ़, भूकंप या दुर्घटना जैसी आपात स्थितियों में न केवल खुद को बचाता है, बल्कि प्रशासन को सहयोग करते हुए समाज की भी रक्षा करता है।इस राष्ट्र ने कई संकट झेले हैं, और हर बार नागरिकों ने एकजुट होकर देश का साथ दिया है। इस बार भी, यदि जरूरत पड़ी, तो सीमा पर हमारी सेना के साथ शहरों में आप जैसे सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात होंगे। इसलिए समय ना गंवाएं, खुद को प्रशिक्षित करें और देश सेवा में सहभागी बनें।रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र की प्रति और दो पासपोर्ट साइज फोटो आवश्यक हैं।
- परीक्षा केंद्र में पेयजल-बिजली की उपयुक्त व्यवस्था करेंः आयुक्त विश्वदीपरायपुर । नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप ने आज कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में बीएड-डीएड की परीक्षा सुचारू रूप से संचालित करने अधिकारियों की बैठक ली। आयुक्त श्री विश्वदीप ने कहा कि परीक्षा दिवस से पूर्व परीक्षा कक्षों में रोशनी, पंखे, फर्नीचर, पेय जल व शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करें और साफ सफाई का विशेष ध्यान दें। परीक्षा केंद्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की उचित व्यवस्था करें। परीक्षों केंद्रों में उपयुक्त व्यवस्था करें और सभी अभ्यर्थी समय से पहले परीक्षा केंद्र पहुंचे।प्री.बी.एड और प्री.डी.एल.एड प्रवेश परीक्षा 22 मई कोछत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल, रायपुर द्वारा आयोजित प्री.बी.एड (B.Ed-25) और प्री.डी.एल.एड (DELED-25) प्रवेश परीक्षा 22 मई को 2 पालियों में आयोजित की जाएगी। प्रथम पाली सुबह 10 बजे से 12.15 बजे तक एवं द्वितीय पाली दोपहर 2 बजे से शाम 4.15 बजे तक संचालित की जायेगी। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने परीक्षा के सुचारू रूप से संचालन के लिए अपर कलेक्टर श्री नवीन कुमार ठाकुर को को-आर्डिनेटिंग सुपरवाइजर, डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम प्रसाद रजक और रोजगार अधिकारी श्री केदार पटेल को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
- टीमवर्क और जवाबदेही के साथ काम करें शिक्षक-प्राचार्यः कलेक्टर डॉ. सिंहरायपुर। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आज जे.आर. दानी कन्या विद्यालय में जिले के समस्त प्राचार्य और अधिकारियों की बैठक ली। शिक्षा व्यवस्था को गुणवत्तापूर्वक बनाने उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि सभी प्राचार्य जवाबदेही और टीमवर्क के साथ काम करें। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्ययोजना बनाएं, हर शिक्षक अपनी जिम्मेदारी समझे और रिजल्ट ओरिएंटेड कार्य करें।कलेक्टर डॉ. सिंह ने शिक्षकों को शाला में नियमित रूप से उपस्थित रहने निर्देश दिया। शिक्षकों से उन्होंने कहा कि वार्षिक टाइम-टेबल बनाकर सिलेबस समय पर पूरा करें। शाला प्राचार्य अब बच्चों की कॉपी चेक करेंगे और जहां आवश्यकता होगी, सुझाव देंगे और बदलाव करेंगे।कलेक्टर डॉ. सिंह ने सभी से रूबरू होकर उनकी समस्याएं जानी और कहा कि शिक्षकों को अच्छे परिणाम देने प्रोत्साहित करे ताकि रायपुर जिले का परिणाम बेहतर हो। बैठक में संयुक्त संचालक श्री राकेश पांडेय, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय खंडेलवाल, शाला प्राचार्य और समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।
- मछुवारों को शासकीय योजनाओं का लाभ लेने प्रोत्साहित करने के दिए निर्देशबिलासपुर/जिला पंचायत सभा भवन में आज छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा द्वारा जिले के मछुआ सहकारी समितियों के अध्यक्ष एवं सदस्यों का बैठक लिया गया। बैठक में मछली पालन विभाग की योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, किसान केडिट कार्ड, मछुवा बीमा एवं किसानों को लाभ दिलाने हेतु जो योजनायें संचालित है उसकी समीक्षा की गई। अध्यक्ष द्वारा मछुवारों का आर्थिक लाभ हेतु शासकीय योजनाओं का लाभ लेने प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने तालाबों की साफ-सफाई, मछलियों के अधिक उत्पादन बढ़ाने हेतु तालाबों में परिपूरक आहार डालने, उत्पादों को बाजारों में बेचने से अधिक लाभ होने संबंधी जानकारी दी गई। अध्यक्ष ने बताया कि सरकार सुशान तिहार के माध्यम से अनेक जनकल्याणकारी योजनायों की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने, किसानों और अन्य व्यक्तियों तक पहुंचाने का काम कर रही है।बैठक में अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि सम्पर्क से सिद्वी तक आर्थिक स्थिति को दोगुना करने के लिए तालाबों की पट्टे अवधि को 07 साल से 10 तक किया गया, जिसमें मछली पालन विभाग द्वारा अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित है जैसे- नाव जाल सहायता, आईस बाक्स, स्पान संवर्धन योजना, 50 प्रतिशत अनुदान पर मत्स्य बीज वितरण, मछुआ दुर्घटना बीमा, एवं महतारी वन्दन योजना, उज्वाला गैस योजना, किसान सम्मननिधि, किसान क्रेडिट कार्ड, आदि योजनाओं के माध्यम से मछुवारा, किसान भाईयों एवं बहनों का आय दोगुना करने के लिये केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से आर्थिक आय दोगुना करने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है।कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री रामचरण कोर्राम एवं श्री विजय ध्रुव, श्री विक्रम निषाद, किसन, रामेश्वर कैवर्त, गजेन्द्र कैवर्त, बी.पी. निषाद , श्री रोहित कैवर्त अध्यक्ष मौली माता सह0 समिति, चनाडोगरी मनमोहन धीवर साजापाली, रामेश्वर प्रसाद ओखर, भास्कर कश्यप बनियाडीह, कमलेश गढ़ेवाल किरारी, राजेश वर्मा, चेतनसिंह जॉजी, योगेश कुर्रे एरमसाही, छत्तलाल कर्रा, रामू अवधोलिया चिल्हाटी, शिवमोहन बघेल रतनपुर, गजपाल चन्द्रसेन टिकारी, आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
- बिलासपुर/महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 39 के अंतर्गत 'सपोर्ट पर्सन' इम्पैनल हेतु इच्छुक व्यक्तियों और संगठनों से रूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की गई है। इच्छुक पात्र आवेदक या संगठन 23 मई 2025 तक निर्धारित प्रारूप में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। आवेदन से संबंधित विस्तृत जानकारी एवं प्रारूप जिले की आधिकारिक वेबसाइट bilaspur.gov.in पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त, जिला महिला एवं बाल विकास विभाग, बिलासपुर के कार्यालय के नोटिस बोर्ड में भी संबंधित सूचना चस्पा की गई है।
- शिविर में 122 ग्रामीणों को राशन कार्ड, श्रम कार्ड एवं केसीसी सहित हितग्राहीमूलक सामग्री का किया वितरणरायपुर/वन मंत्री श्री केदार कश्यप आज कोंडागांव जिले के ग्राम बम्हनी में सुशासन तिहार के तीसरे चरण में आयोजित समाधान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती नुपूर राशि पन्ना सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।वन मंत्री श्री कश्यप ने शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल में अधिकारियों से सुशासन तिहार में प्राप्त मांगों और शिकायतों के निराकरण की जानकारी ली और संवेदनशीलता के साथ निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए। ग्राम बम्हनी में आयोजित समाधान शिविर में क्लस्टर अनुसार 20 गांवों बम्हनी, सम्बलपुर, कारसिंग, कुसमा, कचोरा, इसलनार, चमई, हंगवा, तोतर, गोलावण्ड, बोरगांव, झारा, मयूरडोंगर, पोलग, खण्डाम, बेतबेड़ा, खचगांव, सोनाबाल, मड़ानार और नगरी गांव के ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपनी मांगे और समस्याएं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए। कई आवेदनों का त्वरित निराकरण के साथ शेष आवेदनों पर निराकरण आवश्यक कार्यवाही पूरी करने के बाद की समय सीमा में की जाएगी। सुशासन तिहार में बम्हनी क्लस्टर अंतर्गत कुल 20 गांवों से कुल 02 हजार 891 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें से अब तक 02 हजार 832 का निराकरण हो चुका है। इसमें सबसे ज्यादा आवेदन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को 1,594 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 1570 आवेदन निराकृत किया गया है।वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए तीन चरणों में सुशासन तिहार का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सहित मंत्रीगण विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वाधिक प्राथमिकता का कार्य राज्य के सभी जरूरतमंदों को आवास उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मंशानुरूप और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य के दूरस्थ अंचलों तक विकास के माध्यम से अंतिम व्यक्ति तक शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार निरंतर प्रयासरत है। बस्तर के सुदूर क्षेत्रों में सड़क मार्ग, आवागमन सुविधा के साथ दूरसंचार सेवा के विस्तार के लिए कार्य किया जा रहा है। वन मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से किसानों के कल्याण के साथ, आयुष्मान कार्ड योजना से 05 लाख तक मुफ्त इलाज और महतारी वंदन योजना से महिलाएं सशक्त हो रही हैं, तेंदूपत्ता संग्रहणकर्ताओं को वाजिब दाम मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार में प्राप्त मांगों और शिकायतों का शत-प्रतिशत निराकरण शासन की प्राथमिकता है। सभी विभाग के अधिकारी प्राप्त आवेदनों का निराकरण के लिए गंभीरता से कार्य करें।बम्हनी समाधान शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 10 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास पूर्णता प्रमाण पत्र एवं स्वच्छ भारत मिशन के तहत 03 हितग्राहियों को व्यक्तिगत शौचालय, राजस्व विभाग द्वारा 10 किसान किताब पुस्तिका एवं ग्राम पंचायत बम्हनी में कोटवार नियुक्त पत्र, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 05 जन्म प्रमाण पत्र और 05 आयुष्मान कार्ड का वितरण, शिक्षा विभाग द्वारा 04 जाति प्रमाण पत्र, खाद्य विभाग के माध्यम से 29 राशन कार्ड वितरण, श्रम विभाग द्वारा 08 श्रम पंजीयन, सहकारिता विभाग द्वारा 10 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, मत्स्य विभाग से 01 मत्स्य पालक को मछली जाल, कृषि विभाग द्वारा 12 ग्रामीण जन को धान बीज तथा उद्यान विभाग द्वारा 20 ग्रामीण जन को सब्जी बीज एवं जैविक खाद का वितरण किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 02 अन्नप्रासन और 02 महिलाओं का गोद भराई कार्यक्रम भी संपन्न हुआ।वन मंत्री ने दिलाई जल संरक्षण की शपथसमाधान शिविर में वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने समस्त ग्रामवासियों ने जल संरक्षण की महत्ता बताते हुए प्रत्येक घर में वाटर हार्वेस्टिंग की संरचना लगवाने, पानी के मूल्य को समझते हुए जल के अपव्यय को रोकने और पारंपरिक जल स्रोत्रों की साफ-सफाई और संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ दिलाई।इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता कोर्राम, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्री टोमेन्द्र सिंह ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रामदई नाग व श्रीमती यशोदा कश्यप, जनपद सदस्यगण श्रीमती लीलावती नाग, श्रीमती कमलेश्वरी सेठिया, श्री दीपेश अरोरा, श्री पवन कोर्राम, जिला पंचायत सीईओ श्री अविनाश भोई तथा कलस्टर अंतर्गत ग्राम पंचायतों के सर्व सरपंच, पंच एवं ग्राम के वरिष्ठजन उपस्थित रहे।
- मंत्री बोले-छत्तीसगढ़ में बात करने वाली नहीं, काम करने वाली सरकार, विकास कार्यों के लिए बजट की कोई कमी नहीं होगीरायपुर/ सुशासन तिहार के तहत आज महानदी के किनारे धमतरी विकासखण्ड के रूद्री गांव में समाधान शिविर में जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा शामिल हुए। शिविर में उपस्थित लोगों को संबांधित करते हुए श्री वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अब बात करने वाली नहीं, काम करने वाली विष्णु देव सरकार है। पिछले 18 महीनों में राज्य में हुए विकास कार्यों की बदौलत गांव-गांव, शहर-शहर तेजी से बदल रहा है। विकास के कामों के लिए बजट की कोई कमी नहीं होगी। राजस्व मंत्री ने रूद्री में महानदी घाट के किनारे सुसज्जित मुक्तिधाम बनाने के लिए 10 लाख रूपये और रूद्री के हाईस्कूल में रंगमंच बनाने के लिए 5 लाख रूपये की मंजूरी समाधान शिविर में ही दी। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय जो वादे जनता से किए थे, उन सभी वादों को सरकार ने योजनाएं लागू कर पूरा किया है। अब सरकार उनकी हकीकत जानने, समस्यायें व मांग सुनने लोगों के बीच पहुंच रही है। लोगों की समस्याएं सुलझाने सुशासन तिहार सरकार की संवेदनशील पहल है और इसके जरिए अब शिविरों के माध्यम से आप सभी को सरकार की जनहितकारी योजनाओं का लाभ दिलाना है।मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने मोदी की सभी गारंटियों को धरातल पर साकार किया है। प्रदेश के सभी लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। महतारी वंदन योजना से लेकर तेन्दूपत्ता संग्राहकों तक सभी लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार अब खेतीहर मजदूरों को भी 10 हजार रूपये सालाना आर्थिक सहायता देने की योजना शुरू कर रही है। राजस्व प्रकरणों को तेजी से निपटाने के लिए कई सुधार किए जा रहे हैं। राजस्व त्रुटि सुधार के लिए एसडीएम की जगह तहसीलदार को अधिकार दे दिए गए हैं। अब जमीन के रजिस्ट्री के साथ ही स्वतः ही नामांतरण भी हो जाएगा। इससे लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने नहीं पड़ेंगे, साथ ही समय और पैसे की बचत होगी।रूद्री क्लस्टर में मिले आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरणरूद्री क्लस्टर में शामिल 9 ग्राम पंचायतों से सुशासन तिहार के दौरान मिले कुल 5 हजार 359 आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण प्रशासन द्वारा कर दिया गया है। इसकी जानकारी आज शिविर में उपस्थित लोगों को दी गई। इनमें से से 5 हजार 235 आवेदन मांग और 124 आवेदन शिकायत से संबंधित थे। रूद्री में आयोजित समाधान शिविर में ग्राम पंचायत श्यामतराई, बेन्द्रानवागांव, भटगांव, सोरम, बोरिदखुर्द, रूद्री, गंगरेल, कसावाही और तुमराबहार गांव के लोग मौजूद रहे।84 हितग्राहियों को मिला शासकीय योजनाओं का लाभ, 155 की स्वास्थ्य जांच भी हुई -रूद्री में आयोजित समाधान शिविर में कुल 84 हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं का लाभ मिला। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग द्वारा 5 हितग्राहियों को आयुष्मान वय वंदन कार्ड प्रदाय किया गया तथा 155 लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच और औषधि वितरित की गई। परिवहन विभाग द्वारा 10 हितग्राहियों का लर्निंग लायसेंस भी समाधान शिविर में बनाया गया।धमतरी विधायक ने की सुशासन तिहार की तारीफरूद्री के समाधान शिविर में शामिल हुए धमतरी के विधायक श्री ओंकार साहू ने राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार की तारीफ करते हुए कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान करने का यह तरीका सबसे आसान है। उन्होंने सुशासन तिहार के दौरान मिले आवेदनों के निराकरण में धमतरी जिले के अव्वल होने पर भी प्रशासन की प्रशंसा की। श्री साहू ने कहा कि समस्याओं का समाधान करना लोकतांत्रिक सरकार का कर्तव्य है और लोगों की समस्याओं का समाधान अवश्य ही होना चाहिए। विधायक ने धमतरी में अवैध रेत उत्खनन तथा अवैध प्लाटिंग के बारे में भी शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया।रूद्री में आयोजित समाधान शिविर में पूर्व विधायक श्रीमती रंजना साहू, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री नेहरू निषाद, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री गौकरण साहू सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री प्रकाश बैस, रूद्री ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती लक्ष्मी बया, कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा, एसपी श्री सूरज सिंह परिहार, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती रोमा श्रीवास्तव और अन्य पंच आदि जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
- रायपुर/ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जनहित में आयोजित सुशासन तिहार ग्रामीणों के समस्याओं के निदान का सशक्त माध्यम बन चुका है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण ग्राम सुरेगांव (जिला बालोद) की राधिका बाई हैं, जिन्हें सुशासन तिहार के पहले चरण में आवेदन के बाद राशन कार्ड प्रदान किया गया है। इस कार्ड के माध्यम से अब राधिका बाई और उनके परिवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रति माह 35 किलोग्राम निःशुल्क अनाज प्राप्त होगा।राधिका बाई ने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उनके परिवार के लिए राशन कार्ड न होना एक बड़ी समस्या थी। शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाने से वे परेशान थीं। लेकिन सुशासन तिहार के समाधान शिविर में जब उन्हें राशन कार्ड सौंपा गया, तो उनकी वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हो गया। उन्होंने कहा कि अब हमें हर माह राशन मिलेगा, जिससे घर का खर्च आसानी से चल सकेगा। यह हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है।राधिका बाई ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सुशासन तिहार के माध्यम से आम ग्रामीणों की समस्याओं को समझा और समयबद्ध रूप से समाधान सुनिश्चित किया है। राधिका ने राज्य शासन की महतारी वंदन योजना का भी उल्लेख किया, जिसके माध्यम से उन्हें हर महीने एक हजार रूपए की सहायता मिल रही है। उल्लेखनीय है कि सुशासन तिहार 2025 के तहत बालोद जिले में आयोजित समाधान शिविरों के माध्यम से आम नागरिकों को शासन की मूलभूत सेवाओं एवं योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
- भानपुरी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का किया आकस्मिक निरीक्षणरायपुर/ उप मुख्यमंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा और वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने रविवार को जगदलपुर के करंदोला (भानपुरी) स्थित स्वास्थ्य केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में चर्चा भी किए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बसाक से अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में संज्ञान भी लिये। इस दौरान नगर निगम महापौर श्री संजय पांडेय, बस्तर जनपद के अध्यक्ष, नगर निगम के पार्षद, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
- सुशासन तिहार 2025: समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों का विभागीय अधिकारी उत्साह के साथ कर रहे निराकरण: उप मुख्यमंत्रीआम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए लगाया जा रहा है शिविर: वनमंत्रीप्रभारी मंत्री ने किया करन्दोला में महतारी सदन के लिए 29 लाख की घोषणारायपुर/ दो दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान रविवार की शाम को उप मुख्यमंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा एवं वनमंत्री श्री केदार कश्यप जगदलपुर के करन्दोला में सुशासन तिहार के तहत आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। समाधान शिविर को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का विभागीय अधिकारी उत्साह के साथ कर निराकरण कर रहे हैं। यह आम नागरिकों को तत्काल सुविधा देने की संवेदनशील पहल है। इस दौरान उन्होंने करन्दोला में महतारी सदन के लिए 29 लाख की घोषणा भी की।वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि सरकार सभी नागरिकों के हितों को ध्यान में रखकर जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। सरकार गांव, ग्रामीणों की समस्या को समझती है, गांवों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखती है, इसलिए सुशासन तिहार का कार्यक्रम संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आमजनों द्वारा दी गई आवेदनों पर विभागों के द्वारा तत्काल कार्यवाही की जा रही है। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप ने भी संबोधित करते हुए कहा कि सुशासन तिहार, समाधान शिविर में आवेदन पर विभागीय अधिकारी तत्काल निराकरण कर रहे है इसका जरूर लाभ लें।कार्यक्रम में मेघावी छात्रों को सम्मानित किया गया साथ ही विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र, आवास की स्वीकृति आदेश पत्र, दिव्यांगजनों को ट्राई सायकल, किसानों को बीज वितरण भी किए। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री और वन मंत्री ने विभागीय स्टालों का निरीक्षण किया और प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति का जायजा लिया। कार्यक्रम में जगदलपुर नगर निगम महापौर श्री संजय पाण्डेय, जनपद पंचायत बस्तर के अध्यक्ष संतोष बघेल, जिला और जनपद पंचायत के सदस्य, कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिंहा, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रतीक जैन सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।इस दौरान जिले के दो विकासखंड में समाधान शिविर का आयोजन किया गया था। विकासखण्ड बस्तर के करन्दोला (लेम्प्स के पास) में आयोजित समाधान शिविर में सम्मिलित ग्रामों में विश्रामपुरी, भानपुरी, मुरकुची, कुम्हली, मुंडागुड़ा, नंन्दपुरा, अमलीगुड़ा, बनियागांव, करन्दोला, बोड़नपाल, बेसोली, बाकेल, कुगांरपाल, गुमगा शामिल थे। इस शिविर में 4915 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें 4909 आवेदनों का निराकरण किया गया है और 06 लंबित हैं। सर्वाधिक आवेदन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को मिला था।इसके अलावा विकासखण्ड-बकावण्ड के मूली में आयोजित शिविर में बोरीगांव, कंरजी, कुम्हरावण्ड, बारदा, मूली, चापापदर, चिखलकरमरी, खमेसरी, किंजोली, पंडानार, नेगानार, मोहलई, रामपाल ग्राम पंचायत को शामिल किया गया था। इस शिविर में 3364 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें 3357 आवेदनों का निराकरण किया गया है और 07 लंबित हैं।
- रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका से यहां राजभवन में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रायपुर श्री दयानंद ने भेंट कर अमृत भारत स्टेशन के उद्घाटन के अवसर पर उन्हें आमंत्रित किया।
- रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में 155 इन्फैंट्री बटालियन जम्मू-कश्मीर राइफल्स (छत्तीसगढ़ टेरियर्स) नवा रायपुर के कमाडिंग ऑफिसर कर्नल राज कुमार ने सौजन्य भेंट की।
- रायपुर/ कोरिया जिले में अवैध शराब निर्माण एवं बिक्री की रोकथाम के लिए संचालित विशेष अभियान के तहत आबकारी वृत बैकुंठपुर की टीम द्वारा ग्राम कुडेली में दबिश देकर 8 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब जब्त की गई है। यह शराब सत्यनारायण पिता रूपसाय के कब्जे से बरामद की गई, जिसके विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(1)(क), 34(2) एवं 59 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
- कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही का मामलारायपुर/ जिला पंचायत बलौदाबाजार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने भाटापारा विकासखंड के ग्राम पंचायत अमेठी के सचिव रोमनाथ ध्रुव कर्तव्यों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।सचिव ध्रुव के विरुद्ध यह कार्यवाही छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (आचरण) नियम, 1999 के के अंतर्गत की गई है। जिला पंचायत बलौदाबाजार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जारी आदेशानुसार, सचिव रोमनाथ ध्रुव ने नव-निर्वाचित सरपंच को समय पर प्रभार नहीं सौंपा। इसके अतिरिक्त वे पंचायत मुख्यालय में निरंतर अनुपस्थित पाए गए, जनपद पंचायत की बैठकों से अनुपस्थित रहे। 15वें वित्त आयोग मद का ऑडिट कार्य लंबित रखा, ग्राम पंचायत का रोकड़ पंजी लम्बे समय तक अधूरा रखा तथा सुशासन तिहार के अंतर्गत प्रदत्त दायित्वों का समुचित निर्वहन नहीं किया। ग्राम पंचायत अमेठी का अतिरिक्त प्रभार ग्राम पंचायत गुर्रा के सचिव को सौंपा गया है।
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बिलासपुर जिले के ग्राम आमागोहन पहुंचकर मुख्यमंत्री ने किया ग्रामीणों से संवाद
सुशासन तिहार-2025 के अंतर्गत समाधान शिविर में सीएम ने लिया जायजा
रायपुर /छत्तीसगढ़ में विष्णु के सुशासन में संवाद और समाधान की कड़ी निरंतर रूप से चल रही है। इस सुशासन की सरकार में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित हर योजना का लाभ हितग्राही को सुनिश्चित कराने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश के मुखिया श्री विष्णु देव साय की पहल पर सुशासन तिहार-2025 का आयोजन प्रदेशभर में किया जा रहा है।
शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत से रूबरू होने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय स्वयं लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार-2025 के तहत आमागोहन समाधान शिविर में पहुंचे और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया।
गौरतलब है कि सुशासन तिहार-2025 के अंतर्गत तीसरे चरण में समाधान शिविर का आयोजन हो रहा है, जिसका उद्देश्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी लेना और स्थानीय समस्याओं का त्वरित निवारण करना है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज बिलासपुर के कोटा विकासखंड के आमागोहन गांव पहुंचे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार सुशासन के माध्यम से हर गांव तक विकास की किरण पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। समाधान शिविर के जरिए हम ग्रामीणों की समस्याओं को सुन रहे हैं और उनका तुरंत समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने राज्य में सरकार बनते ही 18 लाख पीएम आवास स्वीकृत किए। हमने महतारी वंदन के तहत माताओं-बहन को आर्थिक सहायता देने का काम किया। प्रदेश में 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है। आज महिला सशक्तीकरण का काम महतारी वंदन के माध्यम से हो रहा है। उन्होंने कहा कि श्रीरामलला दर्शन योजना के जरिए प्रदेश के 22 हजार से ज्यादा लोग श्रीरामलला के दर्शन का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा दर्शन योजना के तहत देशभर के धार्मिक स्थलों में दर्शन की व्यवस्था हमने शुरू की है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जो सरकार अच्छा काम करती है, उसी की जनता के बीच जाने की हिम्मत होती है। हम अपने डेढ़ साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर जा रहे हैं। अपने काम का फीडबैक ले रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई लाभार्थियों को योजनाओं के तहत प्रमाण पत्र और सहायता राशि वितरित की। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
यह शिविर छत्तीसगढ़ सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें ग्रामीण विकास और सुशासन को प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे शिविरों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को नई गति मिलेगी और लोगों की समस्याओं का समाधान होगा।
हितग्राहियों से सीएम श्री साय का सीधा संवाद
आमागोहन समाधान शिविर के दौरान सीएम श्री साय और हितग्राहियों के बीच सीधा संवाद हुआ। इस दौरान ग्रामीण महिला श्रीमती विमला साहू ने बताया कि उन्हें महतारी वंदन के तहत हर महीने एक हजार रुपए मिल रहे हैं, इस पैसे को वो अपने नातिन के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में राशि बैंक में जमा करती हैं। ग्राम मोहली के श्री छोटेलाल बैगा ने बताया कि पहले उनका कच्चा था, जहां बारिश में पानी टपकने से लेकर जहरीले जीव जंतुओं का खतरा हमेशा बना रहता था, अब पीएम आवास बनने से जीवन आसान हुआ है, अब सिर पर छत सुनिश्चित हो गया है। श्रीमती दिलेश्वरी खुसरो ने बताया घर में दो लोगों का आयुष्मान कार्ड बनने से अब उन्हें बीमार होने की स्थिति में किसी तरह की चिंता नहीं रही।
मुख्यमंत्री ने जनहित में घोषणाएं की
मुख्यमंत्री श्री साय ने आमागोहान में समाधान शिविर में बेलगहना में कॉलेज शुरू करने की घोषणा की। वहीं क्षेत्र की आवश्यकता को देखते हुए कहा कि आमागोहन में 32 केवी का विद्युत सब स्टेशन स्थापित किया जाएगा। जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए आमागोहन में एक सामुदायिक भवन की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों संग किया भोजन
मुख्यमंत्री ग्रामीणों के साथ बैठकर भोजन किया। मुख्यमंत्री ने स्वयं ग्रामीणों के साथ भोजन करने की मंशा जताई। मुख्यमंत्री के साथ अनीता ध्रुव, कलेशिया बाई, विमला पुरी, छोटेलाल बैगा, दिलेश्वरी खुसरो और अन्य ग्रामीणों के साथ भोजन किया।
मुखिया को हाथों से बनाया स्कैच किया भेंट
एमएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहे 24 वर्षीय देव सिंह खुसरो ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को अपने हाथों से बनाया गया पेंसिल स्कैच भेंट किया और कहा कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय किसान कल्याण की दिशा में बहुत बेहतर काम कर रहे हैं, जिसके लिए उनके परिवार, गांव के लोगों समेत किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
एक नज़र में आमागोहन
उल्लेखनीय है कि आमागोहन एक आदिवासी बाहुल्य गांव है। 2073 की आबादी वाले आमागोहन में 567 परिवार निवासरत हैं। चार आंगनबाड़ी के साथ ही गांव में दो प्राथमिक शाला, दो पूर्व माध्यमिक शाला, एक हाईस्कूल, एक हायर सेकेंडरी स्कूल और एक हॉस्टल संचालित है।
आमागोहन ग्राम पंचायत में निवासरत परिवार विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। इसमें से सभी 567 निवासरत परिवार के पास राशनकार्ड हैं, जिनमें से 132 परिवार बीपीएल, 114 एपीएल एवं 321 परिवार अंत्योदय राशनकार्डधारी हैं। आवास योजना के कुल 134 हितग्राही परिवार हैं। वहीं उज्ज्वला योजना का लाभ लेने वाले 114 परिवार हैं। 185 हितग्राहियों को विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। बिहान योजना से 20 लाभान्वित हैं। ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन से 210 स्वीकृत शौचालय हैं। महतारी वंदन योजना का 384 माता-बहनों को मिल रहा है। गांव में 1179 आयुष्मान कार्डधारी हैं।