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- रायपुर /प्रधानमंत्री धन.धान्य कृषि योजना ;च्डक्क्ज्ञल्द्ध 2025.26 से शुरू की गई, जिसका लक्ष्य 100 कम प्रदर्शन वाले कृषि जिलों में 1.7 करोड़ किसानों की आय और कृषि उत्पादकता बढ़ाना है, जिसके लिए 11 मंत्रालयों की 36 योजनाओं को समन्वित किया गया है। इसे सिंचाई, भंडारण, आसान ऋण तथा फसल विविधीकरण पर ध्यान केंद्रित किया गया है, ताकि किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकेखेती-किसानी आधारित जिले जशपुर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संचालित प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की कृषि-उन्मुख नीतियों और प्रदेश में योजनाओं की तेज गति से क्रियान्वयन के कारण किसानों को आधुनिक तकनीक, बेहतर बीज, सिंचाई सहायता और कृषि विभाग के निरंतर मार्गदर्शन का व्यापक लाभ मिल रहा है। इससे किसान अब कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं। जिले के बगीचा विकासखंड के किसान श्री सुधीर लकड़ा (उरांव) इस योजना के प्रत्यक्ष लाभार्थी के रूप में सामने आए हैं।श्री सुधीर लकड़ा के पास कुल 3.400 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें उन्हें समय-समय पर शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला है। आत्मा योजना के तहत ग्रीष्मकालीन मक्का कार्यक्रम, डीएमएफ मद से ट्रैक्टर और कृषि यंत्रों की उपलब्धता तथा सौर सुजला योजना के अंतर्गत सोलर सिंचाई सुविधा ने उनकी खेती को सुगम और कम लागत वाला बनाया है। कृषि विभाग के सहयोग से उन्हें खेती के आधुनिक तौर-तरीकों को अपनाने का अवसर मिला, जिससे उनकी उत्पादकता में सुधार हुआ।प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के अंतर्गत स्थानीय कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा उन्हें धान के स्थान पर प्री-बीज ग्रेड मक्का की खेती करने की सलाह दी गई। विभाग द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराए गए 08 किलोग्राम मक्का बीज से उन्होंने 0.400 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल लगाई। उचित देखरेख, पोषक तत्व खाद, दवाइयों और तकनीकी मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप उन्हें लगभग 10 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हुआ, जिससे उनकी कुल आय करीब 15,000 रुपये तक पहुँची।(PMDDKY)योजना के माध्यम से क्षेत्र में फसल उत्पादन में वृद्धि, सिंचाई सुविधाओं में सुधार, भंडारण क्षमता विकास तथा कृषि में आधुनिक तकनीक के उपयोग को बढ़ावा मिल रहा है। यह योजना अनाज, दलहन, तिलहन में आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के साथ ही मशीनीकरण, जैविक खेती और किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।श्री सुधीर लकड़ा बताते हैं कि इस योजना ने उनकी खेती का स्वरूप बदल दिया है। विभाग से प्राप्त प्रशिक्षण, उन्नत बीज और समय पर सलाह ने उनकी फसल की गुणवत्ता सुधारने में मदद की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई यह किसान-हितैषी योजना और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र को मिल रहा समर्थन उनकी आमदनी बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को आधुनिक और सशक्त बनाते हुए किसानों की आय को वर्ष 2030 तक दोगुना करना है। योजना के तहत गुणवत्तापूर्ण बीज और तकनीक के माध्यम से उत्पादन में 20-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी, अनाज-दलहन- तिलहन में आत्मनिर्भरता, ड्रिप/स्प्रिंकलर सिंचाई से मानसून पर निर्भरता में कमी, कटाई के बाद होने वाले नुकसान को 5 प्रतिशत तक घटाने हेतु भंडारण क्षमता का विस्तार, जैविक कृषि और मशीनीकरण को बढ़ावा देने जैसे कदम शामिल हैं। साथ ही महिलाओं और युवाओं को डेयरी, मत्स्य पालन और मुर्गी पालन जैसी गतिविधियों में सहयोग देकर उन्हें कृषि आधारित रोजगार से जोड़ने पर भी विशेष ज़ोर दिया गया है।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को वर्तमान सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने पर न्यू सर्किट हाउस सिविल लाइन्स में आयोजित प्रेसवार्ता में राज्य सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और उनकी गारंटियों पर विश्वास जताते हुए छत्तीसगढ़ की जनता ने जो सेवा का अवसर दिया, उसे सरकार ने पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ निभाया है। दो वर्षों में जनता का भरोसा और अधिक सशक्त हुआ है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार के गठन के दूसरे ही दिन 18 लाख से अधिक जरूरतमंद परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी गई। किसानों के लिए 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी जारी है, जिससे खेती को लाभ का व्यवसाय बनाया गया है।उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए महतारी वंदन योजना एक ऐतिहासिक पहल बनी। लगभग 70 लाख माताओं-बहनों को प्रतिमाह 1000 रुपये की सहायता दी जा रही है। डीबीटी के माध्यम से अब तक 22 किस्तों में 14 हजार 306 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज और वनोपज संग्राहकों के हित में तेंदूपत्ता पारिश्रमिक 4000 से बढ़ाकर 5500 रुपये किया गया है। 13 लाख परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है। चरणपादुका योजना पुनः प्रारंभ की गई है तथा 73 लाख गरीब परिवारों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है।उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए पारदर्शी भर्ती व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई, प्रतियोगी परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर लागू हुआ और आयु सीमा में छूट दी गई। 32 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि माओवाद के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई लड़ी जा रही है। पिछले दो वर्षों में 505 नक्सली न्यूट्रलाइज, 2386 ने आत्मसमर्पण किया और 1901 गिरफ्तार हुए। सुरक्षा के साथ-साथ विकास के जरिए बस्तर को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है।उन्होंने कहा कि नियद नेल्ला नार योजना के तहत सुदूर गांवों में राशन, आधार, आयुष्मान कार्ड, आवास, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं। बस्तर में स्कूल पुनः शुरू हुए हैं और इको-टूरिज्म, बस्तर पंडुम तथा बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन नई पहचान बना रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के संरक्षण हेतु श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना एवं मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना संचालित की जा रही है। राजिम कुंभ कल्प, बस्तर दशहरा और शक्ति पीठों के विकास को नई भव्यता दी गई है।उन्होंने कहा कि सुशासन को सुदृढ़ करने के लिए 400 से अधिक सुधार किए गए हैं। सुशासन एवं अभिसरण विभाग, अटल मॉनिटरिंग पोर्टल, ई-ऑफिस और डिजिटल गवर्नेंस के माध्यम से योजनाओं की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित की गई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापार और उद्योग के लिए नई औद्योगिक नीति लागू की गई है। 231 प्रावधानों को अपराधमुक्त किया गया, जनविश्वास अधिनियम लागू हुआ और अब तक 7.83 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। लॉजिस्टिक पार्क, एयर कार्गो सुविधा और औद्योगिक पार्क स्थापित किए गए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी संग्रह में 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 23,454 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है। ई-वे बिल सीमा बढ़ाने, 24×7 प्रतिष्ठान संचालन और जिलों में जीएसटी कार्यालय खोलने से व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में युक्तियुक्तकरण से शिक्षक संकट दूर किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुई, स्मार्ट क्लास, विद्या समीक्षा केंद्र, मेडिकल कॉलेजों का विस्तार और हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की गई है।उन्होंने कहा कि युवाओं के कौशल विकास के लिए मॉडल आईटीआई, नवा रायपुर को एजुकेशन सिटी के रूप में विकसित करना, अत्याधुनिक लाइब्रेरी, खेलो इंडिया सेंटर और खेल प्रोत्साहन योजनाएं लागू की गई हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डबल इंजन की सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ में सड़क, रेल, एक्सप्रेसवे, औद्योगिक और सामाजिक अधोसंरचना का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। सरकार का संकल्प है कि विकास, सुरक्षा और सुशासन के साथ छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्यों की पंक्ति में स्थापित किया जाए।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में अधोसंरचना विकास को अभूतपूर्व गति मिली है। प्रदेश में 47 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रेल परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है तथा खरसिया–परमालकसा रेललाइन को स्वीकृति मिल चुकी है, जिससे राज्य के प्रमुख इंडस्ट्रियल कॉरिडोर आपस में जुड़ेंगे। विशाखापट्टनम और रांची से जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे पर काम तेज़ी से चल रहा है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास हेतु 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 37 परियोजनाएं प्रगतिशील हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एयर कनेक्टिविटी का भी व्यापक विस्तार हुआ है—अंबिकापुर एयरपोर्ट का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया, तथा बिलासपुर, जगदलपुर और अंबिकापुर से नई उड़ानें शुरू हो चुकी हैं। जशपुर और बलरामपुर हवाई पट्टी के विस्तार हेतु बजट में प्रावधान किया गया है। अटल जी के छत्तीसगढ़ निर्माण के विजन के अनुरूप सरकार संस्कृति-संवर्धन पर भी विशेष ध्यान दे रही है—लोक कलाकारों के कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई गई है, कलाकारों की पेंशन बढ़ाई गई है तथा चित्रोत्पला फिल्म सिटी के निर्माण की दिशा में कार्य किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित में 200 यूनिट तक बिजली उपभोग पर सब्सिडी दी जा रही है तथा सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में केंद्र के साथ राज्य सरकार की सब्सिडी भी मिल रही है। शहरी मध्यम व निम्न वर्ग को किफायती भूखंड उपलब्ध कराने छत्तीसगढ़ किफायती जन आवास नियम बनाया गया है। जल जीवन मिशन के तहत 40 लाख से अधिक परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा चुका है और वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य हेतु अंजोर विजन दस्तावेज तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की इस गति का लाभ हर नागरिक के जीवन में दिख रहा है; उन्होंने मीडिया के सहयोग के लिए आभार जताते हुए जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी निष्ठा से छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेगी और सभी से प्रदेश की सुख-समृद्धि हेतु एकजुट योगदान का आह्वान किया।
- -कबीरधाम जिला आज विकास के नए युग में कर रहा प्रवेश – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मेडिकल कॉलेज निर्माण स्थल पर शिला-स्थापना कर जिले को दी ऐतिहासिक सौगात-मुख्यमंत्री ने कवर्धा में श्री पंचमुखी बूढ़ा महादेव रिवर फ्रंट निर्माण और रवेली में महाविद्यालय की घोषणा की-मुख्यमंत्री श्री साय ने स्व सहायता समूहों को 7 करोड़ 78 लाख रुपये की राशि का चेक वितरण कियारायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को कबीरधाम जिले के नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण स्थल पर शिला-स्थापना कर जिले को एक ऐतिहासिक सौगात दी। इसके साथ ही जिले में चिकित्सा सुविधाओं के एक नए युग का सूत्रपात हुआ। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह एवं उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।शिला-स्थापना के साथ ही कबीरधाम जिले के स्वास्थ्य मानचित्र में विकास का एक नया अध्याय जुड़ गया है। मेडिकल कॉलेज की स्थापना से जिले का स्वास्थ्य ढांचा और अधिक सुदृढ़ होगा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता बढ़ेगी, आधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ विकसित होंगी तथा आम जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ स्थानीय स्तर पर ही सुलभ हो सकेंगी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की मांग पर कवर्धा में श्री पंचमुखी बूढ़ा महादेव रिवर फ्रंट निर्माण तथा रवेली में महाविद्यालय की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कबीरधाम जिले में नए शासकीय मेडिकल कॉलेज भवन की शिला-स्थापना को ऐतिहासिक बताते हुए जिलेवासियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बीते 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। राज्य गठन के बाद सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी मूलभूत व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया गया।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान मेडिकल कॉलेज भवन का भूमि-पूजन किया था और आज उसी क्रम में इसकी शिला-स्थापना संपन्न हुई है।लंबे समय से लंबित इस मांग के पूर्ण होने से लोगों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कवर्धा जिले के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती मिली है। सीटी स्कैन और क्रिटिकल केयर यूनिट जैसी सुविधाओं की स्थापना से इलाज और अधिक सुलभ हुआ है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाओं की सुलभ पहुँच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश सरकार के दो वर्ष पूर्ण हो रहे हैं तथा छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्यभर में रजत जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 नवंबर को प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी रायपुर आए थे, जहाँ उन्होंने नए विधानसभा भवन एवं ट्राइबल म्यूजियम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय जनजातीय शौर्य और महापुरुषों के बलिदान की स्मृतियों से समृद्ध है, जिसे सभी को अवश्य देखना चाहिए।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की गारंटी के अनुरूप सभी कार्य समयबद्ध रूप से पूरे किए जा रहे हैं। किसानों के हितों की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि लगातार तीसरे वर्ष प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर की जा रही है।मुख्यमंत्री ने रामलला दर्शन योजना तथा तेंदूपत्ता की दर 4 हजार रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये प्रति मानक बोरा किए जाने जैसे निर्णयों को किसानों और वनांचल के हित में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम बताया।उन्होंने कहा कि कवर्धा क्षेत्र में बड़ी संख्या में बैगा एवं अन्य जनजातीय समाज निवास करते हैं, जिनके सर्वांगीण विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा पीएम जनमन योजना प्रारंभ की गई है। यह योजना विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए समर्पित है।मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत भोरमदेव विकास के लिए 146 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है, जिससे यह क्षेत्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान प्राप्त करेगा।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने शिला-स्थापना समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन कवर्धा के इतिहास में अभूतपूर्व और गौरवपूर्ण है। यह ऐसा क्षण है, जो स्वर्णाक्षरों में दर्ज रहेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कवर्धा जिले के गठन से लेकर अब तक अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं, किंतु मेडिकल कॉलेज की स्थापना जैसा ऐतिहासिक दिन जीवन में एक बार ही आता है।डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश में किसानों का सम्मान सर्वोपरि है। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत माताओं-बहनों को प्रतिमाह 1 हजार रुपये की राशि सीधे उनके खातों में दी जा रही है, जिससे परिवारों को आर्थिक मजबूती मिली है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि कवर्धा को मिली विकास योजनाओं से जिले की दिशा और दशा तेजी से बदली है।उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि कवर्धा जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हम सभी के लिए ऐतिहासिक सौगात है, जो जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के नए आयाम खोलेगी। उन्होंने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि 4.5 करोड़ रुपये की लागत से सीटी स्कैन सेवा प्रारंभ की गई है और अब तक 814 सीटी स्कैन किए जा चुके हैं। जिला अस्पताल की क्षमता 100 बिस्तरों से बढ़ाकर 220 बिस्तर कर दी गई है तथा 50 क्रिटिकल केयर बेड स्थापित किए गए हैं। पिपरिया और बोड़ला में सोनोग्राफी मशीनें लगाई गई हैं।उप मुख्यमंत्री ने बताया कि नया मेडिकल कॉलेज 40 एकड़ परिसर में निर्मित किया जाएगा तथा 50 सीटों के साथ मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई प्रारंभ करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। मेडिकल कॉलेज तक सुगम पहुँच के लिए घोटिया मार्ग एवं गौरव पथ मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।उन्होंने आगे कहा कि जिले में जगमड़वा जलाशय, बड़ौदा खुर्द एवं रामपुर बरेंडा जलाशय सहित कई महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। विद्युत विभाग की 3.30 करोड़ रुपये की परियोजना के अंतर्गत 2 हजार से अधिक ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं तथा 8 नए सब-स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं।उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की 24 सड़कों, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 28 सड़कों तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 76 सड़कों को स्वीकृति मिली है।उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए, जिनमें से अकेले कवर्धा जिले में 50 हजार से अधिक आवास शामिल हैं। जिले के सरकारी स्कूलों में 50 स्मार्ट क्लास स्थापित की गई हैं तथा रेंगाखार और पिपरिया में एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराई गई है।स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कवर्धा क्षेत्र के लिए आज का दिन अत्यंत विशेष है। वर्षों पुरानी मांग आज पूरी हुई है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के समय केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जिसे बढ़ाकर 10 मेडिकल कॉलेज तक पहुँचाने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को जाता है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस विकास यात्रा को आगे बढ़ाते हुए पाँच अतिरिक्त मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति दी है। कवर्धा वनांचल और जनजातीय बहुल क्षेत्र है, जहाँ मेडिकल कॉलेज का खुलना क्षेत्र के लिए वरदान सिद्ध होगा।इस अवसर पर सांसद श्री संतोष पाण्डेय एवं पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने भी कबीरधाम मेडिकल कॉलेज को जिले के लिए अभूतपूर्व सौगात बताते हुए क्षेत्रवासियों को बधाई दी।शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज निर्माण हेतु ग्राम घोठिया में 40 एकड़ भूमि का आबंटन किया गया है। इस परियोजना के लिए 306 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है। यह मेडिकल कॉलेज अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से युक्त होगा तथा राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा।मेडिकल कॉलेज की स्थापना के पश्चात कबीरधाम जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा। आधुनिक और उन्नत स्वास्थ्य सेवाएँ स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध होंगी। गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए दूरस्थ शहरों पर निर्भरता कम होगी तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं तक सहज पहुँच सुनिश्चित होगी।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने स्व सहायता समूहों को कुल 7 करोड़ 78 लाख रुपये की राशि का चेक वितरण किया। इसमें लखपति दीदी योजना अंतर्गत 1454 स्व सहायता समूहों को 7 करोड़ 63 लाख रुपये तथा 97 स्व सहायता समूहों को 14 लाख 55 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई।
- रायपुर - नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा खारून नदी को प्रदूषण से मुक्त करने हेतु 4 स्थानों में एस.टी.पी. का निर्माण कार्य किया गया है। जिसमें क्रमशः भांठागांव में 6 एमएलडी, चन्दनीडीह में 75 एमएलडी., निमोरा में 90 एमएलडी. एवं कारा में 35 एमएलडी. क्षमता इस प्रकार कुल 206 एमएलडी. क्षमता के एसटीपी का निर्माण कर संचालित किया जा रहा है।अवगत हों कि रायपुर शहर से निकल रहे कुल 17 नालों, जो कि 6 मुख्य नालों में सम्मिलित होकर खारून नदी में प्रवाहित हो रहा था। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण उपरांत इन नालों के दूषित जल को निरंतर रूप से उपचारित किया जा रहा है। जिसमें से चन्दनीडीह में 75 एमएलडी क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी कियाशील है। चिन्गरी नाला में वियर का निर्माण कर के दूषित जल को पाईप लाईन के माध्यम से चन्दनीडीह एसटीपी में भेजा जाकर उपचारित किया जा रहा है। चिन्गरी नाला में पूर्व निर्मित वियर की उँचाई कम होने तथा नदी के पास चिन्गरी नाला का एक भाग कांकिट लाईनिंग नहीं होने के कारण नाले में जब दूषित जल का दबाव अत्यधिक होता है उस स्थिति में मिट्टी के कटाव होने से नाले के पानी का आंशिक भाग नदी में प्रवाहित हो जाता है। उक्त स्थिति को सुधार करने हेतु कांफिट लाईनिंग किये जाने के कार्य हेतु राशि रू. 11.00 करोड का प्रस्ताव तैयार कर कमशः दिनांक 11 मार्च 2025, दिनांक 23 अप्रैल.2025 एवं दिनांक 9 दिसम्बर .2025 को स्वीकृति हेतु राज्य शासन को प्रेषित किया गया है।नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा बनाये गये एसटीपी का पानी खारून नदी में उपचार करने के बाद ही प्रवाहित हो रहा है । रायपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र के बाहर स्थित नालों के लिये पृथक से संबंधित नगरीय निकायों/पालिकाओं द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
- रायपुर । देश में स्वास्थ्य नवाचार और अस्पताल-आधारित शोध को नई दिशा देते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) रायपुर ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की है। संस्थान के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग के सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्री अरोकियाराज यू को नेशनल बायोमेडिकल यंग रिसर्चर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें छठी साइंस कॉन्क्लेव-कम–एनबीआरकॉम-2025 में प्राप्त हुआ, जिसका आयोजन सोसाइटी ऑफ यंग बायोमेडिकल साइंटिस्ट्स (SYBS India) द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) जोधपुर में किया गया।श्री अरोकियाराज को यह सम्मान हेल्थ साइंसेज़ श्रेणी (ऑफलाइन ओरल प्रेज़ेंटेशन, 35 वर्ष से कम आयु) में उनके अभिनव कार्य ‘हाइली ऑक्सीजनटेड एरोसोल कंट्रोल्ड (HOAC) कॉम्बो डिवाइस’ के लिए मिला। यह पेटेंटयुक्त डिवाइस नेबुलाइजेशन, स्पुटम सैंपलिंग और ऑक्सीजन थेरेपी को एक सुरक्षित, पूर्णतः बंद और कुशल प्रणाली में एकीकृत करता है, जिससे संक्रामक जोखिम में महत्वपूर्ण कमी आती है। यह नवाचार मुक्तिर भारत क्षय रोग (टीबी) अभियान, महामारी तैयारी और फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को सुदृढ़ करने में योगदान देता है। राष्ट्रीय स्तर पर इस शोध को तीसरा पुरस्कार एवं ₹50,000 का नकद सम्मान प्रदान किया गया।यह उपलब्धि इसलिए भी उल्लेखनीय है कि देशभर के प्रमुख अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों, बायोटेक्नोलॉजी विश्वविद्यालयों, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग केंद्रों और राष्ट्रीय शोध संगठनों से आए 75 ओरल प्रेज़ेंटेशनों में श्री अरोकियाराज एकमात्र बेडसाइड क्लिनिकल नर्स थे, जिनके अस्पताल-आधारित नवाचार को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला।एम्स रायपुर के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त) ने श्री अरोकियाराज को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान संस्थान के लिए गर्व का विषय है और यह नर्सिंग पेशेवरों की स्वास्थ्य सेवा नवाचार और क्लिनिकल रिसर्च में बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है।अपनी उपलब्धियों को और आगे बढ़ाते हुए, श्री अरोकियाराज का चयन इमर्जिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी इनोवेशन कॉन्क्लेव (ESTIC-2025) में भी हुआ, जिसका आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया गया। उन्हें यहां यंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी लीडर (अंडर-45 वर्ष) के रूप में सम्मानित किया गया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। कॉन्क्लेव का विषय था— “विकसित भारत 2047: सतत नवाचार, तकनीकी प्रगति और सशक्तिकरण।”श्री अरोकियाराज ने एम्स रायपुर के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अपने मार्गदर्शक प्रोफेसर डॉ. नितिन कुमार कश्यप, सहायक चिकित्सकों, नर्सिंग टीम और संपूर्ण संस्थान को उनके सहयोग एवं प्रोत्साहन के लिए आभार व्यक्त किया।
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रायपुर - रायपुर नगर पालिक निगम में प्राप्त गन्दगी सम्बंधित जनशिकायत को तत्काल संज्ञान में लेकर नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप द्वारा दिए गए आदेशानुसार और जोन 2 जोन कमिश्नर डॉ आर.के. डोंगरे के निर्देशानुसार नगर निगम जोन 2 स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री रवि लावनिया के नेतृत्व में स्वच्छता दीदियों ki उपस्थिति में जोन 2 क्षेत्र अंतर्गत रेल्वे स्टेशन मार्ग में 7 दुकानों की सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उक्त सम्बंधित दुकानों में गन्दगी मिली और गन्दगी सम्बंधित प्राप्त जनशिकायत सही मिली.इस पर जोन 2 जोन कमिश्नर के निर्देश पर सम्बंधित 7 दुकानदारों पर उन्हें भविष्य के लिये कड़ी चेतावनी देते हुए कुल 8300 रूपये का जुर्माना किया गया. और नगर निगम में प्राप्त गन्दगी सम्बंधित जनशिकायत का त्वरित निदान किया गया.
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रायपुर -आज राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्त की पुण्यतिथि पर रायपुर नगर पालिक निगम के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में रायपुर नगर निगम के जोन क्रमांक 3 के सहयोग से राजधानी शहर रायपुर के जलविहार कॉलोनी उद्यान परिसर में स्थित उनकी प्रतिमा स्थल के समक्ष रखे गए संक्षिप्त पुष्पांजलि आयोजन में पहुंचकर रायपुर नगर पालिक निगम के संस्कृति विभाग के अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी सहित श्री गहोई वैश्य समाज रायपुर के श्री अशोक बानी एवं समस्त पदाधिकारियों ने उनका सादर नमन किया.
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रायपुर- आज रायपुर नगर पालिक निगम को प्राप्त जनशिकायत को तत्काल संज्ञान में लेकर रायपुर नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप द्वारा दिए गए निर्देशानुसार सम्बंधित जोन 9 क्षेत्र के अंतर्गत साडू - उरकुरा विधानसभा मार्ग पर डेकथलान के समीप मार्ग के किनारे के खिसक गए चेम्बर को तत्काल जोन 9 की टीम जोन कमिश्नर श्री अंशुल शर्मा सीनियर, कार्यपालन अभियंता श्री शरद ध्रुव ने जोन से सम्बंधित स्थल पर भेजकर आवश्यक रूप से जनहित में जनजीवन सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए खिसक गए चेम्बर को तुरंत व्यवस्थित करवाकर प्राप्त जनशिकायत का नगर निगम रायपुर की ओर से त्वरित समाधान किया.
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रायपुर - प्रदेश की राजधानी रायपुर शहर में शीतलहर से आमजनों को सुरक्षा और त्वरित राहत देने नगर पालिक निगम के जोन कार्यालयों के माध्यम से जयस्तम्भ चौक के समीप, रेल्वे स्टेशन के पास, मेकाहारा परिसर, पुराना बस स्टेण्ड पंडरी, महोबा बाजार हॉट बाजार, नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर, बड़ा अशोक नगर, रोटरी नगर, टाटीबंध चौक के समीप सहित राजधानी शहर में लगभग 30 से भी अधिक विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है.
रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर जोन कमिश्नरों द्वारा जोन स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से महादेवघाट रायपुरा और महोबा बाजार हॉट बाजार, मेकाहारा परिसर, पुराना बस स्टेण्ड पंडरी चंगोराभाठा बाजार, ब्रम्हदेईपारा,शिक्षक कॉलोनी डंगनिया, खमतराई चौक के पास, जयस्तम्भ चौक के पास, रायपुर जिलाधीश परिसर के सामने डॉ भीम राव अम्बेडकर प्रतिमा स्थल चौक के पास, नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर के पास, मोतीबाग, डंगनिया पानी टंकी स्कूल के समीप, शंकर नगर चौपाटी, तेलीबाँधा तालाब मरीन ड्राइव, अंतर राज्यीय बस स्टैण्ड भाठागांव, भाठागांव चौक के समीप, कुकरीपारा, दूधाधारी मठ मार्ग, सरोना, चंदनीडीह, कबीर नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी फेस-2, हीरापुर, , नगर पालिक निगम जोन 9 कार्यालय परिसर के समीप मोवा, नगर निगम जोन 10 कार्यालय और अन्य लगभग 30 से भी अधिक विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में आमजनों को शीतलहर से रायपुर शहर क्षेत्र में सुरक्षा और त्वरित राहत देने सार्वजनिक अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है. शीतलहर की सम्पूर्ण अवधि के दौरान आमजनों को राहत देने जोन कार्यालयों के माध्यम से प्रतिदिन नियमित विभिन्न सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है. -
रायपुर - प्रदेश की राजधानी रायपुर शहर में शीतलहर से आमजनों को सुरक्षा और त्वरित राहत देने नगर पालिक निगम के जोन कार्यालयों के माध्यम से जयस्तम्भ चौक के समीप, रेल्वे स्टेशन के पास, मेकाहारा परिसर, पुराना बस स्टेण्ड पंडरी, महोबा बाजार हॉट बाजार, नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर, बड़ा अशोक नगर, रोटरी नगर, टाटीबंध चौक के समीप सहित राजधानी शहर में लगभग 30 से भी अधिक विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है.
रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर जोन कमिश्नरों द्वारा जोन स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से महादेवघाट रायपुरा और महोबा बाजार हॉट बाजार, मेकाहारा परिसर, पुराना बस स्टेण्ड पंडरी चंगोराभाठा बाजार, ब्रम्हदेईपारा,शिक्षक कॉलोनी डंगनिया, खमतराई चौक के पास, जयस्तम्भ चौक के पास, रायपुर जिलाधीश परिसर के सामने डॉ भीम राव अम्बेडकर प्रतिमा स्थल चौक के पास, नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर के पास, मोतीबाग, डंगनिया पानी टंकी स्कूल के समीप, शंकर नगर चौपाटी, तेलीबाँधा तालाब मरीन ड्राइव, अंतर राज्यीय बस स्टैण्ड भाठागांव, भाठागांव चौक के समीप, कुकरीपारा, दूधाधारी मठ मार्ग, सरोना, चंदनीडीह, कबीर नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी फेस-2, हीरापुर, , नगर पालिक निगम जोन 9 कार्यालय परिसर के समीप मोवा, नगर निगम जोन 10 कार्यालय और अन्य लगभग 30 से भी अधिक विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में आमजनों को शीतलहर से रायपुर शहर क्षेत्र में सुरक्षा और त्वरित राहत देने सार्वजनिक अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है. शीतलहर की सम्पूर्ण अवधि के दौरान आमजनों को राहत देने जोन कार्यालयों के माध्यम से प्रतिदिन नियमित विभिन्न सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है. -
*नृत्य, गीत, नाटक और कला की होगी शानदार प्रस्तुतियाँ*
बिलासपुर/खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा दो दिवसीय जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन 15 एवं 16 दिसम्बर को राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र बहतराई में किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रतिभागी 15 दिसम्बर को सवेरे 10 बजे से लोक नृत्य, पंथी, राउत नाचा, सुआ, करमा नृत्य जैसी विधाओं में अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही 15 दिसम्बर को साईंस मेला, कहानी, कविता लेखन एवं 16 दिसम्बर को एकांकी नाटक, पारंपरिक वेशभूषा, लोकगीत, रॉकबैण्ड, वाद-विवाद, चित्रकला जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी शामिल हो सकते है। युवा उत्सव में 15 से 29 वर्ष तक के प्रतिभागी एवं 18 से 40 वर्ष तक संगतकार भाग ले सकते है। विजेता प्रतिभागी एवं दलों को राज्य स्तरीय युवा उत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। एक प्रतिभागी केवल एक ही विधा में भाग ले सकेगा। जिला स्तर पर विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। लोकनृत्य, लोककला, चित्रकला, वाद-विवाद एवं कविता लेखन में चयनित प्रतिभागी एवं दल 10 से 12 जनवरी 2026 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय युवा उत्सव में शामिल होंगे। प्रतियोगिताओं के संबंध में अधिक जानकारी खेल विभाग की वेबसाईट http//sportsyw.cg.gov.in से प्राप्त कर सकते है। -
बिलासपुर/आदर्श औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, कोनी में सुजुकी मोटर्स गुजरात प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 16 दिसंबर 2025 को प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इस कैंप में भाग लेने हेतु शैक्षणिक योग्यता के रूप में 10वीं में न्यूनतम 40 प्रतिशत तथा आईटीआई में विभिन्न व्यवसाय मोटर मैकेनिक व्हीकल, मैकेनिक डीजल, ट्रैक्टर मैकेनिक, मशीनिस्ट, इलेक्ट्रिशियन, फिटर, वेल्डर, टर्नर, पेंटर, वायरमैन, टूल एंड डाई, शीट मेटल, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, पीपीओ, सीओई (ऑटोमोबाइल) में न्यूनतम 50 प्रतिशत अनिवार्य है। केवल 18 से 26 वर्ष के पुरुष अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे। चयनित अभ्यर्थियों को एफटीसी में 25 हजार 300 रुपये वेतन तथा अप्रेंटिस में 19 हजार 500 रुपये सहित अन्य लाभ प्रदान किए जाएंगे। इच्छुक अभ्यर्थी 16 दिसंबर को सवेरे 9 बजे आईटीआई कोनी में 10वीं, आईटीआई मार्कशीट, आधार कार्ड एवं पासपोर्ट फोटो के साथ उपस्थित होकर प्लेसमेंट कैंप में सम्मिलित हो सकते हैं।
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कलेक्टर ने अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी, 2.78 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो ड्रॉप*
बिलासपुर/जिले में 21 दिसंबर को आयोजित होने वाले पल्स पोलियो अभियान के तहत 5 वर्ष तक के 2 लाख 78 हजार 149 बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी। इसके लिए जिले में 1490 बूथ स्थापित किए गए हैं, जहां टीमें सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बच्चों का टीकाकरण करेंगी। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने इस कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार और मुनादी करने के निर्देश दिए है। 22 और 23 दिसंबर को मॉप-अप दिवस में स्वास्थ्य टीमें घर-घर जाकर छूटे बच्चों को पोलियो ड्रॉप देंगी। महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करेगा। 21 दिसंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर संदेश देंगी और बच्चों को बूथ तक लाने में सहयोग करेंगी, जबकि सीडीपीओ और सुपरवाइजर इसका सुपरविजन करेंगे। जागरूकता के लिए 19 दिसंबर को ग्राम और विकासखंड स्तर पर तथा 20 दिसंबर को जिला स्तर पर रैली आयोजित की जाएगी। अभियान को सफल बनाने के लिए मितानिनें व्यापक प्रचार-प्रसार और मोबाइलाइजेशन करेंगी, ताकि कोई बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे। -
*संभागायुक्त श्री जैन ने की ब्रेल प्रेस के कार्यों की सराहना*
बिलासपु/छत्तीसगढ़ रजत जंयती वर्ष 2025 के अवसर पर विशेष उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुये विशेष सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में ब्रेल लिपि के प्रकाशन एवं उपलब्धियों पर आधारित विशेष कार्यक्रम का आयोजन उपनियंत्रक ब्रेल प्रेस कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत दृष्टिबाधित बालिकाओं द्वारा राज्यगीत एवं सरस्वती वंदना गीत की प्रस्तुति से की गई।कार्यक्रम में संभागायुक्त श्री सुनील जैन ने ब्रेल प्रेस के कार्यकम की प्रशंसा करते हुये पूरी यूनिट का भी अवलोकन किया। उन्होंने ब्रेल प्रेस की स्थापना के शुरूआत से आज तक दृष्टिबाधितों हेतु पुस्तकों के मुद्रण कार्य एवं उनके पठन-पाठन को लेकर खुशी जाहिर की। समाज कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक टी.पी. भावे ने अपने अनुभव बताते हुये कहा कि दृष्टिबाधितों को शासन भर्ती, पदोन्नति एवं योजनाओं के माध्यम से सुविधाएं दे रहा है, जो इनके रोजगार-स्वरोजगार का मार्ग प्रशस्त करती है। ब्रेल प्रेस की 25 वर्ष की उपलब्धि पर सहा. सांख्यिकीय अधिकारी श्री उत्तमराव माथनकर प्रकाश डाला।इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती राधा खिलावन पटेल एवं श्रीमती अरूणा चंद्रप्रकाश सूर्या, श्री चंद्रप्रकाश सूर्या विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। लायंस क्लब द्वारा छात्र-छात्राओं को गरम टोपी एवं मिष्ठान वितरण किया गया। नगर निगम में कार्यरत् तीन दृष्टिबाधित कर्मचारी भृत्य राकेश साहू, मनोज खाण्डे, अमित कोरी को सहायक राजस्व निरीक्षक पदोन्नति उपरांत संभागायुक्त श्री जैन द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया। ब्रेल प्रेस के पूर्व सेवानिवृत्त तकनीकी कर्मचारी श्री केके पाण्डे के साथ-साथ वर्तमान में लगातार ब्रेल यूनिट में विशेष कार्य के लिये सभी कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।इस अवसर पर उपनियंत्रक श्रीमती बबीता कमलेश, सहायक सांख्यिकी अधिकारी श्री प्रशांत मोकासे, श्री उत्तमराव माथनकर, पीडब्ल्यूडी आईकान श्री लीलाधर भांगे, श्रीमती सरस्वती जायसवाल, लांयस क्लब से श्री हर्ष पाण्डेय, अध्यक्ष, श्री रमेश अग्रवाल, सचिव श्री मनजीत अरोरा, श्री अरविंद गर्ग, श्री प्रशांत द्विवेदी, श्री प्रदीप शर्मा, सुश्री बीना दीक्षित, श्री संजय खुराना, दीक्षांत पटेल, अशोक अग्रवाल एवं संस्थाओं से श्री आर.जे. सिंह, श्रीमती ज्योती तिवारी, श्री संतोष सामंत, श्री राजेश सिंह, श्री बसंत श्रीवास, श्री संतोष देवांगन, श्री रमाशंकर शुक्ला, श्री दुर्गेश धीवर, श्रीमती रेखा चौहान, कु. पूर्णिमा पाण्डेय, श्रीमती अंजनी बर्मन, श्रीमती शालिनी त्रिपाठी, कु नीतू दीवान, श्री बलराम धीवर, कु. अंहिल्या यादव, श्री निर्मल बघेल विभागीय शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं के अधिकारी एवं कर्मचारी विशेष सहयोग रहा। - रायपुर ।महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनती जा रही है। इसी कड़ी में डबरी निर्माण कार्य न सिर्फ ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है, बल्कि उनकी आजीविका का सशक्त जरिया भी बन रहा है। वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देते हुए कोंडागांव जिले में डबरी निर्माण पर विशेष जोर दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीण परिवार कई तरह से लाभान्वित हो रहे हैं।डबरी निर्माण से जल भराव की सुविधा बढ़ती है, जिससे वर्षभर कृषि कार्य, सब्जी उत्पादन, मत्स्य पालन और बतख पालन जैसे आयमूलक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। यह स्थानीय स्तर पर जल संचयन को मजबूत करता है और ग्रामीणों को अतिरिक्त आजीविका स्रोत प्रदान करता है। मनरेगा के तहत नवीन डबरी निर्माण ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव एवं मांग के आधार पर स्वीकृत किए जा रहे हैं। निर्माण से पूर्व वैज्ञानिक मानकों के अनुरूप भूमि की जांच की जा रही है, ताकि निर्माण उपरांत पानी का पर्याप्त भराव सुनिश्चित हो सके।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अविनाश भोई ने जानकारी दी कि जिले में इस वर्ष अब तक कुल 384 डबरियों की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रति ग्राम पंचायत 5 से 10 डबरी निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जो मांग एवं उपलब्ध स्थल के आधार पर स्वीकृत किए जाएंगे। इस पहल से ग्रामीणों की आय में वृद्धि होगी तथा “मोर गाँव-मोर पानी” महाभियान का उद्देश्य भी पूरा होगा।
- - लगभग 12 हजार 100 गर्भवती एवं शिशुवती महिलाएं हुई लाभान्वितराजनांदगांव । भारत सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं शिशुवती माताओं के उत्तम स्वास्थ्य और पोषण के स्तर को सुधारने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरूआत की गई है। योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान एवं प्रसव के बाद शिशुवती माताओं को मजदूरी की क्षति के एवज में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, ताकि गर्भवती महिलाएं अपने और अपने बच्चे को सही पोषण देकर स्वास्थ्य पर बेहतर ध्यान दे सके। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत दो वर्षों में जिले की लगभग 12 हजार 100 गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पात्र महिलाओं को 5000 रूपए की राशि प्रदान की जाती है। योजना के तहत प्रथम जीवित संतान के लिए पहली किस्त के रूप में 3000 रूपए एवं बच्चे के जन्म के पंजीकरण, बीसीजी, पोलियो, डीटीपी और हेपेटाइटिस बी या इसके समानांतर प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने पर दूसरी किस्त के रूप में 2000 रूपए प्रदान की जाती हैं। वहीं दूसरी संतान के रूप में बालिका का जन्म होने पर प्रथम चक्र के टीकाकरण पूर्ण होने के उपरांत 6000 रूपए की राशि एक मुश्त प्रदान करने का प्रावधान है। ऐसी गर्भवती महिलाएं जो 19 वर्ष की या इससे अधिक आयु की हैं, साथ ही केंद्र या राज्य सरकार के अधीन शासकीय नौकरी में नहीं है। योजना का लाभ लेने आवेदन कर सकती है। निर्धारित मापदण्ड और पात्रता को पूरा करने वाले हितग्राही अपना पंजीयन निकटस्थ आंगनबाड़ी केंद्र में सम्पर्क कर अथवा मोबाईल एप के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के दूरभाष क्रमांक 9406136904 एवं 7804905439 तथा नेशनल हेल्प लाईन नंबर 1515 पर संपर्क किया जा सकता है।
- -कच्चे घर से सम्मानपूर्ण जीवन तक की यात्रारायपुर । बदली भीमा की जिंदगी आई खुशहाली प्रधानमंत्री आवास योजना से भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों के उन सभी बेघर परिवारों और कच्चे-जीर्ण-शीर्ण घरों में रहने वाले परिवारों को बुनियादी सुविधाओं (बिजली, पानी, शौचालय) के साथ एक पक्का घर देना है, जिनके पास अपना घर नहीं है। जीवन में कठिनाइयाँ जब बड़े पहाड़ की तरह सामने खड़ी होती हैं, तब इंसान की हिम्मत और धैर्य की असली परीक्षा होती है। लेकिन यदि व्यक्ति हार न माने और सही दिशा में लगातार प्रयास करे, तो सफलता जरूर मिलती है। यही कहानी है ग्राम पंचायत अरनुपर, जनपद पंचायत कुआकोंडा दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिला के निवासी श्री भीमा कश्यप पिता श्री जोगा की, जिनके जीवन में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण ने आशा की नई किरण जगाई।दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले के घने जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों से घिरे गांव अरनुपर में भीमा अपने परिवार के साथ कई वर्षों से जर्जर कच्चे मकान में रह रहे थे। बरसात में छत से पानी टपकने का डर, सर्दी में टाट और प्लास्टिक लगाकर ठंड से बचना और गर्मी में टूटती दीवारों की परेशानी हमेशा बनी रहती थी। यह सब उनकी रोजमर्रा की मजबूरी बन चुका था। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण पक्का घर उनका अधूरा सपना बना हुआ था। लेकिन जब प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत उनके नाम आवास स्वीकृत हुआ, तो भीमा के जीवन में नई उम्मीद जागी। किस्तों की राशि मिलने के बाद उन्होंने स्वयं मेहनत कर धीरे-धीरे अपना पक्का घर बनाना शुरू किया। पहले मिट्टी और लकड़ी से गुजारा करने वाले भीमा के हाथों ने अब ईंट और सीमेंट से एक मजबूत घर तैयार किया। एक ऐसा घर जिसमें उनके पूरे परिवार के सुरक्षित भविष्य की नींव रखी गई।आज भीमा और उनका परिवार नए, साफ-सुथरे और सुरक्षित पक्के घर में सम्मानपूर्वक जीवन जी रहा है। बच्चों के चेहरों पर खुशी की चमक और परिवार के मन में सुरक्षा का एहसास उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। भीमा गर्व से कहते हैं कि पहले हर मौसम डर लेकर आता था, अब घर के अंदर सुकून है। बच्चों को पहली बार ऐसा घर मिला है जहाँ वे बिना डर पढ़-लिख सकते हैं। सरकार की इस योजना ने हमें नई जिंदगी दी है।हाल ही में कलेक्टर अरनपुर के निरीक्षण पर पहुंचे। उन्होंने भीमा के नए बने आवास को देखा और घर की मजबूती, स्वच्छता और स्तर देखकर संतोष व्यक्त किया। निरीक्षण के दौरान श्री भीमा ने बताया कि उन्हें अंतिम किस्त प्राप्त होना अभी शेष है। इस पर कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि अंतिम किस्त जल्द ही प्रदान कर दी जाएगी। कलेक्टर ने यह भी पूछा कि क्या उन्हें नियमित रूप से राशन मिल रहा है, जिस पर भीमा ने बताया कि उन्हें समय पर सभी सामग्री प्राप्त हो रही है।कलेक्टर ने भीमा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भीमा का प्रयास यह साबित करता है कि सरकारी योजनाओं का सही उपयोग जीवन बदल सकता है। उनका अनुभव गांव के अन्य परिवारों को भी प्रेरित करेगा। आज भीमा अपने नए घर के आंगन में खड़े होकर गर्व महसूस करते हैं। उनके लिए यह घर केवल ईंट और सीमेंट की दीवारें नहीं, बल्कि सम्मान, सुरक्षा और नई शुरुआत का प्रतीक है, एक ऐसी शुरुआत जिसने उनके परिवार के जीवन में स्थायी खुशियाँ भर दी हैं।
- -आशा निकेतन के बुजुर्गों के लिए बड़ी राहतरायपुर । वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानजनक और सहज जीवन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से समाज कल्याण विभाग ने एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील पहल की है। वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पेंशन के लिए अब वरिष्ठ नागरिकों को बैंक तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि सीएससी प्रबंधक आश्रम आकर उन्हे पेंशन की राशि का भुगतान करेंगें। रायगढ़ जिले के राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित पेंशन योजनाओं का लाभ आशा निकेतन वृद्धाश्रम, कौहाकुण्डा में निवासरत पात्र बुजुर्गों को नियमित रूप से मिलता है, लेकिन पेंशन राशि प्राप्त करने के लिए उन्हें अब तक बैंक जाकर लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था। बढ़ती उम्र, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ और आवागमन की कठिनाइयाँ इस प्रक्रिया को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना रही थीं।वरिष्ठ नागरिकों के इन कठिनाइयों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर रायगढ़ के मार्गदर्शन में समाज कल्याण विभाग ने तत्काल पहल करते हुए सीएससी प्रबंधक को निर्देशित कर पत्र जारी किया कि प्रतिमाह 10 तारीख तक आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से ही वृद्धाश्रम परिसर में पेंशन राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। निर्देश मिलते ही सीएससी प्रबंधक एवं संबंधित वीएलई द्वारा आधार आधारित भुगतान व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू कर दिया गया है।नई व्यवस्था लागू होने के साथ ही अब वृद्धाश्रम के वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन निकालने के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। हर माह निर्धारित तिथि पर पेंशन राशि सीधे आश्रम परिसर में ही उपलब्ध करा दी जाएगी। यह व्यवस्था न केवल समय और ऊर्जा की बचत करेगी, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों की गरिमा और सुरक्षा को भी प्राथमिकता देगी।समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री शिवशंकर पांडे ने बताया कि विभाग का उद्देश्य वरिष्ठजनों को सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सरल, सुरक्षित और बिना किसी परेशानी के उपलब्ध कराना है। पेंशन भुगतान की यह नई व्यवस्था उसी दिशा में उठाया गया एक प्रभावी कदम है, जो बुजुर्गों के जीवन में राहत और सकारात्मक बदलाव सुनिश्चित होगी।
- -परीक्षा तैयारी पर दिए महत्वपूर्ण टिप्स कक्षा 10 वीं-12 वीं के विद्यार्थियों से किया संवाद-शासकीय हाई स्कूल झलमला में स्मार्ट क्लासरूम का किया लोकार्पणरायपुर। रायगढ़ विधायक एवं वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी तनाव मुक्त होकर स्वस्थ मन से पढ़ाई करें। उन्होंने कहा कि “परीक्षा कभी भी जीवन से बड़ी नहीं होती, इसलिए घबराएं नहीं, बल्कि सही समय पर मेहनत शुरू करें। वित्त मंत्री ने रायगढ जिले के पुसौर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम झलमला स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 10 वीं और 12 वीं के “बच्चों से चर्चा 2025” कार्यक्रम में संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर श्री चौधरी ने विद्यालय में अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम का उद्घाटन कर विद्यार्थियों को तकनीकी व नवीन शिक्षण संसाधनों का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।वित्त मंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि दिसंबर से परीक्षा तक के आगामी तीन महीने सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि नियमित रूप से प्रतिदिन 7 से 8 घंटे पढ़ाई करें और छुट्टी के दिनों में 10 घंटे अध्ययन का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कि एक भी दिन खराब नहीं करना है। यदि आप आने वाले तीन महीनों तक ईमानदारी और संकल्प के साथ पढ़ाई करेंगे तो बेहतर तैयारी और उत्कृष्ट परिणाम निश्चित हैं। उन्होंने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए उन्हें आत्मविश्वास, अनुशासन और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी।वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे प्रतिभा से भरपूर होते हैं। उन्हें केवल बेहतर मार्गदर्शन, संसाधन और सुरक्षित वातावरण की जरूरत है। उन्होंने शिक्षकों व अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों की रुचि और क्षमता के अनुसार अवसर प्रदान करें। वित्त मंत्री ने सफलता के लिए अनुशासन, निरंतर प्रयास और सकारात्मक सोच को मूल मंत्र बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य की मेरिट सूची में यदि जिले का कोई विद्यार्थी स्थान प्राप्त करता है, तो उसे एक लाख रुपए पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उन्होनं कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ और बेहतर भविष्य देना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री विजय अग्रवाल, श्री उमेश अग्रवाल, जिला पंचायत सदस्य बृजेश गुप्ता, जनपद अध्यक्ष पुसौर श्रीमती हेमलता चौहान, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती भाग्यवती नायक, सीईओ जिला पंचायत श्री अभिजीत बबन पठारे, एसडीएम रायगढ़ श्री महेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, छात्र एवं शिक्षक उपस्थित रहे।
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राजनांदगांव । छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी रायपुर द्वारा 13 दिसम्बर 2025 को दोपहर 2 बजे प्रेस क्लब रामदरबार चौक में राजनांदगांव संस्कृति एवं साहित्य विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संपादक दैनिक सबेरा संकेत श्री सुशील कोठारी, विशिष्ट अतिथि पुरातत्वविद डॉ. आरएन विश्वकर्मा, विभागाध्यक्ष हिन्दी डॉ. शंकर मुनि राय, अध्यक्ष प्रेस क्लब श्री सचिन अग्रहरि उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री शशांक शर्मा करेंगे। इस दौरान आधार वक्तव्य चैयरमेन अध्ययन बोर्ड मानविकी डॉ. चन्द्र शेखर शर्मा दिया जाएगा। कार्यक्रम में रायपुर साहित्य महोत्सव पर भी चर्चा की जाएगी। राजनांदगांव जिले के साहित्य व सृजन पर केंद्रित राजनांदगांव संस्कृति एवं साहित्य विमर्श में जिले के सभी साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया है।
- -वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने प्रदेशवासियों को दी बधाई-छत्तीसगढ़ का पहला रामसर साइट बना कोपरा जलाशयरायपुर। बिलासपुर जिले का कोपरा जलाशय अब छत्तीसगढ़ का पहला रामसर साइट बन गया है। इसकी घोषणा के बाद पूरे प्रदेश में प्रसन्नता का माहौल है। यह दर्जा उन आर्द्रभूमियों को दिया जाता है जो जैवविविधता, जल संरक्षण और पर्यावरणीय महत्व के लिए वैश्विक स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि कोपरा जलाशय की यह सफलता छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि जलाशय की विशिष्ट पारिस्थितिकी, स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की विविधता तथा जल परितंत्र की समृद्धि ने इसे रामसर मान्यता के योग्य बनाया है।वन मंत्री श्री कश्यप ने राज्य वेटलैंड प्राधिकरण, पर्यावरणविदों, वन विभाग के अधिकारियों, शोधकर्ताओं और स्थानीय समुदायों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि सभी की संयुक्त मेहनत और संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता से यह उपलब्धि संभव हो सकी है।मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047 के अंतर्गत वर्ष 2030 तक 20 वेटलैंड्स को रामसर साइट का दर्जा दिलाने के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि कोपरा जलाशय के रामसर साइट घोषित होने से प्रदेश में वेटलैंड संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और इको-टूरिज्म के नए अवसर भी विकसित होंगे। इससे स्थानीय समुदायों को रोजगार मिलेगा और सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा।वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर की सुरक्षा और संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि वेटलैंड्स का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक मजबूत प्राकृतिक विरासत छोड़ने का संकल्प भी।
- -रायगढ़ शिक्षा के उन्नयन की दिशा में सशक्त कदमरायपुर । वित्तमंत्री श्री चौधरी ने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम और आधुनिक लाइब्रेरी शिक्षा के भविष्य हैं, जहाँ स्मार्ट क्लासरूम इंटरैक्टिव व्हाइटबोर्ड, प्रोजेक्टर और डिजिटल कंटेंट का उपयोग करके सीखने को दिलचस्प बनाते हैं। वहीं आधुनिक लाइब्रेरी किताबों के साथ-साथ ई-बुक्स, डेटाबेस और हाई-स्पीड इंटरनेट जैसी डिजिटल सुविधाओं से लैस ज्ञान केंद्र बन गए हैं, जो छात्रों को 21 वीं सदी के कौशल और व्यक्तिगत सीखने के अनुभव प्रदान करते हैं।केवड़ाबाड़ी स्थित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को आयोजित “स्मार्ट स्कूल हैंडओवर सेरेमनी” में वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक श्री ओ.पी. चौधरी ने नव-निर्मित आधुनिक लाइब्रेरी एवं स्मार्ट क्लासरूम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि रायगढ़ जिले में शिक्षा अधोसंरचना के उन्नयन को सरकार प्राथमिकता दे रही है, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर, आधुनिक और तकनीक-सक्षम शिक्षण वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राव ने बताया कि नई लाइब्रेरी में विषयवार पुस्तकों, संदर्भ सामग्री और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु समृद्ध साहित्य उपलब्ध कराया गया है, जिससे विद्यार्थियों की अध्ययन-अभिरुचि में वृद्धि होगी और उन्हें उच्चस्तरीय ज्ञान-संसाधन स्कूल परिसर में ही सुलभ हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम में स्थापित इंटरैक्टिव स्क्रीन, डिजिटल मॉड्यूल, प्रोजेक्टर एवं हाई-स्पीड इंटरनेट विद्यार्थियों को कठिन विषयों को दृश्यात्मक माध्यमों से समझने में अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे।नई सुविधाओं को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह देखा गया। छात्रों ने बताया कि डिजिटल माध्यम से अध्यापन अब अधिक रोचक हो गया है और जटिल अध्याय भी एनिमेशन, ग्राफिक्स और वीडियो लेक्चर के माध्यम से तेजी से समझ आ रहे हैं। इससे न केवल अध्ययन क्षमता में सुधार होगा बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। कार्यक्रम के पश्चात वित्त मंत्री श्री चौधरी ने विद्यालय परिसर का निरीक्षण कर विकास कार्यों की सराहना की तथा भविष्य में भी शिक्षा से जुड़े संसाधनों को मजबूत करने हेतु आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया।कार्यक्रम में महापौर श्री जीवर्धन चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के. व्ही. राव, विभागीय अधिकारी, शिक्षक-कर्मचारी एवं अभिभावक उपस्थित थे। केवड़ाबाड़ी विद्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम जिले में शिक्षा उन्नयन और तकनीकी नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
- -जैवविविधता संरक्षण और जल-संरक्षण प्रयासों को मिली वैश्विक मान्यतारायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि बिलासपुर जिले के कोपरा जलाशय को छत्तीसगढ़ का पहला रामसर साइट घोषित किया जाना पूरे प्रदेश के लिए अत्यंत गर्व और सम्मान का विषय है। यह उपलब्धि राज्य की समृद्ध जैवविविधता, विविध पक्षी आवासों और सतत जल-संरक्षण प्रयासों को मिली वैश्विक मान्यता का प्रतीक है।मुख्यमंत्री श्री साय ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए राज्य वेटलैंड प्राधिकरण, पर्यावरण विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और स्थानीय समुदायों के संयुक्त प्रयासों की सराहना करते हुए उनका हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी के समन्वित सहयोग से कोपरा जलाशय अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतर सका और छत्तीसगढ़ को यह ऐतिहासिक पहचान प्राप्त हुई।मुख्यमंत्री ने बताया कि कोपरा जलाशय को रामसर दर्जा मिलना “छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047” के अंतर्गत वर्ष 2030 तक प्रदेश के 20 वेटलैंड्स को रामसर साइट घोषित कराने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण और प्रेरक प्रगति है। यह उपलब्धि राज्य की पर्यावरण-संरक्षण नीति और दीर्घकालिक दृष्टि को भी सुदृढ़ करती है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस वैश्विक मान्यता से प्रदेश में इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। साथ ही, यह वेटलैंड संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता को भी और अधिक मजबूत करेगा तथा भावी पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस अमूल्य प्राकृतिक धरोहर की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा केवल सरकार की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है, और इसी सहभागिता से छत्तीसगढ़ सतत विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
- -धान खरीदी केंद्र बम्हनी की व्यवस्था से संतुष्ट दिखेरायपुर।कोण्डागांव जिले के ग्राम संबलपुर निवासी किसान दिलीप कुमार नेताम ने धान खरीदी केंद्र बम्हनी में अपना 150 क्विंटल धान बेचा और उपार्जन केंद्र की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि खरीदी केंद्र में किसानों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और सभी व्यवस्थाएँ सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं।दिलीप नेताम ने कहा कि राज्य शासन द्वारा धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी ने किसानों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक तौल व्यवस्था, ऑनलाइन टोकन और खरीदी प्रक्रिया पर कहा कि शासन द्वारा किसानों की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। किसान दिलीप वर्तमान में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भी लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें साल में 6 हजार की राशि नियमित रूप से मिलती है, जिससे खेती से जुड़े छोटे-मोटे खर्चों को पूरा करने में सहायता मिलती है।दिलीप नेताम ने शासन की किसान हितैषी योजनाओं और नीतियों के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे किसानों का आत्मविश्वास भी बढ़ा है और समृद्ध की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
- -ईस्ट जोन बना ओवर आल चैम्पियन, साऊथ जोन रनर अप-अतिथियों ने विजेता प्रतिभागियों को किया पुरस्कृतरायपुर ।इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में 08 से 11 दिसम्बर 2025 तक आयोजित विश्वविद्यालयीन चार दिवसीय खेल कुम्भ का कल यहां समापन हुआ। कृषि महाविद्यालय, रायपुर के स्पार्ट्स कॉम्पलैक्स में चार दिवसीय खेल कुम्भ के समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. एस.एस. सेंगर ने विभिन्न खेल स्पर्धाओं में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा ने की। इस विश्वविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व, पश्चिम, उत्तर एवं दक्षिण जोन के अंतर्गत आने वाले समस्त महाविद्यालयों के 160 प्रतिभागी शामिल हुए। विश्वविद्यालयीन खेल कुम्भ में ईस्ट जोन 174 अंक प्राप्त कर ओवर ऑल चैम्पियन रहा, वहीं 91 अंक के साथ साऊथ जोन ओवर ऑल रनर अप रहा। सर्वश्रेष्ठ बालिका एथलीट का खिताब ईस्ट जोन की कुमारी संध्या नेताम तथा सर्वश्रेष्ठ बालक एथलीट का खिताब ईस्ट जोन के ही श्री कुनाल रावटे को प्रदान किया गया। समापन समारोह में कृषि महाविद्यालय रायपुर की अधिष्ठाता डॉ. आरती गुहे, कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अजय वर्मा, निदेशक शिक्षण डॉ. ए.के. दवे, भी मौजूद थे। समापन समारोह में विभिन्न खेल स्पर्धाओं के निर्णायकगणों टीम मैनेजरों तथा आयोजन समिति के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने वाले समस्त चार जोन के खिलाड़ी टीम मैनेजर, रैफरी, शिक्षकगण अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीप्ती झा ने किया।












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