- Home
- छत्तीसगढ़
- -शहर में 10 करोड़ की लागत से बनेगा नया गार्डन-बॉक्स क्रिकेट एवं बैडमिंटन कोर्ट का किया लोकार्पण-कमला नेहरू गार्डन के उन्नयन कार्य का भूमि पूजनरायपुर । रायगढ़ शहर में नगर वासियों की सुविधा के लिए नया गार्डन बनेगा। वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने आज इसके लिए 10 करोड़ रूपये की घोषणा की और अधिकारियों को स्थल का चिन्हांकन तथा जल्द प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। वे आज शहर के नटवर स्कूल परिसर में बने बॉक्स क्रिकेट एवं बैडमिंटन कोर्ट के लोकार्पण और कमला नेहरू गार्डन के उन्नयन कार्य के भूमि पूजन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेल, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण सहित सभी मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि की जा रही है। आने वाले समय में सभी के सहयोग से रायगढ़ विकास के नए पायदान पर स्थापित होगा। उन्होंने शहर में हो रहे निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि एवं पूर्ण गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने नटवर स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 20 लाख 33 हजार रुपए की लागत से बॉक्स क्रिकेट एवं 8 लाख 71 हजार रुपए की लागत से बैडमिंटन कोर्ट का विधिवत पूजा-अर्चना कर लोकार्पण किया। इस दौरान मंत्री श्री चौधरी ने बॉक्स क्रिकेट में क्रिकेट और बैडमिंटन कोर्ट पर बैडमिंटन खेलकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कमला नेहरू गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में 26 लाख 81 हजार रूपये की लागत से गार्डन उन्नयन कार्य का भूमि पूजन किया। उन्नयन कार्य के अंतर्गत गार्डन में शौचालय, रिनोवेशन, साइड बाउंड्री वॉल, फब्बारा उन्नयन, प्रवेश द्वार, फुटपाथ आदि का निर्माण किया जाएगा।
- रायपुर l कबीरधाम जिले के बोडला ब्लॉक धवई पानी ग्राम चिलपी मैं पौधा किस्म संरक्षण और कृषक अधिकार प्राधिकरण भारत सरकार नई दिल्ली और इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय के संयुक्त तत्वाधान मैं एक दिवसीय कृषक अधिकार जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया l जिसमे अध्यक्ष डा त्रिलोचन महापात्र ,पौधा किस्म संरक्षण एवम कृषक अधिकार, डा दिनेश अग्रवाल,रजिस्ट्रार जनरल , तकनीकी अधिकारी श्री रवि प्रकाश, श्री एस आर के सिंह निदेशक , अटारी जबलपुर एवम डा दीपक शर्मा , नोडल अधिकारी पौधा किस्म एवम कृषक अधिकार इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय उपस्थित थे l डा महापात्र ने अपने उद्बोधन मैं कहा कि कृषक किस्म रजिस्ट्रेशन द्वारा अधिक से अधिक आर्थिक रूप से लाभान्वित हो सकते है l ओर इन्हें कैसे वैल्यू चैन से जोड़ा जा सकता है l उन्होंने कटहल की विशेष किस्म जिसका पल्प गोल्डन रंग का है उसने इस किस्म के रजिस्ट्रेशन द्वारा कैसे लाभ कमाया कृषकों को जानकारी दी l डा अग्रवाल ने बताया की कुल 7600 किसमे पंजीकृत हो चुकी है जिनमे 53 प्रतिशत किसमे किसानों की है l डा रविप्रकाश द्वारा किस्मों का रजिस्ट्रेशन कैसे करते है बताया l डा एस आर के सिंह द्वारा किस्मों को सुरक्षित करने हेतु पूर्ण सहयोग देने को कहा गया l डा दीपक शर्मा द्वारा बताया गया कि छत्तीसगढ़ के किसानों की 558 किस्मों के सर्टिफिकेट दिए जा चुके है lज्ञातव्य है कि धवई पानी क्षेत्र बैगा जनजाति बाहुल्य है l जो अभी श्री अन्न की खेती कर रहे है l कार्यक्रम मैं कृषक कल्याण समूह द्वारा फसलों की विभिन्न किस्मों के 88 आवेदन पत्र पंजीकरण हेतु अध्यक्ष महोदय को दिए गए l जिसमे मिलेट्स की दुर्लभ देशी किस्म शामिल है l यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के किसानों को एक नई दिशा प्रदान करने मैं महत्वपूर्ण दिशा प्रदान करेगा l
-
-हर सोमवार को विशेष रूप से बाबा बूढ़ेश्वरनाथ का शृंगार किया जायेगा
रायपुर। हर वर्ष की भांति इस बार भी शहर की प्राचीनत्तम बूढ़ेश्वर मंदिर में कल से शुरू होने जा रहे सावन महीने मनाने के लिए भव्य तैयारी की गई है। मंदिर परिसर की विशेष साज-सज्जा रंग बिरंगी बिजली के झालर व बंदनवार से की गई है। संयोग से इस बार पांच सोमवार रहेंगे इसलिए हर सोमवार को विशेष रूप से बाबा बूढ़ेश्वरनाथ का शृंगार किया जायेगा। बूढ़ेश्वर मंदिर ट्रस्ट समिति की ओर से जानकारी देते हुए श्री चंद्रप्रकाश व्यास ने बताया कि पूरे सावन माह भर बाबा बूढ़ेश्वरनाथ के भक्तजन हजारों की संख्या में रोजाना पहुंचते हैं, रायपुर ही नहीं बल्कि आसपास के शहरों से भी दर्शनार्थी आते हैं। सावन के प्रत्येक सोमवार को भगवान का विशेष रूप से श्रृंगार किया जाता है,इस बार पहले सोमवार को बाबा बूढेश्वरनाथ का स्वरूप 'पुष्पलोचना' रहेगा। जिसका तात्पर्य यह है कि पूरी सजावट केवल फूलों की ही रहेगी जिसमें कमल फूल, रजनीगंधा, सेवंती, गेंदा, गुलाब जैसे कई सारे फूलों का उपयोग किया जा रहा है। त्रिनेत्रदारी का नेत्र रौद्र रूप में न दिखकर सौम्य रूप में कमल की पंखुड़ी के समान दर्शनार्थियों को नजर आयेगा। इन्ही पुष्परुपी आँखों से बाबा बूढ़ेश्वरनाथ कृपा बरसायेंगे। वैसे सुबह व संध्या महाआरती, जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, फलादि जैसे नियमित पूजन क्रम रोजना जारी रहेंगे। - -जंगली मशरूम, घर पर ही जड़ी-बूटी से उपचार और प्रसव पश्चात लापरवाही के कारण हुई मौत-कवर्धा के सोनवाही गांव में हालात सामान्य, जांच में नहीं मिला डायरिया को कोई प्रकरण-सरेंडा गांव में तीन ग्रामीणों की मृत्यु अलग-अलग कारणों से, ग्राम में स्वास्थ्य परीक्षण जारी-कलेक्टर के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम ने की मामले की जांचरायपुर। ग्राम सोनवाही में बैगा आदिवासियों की मृत्यु के संबंध में जांच के लिए कवर्धा कलेक्टर ने तीन सदस्यीय टीम बनायी थी। इस टीम के द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में बैगा आदिवासियों की मौत डायरिया से नहीं बल्कि अन्य कारणों से होना पाया गया। जांच टीम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शामिल थे।जांच टीम ने संयुक्त रूप से ग्राम का भ्रमण कर तथा ग्रामवासियों और मृतकों के परिजनों से चर्चा कर जो तथ्य पाए हैं उसके अनुसार महिला बैगा आदिवासी फुलबाई के पति ने ये जानकारी दी है उन्होंने जंगली मशरूम खाया था जिसके बाद उसकी पत्नी और बेटे दोनों की तबीयत खराब हो गयी थी और फिर पत्नी की मौत हो गयी। एक अन्य मामले में मृतक सुरेश धुर्वे को पेट दर्द की शिकायत थी, मितानिन द्वारा उसके घर जाकर सरकारी अस्पताल ले जाकर ईलाज कराने के सलाह देने के बावजूद चिकित्सा लाभ न लेकर स्वयं घरेलू उपचार करने के कारण उसकी मौत हो गयी। अन्य प्रकरण में ललेश्वरी नाम की बैगा आदिवासी महिला सामान्य प्रसव होने के बाद अपने मायके लालघाट मध्यप्रदेश चली गई थी। और वहीं उसकी तबीयत बिगड़ने से मौत हो गयी। सोनसिंह नामक मृतक की तबीयत खराब थी।ग्राम सोनवाही में स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य कर्मियों एवं मितानिनों द्वारा डोर टू डोर रैपिड फीवर सर्वे कराकर सभी संभावितों की जांच व उपचार किया जा रहा है तथा ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति वर्तमान में ग्राम सोनवाही की स्थिति सामान्य है।इसी तरह से कबीरधाम जिले के बोडला विकासखण्ड के ग्राम सोनवाही के पारा-टोला ग्राम सरेंडा निवासी तीन ग्रामीणों की मृत्यु का कारण अलग-अलग है। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर बनी तीन सदस्यीय जांच टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट दी है। कलेक्टर के निर्देश पर सरेंडा ग्राम में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है।जांच रिपोर्ट में बताया गया कि सरेंडा गांव में तीन ग्रामीणो की मृत्यु की सूचना प्राप्त होने पर ग्राम सरेंडा का भ्रमण कर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की गई। पूछताछ में बताया गया कि सरेंडा की निवासी मृतक पनकिन बाई पति नन्हुआ सिंह 75 वर्ष की थी। पिछले कुछ वर्षों से लकवा रोक से ग्रसित थी, जिसके कारण वह चलने फिरने में असमर्थ थी। धीरे-धीरे शारीरिक कमजोरी बढ़ने के कारण घर पर ही मृत्यु हो गई।मृतक सोमबाई पति सुमेर सिंह बैगा का उम्र 70 वर्ष की थी। पिछले दो वर्षों से लकवा ग्रस्त थी। उसे खाना खाने में बहुत तकलीफ हो रही थी। पिछले 20 दिनों से खाना भी नहीं खा पा रही थी। मृत्यु के समय उन्हे किसी भी प्रकार की अन्य बीमारी नहीं थी। इसी प्रकार मृतक अनिता बैगा पिता महासिंह उम्र 29 वर्ष की थी, वह 6 माह की गर्भवती थी। उन्हें उल्टी-दस्त बुखार एवं रक्त स्त्राव की समस्या के साथ 14 जुलाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला में भर्ती कराया गया। स्थिति में सुधार नहीं होने के कारण उन्हे जिला अस्पताल कवर्धा में रिफर किया गया। जिला अस्पताल में उनका स्वास्थ्य सुधार नहीं होने के कारण उसे डॉ भींम राव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में भर्ती किया गया, उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गईमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वास्थ्य संबंधी देखभाल को गंभीरता से लेते हुए सभी जिले के मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश हैं कि सतत ग्रामीण क्षेत्रों को भ्रमण कर जलजनित बीमारी की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य शिविर लगाना सुनिश्चित करें और पेयजल स्रोतों में क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। file photo
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के आज रायगढ़ जिले के ग्राम महापल्ली मिनी स्टेडियम हेलीपेड पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री ग्राम बनोरा में आयोजित श्री गुरू दर्शनम् महोत्सव में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं।
- -उप मुख्यमंत्री ने गुरूपूर्णिमा पर आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में गजराज बांध में लगाया पीपल का पौधारायपुर । उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज गुरूपूर्णिमा पर राजधानी रायपुर के बोरिया खुर्द में गजराज बांध में आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में पीपल का पौधा लगाया। वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत 230 एकड़ में फैले गजराज बांध के चारों ओर अलग-अलग चरणों में 230 पौधे लगाए जाएंगे। इसके द्वितीय चरण में आज उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के मुख्य आतिथ्य और विधायक श्री मोती लाल साहू की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों और बोरियावासियों ने ‘पीपल फॉर पीपल’ अभियान के अंतर्गत 101 पौधे लगाए। बोरिया खुर्द गजराज बांध संरक्षण समिति, शहर जिला साहू संघ, ग्रीन आर्मी ऑफ छत्तीसगढ़ और भारतीय जैन संघटना द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विधायक श्री मोती लाल साहू ने बरगद का पौधा लगाया। गुरुपूर्णिमा के मौके पर आज स्थानीय नागरिकों ने भी यहां ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत अपनी मां की स्मृति और सम्मान में पौधरोपण किया।उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम में कहा कि गजराज बांध को बचाने के लिए बोरियावासियों का संघर्ष मैं लंबे समय से देख रहा हूं। नागरिकों और इस बांध के संरक्षण में लगे संस्थाओं का दृढ़ संकल्प अब पूरा होने की ओर अग्रसर है। इसे विकसित और संरक्षित करने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। जन भावनाओं के अनुरुप गजराज बांध का विकास और सौंदर्यीकरण किया जाएगा।विधायक श्री मोती लाल साहू ने कार्यक्रम में कहा कि बोरिया के नागरिक और अनेक संस्थाएं गजराज बांध के संरक्षण के लिए काम कर रही हैं। हम लोग इसे रायपुर शहर का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल बनाना चाह रहे हैं। अम्युजमेंट पार्क, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम जैसी जन सुविधाएं यहां विकसित करने की योजना है। रायपुर नगर निगम के आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा, बोरिया खुर्द गजराज बांध संरक्षण समिति के अध्यक्ष श्री पी.के. साहू, संरक्षक श्री एन.आर. नायडू, सचिव श्री क्षितिपाल, शहर जिला साहू संघ के अध्यक्ष श्री केशव साहू, ग्रीन आर्मी ऑफ छत्तीसगढ़ के संस्थापक श्री अमिताभ दुबे, पार्षद श्रीमती उमा चंद्रहास निर्मलकर, श्री रमेश वर्ल्यानी और भारतीय जैन संघटना के अनेक पदाधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज बालोद जिले के डौंडीलोहारा तहसील के ग्राम बड़े जुंगेरा पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर सांसद श्री भोजराज नाग सहित श्री देवलाल ठाकुर एवं अन्य अतिथियों के अलावा, आई.जी. श्री रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, एस.पी. श्री जे.आर. ठाकुर तथा अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
-
-पाटेश्वर धाम में ब्रम्हलीन गुरुदेव राम जानकी दास की समाधि निर्माण कराने की घोषणा
-मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाईट लगाने एवं मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण कराने की घोषणा-प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास जुगेंरा की सीटें 50 से बढ़ाकर 100 करने की घोषणारायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज गुरू पूर्णिमा के अवसर पर बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखण्ड स्थित जामड़ी पाटेश्वर धाम आश्रम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने वहां सत्संग स्थल कौशल्या धाम में संत योगी बालकदास से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर सांसद श्री भोजराज नाग सहित श्री देवलाल ठाकुर एवं अन्य अतिथियों के अलावा, आई.जी. श्री रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, एस.पी. श्री जे.आर. ठाकुर तथा अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने ब्रम्हलीन संत राम जानकी दास जी के समाधि स्थल में पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की और सत्संग स्थल परिसर में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किया। मुख्यमंत्री ने शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव को संबोधित करते हुए उपस्थित सभी लोगों का स्वागत अभिनंदन किया। उन्होंने पाटेश्वर धाम में ब्रम्हलीन गुरुदेव राम जानकी दास की समाधि निर्माण कराने तथा मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाईट लगाने एवं मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने जुगेंरा प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास की सीटें 50 से बढ़ाकर 100 करने की घोषणा की। - -गांवों में रैली के जरिए मलेरिया और डायरिया से बचाव का दे रहे संदेशरायपुर / बिलासपुर कलेक्टर श्री अवनीश शरण के निर्देश पर स्कूली बच्चों ने जन जागरुकता की कमान संभाली ली है। गांवों में रैली निकाल कर मलेरिया और डायरिया से बचाव का संदेश दे रहे हैं। कोटा ब्लॉक के विभिन्न गांवों में स्कूली बच्चों को प्रार्थना के समय जागरूक किया जा रहा है। बच्चे भी रैली के जरिए ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं। बच्चों को स्वच्छता अभियान के अंतर्गत डायरिया से बचाव और सुरक्षा हेतु स्कूल में भाषण और प्रेजेंटेशन के जरिए जागरूक किया जा रहा है।इसी कड़ी में मझगांव स्कूल में मलेरिया से बचाव विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई ।इस कार्यशाला में मलेरिया के लक्षण तथा उससे बचाव की छात्रों को विस्तृत जानकारी दी गई। छात्रों की तरफ से कक्षा 12वीं से चंद्रदीप जायसवाल और कुमारी कृशा तथा कक्षा ग्यारहवीं से नितेश यादव एवं हिना ध्रुव ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर मुख्य वक्ता जीव विज्ञान विषय के व्याख्याता श्री शोभाराम पालके ने मलेरिया की रोकथाम पर विस्तृत जानकारी दी।जिसके तहत मच्छर दानी लगा कर सोने, डीडीटी का छिड़काव, मलेरिया रोधी क्रीम का प्रयोग, आसपास सफाई, रुके पानी का निस्तारीकरण, कूलर की सफाई, बुखार रहने पर खून की जांच करवाना एवं नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर को दिखाना इत्यादि बचाव के उपाय बताए गए ।
- -रक्तदान से मिलती है आत्मिक संतुष्टि – अरुण सावरायपुर ।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज रायपुर के डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का शुभारंभ किया। हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन द्वारा इसका आयोजन किया गया है। श्री साव ने मेगा ब्लड डोनेशन कैंप के आयोजन के लिए फाउंडेशन को बधाई और साधुवाद दिया। वे इस दौरान रक्तदान कर रहे लोगों से मिले और उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कैंप का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यों से व्यक्ति को आत्मिक संतुष्टि और आंतरिक ऊर्जा मिलती है। यह बहुत पुण्य का काम है। इस तरह के आयोजनों से रक्त की जरूरत वाले मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी सहायता मिलती है। एक व्यक्ति का रक्तदान कई लोगों की जिंदगी बचाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति काफी समृद्ध और उदार है। ‘वसुधैव कुटुबंकम’ के ध्येय को अपनाते हुए हम पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं। इस तरह के रक्तदान शिविरों का आयोजन हमारी संस्कृति में गहरे पैठे परोपकार और समाज की सेवा की भावना को उजागर करती है।मेगा ब्लड डोनेशन कैंप के शुभारंभ के मौके पर हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन के प्रदेशाध्यक्ष श्री सुधीर अग्रवाल, संरक्षक श्री मनोज गोयल, डॉ. नवीन बाफना, समाज सेवी सर्वश्री संजय अग्रवाल, विशाल खंडेलवाल, अंकित अग्रवाल, अमित अग्रवाल और श्रीमती शारदा अग्रवाल सहित फाउंडेशन के पदाधिकारी एवं सदस्य, तथा बड़ी संख्या में रक्तदाता मौजूद थे।
- - आध्यात्मिक मूल्यों एवं संस्कारों की पाठशाला है अघोर गुरु पीठ ब्रह्मनिष्ठालय बनोरारायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रायगढ़ प्रवास के दौरान ग्राम बनोरा स्थित अघोर गुरु पीठ में गुरु दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने गुरु पीठ आश्रम के उपासना स्थल पर अघोरेश्वर अवधूत भगवान राम जी की प्रतिमा के दर्शन कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने आश्रम में अघोरेश्वर अवधूत भगवान राम जी के प्रिय शिष्य प्रियदर्शी भगवान राम जी के दर्शन भी किए और मार्गदर्शन लिए। इसके साथ ही इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने परिसर में करंज का पौधा , वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने नीम का पौधा तथा पूर्व विधायक श्री विजय अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पौधरोपण किया गया। आध्यात्मिक मूल्यों एवं संस्कारों की पाठशाला के रूप में अघोर गुरु पीठ ब्रह्मनिष्ठालय बनोरा का नाम विख्यात है। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री कार्तिकेय गोयल सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।छत्तीसगढ़ में अघोर पंथ का बीजारोपण करने वाले पूज्य अघोरेश्वर के शिष्य बाबा प्रियदर्शी राम जी के कर कमलों से तीन दशक पहले रायगढ़ के पूर्वांचल स्थित ग्राम बनोरा में इस ट्रस्ट की नींव रखी गई तब से लेकर आज तक यह ट्रस्ट राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। आध्यात्मिक मूल्यों एवं संस्कारों को बढ़ावा देने के लिए अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा की स्थापना तीन दशक पहले की गई। अघोरेश्वर महाप्रभु ने समाज के विकास की अवधारणाओं का सूत्रपात किया लेकिन इस दिशा में बहुत से अधूरे कार्यों को पूरा करने अघोरेश्वर अवधूत भगवान राम जी के प्रियतम शिष्य बाबा प्रियदर्शी राम जी ने बनोरा से जुड़ी अन्य शाखाओं का शिवरीनारायण, डभरा, चिरमिरी, अंबिकापुर सहित अन्य प्रांतों में भी विस्तार किया। बनोरा से जुड़ी सभी शाखाओं में मानव सेवी गतिविधियां निरंतर संचालित हो रही हैं। बनोरा ट्रस्ट से जुड़ी सभी शाखाएं आसपास क्षेत्र के मौजूद जरूरतमंद और बेसहारा लोगों को जीवन की मूलभूत आवश्यकता शिक्षा, चिकित्सा या आध्यात्मिक मूल्यों की शिक्षा देकर समाज कल्याण के लिए क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रही है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायगढ़ जिले के बनोरा स्थित अघोर गुरु पीठ ब्रह्मनिष्ठालय में गुरु के दर्शन के पश्चात गुरु दर्शन के लिए आए सारे लोगों के बीच पंगत में बैठकर भंडारा प्रसाद ग्रहण किया । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के साथ वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और आमजनों ने भी भंडारा प्रसाद ग्रहण किया।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अघोर गुरु पीठ ब्रह्मनिष्ठालय बनोरा के परिसर में प्रियदर्शी भगवान राम जी के साथ पौधरोपण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने करंज का पौधा , वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी ने नीम का पौधा तथा पूर्व विधायक श्री विजय अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पौधरोपण किया गया। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री कार्तिकेय गोयल सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
- रायपुर / गौरेला पेंड्रा मरवाही कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी द्वारा बीते शनिवार को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने पर कन्या आश्रम एवं बालक आश्रम बेलझीरिया के अधीक्षक एवं अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में कहा गया है कि 20 जुलाई को निरीक्षण दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के आश्रम में अनुपस्थित रहने एवं नियमित रूप से आश्रम में नहीं रहने के कारण श्री बी.एस. मास्को अधीक्षक (प्रधान पाठक) आदिवासी बालक आश्रम बेलझीरिया, विकासखण्ड मरवाही और श्रीमती रियाज अंसारी अधीक्षिका (प्रधान पाठक) आदिवासी कन्या आश्रम बेलझीरिया विकासखण्ड मरवाही को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-9 के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। श्री बी.एस. मास्को और श्रीमती रियाज अंसारी का निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास गौरेला नियत किया जाता है तथा उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
- -प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामनारायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ प्रवास के दौरान ग्राम कोसमनारा स्थित श्री श्री 108 श्री सत्यनारायण बाबा धाम दर्शन के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव ने श्री श्री 108 श्री सत्यनारायण बाबा और भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी चौधरी भी उपस्थित रहे।कोसमनारा स्थित श्री श्री 108 श्री सत्यनारायण बाबा धाम आस्था का केंद्र के रूप में विख्यात है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा सत्यनारायण और भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते है। बाबा सत्यनारायण पूरे दिन भोलेनाथ की तपस्या और ध्यान में लीन रहते है और आधी रात में केवल एक बार सामान्य अवस्था में आते हैं। इस दौरान बाबा फल और दूध ग्रहण करते हैं तथा आश्रम में मौजूद भक्तों से मिलते हैं और उनकी समस्याएं सुनकर उसका समाधान इशारों में ही बता देते हैं। बाबा सन् 1998 से तपस्या में लीन है और 2003 में उन्हे 108 की उपाधि मिली, तब से बाबा धाम की प्रसिद्धि के साथ श्रद्धालुओ की संख्या बढ़ी है।इस अवसर पर श्री गुरुपाल भल्ला, श्री महेश साहू, श्री विवेक रंजन सिन्हा, श्री ज्ञानू गौतम, श्री मनीष शर्मा, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, सीईओ जिला पंचायत श्री जितेंद्र यादव उपस्थित रहे।गरजते बादल, तेज धूप और कड़कड़ाती ठंड के बीच तपस्या में लीन रहते है श्री सत्यनारायण बाबारायगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कोसमनारा में श्री श्री 108 श्री सत्यनारायण बाबा वर्षा, ग्रीष्म एवं ठंड तीनों मौसम में खुले जगह पर ही लगातार भगवान भोलेनाथ की तपस्या में लीन रहते हैं। स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी अनुसार सत्यनारायण बाबा लगभग 25 वर्ष से अधिक समय से खुले जगह पर विराजमान होकर तपस्या कर रहे हैं। लोगों ने बताया की बाबा जिस जगह पर तपस्या कर रहे हैं, पहले वह एक बंजर जगह थी। इस बंजर जमीन पर बाबा ने कुछ पत्थरों को इकट्ठा कर शिवलिंग का रूप देकर अपनी जीभ काटकर समर्पित कर दी थी और उस समय से लगातार तपस्या में लीन हैं।
- = मिशन लाइफ के अंतर्गत एक पेड़ मां के नाम के तहत होगा वृक्षारोपणरायपुर / नई शिक्षा नीति 2020 के तहत छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में राष्ट्रव्यापी शिक्षा सप्ताह के अंतर्गत 27 जुलाई को मिशन लाईफ भी मनाया जाएगा। इसके तहत पर्यावरण के संरक्षण के महत्व को लेकर बच्चों में जागरूकता के लिए स्कूलों में इको क्लब के गठन के किया जायेगा।इको क्लब के माध्यम से एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण किया जाएगा। इको क्लब के सदस्यों को समुदाय के समक्ष 27 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी। इस दिन प्रत्येक स्कूल में कम से कम 35 पौधों का रोपण कर उनके देखरेख और रखरखाव की जिम्मेदारी स्कूली बच्चों को दी जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में मिशन लाइफ के लिए नए इको क्लब गठन के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जारी निर्देश के अनुसार स्कूल प्रधानपाठक, प्राचार्य इको क्लब का प्रमुख, संरक्षक होंगे। पोस्ट ग्रेजुएट टीचर इको क्लब के प्रभारी होंगे। इको क्लबों में प्रत्येक कक्षा से 4-5 छात्र शामिल किया जाएगा। मिशन लाइफ के लिए एक छात्र को क्लब का इको अध्यक्ष बनाया जाएगा।भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय मेरिलाइफ पोर्टल (https://merilife) पर मिशनलाइफ के अंतर्गत पौधरोपण की जानकारी [email protected] अपलोड की जाएगी। पौधे लगाने से लेकर उसकी सेवा करने तक की फोटो (जियोटैग) साझा करेंगे, स्कूलों को वृक्षारोपण अभियान की जियोटैग की गई छवियां गूगल ट्रैकर साझा की जाएगी। सोशल मीडिया पर स्कूल हैशटैग #Plant for Mother और # एक पेड़ मां के नाम का हैशटैग से व्यापक प्रसार किया जाएगा।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भगवान शिव की आराधना के पवित्र श्रावण मास के 22 जुलाई से शुभारंभ पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उन्होंनेे प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। श्री साय ने कहा है कि सावन मास के प्रारंभ के साथ ही शिव जी की विशेष आराधना शुरू हो जाती है। श्रद्धालु पूरे भक्तिभाव से सावन सोमवार को शिवजी का व्रत रखते हैं। इस दौरान शिवालयों में भक्तों की भीड़ होती है, कांवर निकलते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान शिव जी की कृपा सदा सभी पर बनी रहे।
-
-पाटेश्वर धाम में ब्रम्हलीन गुरुदेव राम जानकी दास की समाधि निर्माण कराने की घोषणा
-मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाईट लगाने एवं श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण कराने की घोषणा-प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास जुगेंरा की सीटें 50 से बढ़ाकर 100 करने की घोषणा*रायपुर,। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज गुरू पूर्णिमा के अवसर पर बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखण्ड स्थित जामड़ी पाटेश्वर धाम आश्रम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने वहां सत्संग स्थल कौशल्या धाम में संत योगी बालकदास से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर सांसद श्री भोजराज नाग सहित देवलाल ठाकुर एवं अन्य अतिथियों के अलावा, आई.जी. रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, एस.पी. जे.आर. ठाकुर तथा अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने ब्रम्हलीन संत राम जानकी दास जी के समाधि स्थल में पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की और सत्संग स्थल परिसर में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किया। मुख्यमंत्री ने शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव को संबोधित करते हुए उपस्थित सभी लोगों का स्वागत अभिनंदन किया। उन्होंने पाटेश्वर धाम में ब्रम्हलीन गुरुदेव राम जानकी दास की समाधि निर्माण कराने तथा मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाईट लगाने एवं मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने जुगेंरा प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास की सीटें 50 से बढ़ाकर 100 करने की घोषणा की* - -कलेक्टर ने वीसी के जरिए बैठक लेकर की समीक्षा-दो दिनों में पेयजल के तमाम स्रोतों का क्लोरिनेशन करने दिए निर्देश--सभी हैंडपंपों में 15 दिनों में बनाएं प्लेटफार्म-निजी अस्पतालों और आईएमए से सहयोग करने की अपील की-ग्रामीण अस्पतालों में भी बेड की संख्या बढ़ाया जाए-आश्रम छात्रावासों में भी जरूरत पर बनाए जाएंगे अस्थाई अस्पताल-सेवा ट्रस्ट और समाजसेवी संस्थाओं का मिल रहा सहयोगबिलासपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय व मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने मलेरिया और डायरिया से निपटने के लिए जिला प्रशासन को हरसंभव उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उनसे मिले निर्देश के बाद कलेक्टर अवनीश शरण ने आज रविवार अवकाश के दिन भी वीसी के जरिए अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में मलेरिया और डायरिया के ताजा हालात की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर इनके फैलने का कारण और परिस्थितियों को जानना चाहा। उन्होंने पेयजल के तमाम स्रोतों को अगले दो दिनों में क्लोरिनेशन के7 निर्देश दिए। गावों की सभी बोरिंग में प्लेटफार्म बनाने को कहा है। जिला पंचायत द्वारा किसी भी मद से अगले 15 दिनों में इसे बनाया जायेगा। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी अपने मुख्यालय में रहकर ईमानदारी से ड्यूटी करें। दवा और बेड की कोई कमी किसी भी स्तर नहीं होगी।कलेक्टर ने मलेरिया और डायरिया की रोकथाम के लिए संपूर्ण प्रयास व समन्वय करने की जिम्मेदारी अपने स्तर पर संबंधित एसडीएम को दी है। उन्होंने रतनपुर सहित सभी जगहों पर पानी आपूर्ति की फटे पाइप को बदलने के निर्देश दिए। जरूरत पड़े तो स्थिति सामान्य होते तक टैंकर से पानी दिया जाए। लोगों को बीमारी का असल कारण समझाएं और उन्हें पानी उबालकर और इसमें क्लोरिन टैबलेट डालकर पीने की सलाह दी। कलेक्टर ने पिछले 10 साल में हुए आउटब्रेक की जानकारी देकर इन ग्रामों का निरीक्षण करने के निर्देश एसडीएम व तहसीलदार को दिए। उन्होंने कहा की प्रशासन के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। सभी संबंधित विभाग आपसी तालमेल बनाकर काम करें। उन्होंने इलाज के लिए जिला मुख्यालय के साथ एहतियात के तौर पर सभी सीएचसी और पीएचसी में भी अतिरिक्त बेड तैयार रखने को कहा है। सीएचसी में कम से कम 50 और पीएचसी में 15 बेड की व्यवस्था रखें। जरूरत पड़ने पर अंदरूनी क्षेत्रों में स्थित आश्रम व छात्रवासों का इस्तेमाल भी अस्थाई अस्पतालों के तौर पर किया जा सकता है।कलेक्टर ने कहा कि केवल तात्कालिक रूप से इन बीमारियों पर नियंत्रण करना पर्याप्त नहीं है। अगले दो तीन महीने तक हमें इसी जोश से काम करते रहना होगा। छुट्टी में कोई स्वास्थ्य कर्मी नहीं जायेगा। जो गए हैं, उन्हें वापस बुलाया जाए। मलेरिया और डायरिया के नोडल अधिकारी डॉक्टरों ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि इलाज के लिए जरूरी दवाइयां और इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। कोई दवाई की कमी किसी भी स्तर पर नहीं है। नगर निगम को भी फॉगिंग केमिकल्स उपलब्ध करा दिया गया है। लोगों का इस संबंध में सावधान व सजग रहने के लिए जागरूक करने की जरूरत है।कलेक्टर ने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी उन्होंने सभी एसडीएम को उनके क्लीनिक व दुकान बंद कर कार्रवाई करने को कहा। यथासंभव उनके विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। कलेक्टर ने निजी समाजसेवी संस्थाओं को भी अभियान में सहयोग देने की अपील की। कलेक्टर की अपील पर रतनपुर महामाया ट्रस्ट द्वारा बीमार मरीजों को खिचड़ी व भोजन उपलब्ध कराई जा रही है। नेमीचंद जैन ट्रस्ट ने 200 मच्छरदानी उपलब्ध कराने का वायदा किया है । जिला पंचायत सीईओ श्री राम प्रसाद चौहान ने बताया कि जिले के सभी 668 गांव में स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जा रहा है । सप्ताह में दो दिन शनिवार और मंगलवार को यह कार्यक्रम आयोजित होता है ।लोगों को साफ सफाई एवं खान-पान की जानकारी दी जाती है ।नगर निगम के आयुक्त अमित कुमार ने बताया कि जिले में नगर निगम क्षेत्र में पांच और आउटर में तीन संवेदनशील केंद्र के रूप में पहचान की गई है। यहां पानी टेस्ट करने के साथ-साथ जोनल अफसरों को रोज भ्रमण करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को एक और मोबाइल मेडिकल खूंटाघाट के आसपास गांव के लिए भेजने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बिलासपुर के निजी अस्पतालों और आई एम ए का सहयोग भी अभियान में लिया जाए। उन्हें प्रभावित क्षेत्र में कुछ गांव आवंटित कर इलाज व शिविर लगाने का दायित्व सौंपा जाए। सीएमएचओ को उनसे बात करने के लिए अधिकृत किया। बैठक को सीएमएचओ डॉ. प्रभात श्रीवास्तव, मलेरिया के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव, डायरिया के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी ने भी संबोधित किया। डीपीएम पीयूली मजूमदार ने आभार ज्ञापन किया।
- रायपुर /राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 355.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 21 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 854.4 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 138.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 204.3 मिमी, बलरामपुर में 341.3 मिमी, जशपुर में 241.4 मिमी, कोरिया में 249.5 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 205.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।इसी प्रकार, रायपुर जिले में 291.1 मिमी, बलौदाबाजार में 314.7 मिमी, गरियाबंद में 428.2 मिमी, महासमुंद में 251.6 मिमी, धमतरी में 396.7 मिमी, बिलासपुर में 347.9 मिमी, मुंगेली में 340.2 मिमी, रायगढ़ में 332.5 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 205.3 मिमी, जांजगीर-चांपा में 332.3 मिमी, सक्ती में 277.4 कोरबा में 397.6 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 343.2 मिमी, दुर्ग में 223.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 287.0 मिमी, राजनांदगांव में 409.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 409.6 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 267.3 मिमी, बालोद में 465.3 मिमी, बेमेतरा में 202.6 मिमी, बस्तर में 513.1 मिमी, कोण्डागांव में 409.4 मिमी, कांकेर में 445.8 मिमी, नारायणपुर में 476.9 मिमी, दंतेवाड़ा में 463.0 मिमी और सुकमा जिले में 652.1 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
- बिलासपुर / मलेरिया प्रभावित ग्रामों में दो मोबाइल मेडिकल वाहन तैनात किए जा हैं। दोनों मोबाइल वाहन के लिए दो दिन 21-22 जुलाई के लिए दौरा कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। एक वाहन एक दिन में दो ग्रामों में शिविर लगाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की डीपीएम पीयुली मजूमदार ने बताया कि 21 जुलाई को एक वाहन पहली पाली में मझगवां व दूसरी पाली में केंदादार और दूसरा वाहन पहली पाली में केंदामुड़ा व दूसरी पाली में बेलगहना में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाएंगे। दूसरे दिन 22 जुलाई को पहला वाहन बिटकुली और दूसरी पाली में करवा तथा दूसरा वाहन मोहली और आमागोहन में शिविर लगाएंगे। इन मेडिकल वाहनों में डॉक्टर, नर्स सहित दवाइयां व जांच की सुविधा भी होगी।
- -48 अस्पतालों के विरुद्ध कार्यवाही , 11 अस्पतालों के विरूद्ध लगाया गया जुर्मानारायपुर । आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आम जन के लिए एक अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अंतर्गत समस्त पात्र हितग्राहियों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवायें प्रदाय की जा रही है। अपने आर्थिक लाभ की दृष्टि से कई अस्पताल नियमों की अवहेलना कर मरीजों के अधिकार (आयुष्मान कार्ड) का दुरूपयोग करते हुए शासन को गुमराह कर रहे हैं । इसी कारण शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना के सुचारू रूप से क्रियान्यवन हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नियम विरुद्ध कार्य कर रहे अस्पतालों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है, जिसके तहत वर्ष 2024 में अब तक कुल 48 अस्पतालों के विरुद्ध कार्यवाही की जा चुकी है।इन 48 अस्पतालों के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों पर जाँच उपरांत, 11 अस्पतालों के विरुद्ध जुर्माना लगाया जा चुका है एवं 1 अस्पताल का पंजीयन निरस्त (De-empanelment) किया गया है। इन अस्पतालों के विरुद्ध आयुष्मान कार्ड से इलाज करने के बाद भी हितग्राहियों से अतिरिक्त नगद राशि लेने, आर्थिक लाभ हेतु नियम विरुद्ध अनावश्यक रूप से मरीजों को योजना अंतर्गत भर्ती किये जाने एवं अवैधानिक तौर पर योजना के तहत गर्भाशय के ऑपरेशन करने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुयी थी।इन अस्पतालों के विरूद्ध की गई कार्रवाहीनियम विरूद्ध कार्य करने पर जय तुलसी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल राजनंदगांव पर 15 हजार रुपए का अर्थदंड, श्री आरोग्यम हॉस्पिटल पर 11 लाख 41 हजार रुपए का अर्थदंड एवं अंकुर हॉस्पिटल रायपुर, 1 लाख 40 हजार का अर्थदंड, माँ यशोदा हॉस्पिटल, जिला-गरियाबंद पर 6 लाख 60 हजार रूपए, श्री राम हॉस्पिटल झलप, महासमुंद पर 11 लाख 41 हजार रूपए, अशोका हॉस्पिटल, रायपुर 31 लाख 60 हजार रूपए , ओमकार हॉस्पिटल बिलासपुर, 1 लाख 82 हजार रूपए, साईं समर्थ हॉस्पिटल रायपुर 4 लाख 25 हजार रूपए, CIMT हॉस्पिटल, रायपुर 11 लाख 8 हजार रूपए, केयर एंड क्योर हॉस्पिटल, बिलासपुर पर 12 लाख 74 हजार 900 रूपए का अर्थदंड एवं स्पर्श मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, दुर्ग पर 24 लाख 44 हजार 700 का अर्थदंड लगाया गया है। 48 अस्पतालों में से शेष 33 अस्पताल जिनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था उनके द्वारा प्राप्त स्पष्टीकरण पर कार्यवाही प्रक्रियाधीन है । प्राप्त स्पष्टीकरण के आधार पर जल्द ही नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
- 0 सड़क दुर्घटना के रोकथाम एवं घुमन्तु पशुओं की विचरण की समस्या के रोकथाम हेतु किए जा रहे उपायों तथा खाद बीज की समुचित उपलब्धता की जानकारी ली0 ध्वनि प्रदुषण के नियंत्रण हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने तथा राजस्व प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण करने के दिए निर्देश
बालोद। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज प्रदेश के सभी संभाग आयुक्त, कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों का वीडियो कान्फ्रेंसिंग लेकर विभिन्न विभागों के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर एवं पुलिस तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों के सड़क दुर्घटना के रोकथाम हेतु किए जा रहे उपायों के संबंध मंे जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने एवं सड़क सुरक्षा समिति की नियमित रूप से बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। श्री जैन ने अधिकारियों से सड़क पर घुमन्तु पशुओं की विचरण की समस्या से निजात दिलाने हेतु किए जा रहे उपायों की समीक्षा की तथा इसकी रोकथाम हेतु पुख्ता उपाय सुनिश्चित करने को कहा। मुख्य सचिव ने मौजूदा खरीफ सीजन के मद्देनजर राज्य के सभी जिलो में खाद बीज की समुचित उपलब्धता की भी जानकारी ली। उन्होंने किसानों को समुचित मात्रा में खाद बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु निर्देश भी दिए।श्री जैन ने कलेक्टरों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों से ध्वनि प्रदुषण के नियंत्रण हेतु किए जा रहे उपायांे के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने इसके लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने तथा विवाह, धार्मिक आयोजन आदि में लगाए जाने वाले ध्वनि विस्तारक यंत्रों का वीडियोग्राफी भी कराने के निर्देश दिए। श्री जैन ने राजस्व विभाग के अंतर्गत राजस्व अभिलेखों में त्रुटि सुधार के प्रकरणों का निराकरण, भू-अर्जन अवार्ड के अनुरूप राजस्व अभिलेख दुरस्तीकरण एवं राजस्व नक्शों में सुधार के लंबित प्रकरणों और निराकरण हेतु अभियान के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राजस्व अभिलेखों में त्रुटि सुधार के प्रकरणों के अंतर्गत आवेदकों के अभिलेखों में त्रुटि सुधार के उपरांत उसे अनिवार्य रूप सुधरा हुआ अभिलेख प्रदान की जाए। बैठक में मुख्य सचिव श्री जैन ने जिला स्तर पर जल जीवन मिशन योजनाओं की पूर्णता की प्रगति, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में लाभार्थी कृषकों का सेचुरेशन, वनाधिकार पट्टे का डिजिटाइजेशन एवं अभिलेख दुरूस्ती व्यवस्था, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को इन सभी कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान संयुक्त जिला कार्यालय के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे, अपर कलेक्टर श्री चन्द्रकांत कौशिक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। -
0 गली गली घुम कर साफ सफाई का लिया जायज़ा
0 झाड़ फूंक व झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में न पड़ें, सीधे अस्पताल पहुंचें
बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण के जिले में डायरिया के प्रभाव को नियंत्रित करने हेतु जनचौपाल एवं क्षेत्र भ्रमण के निर्देश पर एसडीएम बिलासपुर पीयूष तिवारी द्वारा तहसीलदार शशिभूषण सोनी , सीईओ बिल्हा, बीएमओ बिल्हा, एसडीओ पीएचई के साथ डायरिया प्रभावित ग्राम मदनपुर में स्वास्थ्य चौपाल लगाया। उन्होंने गली कूचों का भ्रमण कर साफ सफाई व्यवस्था का जायज़ा लिया। जिसमें ग्रामीणों को जागरूक करते हुए उन्हें स्वच्छ जल सहित खान-पान की जानकारी दी गई। *पानी उबाल कर पीना है - डायरिया को दूर करना है* का स्लोगन दिया गया। गांव में मितानिनों एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा डोर टू डोर सर्वे कर लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हे जागरूक किया जाकर ओआरएस एवं दवाई का वितरण किया जा रहा है। पीएचई विभाग द्वारा स्वच्छ जल आपूर्ति हेतु टंकी की सफाई कराकर सभी बोर को क्लोरिन डाला गया। नालियों की सफाई सहित ब्लीचिंग छिड़काव सीईओ पंचायत द्वारा कराया जा रहा है। एसडीएम बिलासपुर द्वारा ग्रामीणों को समझाइश दी गई कि किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य की समस्या होने पर झाड़-फूंक या झोलाछाप डॉक्टर से इलाज न कराकर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र जाकर इलाज करावे। सबका निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। - 0 श्रमदान से की जा रही है सार्वजनिक स्थानों की साफ सफाईबिलासपुर। कलेक्टर श्री अवनीश शरण के निर्देश पर जिले के सभी गांवों में हर शनिवार को स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। मौसमी बीमारियों जैसे डायारिया मलेरिया के प्रति आम जन को जागरूक करने हेतु जनचौपाल आयोजित किया जा रहा है। चौपाल में हाथ धुलाई ,स्वास्थ्य परीक्षण , दवा वितरण एवं जनजागरुकता का कार्य किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूह की महिला एवं मितानिन द्वारा घर-घर जाकर मौसमी बीमारी के लक्षण एवं रोकथाम के उपाय से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थान मंदिर तालाब ,सड़क ,चौक चौराहों ,गली ,नाली सफाई रंगमंच सार्वजनिक भवन शाला परिसर आदि में स्वच्छता दीदियों, जनप्रतिनिधियों, पंचायत सचिवों के माध्यम से सामूहिक श्रमदान कर साफ सफाई का कार्य एवं कचरा संग्रहण किया गया।