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- गरियाबंद । गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में कम से कम 10 नक्सलियों को मार गिराया है। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मारे नक्सलियों में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के एक वरिष्ठ नेता और केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम) मोड़ेम बालकृष्ण उर्फ भास्कर भी शामिल है।रायपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि मैनपुर क्षेत्र के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा बटालियन, विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और ई-30 (जिला पुलिस की एक इकाई) को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह से ही क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ चली तथा नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट भी किया है। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मुठभेड़ में कई नक्सली कमांडर समेत कम से कम 10 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली है।पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय समिति के सदस्य (सीसीएम) मोड़ेम बालकृष्ण के मुठभेड़ में मारे जाने की संभावना है। बालकृष्ण को उसके उपनाम बालन्ना, रामचंदर और भास्कर से भी जाना जाता है, वह उड़ीसा राज्य समिति (ओएससी) का सचिव था और 1980 के दशक की शुरुआत में आंदोलन में शामिल हुआ था।सुरक्षाबलों की इस सफलता को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने ‘एक्स' पर लिखा,‘‘नक्सलियों के विरुद्ध हमारे सुरक्षा बलों ने आज एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ की कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी ने संयुक्त अभियान चलाकर एक करोड़ रुपये के इनामी सीसीएम मोडेम बालकृष्ण उर्फ मनोज समेत 10 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया है। समय रहते बचे-खुचे नक्सली भी आत्मसमर्पण कर दें। आगामी 31 मार्च से पहले लाल आतंक का समूल नाश निश्चित है।'' पुलिस के मुताबिक इस मुठभेड़ के साथ, इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में 241 नक्सली मारे गए हैं। इनमें से 212 सात जिले वाले बस्तर संभाग में मारे गए हैं, जबकि 27 रायपुर संभाग के गरियाबंद जिले में मारे गए। दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में दो अन्य नक्सली मारे गए। गरियाबंद जिले में मारे गए नक्सलियों में माओवादियों की केंद्रीय समिति और उड़ीसा राज्य समिति का सदस्य चलपथी उर्फ जयराम भी शामिल था। इसी साल जनवरी में, गरियाबंद के मैनपुर इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए थे। पिछले साल, छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 219 नक्सलियों को ढेर कर दिया था। file photo
- - महिला उद्यमी रागिनी जायसवाल स्थानीय उत्पादों से फिटनेस एवं न्यूट्रीशन के लिए कर रही पहल- बीजापुर में 6 टन प्रतिघंटा क्षमता के राइस मिल की स्थापना करेंगे गीदम के सोहैल रिजवीरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य की औद्योगिक विकास को सर्वाधिक सम्भावनाओं से युक्त बस्तर अंचल के दूरस्थ ईलाके तक पहुंचाने की पहल का सुखद परिणाम अब धरातल पर परिलक्षित हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा इस महत्ती उद्देश्य पर ध्यान केन्द्रित कर बस्तर क्षेत्र में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाओं के मद्देनजर इस वर्ष बीते छह महीने पहले यहां के उद्योगपति, व्यवसायियों, नव उद्यमियों के साथ ही स्टार्टअप से जुड़े युवाओं से संवाद कर सकारात्मक प्रयास किया गया था। इन सभी सार्थक प्रयासों के फलस्वरूप गुरुवार को जगदलपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट बस्तर कार्यक्रम के दौरान करीब 1000 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की स्वीकृति पत्र निवेशकों को प्रदान किए गए। जिसमें बस्तर क्षेत्र के कोंडागांव जिले की युवा महिला उद्यमी रागिनी जायसवाल सहित माओवाद प्रभावित बीजापुर जिले में सोहैल रिजवी जैसे स्थानीय उद्यमी शामिल हैं जिन्होंने इन सुदूर ईलाके में स्वरोजगार के अवसर को अपनाने के लिए चुनौती स्वीकार किया है। कोंडागांव निवासी युवा महिला उद्यमी रागिनी बीते एक वर्ष पहले शासन की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण योजना से लाभान्वित होकर स्थानीय उत्पादों पर आधारित फिटनेस एंड न्यूट्रिशन यूनिट स्थापित कर गर्भवती एवं पोषक माताओं सहित बच्चों को हेल्दी फूड उपलब्ध करवा रही हैं। रागिनी ने अपने इस यूनिट के लिए शासन की योजनांतर्गत 09.53 लाख रुपए की सहायता ली है, जिसमें 35 प्रतिशत अनुदान समाहित है। वहीं दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत गीदम के युवा उद्यमी सोहैल रिजवी बीजापुर में एक आधुनिक राइस मिल की स्थापना करने जा रहे हैं। इस राइस मिल की क्षमता प्रतिघंटा 6 टन होगी, जिसकी स्थापना पर लगभग 06 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस परियोजना में शासन से 90 लाख रुपये का अनुदान भी प्राप्त होगा। इस राइस मिल के शुरू होने से क्षेत्र में 50 से 60 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है।रागिनी बताती हैं कि स्थानीय परम्परागत ग्रामीण परिवेश से जुड़े परिवार तथा जन्मभूमि बस्तर होने के फलस्वरूप यहां के वनोत्पाद, आर्गेनिक कृषि उत्पाद तथा जड़ी बूटी की अच्छी जानकारी होने के साथ ही बस्तर के रहवासियों की नियमित जरूरतों एवं खानपान से पूरी तरह वाकिफ होने और प्रसंस्करण की अभिरुचि के कारण सबसे पहले माताओं एवं बच्चों की पोषण पर स्टार्टअप करने का निर्णय लिया और अब कोंडागांव में स्वयं के उत्पाद तैयार कर हेल्दी फूड कार्नर के जरिए आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हैं। रागिनी ने बताया कि वह 10 सदस्यीय परिवार जिसमें माता-पिता और दो भाइयों का सहयोग उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही है और अब स्वयं को स्वरोजगार से जोड़कर काफी गौरवान्वित महसूस करती हैं। रागिनी कहती हैं कि वह बस्तर अंचल में सबसे ज्यादा जरूरी पोषण सम्बन्धी सेवाओं को समर्पित होकर लगातार जारी रखेंगी। वहीं दंतेवाड़ा जिले के निवासी सोहैल के पिता ने 17 वर्ष पहले गीदम में राइस मिल की स्थापना की थी, जिसके बाद सोहैल ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के उपरांत इस पारिवारिक व्यवसाय को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। बीजापुर में इस नए उद्यम की स्थापना की योजना को उन्होंने अब अमलीजामा पहनाया है।इसके साथ ही, सोहैल 3 करोड़ रुपये की लागत से फ्लाई ऐश ब्रिक्स का कारोबार भी संचालित कर रहे हैं, जो उनके उद्यमशीलता के दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस राइस मिल के शुरू होने से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। युवा स्टार्टअप रागिनी और सोहैल रिजवी का यह प्रयास सरकार के सुरक्षित, पारदर्शी एवं आकर्षक नवीन औद्योगिक नीति के साथ ही सकारात्मक पहल के दूरगामी एवं शुरुआती नतीजे हैं जो भविष्य में स्थानीय उद्योग और रोजगार सृजन के क्षेत्र में मील के पत्थर साबित होंगे।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के अंतर्गत जिला स्तर पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन का सिलसिला शुरू हो गया है। दुर्ग, जशपुर, बीजापुर, सूरजपुर, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और दंतेवाड़ा जिला प्रशासन की पहल पर आज रंगोली प्रतियोगिता, दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण, महिला सशक्तीकरण और पोषण आहार मेला जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।दुर्ग जिले के आयुष विभाग द्वारा ’हर दिन हर घर आयुर्वेद’ की थीम पर मिलेट्स प्रदर्शनी और बुजुर्गों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा शहरी एवं अनेक संस्थाओं में मिलेट्स प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सियान जतन कार्यक्रम में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का विशेष रूप से बी.पी. व शुगर वात रोगों का परीक्षण कर औषधि वितरण किया गया। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में बच्चों ने “हर दिन हर घर आयुर्वेद” विषय को अपनी कल्पनाशीलता के साथ चित्र के माध्यम से प्रस्तुत किया। डॉ. मेघा रानी गुप्ता ने बच्चों को स्वच्छता, सही नींद और पोषणयुक्त आहार की महत्ता के बारे में उपयोगी जानकारी दी, वहीं डॉ. पूर्णिमा सिंह ने बच्चों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। स्वास्थ्य शिविर में 70 हितग्राहियों को आयुष्मान वय वंदन कार्ड का वितरण किया गया।बीजापुर जिले में भोपालपट्टनम के गोटाइगुड़ा में दिव्यांगजनों को वॉकिंग स्टिक सहायक उपकरण वितरित किए गए। सूरजपुर जिले में राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से क्विज, भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। दंतेवाड़ा जिले के आईटीआई गीदम में आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के गौरवशाली इतिहास, विकास एवं संस्कृति” पर प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता के माध्यम से प्रदेश की समृद्ध परंपराओं और विकास यात्रा को रंगों के माध्यम से जीवंत किया।जशपुर जिले के आंगनबाडी केन्द्र तपकरा में पोषण माह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिन बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने है या ऐसी गर्भवती माताएं जिनका आधार कार्ड अपडेट नहीं हुआ है उन्हें आधार निर्माण एवं अपडेट करवाने की जानकारी दी गयी। इसी प्रकार जशपुरनगर में महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में छात्राओं को महिलाओं से जुड़े कानूनी अधिकारों के साथ ही बाल विवाह रोकथाम, सखी वनस्टॉप सेंटर, महिला हेल्प लाइन नंबर की जानकरी दी गई। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में ग्राम पंचायतों और विकासखंड मुख्यालयों में पारंपरिक खेलों रस्साकशी, फुगड़ी, खो-खो, कुर्सी दौड़, बाल्टी बॉल एवं कबड्डी का आयोजन 15 से 18 सितंबर तक होगा। जिला स्तरीय रजत महोत्सव का आयोजन 24 सितंबर को होगा। जिसमें खेल प्रतियोगिताओं के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण से संबंधित बैंकिंग गतिविधियां तथा महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
- -अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने ली अधिकारियों की बैठकरायपुर / छत्तीसगढ़ की रजत जयंती वर्ष में आयोजित होने वाले राज्योत्सव पर भारतीय वायु सेना का शौर्य प्रदर्शन होगा। सेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम आसमान में आकर्षक करतब दिखायेगी। इस शौर्य प्रदर्शन में वायु सेना के हेलीकॉप्टर भी हिस्सा लेंगे।अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू की अध्यक्षता में राज्योत्सव की तैयारियां को लेकर आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित बैठक में विमानन विभाग एवं वायु सेना के अधिकारियों ने विभिन्न तकनीकी जानकारी प्रस्तुत की। अपर मुख्य सचिव श्री साहू ने वायु सेना के शौर्य प्रदर्शन के संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों को तैयारियों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में लोक निर्माण, परिवहन, संस्कृति, जनसंपर्क, गृह और सामान्य प्रशासन विभाग सहित जिला प्रशासन रायपुर के अधिकारी शामिल हुए।
- रायपुर /आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पंजीकृत निजी अस्पतालों द्वारा आयुष्मान कार्डधारक मरीजों का उपचार लगातार किया जा रहा है। वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 1,600–1,700 दावे प्रस्तुत किए जा रहे हैं, जिनकी राशि प्रतिदिन 4 करोड़ रुपये से अधिक है।वित्तीय वर्ष 2025–26 में राज्य सरकार द्वारा अब तक रु. 375 करोड़ जारी किए जा चुके हैं। इस राशि से जुलाई 2025 तक के लगभग रु. 280 करोड़ के दावे भुगतान कर दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार से रु. 130 करोड़ इस सप्ताह प्राप्त होने की संभावना है, जिससे निरंतर अस्पतालों के दावे भी भुगतान किये जाएंगे।स्वास्थ्य विभाग लगातार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के साथ परामर्श कर रहा है और सभी पंजीकृत अस्पताल लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। कोई भी गरीब अथवा कमजोर वर्ग का परिवार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत नि:शुल्क उपचार से वंचित न हो, यह सुनिश्चित किया गया है। सभी पैनल में शामिल अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि मान्य आयुष्मान कार्डधारकों को कैशलेस उपचार उपलब्ध कराएं और किसी भी प्रकार का शुल्क न लें।स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक योजना के नियमों का उल्लंघन करने वाले 118 अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा चुकी है, जिसमें 24 अस्पतालों का डी-एम्पैनलमेंट तथा 11 अस्पतालों का निलंबन शामिल है। भविष्य में भी नियमों का उल्लंघन करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।राज्य सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है कि इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे और उन्हें गुणवत्तापूर्ण उपचार बिना किसी आर्थिक बोझ के प्राप्त हो।योजना के बेहतर क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार शीघ्र ही एक स्टेकहोल्डर्स कार्यशाला आयोजित करने जा रही है, जिसमें सभी संबंधित पक्षों के साथ योजनागत मुद्दों और उनके समाधान पर चर्चा की जाएगी।डा. सुरेंद्र शुक्ला, चेयरमैन, हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ ने बताया कि विभागीय मंत्री की पहल पर 375 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों ने आज यह भी जानकारी दी कि इसके अतिरिक्त 130 करोड़ रुपये केंद्र से आबंटित किए जा चुके हैं, जो इस सप्ताह प्राप्त हो जाएंगे। इस प्रकार लगभग 505 करोड़ रुपये निजी अस्पतालों के लंबित बकाया भुगतान हेतु उपलब्ध हो जाएंगे।राज्य एवं जिला शाखाओं के प्रतिनिधियों ने मरीजों के हित में लिए गए इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब शासन द्वारा बकाया राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जा चुका है, तो ऐसी स्थिति में मरीजों का निःशुल्क इलाज किसी भी परिस्थिति में बंद नहीं किया जाएगा।आयुष्मान भारत योजना का लाभ हर पात्र परिवार तक पहुँचे और कोई भी नागरिक आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित न रहे, इसके लिए राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित है। पारदर्शी भुगतान व्यवस्था, सख्त निगरानी और निरंतर सुधार के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश में निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सभी नागरिकों को उपलब्ध हो।
- रायपुर। शांति विहार कॉलोनी डंगनिया निवासी श्रीमती प्रेमलता शर्मा का गुरुवार को आकस्मिक निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज महादेव घाट स्थित मुक्तिधाम में किया गया। वे पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. प्रमोद शर्मा की पत्नी, प्रमीत और पुलकित शर्मा की माताश्री थीं।
- महासमुंद / जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के मार्गदर्शन में जनपद पंचायत बसना के सभा कक्ष में आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत विकासखंड स्तरीय प्रोसेस लैब का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 12 आदि ग्रामों के सरपंच, सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्रधान पाठक एवं सक्रिय महिलाएं सम्मिलित हुईं। जिन ग्रामों से प्रतिनिधि पहुंचे उनमें जमदरहा, रंगमटिया, तिलईदादर, बिलखंड, पुरुषोत्तमपुर, चिपरिकोना, बनडबरी, कुरमाडीह, बुन्देलाभाठा, बेलटिकरी, भुतहाबाहरा एवं लोहारपाली शामिल रहे।बसना सीईओ श्री पीयूष ठाकुर ने बताया कि कार्यशाला में ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को जमीनी स्तर पर कार्य करने संबंधी प्रेरणा एवं मार्गदर्शन प्रदान किया गया। साथ ही अभियान के उद्देश्य और रणनीतियों पर विस्तार से जानकारी दी गई।उल्लेखनीय है कि यह अभियान “Last Mile Service Distribution” के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक शासकीय सेवाओं एवं योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों ने अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाने की शपथ ली और अपने ग्रामों में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया।
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रायगढ़ . जिले में अज्ञात लोगों ने एक ही परिवार के चार लोगों की कथित तौर पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना खरसिया थाना क्षेत्र के गांव ठुसुकेला की है और मृतकों की पहचान बुधराम उरांव (45), उनकी पत्नी सहोदरा उरांव (40), बेटा अरविंद उरांव (12) ओर बेटी शिवांगी उरांव (पांच) के रूप में हुई है। खरसिया क्षेत्र के पुलिस अनुमंडलीय अधिकारी प्रभात पटेल ने बताया कि आज सुबह पुलिस को रायगढ़ से 40 किलोमीटर इस गांव के राजीवनगर मोहल्ले के एक घर से दुर्गंध आने की सूचना मिली थी जिसके बाद एक दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने घर की तलाशी ली तब पीछे बाड़े से दंपति और दो बच्चों का शव गोबर के ढ़ेर से बरामद किया गया। शवों पर कुल्हाड़ी से प्रहार किए जाने के निशान थे। पुलिस ने कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है। अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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10 राज्यों के विद्युत कर्मियों के बीच हो रही स्पर्धा, 13 सितंबर को होगा समापन
टीम इवेंट का फाइनल मुकाबला कल केरल और तमिलनाडू के बीच होगा
रायपुर। 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का शुभारंभ छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज़ के प्रबंध निदेशकगण श्री एसके कटियार एवं राजेश कुमार शुक्ला ने बैडमिंटन कोर्ट में शटल हिट करके किया। देश के 10 राज्यों के पॉवर कंपनियों के खिलाड़ियों के बीच हो रही इस प्रतिस्पर्धा में पहले दिन पहले और दूसरे राऊंड के मैच हुए। प्रारंभिक मैचों में काफी कड़ा मुकाबला रहा। कल टीम इवेंट के क्वार्टर फाइनल व सेमीफाइनल मैच होंगे।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रबंध निदेशक (जनरेशन) श्री एसके कटियार ने कहा कि ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिलना अपने आप में एक गौरव का विषय है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति में अतिथि सत्कार का प्रमुख स्थान रहा है, हम सभी राज्यों से आए खिलाड़ियों का स्वागत करते हैं। उम्मीद है इन तीन दिनों में खिलाड़ी खेल के साथ-साथ यहां की संस्कृति, सभ्यता और पर्यटन स्थलों से रूबरू हो सकेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रबंध निदेशक (पारेषण) श्री राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि हम सबके जीवन में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल आवश्यक है। सभी राज्यों के विद्युत कंपनियां अपने अधिकारी-कर्मचारियों को इसका अवसर प्रदान करती है और उनके प्रोत्साहन व उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय स्तर भी मंच देती है। ताकि उनमें अनुशासन के साथ-साथ टीम भावना भी विकसित हो सके।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी के महासचिव व कार्यपालक निदेशक (वित्त) श्री एमएस चौहान ने आभार प्रदर्शन किया। श्री चौहान बताया कि इसमें 10 राज्यों के 65 से अधिक खिलाड़ी व प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडू पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम शामिल है।
उद्घाटन समारोह में ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष व कार्यपालक निदेशक श्री केएस मनोठिया, कार्यपालक निदेशक (राजस्व) श्री एसके ठाकुर, मुख्य अभियंता श्री अब्राहम वर्गीस, चीफ रेफरी श्री प्रताप भट्टाचार्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
टूर्नामेंट का समापन 13 सितंबर को होगा, जिसमें मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन-जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव होंगे। अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर उपस्थित रहेंगे।
टीम इवेंट केरल पहुंची फाइनल में
पहले दिन ओपन सिंगल, ओपन डबल के साथ टीम इवेंट के मैच हुए। इसमें टीम इवेंट (मेन्स) के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल का मुकाबले रोचक रहे। छत्तीसगढ़ ने उत्तरप्रदेश की टीम को 3-0 से हराया। असम की टीम ने कर्नाटका पॉवर को 3-0 से शिकस्त दी। केरल ने दिल्ली ट्रांस्को को 3-0 से पराजित किया। क्वार्टर फाइनल में कर्नाटक ने छत्तीसगढ़ 3-1 से हराया। आंध्रप्रदेश ने असम को 1-3 से शिकस्त दी। तमिलनाडू ने तेलंगाना को 0-3 से परास्त किया। सेमीफाइनल में केरल ने कर्नाटक को 3-0 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। दूसरे सेमीफाइनल मैच में तमिलनाडू ने आंध्रप्रदेश को हराया और विजेता कप के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर दी है। कल 12 सिंतबर को टीम इवेंट का फाइनल मुकाबला केरल और तमिलनाडू के बीच होगा। साथ ही ओपन सिंगल व डबल के रोचक मुकाबले कर दिनभर होंगे। -
रायपुर/ छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद का वार्षिक आमसभा में बृजमोहन अग्रवाल ने परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के लोगों को आगे आकर दिव्यांग बच्चों की सहायता में बढ़ चढ़ के हिस्सा लेना चाहिए साथ ही परिषद के जो सदस्य राज्य सरकार के विभिन्न आयोग , मंडल में मनोनीत हुए है उन्हें भी परिषद के कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए दिव्यांग बच्चों की मदद करनी चाहिए । परिषद के सदस्यों को स्पीच थेरेपी सेन्टर में अधिक से अधिक लोगों को लाकर परिषद द्वारा किए जा रहे कार्य को बताना चाहिए। श्री बृजमोहन अग्रवाल जी की अध्यक्षता में वीमतारा" मधुपिले चौक शान्ति नगर में आयोजित वार्षिक आमसभा की शुरुआत दीप प्रज्वलन और माता सरस्वती जी की प्रतिमा के माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ । तत्पश्चात श्री बृजमोहन अग्रवाल जी का स्वागत परिषद के उपाध्यक्ष डॉ अशोक त्रिपाठी एवं महासचिव चंद्रेश शाह ने शाल श्रीफल और प्रतीक चिन्ह देकर किया गया । साथ ही अन्य जिलों से आए सदस्यों जिनमें दुर्ग जिले से नथमल कोठारी, महासमुंद जिले से विश्वनाथ पाणिग्रही, भाटापारा जिले से अरुण छाबड़ा, कोरबा जिले से मनोज शर्मा, जांजगीर चांपा जिले से दिव्यांश शेखर चंदेल, कबीर धाम जिले से गेंददास वैष्णव, कांकेर जिले से मनोज कुमार सिंह, राजनांदगांव जिले से कुल प्रकाश , ढाल सिंह साहू ने भी बृजमोहन अग्रवाल जी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया । परिषद के नए मोनो (LOGO) का विमोचन उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा किया गया। महासचिव का वार्षिक प्रतिवेदन चंद्रेश शाह ने और ऑडिट रिपोर्ट के साथ आगामी प्रस्तावित बजट श्रीमती इंदिरा जैन ने प्रस्तुत किया। परिषद द्वारा संचालित संस्थाओं का वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया गया । परिषद के पूर्व पदाधिकारी एवं सदस्यों का छत्तीसगढ़ सरकार के आयोग/निगम में नियुक्त होने पर उनका सम्मान किया गया जिनमें सर्वप्रथम श्री लोकेश कावड़िया अध्यक्ष निशक्त जन वित्त एवं विकास निगम , श्री सोमनाथ यादव आयुक्त भारत स्काउट एवं गाइड, डॉ सलीम राज अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ़ बोर्ड, श्री प्रफुल्ल विश्वकर्मा अध्यक्ष लौह शिल्पकार विकास बोर्ड, श्री अमरजीत सिंह छाबड़ा अध्यक्ष अल्प संख्यक आयोग , बालगृह कोंडागांव की बालिका रंजीता कोरेटी को अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलो इंडिया जूडो में स्वर्ण पदक प्राप्त करने हेतु अभिनंदन किया गया। आमसभा के पूर्व बालगृह के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया साथ ही स्पीच थेरेपी से बच्चों में हुई प्रगति को बच्चों के अभिभावकों ने बताया और परिषद का आभार जताया। इसके अतिरिक्त परिषद की आगामी योजनाओ और अध्यक्ष महोदय की अनुमति से अन्य विषय पर चर्चा किया गया। अंत में परिषद के पूर्व कोषाध्यक्ष स्व जे पी साबू और पूर्व कार्यकारिणी सदस्य स्व शेखर चंदेल जी को श्रद्धांजलि दी गई । कार्यक्रम का संचालन संयुक्त सचिव राजेन्द्र कुमार निगम और आभार प्रदर्शन श्रीमती सुनीता चंसोरिया ने किया ।
- उत्तर बस्तर कांकेर/शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत जिला महिला सशक्तिकरण केंद्र (हब) महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा भारत सरकार की योजना संकल्प अंतर्गत महिला केंद्रित विषयों पर 02 से 12 सितम्बर तक 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस विशेष जागरूकता अभियान के तहत महिलाओं एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोटगांव में किया गया। अभियान में बालिकाओं को उनके स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित विभिन्न जानकारियां जैसे- खान-पान, शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता इत्यादि की जानकारी दी गई। इसके साथ ही महिला एवं ंबाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सखी वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन 181, घरेलू हिंसा, टोनही प्रताड़ना अधिनियम, नोनी सुरक्षा योजना, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम आदि योजनाओं के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दिया गया।
- रायपुर/छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 978.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बस्तर जिले में सर्वाधिक 1371.1 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 475.1 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 841.3 मि.मी., बलौदाबाजार में 705.5 मि.मी., गरियाबंद में 853.9 मि.मी., महासमुंद में 711.7 मि.मी. और धमतरी में 877.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 994.0 मि.मी., मुंगेली में 970.3 मि.मी., रायगढ़ में 1196.2 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 818.1 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1166.4 मि.मी., सक्ती में 1057.2 मि.मी., कोरबा में 1005.8 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 920.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 770.1 मि.मी., कबीरधाम में 695.6 मि.मी., राजनांदगांव में 835.1 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1203.0 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 695.7 मि.मी. और बालोद में 1036.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 697.5 मि.मी., सूरजपुर में 1033.3 मि.मी., बलरामपुर में 1364.3 मि.मी., जशपुर में 945.1 मि.मी., कोरिया में 1098.9 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 988.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बस्तर संभाग में कोंडागांव जिले में 922.9 मि.मी., कांकेर में 1108.4 मि.मी., नारायणपुर में 1180.4 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1353.0 मि.मी., सुकमा में 1054.4 मि.मी. और बीजापुर में 1339.7 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे इंदौर से राष्ट्रीय शुभारंभरायपुर/ लाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक देशव्यापी “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” शुरू करने जा रहा है। इस अभियान का समापन गांधी जयंती पर होगा। इसका राष्ट्रीय शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इंदौर (मध्यप्रदेश) से करेंगे। यह अभियान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा मनाए जा रहे “पोषण माह” के साथ मिलकर चलाया जाएगा, ताकि मातृ, किशोरी और बाल पोषण पर व्यापक असर डाला जा सके।अभियान के प्रमुख कार्यक्रमस्वास्थ्य जांच शिविर: महिलाओं के लिए उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मुख कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, एनीमिया, टीबी और सिकल सेल रोग की जांच। साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र, ईएनटी, त्वचा, मानसिक स्वास्थ्य एवं दंत विशेषज्ञ जैसी सेवाएँ।मातृ एवं शिशु देखभाल: गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच (ANC), परामर्श और बच्चों का टीकाकरण।जागरूकता अभियान: किशोरियों व महिलाओं के लिए मासिक धर्म स्वच्छता और पोषण संबंधी सत्र, रसोई तेल की खपत में कमी को बढ़ावा, पोषण परामर्श व वेलनेस सत्र।निक्षय मित्र अभियान: टीबी मरीजों को सहयोग देने के लिए व्यक्तियों और संस्थाओं को जोड़ा जाएगा।रक्तदान शिविर: 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक विशेष रक्तदान अभियान, 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर 1 लाख यूनिट रक्त संग्रह का लक्ष्य।निजी अस्पतालों की भागीदारी: निजी स्वास्थ्य संस्थान भी महिलाओं के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेंगे।राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भूमिकास्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से इस अभियान को जनआंदोलन के रूप में सफल बनाने का आह्वान किया है। राज्यों से अपेक्षा की गई है कि वे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में करें।भारत सरकार की स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे परिवार और समाज दोनों सशक्त होंगे।
- आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए होगा मामलों का निपटारारायपुर/आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए मामलों का निपटारा करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार 13 सितम्बर 2025 को देशव्यापी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा) बिलासपुर द्वारा प्रदेश के सभी जिला न्यायालयों एवं व्यवहार न्यायालयों में भी लोक अदालत आयोजित किए जाएंगे। यह कैलेण्डर वर्ष 2025 की तीसरी नेशनल लोक अदालत होगी तथा 13 दिसम्बर 2025 को वर्ष 2025 की अंतिम लोक अदालत आयोजित की जाएगी।लोक अदालत के दिन जिला न्यायालय एवं तालुका न्यायालय (व्यवहार न्यायालय) में लंबित शमनीय अपराध के प्रकरण मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण, 138 एनआई एक्ट, के अंतर्गत चेक बाउंस का प्रकरण धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता तथा मेट्रोमोनियल डिस्प्युट के अलावा जल कर, संपत्ति कर, राजस्व संबंधी प्रकरण ट्रैफिक चालान, भाड़ा नियंत्रण आबकारी से संबंधित प्रकरण एवं बैंक विद्युत संबंधी प्री-लिटिगेशन प्रकरण, राजस्व न्यायालय खंडपीठ में खातेदारों के मध्य आपसी बंटवारे, वारिसों के मध्य बटवारे का निराकरण किया जाएगा। न्यायालयों में बड़ी संख्या में लंबित प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से तथा प्रभावित पक्षकारों को त्वरित एवं सुलभ न्याय प्रदान करने की दिशा में नेशनल लोक अदालत एक प्रभावशाली कदम है।नेशनल लोक अदालत के लिए खण्डपीठों का गठन कर विभिन्न प्रकरणों तथा प्री.लिटिगेशन का निराकरण किया जाएगा। लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरणों धारा. 138, परक्राम्य लिखत अधिनियम मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों, बैंक रिकवरी प्रकरण, सिविल प्रकरण, निष्पादन प्रकरण, विद्युत संबंधी मामलों तथा पारिवारिक विवाद के मामलों का निराकरण किया जाता हैं। इसके अतिरिक्त राजस्व, बैंक, विद्युत विभाग दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री.लिटिगेशन प्रकरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत किए जाएंगे। जो विधिवत पंजीयन उपरांत संबंधित पक्षकारों के प्रकरण लोक अदालत खण्ड पीठ में निराकृत किए जाएंगे। इस तरह पक्षकार अपने न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से करा सकते हैं। इसके अलावा लोक अदालत में दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद् में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री-लिटिगेशन प्रकरण, याददाश्त के आधार पर बंटवारा, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, कब्जे के आधार पर बंटवारा, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस-2023) के अंतर्गत कार्यवाही के मामले, रेन्ट कंट्रोल एक्ट, सूखाधिकार से संबंधित मामलों के साथ-साथ विक्रय पत्र, दानपत्र और वसीयतनामा के आधार पर नामांतरण के मामले तथा अन्य प्रकृति के सभी मामले सम्मिलित और चिन्हांकित कर आपसी राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत किया जावेगा।
- रायपुर/छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग द्वारा कोरबा जिले की दो सिंचाई योजनाओं के कार्यों के लिए 6 करोड़ 33 लाख 60 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। सिंचाई योजनाओं के स्वीकृत कार्यों कोरबा जिले के विकासखण्ड-करतला के अंतर्गत नवापारा जलाशय योजना के शीर्ष एवं नहर के जीर्णोधार कार्य हेतु 2 करोड़ 99 लाख 9 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इस योजना के अंतर्गत रूपांकित सिंचाई क्षेत्र 223 हेक्टेयर में 67 हेक्टेयर की हो रही कमी की पूर्ति तथा 17 हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई सहित कुल 340 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रस्तावित हैं।विकासखण्ड-कटघोरा के अंतर्गत सलिहानाला पर कोलिहामुड़ा एनीकट कार्य हेतु 3 करोड़ 34 लाख 51 हजार रुपये स्वीकृत किये गये है। योजना से भू-जल सवंर्धन, निस्तारी जल तथा 60 हेक्टेयर खरीफ एवं 15 हेक्टेयर रबी की फसलों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जल संसाधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन से सिंचाई योजनाओं के कार्यों को पूर्ण कराने के लिए मुख्य अभिंयता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग बिलासपुर को प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।
- विश्व बंधुत्व दिवस पर संगोष्ठी में शामिल हुए राज्यपालरायपुर/ बंधुत्व की शुरूआत अपने घर से होनी चाहिए, तभी विश्व में बंधुत्व का भाव होगा। राज्यपाल श्री डेका ने आज विश्व बंधुत्व दिवस पर संगोष्ठी में यह विचार व्यक्त किया।स्वामी विवेकानंद कन्याकुमारी केंद्र शाखा रायपुर के सौजन्य से दुर्गा कॉलेज रायपुर के सभागार में यह संगोष्ठी आयोजित की गई थी, जिसमें श्री डेका बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। स्वामी विवेकानंद द्वारा वर्ष 1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में आज के दिन ही ऐतिहासिक वक्तव्य के माध्यम से भारत की उज्जवल संस्कृति एवं परंपरा को दुनिया के समक्ष रखा गया था। इस विशेष दिन को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया जाता है।इस अवसर पर अपने उद्बोधन में राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने जो दीपक 1883 में प्रज्जवलित किया था, उसकी लौ आज भी जगमगा रही है। हम उस लौ को भाईचारे, सेवा और सकारात्मक सोच से अपने जीवन में जलाएं रखें। स्वामी विवेकानंद ने भारत की महान संस्कृति और आध्यात्म को संसार के सामने प्रस्तुत ही नहीं किया बल्कि पूरे विश्व को यह संदेश दिया की मानवता से बढ़कर कुछ भी नहीं है।श्री डेका ने कहा कि आज मानवता के समक्ष बड़ी-बड़ी चुनौतियां है। सबसे बड़ी चुनौती जलवायु परिवर्तन, जल संकट और माइक्रो प्लास्टिक का है। इन तीनों के चीजों के दुष्प्रभाव से बचेंगे तभी हमारी सभ्यता भी बचेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ में अच्छी वर्षा के बावजूद भू-जल के गिरते स्तर को गंभीर समस्या बताते हुए इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई। वर्षा जल के संरक्षण के लिए अनिवार्य रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग, किसानों के खाली पड़े जमीनों पर डबरी निर्माण जैसे कदम उठाने पर जोर दिया।श्री डेका ने युवकों से आव्हान किया कि वे यह न सोचे कि समाज उन्हें क्या दे रहा है बल्कि यह विचार करें कि वे समाज को क्या दे रहे हैं। जीवन मे सफलता के लिए अनुशासन और समय का पाबन्द होना आवश्यक है। परिवार के बुजुर्गों का सम्मान, भाई-बहन के बीच स्नेह व मित्रता समाज में बंधुत्व की भावना बढ़ाने में मदद करती है। मानव जीवन अनुपम है। हर एक क्षण का आनंद लें। इस पृथ्वी और प्रकृति का आनंद लें। आज कृत्रिम बुद्धिमता के इस युग में कृत्रिम जीवन के बजाय प्राकृतिक जीवन जीने की कोशिश करें। उन्होने युवाओं से कहा कि यह सोने का समय नहीं है उठो और जो काम तुम्हारा है उसे पूरा करने में जुट जाओ। संगोष्ठी की अध्यक्षता दुर्गा महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. प्रोतिभा मुखर्जी साहूकार ने की। मुख्य प्रवक्ता के रूप में जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष एवं सेवा निवृत्त मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन, कार्यो एवं उनके आदर्शो पर विस्तृत प्रकाश डाला। श्री संजीव गुप्ता ने भी अपने विचार रखें। स्वागत भाषण श्री सुभाष चंद्राकर ने दिया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शजिन्ता शुक्ला और आभार प्रदर्शन श्री चेतन तारवानी ने किया।इस अवसर पर विवेकानंद केन्द्र के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक, महिलाएं, युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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-नवीन मार्केट परिसर को एक बहुद्देशीय एवं आधुनिक वाणिज्यिक परिसर के रूप में विकसित किये जाने की आवश्यकता है, व्यापारीगण सहभागी बनें
व्यापारियो की सहमति से नगर निगम नवीन मार्केट परियोजना को मूर्त रूप देने कार्य करेगा, प्रयास रहेगा कि व्यापारियों को इस दौरान न्यूनतम असुविधा हो महापौर मीनल चौबे0रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे के निर्देश पर नगर निगम रायपुर मुख्यालय महात्मा गांधी सदन के तृतीय तल सभाकक्ष में राजधानी शहर के नवीन मार्केट क्षेत्र के संबंधित 43 व्यापारियो को बुलवाकर उन्हें नगर निगम रायपुर द्वारा प्रस्तावित नवीन मार्केट पुनर्विकास योजना की जानकारी दी गई।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि सन 1973 में नवीन मार्केट भवन का निर्माण किया गया था जो रायपुर शहर के मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र जयस्तंभ चौक और शारदा चौक के समीप स्थित एक महत्वपूर्ण व्यवसायिक परिसर है। समय के साथ इस परिसर को एक बहुउद्देशीय एवं आधुनिक वाणिज्यिक परिसर के रूप में विकसित किये जाने की योजना है। परिसर का कुल क्षेत्रफल 4.62 एकड है। नवीन मार्केट भवन के पीछे की रिक्त भूमि तथा पुराने स्कूल को शामिल करते हुए नई परियोजना तैयार करने कार्य किया जायेगा। नवीन मार्केट परियोजना के विकास से आस पास स्थित महत्वपूर्ण स्थल जैसे तात्यापारा, कंकाली पारा, आजाद चौक, सदर बाजार, मालवीय रोड जैसे लगभग 4. 52 वर्ग कि.मी. का क्षेत्रफल नये बहुउद्देशीय व्यापारिक परिसर से उन्नत हो सकेगा। इसीलिए नगर निगम रायपुर द्वारा रायपुर शहर के मध्य भाग को आर्थिक सामाजिक व पर्यावरण की दृष्टि से सुलभ बनाने नवीन मार्केट पुनर्विकास योजना तैयार की जा रही है। इस हेतु कंसल्टेंट का चयन कर परियोजना तैयार की जायेगी। रायपुर नगर पालिक निगम द्वारा नवीन मार्केट पुनर्विकास परियोजना हेतु अनुदान केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ शासन एवं अन्य रेवेन्यु शेयरिंग मॉडल अंतर्गत लाया जाना प्रस्तावित किया जा रहा है।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने सभी व्यापारियो से नवीन मार्केट पुनर्विकास परियोजना को शीघ्र मुर्त रूप देने सहभागी बनने की अपील की। महापौर ने कहा कि नगर निगम रायपुर द्वारा यह प्रयास किया जायेगा कि परियोजना के मूर्त रूप लेने के दौरान संबंधित क्षेत्र के व्यापारियो को न्यूनतम असुविधा हो एवं शीघ्र विकास की शानदार सौगात उन्हें दी जा सके। यह कार्य व्यापारियो की सहमति से शीघ्र मुर्त रूप देकर किया जायेगा।महापौर श्रीमती मीनल चौबे द्वारा ली गई बैठक में नगर निगम अपर आयुक्त श्री यु.एस. अग्रवाल, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, मुख्य अभियंता श्री यू.के. धलेन्द्र, अधीक्षण अभियंता श्री संजय बागडे, श्री पी. राजेश नायडू, कार्यपालन अभियंता श्री अंशुल शर्मा जुनियर सहित नवीन मार्केट के संबंधित सभी 43 व्यापारीगण उपस्थित थे। - रायपुर। रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर पर आकाशीय बिजली गिर गई। इससे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का सिग्नल देने वाला उपकरण खराब हो गया, जिससे एयरपोर्ट पर उड़ानों के संचालन में भारी बाधा उत्पन्न हो गई। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, गर्जन के साथ आई तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली सीधे एटीसी टावर के पास सिग्नल प्रणाली पर गिरी, जिससे कंट्रोल रूम को फ्लाइट्स के संचालन से जुड़ा आवश्यक डेटा और सिग्नल मिलने में दिक्कत आने लगी।सुरक्षा की दृष्टि से एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से उड़ानों को डाइवर्ट करने का निर्णय लिया, जिससे संभावित खतरे को टाल दिया गया। हैदराबाद से रायपुर आ रही फ्लाइट को भुवनेश्वर भेजा गया। कोलकाता से रायपुर की फ्लाइट को भी भुवनेश्वर डायवर्ट किया गया। दिल्ली से रायपुर की फ्लाइट को भोपाल डायवर्ट किया गया। मुंबई से रायपुर आने वाली फ्लाइट को नागपुर भेजा गया। एक अन्य फ्लाइट को भी वैकल्पिक एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया।एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल कोई नुकसान या बड़ी क्षति की सूचना नहीं है, लेकिन सिग्नल उपकरणों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। तकनीकी विशेषज्ञों की टीम एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को जल्द से जल्द सामान्य करने में जुटी है। एटीसी सिस्टम ठीक होने के बाद डाइवर्ट किए गए फ्लाइट्स को रायपुर में लैंड कराया जाएगा।बता दें कि एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) सिस्टम जमीन-आधारित हवाई यातायात नियंत्रकों द्वारा संचालित एक सेवा है, जो हवा में और हवाई अड्डों पर विमानों के बीच टकराव को रोकने, सुरक्षित और व्यवस्थित हवाई यातायात प्रवाह को बनाए रखने के लिए डिजाइन की गई है।यह रडार, संचार उपकरणों और मानवीय समन्वय का उपयोग करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विमान सुरक्षित रूप से उड़ान भरें, अपनी मंजिल तक पहुंचें और नियंत्रित हवाई क्षेत्र के माध्यम से कुशलतापूर्वक आगे बढ़ें।
- नारायणपुर। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की लगातार रणनीतिक कार्रवाई और सरकार की पुनर्वास नीति रंग ला रही है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले ये सभी नक्सली लंबे समय से लंका और डूंगा जैसे अंदरूनी इलाकों में सक्रिय थे। इनमें जनताना सरकार के सदस्य, पंचायत मिलिशिया के डिप्टी कमांडर, पंचायत सरकार सदस्य, पंचायत मिलिशिया सदस्य और न्याय शाखा अध्यक्ष जैसे पदों पर कार्यरत नक्सली भी शामिल हैं। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि नक्सलियों ने ‘‘खोखली'' माओवादी विचारधारा, निर्दोष आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों और प्रतिबंधित संगठन में बढ़ते आंतरिक मतभेदों को लेकर निराशा व्यक्त की।पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी 16 नक्सली निचले स्तर के कैडर हैं, जो जनताना सरकार, चेतना नाट्य मंडली और माओवादी पंचायत मिलिशिया की विभिन्न इकाइयों से जुड़े थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग सशस्त्र माओवादी समूहों को राशन, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान बिना किसी भुगतान के पहुंचाने में सक्रिय रूप से संलिप्त थे इसके अलावा, ये हथियार और विस्फोटक सामग्री ले जाने, आईईडी (संवर्धित विस्फोटक उपकरण) लगाने, सुरक्षा बलों की गतिविधियों की सूचना जुटाने और रेकी (निगरानी) करने में भी सहयोग करते थे।अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई है और उन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधा दी जाएगी।
- कांकेर। जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है। मौके से एक थ्री नॉट थ्री रायफल भी मिली है। इस माओवादी पर आठ लाख रुपए का इनाम घोषित था।कांकेर के पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि आलनार के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिलते ही डीआरजी और बीएसएफ की संयुक्त टीम मौके के लिए रवाना गई थी। जैसे ही जवान परतापुर के आलनार जंगल में पहुंचे, उनका नक्सलियों से आमना सामना हो गया। मारे गए नक्सली की पहचान कंपनी नम्बर 5 मासा के रूप में हुई है।एसपी ने बताया कि कांकेर का यह इलाका बड़ी कोटरी नदी के साथ ही कई नदी नालों से घिरा हुआ है। जुलाई- अगस्त में नदी-नाले उफान पर रहने की वजह से पुलिस का ऑपरेशन धीमा हो गया था। अब नदी में जल स्तर कम होते ही पुलिस ने नक्सल विरोधी ऑपरेशन तेज कर दिया है।
- 0- खरीदी, सड़क मरम्मत, मौसमी बीमारी के प्रति सजग रहें अफसर0-अधूरी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण करने भेजें प्रस्ताव0-जीवन स्तर में आया बदलाव ही योजना की सफलता का पैमानाबिलासपुर. अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने बुधवार को जिला अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का मुख्य उद्देश्य लोगों को मदद देकर उनकी आमदनी का जरिया बढ़ाना है। योजनाओं की सफलता का मूल्यांकन भी इसी आधार पर किया जाये कि हितग्राहियों के जीवन स्तर में क्या बदलाव आया है। एक दफा मदद पाने के बाद उनमें इतना विश्वास पैदा हो जाये कि वह अपने दम पर कारोबार संभाल सके। बार-बार उसे सहायता के लिए सरकार या अन्य किसी का मुंह ताकने की नौबत नहीं होना चाहिए। कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।श्री पिंगुआ ने लगभग डेढ़ घण्टे अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य सरकार की फ्लैगशीप योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बिलासपुर सहित संम्पूर्ण छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि एवं इससे जुड़े कारोबार पर आधारित है। इसलिए किसानों एवं ग्रामीणों की आमदनी दो-गुनी करने के लिए इस सेक्टर पर ज्यादा जोर देना होगा। उन्होंने खेती-किसानी से जुड़े यूरिया एवं अन्य खाद की आपूर्ति और धान खरीदी की प्रारंभिक तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने खुशी जताई कि बड़ी संख्या में किसान अब सब्जी एवं नकदी फसलों की खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने इनके सरप्लस उत्पादन के प्रसंस्करण के लिए स्थानीय स्तर पर कोई उद्योग की दिशा में पहल करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। बताया गया कि फसलों की स्थिति अभी अच्छी है। यूरिया खाद की 1050 मीटरिक टन की खेप कल पहुंच रही है। सभी बांध एवं तालाब लबालब भरे हुए हैं। गिरदावरी का काम 90 फीसदी पूर्ण हो गया है। उन्होंने अभी से धान खरीदी की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए। सभी पात्र किसानों का पंजीयन हो जाये, इसे देखें। बारदाना, परिवहन आदि सभी कार्य समय रहते कर लिया जाये। मौसमी बीमारियों की जानकारी से भी अवगत हुए और किसी भी हालात से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि मितानिनों के पास सभी मूलभूत दवाईयां रहंे और इनकी निरंतर आपूर्ति बनी रहनी चाहिए। टीकाकरण से एक भी बच्चा न छूटे और अस्पतालों में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र हमेश भरे रहने चाहिए।एसएसपी रजनेश सिंह ने जिले में आगामी दिनों में आने वाले त्योहार, कानून व्यवस्था एवं नशे के विरूद्ध किये गये सख्त कार्रवाई के संबंध में बताया। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने ई-साक्ष्य के जरिए पुलिस, डॉक्टर एवं अन्य लोगों की न्यायालयों में पेशी के लिए की जारी तैयारियों की भी जानकारी ली। बैठक में उन्होंने निर्माण कार्य से जुड़े विभागों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बरसात की सीजन अब संपन्न होने जा रहा है। सड़क मरम्मत और पक्का पेच वर्क के लिए अभी से सभी तैयारियां कर ली जाये ताकि तत्काल काम शुरू की जा सके। श्री पिंगुआ ने जिले में अधूरी पड़ी सिंचाई योजनाओं को पूर्ण करने के राज्य सरकार के निर्देशों की जानकारी देते हुए इनका जल्द से जल्द प्रस्ताव भेजने को कहा है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने जिले में शासकीय योजनाओं की प्रमुख उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रभारी सचिव महोदय द्वारा इस बैठक में दिए गये दिशा-निर्देशों का पालन कर योजनाओं को तेजी से लागू करते हुए लोगों को लाभान्वित किया जायेगा।
- बिलासपुर. छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) के सभागार में मनोरोग विभाग द्वारा विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. लखन सिंह (चिकित्सा अधीक्षक) सिम्स , डॉ मधुमित्ता मूर्ति विभागाध्यक्ष निसचेतना , डॉ राकेश नहारेल विभागाध्यक्ष शिशु रोग डॉ. चन्द्रहास ध्रुव (अधीक्षक, बालक छात्रावास) एवं डॉ. ज्योति पोर्ते (अधीक्षक, बालिका छात्रावास) उपस्थित रहे।इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आत्महत्या रोकथाम दिवस की थीम “आत्महत्या पर वर्णन को बदलना है” निर्धारित की है। कार्यक्रम का प्रस्तावना उद्बोधन मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. सुजीत नायक ने दिया। इसके पश्चात् डॉ. गौरी शंकर सिंह एवं डॉ. राकेश जांगड़े ने Suicide Prevention and Management विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।अपने संबोधन में अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने आत्महत्या को समाज के लिए अभिशाप बताते हुए इसके कारणों एवं बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बच्चों की सफलता का आकलन परीक्षा के अंकों से नहीं, बल्कि अर्जित ज्ञान से होना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को आत्महत्या न करने तथा इसके रोकथाम के लिए सक्रिय प्रयास करने की शपथ भी दिलाई।चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने हर कठिन परिस्थिति में धैर्य एवं संयम बनाए रखने और आत्मबल बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य को भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए इस पर विशेष ध्यान देने की अपील की।कार्यक्रम के दौरान मनोरोग विभाग के स्नातकोत्तर चिकित्सकों द्वारा लघु नाट्य का मंचन किया गया, वहीं बिलासा नर्सिंग महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी नाट्य प्रस्तुति देकर आत्महत्या रोकथाम का संदेश दिया। दर्शकों ने दोनों प्रस्तुतियों की सराहना की।अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. नायक ने आभार प्रदर्शन किया और कार्यक्रम का समापन हुआ। सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल मंच संचालन डॉ. सुधांशु भट्ट ने किया। इस आयोजन को सफल बनाने में मनोरोग विभाग के डॉ. अंकित गुप्ता, डॉ. अंशुल गुप्ता, डॉ. प्रियांश, डॉ. अंकिता, डॉ. सत्यस्मिता, डॉ. तुलेश्वर, डॉ. आयुष, डॉ. अलीश, डॉ. किशन एवं सभी इंटर्न विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
- बिलासपुर. शासन की महत्वकांक्षी योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ‘‘मनरेगा’’ का मूल उद्देश्य ग्रामीण पंजीकृत श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर मांग के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाना है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में बिलासपुर जिले के द्वारा 10 सितम्बर 2025 की स्थिति में प्रदेश में सर्वाधिक 27 लाख 67 हजार 874 मानव दिवस का सृजन किया गया है। जिले के 486 ग्राम पंचायतों में 77 हजार 938 पंजीकृत परिवारों के 1 लाख 27 हजार 337 सदस्यों को मांग के आधार पर रोजगार प्रदाय करते हुए उक्त 27 लाख 67 हजार 874 मानव दिवस का सृजन कराते हुए 6618.10 लाख रुपए का मजदूरी भुगतान किया गया है। उक्त मानव दिवस का सृजन हेतु ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास निर्माण, नवीन तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, रिचार्जपीट चेकडेन, वृक्षारोपण, नर्सरी, आंगनबाड़ी भवन इत्यादि कार्यों में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। मनरेगा योजना के तहत बिलासपुर जिले में 27.67 लाख, कोरबा जिले में 25.07 लाख, कवर्धा जिले में 23.71 लाख, रायपुर जिले में 23.55 लाख, मुंगेली जिले में 23.33 लाख, सक्ती जिले में 22.84 लाख, बलरामपुर जिले में 21.73 लाख, राजनांदगांव जिले में 21.72 लाख, जशपुर में जिले में 20.01 लाख एवं बालोद जिले में 19.84 लाख मानव दिवस का सृजन किया गया।
- 0- मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी किया आदेश0- सड़क पर 9.61 लाख की लागत से बनाया जाएगा मोर इंदौरी चौकबिलासपुर. नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने कबीरधाम जिले के इंदौरी नगर पंचायत में 19 कार्यों के लिए एक करोड़ 57 लाख 72 हजार रुपए मंजूर किए हैं। उप मुख्यमंत्री तथा विभागीय मंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने संचालनालय से इसकी स्वीकृति के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने सभी कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समय-सीमा में काम पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा इंदौरी नगर पंचायत में स्ट्रीट लाइटिंग के छह कार्यों के लिए 56 लाख 39 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं। वहीं छह स्थानों में हाईमास्क लाइट लगाने के लिए 35 लाख 70 हजार रुपए मंजूर किए हैं। नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों में तीन हॉफ राउंड नालियों के निर्माण के लिए 24 लाख 45 हजार रुपए, रंगमंच निर्माण के लिए 15 लाख 26 हजार रुपए, नाली निर्माण के लिए आठ लाख 52 हजार रुपए, मोर इंदौरी चौक के निर्माण के लिए नौ लाख 61 हजार रुपए तथा सीसी रोड निर्माण के लिए सात लाख 79 हजार रुपए भी स्वीकृत किए गए हैं।
- 0-महाराष्ट्र मंडल में चल रहे भागवत कथा के चौथे दिन भक्त प्रह्लाद और ध्रुव की सुनाई गई कथारायपुर। मनुष्य का शरीर बना ही शाकाहार के लिए है। मांसाहार करने से तामसी वृत्ति बनती है। इससे पाप बढ़ता है। यही बीमारियों का कारण भी बनता है। मांसाहार करने वाला व्यक्ति उन्मत्त होगा, क्रोधी होगा, रोगी होगा। जिस देश में चावल की 12 हजार प्रजातियां पाई जाती हैं, 18 प्रकार के तो आम पाए जाते हैं, उस देश में मांसाहार की जरूरत ही नहीं है। धर्मसभा विद्वतसंघ श्रीश्री जगतगुरु शंकराचार्य पीठम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मचारी निरंजनानंद आचार्य वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री ने महाराष्ट्र मंडल में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन इस आशय का प्रवचन किया।आचार्य धनंजय ने कहा कि अंग्रेजों ने भ्रांतियां फैलाई थी कि भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, शिवाजी महाराज भी मांसाहारी थे, जबकि क्षत्रिय होने के बाद भी उन्होंने कभी भी मांसाहार नहीं किया। भ्रांति फैलाई गई कि भगवान श्रीराम ने पिता राजा दशरथ के श्राद्ध में मांस भक्षण किया था। वेदों में लिखित माष की जान बूझकर गलत व्याख्या की गई। जबकि माष का अर्थ उडद की दाल और गाय के दूध से है। आचार्य शास्त्री ने कहा कि आजकल लोग अंडा को मांसाहार नहीं मानते, जबकि उसमें भी एक प्राणि का जन्म होता है और वह मांसाहार ही होता है।भक्त प्रह्लाद और ध्रुव का कथा सुनाते हुए आचार्य शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को अपने से अधिक गुणवान व्यक्ति के साथ हमेशा प्रीति का भाव रखना चाहिए। कम गुणवान वाले व्यक्ति के प्रति करुणा और समान गुण वाले से मैत्री का भाव होना चाहिए। आचार्य ने कहा कि अपने से अधिक योग्य और गुणवान व्यक्तियों के प्रति स्नेह और आदर का भाव रखना चाहिए। जो व्यक्ति गुण में कम हैं, उनके प्रति दया और करुणा रखनी चाहिए। अपने समान या मिलते-जुलते गुणों वाले लोगों के साथ मित्रतापूर्ण संबंध बनाए रखना चाहिए।आचार्य शास्त्री ने ऋषभ देव जी कथा सुनाने के दौरान कहा कि जो जन्म देती है वो जननी है और जो जनम देता है वह जनक है। दोनों संतति को जन्म देते हैं। धर्मानुसार जो शादी करके संतान की उत्पति करते हैं, वो माता- पिता होते हैं। माता- पिता होना कठिन है और वे पुत्र- पूत्री को जन्म देते हैं। पुत्र वो, जो माता- पिता की सेवा करे और पितरों को तार दे। धर्म का पालन करने से ही माता- पिता मिलते हैं। पाश्चात्य देशों में यह संस्कृति नहीं होने के कारण वहां के बच्चे ‘ये मेरी मम्मी है, ये मेरे पापा है और ये मेरे बॉयोलॉजिकल पापा’ का परिचय देते हैं। वहां दादा-दादी, नाना- नानी जैसे रिश्ते नहीं होते, बल्कि सिर्फ ग्रेंड मॉम और ग्रेड पा होते हैं।


























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