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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में जबरदस्त शीत लहर के चलते बृहस्पतिवार को मौसम की सबसे सर्द सुबह दर्ज की गई, जब पारा तीन डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। यह बीते दो वर्ष में जनवरी में दिल्ली में दर्ज सबसे न्यूनतम तापमान भी है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दिल्ली में कई पहाड़ी इलाकों से ज्यादा ठंड दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान डलहौजी (4.9 डिग्री सेल्सियस), धर्मशाला (5.2 डिग्री सेल्सियस), कांगड़ा (3.2 डिग्री सेल्सियस), शिमला (3.7 डिग्री सेल्सियस), देहरादून (4.6 डिग्री सेल्सियस), मसूरी (4.4 डिग्री सेल्सियस) और नैनीताल (6.2 डिग्री सेल्सियस) के मुकाबले कम रहा। विभाग के अनुसार, दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में बृहस्पतिवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा। राष्ट्रीय राजधानी में सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता घटकर 50 मीटर तक रह गई। विभाग के मुताबिक, शून्य से 50 मीटर तक दृश्यता ‘बहुत घने कोहरे', 51 मीटर से 200 मीटर तक ‘घने कोहरे', 201 मीटर से 500 मीटर तक ‘मध्यम कोहरे' और 501 मीटर से 1000 मीटर तक दृश्यता ‘हल्के कोहरे' की श्रेणी में आती है। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि कोहरे के कारण कम से कम 12 ट्रेन डेढ़ से छह घंटे की देरी से चल रही हैं, जबकि दो रेलगाड़ियों के समय में बदलाव करना पड़ा है। दिल्ली हवाई अड्डा ने भी कोहरे के मद्देनजर अलर्ट जारी करते हुए कहा कि कम दृश्यता में उड़ानों का परिचालन बरकरार रखने के लिए जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। हवाई अड्डा की ओर से जारी परामर्श में कहा गया है, “फिलहाल सभी उड़ानों का परिचालन सामान्य है। हालांकि, उड़ानों के बारे में ताजा जानकारियों के लिए यात्रियों से संबंधित विमानन कंपनियों से संपर्क करने का आग्रह है।” दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में बृहस्पतिवार को पारा तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को वहां न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस और मंगलवार को 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, लोधी रोड, आयानगर और रिज के मौसम केंद्रों पर न्यूनतम तापमान क्रमशः 2.8 डिग्री सेल्सियस, 2.2 डिग्री सेल्सियस और 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के लिए बृहस्पतिवार और शुक्रवार के वास्ते ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), मौसम संबंधी चेतावनी के लिए चार रंग के अलर्ट का इस्तेमाल करता है, जिनमें हरा (कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), पीला (ध्यान दें और नवीनतम जानकारी रखें), नारंगी (तैयार रहें) और लाल (कार्रवाई करें) रंग शामिल हैं। आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटे तक शीत लहर और ठंड का प्रकोप जारी रहने के आसार हैं। हालांकि, सात जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत के एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में आने के कारण सर्दी से थोड़ी राहत मिल सकती है। आईएमडी के मुताबिक, मैदानी इलाकों में शीतलहर की घोषणा तब की जाती है, जब न्यूनतम तापमान लुढ़ककर चार डिग्री सेल्सियस पर पहुंच जाए या फिर 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो जाए। वहीं, न्यूनतम तापमान के घटकर दो डिग्री सेल्सियस हो जाने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से कम रहने पर ‘भीषण' शीतलहर की घोषणा की जाती है। इसी तरह, एक ठंडा दिन तब होता है, जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या इसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है। एक अत्यधिक ठंडा दिन तब होता है, जब अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम होता है।
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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 13 जनवरी को 'गंगा विलास क्रूज़' को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है। ट्वीट में कहा गया है, ''उत्तर प्रदेश के वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम से डिब्रूगढ़ तक दुनिया के सबसे लम्बे क्रूज पर्यटन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जनवरी को हरी झंडी दिखाएंगे।''
हालांकि प्रशासन के पास प्रधानमंत्री कार्यालय से मोदी का कोई औपचारिक कार्यक्रम अभी नहीं आया है, लेकिन जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। वाराणसी के मण्डलायुक्त कौशल राज शर्मा और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने इस सिलसिले में संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग और अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं।
मण्डलायुक्त शर्मा ने बृहस्पतिवार को बताया कि आगामी 13 जनवरी को वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक चलने वाले विश्व के सबसे लंबे क्रूज को रवाना किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस क्रूज को रविदास घाट के सामने जेटी बोर्डिंग पॉइंट से हरी झंडी दिखायी जाएगी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गंगा विलास क्रूज कुल 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।
क्रूज द्वारा की जाने वाली यह दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी। सूत्रों के अनुसार यह सफर कुल 50 दिनों का होगा और इस दौरान यह जलयान भारत और बांग्लादेश की 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरेगा। सूत्रों के अनुसार रास्ते में यह क्रूज 50 से अधिक जगहों पर रुकेगा, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह जलयान राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी होकर गुजरेगा, इनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भी शामिल हैं। -
भुवनेश्वर/बेरहामपुर (ओडिशा)। ओडिशा की प्रसिद्ध चिल्का झील में इस वर्ष सर्दी के मौमस में 10.93 लाख प्रवासी पक्षी आए ,जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.4 प्रतिशत अधिक हैं। एक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई।
बुधवार को हुई गणना के अनुसार इस वर्ष झील में कुल 11,31,929 पक्षी आए,जिनमें से 10.93 लाख प्रवासी पक्षी हैं। इस हिसाब से पिछले वर्ष के मुकाबले कम से कम 57,000 पक्षी इस वर्ष अधिक आए। गणना के दौरान पक्षियों की कुल 184 प्रजातियां पाई गईं। प्रवासी पक्षियों के अलावा सर्वेक्षण में झील में 38,880 स्थानीय पक्षी देखे गए।
झील में नलबाना पक्षी अभयारण्य में गणनाकारों को कुल 3,42,897 पक्षी मिले। कुल 134 लोगों को गणना के काम में लगाया गया था। एक अधिकारी ने कहा कि झील को 21 हिस्सों में बांटा गया था। दो इकाइयां सड़क मार्ग से और 19 नौका से गईं। प्रत्येक इकाई का प्रमुख एक पक्षी विशेषज्ञ था इसमें तीन से पांच सदस्य और एक स्थानीय गाइड था। -
नोएडा (उप्र)। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में साइबर ठगों ने एक व्यापारी से पांच क्विंटल गुड़ खरीदने के नाम पर 2.15 लाख रुपए की ठगी की। थाना सेक्टर 58 के प्रभारी निरीक्षक विवेक त्रिवेदी ने बताया कि सेक्टर 56 निवासी अवनीश कुमार गुड़ का कारोबार करते हैं, उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि कुछ दिन पहले किसी ने उन्हें फोन किया तथा अपने आप को सेना की कैंटीन का कर्मचारी बताया।
उन्होंने शिकायत के आधार पर बताया कि व्यक्ति ने व्यापारी से कैंटीन के लिए पांच क्विंटल गुड़ खरीदने की बात कही और करीब 45 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। उन्होंने बताया कि व्यक्ति ने ऑनलाइन पैसे देने की बात कही तथा एक लिंक भेजा और उसके जरिए एक रुपए भेजने को कहा। व्यापारी ने अपनी शिकायत में कहा कि जैसे ही उन्होंने लिंक खोला उनके खाते से 2.15 लाख रूपए निकल गए। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। -
बेंगलुरु। माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्या नडेला ने कहा है कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और प्रौद्योगिकी खर्च अनुपात के लिहाज से भारत दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल हो सकता है। उन्होंने बृहस्पतिवार को माइक्रोसॉफ्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए यह बात कही। नडेला ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘कुल अर्थव्यवस्था, आर्थिक वृद्धि और प्रौद्योगिकी खर्च की बात करें तो इसके बीच का अंतर घट रहा है।
सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में भारत का प्रौद्योगिकी खर्च अब विकसित दुनिया की बराबरी कर रहा है।'' नडेला ने यहां ‘फ्यूचर रेडी टेक समिट' के बाद मीडिया से कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों के मुताबिक भारत (सकल घरेलू उत्पाद और प्रौद्योगिकी खर्च का अनुपात) कम से कम दुनिया के शीर्ष दस में निश्चित रूप से है। अगर ऐसा है, तो सवाल यह है कि अब आगे क्या होगा। इस प्रौद्योगिकी खर्च का नतीजा क्या है।
क्या यह वैसा ही है।'' भारत के बढ़ते प्रौद्योगिकी खर्च में माइक्रोसॉफ्ट की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘...अगर भारत की जीडीपी ‘एक्स' है और इसका कुछ प्रतिशत (प्रौद्योगिकी खर्च के चलते हुए) उत्पादकता लाभ से है, तो दुनिया को इसका फायदा मिल सकता है... यह लोगों के सोचने, लिखने के बारे में है... भुगतान के लिए सबसे कम लागत वाला तरीका है।'' नडेला ने इससे पहले ‘फ्यूचर रेडी टेक समिट' में कहा कि प्रौद्योगिकी हर किसी के उपयोग के बारे में है और भारत इसमें योगदान कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके दृष्टिकोण और सभी सरकारी कार्यक्रमों, योजनाओं और इंडिया स्टैक (भारत में प्रौद्योगिकी के प्रसार) में संक्षिप्त बातचीत करने का मौका मिला। वास्तव में मैं जिस चीज को महसूस कर रहा हूं, वह इंडिया स्टैक का जादू है।'' उन्होंने कहा कि योजनाएं या नीति और प्रौद्योगिकी एक साथ विकसित हो रही हैं। शिखर सम्मेलन में इन्फोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने भी भाग लिया।
नडेला ने कहा कि वह भारत से यह सीखते हैं कि आम आदमी अपनी जरूरतों के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने छह अनिवार्यताओं को भी सूचीबद्ध किया जो प्रौद्योगिकीविदों के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये हैं - क्लाउड पर स्थानांतरण, डेटा को एकीकृत करना और एआई मॉडल को मंच के रूप में लागू करना, फ्यूजन टीमों को सशक्त बनाना, अपने कार्यबल को फिर से सक्रिय करना, सहयोगी व्यावसायिक प्रक्रियाओं को अपनाना और सुरक्षा को प्राथमिकता देना। - तिरुवनंतपुरम । केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में हाल ही में दुनिया का ताड़ के पत्तों का पहला पांडुलिपि संग्रहालय खोला गया है, जिससे राज्य सांस्कृतिक और शैक्षणिक रूप से और अधिक समृद्ध हुआ है। यह संग्रहालय भारत की धरती पर यूरोपीय शक्तियों को हराने वाले एशिया के पहले साम्राज्य त्रावणकोर की लोकप्रिय कहानियों का खजाना समेटे हुए है।दुनिया के पहले, ताड़ के पत्तों वाले पांडुलिपि संग्रहालय की उपलब्धि पाने वाले इस संस्थान में, 19वीं सदी के आखिर तक लगभग 650 बरस राज करने वाले त्रावणकोर साम्राज्य के प्रशासनिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और आर्थिक पहलुओं के साथ-साथ राज्य के मध्य में कोच्चि की सीमाओं और आगे उत्तर में मालाबार की झलक मिलती है। अधिकारियों ने बताया कि यह संग्रहालय राज्य की सांस्कृतिक संपदा बढ़ाने के अलावा शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक विद्वानों के लिए भी महत्वपूर्ण है।संग्रहालय में पांडुलिपियों के अलावा कोलाचेल के प्रसिद्ध युद्ध की भी जानकारी उपलब्ध है, जिसमें त्रावणकोर के वीर राजा अनिजाम तिरुनल मार्तंड वर्मा (1729-58) ने डच ईस्ट इंडिया कंपनी को पराजित किया था। कोलाचेल वर्तमान में तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 20 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है।सन् 1741 में त्रावणकोर के राजा की जीत से डच का भारत में विस्तार रुक गया और मार्तंड वर्मा के राज में त्रावणकोर एशिया का पहला ऐसा राज्य बन गया, जिसने किसी यूरोपीय ताकत की विस्तारवादी सोच को रोका हो।पिछले सप्ताह खुले इस संग्रहालय में 187 पांडुलिपियां हैं, जो प्राथमिक स्रोतों पर आधारित कहानियों की खान हैं। ये दस्तावेज ताड़ के साफ और स्पष्ट पत्तों पर लिखे गए हैं, जो रिकॉर्ड कक्षों के कोनों पर सुसज्जित हैं। उस दौर में विवरण लिखने से पहले ताड़ के इन पत्तों को उपचारित किया गया था।पहले चरण में पूरे राज्य से इकट्ठे किए गए 1.5 करोड़ ताड़ के पत्तों के विशाल भंडार से छंटाई करने के बाद यह अभिलेख सामग्री चुनी गई थी। संग्रहालय में बांस की खपच्चियां और तांबे की प्लेटें भी हैं। यह संग्रहालय तीन सौ साल पुरानी इमारत में स्थित है।राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (पुरातत्व, अभिलेखागार और संग्रहालय) डॉ. वेणु ने कहा कि गैलरी में त्रावणकोर साम्राज्य के जटिल भूमि प्रबंधन, ऐतिहासिक घोषणाओं और अंतरराष्ट्रीय समझौतों के बारे में जानकारी उपलब्ध है।डॉ. वेणु नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय के महानिदेशक भी रह चुके हैं।ताड़ के पत्तों का संग्रह जल्द ही शहर में एक आधुनिक इमारत में भेजा जाएगा, जहं वैज्ञानिक संग्रहण और अध्ययन की भी सुविधा होगी।
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नयी दिल्ली. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने बुधवार को आवासीय कल्याण संघों, संस्थानों और अन्य प्रतिष्ठानों को सलाह दी कि वे सुरक्षा कर्मियों को बिजली के हीटर, कंबल और गर्म कपड़े मुहैया कराएं ताकि वह खुले में आग जलाने से बचें । प्रदूषण नियंत्रण निकाय ने एक परामर्श में कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, दिल्ली में भीषण शीत लहर चल रही है। इससे सुरक्षा कर्मी खुद को गर्म रखने के लिए खुले स्थानों पर आग जलाते हैं। खुले में जलाई गई आग वायु प्रदूषण का एक स्रोत है।” परामर्श में कहा गया है, “खुले में आग जलाने से रोकने और स्थानीय तथा शहर स्तर के प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए, डीपीसीसी सभी आरडब्ल्यूए, सरकारी और निजी कार्यालयों, स्कूलों, स्टेडियमों, पर्यटक स्थलों, सुरक्षा कर्मियों के संघों और अन्य व्यक्तिगत संस्थानों को सलाह देता है कि सुरक्षा कर्मियों को गर्म ‘किट' प्रदान कराएं।” एक व्यक्तिगत ‘किट' में एक स्वेटर, ऊन की जर्सी या गर्म जैकेट, मोजे, सर्दियों के दस्ताने, ऊनी टोपी, इलेक्ट्रिक हीटर, कंबल और एन-95 मास्क शामिल हो सकते हैं।
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नयी दिल्ली. एनटीपीसी की नवीकरणीय ऊर्जा इकाई एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लि. (एनजीईएल) ने हरित ऊर्जा आधारित बिजली परियोजनाओं के विकास के लिये हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (एचपीसीएल) के साथ समझौता किया है। एनटीपीसी ने बुधवार को कहा कि समझौते के तहत उसकी इकाई एनजीईएल, एचपीसीएल को 24 घंटे 400 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति भी करेगी। बयान के अनुसार, ‘‘एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लि. ने नवीकरणीय ऊर्जा आधारित बिजली परियोजनाओं के विकास तथा 24 घंटे 400 मेगावॉट बिजली आपूर्ति के लिये हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. के साथ पक्का समझौता किया है।'' दोनों कंपनियों ने मंगलवार को दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस मौके पर एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह और एचपीसीएल के कार्यकारी निदेशक (जैव ईंधन और नवीकरणीय ऊर्जा) शुभेन्दु गुप्ता समेत दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सियाचिन में पहली महिला सैन्य अधिकारी की तैनाती की बुधवार को प्रशंसा की और कहा कि यह भारत की नारी शक्ति की भावना को दिखाता है। इंजीनियर्स कोर की कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन ग्लेशियर में अग्रिम चौकी पर तैनात किया गया है। दुनिया की सबसे ऊंची युद्ध भूमि पर महिला सैन्य अधिकारी की पहली बार तैनाती हुई है। मोदी ने ट्वीट किया है, ‘‘इससे सभी भारतीयों को गर्व महसूस होगा, यह भारत की नारी शक्ति की भावना को दर्शाता है।'' सेना के अधिकारियों ने बताया कि महिला अधिकारी की तैनाती सियाचिन में 15,600 फुट की ऊंचाई पर कुमार पोस्ट पर तीन महीने के लिए हुई है।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि जल जीवन मिशन राज्य में प्रत्येक घर में जल पहुंचाने का प्रमुख विकास पैमाना है। पहले अखिल भारतीय वार्षिक राज्य मंत्रिस्तरीय जल सम्मेलन को आज वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था में जल राज्यों का विषय होता है और जल संरक्षण के लिए सभी राज्यों के प्रयासों से देश के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि अब तक 25 हजार अमृत सरोवरों का निर्माण कराया जा चुका है।
श्री मोदी ने जनता और सामाजिक संगठनों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए जल संरक्षण अभियानों में उनकी अधिकतम भागीदारी का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लोग किसी अभियान से जुडते हैं तब उन्हें उस कार्य की गंभीरता के बारे में जानकारी होती है। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान का उदाहरण देते हुए कहा कि लोग जब इस अभियान से जुडे तब उनमें स्वच्छता के प्रति चेतना भी जागृत हुई। श्री मोदी ने कहा कि ग्राम पंचायतों को जल जीवन मिशन को अपने हाथों में लेना चाहिए और मिशन पूरा होने के बाद उन्हें यह प्रमाणित भी करना चाहिए कि उनके गांवों में पर्याप्त और स्वच्छ जल उपलब्ध हो गया है। प्रधानमंत्री ने प्रति बूंद अधिक फसल अभियान का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत इस अभियान से अब तक देश की 70 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि सूक्ष्म सिंचाई के अंतर्गत लाई जा चुकी है।प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण के लिए वन क्षेत्र बढाने के महत्व को रेखांकित करते हुए वन मंत्रालय और जलशक्ति मंत्रालय के बीच सामूहिक प्रयासों की जरूरत पर बल दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नमामि गंगे मिशन को मॉडल बनाते हुए दूसरे राज्य भी नदियों के संरक्षण के लिए अभियान शुरू कर सकते हैं।जल शक्ति मंत्रालय ने पहले अखिल भारतीय वार्षिक राज्य मंत्रिस्तरीय जल सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें सभी राज्यों के जल संसाधन मंत्रियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन का विषय है - वर्ष 2047 के लिए जल दृष्टिकोण। -
नयी दिल्ली. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने बुधवार को कहा कि वाहन स्क्रैपिंग (कबाड़ में बदलना) के लिए 11 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को राष्ट्रीय एकल खिड़की प्रणाली (एनएसडब्ल्यूएस) से जोड़ा गया है। मंत्रालय ने कहा कि इन राज्यों को स्वैच्छिक वाहन बेड़ा आधुनिकीकरण कार्यक्रम (वी-वीएमपी) के लिए एनएसडब्ल्यूएस से जोड़ा गया है, ताकि वाहन कबाड़ क्षेत्र में निजी निवेश को आकर्षित किया जा सके। मंत्रालय ने बयान में कहा कि 14 नवंबर, 2022 तक 117 निवेशकों में से 36 आवेदनों को संबंधित राज्य सरकारों ने मंजूरी दी है। इन निवेशकों ने पंजीकृत वाहन कबाड़ सुविधाओं (आरवीएसएफ) के लिए रुचि दिखाई थी। बयान में कहा गया है कि गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम, गोवा, उत्तराखंड और चंडीगढ़ को वी-वीएमपी के लिए एनएसडब्ल्यूएस में शामिल किया गया है।
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पन्ना . मध्यप्रदेश के पन्ना बाघ अभयारण्य के किशनगढ़ परिक्षेत्र में कथित तौर पर करंट लगने से एक बाघ और एक लकड़बग्घा की मौत हो गयी। एक वन अधिकारी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। पन्ना बाघ अभयारण्य के क्षेत्र संचालक बृजेन्द्र झा ने बताया कि तीन-चार जनवरी की दरम्यानी रात को सूचना प्राप्त हुई कि किशनगढ़ परिक्षेत्र के अंतर्गत बीट बसुधा में एक नर बाघ और एक मादा लकड़बग्घा की करंट लगने से मृत्यु हो गई है। उन्होंने कहा कि इस बाघ की उम्र दो वर्ष थी। झा ने बताया कि संभत: करंट के तार सुअर को मारने के लिए लगाये गये थे, जिसकी चपेट में बाघ और लकड़बग्घा आ गये और उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि बाघ और लकड़बग्घे के सभी अंग सुरक्षित पाये गये हैं।
झा ने बताया कि इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और करंट वाली तार लगाने वाले व्यक्तियों की तलाश की जा रही है। -
नयी दिल्ली. देश में 2017-18 से 2020-21 के बीच चार एशियाई शेरों और 73 हाथियों सहित 63,000 से अधिक जानवरों की रेलवे पटरियों पर मौत हो गई है जिसकी जानकारी देते हुए कैग ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के साथ-साथ रेलवे द्वारा इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर चिंता जताई। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने पिछले महीने संसद में पेश की गई अपनी रिपोर्ट ‘परफॉर्मेंस ऑडिट ऑन डिरेलमेंट इन इंडियन रेलवे' में कहा है कि रेलवे को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जानवरों की मौत को रोकने के लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय एवं रेल मंत्रालय द्वारा जारी “संयुक्त सलाह” का सावधानी से पालन किया जाना चाहिए। यह सलाह रेलवे पटरियों पर होने वाली मौतों को रोकने में भी मदद करेगा। कैग ने इन तीन वर्षों में पाया कि 73 हाथियों और चार शेरों सहित 63,345 जानवर ट्रेन की चपेट में आने से मर गए थे। कैग ने कहा कि हाथियों से जुड़े ट्रेन हादसों को रोकने के लिए दोनों मंत्रालयों द्वारा अनुमोदित सामान्य सलाह रेलवे को 2010 में संयुक्त रूप से जारी की गई थी। सलाह में रेलवे पटरी के किनारों पर वनस्पति की सफाई, हाथियों को जाने की अनुमति देने के लिए रेलवे पटरी के पास ‘अंडरपास/ओवरपास', ट्रेन चालकों को पूर्व-चेतावनी देने के लिए साइनेज बोर्ड, ट्रेन चालकों, ‘गार्ड' और स्टेशन मास्टरों के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम, रेलवे पटरी हाथियों की आवाजाही और हाथियों को आकर्षित करने वाले व्यर्थ भोजन से रेलवे पटरी को मुक्त रखना शामिल है । लेखापरीक्षा विभाग और क्षेत्रीय रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों द्वारा नौ क्षेत्रीय रेलवे (क्षेत्रीय रेलवे) पर 18 मंडलों के 102 खंडों में किए गए संयुक्त निरीक्षण से पता चलता है कि चिन्हित स्थानों पर हाथियों की आवाजाही के लिए सुरंग (अंडरपास) और पुल (रैंप) के निर्माण में 76 प्रतिशत की कमी है। पृथक स्थानों पर बाड़ लगाने में 41 प्रतिशत की कमी और रेलवे नियंत्रण कार्यालयों में वन विभाग के कर्मचारियों की तैनाती में 64 प्रतिशत की कमी है । -
इंदौर . इंदौर में शीतलहर के प्रकोप के बीच 50 साल के बेघर व्यक्ति की बुधवार को कथित तौर पर ठंड से मौत हो गयी। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। तुकोगंज पुलिस थाने के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) राकेश सिंह परिहार ने बताया कि रमाकांत (50) का अकड़ा हुआ शव दुबे का बगीचा क्षेत्र में एक व्यक्ति के घर के बाहर मिला। एएसआई ने बताया कि रमाकांत रंगाई-पुताई का काम करके गुजारा करते थे। परिहार ने बताया कि दुबे का बगीचा में पिछले चार साल से अकेले दिखाई देने वाले रमाकांत के पास सिर छिपाने का कोई आसरा नहीं था, और वह हर रोज की तरह मंगलवार की रात को खुले आसमान के नीचे सो गए थे। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय लोगों ने जब बुधवार सुबह पेंटर को जगाया, तो उसके अकड़े हुए शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। एएसआई ने कहा, ‘‘रमाकांत के शव पर चोट का कोई निशान नहीं है और ऐसा लगता है कि उनकी मौत ठंड से ही हुई है।'' परिहार ने बताया कि पेंटर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और उसकी मौत को लेकर विस्तृत जांच जारी है। गौरतलब है कि इस बेघर व्यक्ति की मौत ऐसे वक्त हुई है, जब इंदौर नगर निगम का अमला आठ से 10 जनवरी के बीच आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों में जुटा है और स्थानीय निवासियों की शिकायत है कि बेघर लोगों के लिए प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। इस बारे में पूछे जाने पर शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, "वैसे तो रैन बसेरों में हमेशा अलाव की व्यवस्था होती है। लेकिन आप (मीडिया) इस व्यवस्था के अभाव की बात कह रहे हैं, तो हम उचित निर्देश जारी कर इस विषय में पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करेंगे।" मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर में मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर के मुकाबले दो डिग्री सेल्सियस घटकर 7.3 डिग्री सेल्सियस रह गया और यह इस मौसम की सबसे सर्द रात थी। अधिकारी ने बताया कि शहर में शीतलहर का प्रकोप बुधवार को भी जारी रहा और दिन का अधिकतम तापमान सामान्य स्तर से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ‘‘परीक्षा पे चर्चा'' सबसे रोमांचक कार्यक्रमों में से एक है जो परीक्षा को तनाव मुक्त बनाने और छात्रों का समर्थन करने के तरीकों पर चर्चा करने का अवसर देता है। प्रधानमंत्री इस साल 27 जनवरी को ‘परीक्षा पे चर्चा' के तहत छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे।
मोदी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘परीक्षा पे चर्चा सबसे रोमांचक कार्यक्रमों में से एक है, जो परीक्षा को तनाव मुक्त बनाने और परीक्षा में भागीदारी करने वाले हमारे योद्धाओं का समर्थन करने के तरीकों पर चर्चा करने का अवसर देता है। मैं इस महीने की 27 तारीख को होने वाले कार्यक्रम का इंतजार कर रहा हूं और आप सभी से इस अनूठी बातचीत में भाग लेने का आग्रह करता हूं।''
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में पहली बार ‘परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के तहत छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों के साथ संवाद किया था। इसके बाद से हर साल प्रधानमंत्री मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा' करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ सीधे संवाद करते हैं। -
मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर जिले में वर्क फ्रॉम होम का ऑनलाइन प्रस्ताव देकर एक व्यक्ति से कथित रूप से 11.25 लाख रुपये ठग लिए गए। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पीड़ित ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नौकरी के ऐसे प्रस्ताव का विज्ञापन देखा था।
पुलिस द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, उसे एक ऑनलाइन मैसेजिंग सेवा पर एक लिंक भेजकर उस पर जाने के लिए कहा गया। इसके बाद उसे प्रस्तावित नौकरी और अच्छी आय के लिए भुगतान करने के लिए कहा गया। विज्ञप्ति के अनुसार, पीड़ित ने कई बार में कुल 11.25 लाख रुपये का भुगतान कर दिया। इसके बाद जब उसे वादे के अनुसार नौकरी नहीं मिली तो उसने सोमवार को पुलिस थाने में शिकायत दी।
विज्ञप्ति में बताया गया कि मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस थाने की साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की और पाया कि रुपये एक बैंक खाते में भेजे गए हैं। पुलिस ने खाता धारक आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर ऐसे झूठे विज्ञापनों का शिकार होने से बचने की अपील की है। -
नोएडा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जनपद के सेक्टर-126 थाने में एक युवती ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि एक व्यक्ति ने एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर उससे 17 लाख रुपए की ठगी की है। पुलिस ने इसकी जानकार दी। थाना प्रभारी तथा पुलिस निरीक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ की रहने वाली दर्शिका सिंह ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि एक व्यक्ति ने एमबीबीएस में दाखिला कराने का दावा किया।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने पीड़िता से 17 लाख रुपया ले लिया तथा उसे कहा कि वह बेंगलुरू स्थित मेडिकल कॉलेज में मैनेजमेंट कोटे से उसका दाखिला करवा देगा। उन्होंने बताया कि पीड़िता के अनुसार आरोपी ने उसके पैसे ठग लिए और दाखिला नहीं करवाया। थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। -
नयी दिल्ली। चालू खरीफ विपणन सत्र 2022-23 में अबतक केंद्रीय पूल के लिए सरकार की धान खरीद 9.58 प्रतिशत बढ़कर 541.90 लाख टन हो गई है। खाद्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। केंद्रीय पूल में योगदान करने वाले प्रमुख राज्यों में पंजाब, छत्तीसगढ़, हरियाणा और तेलंगाना शामिल हैं। अमूमन धान खरीद अक्टूबर से शुरू होती है। हालांकि, दक्षिणी राज्यों विशेष रूप से केरल और तमिलनाडु में, यह सितंबर से शुरू होती है।
सरकार का लक्ष्य खरीफ विपणन सत्र 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) में 775.72 लाख टन धान की खरीद करने का है। पिछले खरीफ विपणन सत्र में वास्तविक खरीद रिकॉर्ड 759.32 लाख टन की हुई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खरीफ विपणन सत्र 2022-23 में तीन जनवरी तक धान की कुल खरीद बढ़कर 541.90 लाख टन हो गई, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 494.50 लाख टन थी। चालू विपणन वर्ष में अबतक पंजाब में धान की खरीद मामूली रूप से घटकर 182.13 लाख टन रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 187.12 लाख टन थी।
छत्तीसगढ़ में खरीद पहले के 55 लाख टन से तेजी से बढ़कर 82.89 लाख टन हो गई, जबकि हरियाणा में अनाज की खरीद पहले के 54.50 लाख टन से बढ़कर 58.96 लाख टन हो गई। तेलंगाना में धान की खरीद घटकर 56.31 लाख टन रही, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 63.84 लाख टन हुई थी। उत्तर प्रदेश में खरीद एक साल पहले की समान अवधि के 42.73 लाख टन से मामूली बढ़कर 42.96 लाख टन हो गई। मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि मध्य प्रदेश में इस विपणन वर्ष में अबतक खरीद तेजी से बढ़कर 34.50 लाख टन हो गई है, जो एक साल पहले समान अवधि में 22.42 लाख टन थी।
धान की खरीद सरकारी स्वामित्व वाली भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और निजी एजेंसियों, दोनों के द्वारा की जाती है। यह सीधे किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाता है और कई कल्याणकारी योजनाओं के तहत मांग को पूरा करने के लिए इसे उपयोग में लाया जाता है। धान खरीफ (गर्मी) और रबी (सर्दियों) दोनों मौसमों में उगाया जाता है। लेकिन देश के कुल धान उत्पादन का 80 प्रतिशत उत्पादन खरीफ सत्र से प्राप्त होता है।
कृषि मंत्रालय के पहले अनुमान के अनुसार, खरीफ सत्र 2022-23 में देश का धान उत्पाद छह प्रतिशत घटकर 10 करोड़ 49.9 लाख टन रह जाने का अनुमान है। उत्पादन में इस गिरावट का कारण प्रमुख उत्पादक राज्यों में विशेषकर झारखंड में कमजोर बरसात के मद्देनजर धान खेती का रकबा कम होना है। -
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय क्षेत्र प्रसारण आधारभूत ढांचा एवं नेटवर्क विकास (बीआईएनडी) योजना को बुधवार को मंजूरी प्रदान कर दी। इस योजना पर 2025-26 तक 2,539.61 करोड़ रूपये खर्च होंगे। बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
उन्होंने कहा कि इसके तहत दूरदर्शन एवं आकाशवाणी की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जायेगा, अधुनिक प्रसारण उपकरणों से लैस किया जायेगा तथा अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री तैयार की जायेगी। ठाकुर ने कहा कि वामपंथी चरमपंथ प्रभावित क्षेत्र (एलडब्ल्यूई), सीमावर्ती एवं सुदूर क्षेत्रों में एफएम ट्रांसमीटर की प्रणाली को उन्नत बनाया जायेगा । इसके अलावा पुराने ट्रांसमीटर को बदला जायेगा तथा नये एफएम ट्रांसमीटर स्थापित किये जायेंगे।
मंत्री ने कहा कि इससे एफएम की देश में वर्तमान कवरेज को 66 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसके तहत वामपंथी चरमपंथ प्रभावित क्षेत्र (एलडब्ल्यूई), सीमावर्ती, आकांक्षी एवं सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के बीच 8 लाख डीडी मुफ्त डीटीएच सेट टॉप बाक्स वितरित किये जायेंगे। मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर की गई केंद्रीय क्षेत्र प्रसारण आधारभूत ढांचा एवं नेटवर्क विकास (बीआईएनडी) योजना पर 2025-26 तक 2,539.61 करोड़ रूपये खर्च होंगे। -
नयी दिल्ली। नए साल के पहले दिन से राजधानी दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत में शुरु हुई कड़ाके की सर्दी, घने कोहरे और शीत लहर के इस पूरे सप्ताह तक जारी रहने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक रविवार से इसकी तीव्रता में कमी आने की संभावना है।
उसके मुताबिक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों जैसे जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखंड इत्यादि में सात जनवरी के बाद छिटपुट वर्षा और बर्फबारी के भी आसार हैं। आईएमडी अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में बुधवार सुबह न्यूनतम तापमान इस मौसम का सबसे कम 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और राष्ट्रीय राजधानी धर्मशाला, नैनीताल और देहरादून से भी ज्यादा सर्द रही।
उन्होंने बताया कि घने कोहरे के कारण दृश्यता 200 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल परिवहन प्रभावित हुआ है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उपग्रह के जरिये ली गई तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें भारत में गंगा के मैदानी क्षेत्रों व उससे लगते मध्य तथा पूर्वी भाग में कोहरे की मोटी परत दिख रही है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ''भारत के उत्तरी व मध्य भागों में कोहरा छाया हुआ है, जिससे विभिन्न स्थानों पर 'सर्द' से 'बहुत सर्द' दिन रहा।
हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के दूरस्थ स्थानों पर शीत लहर दर्ज की गई।'' इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थित पालम वेधशाला ने बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 200 मीटर दर्ज की। दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, बर्फ से लदे हिमालय से शुरू होकर मैदानों से आ रही सर्द हवाओं के कारण बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अंक नीचे 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो एक दिन पहले 8.5 डिग्री सेल्सियस था।
आईएमडी ने संभावना जताई कि राष्ट्रीय राजधानी में अगले तीन दिन तक शीत लहर चलेगी और तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। दिल्ली में मंगलवार को लोधी रोड, पालम, जफरपुर और मयूर विहार समेत कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच अंकों की गिरावट के साथ 'सर्द दिन' दर्ज किया गया। आईएमडी ने बुधवार दोपहर को अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना जताई है।
आईएमडी के अनुमान के मुताबिक, अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में शीत लहर जारी रहेगी और इसके बाद ही लोगों को कुछ राहत मिलेगी। उसने कहा, ‘‘अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में घना कोहरा और ठंड की स्थिति जारी रहने की संभावना है और उसके बाद इसकी तीव्रता में कमी आने की संभावना है।'' आईएमडी ने कहा, ‘‘दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से पश्चिम विदर्भ तक कम दबाव के क्षेत्र के कारण अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की बारिश होने की संभावना है।''
आईएमडी ने अनुमान जताया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सात जनवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में अलग-अलग/छिटपुट वर्षा/बर्फबारी हो सकती है। आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर शीत लहर की घोषणा की जाती है। शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो। न्यूनतम तापमान के दो डिग्री सेल्सियस रहने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से कम रहने पर ‘भीषण' शीतलहर की घोषणा की जाती है। एक ‘शीत दिवस' तब होता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है।
एक ‘बेहद ठंडा दिन' तब होता है, जब अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम होता है। राजस्थान के कई इलाकों में घने कोहरे के साथ कड़ाके की सर्दी का दौर बुधवार को भी जारी रहा। राज्य में मंगलवार रात फतेहपुर सीकर और चूरू में पारा शून्य से नीचे लुढ़क गया। मौसम विभाग ने अलवर, भरतपुर, धौलपुर, झुंझुनूं और करौली सहित कई जिलों में शीतलहर का प्रकोप जारी रहने की संभावना के मद्देनजर ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। कश्मीर घाटी में लगातार तीसरी रात पारा जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया।
श्रीनगर में मंगलवार की रात न्यूनतम तापमान शून्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यह शून्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था। अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर अनंतनाग जिले के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया और पहलगाम जम्मू-कश्मीर का सबसे ठंडा स्थान रहा। -
नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में आज सुबह सैर पर निकले एनडीआरएफ के एक निरीक्षक को एक अज्ञात वाहन चालक ने तेजी और लापरवाही से वाहन चलाते हुए कुचल दिया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि अत्यंत गंभीर हालत में उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
थाना सेक्टर 113 के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद प्रजापति ने बताया कि केंद्रीय आपदा प्रबंधन बल में निरीक्षक के पद पर तैनात अनिल कुमार झा को सैर करने के दौरान एक कार चालक ने तेजी और लापरवाही से वाहन चलाते हुये उन्हें टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया । उन्होंने बताया कि दो दिन पहले हुये इस हादसे के बाद राहगीरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया।
उन्होंने बताया कि उनकी हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। थाना प्रभारी ने बताया कि घायल के भाई सुशील झा की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी गयी है। -
भरूच। गुजरात के भरूच शहर में पुलिस ने एक बस में औषधीय गोलियों के रूप में छुपाया गया 1.33 करोड़ रुपये मूल्य का 1,334 किलोग्राम गांजा जब्त किया और इस सिलसिले में पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, भरूच पुलिस के एसओजी ने मंगलवार को शहर के बाहरी इलाके में जादेश्वर चौराहे के पास नजर रखी और उत्तर प्रदेश से गुजरात के सूरत जा रही एक निजी बस को रोका। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुलिस ने मध्य प्रदेश के रहने वाले तीन बस यात्रियों को गांजा जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया। विज्ञप्ति के अनुसार गांजा सूरत ले जाया जा रहा था।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मादक पदार्थ (गांजा) को आयुर्वेदिक दवाओं में मिलाकर गोलियों में बदल दिया गया था और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को गुमराह करने के लिए उसी रूप में पैक किया गया था। पुलिस ने सूरत से दो ‘दवाओं के प्राप्तकर्ताओं' को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने उत्तर प्रदेश और सूरत के रहने वाले और मामले से संबंधित दो अन्य व्यक्तियों मामले में वांछित भी घोषित किया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मादक पदार्थ की तस्करी में इस्तेमाल की गई बस को भी जब्त कर लिया गया है।
पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ भरूच ‘सी' डिविजन पुलिस थाने में स्वापक ओषधि और मनःप्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। -
मुंबई। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के एकनाथ शिंदे धड़े और पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (जोगेंद्र कावड़े) ने बुधवार को गठबंधन की घोषणा की। शिंदे धड़े ने निकाय चुनाव से पहले यह बड़ी बढ़त बना ली है। यह गठबंधन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अपना आधार मजबूत कर रहे शिवसेना के शिंदे धड़े को इससे दलित वोट मिल सकते हैं।
शिंदे ने पिछले साल शिवसेना से अलग होने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार को गिरा दिया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कावड़े ने कहा कि यह गठबंधन सिर्फ 'बालासाहेबंची शिवसेना' (शिंदे गुट का आधिकारिक नाम) के साथ किया गया है। दलित नेता ने कहा, ''महाराष्ट्र को बहुत बहादुर मुख्यमंत्री मिला है। ऐसा लगता है जैसे यह सबकी सरकार है।
हम उनसे बहुत प्रभावित हैं।'' कावडे ने कहा कि गठबंधन का वैचारिक जोर ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहू जी महाराज, डॉक्टर भीम राव आंबेडकर और 'प्रबोधंकर' ठाकरे (सेना के संस्थापक बाल ठाकरे के पिता, जो एक प्रसिद्ध सुधारक थे) के सुधारवादी आदर्श होंगे। गौरतलब है कि यह गठबंधन ऐसे समय में हुआ है जब शिवसेना के उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले धड़े और प्रभावशाली दलित नेता प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के बीच गठबंधन की चर्चा चल रही है। आरपीआई का रामदास अठावले धड़ा लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में है।
पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष कावडे महाराष्ट्र में आंबेडकर आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ताओं में से एक थे। कावड़े महाराष्ट्र की चिमूर लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं। - बांदा(उप्र) । बांदा जिले में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। गिट्टी भरे डंपर ने स्कूटी सवार कृषि विश्वविद्यालय की कनिष्ठ महिला बाबू को कुचल दिया। डंपर में फंसी स्कूटी के घिसटने से आग लग गई। इससे महिला का शव, स्कूटी और डंपर जल गए। घटना बुधवार शाम करीब पौने सात बजे शहर मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर मवई बुजुर्ग बाईपास के पास हुई।कृषि विश्वविद्यालय की कनिष्ठ बाबू पुष्पा सिंह (32) पत्नी स्व. रंजीत कुमार स्कूटी से सब्जी खरीदकर मवई बुजुर्ग चौराहा जा रही थीं। विश्वविद्यालय गेट के पास पीछे से आए डंपर ने उन्हें कुचल दिया। स्कूटी डंपर के नीचे फंस गई। चालक लगभग साढ़े तीन किलोमीटर घसीट ले गया। इसी बीच डंपर के अगले हिस्से में आग लग गई। इस पर चालक वाहन छोड़कर भाग निकला। शव और स्कूटी पूरी तरह जल गए।डंपर का अगला हिस्सा भी जल गया। सूचना पर पहुंचे फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाया। कुछ ही देर में एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र, सीओ सिटी अंबुजा त्रिवेदी, कोतवाली इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ला समेत आसपास थानों की फोर्स पहुंच गई। कृषि विश्वविद्यालय के प्रवक्ताओं की शिनाख्त के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रोफेसरों ने बताया कि वर्ष 2020 में सहायक लेखाकार पद पर तैनात रहे रंजीत कुमार की मृत्यु हो गई थी। उन्हीं के स्थान पर पुष्पा की नियुक्ति हुई थी। वह मूलरूप से गोमती नगर (लखनऊ) की थीं। दो बच्चे हैं। उधर, घटना को लेकर छात्रों और ग्रामीणों में काफी गुस्सा था। छात्रों का कहना है कि भारी वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं। पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं। स्पीड ब्रेकर के साथ सुरक्षा के इंतजाम होने चाहिए।
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फतेहपुर (उप्र)। फतेहपुर जिले के मलवां क्षेत्र में एक अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉली के सड़क किनारे खड्ड में जा पलटने से उस पर सवार दो चचेरे भाइयों की मौत हो गयी तथा एक अन्य युवक घायल हो गया। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि मलवां थाना क्षेत्र के चंदलाही गांव का रहने वाला वीरेंद्र सिंह उर्फ मोनू (25) अपने चचेरे भाई छोटू सिंह (24) और नागेंद्र सिंह (23) नामक एक अन्य युवक के साथ मंगलवार की शाम करीब साढ़े सात बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली में भूसा लेने ललौली थाना क्षेत्र के कोड़ार गांव जा रहा था।
उन्होंने बताया कि रास्ते में सहिली गांव के पास भरसवां गांव के मोड़ पर एक साइकिल सवार को बचाने की कोशिश में ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक खड्ड में पलट गई। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे दबे तीनों युवकों को बमुश्किल बाहर निकलवाया। उन्होंने बताया कि वीरेंद्र और छोटू की पहले ही मौत हो चुकी थी। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घायल नागेंद्र का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है।






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