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- अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में दो लुटेरों ने मंगलवार को एक व्यक्ति का हाथ काट लिया और उसका बैग लेकर मौके से फरार हो गये । पुलिस ने यह जानकारी दी । पुलिस ने बताया कि पीड़ित की पहचान अंकित के रूप में की गयी है और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका कटा हाथ जोड़ने के लिये सर्जरी चल रही है । उन्होंने बताया कि अमृतसर के बाहरी इलाके में स्थित नंगाली गांव में यह घटना हुयी । उन्होंने बताया कि निहंग की पोशाक में एक आरोपी ने हाथापाई में अंकित का हाथ तलवार से काट दिया। पुलिस ने बताया कि बैग में 1500 रुपये नकद थे, और पीड़ित एक निजी फाइनांस कंपनी में काम करता था । उन्होंने बताया कि यह घटना कैमरे में कैद हो गयी है।
- पुडुचेरी। जाने-माने तमिल लेखक, उपन्यासकार और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित के. राजनारायणन का निधन हो गया। उनके परिवार के लोगों ने इस बारे में जानकारी दी । राजनारायणन 98 साल के थे और वह ‘की रा' के नाम से लोकप्रिय थे। उनके परिवार में दो बेटे हैं।पिछले कुछ समय से राजनारायणन उम्र संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे और सोमवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली। पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने मंगलवार को लेखक के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बाद में उपराज्यपाल ने पत्रकारों से कहा कि तमिल लेखकों ने मांग की है कि राजनारायणन जिस मकान में रहते थे, उसे स्मारक पुस्तकालय में बदला जाए। उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘इस अनुरोध पर विचार किया जाएगा।''पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने लेखक के निधन पर शोक जताया है। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि की रा के निधन से साहित्य की दुनिया ने एक बड़ा विचारक, लेखक और निबंधकार खो दिया। राजनारायणन 1980 के दशक में पांडिचेरी विश्वविद्यालय में लोक-साहित्य विभाग के प्रोफेसर थे। वह लघु कथाओं, उपन्यासों, लोककथाओं और निबंधों के प्रख्यात लेखक थे। उन्हें 1991 में अपने उपन्यास ‘गोपालापुरातु मक्कल' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। उन्हें ‘कारीसाल भूमि' (दक्षिणी तमिलनाडु की गर्म और शुष्क भूमि) के लोगों और उनकी संस्कृति के चित्रण के लिए जाना जाता था । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी लेखक के निधन पर शोक जताया और कहा कि राजनारायणन का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। स्टालिन ने कहा, ‘‘हमने तमिल के सबसे बड़े कथाकार को खो दिया...कारीसाल साहित्य में उनके योगदान के लिए हमेशा उन्हें याद किया जाएगा।'' द्रमुक नेता ने लेखक को श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि उनके निधन से ‘‘कारीसाल साहित्य पर पूर्ण विराम लग गया है ।'' राजनारायणन का जन्म 1923 में तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में कोविलपट्टी के पास इदाईसेवल गांव में हुआ। अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक के पलानीस्वामी, पीएमके संस्थापक रामदास और एमडीएमके प्रमुख और राज्यसभा सदस्य वाइको ने भी राजनारायणन के निधन पर शोक प्रकट किया।
- नयी दिल्ली। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के बीच फंगल संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा अम्फोटेरिसिन- बी की उपलब्धता बढ़ाने के लिये एक योजना तैयार की है। रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडिविया ने मंगलवार एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुकोरमाईसिस (फंगल) के इलाज में काम आने वाली दवा अम्फोटेरिसिनबी की आवश्यकता और आपूर्ति स्थिति की समीक्षा की। हमने इसका घरेलू उत्पादन बढ़ाने के साथ दुनियाभर से इसका आयात करने के लिये विनिर्माताओं के साथ मिलकर एक रणनीति तैयार की है।'' मंत्री ने इस दौरान यह देखा की देश में अम्फोटेरिसिन-बी की आपूर्ति में कई गुणा वृद्धि हुई है।एक अन्य ट्वीट में मंत्री ने कहा, ‘‘हमने अम्फोटेरिसिन-बी की आपूर्ति पहले ही कई गुणा बढ़ा दी है। लेकिन वर्तमान में इसकी मांग अचानक बढ़ गई है। मैं आपको आश्वास्त करना चाहता हूं कि इस दवा को जरूरतमंद तक पहुंचाने के लिये हम जमीन आसमान जहां भी जाना होगा वहां जाने को प्रतिबद्ध हैं।'' मंत्री ने कहा कि दवा की कमी को जल्द से जल्द दूर कर लिया जायेगा। ‘‘हमने दवा वितरण के लिये सक्षम वितरण और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन की पूरी प्रणाली तैयार की है। कमी को जल्द दूर कर लिया जायेगा। मैं राज्यों से भी आग्रह करता हूं कि दवा का पूरी किफायत के साथ दिशानिर्देशों के अनुरूप इस्तेमाल करें।'' रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने कहा कि आपूर्ति की व्यवस्था पर राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) नजर रखेगा।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित दमन और दीव का दौरा करेंगे व चक्रवात ‘‘ताउते'' से उत्पन्न हुई परस्थिति और नुकसान का जायजा लेंगे। वह अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री सुबह साढ़े नौ बजे दिल्ली से रवाना होंगे और सीधे भावनगर पहुंचेंगे। यहां से वह हेलीकॉप्टर के जरिए उना, दीव, जाफराबाद और महुवा इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और नुकसान का जायजा लेंगे। अधिकारियों के मुताबिक वह अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे।केन्द्र शासित प्रदेश दमन और दीव दो जिलों (दमन और दीव) से मिलकर बना है। दोनों जिले भारत के पश्चिमी घाट पर लगभग 700 किमी की दूरी पर स्थित हैं। दमन इस केन्द्र शासित क्षेत्र का मुख्यालय है। दमन मुख्य भूमि पर स्थित है जबकि दीव एक द्वीप है। ज्ञात हो कि चक्रवात ‘‘ताउते'' से जुड़ी घटनाओं में गुजरात में कम से कम सात लोगों की जान चली गई जबकि इसकी वजह से तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि ताउते अब कमजोर होकर “चक्रवाती तूफान” में तब्दील हो गया है और जैसे-जैसे उत्तर की तरफ बढ़ेगा यह “गहरे दबाव” में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई और करीब 35 तालुका में एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश के कारण अहमदाबाद के कई इलाकों में दिन में घुटनों तक पानी भर गया।
- नयी दिल्ली । दुनिया भर से प्राप्त सहायता में से 19 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 11,325 ऑक्सीजन सांद्रक, 15,801 ऑक्सीजन सिलेंडर और करीब 6.1 लाख रेमडेसिविर की शीशियां विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को 27 अप्रैल से 17 मई के बीच वितरित की गईं। यह जानकारी मंगलवार को केंद्र सरकार ने दी। सरकार को विभिन्न देशों और संगठनों से 27 अप्रैल से ही कोविड-19 राहत चिकित्सीय आपूर्ति एवं उपकरण के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सड़क एवं वायु मार्ग से 11,325 ऑक्सीजन सांद्रक, 15,801 ऑक्सीजन सिलेंडर, 19 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 8526 वेंटिलेटर या बाईपैप और करीब 6.1 लाख रेमडेसिविर की शीशियां 27 अप्रैल से 17 मई के बीच रवाना की गई हैं। मंत्रालय ने बताया कि बड़ी खेप 16-17 मई को ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, भारत-स्विट्जरलैंड चैंबर ऑफ कॉमर्स से वेंटिलेटर बाईपैप और सीपैप (1056), रेमडेसिविर की शीशियां (57,893) के तौर पर प्राप्त हुई हैं।
- नयी दिल्ली ।सरकार द्वारा शुरू की गई हेल्पलाइन पर संपर्क कर 1000 से ज्यादा बच्चे और अभिभावक अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर चुके हैं जिनमें कोविड-19 पृथकवास वार्ड में अकेलापन और माता-पिता के संक्रमित होने के बाद उपजी आक्रामकता जैसी समस्याएं भी शामिल थीं। महामारी के दौरान प्रभावित बच्चों को मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) बच्चों को संवेदना (सेंसिटाइजिंग एक्शन ऑन मेंटल हेल्थ वल्नरेबिलिटी थ्रू इमोशनल डेवलपमेंट एंड नसेसरी एक्सेप्टेंस) के जरिये टेली काउंसिलिंग उपलब्ध करा रहा है। ‘संवेदना' एक टोल-फ्री हेल्पलाइन है, जिसे प्रभावित बच्चों के मनो-सामाजिक मानसिक सहयोग के लिये शुरू किया गया था। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक सितंबर 2020 से सात मई 2021 के बीच 1009 शिकायतों का समाधान किया गया। औरंगाबाद में एक कोविड-19 पृथकवास केंद्र के एक मामले में, 15 वर्षीय लड़की ने हेल्पलाइन पर बताया कि ज्यादा भाई-बहन होने की वजह से उसे माता-पिता से ज्यादा प्यार नहीं मिला जिससे वह व्यथित है और उसने माता-पिता के उसकी जल्दी शादी के दबाव के बारे में भी बताया। परामर्शदाताओं ने लड़की और उसके माता-पिता से बात की और उन्हें बच्ची की पढ़ाई को बढ़ावा देने को कहा।एक अन्य मामले में छह वर्षीय बच्चे के माता-पिता ने कानपुर से फोन किया और बच्चे के आक्रामक व्यवहार के बारे में चर्चा की, जो संक्रमित होने की वजह से एक पृथकवास केंद्र में था। परामर्शदाताओं ने बच्चे को कहानी सुनाने और खिलौनों से खेलने जैसी विभिन्न गतिविधियों से जोड़ने के सुझाव दिये। यह सेवा टोल-फ्री नंबर 1800-121-2830 पर सोमवार से शनिवार सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है। इस नंबर पर फोन करके वो बच्चे परामर्श ले सकते हैं, जो बात करने के इच्छुक हों। जब कोई बच्चा/देखभाल करने वाला/माता-पिता ‘संवेदना' पर संपर्क करते हैं तो उनकी बात सुरक्षित माहौल में पेशेवर परामर्शदाता से कराई जाती है। यह टोल-फ्री टेली-परामर्श सुविधा देशभर के बच्चों को तमिल, तेलुगू, कन्नड़, उड़िया, मराठी, गुजराती, बंगाली आदि जैसी विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में सहायता प्रदान करती है। इस सेवा की शुरुआत सितंबर 2020 में की गई थी।
- बैतूल। बैतूल शहर में 800 रुपये लेकर कोविड-19 टीकाकरण स्लॉट बुक करने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गंज पुलिस थाना प्रभारी प्रवीण कुमरे ने बताया कि 800 रुपये लेकर 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिये कोविड-19 टीकाकरण स्लॉट बुक करने के आरोप में नरेंद्र यादव एवं दिनेश कलमे को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। इन दोनों ने ‘वैक्सीन स्लॉट्स एवलेबल' नाम से एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया था और 800 रुपए लेकर ऑनलाइन स्लॉट बुक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद भट्ट ने शिकायत की थी।कुमरे ने बताया कि इन दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गये हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों आरोपियों को भादंवि की धारा 188 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोविन पोर्टल के माध्यम से पहले से बुक किए गए स्लॉट के आधार पर मध्य प्रदेश में 18-44 आयु वर्ग के लोगों को मुफ्त में टीका दिया जा रहा है।
- मेरठ। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से महज कुछ ही घंटों के भीतर अपने जुड़वा बेटों को खोने वाले शिक्षक ग्रेगरी रेमंड राफेल का कहना है कि ‘‘मैं जानता था, अगर लौटेंगे तो दोनों साथ, वरना कोई वापस नहीं आएगा। जन्म से लेकर जाने तक दोनों ने सब कुछ साथ-साथ किया।'' मेरठ में छावनी क्षेत्र के निवासी राफेल के जुड़वां बेटों जोफ्रेड वर्गीज ग्रेगरी और राल्फ्रेड जॉर्ज ग्रेगरी का जन्म महज तीन मिनट के अंतर पर हुआ था और दुर्भाग्य की बात है कि महज 24 साल की उम्र में दोनों की कोरोना वायरस संक्रमण से कुछ ही घंटों के भीतर मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, जोफ्रेड की 13 मई को मौत हुई। इसके कुछ घंटों बाद 14 मई को राल्फ्रेड ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पेशे से शिक्षक ग्रेगरी राफेल और उनकी पत्नी सोजा ग्रेगरी का परिवार अपने दोनों बेटों की मौत होने से एक झटके में बिखर गया। राफेल ने बताया, ‘‘राल्फ्रेड ने अस्पताल से आखिरी बार अपनी मां को कॉल किया था। उसने कहा था कि उसकी तबियत में सुधार है। उसने जोफ्रेड की तबियत के बारे में पूछा, लेकिन हमने उससे झूठ बोला। हमने उसे नहीं बताया कि जोफ्रेड अब इस दुनिया में नहीं है। हमने उसे बताया कि जोफ्रेड को दिल्ली के एक अस्पताल में भेजा जा रहा है, लेकिन शायद उसे पता था। उसने अपनी मां से साफ कहा कि आप झूठ बोल रही हैं।'' राफेल ने कहा, ‘‘अंदेशा तो पहले से था लेकिन राल्फ्रेड के फोन कॉल के बाद ऐसा लगा कि अगर मेरे बेटे वापस आएंगे, तो दोनों साथ आएंगे, नहीं तो कोई नहीं आएगा।'' उन्होंने बताया, ‘‘जो भी एक को होता था, दूसरे को भी होता था। जन्म से ही ऐसा था।'' राफेल के अनुसार, दोनों ने 23 अप्रैल को अपना 24वां जन्मदिन मनाया था। उन्होंने बताया कि जन्म, शिक्षा, नौकरी और यहां तक कि आगे के भविष्य की भी योजना दोनों ने साथ साथ बनाई थी। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि सब कुछ साथ करने वाले मेरे बेटे दुनिया भी साथ में ही छोड़ेंगे।'' राफेल ने बताया कि 24 अप्रैल को दोनों की तबीयत खराब होने पर शुरुआत में उन्हें घर में रखा गया, लेकिन ऑक्सीजन स्तर 90 पर पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि दोनों को एक मई को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई। दूसरी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन संक्रमण उनके फेफड़ों में फैल चुका था और तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। आनन्द अस्पताल के प्रशासक डॉ. मुनेश पंडित ने बताया, “वे फिट थे, अच्छे थे, 6 फुट उनकी लंबाई थी। अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की उन्हें बचाने की, लेकिन..... जोफ्रेड की 13 मई को और उसके कुछ ही घंटों बाद राल्फ्रेड की 14 मई को मौत हो गई।राफेल बताते हैं, ‘हमने बहुत संघर्ष किया है। वे हमें एक बेहतर जिंदगी देना चाहते थे। दोनों हैदराबाद से कोरिया और फिर जर्मनी जाने की योजना बना रहे थे। पता नहीं, भगवान ने हमें यह सजा क्यों दी।'' उन्होंने कहा कि दोनों जुड़वां बेटे एक दिन अचानक इस तरह साथ छोड़ देंगे, यह कल्पना भी नहीं की थी। राफेल कहते हैं, ‘ईश्वर ऐसा दिन कभी किसी दुश्मन को भी न दिखाए।
- नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के अंकों की गणना एवं सारणीबद्ध करने तथा इसे बोर्ड को भेजने की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है । अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी । सीबीएसई ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह अंकों को सारणीबद्ध करने की पूरी प्रक्रिया 11 जून तक पूरा कर लेगी और परिणाम 20 जून तक घोषित किये जायेंगे । हालांकि, कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति और कई राज्यों में लॉकडाउन लागू होने के कारण शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समयसीमा बढ़ाने का फैसला किया गया है ।सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, सीबीएसई शिक्षकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है । महामारी की स्थिति और कुछ राज्यों में लॉकडाउन तथा संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने तिथियों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, अंक 30 जून तक बोर्ड को भेज दिये जायेंगे। शेष गतिविधियों के बारे में सीबीएसई की योजना के आधार पर परिणाम समिति अपना कार्यक्रम तय कर सकती है।गौरतलब है कि सीबीएसई ने इस महीने के प्रारंभ में 10वीं बोर्ड की रद्द की गई परीक्षा के संबंध में अंकों की गणना का फार्मूला पेश किया था । यह परीक्षा देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दी गई थी । इस फार्मूले के तहत प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे और 80 अंकों की गणना वर्ष भर में कक्षा में विभिन्न परीक्षा या टेस्ट में छात्र को मिले अंकों के आधार पर होगी ।बोर्ड ने स्कूलों को परिणाम समिति का गठन करने को कहा था जिसमें अंकों को अंतिम रूप देने के लिये प्राचार्य और सात शिक्षक शामिल होंगे । स्कूल के पांच शिक्षक गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और दो भाषाओं के होंगे तथा दो शिक्षक पड़ोस के स्कूल के होंगे जो समिति में बाह्य सदस्य के रूप में होंगे । भारद्वाज ने कहा था आठ सदस्यीय स्कूली परिणाम समिति का गठन 5 मई तक किया जाना चाहिए । स्कूलवार तरीके से अंकों के वितरण एवं संबंधित दस्तावेज को अंतिम रूप देने का कार्य 10 मई तक हो जाए । जिन छात्रों ने वर्ष में पर्याप्त संख्या में टेस्ट में हिस्सा नहीं लिया है, उनका 15 मई तक टेलीफोन या ऑनलाइन माध्यम से मूल्यांकन किया जाए और परीक्षा परिणाम तैयार किया जाए ।गौरतलब है कि सीबीएसई ने 14 अप्रैल को 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने तथा 12वीं बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया था । इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय किया गया था ।
- नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में कोविड-19 से जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिवारों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर परिवार में किसी कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हुई है तो उस परिवार को 2,500 रुपये की मासिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वैसे बच्चे जिनके माता-पिता की मौत कोविड-19 की वजह से हो गई या जिन्होंने एकल अभिभावक को भी खो दिया तो उस बच्चे को उसकी उम्र 25 साल होने तक 2,500 रुपये की मासिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा सरकार उसकी शिक्षा का भी ध्यान रखेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली मंत्रिमंडल से पारित होने के बाद इन सभी घोषणाओं को लागू किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर के सभी 72 लाख राशनकार्ड धारकों को इस महीने मुफ्त में 10 किलोग्राम राशन दिया जाएगा। वहीं गरीब और जरूरतमंद को बिना राशन कार्ड के भी मुफ्त राशन दिया जाएगा।
- नयी दिल्ली। पद्म श्री से सम्मानित जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. के.के. अग्रवाल का कोरोना वायरस के कारण निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे। अग्रवाल के आधिकारिक ट्विटर अकांउट पर एक बयान में यह जानकारी दी गई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अग्रवाल को पिछले सप्ताह एम्स में भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर पर थे। बयान के अनुसार, कोविड-19 से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद'' सोमवार देर रात साढ़े 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। बयान में कहा गया, ‘वैश्विक महामारी के दौरान भी उन्होंने लोगों को शिक्षित करने के लगातार प्रयास किए और कई वीडियो तथा शैक्षिक कार्यक्रमों के जरिए करीब 10 करोड़ लोगों तक पहुंचे और अनेक लोगों की जान बचाई। वह चाहते थे कि उन्हें खुश होकर याद किया जाए दुखी होकर नहीं।
- देहरादून। उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय स्थित बदरीनाथ के कपाट शीतकाल में छह माह बंद रहने के बाद मंगलवार तड़के ब्रह्ममुहूर्त में खोल दिए गए। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अन्य धामों की तरह बदरीनाथ के कपाट खोले जाने के दौरान भी श्रद्धालुओं को उपस्थित रहने की अनुमति नहीं दी गई।पूरे विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मेष लग्न पुष्य नक्षत्र में प्रात: सवा चार बजे भगवान बदरीविशाल के पट खोल दिए गए। इस दौरान तीर्थ पुरोहित, प्रशासनिक अधिकारियों समेत वहां उपस्थित कुछ ही लोग प्रज्ज्वलित अखंड ज्योति के गवाह बन पाए। मुख्य पुजारी रावल ईश्वरीप्रसाद नंबूदरी ने गर्भगृह में प्रवेश कर भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी को उनकी गद्दी पर विराजमान किया। इसके बाद अन्य देवताओं को मंदिर गर्भगृह में विराजमान किया गया।इस दौरान मंदिर को करीब बीस क्विंटल फूलों से सजाया गया था। कपाट खुलने के दौरान मास्क पहनने और सामाजिक दूरी रखने जैसे नियमों का पूरा पालन किया गया। बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रथम महाभिषेक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से किया गया और भगवान से जनकल्याण एवं आरोग्यता की कामना की गई। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बदरीनाथ के कपाट खुलने पर सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी तथा आग्रह किया कि वे अपने घरों में रहकर पूजा पाठ करें। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कपाट खुलने पर प्रसन्नता जताई कहा कि कोरोना वायरस की समाप्ति के बाद चारधाम यात्रा पुन: शुरू होगी।उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि फिलहाल चारधाम यात्रा की अनुमति नहीं है लेकिन स्थितियां सामान्य होने पर यात्रा को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जा सकता है। बदरीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही सभी चारों धामों के कपाट खुल गए हैं। इससे पहले 17 मई को केदारनाथ के कपाट खुले थे जबकि 14 मई को यमुनोत्री और 15 मई को गंगोत्री के कपाट खोले गए थे। गढ़वाल हिमालय के चारधामों के नाम से मशहूर इन धामों के कपाट हर साल सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद अप्रैल-मई में श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं।गढ़वाल की आर्थिकी की रीढ़ माने जाने वाली चारधाम यात्रा पर भी कोविड-19 का साया पड़ गया है। पिछले साल नियत समय से देर से शुरू हुई चारधाम यात्रा को इस बार भी संक्रमण के मामलों में वृद्धि होने के चलते फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। चारधाम यात्रा को स्थगित करने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि धामों के कपाट अपने नियत समय पर ही खुलेंगे लेकिन वहां केवल तीर्थ पुरोहित ही नियमित पूजा करेंगे।----
- नोएडा। गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर मरीजों को ऑक्सीजन औरप्लाज्मा सहित अन्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए एक वेबसाइट शुरू की है। अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) पुष्पांजलि ने बताया कि 17 मई को ‘स्वास्थसेवा डॉट कॉम' नाम से यह बेबसाइट लांच की गई है। उन्होंने बताया कि यह वेबसाइट गौतमबुद्ध नगर पुलिस,सीईई यंग इंडियन, काइट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन तथा ओम फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि इस वेबसाइट के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को भोजन, ऑक्सीजन, प्लाज्मा, चिकित्सा परामर्श और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि लोग प्लाज्मा के लिए 885106643 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं जबकि 9871696997 नंबर वे पर वे लोग संपर्क कर सकते हैं जो प्लाज्मा दान करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि लोग ऑक्सीजन या भोजन के लिए फोन नंबर 9971009001 पर संपर्क कर सकते हैं। file photo
- जबलपुर (मप्र)। मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित शासकीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के संदिग्ध एक मरीज ने रविवार की शाम को कथित रूप से गला रेत कर आत्महत्या कर ली। मृत्यु के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मृतक (30 वर्षीय)के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर हत्या का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है।गढ़ पुलिस थाना प्रभारी राजेश तिवारी ने सोमवार को बताया कि पाटन निवासी गणेश सिंह को उपचार के लिए 14 मई को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के वार्ड नंबर 3 में भर्ती किया गया था। मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी तथा खांसी आ रही थी। उन्होंने कहा कि मरीज शादीशुदा था तथा उसकी तीन साल की एक बच्ची है। मरीज की 15 मई को कोरोना जांच की गई थी। तिवारी ने बताया कि इस व्यक्ति ने रविवार की शाम लगभग 6:30 बजे वार्ड के अंदर ही फल काटने वाले चाकू से अपना गला रेत लिया। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा तत्काल उसका उपचार शुरू किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। तिवारी ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा रविवार रात लगभग 8:15 घटना की सूचना पुलिस को दी गई। परिजन करीब रात 11:00 बजे अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि परिजनों ने बताया कि रविवार को दिन में फोन कर मरीज ने उन्हें बताया था कि अस्पताल में उसका कोई उपचार नहीं हो रहा है। उपचार के नाम पर अस्पताल प्रबंधन प्रताडि़त कर रहा है। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज करवा लिया जाए। तिवारी ने बताया कि परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर उसकी हत्या का आरोप लगाया और घटना की न्यायिक जांच करवाने का आवेदन दिया है। आवेदन को अग्रिम कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर के पास भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि सोमवार सुबह डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि युवक की रिपोर्ट निगेटिव आई है।तिवारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विस्तृत जांच जारी है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन डॉ पी के कसार ने बताया युवक ने फल काटने वाली चाकू से गला रेत कर आत्महत्या की है। इस घटना के बाद सुरक्षाकर्मियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि मरीज को अपने साथ धारदार वस्तु रखने की अनुमति नहीं दी जाए। file photo
- झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के गरौठा क्षेत्र में कार और दो मोटरसाइकिलों के बीच जबरदस्त टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गयी तथा चार अन्य घायल हो गये। पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिषेक राहुल ने सोमवार को बताया कि 16/17 मई की मध्य रात्रि को गुरसराय से कोटरा की ओर जा रही एक कार की गरौठा थाना क्षेत्र के कुरेठा इलाके के पास सामने से आ रही दो मोटरसाइकिलों के साथ जबर्दस्त टक्कर हो गयी। राहुल ने बताया कि इस हादसे में घनाराम (60), प्रेमचंद (40), धर्मेंद्र (28) तथा कृष्णा (तीन) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि संदीप (30) ने आज मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि हादसे में चार अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है।
- नयी दिल्ली। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने बताया कि भारतीय रेल ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस की मदद से सोमवार सुबह तक रिकॉर्ड 10,000 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन की ढुलाई की है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस सेवा 19 अप्रैल को मुंबई से शुरू हुई थी और 13 राज्यों को अभी तक इसका लाभ मिला है।शर्मा ने कहा, ‘‘सोमवार सुबह तक ऑक्सीजन एक्सप्रेस से रिकॉर्ड 10,000 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन का परिवहन किया गया है... ऑक्सीजन एक्सप्रेस 13 राज्यों को ऑक्सीजन पहुंचा रही है।'' उसने बताया कि पश्चिम रेलवे ने रविवार को 137 टन और सोमवार को 151 टन ऑक्सीजन देश के विभिन्न भागों से गुजरात पहुंचायी। पश्चिम रेलवे 25 अप्रैल से ऑक्सीजन टैंकरों की ढुलाई कर रहा है और औसतन रोजाना 134 टन ऑक्सीजन की ढुलाई करता है।
- नयी दिल्ली। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि वृद्धजनों के लिए सरकारी हेल्पलाइन 'एल्डरलाइन' पर अप्रैल-मई में पांच राज्यों से 475 कार्रवाई योग्य कॉल आए। मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि 'एल्डरलाइन' पांच राज्यों -- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु और कर्नाटक में चालू है। उसमें बताया गया है कि तेलंगाना में, यह सुविधा एक साल से अधिक समय से काम कर रही है।सरकार ने कहा कि मई के अंत तक सभी राज्यों में इस सेवा को शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।मंत्रालय की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 28 अप्रैल से तमिलनाडु से 71 , मध्य प्रदेश से 163, राजस्थान से 25 और कर्नाटक से 122 कार्रवाई योग्य कॉल कॉल प्राप्त हुए। बयान में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 14 मई को हेल्पलाइन शुरू की गई थी, वहां से कुल 94 कार्रवाई योग्य कॉल प्राप्त हुईं हैं। इन कॉल सेंटरों पर टोल फ्री नंबर 14567 के जरिए संपर्क किया जा सकता है और मंत्रालय ने सभी वृद्धजनों को इस सुविधा का उपयोग करने की सलाह दी है। ‘एल्डरलाइन' टाटा ट्रस्ट और एनएसई फाउंडेशन की सहायता से शुरू की गई थी।
- नयी दिल्ली ।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि कोविन पोर्टल अगले सप्ताह तक हिंदी और 14 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध रहेगा जबकि कोविड-19 स्वरूपों की निगरानी के लिए 17 और प्रयोशालाओं को जोड़ा जाएगा। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में सोमवार को कोविड-19 पर हुई उच्च स्तरीय मंत्रिमंडल समूह (जीओएम) की 26वीं बैठक के दौरान इन निर्णयों की घोषणा की गई। मंत्रालय ने कहा कि हर्षवर्धन ने मंत्रिमंडल सहयोगियों को बताया कि नमूनों की जांच को बढ़ाने के लिए आईएनएसएसीओजी नेटवर्क में 17 नयी प्रयोगशालाओं को जोड़ा जाएगा। ‘दी इंडियन सार्स-सीओवी2 कॉनसोर्टियम ऑन जीनोमिक्स (आईएनएसएसीओजी)' देशभर में फैली दस राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का समूह है जिसकी स्थापना स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बीते वर्ष 25 दिसंबर को की थी। इस समिति का काम कोरोना वायरस की जीनोम श्रृंखला तैयार करना और जीनोम के स्वरूपों तथा महामारी के बीच संबंध तलाशना है। हर्षवर्धन ने कहा, '' भारत में 26 दिन बाद पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों की संख्या गिरकर तीन लाख से नीचे चली गई है। साथ ही, पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,01,461 की गिरावट दर्ज की गई है।'' उन्होंने देश की पहली कोविड-रोधी दवा 2-डीजी जारी करने के लिए रक्षा वैज्ञानिकों के प्रयासों और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। स्वास्थ्य मंत्री ने सदस्यों को सूचित किया कि यह दवा देश में महामारी से निपटने में बेहद अहम साबित हो सकती है क्योंकि इस दवा के उपयोग से कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन सहायता की निर्भरता कम हो सकती है। बयान के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए केंद्र राज्यों की लगातार सहायता कर रहा है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 4.22 करोड़ से अधिक एन-95 मास्क, 1.76 करोड. पीपीई किट, 52.64 लाख रेमडेसिविर टीके और 45,066 वेंटिलेटर वितरित किए जा चुके हैं। इसके मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने जीओएम को सूचित किया कि कोविन पोर्टल अगले सप्ताह तक हिंदी और 14 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। एनसीडीसी के निदेशक डॉ सुजीत सिंह ने भारत में दर्ज किए जा रहे सार्स-सीओवी-2 के स्वरूपों और चिंताजनक स्वरूपों (वीओसी) को लेकर विस्तृत रिपोर्ट पेश की।
- नयी दिल्ली। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने सोमवार को कहा कि अब तक रेलवे के करीब 4.32 लाख कर्मचारियों को कोविड-19 टीका लगा है और बाकी कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए राज्यों पर जोर डाला जा रहा है। कुछ दिन पहले ही सरकार ने राज्यों को पत्र लिखकर निर्देश दिया था कि वे अपने कोटे के निशुल्क टीकों का उपयोग केवल सरकार द्वारा तय किए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों अथवा 45 साल से अधिक आयु वाले लोगों के टीकाकरण के लिए करें। सरकार द्वारा तय की गई अग्रिम मोर्चे के कर्मियों की सूची में रेलवे कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है, जिसको लेकर रेलवे यूनियन लंबे समय से शिकायत कर रही हैं। सुनीत शर्मा ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा, '' रेलवे ने अब तक करीब 4.32 लाख कर्मचारियों का टीकाकरण किया है। बाकी बचे कर्मचारियों को कोविड-19 टीका लगाए जाने के लिए हम राज्यों के साथ संपर्क में हैं। पहला चरण 45 वर्ष एवं उस्से अधिक आयु वाले लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों एवं आरपीएफ कर्मियों जैसे अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के लिए था। इनका टीकाकरण पूर्ण हो चुका है।'' उन्होंने कहा, '' हम राज्यों के सपंर्क में हैं क्योंकि रेलवे आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई करती है। हम ऑक्सीजन एक्सप्रेस और यात्री सेवा का संचालन करते हैं। हम राज्य सरकारों पर हमारे लोगों का जल्द टीकाकरण करने का जोर डाल रहे हैं।-file photo
- नयी दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के शिक्षा सचिवों के साथ बैठक की जिसमें कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा व्यवस्था के प्रबंधन और स्कूलों में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कक्षाओं से जुड़ी रणनीतियों के बारे में चर्चा की गई। अधिकारियों के मुताबिक, 12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के मुद्दे पर भी चर्चा हुई और इस संदर्भ में राज्यों से सुझाव मांगे गए। सीबीएसई ने पहले ही घोषणा कर दी है कि एक जून या इसके बाद समीक्षा की जाएगी और फिर लंबित बोर्ड परीक्षाओं के बारे में फैसला किया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं पहले ही रद्द हो चुकी हैं और मूल्यांकन की नीति की घोषणा कर दी गई है। अभिभावकों एवं छात्रों का एक वर्ग मांग कर रहा है कि 10 वीं कक्षा की परीक्षा की तरह 12 वीं की परीक्षा रद्द की जाए और मूल्यांकन की समान नीति लागू की जाए। बैठक में शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि महामारी के बावजूद केंद्र और राज्य सरकारों तथा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) जैसी एजेंसियों ने शिक्षा व्यवस्था को ऑनलाइन जारी रखा और जेईई और नीट (स्नातक) जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाएं भी कराईं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास और प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करना है कि हमारे विद्यालयों और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले 24 करोड़ छात्र-छात्राओं की शिक्षा जारी रहे। हम अपने घरों को कक्षाओं के रूप में परिवर्तित करने में सफल रहे हैं। हमने यह सुनिश्चित करके भी एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि किसी भी छात्र को एक वर्ष का नुकसान नहीं हो।'' मंत्री ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग और एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा कि देश कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है जो पिछली लहर से भी बड़ी चुनौती है। शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि पढ़ाने की ऑनलाइन और ऑफलाइन पद्धतियों को मिलाकर एक मिश्रित शिक्षा प्रदान करने के लिए उपायों पर विचार करने की जरूरत है।
- इंदौर। इंदौर के एक सरकारी अस्पताल में सोमवार को कथित तौर पर चूहों ने नवजात बच्चे की एड़ी कुतर दी। इस घटना से सकते में आए अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में जांच समिति बना दी है। शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवाईएच) के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बताया, "हमारे अस्पताल की नर्सरी (वह स्थान जहां नवजात बच्चों को देख-भाल के लिए रखा जाता है) में एक बच्चे की एड़ी चूहों द्वारा कुतरे जाने का मामला सामने आया है। हम मामले की विस्तृत जांच करेंगे।" उन्होंने बताया कि घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है जिसमें एमवाईएच के दो डॉक्टर और एक प्रशासकीय अधिकारी शामिल हैं। एमवाईएच अधीक्षक ने चूहों के कथित हमले के शिकार नवजात बच्चे की पहचान का तुरंत खुलासा नहीं किया और घटना का विस्तृत विवरण भी नहीं दिया।-File photo
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राज्यों और जिलों के क्षेत्रीय अधिकारियों से संवाद करेंगे और कोविड-19 महामारी के दौरान उनके अनुभव सुनेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मोदी जिन राज्यों और जिलों के क्षेत्रीय अधिकारियों से बातचीत करेंगे उनमें से कई जिलों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बहुत तेजी देखी गई है। बयान में कहा गया, ‘‘विभिन्न राज्यों और जिलों में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में क्षेत्रीय स्तर के अधिकारियों द्वारा आगे बढ़कर नेतृत्व किया जा रहा है। उनमें से कई ने अच्छी पहल की हैं और कल्पनाशील समाधान लागू किए हैं।'' बयान के मुताबिक इन पहलों की सराहना से प्रभावी प्रतिक्रिया योजना के विकास, आवश्यक नीतिगत हस्तक्षेपों की लक्षित रणनीति कार्यान्वयन और समर्थन देने में सहायता मिलेगी। बयान में कहा गया, ‘‘अधिकारी विशेष रूप से अर्ध शहरी और ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री के साथ होने वाले इस संवाद के माध्यम से मिले सुझावों और सिफारिशों के अलावा कुछ सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को साझा करेंगे।'' बैठक में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के अधिकारी भाग लेंगे।
- नई दिल्ली। कोविड रोगियों के लिए टू-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोस दवा की पहली खेप आज जारी की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इसे जारी किया।रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने डॉक्टर रेड्डीज़ लैब के साथ मिलकर इस दवा को विकसित किया है। भारतीय औषधि महानियंत्रक ने हाल ही में इस दवा के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि टू-डी जी दवा आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि संकट के समय में यह दवा आशा की नई किरण लेकर आई है। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे कोविड रोगियों की ऑक्सीजन पर निर्भरता 40 प्रतिशत कम होगी। कोविड-19 महामारी से संघर्ष में केन्द्र सरकार के प्रयासों के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सभी समस्याओं का समाधन हुआ है।उन्होंने कहा कि आवश्यक चिकित्सकीय उपकरणों, ऑक्सीजन, बिस्तरों और दवाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में ऑक्सीजन के उत्पादन में उल्लेखनीय तेजी लाई गई है। रक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान आवश्यक वस्तुओं की सहायता उपलब्ध कराने में सेना निरन्तर प्रयास कर रही है।डॉक्टर हर्षवर्धन ने कोविड रोधी दवा टू-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोस विकसित करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन तथा डॉक्टर रेड्डीज़ लैब के वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह दवा वैज्ञानिकों की एक साल की कड़ी मेहनत का नतीजा है।डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि कोरोना वायरस को बढऩे से रोकने में यह दवा काफी हद तक प्रभावी है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को निरन्तर सुदृढ़ कर रही है। देश में प्रेशर स्विंग एडर्जोप्शन संयंत्र लगाने के प्रयास किये जा रहे हैं और यह काम दो से तीन महीनों में पूरा कर लिया जायेगा। डॉक्टर रेड्डीज़ लैब अगले महीने से टू-डी जी दवा का अधिक मात्रा में उत्पादन करेगी। यह दवा केवल अस्पतालों द्वारा कोविड मरीजों को दी जायेगी। टू-डी जी दवा पाउडर के रूप में उपलब्ध है जिसे पानी में घोलकर लेना होता है। यह दवा संक्रमित कोशिकाओं में पहुंचकर वायरस को बढऩे से रोकती है।रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन की प्रयोगशाला नाभकीय औषधि और संबद्ध विज्ञान ने डॉक्टर रेड्डीज़ लेबोरेटरीज़ के साथ मिलकर टू-डी जी दवा विकसित की है। नैदानिक परीक्षणों के नतीजों में पाया गया है कि यह दवा अस्पतालों में भर्ती मरीजों के जल्दी स्वस्थ होने और पूरक ऑक्सीजन पर निर्भरता कम करने में मदद करती है।भारतीय औषधि महानियंत्रक ने मध्यम से गम्भीर श्रेणी वाले कोविड मरीजों के उपचार में इसे सहायक दवा के रूप में इस्तेमाल की मंजूरी दी है। जेनरिक दवा और ग्लूकोज़ के रूप में होने की वजह से इसका देश में आसानी से उत्पादन हो सकता है तथा उपलब्ध हो सकती है।
- नयी दिल्ली। वेदांता लिमिटेड ने रविवार को हरियाणा के गुरुग्राम में 100 बिस्तरों वाले फील्ड अस्पताल के उद्घाटन की घोषणा की। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘देश के 10 शहरों में कोविड-19 मरीजों की देखभाल के लिये 1,000 गहन चिकित्सा बिस्तरों को तैयार करने के अपने वादे को पूरा करते हुये ... हरियाणा के गुरुग्राम स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 100 बिस्तरों के फील्ड अस्पताल के उद्घाटन की घोषणा करते हैं।'' हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को इस चिकित्सा सुविधा का दौरा किया। यह अस्पताल अगले सप्ताह चालू हो जायेगा। गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बनाये गये इस फील्ड अस्पताल में कोविड-19 मरीजों को समय पर जरूरी चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिये आधुनिक सुविधायें उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें 90 बिस्तरे आक्सीजन सुविधा के साथ और 10 बिस्तरे वेंटीलेटर समर्थन के साथ हैं। वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा, ‘‘कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश के लिये काफी गंभीर रही है ... 100 बिस्तरों का यह फील्ड अस्पताल जिले के अस्पताल को जरूरी समर्थन उपलब्ध करायेगा।
- नई दिल्ली। दिल्ली में दो अफ्रीकी नागरिकों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के बहाने लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान नाइजीरिया निवासी चीमा बेनेथ (42) और घाना के रहने वाले जोनाथन कोजो (44) के रूप में हुई है।अधिकारियों ने बताया कि पांच मई को, एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसे अपने रिश्तेदार के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी, जो कोविड-19 से पीडि़त था और सोशल मीडिया पर एक फोन नंबर मिलने के बाद, उसने आरोपी से संपर्क किया, जिसने उसे एक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए 16 हजार और 4 हजार रुपये परिवहन शुल्क के रूप में देने को कहा, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने 20, हजार रुपये उनके खाते में अंतरित कर दिए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने आश्वासन दिया कि सिलेंडर उसके पते पर पहुंच जाएगा। हालांकि, पीडि़त को कोई सिलेंडर नहीं मिला और जब उसने आरोपी से संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्होंने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शिबेश सिंह ने कहा, "जांच के दौरान, यह पाया गया कि विदेशी नागरिक भारत भर में फैले धोखाधड़ी रैकेट में शामिल थे। पुलिस ने आरोपी बेनेथ को दक्षिणी दिल्ली के ग्रीन पार्क से गिरफ्तार किया। उसके खुलासे के आधार पर, उसके सहयोगी आरोपी कोजो को भी शनिवार को पकड़ा गया।