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- ग्रीन बे (अमेरिका। विस्कॉन्सिन के कसीनो रेस्तरां में शनिवार रात एक बंदूकधारी की गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गयी एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने हमलवार को मार गिराया। ब्राउन काउंटी के शेरिफ (काउंटी के शीर्ष अधिकारी) लेफ्टिनेंट केविन पवलाक ने कहा कि जांच अधिकारियों का मानना है कि बंदूकधारी किसी खास आदमी की तलाश में था। पवलाक ने बताया, हमलवार किसी खास व्यक्ति की तलाश में था जो वहां मौजूद नहीं था। इसके बावजूद उसने वहां कुछ लोगों पर गोलीबारी की।'' घटना को अंजाम देने वाले बंदूकधारी या मृत लोगों की पहचान अभी उजागर नहीं की गयी है। ग्रीन बे के पश्चिमी हिस्से में ओनेडा नेशन द्वारा संचालित ओनेडा कसीनो में रात साढ़े सात बजे यह घटना हुई।-file photo
- तोक्यो। उत्तरी जापान में शनिवार तड़के तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, लेकिन इससे सुनामी आने का कोई खतरा नहीं है। इस भूकंप में जान-माल का नुकसान होने की अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।जापान मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 6.6 थी और इसका केंद्र उत्तरी जापान में मियागी के तट के पास 60 किलोमीटर गहराई में था। इसी इलाके में मार्च 2011 में आए भीषण भूकंप और सुनामी से करीब 20,000 लोगों की मौत हो गई थी।
- वाशिंगटन। दुनियाभर के ग्लेशियरों (हिमनदों) के त्रि-आयामी उपग्रह मापन से पता चला है कि वे तेजी से पिघल रहे हैं और 15 साल पहले की तुलना में प्रति वर्ष इनकी 31 प्रतिशत हिम खत्म हो रही है। वैज्ञानिक इसके लिये मानव-जनित जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार मान रहे हैं।बुधवार को 'नेचर' नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्यनन में वैज्ञानिकों ने हाल ही में सामने आए 20 वर्ष के आंकड़ों का इस्तेमाल कर गणना की है कि दुनियाभर के 2 लाख 20 हजार पर्वतीय ग्लेशियर 2015 से प्रतिवर्ष 328 अरब टन बर्फ खो रहे हैं। अध्ययन का नेतृत्व करने वाली ईटीएच ज्यूरिक तथा फ्रांस की यूनिवर्सिटी ऑफ तुलूस में हिमनद विज्ञानी रोमेन ह्यूगोनेट ने कहा कि 2015 से 2019 के बीच बर्फ पिघलने की औसत वार्षिक दर साल 2000 से 2004 के बीच की अवधि की तुलना में 78 अरब टन अधिक है। यह दर बीते 20 साल में दोगुनी हो गई है, जो कि बहुत अधिक है। आधे ग्लेशियरों का ह्रास अमेरिका और कनाडा में हो रहा है। ह्यूगोनेट ने कहा कि अलास्का उन स्थानों में से एक है, जहां ग्लेशियरों के पिघलने की दर सबसे अधिक है। कोलंबिया में प्रतिवर्ष 115 फुट ग्लेशियर बर्फ पिघल जाती है। अध्ययन में पता चला है कि दुनिया के लगभग सभी ग्लेशियर पिघल रहे हैं। तिब्बत में स्थित ग्लेशियर जो स्थिर रहा करता था, वह भी इससे अछूता नहीं रहा है।
- लंदन। भारत में कोरोना वायरस के बेहताशा मामले आने और बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के बीच ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स ने भारत की मदद की अपील करते हुए कहा कि दक्षिण एशियाई देश ने अन्य मुल्कों की मदद की थी अब उसकी मदद करने की जरूरत है।ब्रिटेन के सिंहासन के 72 वर्षीय उत्तराधिकारी ने यह विश्वास जताया कि एक साथ मिलकर यह लड़ाई जीत ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में जो लोग महामारी का दंश झेल रहे हैं वह उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। क्लेरेंस हाउस की ओर से जारी बयान में राजकुमार चार्ल्स ने कहा, " एक साल से अधिक समय के दौरान इस महामारी ने दुनियाभर में हमपर विनाशकारी प्रभाव डाला है। इस हफ्ते हमने भारत में कोविड-19 की जो भयावह तस्वीरें देखी हैं उससे मैं काफी दुखी हूं।" चाल्र्स के परोपकारी संगठन 'ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट' ने लोगों से भारत की मदद करने की अपील की है।उन्होंने कहा, " मुझे उम्मीद है कि हममें से और लोग जरूरत के समय भारत में लोगों की मदद करने के लिए सहायता देंगे। " ब्रिटेन के तख्त के उत्तराधिकारी ने कहा, " कई अन्य लोगों की तरह मुझे भारत काफी पसंद है और मैंने देश की कई बार शानदार यात्रा की है। भारत ने मुश्किल समय में अन्य देशों की मदद की है। चूंकी भारत ने अन्य की मदद की है, इसलिए हमें भारत की मदद करनी चाहिए।" उन्होंने कहा, " हम एक साथ यह लड़ाई जीतेंगे।"
- काठमांडू। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को सलाह दी कि वे किसी तीसरे देश में जाने के लिए नेपाल रुकने से बचें। नेपाल ने कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए ऐसे विदेशी नागरिकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो किसी अन्य देश जाने के रास्ते में नेपाल में रुकते हैं। यह प्रतिबंध आज यानी 28 अप्रैल से अगले आदेश तक लागू होगा। भारतीय दूतावास ने इसी अधिसूचना के हवाले से अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी तीसरे देश जाने के लिए नेपाल आने से बचें।
- वाशिंगटन/लंदन। दुनिया के कई देशों ने कोरोना वायरस के अप्रत्याशित मामलों का सामना कर रहे भारत में जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन सिलेंडरों और अन्य मशीनों-उपकरणों की मदद भेजी है। भारत कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और पिछले कुछ दिनों से रोज संक्रमण के तीन लाख से ज्यादा मामले आ रहे हैं तथा कई शहरों में चिकित्सकीय ऑक्सीजन और बेड की किल्लत पैदा हो गयी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, ‘‘हम मदद की पूरी श्रृंखला तत्काल भेज रहे हैं जिसकी उन्हें जरूरत है। इनमें रेमडेसिविर और अन्य दवाएं भी शामिल हैं। '' बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सोमवार को विस्तार से चर्चा की थी और इस घातक बीमारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में देश के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की थी।ब्रिटेन ने पुष्टि की है कि महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की पहली खेप के बाद 400 और ऑक्सीजन सांद्रक भारत भेजे जाएंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद के अपने साप्ताहिक ‘प्राइम मिनिस्टर्स क्वेश्चन्स' (पीएमक्यू) सत्र की शुरुआत भारत के साथ एकजुटता के संदेश के साथ की और कहा कि आगे की जरूरतों के बारे में भारत सरकार के साथ चर्चा चल रही है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ब्रिटेन भारत को सहायता की आपूर्ति करने वाला पहला देश है जहां से 200 वेंटिलेटर और 95 ऑक्सीजन सांद्रकों की खेप मंगलवार को नयी दिल्ली पहुंची और उसे भारतीय अस्पतालों में वितरित किया जा रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि उनका देश कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत को एक करोड़ डॉलर की मदद मुहैया कराएगा। ट्रूडो ने कहा है कि विदेश मंत्री मार्क गार्नो की भारत में अपने समकक्ष एस जयशंकर से बात हुई है कि कनाडा किस तरह की मदद मुहैया करा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम कनाडा रेड क्रॉस के जरिए भारतीय रेड क्रॉस को एक करोड़ डॉलर मुहैया कराने को भी तैयार हैं।''सिंगापुर सरकार ने ऑक्सीजन सिलेंडरों की खेप भारत भेजी है। ‘चैनल न्यूज एशिया' की खबर के अनुसार, सिंगापुर की वायुसेना ने सिंगापुर से पश्चिम बंगाल के लिए दो सी-130 विमानों से ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाये। न्यूजीलैंड कोविड-19 के बढ़ते मामलों से जूझ रहे भारत की मदद के लिए रेड क्रॉस को करीब 7,20,365 अमेरिकी डॉलर की राशि देगा। विदेश मंत्री ननाइया महुता ने बुधवार को यह घोषणा की। महुता ने कहा, ‘‘इस मुश्किल वक्त में हम भारत के साथ हैं और जिंदगियों को बचाने के लिए निरंतर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चा के कर्मियों के प्रयासों की सराहना करते हैं।'' भारतीय-अमेरिकी गैर लाभकारी संगठन (एनजीओ) ‘सेवा इंटरनेशनल यूएसए' ने भारत में कोविड-19 राहत कार्यों के लिए सोशल मीडिया के जरिए करीब 47 लाख डॉलर की धनराशि जुटायी है। निधि जुटाने का अभियान शुरू करने के 100 घंटों से भी कम वक्त में 66,700 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों ने भारत में कोविड-19 राहत कार्यों के लिए 47 लाख डॉलर से अधिक की धनराशि जुटायी।
- न्यूयार्क। अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पूरी तरह टीकाकरण करवा चुके अमेरिकियों को अजनबियों की बड़ी भीड़ छोड़कर अन्यत्र मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कि जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाया है, वे भी कुछ स्थितियों को छोड़कर बिना मास्क लगाये बाहर जा सकते हैं। रोग नियंत्रण एवं रोकथम केंद्र (सीडीएस) ने कोरोना वायरस महामारी से सामान्य जनजीवन की ओर बहुत ही सधे उपायों के तहत मंगलवार को नये दिशानिर्देश जारी किये। इस महामारी के कारण अमेरिका में 5,70,000 लोगों की जान गयी है । पिछले एक साल से सीडीसी अमेरिकियों को बाहर जाने पर किसी भी अन्य व्यक्ति से छह फुट के फासले पर मास्क लगाने की सलाह देता रहा है। सीडीसी के रूख में यह बदलाव तब आया है जब अमेरिका में आधे से अधिक वयस्कों को कोरोना वायरस टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है और एक तिहाई से अधिक पूरी तरह टीकाकरण से गुजर चुके हैं। बर्मिंघम के अलबामा विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइक साग ने इस बदलाव का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘ यह आजादी की वापसी है। यह हमारा सामान्य जनजीवन की ओर लौट पाना है। ....'' संकट के समय अपने मार्गदर्शन में सावधान रहे सीडीसी ने उन बातों पर मुहर लगायी है जो कई सप्ताहों से अमेरिकी करते आ रहे हैं। सीडीसी के अनुसार ‘‘पूरी तरह टीकाकरण करा चुके हों या नहीं, ऐसे लोग जब बाहर अकेले या परिवार के सदस्यों के साथ जाते हैं, मोटरसाइकिल या पैदल जाते हैं तो उन्हें मास्क लगाने की जरूरत हैं , वे पूरी तरह टीकाकरण करवा चुके अन्य लोगों के साथ बंद सभागार में बिना मास्क जा सकते हैं।'' दिशानिर्देशों के तहत टीकाकरण नहीं करवाये लोग- यानी जिसने फाइजर, मोर्डना, जॉनसन के टीके नहीं लगाये हो, उन्हें बाहरी कार्यक्रम में मास्क लगाना है। ऐसे स्थानों पर अन्य लोग भी बिना टीके वाले हो सकते हैं। उन्हें बाहरी रेस्तरां में मास्क लगाना चाहिए। सीडीसी के अनुसार पूर्ण टीकाकरण करवा चुके लोगों को ऐसी स्थितियों में चेहरा ढंकने की जरूरत नहीं है। हालांकि कंसर्ट या खेलकूद जैसे भीड़भाड़ वाले खुले कार्यक्रमों में सभी को मास्क लगाना चाहिए।
- वैंडेनबर्ग । कैलिफोर्निया से अमेरिका के एक जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया। वैंडेनबर्ग वायु सेना अड्डे से यूनाइटेड लॉन्च अलायंस डेल्टा IV हेवी रॉकेट के जरिये एनआरओएल-82 उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया। प्रक्षेपण के दूसरे चरण के पूरा होने तक पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गयी और उपग्रह पर सुरक्षात्मक कवर लगाया गया था। बाद में नेशनल रिकोनेसंस ऑफिस (एनआरओ) के अनुरोध पर वीडियोग्राफी रोक दी गयी। एनआरओ एक सरकारी एजेंसी है जो अमेरिकी खुफिया उपग्रहों के विकास, निर्माण, प्रक्षेपण और रख रखाव का जिम्मा संभालती है।
- नयी दिल्ली । थाईलैंड ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के चलते भारत से लोगों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्ली स्थित थाई दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत से थाईलैंड में एक मई से प्रवेश के लिए गैर थाई नागरिकों को जारी किए गए प्रमाणपत्र रद्द किए जा रहे हैं। इसने कहा, ‘‘एक मई से भारत से थाईलैंड में प्रवेश के लिए गैर थाई नागरिकों को जारी किए गए प्रमाणपत्र अगले आदेशों तक निलंबित रहेंगे।'' दूतावास ने पूर्व में कहा था कि वह एक मई, 15 मई और 22 मई को नयी दिल्ली से बैंकॉक के लिए उड़ानों की व्यवस्था करेगा। इसने अपने नवीनतम बयान में कहा है कि इन उड़ानों में गैर थाई नागरिकों को सवार नहीं होने दिया जाएगा।
- लंदन । ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने कोविड रोधी टीकाकरण को विस्तारित करते हुए कहा है कि देश में अब 44 साल और इससे अधिक आयु के हर व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा। देश के डॉक्टरों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे टीका लगवाने के लिए आगे आएं।एनएचएस के आंकड़ों के अनुसार 45 से 49 साल उम्र की दो तिहाई आबादी का अब तक कोविड रोधी टीकाकरण हो चुका है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा, ‘‘50 साल से अधिक उम्र के 95 प्रतिशत लोग टीके की पहली खुराक ले चुके हैं और 45 से 49 साल तक की उम्र के दो तिहाई लोगों का टीकाकरण हो चुका है। अब हम 44 साल और इससे अधिक आयु के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत कर रहे हैं।'' एनएचएस ने कहा कि 40 से 43 साल तक की उम्र के लोगों का टीकाकरण करने के बारे में आगामी दिनों में निर्णय किया जाएगा।-file photo
- सिंगापुर। सिंगापुर और हांगकांग ने महामारी की स्थिति पर काबू पाने के बाद दोनों वैश्विक विमानन और वित्तीय केंद्रों के बीच सतर्कता के साथ 26 मई से एयर ट्रैवल बबल (एटीबी) को शुरू किए जाने पर सहमति जताई है। एटीबी को कोरोना गलियारा के नाम से भी जाना जाता है, और ये दो ऐसे देशों के बीच विशेष साझेदारी है, जिन्होंने कोरोना वायरस पर काबू पाने में उल्लेखनीय कामयाबी हासिल की है। एटीबी को पिछले साल नवंबर में शुरू किया जाता था, लेकिन हांगकांग में महामारी के प्रसार के मद्देनजर इन्हें रद्द कर दिया गया था। सिंगापुर के परिवहन मंत्रालय ने कहा कि व्यवस्थाओं की समीक्षा के बाद समझौते में कई सुधार किए गए, जिसमें एटीबी को दोबारा शुरू करने के लिए सख्त शर्तें भी शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘हांगकांग में कोविड-19 की स्थिति में सुधार हुआ है और पिछले कुछ हफ्तों में संक्रमण के मामलों में स्थानीय संपर्क के मामले बेहद कम हैं।'' उन्होंने कहा कि दोनों शहरों के जोखिम की आशंका अब एक जैसी है।मंत्रालय ने कहा कि दोनों शहर अब से लेकर 26 मई तक कोविड-19 की स्थिति की बारीकी से निगरानी करेंगे और यदि स्थिति लगातार सामान्य बनी रही तो हवाई यात्रा को सावधानी के साथ शुरू किया जाएगा।
- नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए ब्रिटेन ने रविवार को वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संकेंद्रक समेत अन्य जीवन-रक्षक चिकित्सा उपकरण भेजने की घोषणा की। दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने में सहायता के लिए 600 मेडिकल उपकरण भारत भेजे जाएंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, '' कोविड-19 से लड़ाई के इस कठिन समय में हम मित्र एवं साझेदार की तरह भारत के साथ खड़े हैं।'' ब्रिटिश उच्चायोग ने जॉनसन के हवाले से कहा, '' इस घातक वायरस से लोगों का जीवन बचाने के प्रयास में सहयोग के तौर पर सैकड़ों वेंटिलेटर एवं ऑक्सीजन संकेंद्रक समेत अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण ब्रिटेन से भारत रवाना किए जा रहे हैं।file photo
- ढाका। बांग्लादेश ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देजनर देश के साथ लगती अपनी सीमाओं को सोमवार से दो सप्ताह के लिए बंद करने का फैसला किया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमीन ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि भूमि मार्ग के जरिए भारत से बांग्लादेश आने पर सोमवार से 14 दिन का प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया है।'' मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश के लोगों के आवागमन के लिए भूमि मार्ग दो सप्ताह तक बंद रहेगा लेकिन माल से लदे वाहनों को परिचालन की अनुमति होगी। दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा 14 अप्रैल से निलंबित है।बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने भी कहा, ‘‘उच्च अधिकारियों ने दो सप्ताह के लिए सीमा को बंद रखने का निर्णय किया है... भारत के साथ भूमि मार्ग 26 अप्रैल से बंद रहेगा।'' भारत में एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 3,49,691 नए मामले आने के साथ ही संक्रमण के मामले बढ़कर 1,69,60,172 पर पहुंच गए जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 26 लाख के पार चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान संक्रमण के कारण 2,767 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1,92,311 पर पहुंच गई है।-file photo
- प्यार...इश्क और मोहब्बत...ये चंद लफ्ज जब जुबां पर होते हैं तो इनकी रूमानियत में उलझा शख्स इस दुनिया में अपना ही होश नहीं संभाल पाता। वैसे भी कहा जाता है कि हर किसी को मोहब्बत जिंदगी में महज एक दफा होती है, लेकिन चंद लोग ऐसे भी होते हैं, जो इन खुशनुमा पलों से कई बार दो-चार हो जाते हैं। लेकिन अब एक ऐसा रोमियो सामने आया है, जिसने एक-दो नहीं, बल्कि पूरी 35 लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। उनसे लगातार तोहफे भी लिए और किसी को शक तक नहीं होने दिया। ...लेकिन उसे एक गलती भारी पड़ गई। क्या थी वह गलती और कैसे उस रोमियो का सच उसकी सारी 'जूलियट' के सामने आया, जानते हैं इस रिपोर्ट में...हाल ही जापान से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक आरोपी शख्स एक ही समय पर 35 गर्लफेंड को डेट कर रहा था। न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने एक ही समय में 35 अलग-अलग महिलाओं के साथ संबंध रखने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी शख्स की पहचान 39 वर्षीय ताकाशी मियागावा के तौर पर की गई। इस मामले का खुलासा भी बड़े ही दिलचस्प तरीके से हुआ।यूं शुरू हुआ सिलसिलारिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ताकाशी मियागावा की पहली गर्लफ्रेंड ने उसे गिफ्ट दिए, तो उसे बड़ा ही स्पेशल और अच्छा महसूस हुआ। इसके बाद उसका गिफ्ट लेने की लालसा बढ़ती गई। गिफ्ट के चक्कर में उसने नई-नई गर्लफ्रेंड्स बनानी शुरू कर दी। कुछ ही दिनों में ये आंकड़ा 35 पहुंच गया। इस मामले में दिलचस्प बात यह है कि आरोपी ने किसी भी पुरानी गर्लफ्रेंड को छोड़ा भी नहीं। वो सभी को एक साथ डेट करता रहा।सबके साथ मनाया बथर्ड और लिए महंगे-महंगे गिफ्टआरोपी ताकाशी मियागावा ने अपनी सभी गर्लफ्रेंड्स को जन्मदिन अलग-अलग बताया। किसी को 22 फरवरी, तो किसी को 7 अप्रैल, किसी को 19 जुलाई, तो किसी को 21 दिसंबर सभी को अपनी बर्थडे अलग अलग बताया। जबकि उसका वास्तविक बर्थडे 14 नवंबर को आता है। लेकिन सबको अलग-अलग तारीख बताकर सभी महिलाओं के साथ अलग-अलग दिन पार्टी की और महंगे-महंगे गिफ्ट लिए।पहले प्रोफेशन और फिर पर्सनल रिश्ते बनाता था आरोपीपुलिस के मुताबिक, आरोपी ताकाशी मियागावा एक पार्ट टाइम वर्कर है, जो घर-घर जाकर सामान बेचता है। आरोपी मियागावा इन सभी महिलाओं से एक मार्केटिंग कंपनी के जरिए मिला। आरोपी ने इन महिलाओं को अपने सामान बेचे और बाद में इन सभी महिलाओं को एक-एक कर अपनी गर्लफ्रेंड बनाता गया।ऐसे हुआ खुलासाएक दिन एक महिला को आरोपी मियागावा से धोखा मिलने का अहसास हुआ, तो उसने पुलिस के पास जाकर शिकायत की। पुलिस ने जांच शुरू की, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। इसके बाद आरोपी मियागावा की एक-एक करके 35 गर्लफ्रेंड्स सामने आईं। इनमें से लगभग सभी महिलाएं सिंगल हैं। आरोपी लड़कियों के सामने अपने प्यार का झूठा इजहार कर शादी का झांसा देकर उन्हें फंसाता था। फिलहाल अब वो पुलिस की गिरफ्त में है। मीडिया ने भी उसे 'जापानी रोमियो' नाम दिया है।पुलिस ने बताया कि इन सभी महिलाओं ने आरोपी मियागावा को एक से बढ़कर एक महंगे गिफ्ट्स दिए हैं। इनमें कपड़े, कई महंगे सामान, गाड़ी और कैश शामिल है। आरोपी के पास रहने का अपना कोई निश्चित ठिकाना तक नहीं है। पुलिस ने उस पर 35 महिलाओं को शादी का धोखा देने का आरोप लगाया है। file photo
- बगदाद। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे बगदाद के एक अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से आग लगने के कारण शनिवार देर रात 15 लोगों के मारे जाने की सूचना है। अधिकारियों ने बताया कि दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की और इब्न अल-खातिब अस्पताल से मरीजों को बाहर निकाला। इस अस्पताल के आईसीयू में कोविड-19 के गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा था। घटनास्थल पर मौजूद डॉ. सबा अल-कुजै ने कहा, मुझे नहीं पता कि कितने लोग मारे गए हैं, अस्पताल में कई जगह जले हुए शव हैं।'' चिकित्सा और सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार 15 लोगों के मारे जाने के अलावा कम से कम 36 लोग घायल हैं। ईराकी अधिकारियों ने हताहतों की आधिकारिक संख्या जारी नहीं की है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि आग लगने के वक्त अस्पताल में कम से कम 120 मरीज मौजूद थे। ऐसा बताया जा रहा है कि आग अस्पताल में कम से कम एक ऑक्सीजन सिलेंडर के फटने से लगी।ईराक में कोविड-19 के रोज 8,000 से अधिक नए मामले आ रहे हैं। सरकार लोगों से टीका लगवाने का अनुरोध कर रही है लेकिन देश की स्वास्थ्य व्यवस्था और टीकों पर भरोसा न होने के कारण लोग आगे नहीं आ रहे हैं।
- न्यूयॉर्क। अमेरिका में संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों से हरी झंडी मिलने के बाद कई प्रांतों ने जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के कोरोना वारयस रोधी टीके का शनिवार को इस्तेमाल शुरू कर दिया। इंडियाना, न्यूयॉर्क, वजीर्निया, मिसूरी और मिशिगन समेत कई प्रांतों के एक खुराक वाले इस टीके का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।इससे पहले, अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के टीके पर लगाई गई 11 दिनों की रोक को शुक्रवार शाम को हटा दिया था। वैज्ञानिक सलाहकारों ने पाया कि इस टीके के फायदे खून के थक्के जमने के दुर्लभ खतरे से बहुत ज्यादा हैं। इसके बाद रोक हटाने का फैसला किया गया। न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने एक बयान में कहा कि राज्य में टीके का इस्तेमाल फिर से शुरू किया जाएगा। इंडिया स्वास्थ्य विभाग, वर्जीनिया स्वास्थ्य विभाग, मिसूरी अधिकारियों और मिशिगन स्वास्थ्य विभाग समेत कई राज्यों ने टीके का इस्तेमाल शुरू करने की घोषणा की। अमेरिका सरकार ने इस टीके के 80 लाख लाभार्थियों में से 15 ऐसे लोगों का पता लगाया, जिनमें खून के थक्के जमने की बेहद दुर्लभ स्थिति उत्पन्न हुई। ये सभी महिलाएं थीं, जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम थी। इनमें से तीन की मौत हो गई और सात को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन अंतत: शुक्रवार को, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) और रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीडीसी) ने फैसला किया कि जॉनसन एंड जॉनसन का एक खुराक वाला टीका वैश्विक महामारी से लडऩे में अहम है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि खून के थक्के जमने के इस छोटे से खतरे को चेतावनी देने के साथ ही लगाना चाहिए ताकि कम उम्र की महिलाएं फैसला ले सकें कि उन्हें यह टीका लगवाना है या कोई और विकल्प चुनना है।
- केप केनावेरल । नये सिरे से तैयार किया गया स्पेसएक्स कैप्सूल (अंतरिक्ष यान) चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर शनिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) पहुंचा। एलन मस्क की कंपनी द्वारा एक साल से भी कम समय में करायी गयी यह तीसरी अंतरिक्ष यात्रा है।ड्रैगन नाम का यह कैप्सूल नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होने के एक दिन बाद हिंद महासागर के ऊपर 420 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगा रहे अंतरराष्ट्री अंतरिक्ष केंद्र से स्वचालित तरीके से जुड़ गया। इस कैप्सूल की मदद से आईएसएस पहुंचे चारों अंतरिक्ष यात्री अमेरिका, फ्रांस और जापान का प्रतिनिधित्व करते हैं और अगले छह महीने तक वहीं रहेंगे जबकि पहले से रह रहे चार आंतरिक्ष यात्री अपने ड्रैगन कैप्सूल से बुधवार को धरती पर लौटेंगे। यह पहली बार है जब अंतरिक्ष केंद्र पर एक ही समय पर दो स्पेस एक्स चालक दल ड्रैगन साथ-साथ खड़े हैं। हालांकि, यह नासा के लिए स्पेसएक्स की तीसरी उड़ान है जिसमें यात्रियों को भेजा गया है। यह पहली बार है जब पहले इस्तेमाल किए गए यान का दोबारा इस्तेमाल किया गया है और मस्क द्वारा चांद और मंगल पर मनुष्य की यात्रा कराने की योजना के लिए जरूरी माना जा रहा है। स्पेसएक्स द्वारा पिछले साल मई में भरी गई पहली उड़ान में ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग किया गया था जबकि शुक्रवार को रवाना हुए फाल्कन रॉकेट ने नवंबर में दो अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पहुंचाने में सहायता की थी। नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किम्बर और मेगन मैक्आर्थर आईएसएस गए ड्रैगन कैप्सूल के क्रमश: कमांडर और पायलट हैं। जब यान अंतरिक्ष केंद्र के करीब पहुंच रहा था तो उनकी नजर कंप्यूटर स्क्रीन पर थी ताकि जरूरी होने पर मानवीय तरीके से नियंत्रण किया जा सके लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ी। कैप्सूल की स्वचालित प्रणाली ने सटीक काम किया और यह स्वचालित कार की तरह आईएसएस से जुड़ गया। ड्रैगन कैप्सूल से गए फ्रांस के थॉमस पेस्क्यूट और जापान के अकिहिको होशिदे और अमेरिका के किम्बर पहले भी अंतरिक्ष केंद्र में रह चुके हैं जबकि मैक्आर्थर की यह पहली यात्रा है। गौरतलब है कि अगले चार दिन तक अंतरिक्ष केंद्र में 11 अंतरिक्ष यात्री रहेंगे जो एक समय में 13 अंतरिक्ष यात्रियों के रिकॉर्ड के करीब है। इस समय छह अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री, दो रूसी, दो जापानी और एक फ्रांसीसी अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में मौजूद है। आईएसएस से बुधवार को तीन अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और एक जापानी अंतरिक्ष यात्री लौटेगा।-file photo
- तेहरान । ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए न्यूज एजेंसी ने बताया है कि वहां की नागरिक उड्डयन एजेंसी ने भारत और पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में नाटकीय वृद्धि के चलते इन देशों से आने वाली सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। आईआरएनए ने कहा कि यह फैसला ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया, जो शनिवार आधी रात से प्रभावी होगा।ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता मोहम्मद हसन जिबख्श ने कहा कि ईरान और भारत के बीच कोई नियमित उड़ान नहीं हैं और कभी-कभी ही उड़ानों का संचालन किया जाता है। संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और कुवैत सहित इस क्षेत्र के कई अन्य देशों ने भी भारत से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिबख्श ने कहा कि ईरान में पहले ही 41 देशों से आने और जाने वाली उड़ानों को प्रतिबंधित लगा है और अन्य उच्च जोखिम वाले देशों के लिए ईरान में कोरोना वायरस परीक्षण कराना जरूरी है।
- लंदन। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप से जुड़े 55 और मामले पाए जाने के बाद भारत से आने वाले यात्रियों के लिए शुक्रवार से रेड लिस्ट कोविड-19 यात्रा प्रतिबंध शुरू हो गए।इन प्रतिबंधों के तहत भारत से लोगों के ब्रिटेन आने पर रोक है और नयी दिल्ली से अपने देश लौट रहे ब्रिटिश तथा आयरिश नागरिकों के लिए होटल में दस दिन तक पृथक-वास में रहना अनिवार्य है। प्रतिबंध तब शुरू हुए जब ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग की इकाई पब्लिक हेल्थ इंग्लैण्ड ने देश में वायरस के तथाकथित दोहरे उत्परिवर्तन वाले भारतीय स्वरूप बी.1.617 से जुड़े संक्रमण के 55 और मामले पाए जाने की पुष्टि की। इसके साथ ही वायरस के इस स्वरूप से जुड़े मामलों की कुल संख्या ब्रिटेन में 132 हो गई है। ब्रिटेन में वायरस के इस स्वरूप को वैरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन (वीयूआई) श्रेणी में रखा गया है। रेड लिस्ट प्रतिबंधों की शुरुआत होने से पहले ब्रिटेन के लिए भारत से अंतिम उड़ान बृहस्पतिवार की शाम लंदन स्थित हीथ्रो हवाईअड्डे पर उतरी जो नयी दिल्ली से पहुंची थी। ब्रिटेन ने रेड लिस्ट श्रेणी के यात्रा प्रतिबंधों में 40 देशों को शामिल किया है जिन्हें कोरोना वायरस के नए स्वरूपों के प्रसार के लिहाज से अत्यंत जोखिम वाला माना जा रहा है।---
- यरुशलम। इजराइल ने एक यात्रा परामर्श जारी कर अपने नागरिकों को आगाह किया कि वे कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत, यूक्रेन, इथियोपिया, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको और तुर्की की यात्रा करने से परहेज करें। यह परामर्श उन लोगों के लिए भी है जो कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर चुके हैं या टीकाकरण करा चुके हैं।इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी बयान में सात देशों में कोविड के खतरनाक स्वरूप के मौजूद होने का भी जिक्र किया गया है और लोगों को सलाह दी गयी है कि अगर संभव हो तो वे इजरायल से बाहर की यात्रा करने से बचें। इजराइली समाचार पत्र हारेत्ज की एक खबर के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक चेजी लेवी ने कहा कि अब तक टीका नहीं लगवाने वाले विदेशी कामगारों और भारतीय छात्रों को यहां पृथक-वास होटलों में रहना होगा। इजराइल में अब तक 50 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 के टीके लगाए जा चके हैं और यहां रोजाना 100 से भी कम नए मामले सामने आ रहे हैं।
- जकार्ता। इंडोनेशियाई सेना ने कहा कि रिसॉर्ट द्वीप बाली के निकट नौसेना की एक पनडुब्बी लापता हो गई है जिसमें 53 लोग सवार हैं। सेना प्रमुख हदी जाहजंतो ने कहा कि केआरआई नानग्गला 402 बुधवार को एक प्रशिक्षण अभियान में हिस्सा ले रही थी जब वह लापता हो गई। उन्होंने कहा कि माना जा रहा है पनडुब्बी बाली के उत्र में करीब 95 किलोमीटर दूर पानी में गायब हुई। सेना प्रमुख ने कहा कि नौसेना ने तलाश के लिये इलाके में जंगी पोत लगाए हैं और सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से मदद मांगी है जिनके पास पनडुब्बी सहायता वाहन हैं।
- लंदन । ब्रिटेन ने भारत को उन देशों की ''लाल सूची'' में डाल दिया है। इसके तहत गैर-ब्रितानी और आइरिश नागरिकों के भारत से ब्रिटेन जाने पर पाबंदी रहेगी। साथ ही विदेश से लौटे ब्रितानी लोगों के लिये होटल में 10 दिन तक पृथकवास में रहना अनिवार्य कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के तथाकथित भारतीय स्वरूप से पीड़ित होने के 103 मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर मामले विदेश से लौटे यात्रियों से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि उस स्वरूप का विश्लेषण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि नये स्वरूप के चिंताजनक परिणाम तो नहीं जैसे कि बड़े पैमाने पर इसका फैलना या इलाज और टीका तैयार करने में मुश्किल होना आदि। मंत्री ने सांसदों को बताया, ''आंकड़ों के विश्लेषण के बाद ऐहतियात के तौर पर हमने भारत को लाल सूची में डालने का मुश्किल लेकिन जरूरी फैसला लिया। इसका अर्थ है कि अगर कोई गैर-ब्रितानी या आइरिश बीते दस तक भारत में रहा है तो उसे ब्रिटेन में प्रवेश नहीं दिया जा सकता।'' हैनकॉक ने कहा कि नए नियमों को हल्के में नहीं लिया जा रहा और शुक्रवार से इन्हें लागू कर दिया जाएगा।
- बैग्यो (फिलीपीन)। उत्तरी फिलीपीन के एक पर्वतीय शहर में एक एसयूवी गाड़ी के नहर में गिर जाने से 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर बच्चे थे। पुलिस ने सोमवार को बताया कि गाड़ी में 15 लोग बैठे थे जिनमें से दो की जान बच गयी। मृतकों में गाड़ी का चालक और सात बच्चे शामिल थे। पुलिस के मुताबिक ये लोग गाड़ी में सवार होकर स्थानीय तौर पर प्रसिद्ध एक झील को देखने जा रहे थे तभी कलिंगा प्रांत के ताबुक शहर में यह हादसा हुआ। पुलिस घटना के कारणों की जांच कर रही है लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट से संकेत मिला है कि चालक का वाहन से नियंत्रण अचानक खो गया और एसयूवी सड़क से पलटकर नहर में गिर गई।
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वेलिंगटन। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच यात्रा के लिए अब लोगों को पृथक-वास में नहीं रहना पड़ेगा। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने यात्रा ‘बबल' को मंजूरी देने का फैसला किया है। इसका अर्थ यह होता है कि जिन कुछ देशों में संक्रमण को काबू किया जा चुका है, वे पृथक-वास की अनिवार्यता के बिना एक दूसरे के लिए सीमाओं को खोलते हैं, लेकिन अन्य देशों के साथ सीमाएं बंद रखते हैं। दोनों देशों के बीच यात्रा ‘बबल' को लेकर बनी सहमति से उन लोगों को राहत मिली है, जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण अपने परिवारों से अलग रह रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच महीनों तक चली बातचीत के बाद पृथक-वास की अनिवार्यता समाप्त करने पर सहमति बनी है। इस मौके पर वेलिंगटन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के मुख्य रनवे के निकट एक बड़ा स्वागत चिह्न बनाया गया है। ‘एयर न्यूजीलैंड' की मुख्य संचालन अधिकारी कैरी हुरिहनगानयुई ने कहा कि उनकी कंपनी पहले दोनों देशों के बीच केवल दो या तीन उड़ानें ही संचालित कर रही थी, लेकिन सोमवार को 30 उड़ानें संचालित होंगी, जिनमें दोनों देशों के 5,200 लोग यात्रा करेंगे। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मारिसन ने इस मौके पर कहा, ‘यह फैसला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों के लिए लाभकारी होगा, जिससे हमारे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ हमारी अर्थव्यवस्था को भी मदद मिलेगी। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने भी यात्रा ‘बबल' का स्वागत करते हुए कहा कि उनका देश नवागंतुकों का स्वागत करता है।
- बीजिंग। दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश चीन में जनसंख्या की स्थिति में बड़ा बदलाव आ सकता है। वर्ष 2025 के बाद यहां जनसंख्या में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी। चीन के एक अर्थशास्त्री ने यह अनुमान लगाते हुए कहा है कि आबादी घटने से उपभोक्ता मांग कम होगी।चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना की मौद्रिक नीति समिति के सदस्य चाई फांग ने कहा कि चीन की आबादी अगले चार साल में चरम पर पहुंच जाएगी और उसके बाद इसमें गिरावट आएगी। इससे उपभोक्ता मांग में उल्लेखनीय कमी आएगी। चाई के हवाले से अंग्रेजी अखबार साऊथ चाइना मार्निंग पोस्ट ने रविवार को लिखा है, ‘‘2025 के बाद जब कुल आबादी में में गिरावट शुरू होगी, मांग में कमी आएगी।'' उन्होंने कहा कि जनसंख्या की स्थिति में बदलाव के कारण भविष्य में उपभोग मांग में कमी पर ध्यान देने की जरूरत है। चीन इसी महीने जनगणना की ताजी रिपार्ट जारी करने वाला है। इस लिहाज से चाई की ये बातें महत्वपूर्ण हैं। कुछ दिन पहले जारी केंद्रीय बैंक के अध्ययन के अनुसार चीन को अपनी जनसंख्या नीति को उदार बनाना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर उसे ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है जहां 2050 तक कामगारों की हिस्सेदारी कम होगी और बुजुर्गो के देखभाल पर खर्च अमेरिका से भी ज्यादा होगा। चीने ने 2016 से दम्पत्तियों को दो बच्चे की छूट दे दी है। इससे पहले कम्यूनिस्ट सरकार ने तीन दशक तक एक संतान की नीति लागू कर रखी थी।