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कोलकाता. पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि कुलदीप यादव को लॉर्ड्स और मैनचेस्टर में नहीं खिलाकर भारत बड़े मौके से चूक गया क्योंकि टेस्ट मैच के आखिरी दो दिन यह स्पिनर अहम भूमिका निभा सकता था। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप को इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैच की टेस्ट श्रृंखला में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। गांगुली ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘काश कुलदीप मैनचेस्टर में, लॉर्ड्स में और बर्मिंघम में भी खेलते क्योंकि बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी के बिना टेस्ट के चौथे और पांचवें दिन टीमों को आउट करना मुश्किल होता।'' गांगुली ने मैनचेस्टर में हुए चौथे टेस्ट का उदाहरण दिया जहां भारत के निचले मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को निराश किया और पांचवें दिन की पिच पर 143 ओवर खेलकर मैच ड्रॉ करा दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आपने देखा कि इंग्लैंड के साथ क्या हुआ जब भारत ने एक ऐसी पिच पर बल्लेबाजी की जो थोड़ी टूट चुकी थी और थोड़ा टर्न भी मिल रहा था लेकिन एक भी अच्छा स्पिनर नहीं था इसलिए इंग्लैंड 20 विकेट नहीं ले सका।'' गांगुली ने कहा, ‘‘अतीत में महान टीमों के पास बेहतरीन स्पिनर होते थे, चाहे वह शेन वॉर्न हों, मुरलीधरन हों, इंग्लैंड के ग्रीम स्वान हों, मोंटी पनेसर हों, भारत के अनिल कुंबले हों, हरभजन सिंह हों या रविचंद्रन अश्विन हों। इसलिए मुझे लगता है कि कुलदीप ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें भारत भविष्य में खिलाने पर विचार करता रहेगा।'' गांगुली का हालांकि मानना है कि भारत का पांचवें टेस्ट के लिए कुलदीप को बाहर रखना ठीक है क्योंकि विकेट से तेज गेंदबाजों को अधिक मदद मिल सकती है। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि भारत अंतिम मैच जीतकर इस रोमांचक श्रृंखला को बराबर कर देगा। उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड चार तेज गेंदबाजों के साथ खेल रहा है और कोई स्पिनर नहीं उतारा है। हो सकता है कि उन्होंने सामान्य की तुलना में पिच पर थोड़ी अधिक घास छोड़ दी हो और इसीलिए भारत ने तीसरा स्पिनर नहीं उतारा क्योंकि उनके पास रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर हैं।'' गांगुली ने प्रशंसकों से अंशुल कंबोज के बारे में सिर्फ एक मैच के बाद कोई राय नहीं बनाने की भी अपील की और तेज गेंदबाज मुकेश कुमार की अनुपस्थिति पर हैरानी जताई। कंबोज का मैनचेस्टर में पदार्पण बेहद निराशाजनक रहा था जब उन्हें चोटिल आकाश दीप की जगह टीम में शामिल किया गया। उन्होंने 89 रन देकर सिर्फ एक विकेट चटकाया। गांगुली ने ओवल में भारतीय कोच गौतम गंभीर और सरे के क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच पिच को लेकर हुए विवाद को भी अधिक तूल नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि गंभीर क्यों नाराज थे। मुझे यकीन है कि सभी कोच और कप्तान मैदानकर्मी से बात करते हैं - कभी खुशी से, कभी नाखुशी से। मेरे समय में भी ऐसा हुआ है, भविष्य में भी ऐसा होगा। इसलिए इसे अधिक तूल नहीं दें। मैं कामना करता हूं कि भारत अच्छा खेले, टेस्ट जीते और श्रृंखला बराबर करे।'' गंभीर और बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ओवल की पिच का निरीक्षण कर रहे थे तभी फोर्टिस ने कथित तौर पर एक संदेशवाहक के जरिए उन्हें पिच से ढाई मीटर दूर रहने को कहा जो भारतीय मुख्य कोच को रास नहीं आया। लॉर्ड्स टेस्ट में भारत जीत के बेहद करीब पहुंच गया था लेकिन चौथी पारी में 193 रन का मामूली लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया और टीम 22 रन की शिकस्त के साथ श्रृंखला में 1-2 से पिछड़ गई। इसके बाद लोकेश राहुल (90) के साहसिक प्रयास और कप्तान शुभमन गिल (103), वाशिंगटन सुंदर (नाबाद 101) और रजडेजा (नाबाद 107) के क्रमशः चौथे, पांचवें और छठे नंबर पर शतक की बदौलत भारत 143 ओवर तक टिक रहा और मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ कराकर श्रृंखला में अपनी उम्मीदें बरकरार रखी। गांगुली ने कहा, ‘‘भारत को लॉर्ड्स टेस्ट जीतना चाहिए था। भारत मैनचेस्टर में काफी अच्छा खेला और यह देखकर और भी दुख होता है कि उन्होंने पांचवें दिन लगभग 400 रन बनाए और लॉर्ड्स टेस्ट जीतने के लिए 190 रन का पीछा नहीं कर पाए। अगर वे अच्छी गेंदबाजी करते हैं तो मुझे यकीन है कि वे ओवल में जीतेंगे।'' गांगुली ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम की जमकर तारीफ की जिसने अब तक चार टेस्ट में 11 शतक लगाए हैं। गिल ने चार, ऋषभ पंत और राहुल ने दो-दो और जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और यशस्वी जायसवाल ने एक-एक शतक लगाया है। रोहित शर्मा के संन्यास के बाद टेस्ट कप्तानी संभालने वाले गिल के नेतृत्व की भी गांगुली ने सराहना की। टीम विराट कोहली और अश्विन के भी संन्यास लेने के बाद बदलाव के दौर से गुजर रही है। गांगुली ने कहा, ‘‘गिल शानदार रहे हैं और यह दर्शाता है कि अगर आप जिम्मेदारी देते हैं तो लोग अच्छा प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने इस श्रृंखला में शानदार बल्लेबाजी की है। मुझे यह देखकर बहुत गर्व होता है कि इतने सारे बेहतरीन खिलाड़ी हैं।''
- मकाऊ। भारत के तरूण मन्नेपल्ली शीर्ष वरीयता प्राप्त हांगकांग के ली चियुक यू को हराकर मकाऊ ओपन बीडब्ल्यूएफ सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए जबकि लक्ष्य सेन ने भी अंतिम आठ में जगह बनाई । तरूण ने दुनिया के 15वीं रैंकिंग वाले ली को 19 . 21, 21 . 14, 22 . 40 से हराया ।इससे पहले वह फरवरी में जर्मन ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे थे । अब उनका सामना चीन के हू झे अन से होगा । राष्ट्रमंडल खेल चैम्पियन लक्ष्य सेन ने इंडोनेशिया के चिको औरा द्वि वार्डोयो को 21 . 14, 14 . 21, 21 . 17 से मात दी । वहीं आयुष शेट्टी को मलेशिया के जस्टिन होह ने 21 . 18, 21 . 16 से हरा दिया । महिला एकल में रक्षिता रामराज को थाईलैंड की बुसानन आंगबामरूंगफान ने 14 . 21, 21 . 10, 21 . 10 से मात दी । मिश्रित युगल में पांचवीं वरीयता प्राप्त ध्रुव कपिला और तनीषा क्रास्टो को मलेशिया के जिम्मी वोंग और लेइ पेइ जिंग ने 19 . 21, 21 . 13, 21 . 18 से हराया । पुरूष युगल में पृथ्वी रॉय और के साइ प्रतीक को मलेशिया के चौथी वरीयता प्राप्त जुनैदी आरिफ और रॉय किंग याप ने 21 . 18, 21 . 18 से मात दी ।
- कोलकाता. लिस्टन कोलाको के दो गोल की मदद से 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने वाली मोहन बागान सुपर जायंट ने बृहस्पतिवार को साल्ट लेक स्टेडियम में मोहम्मडन स्पोर्टिंग को 3-1 से हराकर डूरंड कप में अपने अभियान की शुरुआत की। अपुइया को सीधे रेड कार्ड मिलने के बाद मोहन बागान की टीम 10 खिलाड़ियों के साथ खेल रही थी।लेकिन इसके बावजूद रिकॉर्ड 17 बार के चैंपियन मोहन बागान ने लिस्टन कोलाको (23वें, 90+5वें मिनट) के दो गोल और युवा कश्मीरी स्ट्राइकर सुहैल भट (63वें मिनट) के एक गोल की बदौलत दबदबा बनाकर जीत दर्ज की। मोहम्मडन स्पोर्टिंग का एकमात्र गोल 49वें मिनट में एशले कोली ने किया।
- लंदन/ कप्तान शुभमन गिल बृहस्पतिवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें क्रिकेट टेस्ट के वर्षा से प्रभावित पहले दिन महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को पछाड़कर एक टेस्ट श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने। गिल मौजूदा श्रृंखला में अब तक 743 रन बना चुके हैं और उन्होंने गावस्कर को पछाड़ा जिन्होंने 1978-79 की टेस्ट श्रृंखला में वेस्टइंडीज के खिलाफ 732 रन बनाए थे। गिल को पांचवें टेस्ट से पूर्व गावस्कर के 47 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सिर्फ 11 रन की दरकार थी। भारतीय कप्तान ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेमी ओवरटन की गेंद को कवर क्षेत्र में चौके के लिए खेलकर यह उपलब्धि हासिल की। भारतीय कप्तान हालांकि अपनी पारी को अधिक लंबा नहीं खींच पाए और 21 रन बनाने के बाद तेज गेंदबाज गस एटकिंसन की गेंद पर गैरजरूरी रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। गिल ने मौजूदा श्रृंखला के एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में 269 रन की करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी खेली थी।
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नयी दिल्ली/ भारत ने बैंकॉक में बुधवार से शुरू हो रही एशियाई अंडर 19 और अंडर 22 मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के लिये 40 सदस्यीय टीम भेजी है । टूर्नामेंट में 26 देशों के 396 मुक्केबाज भाग लेंगे । एशियाई मुक्केबाजी इसका आयोजन विश्व मुक्केबाजी और थाईलैंड मुक्केबाजी संघ के साथ मिलकर कर रही है । इसमें दो आयुवर्ग अंडर 19 और अंडर 22 में स्पर्धायें होंगी । महिला और पुरूष मुक्केबाज ओलंपिक मुक्केबाजी नियमों के तहत खेलेंगे। भारतीय टीम की अगुवाई तीन बार के एशियाई चैम्पियन और दो बार के राष्ट्रीय चैम्पियन विश्वनाथ सुरेश करेंगे। उनके साथ राष्ट्रीय चैम्पियनशिप पदक विजेता सागर, प्रीत मलिक और खेलो इंडिया स्वर्ण पदक विजेता सुमन कुमारी भी होंगे ।
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लंदन. भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर और ओवल मैदान के मुख्य क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच तीखी बहस हो गई और गंभीर को मैदानकर्मियों की ओर ऊंगली उठाकर यह कहते सुना गया ,‘‘ तुम नहीं बताओगे कि हमें क्या करना है।'' ओवल पर भारत और इंग्लैंड के बीच बृहस्पतिवार से पांचवां और आखिरी टेस्ट खेला जायेगा । मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट में हार की कगार पर पहुंचकर ड्रॉ कराने वाली भारतीय टीम ने दो दिन पहले अभ्यास शुरू कर दिया है । भारतीय बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने बताया कि उनकी टीम को ‘विकेट से 2.5 मीटर दूर' खड़े होने के लिए कहे जाने के बाद यह कहासुनी हुई। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम इस मामले में हालांकि कोई शिकायत दर्ज नहीं कराएगी। कोटक ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैदान के एक कर्मचारी ने आकर कहा कि (हमें) विकेट से 2.5 मीटर दूर खड़ा होना है और ‘रस्सी के बाहर से विकेट को देखना है। मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा।'' उन्होंने आगे कहा, ‘‘इसके लिए किसी शिकायत की जरूरत नहीं है।''
कोटक ने बताया कि भारतीय टीम के सदस्यों ने स्पाइक्स (खिलाड़ियों के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाले कील वाले जूते) नहीं पहने थे, इसलिए पिच को कोई खतरा नहीं था।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस मैच से पहले हमें पता था कि क्यूरेटर के साथ काम करना आसान नहीं है। किसी चीज से लगाव होना अच्छा है, लेकिन बहुत ज्यादा लगाव होना अच्छा नहीं है। हमने जॉगर्स (सामान्य जूते) पहने थे, स्पाइक्स नहीं, इसलिए कोई खतरा नहीं था।'' अभ्यास सत्र के दौरान गंभीर और क्यूरेटर के बीच की बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है । भारत के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक को बीच बचाव करना पड़ा था । यह बहस तब शुरू हुई जब फोर्टिस ने गंभीर से कहा, ‘‘मुझे इसकी शिकायत करनी होगी' और इस पर भारतीय मुख्य कोच ने तीखे तेवर दिखाते हुए जवाब दिया, ‘आपको जो शिकायत करनी है, आप जाकर कर सकते हैं।'' बल्लेबाजी कोच कोटक ने बीच बचाव किया और फोर्टिस को दूसरे कोने पर ले जाकर उनसे लंबी बात की । कोटक ने इस दौरान कहा, ‘‘हम किसी चीज को नुकसान नहीं पहुंचायेंगे। '' मोर्ने मोर्कल और रियान टेन डोइशे जैसे भारतीय टीम के अन्य सहयोगी स्टाफ दोनों की बहस को ध्यान से सुन रहे थे। गंभीर फिर फोर्टिस की तरफ मुडे और उन्होंने कहा, ‘‘तुम नहीं बताओगे कि हमें क्या करना है। तुम मैदानकर्मियों में से एक हो, उससे ज्यादा कुछ नहीं।'' इसके बाद फोर्टिस और गंभीर अलग अलग रास्ते चले गए लेकिन गंभीर अभ्यास सत्र के लिये लौटे ।
फोर्टिस ने मैदान से बाहर निकलते समय कहा, ‘‘ यह बड़ा मैच है और वह थोड़े भावुक हैं।''
अभ्यास के लिये सबसे पहले साइ सुदर्शन पहुंचे जबकि बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को भी अभ्यास करते देखा गया । बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भी मोर्केल की देखरेख में गेंदबाजी अभ्यास करते देखे गये। -
नयी दिल्ली/ भारतीय ग्रैंडमास्टर पी इनियान ने पोलैंड के यान मालेक को टाइब्रेकर में हराकर दूसरा डोल ओपन अंतरराष्ट्रीय शतरंज खिताब जीत लिया । फ्रांस में हुए टूर्नामेंट में दोनों खिलाड़ियों के 7.5 अंक रहने के बाद विजेता का निर्धारण टाइब्रेकर के आधार पर हुआ । तमिलनाडु के इरोड के रहने वाले इनियान पूरे टूर्नामेंट में अपराजेय रहे । उन्होंने उजबेकिस्तान, मेडागास्कर, तुर्की, फ्रांस और पोलैंड के अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स को हराने के अलावा तीन ड्रॉ खेले । टूर्नामेंट में 43 देशों के 39 ग्रैंडमास्टर्स समेत 276 खिलाड़ियों ने भाग लिया था । यू्क्रेन के ग्रैंडमास्टर पावेल एजानोव तीसरे स्थान पर रहे ।
- बातुमी (जॉर्जिया). दिव्या देशमुख को दिग्गज खिलाड़ियों से सजी महिला विश्व कप 2025 में सिर्फ इस उम्मीद के साथ आई थी कि वह भविष्य में ग्रैंडमास्टर बनने की अपनी यात्रा में वह कम से कम एक ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल कर सकेंगी। उन्हें इस टूर्नामेंट को जीतने की खुद भी बहुत उम्मीद नहीं थी। नागपुर की इस 19 वर्षीय खिलाड़ी ने हालांकि इस खेल की कुछ बड़े नामों को हराकर लगभग तीन सप्ताह के भीतर तीन प्रमुख उपलब्धियां हासिल कर ली। इसमें अगले साल होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह पक्की करना, इस प्रतिष्ठित खिताब को जीतना और इस प्रक्रिया में स्वत: ग्रैंडमास्टर बन जाना शामिल है। शतरंज में जीएम (ग्रैंडमास्टर) बनना सबसे कठिन चीजों में से एक है, क्योंकि एक खिलाड़ी को फिडे अनुमोदित टूर्नामेंटों में तीन जीएम नॉर्म हासिल करने के साथ 2500 रेटिंग पार करनी होती है।दिव्या को हालांकि फिडे के उस नियम का फायदा हुआ जिसमें कुछ खास प्रतियोगिताओं के विजेता सामान्य नॉर्म और रेटिंग हासिल नहीं करने पर भी सीधे ग्रैंडमास्टर बन सकते हैं। महिला विश्व कप भी इस तरह की टूर्नामेंटों में शामिल है। दिव्या ने अनुभवी हमवतन कोनेरू हम्पी को हराने के बाद कहा, ‘‘मुझे इसे (जीत को) आत्मसात करने ने के लिए समय चाहिए। मुझे लगता है कि यह नियति की बात थी कि मुझे इस तरह ग्रैंडमास्टर का खिताब मिला क्योंकि इस (टूर्नामेंट) से पहले मेरे पास एक भी (ग्रैंडमास्टर) नॉर्म नहीं था और अब मैं ग्रैंडमास्टर हूं।''इस मुकाबले के दौरान पेशे चिकित्सक दिव्या की मां भी वहां मौजूद थी। दिव्या दो बार की विश्व रैपिड चैंपियन हम्पी को टाई-ब्रेकर में हराने के बाद भावनाओं पर काबू नहीं रख सकी और अपनी मां से गले मिलने के दौरान उनकी आंखें नम थी। दिव्या ने कहा, ‘‘मेरे लिए अभी बात करना मुश्किल है। यह वाकई बहुत मायने रखता है, लेकिन अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि यह सिर्फ एक शुरुआत है।'' दिव्या इस उपलब्धि के साथ हम्पी, द्रोणावल्ली हरिका और आर. वैशाली के बाद ग्रैंडमास्टर बनने वाली चौथी भारतीय महिला बन गईं।
- 0- वीर बालक ओम उपाध्याय भी दिखा रहा जौहर0- कोहका एलीट कराटे एकेडमी से 24 खिलाड़ी शामिलभिलाई। कोलकाता में नाइंथ इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप, नेताजी इन्डोर स्टेडियम में 25 से 29 जुलाई तक आयोजित है। इस चैंपियनशिप में भारत सहित 8 देश भागीदारी दे रहे हैं। इस इंटरनेशनल चैंपियनशिप में भिलाई कोहका से भी कराटे खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। भागीदारी के लिए 24 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। एलीट कराटे एकेडमी के प्रेसिडेंट और कोच एनके कुशवाहा के मार्गदर्शन में खिलाड़ी दुर्ग रेलवे स्टेशन से कोलकाता के लिए रवाना हुए।चयनित खिलाड़ियों में ओम उपाध्याय, आशा शुक्ला, आशिष शुक्ला, लियांशु लौट्रे, श्वरा गुप्ता, तक्ष कुमार सिंघ, अविशी भट्ट, सोमनाथ तिवारी, सिद्धांत चौधरी, मानवी साहू, मेधांश साहू, चेतना साहू, कितीशा वर्मा, उत्कर्ष देवांगन, वंश थोर, मैथिली साहू, आद्या मिश्रा, निधि साहू, आयुषी अर्कारे, पूर्वी देवांगन, जय विश्वकर्मा, वेद केशरी, आरव प्रसाद, फिरोज कुमार मरकाम शामिल हैं।वीर बालक ओम भी दे रहा भागीदारीबता दें कि कोलकाता में नाइंथ इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ का वीर बालक ओम उपाध्याय भी भागीदारी दे रहा है। इससे पहले मई में झारखंड के झांसी में नेशनल कराटे स्पर्धा में भाग लेकर ओम ने गोल्ड और ब्रांज मैडल जीता था।
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नयी दिल्ली/ भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर और विश्व कप विजेता दिव्या देशमुख को उनके प्रारंभिक कोच श्रीनाथ नारायणन ने बेहद प्रतिभाशाली करार देते हुए कहा कि वह कठिन परिस्थितियों में भी अविश्वसनीय रूप से शांत रहती हैं। उन्होंने कहा कि इस 19 साल की खिलाड़ी की धैर्य की तुलना महान क्रिकेट महेंद्र सिंह धोनी से की जा सकती है। दिव्या जॉर्जिया के बातुमी में अपनी से दोगुनी उम्र की प्रतिद्वंद्वी कोनेरू हम्पी को हराकर फिडे महिला विश्व कप का खिताब जीतकर भारतीय शतरंज में युवा उपलब्धि हासिल करने वालों की बढ़ती सूची का हिस्सा बन गयी। इस खेल में भारत की बढ़ती पैठ का प्रमाण इससे ही लगाया जा सकता है कि फाइनल में दोनों भारतीय खिलाड़ी थे और मुकाबले का परिणाम टाई-ब्रेकर से निकला। 38 साल की हम्पी सबसे कुशल और सुलझी हुई शतरंज खिलाड़ियों में से एक हैं। वह दो दशकों से भी अधिक समय से भारतीय महिला शतरंज की ध्वजवाहक रही हैं। उन्होंने दो विश्व रैपिड चैंपियनशिप, दो एशियाई खेल स्वर्ण पदक सहित अनगिनत खिताब जीते हैं और शतरंज ओलंपियाड की स्वर्ण पदक विजेता टीम का भी हिस्सा रही हैं। दिव्या का उनके खिलाफ जीतना भारतीय शतरंज के लिए एक शानदार क्षण था।
श्रीनाथ ने कहा, दिव्या काफी आक्रामक खिलाड़ी है। बीतते समय के साथ वह अधिक हरफनमौला और बहुमुखी बन गई है। मुझे लगता है कि वह सभी प्रारूपों (क्लासिकल, रैपिड और और ब्लिट्ज) में समान रूप से अच्छी है। '' उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि मुश्किल परिस्थितियों में उसके खेल में और परिपक्वता आ जाती है। वह महेंद्र सिंह धोनी की तरह है जो आखिरी ओवरों में मैच का पासा पलट देते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कई बार देखा है कि दिव्या महत्वपूर्ण मैचों में दबाव में अविश्वसनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन करती रही है।'' दिव्या इस दौरान देश की चौथी और कुल 88वीं ग्रैंडमास्टर बनी। टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले उनके लिए हालांकि ग्रैंडमास्टर नार्म हासिल करना मुश्किल लग रहा था। श्रीनाथ ने नागपुर के इस खिलाड़ी को 2020 तक कोचिंग दी है। उन्हें दिव्या की क्षमता का अंदाजा 2018 में ही हो गया था और कैंडिडेट टूर्नामेंट का क्वालीफिकेशन हासिल करने के बाद उनके पास विश्व चैंपियन बनने की भी क्षमता है। दिव्या का अब तक का करियर ग्राफ दर्शाता है कि वह चुनौतियों का डटकर सामना करना पसंद करती हैं।
दिव्या ने ओलंपियाड में तीन बार स्वर्ण पदक जीतने के अलावा एशियाई चैंपियनशिप, विश्व जूनियर चैंपियनशिप और विश्व युवा चैंपियनशिप में भी कई स्वर्ण पदक जीते हैं। महिला विश्व कप में इस खेल के बड़े खिलाड़ियों को शिकस्त देने के लिए उन्हें किस्मत के साथ के अलावा दृढ़ मानसिकता की जरूरत थी। श्रीनाथ ने कहा कि 2016 में हवाई अड्डे पर अपनी पहली मुलाकात के दौरान जब टीम तुर्की में विश्व अंडर-16 ओलंपियाड खेलने जा रही थी, तो उन्हें दिव्या ‘अविश्वसनीय रूप से प्रतिभावान' लगीं। उन्होंने कहा, यह (जुड़ाव) 2018 के आसपास शुरू हुआ। हम विश्व अंडर-16 ओलंपियाड में मिले थे। टीम तुर्की जा रही थी। मैं टीम का कोच था और मैं उनसे पहली बार हवाई अड्डे पर मिला था।'' श्रीनाथ ने कहा, ‘‘ वह अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली रही है। उसमें इन बड़े मैचों और टूर्नामेंटों को जीतने की एक खास तरह की क्षमता है। मैंने जिस पहले टूर्नामेंट में उसे कोचिंग दी थी, उसमें उसने आखिरी राउंड में ईरान के खिलाफ एक बहुत महत्वपूर्ण बाजी जीतने में सफल रही थी। -
नयी दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) अध्यक्ष लूसियानो रोस्सी ने सोमवार को कहा कि वैश्विक ईकाई एशिया में खेल को ऊंचाइयों तक ले जाना चाहती है और इसमें भारत की अहम भूमिका होगी । आईएसएसएफ के 163 सदस्य देश हैं लेकिन भारत निशानेबाजी खेल का केंद्र बनता जा रहा है । भारतीय राष्ट्रीय निशानलेबाजी संघ (एनआरएआई) इस साल के आखिर में फ्रेंचाइजी आधारित निशानेबाजी लीग भी शुरू कर रही है । रोस्सी ने मीडिया से बातचीत में कहा, आईएसएसएफ के 163 सदस्य देश हैं लेकिन सबसे ज्यादा संभावना अभी भारत में है ।
उन्होंने कहा , आईएसएसएफ एनआरएआई और अन्य एशियाई देशों से मजबूत सहयोग पर भरोसा करता है । हमारे सदस्य पांच उपमहाद्वीपों में हैं लेकिन एशिया में काफी प्रतिभा है । हम भारत और चीन के साथ मिलकर एशिया में निशानेबाजी को मजबूत बनाने पर काम कर रहे हैं ।'' एनआरएआई अध्यक्ष कलिकेश सिंह देव ने कहा कि वैश्विक ईकाई ने भारत को कई बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों की मेजबानी सौंपकर काफी मदद की है । उन्होंने कहा, आईएसएसएफ का रवैया भारत के प्रति काफी उदार रहा है । उन्होंने हमें 2024 विश्व कप फाइनल की मेजबानी दी । इस साल हम जूनियर विश्व कप का आयोजन कर रहे हैं और अगले साल फरवरी में एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप होनी है । हम 2027 में विश्व कप कोटा टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे । -
नई दिल्ली। 19 साल की दिव्या देशमुख ने फिडे महिला चेस वर्ल्ड कप (एफआईडीई 2025) जीतकर इतिहास रच दिया है। वह पहली भारतीय महिला हैं जिन्होंने यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया है। फाइनल में उनका मुकाबला किसी और से नहीं, बल्कि भारत की टॉप खिलाड़ी कोनेरू हम्पी से था। बाकू में हुए ऑल-इंडियन फाइनल में दिव्या ने कोनेरू हम्पी को रैपिड टाई-ब्रेक में 1.5–0.5 से हराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि के लिए दिव्या को बधाई दी और हम्पी की उनके शानदार प्रयास के लिए सराहना की।
फाइनल से पहले शनिवार और रविवार को खेले गए गेम ड्रॉ रहे, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया। पहले गेम में दिव्या ने सफेद मोहरों से खेलते हुए मजबूत स्थिति बनाई, लेकिन हम्पी ने अंत में बराबरी कर ली। रविवार का दूसरा गेम संतुलित था। हालांकि दिव्या ने कहा कि वह बेवजह मुश्किल में पड़ गईं और फिर उन्होंने अपनी पकड़ बनाए रखी।टाई-ब्रेक में दिव्या ने कमाल कर दिया। पहला रैपिड गेम ड्रॉ रहा, लेकिन दूसरे में हम्पी समय के दबाव में गलतियां कर बैठीं, जिनका दिव्या ने फायदा उठाया। उन्होंने जीत हासिल की और 2025 महिला विश्व कप चैंपियन बनीं। वह महिला ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतने वालीं भारत की चौथी और देश की 88वीं ग्रैंडमास्टर बनीं।पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए खिलाड़ियों को उनके ऐतिहासिक प्रदर्शन पर बधाई दी। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “दो शानदार भारतीय शतरंज खिलाड़ियों का एक ऐतिहासिक फाइनल मुकाबला! युवा दिव्या देशमुख के एफआईडीई महिला विश्व शतरंज चैंपियन 2025 बनने पर गर्व है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई। यह जीत कई युवाओं को प्रेरित करेगी।”पीएम मोदी ने आगे लिखा, “कोनेरू हम्पी ने भी पूरी चैंपियनशिप में बेहतरीन कौशल का प्रदर्शन किया है। दोनों खिलाड़ियों को उनके भविष्य के इवेंट्स के लिए शुभकामनाएं।”फाइनल के बाद दिव्या ने कहा, “यह किस्मत का खेल था। टूर्नामेंट से पहले मैं सोच रही थी कि शायद ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल कर लूं और फिर आखिरकार मैं ग्रैंडमास्टर बन गई।”दिव्या देशमुख के चैंपियन बनने पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनकी चाची डॉ. स्मिता देशमुख ने कहा, “दिव्या की कड़ी मेहनत, उनके माता-पिता के त्याग और इस साल उनके द्वारा खेले गए बेहतरीन खेल की कड़ी मेहनत अब सबके सामने आ रही है। हमें दिव्या के आने का इंतजार है और यह हमारे परिवार के लिए खुशी का पल है।”दिव्या देशमुख की जीत इसलिए और भी खास है क्योंकि उनके सामने मुश्किल चुनौती थी। टाई-ब्रेक में वह एक अंडरडॉग के रूप में उतरी थीं, जबकि कोनेरु हम्पी दो बार की विश्व रैपिड चैंपियन और क्लासिकल शतरंज में विश्व नंबर 5 हैं। वहीं, दिव्या एफआईडीई महिला रैंकिंग में क्लासिकल में 18वें, रैपिड में 22वें और ब्लिट्ज में 18वें स्थान पर थीं।नागपुर की दिव्या की यह जीत उनकी शानदार उभरती प्रतिभा का सबूत है। पिछले साल उन्होंने विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीती थी। 2024 में बुडापेस्ट में हुए शतरंज ओलंपियाड में उन्होंने भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। बाकू में उनकी जीत ने उन्हें शतरंज की दुनिया में उभरता सितारा बना दिया है। - मैनचेस्टर. भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में ड्रॉ सुनिश्चित करने के बाद अपनी टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन की सराहना की और बेन स्टोक्स के खेल जल्दी समाप्त करने के प्रस्ताव को स्वीकार न करने के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को अपने शतक तक पहुंचने का पूरा हक था। भारत ने अपनी दूसरी पारी 311 रन पिछड़ने के बावजूद दूसरी पारी में जुझारू बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 143 ओवर में चार विकेट पर 425 रन बनाए। टीम ने बिना कोई रन बनाये दो विकेट गंवाने के बावजूद कप्तान गिल की अगुवाई में शानदार बल्लेबाजी की। गिल ने 103 रन बनाने के अलावा लोकेश राहुल (90) के साथ 188 रन की साझेदारी से मैच में भारत की वापसी कराई जिसके बाद जडेजा (107 नाबाद) और सुंदर (101 नाबाद) ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को सफलता से दूर रखा। इस दौरान मैच उस समय नाटकीय मोड़ आ गया जब जडेजा और सुंदर ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के मैच के अंतिम घंटे की शुरुआत से पहले ड्रॉ पर सहमति जताने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। बायें हाथ के ये दोनों बल्लेबाज उस समय शतक के करीब थे। गिल ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ निश्चित रूप से यह क्रीज पर मौजूद बल्लेबाजों पर निर्भर था। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और उस समय दोनों 90 रन के करीब थे ऐसे में हमें लगा कि वे शतक के हकदार थे।'' उन्होंने इस परिणाम का श्रेय बल्लेबाजों को देते हुए कहा, ‘‘हमारी बल्लेबाजी प्रदर्शन को लेकर पिछले कुछ दिनों से हम पर काफी दबाव था। लेकिन टीम ने जिस तरह से हमने जवाब दिया, खासकर शुरुआती दो विकेट गंवाने के बाद, वह कभी आसान नहीं था। एक बहुत ही दिलेर प्रयास था।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कोशिश पिच को समीकरण से बाहर करने की थी। मैच के पांचवें दिन पिच से असामान्य उछाल थी ऐसे में हम बस गेंद दर गेंद खेलते हुए मैच को जितना हो सके उतना आगे ले जाना चाहते थे।'' भारत की पहली पारी के 358 रन के जवाब में इंग्लैंड ने 669 रन बनाये थे।मौजूदा दौरे पर गिल का यह चौथा शतक था। वह इसके साथ ही वह एक श्रृंखला में सर्वाधिक शतक लगाने वाले कप्तानों की सूची में डॉन ब्रैडमैन और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों के साथ शामिल हो गये। उन्होंने कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने मौजूदा मैच की पारी से पहले कितने रन बनाए हैं, लेकिन हर बार जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए सफेद शर्ट पहनकर मैदान पर उतरते हैं, तो थोड़ी घबराहट होती है और यही मुझे बताता है कि मुझे इस खेल की कितनी परवाह है और मैं इस खेल से कितना प्यार करता हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हर बार जब मैं बल्लेबाजी करता हूं, तो मैं बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं और जितना हो सके अपनी बल्लेबाजी का आनंद लेना चाहता हूं।'' स्टोक्स ने भारत को चौथा टेस्ट जल्दी समाप्त करने का प्रस्ताव देने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वह अपनी प्रमुख तेज गेंदबाजों को जोखिम में नहीं डालना चाहते थे क्योंकि मैच निश्चित ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि भारत ने बहुत मुश्किल समय बिताया। वे दोनों (जडेजा और सुंदर) ने अविश्वसनीय रूप से अच्छा खेल रहे थे। मैच उस मोड पर पहुंच गया था जहां से सिर्फ एक ही परिणाम संभव था और मैं अपने किसी भी तेज गेंदबाज को चोटिल होने के जोखिम में नहीं डालना चाहता था। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने अपने प्रस्ताव से आधे घंटे पहले ही अपने तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी करना बंद कर दिया था।'' स्टोक्स ने दोनों पारियों में कुल 35 ओवर फेंके और वह अपनी गेंदबाजी के दौरान दाहिने कंधे को लेकर असहज दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘ हां, ईमानदारी से कहूं तो यह सिर्फ काम का बोझ है। जाहिर है मैंने काफी ओवर फेंके हैं।
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राइन रूहर (जर्मनी)। स्टीपलचेज एथलीट अंकिता ने 9:31.99 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ 3000 मीटर स्पर्धा में रजत पदक जीता जबकि पुरुषों की चार गुणा 100 मीटर रिले चौकड़ी ने कांस्य पदक अपने नाम किया जिससे भारतीय एथलीटों ने रविवार को विश्व विश्वविद्यालय खेलों (डब्ल्यूयूजी) के अंतिम दिन अपना अभियान समाप्त किया। मुनिता प्रजापति, मानसी नेगी और सेजल सिंह की तिकड़ी ने अंतिम दिन महिलाओं की 20 किमी टीम पैदलचाल में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता। भारत ने इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में अपना अभियान दो स्वर्ण, पांच रजत और पांच कांस्य पदक के साथ समाप्त किया। कई भारतीय एथलीट अंतिम दिन ट्रैक स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा में थे, लेकिन केवल दो पदक ही जीत सके। 23 वर्षीय अंकिता ने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 9:39.00 सेकेंड से लगभग सात सेकेंड कम समय में रजत पदक जीता। वह फिनलैंड की इलोना मारिया मोनोनेन (9:31.86 सेकेंड) से पीछे रहीं। जर्मनी की अदिया बुड्डे ने 9:33.34 सेकेंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता।
शुक्रवार को अंकिता ने 9:54.79 सेकंड का समय निकालकर हीट 1 में शीर्ष स्थान हासिल किया था और फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। लालू प्रसाद भोई, अनिमेष कुजुर, मनिकांता होबलिधर और म्रुत्यम जयराम की पुरुषों की चार गुणा 100 मीटर रिले टीम ने 38.89 सेकेंड के समय से कांस्य पदक जीता। दक्षिण कोरिया ने 38.50 सेकेंड से स्वर्ण और दक्षिण अफ्रीका (38.80) ने रजत पदक हासिल किया। भारतीय महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने 3:35.08 सेकेंड से सत्र का सर्वश्रेष्ठ समय निकाला, लेकिन यह पदक के लिए पर्याप्त नहीं था। अनखा बिजुकुमार, देवयानीबा जाला, रशदीप कौर और रूपल की चौकड़ी पांचवें स्थान पर रही। जर्मनी की टीम ने 3:29.68 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।
विशाल कायालविझी, अश्विन लक्ष्मणन, जेरोम जयसीलन पनिमया और बालकृष्ण की भारतीय पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले चौकड़ी 3:06.5 सेकेंड के समय के साथ पांचवें स्थान पर रही। पोलैंड ने 3:03.64 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। भारतीय पैदल चाल एथलीटों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। कोई भी पुरुष और महिला वर्ग में शीर्ष 10 में भी जगह नहीं बना पाया। हालांकि कुछ ने व्यक्तिगत या सत्र का सर्वश्रेष्ठ समय निकाला। - नयी दिल्ली. महान क्रिकेटर कपिल देव ने शनिवार को कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट श्रृंखला युवा भारतीय कप्तान शुभमन गिल के लिए एक सीखने का शानदार अनुभव होगा और उन्होंने आलोचकों से उन्हें नेतृत्व के मामले में परिपक्व होने के लिए कुछ समय देने का आग्रह किया। गिल को पांच मैचों की इस श्रृंखला से पहले टीम का कप्तान बनाया गया था और उन्होंने बर्मिंघम में टीम को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई, लेकिन भारत श्रृंखला में 1-2 से पीछे है और मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट में टीम मुश्किल में दिख रही है। पीजीटीआई के अध्यक्ष कपिल देव ने 2025 के दूसरे भाग के कार्यक्रम की घोषणा के इतर कहा, ‘‘उसे समय दो। यह उसकी पहली श्रृंखला है, वह गलतियां करेगा और समय के साथ कई सकारात्मक बातें भी होंगी, वह सीखेगा। वह अगर सीख रहा है तो कोई समस्या नहीं है। वह अपनी गलतियों से सीख रहा है, यह बहुत महत्वपूर्ण है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक युवा टीम है, इन्हें खेलने का मौका मिल रहा है और आने वाले दिनों में ये खिलाड़ी जीतेंगे। यह बस एक नयी टीम है। दुनिया में किसी भी नई टीम को सामंजस्य बिठाने में समय लगता है। गिल एक नए कप्तान हैं, और वे बहुत कुछ सीखेंगे और मुझे लगता है कि यह श्रृंखला सीखने का एक कदम होगी।'' कपिल देव तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के तीन मैचों में खेलने के फैसले का समर्थन किया। बुमराह ने चोट से बचने के लिए पांच मैचों की इस श्रृंखला के केवल तीन टेस्ट खेलने का विकल्प चुना था। भारत को 1983 में विश्व चैंपियन बनाने वाले कप्तान ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हर कोई अलग है। समय बदल गया है। सब का शरीर अलग हैं। वे अलग तरह से काम कर रहे हैं। सब को एक तराजू में तोलना सही नहीं हैं। वह हमारे पास मौजूद तेज गेंदबाजों में से एक है, लेकिन उसका एक्शन काफी अलग है और ऐसे में फिटनेस बनाये रखना मुश्किल है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने नहीं सोचा था कि उसका करियर इतना लंबा होगा क्योंकि वह शरीर पर बहुत अधिक जोर डालता है। इसके बावजूद भी वह भारतीय टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। यह शानदार है।'' इस टेस्ट में पदार्पण कर रहे अंशुल कंबोज के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि किसी खिलाड़ी से पहले ही मैच में प्रदर्शन में चमत्कार की उम्मीद करना अनुचित है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के बारे में पूछे जाने पर कपिल ने कहा कि वह भारतीय हरफनमौला रविंद्र जडेजा को स्टोक्स से बेहतर खिलाड़ी मानते हैं। कपिल ने कहा, ‘‘मैं तुलना नहीं करना चाहता। स्टोक्स एक अच्छे ऑलराउंडर हैं, लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि जडेजा उनसे आगे हैं। वह कहीं बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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मुंबई. भारत की 13 वर्षीय रिदम ममानिया ने दक्षिण कोरिया में आयोजित एशियाई रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में एकल फ्री डांस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इस प्रतियोगिता के 20वें सत्र का आयोजन दक्षिण कोरिया के जेचियन शहर में हो रहा है जहां छह बार की राष्ट्रीय चैंपियन रिदम ने देश का नाम रोशन किया। रिदम ने इस साल की शुरुआत में ताइवान में हुई आर्टिस्टिक रोलर स्केटिंग ओपन प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक जीता था। मुंबई की खिलाड़ी ने चार साल की उम्र से स्केटिंग करना शुरू कर दी थी। रिदम का लक्ष्य अब ब्रिसबेन में होने वाले पैसिफिक कप में भाग लेना है।
- कोलार (कर्नाटक)। रिद्धिमा दिलावरी ने दूसरे दौर में दो अंडर 70 के स्कोर से बृहस्पतिवार को यहां महिला पेशेवर गोल्फ टूर के 10वें चरण में चार शॉट की बढ़त बना ली। रिद्धिमा ने दूसरे दौर में सात बर्डी की लेकिन वह तीन बोगी और एक डबल बोगी भी कर गईं जिससे उनका स्कोर दो अंडर रहा। पहले दौर के बाद शीर्ष पर चल रही नेहा त्रिपाठी दूसरे दौर में पांच ओवर 77 के स्कोर से दूसरे स्थान पर खिसक गईं। उन्होंने एक बर्डी, चार बोगी और एक डबल बोगी की। अमनदीप द्राल ने लगातार दूसरे दौर में एक ओवर 73 का स्कोर बनाया। वह नेहा के साथ कुल दो ओवर 146 के स्कोर से संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। एमेच्योर सानवी सोमु एक अंडर 71 के स्कोर के बाद चौथे पायदान पर हैं।ओविया रेड्डी (73) और सहर अटवाल (75) चार ओवर 148 के कुल स्कोर से संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर हैं। वाणी कपूर ने लंबी छलांग लगाई और वह दो अंडर 70 के स्कोर के साथ संयुक्त सातवें स्थान पर पहुंच गईं। हीना कांग (72), गौरी करहदे (73) और दुर्गा निट्टूर (79) भी पांच ओवर 149 के स्कोर से संयुक्त रूप से सातवें पायदान पर हैं।
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नयी दिल्ली/ढाका। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता सितंबर में संक्षिप्त रूप से फिर से शुरू होगी क्योंकि बीसीसीआई के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आगामी एशिया कप टी 20 टूर्नामेंट की मेजबानी करने का रास्ता साफ हो गया है। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एसीसी की बैठक के बाद यह फैसला हुआ जिसमें सभी 25 सदस्य देशों ने आयोजन स्थल पर चर्चा के लिए हिस्सा लिया। बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व इसके उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने वर्चुअली किया।
एसीसी के एक सूत्र ने बताया, ‘‘बीसीसीआई यूएई में एशिया कप की मेजबानी करेगा। भारत के अपने सभी मैच दुबई में खेलने की संभावना है। कार्यक्रम पर अब भी विचार-विमर्श चल रहा है। '' यह टूर्नामेंट यूएई में आयोजित किया जा रहा है क्योंकि भारत और पाकिस्तान ने 2027 तक सभी बहु राष्ट्रीय टूर्नामेंट में अपने सभी मैच तटस्थ स्थानों पर खेलने के लिए पारस्परिक रूप से सहमति व्यक्त की है। एशिया कप का यह चरण टी20 प्रारूप में आयोजित किया जा रहा है क्योंकि खेल के सबसे छोटे प्रारूप का अगला आईसीसी विश्व कप फरवरी 2026 में भारत और श्रीलंका में आयोजित किया जाएगा। यह टूर्नामेंट सितंबर में दो सप्ताह से थोड़ा अधिक समय तक चलेगा। इसे महीने के अंतिम सप्ताह से पहले समाप्त करना होगा क्योंकि इसी समय भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला खेलनी है। तीन अंतरराष्ट्रीय मैदानों में से टूर्नामेंट के लिए दुबई और अबुधाबी के इस्तेमाल किए जाने की संभावना है। प्रसारकों और प्रायोजकों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस बात की पूरी संभावना है कि भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा जाएगा क्योंकि दोनों टीमों के बीच अगर फाइनल नहीं होता है तो कम से कम दो मैच होंगे (ग्रुप लीग और सुपर सिक्स)।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने ‘ बताया, ‘‘हमारे उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला एसीसी बैठक में शामिल हुए। वह सदस्यों को जानकारी देंगे। मैं अटकलों पर विश्वास नहीं करता इसलिए आपको कुछ दिनों में आधिकारिक तौर पर पता चल जाएगा। '' ढाका में एसीसी अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख मोहसिन नकवी ने भी महाद्वीपीय प्रतियोगिता में संभावित भारत-पाक मैच के बारे में पूछे जाने पर कुछ नहीं बताया। नकवी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे। हमने बीसीसीआई के साथ चर्चा की थी और कुछ मुद्दे हैं जिन्हें हम जल्द ही सुलझा लेंगे। सभी 25 सदस्य बैठक में या तो शारीरिक रूप से या वर्चुअली शामिल हुए। हम सभी एकमत हैं। '' यह भी पता चला है कि बीसीसीआई के दबाव के कारण एजेंडे के 10 मुद्दों में से केवल दो पर ही चर्चा हुई। एजेंडे में पारित एकमात्र मुद्दा एसीसी के तत्वावधान में विकासशील देशों के लिए अनुदान से संबंधित है। नकवी ने कहा, ‘‘हम सभी ने क्रिकेट के लिए काम करने का फैसला किया है। हममें से कोई भी अपने संगठन में राजनीति नहीं चाहता और हमारी बैठक बहुत अच्छी रही। उम्मीद है कि हम इसी तरह काम करते रहेंगे। '' -
नयी दिल्ली। भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल ने नीदरलैंड के मैक्स हूकेस को हराकर टैम्पियर चैलेंजर स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि अर्जुन काधे और विजय सुंदर प्रशांत स्विट्जरलैंड में जुग ओपन के पुरुष युगल क्वार्टर फाइनल में हार गए। मैच के लिए सर्विस करते हुए नागल को दूसरे सेट के 10वें गेम में कई ब्रेक प्वाइंट का सामना करना पड़ा लेकिन वह 6-2, 6-4 से जीत के साथ अगले दौर में जगह बनाने में सफल रहे। अगले दौर में नागल का सामना अर्जेंटीना के क्वालीफायर निकोलस किकर से होगा जिन्होंने नॉर्वे के पांचवीं वरीयता प्राप्त विक्टर डुरासोविक को हराया। इस महीने इटली के ट्राइस्टे में क्वालीफायर के रूप में सेमीफाइनल तक पहुंचना नागल का इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। नागल ने अपने करियर में छह चैलेंजर एकल खिताब जीते हैं। इस बीच एटीपी चैलेंजर जुग ओपन में शीर्ष वरीयता प्राप्त काधे और प्रशांत क्वार्टर फाइनल में शिमोन कीलन और फिलिप पिएजोंका की पोलैंड की जोड़ी से 3-6, 4-6 से हारकर बाहर हो गए। काधे और प्रशांत ने जिरिज बर्नाट और फिलिप डूडा की चेक गणराज्य की जोड़ी को 6-1, 6-4 से हराकर अंतिम आठ में जगह बनाई थी।
- चेस्टर ली स्ट्रीट (डरहम)। .भारतीय महिला टीम का इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैच की श्रृंखला में जीत से वनडे विश्व कप से पहले आत्मविश्वास बढ़ा होगा, लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उनकी टीम को स्वदेश लौटने पर इस वैश्विक प्रतियोगिता के लिए नए सिरे से शुरुआत करनी होगी। हरमनप्रीत ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में शतक जमाया। उनके इस शानदार प्रदर्शन से भारत ने इंग्लैंड को 13 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीत ली। इससे पहले उसने महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में 3-2 से जीत हासिल की थी। भारत अब 14 सितंबर से घरेलू मैदान पर तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा। इसके बाद 30 सितंबर से दो नवंबर तक भारत और श्रीलंका में महिला वनडे विश्व कप खेला जाएगा। तीसरे मैच और श्रृंखला की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गई हरमनप्रीत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हर मैच और हर परिस्थिति अलग होती है। आज परिस्थितियां बिल्कुल भिन्न थीं, पिच भी अलग थी, माहौल भी अलग था। लेकिन घरेलू मैदान पर परिस्थितियां भिन्न होंगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब भी आपको जीत मिलती है तो आपकी मानसिकता सकारात्मक हो जाती है। इस तरह की चीज आपको अच्छी स्थिति में रखती हैं।'' हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘लेकिन जब भी आप अगला मैच खेल रहे हों, तो आपको हमेशा पहली गेंद से ही शुरुआत करनी होती है और मुझे लगता है कि इस श्रृंखला से निश्चित रूप से हमारा मनोबल बढ़ेगा। लेकिन जब हम स्वदेश लौटेंगे तो हमें नए सिरे से शुरुआत करनी होगी।' भारतीय कप्तान ने इस जीत का श्रेय टीम की कड़ी मेहनत को दिया।उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम पिछले कई वर्षों से कड़ी मेहनत कर रही है जिसका असर अब परिणाम में नजर आ रहा है। मुझे वास्तव में बहुत खुशी है कि हमारे खिलाड़ी आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे सकारात्मक सोच के साथ आगे आ रही हैं तथा अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत कर रही हैं।''
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दुबई. इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा एकदिवसीय श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत की दीप्ति शर्मा बल्लेबाजों में 10 स्थानों की छलांग लगाकर 23वें स्थान पर पहुंच गई हैं, जबकि सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने मंगलवार को जारी नवीनतम आईसीसी रैंकिंग में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। श्रृंखला के शुरुआती दो मैचों में शानदार प्रदर्शन से इंग्लैंड और भारत के खिलाड़ियों को इस रैंकिंग में फायदा हुआ है। दीप्ति ने शुरुआती एकदिवसीय में नाबाद 62 रन की पारी के साथ टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी। उन्होंने इसके बाद दूसरे एकदिवसीय में भी नाबाद 30 रन का योगदान दिया। सोफिया डंकले ने पहले वनडे में 92 गेंदों पर 83 रन बनाकर इंग्लैंड को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे उन्हें 24 स्थानों का फायदा हुआ। वह बल्लेबाजों की सूची में 52वें पायदान पहुंच गईं। मंधाना पहले दो मैचों में 28 और 42 के स्कोर के साथ रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई हैं और उन्होंने अपनी 727 की रेटिंग भी बरकरार रखी है। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर 17 और सात के स्कोर के बाद पांच स्थान फिसलकर 21वें स्थान पर आ गई हैं।
गेंदबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज सोफी एक्लेस्टोन अपनी स्थिति और मजबूत करने में सफल रही। मौजूदा श्रृंखला में चार विकेट चटकाने वाली इस अनुभवी खिलाड़ी की रेटिंग 747 से बढ़कर 776 हो गयी है। वह दूसरे वनडे में तीन विकेट चटकाकर प्लेयर ऑफ द मैच भी बनी थी। गेंदबाजों की रैंकिंग में उनके बाद ऑस्ट्रेलिया की एशले गार्डनर (724) और मेगन शुट्ट (696) दूसरे और तीसरे पायदान पर है।। दीप्ति चौथे स्थान पर बनी हुई हैं। इंग्लैंड की चार्ली डीन और भारत की स्नेह राणा जैसी स्पिनरों भी श्रृंखला में अच्छी गेंदबाजी कर तीन-तीन विकेट लिए हैं। डीन करियर की सर्वश्रेष्ठ 625 रेटिंग के साथ दो स्थान चढ़कर नौवें नंबर पर पहुंच गई हैं, जबकि राणा 12 स्थान ऊपर चढ़कर 21वें नंबर पर आ गई हैं। राणा ने भी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 515 रेटिंग हासिल की है। डीन हरफनमौला खिलाड़ियों की सूची में भी सुधार कर संयुक्त रूप से 14वें स्थान पर पहुंच गई हैं तो वहीं एक्लेस्टोन तीन स्थान के सुधार के साथ 18वें पायदान पर पहुंच गयी है।
- - मैनचेस्टर. इंग्लैंड के खिलाफ 23 जुलाई से शुरू हो रहे चौथे टेस्ट के लिये फिट होने की कोशिशों में जुटे आकाश दीप और अर्शदीप सिंह के कवर के तौर पर तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज को भारतीय टीम में शामिल किया गया है । ग्रोइन की चोट से जूझ रहे आकाश दीप ने दूसरा और तीसरा टेस्ट खेला था जबकि अर्शदीप इस श्रृंखला में अभी तक नहीं खेल सके हैं । सूत्रों के अनुसार भारतीय आल राउंडर नीतिश कुमार रेड्डी का भी चौथे टेस्ट में खेलना संदिग्ध है क्योंकि उन्हें रविवार को जिम सत्र के दौरान घुटने में चोट लग गई। सूत्र ने कहा, ‘‘नीतिश को आज जिम में ट्रेनिंग के दौरान घुटने में चोट लग गई। ''रेड्डी दूसरे और तीसरे टेस्ट में अंतिम एकादश का हिस्सा थे।आकाश दीप की उपलब्धता पर कोई स्पष्टता नहीं है जबकि अर्शदीप का मैनचेस्टर टेस्ट में खेलना मुश्किल ही लग रहा है जिसकी वजह से चयनकर्ताओं ने कम्बोज को बुलाया । अर्शदीप को नेट सत्र के दौरान साइ सुदर्शन का एक शॉट बचाते समय बायें हाथ में चोट लगी थी ।सहायक कोच रियान टेन डोइशे ने कहा था ,‘‘ हम मैनचेस्टर टेस्ट पास आने पर टीम संयोजन के बारे में फैसला लेंगे, खासकर अर्शदीप की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ।'' उन्होंने कहा था ,‘‘ उसे कट लगा है लेकिन देखना है कि यह कितना गहरा है । मेडिकल टीम उसे डॉक्टर के पास ले गई है और देखना है कि उसे टांके आते हैं या नहीं ।'' कम्बोज ने टेस्ट श्रृंखला से पहले इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो मैचों में भारत ए के लिये अच्छा प्रदर्शन किया । उन्होंने नॉर्थम्पटन और कैंटरबरी में चार पारियों में पांच विकेट लिये । उन्होंने पिछले साल केरल के खिलाफ लाहली में रणजी ट्रॉफी मैच में हरियाणा के लिये एक पारी के दस विकेट चटकाये थे । वह बंगाल के प्रेमांग्शु चटर्जी (1956 . 57) और राजस्थान के प्रदीप सोमासुंदरम (1985 . 86) के बाद यह कारनामा करने वाले तीसरे गेंदबाज बने थे । उन्होंने पिछले सत्र में छह रणजी मैचों में 34 विकेट लिये थे ।
- लंदन. इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने स्वीकार किया कि सचिन तेंदुलकर के साथ ट्रॉफी पर अपना नाम देखकर वह अजीब महसूस करते हैं और उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया के महानतम क्रिकेटरों में से एक के साथ अपना नाम होना बहुत बड़ा सम्मान है । इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट श्रृंखला की ट्रॉफी का नाम एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी रखा है । पहले इसका नाम पटौदी ट्रॉफी था जो भारत के पूर्व कप्तान इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर था । एंडरसन ने स्काय स्पोटर्स से कहा ,‘‘ यह जरूरी नहीं कि आपके नाम पर ट्रॉफी का होना कितना बड़ा है, बल्कि यह भी महत्वपूर्ण है कि आपके नाम के साथ सचिन तेंदुलकर का नाम है, जो मेरे लिए अब तक के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक हैं।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं ट्रॉफी पर अपने साथ उनका नाम देखता हूं तो बड़ा अजीब लगता है । मैं उनका काफी सम्मान करता हूं । मैने बचपन से उन्हें देखा है और उनके खिलाफ खेला है । वह इतने महान क्रिकेटर रहे हैं जिन्होंने पूरे देश की उम्मीदों का बोझ अपने पूरे कैरियर में उठाया है । उनके साथ इस तरह का कुछ साझा करना बहुत बड़ा सम्मान है ।'' तेंदुलकर ने 200 और एंडरसन ने 188 टेस्ट खेले हैं । पिछले साल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले एंडरसन ने 704 विकेट लिये हैं ।
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सोलो (इंडोनेशिया). भारत ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शनिवार को यहां ग्रुप डी के मुकाबले में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पर 110-83 से जीत दर्ज करके बैडमिंटन एशिया जूनियर मिश्रित टीम चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। भारत ने इससे पहले ग्रुप के अपने शुरुआती मुकाबले में शुक्रवार को श्रीलंका को हराया था। ग्रुप की एक अन्य टीम हांगकांग ने भी अपने दोनों मुकाबले जीते हैं और उसने भी भारत के साथ क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित कर ली है। ग्रुप डी के शीर्ष पर रहने वाली टीम का फैसला करने के लिए अब भारत और हांगकांग के बीच रविवार को मुकाबला होगा। यह टूर्नामेंट रिले स्कोरिंग प्रारूप के तहत खेला जा रहा है, जहां टीमें 10 मैचों में 110 अंक हासिल करने कोशिश करती हैं। भारत ने यूएई के खिलाफ शुरू से ही दबदबा बना दिया था। पहले मैच में लड़कियों के एकल में रुजुला रामू ने मायशा खान को 11-5 से हराया। इसके बाद मिश्रित युगल में सी लालरामसांगा और तारिणी सूरी ने बढ़त को 22-11 तक पहुंचा दिया। यूएई ने कुछ मैचों में भारत के सामने कड़ी चुनौती पेश की थी लेकिन वह किसी भी समय उससे आगे नहीं निकल पाया। भारत ने पूरे मुकाबले में अपनी बढ़त बनाए रखी। उसने मध्यांतर तक 55-41 से बढ़त बना रखी थी। इसके बाद अमेरिकी ओपन फाइनलिस्ट तन्वी शर्मा ने मधुमिता सुंदरपांडियन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए बढ़त को 66-46 तक पहुंचा दिया। लालरामसांगा ने रेशिका यू के साथ मिलकर दूसरे मिश्रित युगल मुकाबले में आदित्य किरण और मायशा खान को 11-5 से हराकर भारत को 77-51 से आगे कर दिया। इसके बाद भारत ने 110 अंक पर पहुंचकर जीत हासिल करने में देर नहीं लगाई। भारत ने इस मिश्रित टीम प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2011 में किया था, जब उसने कांस्य पदक जीता था। पिछले वर्ष भारत क्वार्टर फाइनल में मलेशिया से 2-3 से हारकर पदक से चूक गया था। इस प्रतियोगिता में कुल 17 टीम भाग ले रही हैं जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है। तीन ग्रुप में चार-चार जबकि एक ग्रुप में पांच टीम शामिल है। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर-फ़ाइनल में पहुंचेंगी। इस साल की चैंपियनशिप में 110 अंकों की रिले प्रणाली अपनाई गई। प्रत्येक मुकाबले में 10 मैच होते हैं (पुरुष एकल, महिला एकल, पुरुष युगल, महिला युगल और मिश्रित युगल में दो-दो मैच) और जो टीम सबसे पहले 110 अंक तक पहुंचती है उसे विजेता घोषित किया जाता है। इस प्रतियोगिता में तीसरे स्थान के लिए प्ले ऑफ मुकाबला नहीं होगा और सेमीफाइनल में हारने वाली दोनों टीमों को कांस्य पदक मिलेगा।
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बेंगलुरू. हॉकी इंडिया ने यहां 21 जुलाई से 29 अगस्त तक भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र (साइ) पर होने वाले सीनियर महिला राष्ट्रीय कोचिंग शिविर के लिये 40 खिलाड़ियों के नाम की घोषणा की । पांच सितंबर से चीन के हांगझोउ में होने वाले महिला एशिया कप को देखते हुए यह शिविर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है । यह टूर्नामेंट 2026 एफआईएच महिला विश्व कप में सीधे क्वालीफाई करने का भी जरिया होगा । पिछले शिविर में शामिल सभी खिलाड़ियों को इसमें भी मौका दिया गया है ।
भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ यह शिविर काफी अहम समय पर लगाया जा रहा है । एशिया कप प्रतिष्ठित टूर्नामेंट होने के साथ विश्व कप 2026 में सीधे जगह बनाने का जरिया भी है । हमारा पूरा फोकस मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को तैयार करने पर होगा ।' उन्होंने कहा ,‘‘ हमने प्रदर्शन में निरंतरता बनाये रखने के लिये पिछले शिविर के कोर ग्रुप को बरकरार रखा है । यूरोप में प्रो लीग में हमें मनचाहे नतीजे नहीं मिले लेकिन इस शिविर से हमे आत्ममंथन करके मजबूती से वापसी का मौका मिलेगा ।'' भारतीय सीनियर कोर ग्रुप की सूची इस प्रकार है ।
गोलकीपर : सविता, बिछू देवी खारीबम, बांसरी सोलंकी, माधुरी किंडो, समीक्षा सक्सेना
डिफेंडर : महिमा चौधरी, निक्की प्रधान, सुशीला चानू, उदिता, इशिका चौधरी, ज्योति छत्री, ज्योति, अक्षता ढेकाले, अंजना डुंगडुंग, सुमन देवी मिडफील्डर : सुजाता कुजूर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, नेहा, सलीमा टेटे, मनीषा चौहान, अजमीना कुजूर, सुनेलिटा टोप्पो, लालरेम्सियामी, शर्मिला देवी, बलजीत कौर, महिमा टेटे, अलबेला रानी टोप्पो, पूजा यादव फॉरवर्ड : दिपिमोनिका टोप्पो, रितिका सिंह, दीपिका सोरेंग, नवनीत कौर, संगीता कुमारी, दीपिका, रूतुजा पिसल, ब्यूटी डुंगडुंग, मुमताज खान, अन्नु, चंदना जगदीश, काजल अत्पडकर ।