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- नयी दिल्ली ।दोहा में एशियाई युवा और जूनियर भारोत्तोलन चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन के बाद भारत के पदक विजेता युवाओं की नजरें नये साल में नयी ऊंचाइयों को छूने पर लगी है । भारत ने 19 से 25 दिसंबर तक हुए टूर्नामेंट में 33 पदक जीते ।अब खिलाड़ियों का लक्ष्य ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2026 के लिये क्वालीफाई करना है । राष्ट्रीय भारोत्तोलन कोच और ओलंपियन मीराबाई चानू के मेंटोर विजय शर्मा ने कहा कि दोहा के प्रदर्शन से भविष्य उज्जवल रहने के संकेत मिले हैं । दोहा में पदक जीतने वाले भारत के 24 खिलाड़ियों में से 22 खेलो इंडिया से निकले थे । पूरे दल ने भारतीय खेल प्राधिकरण के पटियाला, इम्फाल और औरंगाबाद स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में अभ्यास किया । भावी योजना के बारे में महिला जूनियर प्लस 87 वर्ग में रजत पदक जीतने वाली मेइबाम मार्टिना देवी ने कहा ,‘‘ 2025 में राष्ट्रमंडल खेल 2026 के ट्रायल शुरू होंगे । अहमदाबाद में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैम्पियनशिप क्वालीफायर टूर्नामेंट है । '' उन्होंने कहा ,‘‘ इसके अलावा मैं उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में भी भाग लूंगी ।''पुरूषों में एनआईएस पटियाला में शिविर में भाग लेने वाले साइराज परदेशी ने कहा ,‘‘ मैने 2018 में 12 वर्ष की उम्र में महाराष्ट्र में ट्रेनिंग शुरू की थी । कोरोना लॉकडाउन तक वहां अभ्यास किया और 2021 में औरंगाबाद आ गया ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ इसी साल मैं एनआईएस पटियाला आया । साइ केंद्रों का मेरे कैरियर में बहुत योगदान रहा है । चाहे अनुशासन की बात हो, खुराक, कोचों या कई अन्य पहलुओं में भी ।'
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अहमदाबाद| वैष्णवी अडकर ने शनिवार को यहां डब्ल्यू15 महिला टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में डेनमार्क की एलेना जमशीदी को सीधे सेटों में 6-2, 6-1 से हराकर अपना पहला आईटीएफ एकल खिताब जीता। पुणे के 20 वर्षीय खिलाड़ी ने एक घंटे से भी कम समय में जीत हासिल की।
यह वैष्णवी के करियर की महत्वपूर्ण जीत है, जिससे वह रुतुजा भोसले की खिताबी जीत के बाद पिछले तीन वर्षों में पेशेवर महिला एकल खिताब जीतने वाली पुणे की पहली खिलाड़ी बन गई हैं। वैष्णवी ने क्वार्टर फाइनल में माया राजेश्वरन और सेमीफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त जील देसाई को हराया था। वैष्णवी ने पूजा इंगले के साथ मिलकर महिला युगल का खिताब जीतकर दोहरी सफलता हासिल की।इस भारतीय जोड़ी ने फाइनल में एक कड़े मुकाबले में जापान की जोड़ी अनरी नागाटा और होनोका कोबायाशी को 6-3, 2-6, 12-10 से हराया। -
मेलबर्न. महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने बृहस्पतिवार को ऑस्ट्रेलिया के पदार्पण करने वाले युवा सैम कोंस्टास के साथ विराट कोहली की टक्कर की आलोचना करते हुए कहा कि इसकी ‘कोई जरूरत नहीं' थी और भारतीय स्टार नहीं चाहेगा कि इस तरह की घटना से उनकी विरासत धूमिल हो। कोहली पर यहां चौथे टेस्ट के शुरुआती दिन ऑस्ट्रेलियाई पारी के 10वें ओवर में कोंस्टास से कंधा टकराने के कारण मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक का उल्लंघन करने के लिए एक डिमेरिट अंक भी उनके खाते में जोड़ा गया। गावस्कर ने ‘इंडिया टुडे' से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि इसका क्या कारण था। लेकिन वास्तव में इसकी कोई जरूरत नहीं थी, हमें क्रिकेट के किसी भी स्तर पर इसकी जरूरत नहीं है, निश्चित रूप से उच्चतम स्तर पर नहीं। आप शारीरिक रूप से प्रभावित हुए बिना भी बहुत प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल सकते हैं। '' गावस्कर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी कोहली को खेल में अब तक के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक के रूप में याद रखना चाहते हैं, ना कि किसी ऐसे खिलाड़ी के रूप में जिस पर जुर्माना लगाया गया हो या आईसीसी द्वारा प्रतिबंधित किया गया हो, हम ऐसा सुनना नहीं चाहते हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘आप ऐसी विरासत नहीं छोड़ना चाहते हैं जहां यह एक चर्चा का विषय या एक अड़चन बन जाए। इसलिए उम्मीद है कि वह इससे सीख लेंगे और इसे फिर से नहीं दोहराना चाहेंगे। '' मैदान पर अपने जोशीले व्यक्तित्व के लिए जाने जाने वाले कोहली अतीत में भी कई विवादों में पड़ चुके हैं। उन्हें 2019 में दक्षिण अफ्रीका के ब्यूरन हेंड्रिक्स के साथ कंधा टकराने की घटना के लिए आईसीसी द्वारा दंडित किया गया था। गावस्कर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि टकराव की भावना उनमें अंतर्निहित है, हमने हमेशा ऐसा देखा है कि वह हर विकेट, हर कैच, अपने साथियों द्वारा की गई हर अच्छी फील्डिंग का जश्न कैसे मनाते हैं। हम इसे समझते हैं और यह बहुत अच्छी बात है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि शारीरिक संपर्क नहीं होना चाहिए। '' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता, मेरा मतलब है कि जब आप भारत के लिए खेल रहे हैं और अगर यह इतना बड़ा प्रोत्साहन नहीं है तो मुझे नहीं पता कि आपको किस प्रोत्साहन की जरूरत है। '' गावस्कर ने कहा, ‘‘भारत के लिए खेलना इतना बड़ा सम्मान है कि हम दुनिया की 69वीं रैंकिंग वाली टीम या दुनिया की नंबर एक टीम के साथ खेल सकते हैं जो काफी प्रेरणादायक होनी चाहिए। ''
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वडोदरा. भारतीय महिला टीम खराब फॉर्म से जूझ रही वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और आखिरी एक दिवसीय मैच में शुक्रवार को ‘क्लीन स्वीप' के इरादे से उतरेगी । आस्ट्रेलिया दौरे पर तीनों वनडे हारने के बाद भारतीय टीम ने अपनी सरजमीं पर वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत की राह पर वापसी की है । भारतीय टीम ने श्रृंखला में 300 से अधिक के स्कोर बनाये हैं । पहले मैच में स्मृति मंधाना के साथ पारी का आगाज करने वाली पत्रिका रावल ने दूसरे वनडे में बेहतर प्रदर्शन करके उम्मीद जगाई है । हरलीन देयोल ने दूसरे मैच में तीसरे नंबर पर उतरकर शतक जड़ा और वह इस लय को कायम रखना चाहेंगी । पूरी तरह से फिट होने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर भी आत्मविश्वास से भरी लग रही हैं लेकिन अभी तक बड़ी पारी नहीं खेल पाई हैं । गेंदबाजी में रेणुका ठाकुर ने तेज गेंदबाजी में अगुवाई की है जबकि युवा टिटास साधू को भी विकेट मिले हैं । लेग स्पिनर प्रिया मिश्रा ने भी प्रभावित किया है । यह मुकाबला चूंकि औपचारिकता का है लिहाजा भारतीय टीम में तनुजा कंवर और तेजल हसब्निस को उतारा जा सकता है । वेस्टइंडीज टीम को जीत के साथ स्वदेश लौटने के लिये अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा । उसके लिये सिर्फ हेली मैथ्यूज ही प्रभावित कर सकी हैं । टीमें :
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), प्रतिका रावल, जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देयोल, रिचा घोष (विकेटकीपर), उमा छेत्री (विकेटकीपर), तेजल हसब्निस, दीप्ति शर्मा, मिन्नू मणि, प्रिया मिश्रा, तनुजा कंवर, टिटास साधु, साइमा ठाकुर, रेणुका सिंह ठाकुर। वेस्टइंडीज: हेली मैथ्यूज (कप्तान), शेमाइन कैंपबेल (उप-कप्तान), आलिया एलेने, शमिलिया कॉनेल, नेरिसा क्राफ्टन, डींड्रा डोटिन, अफी फ्लेचर, शबिका गजनबी, चिनेले हेनरी, ज़ैदा जेम्स, कियाना जोसेफ, मैंडी मंगरू, अश्मिनी मुनिसर, करिश्मा रामहरैक , राशदा विलियम्स। मैच सुबह 9.30 बजे शुरू होगा। -
मेलबर्न. विषम परिस्थितियों में शानदार गेंदबाजी करने वाले जसप्रीत बुमराह ने भारत को मैच में लौटाया जबकि आस्ट्रेलिया ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सैम कोंस्टास के आक्रामक अर्धशतक समेत शीर्ष क्रम के मजबूत प्रदर्शन के दम पर चौथे टेस्ट के पहले दिन बृहस्पतिवार को छह विकेट पर 311 रन बना लिये । कोंस्टास के 65 गेंद में 60 रन ने जहां एमसीजी पर जुटे 80000 से अधिक दर्शकों में जोश भर दिया तो बुमराह के 21 ओवर में 75 रन देकर तीन विकेट लेने के बाद दर्शक दीर्घा से ‘बूम बूम बुमराह' का शोर भी सुनाई दिया । लगातार दो शतक बनाकर इस टेस्ट में उतरे ट्रेविस हेड से बुमराह की गेंद को भांपने में गलती हुई और वह 67वें ओवर में अपना विकेट गंवा बैठे । अगले ओवर में बुमराह ने खराब फॉर्म से जूझ रहे मिचेल मार्श (चार) को आउट किया जबकि लंच के बाद उस्मान ख्वाजा (121 गेंद में 57 रन) को पवेलियन भेजा था । पहले दो सत्र का खेल आस्ट्रेलिया के नाम रहा जिसके लिये ख्वाजा और कोंस्टास के अलावा मार्नस लाबुशन (145 गेंद में 72 रन) और स्टीव स्मिथ (111 गेंद में नाबाद 68 रन) ने अर्धशतक लगाये । आखिरी सत्र बुमराह का रहा जिन्होंने भारत की मैच में वापसी कराई । बुमराह के अब श्रृंखला में 24 विकेट हो गए हैं । दूसरे छोर से उन्हें मोहम्मद सिराज से बिल्कुल मदद नहीं मिली जिन्होंने 15 ओवर में 69 रन दे डाले और कोई विकेट नहीं मिली । आफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने 12 ओवर में 37 रन देकर एक विकेट लिये । वहीं आकाश दीप ने 19 ओवर में 59 रन देकर एक विकेट चटकाया । रविंद्र जडेजा भी महंगे साबित हुए जिन्होंने कोंस्टास का विकेट लेने के बावजूद 14 ओवर में 54 रन दिये । सुबह के सत्र में कोंस्टास छाये रहे । टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले 19 बरस के इस बल्लेबाज ने सिर्फ 52 गेंद में अर्धशतक जड़ दिया और 65 गेंद में 60 रन बनाकर साबित कर दिया कि उन्हें अंतिम एकादश में रखने का फैसला कितना सही था । इससे पहले आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया । पहले सत्र में कोंस्टास की भारत के सुपरस्टार क्रिकेटर विराट कोहली से संक्षिप्त झड़प भी हुई । शुरूआत में कोंस्टास को भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को खेलने में दिक्कत आई लेकिन पहले कुछ रन बनाने के बाद वह लय में आ गए । बेखौफ खेल दिखाते हुए उन्होंने बुमराह को रिवर्स स्वीप लगाकर चौका जड़ा और फिर मिड आन पर छक्का लगा दिया । इसके बाद उन्होंने थर्डमैन पर चौका लगाया । बुमराह को टेस्ट क्रिकेट के पहले ही स्पैल में पहली बार दो छक्के पड़े हैं । इससे पहले टेस्ट मैच में उन्हें 2021 में कैमरन ग्रीन ने छक्का लगाया था । कोंस्टास ने अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाये । कोंस्टास ने अनुभवी उस्मान ख्वाजा (नाबाद 38) के साथ 89 रन की साझेदारी की । ख्वाजा ने 121 गेंद में 57 रन की संयम से भरी पारी खेली । मोहम्मद सिराज जब गेंदबाजी पर आये तो दर्शकों ने काफी हूटिंग की क्योंकि उन्होंने कोंस्टास पर उसकी अपारंपरिक बल्लेबाजी शैली के लिये छींटाकशी की थी । सिराज ने या तो बहुत फुललैंग्थ गेंद डाली या शॉर्टपिच गेंद फेंकी । पहले स्पैल में भारतीय तेज गेंदबाजों में सिर्फ आकाश दीप लय में दिखे । साझेदारी टूटती नहीं देख भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 16वें ओवर में जडेजा को गेंद सौंपी जिन्होंने कोंस्टास को पगबाधा आउट करके कप्तान के फैसले को सही साबित किया । दर्शकों ने पवेलियन लौटते कोंस्टास का खड़े होकर अभिवादन किया । वहीं ख्वाजा अपनी गलती से विकेट गंवा बैठे और बुमराह की गेंद पर पुल शॉट की टाइमिंग खराब होने से गेंद सीधे केएल राहुल के हाथ में गई । दूसरे सत्र में यही एक विकेट गिरा ।
- नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के लिए वर्ष 2024 उतार चढ़ाव वाला रहा तथा जहां टीम ने आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) ट्रॉफी जीतने के लंबे इंतजार को खत्म किया वहीं उसे घरेलू श्रृंखला में हार झेलनी पड़ी। भारतीय क्रिकेट में इस साल बदलाव का दौर भी शुरू हुआ। इसकी शुरुआत कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के अपेक्षित और अप्रत्याशित संन्यास के साथ हुई। भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी ट्रॉफी जीतने के लिए बेताब थी क्योंकि पिछले एक दशक में वह अधिकतर नॉकआउट चरण में बाहर होती रही। इनमें पिछले साल वनडे विश्व कप का फाइनल भी शामिल है जहां उसे आस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गए टी20 विश्व कप में शुरू से लेकर आखिर तक शानदार प्रदर्शन किया और ट्रॉफी जीती। भारत ने चार स्पिनरों को टीम में रखा था जिनमें से रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को ही खेलने का मौका मिला। जडेजा को बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपना जलवा दिखाने का खास मौका नहीं मिला लेकिन कुलदीप और अक्षर भारत के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए। जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने भी क्रमशः 15 और 17 विकेट लेकर अपनी भूमिका बखूबी निभाई। बल्लेबाजी में रोहित ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया। उन्होंने अपनी निर्भीक बल्लेबाजी से विरोधी टीमों के आक्रमण को ध्वस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके सलामी जोड़ीदार कोहली शुरुआती मैचों में खास योगदान नहीं दे पाए लेकिन फाइनल में उन्होंने तब 76 रन की शानदार पारी खेली जबकि टीम खराब शुरुआत के कारण संकट में दिख रही थी। ऑल राउंडर हार्दिक पंड्या, इस टूर्नामेंट के बाद कप्तान नियुक्त किए गए सूर्यकुमार यादव और कार दुर्घटना में चोटिल होने के बाद वापसी करने वाले ऋषभ पंत ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया। रोहित, कोहली और जडेजा ने भारतीय टीम के चैंपियन बनने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। यह मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए भी शानदार विदाई थी जिनका कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद समाप्त हो गया था। रोहित के संन्यास लेने के बाद पूरी उम्मीद थी की हार्दिक इस छोटे प्रारूप में कप्तानी का दायित्व संभालेंगे लेकिन द्रविड़ की जगह मुख्य कोच का पद संभालने वाले गौतम गंभीर की सोच अलग थी क्योंकि उन्होंने टी20 में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज सूर्यकुमार को कप्तान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत के टी20 श्रृंखला के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरे में तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने बल्लेबाजी में जबकि वरुण चक्रवर्ती ने गेंदबाजी में अपना कमाल दिखाया। भारत को हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच के घरेलू श्रृंखला में 0–3 से अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले भारतीय टीम ने अपने आक्रामक तेवर दिखाकर बांग्लादेश को दोनों टेस्ट मैच में पराजित किया था। उम्मीद की जा रही थी कि भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ भी इसी तरह का रवैया अपनाएगी लेकिन परिस्थितियां एकदम से बदल गई और न्यूजीलैंड ने उसे तीनों मैच में करारी हार का स्वाद चखाया। इसके बाद कुछ सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर चर्चा शुरू हो गई तथा हाल में रविचंद्रन अश्विन का अचानक संन्यास लेना भी इसी का परिणाम माना जा रहा है। इस साल के आखिर में जय शाह आईसीसी के नए अध्यक्ष बने जिससे विश्व क्रिकेट में भारत के प्रभाव का भी पता चलता है। वह जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर के बाद इस पद पर आसीन होने वाले पांचवें भारतीय हैं। शाह ने पाकिस्तान की मेजबानी में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी पर मंडरा रहे खतरे के बादलों को दूर करके तुरंत ही अपनी जीवंंत उपस्थिति दर्ज कराई। भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान का दौरा करने की जरूरत नहीं है और वह अपने मैच दुबई में खेलेगा। इसी तरह से भारत में होने वाले टूर्नामेंट के अपने मैच पाकिस्तान किसी तटस्थ स्थल पर खेलेगा।इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित की गई जिसमें ऋषभ पंत (27 करोड़ रुपये) और श्रेयस अय्यर (26.75 करोड़) सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी रहे। अगर भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन की बात करें तो वह टी20 विश्व कप में शुरुआत में ही बाहर हो गई थी लेकिन उसने हाल में वेस्टइंडीज को घरेलू टी20 श्रृंखला में हराकर इसकी कुछ भरपाई की। यह पिछले पांच वर्षों में पहला अवसर है जबकि भारतीय टीम ने घरेलू श्रृंखला जीती।
- इंदौर।.मशहूर खेल कमेंटेटर सुशील दोशी ने ज्यादातर पूर्व क्रिकेटरों की हिन्दी कमेंट्री के गिरते स्तर पर नाराजगी जताते हुए बुधवार को कहा कि देश में सबसे ज्यादा बोली और समझी जाने वाली जुबान की इस दुर्गति पर रोक लगाई जानी चाहिए। दोशी ने कहा,‘‘पूर्व क्रिकेटर हिन्दी कमेंट्री में आएं, अच्छी बात है। लेकिन आज ऐसे पूर्व क्रिकेटर भी हिन्दी कमेंट्री कर रहे हैं जिन्हें हिन्दी से कोई प्रेम नहीं है। वे हिन्दी के बहाने केवल पैसा कमाने के लिए यह काम कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि ये लोग हिन्दी कमेंट्री के साथ न्याय करें।'' उन्होंने जोर देकर कहा कि जब किसी देश की कोई भाषा खराब होती है, तो राष्ट्रीय चरित्र और संस्कारों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। दोशी ने मिसाल देते हुए कहा कि जब कोई पूर्व क्रिकेटर कमेंट्री के दौरान बोलता है कि ‘‘किरकिट खेली जा रही है'', तो नयी पीढ़ी के लोग भी हिन्दी का यह गलत प्रयोग सीखेंगे क्योंकि वे इस शख्स को अपने नायक के तौर पर देखते हैं। वह ठहाके के साथ एक वाकया याद करते हुए बताते हैं,‘‘एक क्रिकेट मैच के दौरान जब एक खिलाड़ी क्षेत्ररक्षण के दौरान घायल हो गया और कुछ लंगड़ा कर चलने लगा, तो मैंने हिन्दी में कमेंट्री कर रहे एक पूर्व क्रिकेटर को कहते सुना कि उसका चाल-चलन खराब हो गया है।'' दोशी ने कहा कि हिन्दी कमेंट्री की दुर्गति रोकने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीसीई) को भी कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा,‘‘मैं तो बीसीसीसीई से भी यह कहता हूं कि आपने क्रिकेट मैचों के प्रसारण के अधिकार बेचे हैं, लेकिन आपने (कमेंट्री के दौरान) देश की भाषा (हिन्दी) को खराब करने के अधिकार नहीं बेचे हैं।'' उन्होंने हैरत जताई कि ज्यादातर हिन्दीप्रेमी लोग हिन्दी कमेंट्री की दुर्गति रोकने के लिए कुछ भी नहीं कर रहे हैं। वह रामधारी सिंह "दिनकर" की एक कविता का हवाला देते हुए कहते हैं,‘‘समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध, जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध।'' मध्यप्रदेश सरकार की साहित्य अकादमी ने दोशी की स्वरचित आत्मकथा ‘‘आंखों देखा हाल'' के लिए उन्हें हाल ही में अखिल भारतीय विष्णु प्रभाकर पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा,‘‘जब मैंने 1968 में रेडियो पर हिन्दी कमेंट्री की शुरुआत की, तब आम तौर पर अंग्रेजी में ही कमेंट्री होती थी। क्रिकेट को आम बोलचाल की हिन्दी में समझाना मुश्किल काम था। मैंने हिन्दी कमेंट्री के आमफहम मुहावरे गढ़े।'' दोशी के मुताबिक गुजरे 56 सालों में वह कुल 500 से ज्यादा एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों और टी-20 मुकाबलों और करीब 90 टेस्ट मैचों की कमेंट्री कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह क्रिकेट के एक दिवसीय और टी-20 प्रारूपों के कुल जमा 13 विश्व कप का आंखों देखा हाल को सुना चुके हैं। खेल कमेंट्री की दुनिया में उल्लेखनीय योगदान के लिए दोशी को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान "पद्मश्री" से वर्ष 2016 में नवाजा गया था।
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मेलबर्न. अपने जमाने के दिग्गज क्रिकेटर ग्रेग चैपल का मानना है कि ट्रैविस हेड वर्तमान समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, जिनका बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ प्रदर्शन उनके निडर दृष्टिकोण और बल्लेबाजी के ऑस्ट्रेलियाई तरीके का जीवंत उदाहरण है। हेड ने भारत के खिलाफ पहले तीन टेस्ट मैचों में दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से 409 रन बनाए हैं और वह श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान चैपल का मानना है कि टेस्ट बल्लेबाज के रूप में हेड की सफलता के पीछे उनका सहज बने रहना और आक्रामकता है। चैपल ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘वर्तमान श्रृंखला में जसप्रीत बुमराह के खिलाफ हेड का प्रदर्शन उनके निडर दृष्टिकोण का उदाहरण है। अन्य बल्लेबाज जहां बुमराह के अपरंपरागत एक्शन, तेज गति और लगातार सटीक गेंदबाजी के सामने संघर्ष कर रहे हैं वहीं हेड ने उन्हें किसी भी अन्य गेंदबाज की तरह लिया।'' उन्होंने कहा, ‘‘हेड ने मजबूत इरादों के साथ बुमराह का सामना किया और उनके खिलाफ रन बनाने का प्रयास करके न केवल उनके खतरे को कम किया बल्कि उनकी लय भी बिगाड़ी। शॉर्ट पिच गेंदों को खेलने और फुल लेंथ गेंदों को ड्राइव करने की उनकी क्षमता उल्लेखनीय है, जिससे उनकी प्रगति का पता चलता है।'' चैपल ने कहा कि हाल के वर्षों में सभी प्रारूपों में हेड का शानदार प्रदर्शन का कारण उनका सहज होकर खेलना है। चैपल ने लिखा, ‘‘एक कच्ची, अप्रत्याशित प्रतिभा से लेकर विश्व क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली पुरुष बल्लेबाजों में से एक तक ट्रैविस हेड अपने चरम पर पहुंच गए हैं। उनका सफर केवल चुनौतियों पर काबू पाने तक सीमित नहीं है बल्कि अपनी शैली में सादगी बनाए रखने से भी जुड़ी है जो उनकी पहचान बन गई है।'' चैपल का मानना है कि हेड दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक हैं जो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों के खिलाफ अपनी रणनीति तय कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ट्रैविस हेड की बल्लेबाजी का सार उनके सुव्यवस्थित दिमाग में निहित है। उन्होंने एक ऐसा रास्ता चुना है जो सावधानी से अधिक इरादे को प्राथमिकता देता है। एक ऐसी मानसिकता जो उन्हें रन बनाने के उद्देश्य से हर गेंद का सामना करने के लिए प्रेरित करती है।'' चैपल ने कहा, ‘‘अपनी वर्तमान फॉर्म में ट्रैविस बल्लेबाजी के ऑस्ट्रेलियाई तरीके का उदाहरण पेश करता है। अभी जिस तरह से उनके प्रदर्शन की चर्चा चल रही है उससे साफ हो जाता है कि ट्रैविस हेड दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है।
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दोहा. भारतीय भारोत्तोलक मार्टिना देवी ने यहां एशियाई जूनियर भारोत्तोलन चैम्पियनशिप में महिलाओं की जूनियर प्लस 87 किलो श्रेणी में रजत पदक जीता । मणिपुर की 18 वर्ष की मार्टिना ने 225 किलो (96 और 129 किलो) वजन उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया । उन्होंने क्लीन एंड जर्क में भी रजत और स्नैच में कांस्य पदक हासिल किया । उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 237 किलो है जो उन्होंने इस साल जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में किया था ।
- नयी दिल्ली. भारतीय स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर अपने बेटे हक्ष पटेल की झलक दिखाई जिसे भारत की राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनाई गई। तीस वर्षीय क्रिकेटर अक्षर ने दिल को छू लेने वाली तस्वीर साझा की जिसमें हक्ष पटेल अपने माता-पिता का हाथ थामे हुए हैं। हक्ष का जन्म 19 दिसंबर को हुआ था।अक्षर ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘‘वह अब भी लेग से ऑफ साइड को समझ रहा है लेकिन हम उसे आप सभी से मिलवाने का इंतजार नहीं कर सकते। दुनिया हक्ष पटेल का स्वागत करो, भारत का सबसे छोटा, फिर भी सबसे बड़ा प्रशंसक और हमारे दिल का सबसे खास टुकड़ा।'' हक्ष अक्षर और उनकी पत्नी मेहा की पहली संतान हैं जिनकी शादी जनवरी 2023 में हुई थी। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि अक्षर को आखिरी दो टेस्ट मैच के लिए नहीं चुना गया, क्योंकि उनके परिवार में हाल ही में एक बच्चा शामिल हुआ है। रविचंद्रन अश्विन के अचानक संन्यास लेने के बाद मुंबई के ऑफ स्पिन ऑलराउंडर तनुश कोटियान को बाकी दो टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम में जगह दी गई है।
- पुणे । राष्ट्रीय अंडर–नौ ओपन एवं बालिका शतरंज चैंपियनशिप 27 दिसंबर से दो जनवरी तक यहां के बालेवाड़ी के श्री शिव छत्रपति खेल परिसर में आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता का आयोजन विश्व शतरंज की सर्वोच्च संस्था फिडे और अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के तत्वावधान में महाराष्ट्र शतरंज संघ करेगा। इस प्रतियोगिता से भारत के युवा खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा। इस प्रतियोगिता की कुल इनामी राशि पांच लाख रुपए है। इसमें ओपन और बालिका दोनों वर्ग के लिए समान 2.5 लाख रुपए की पुरस्कार राशि रखी गई है।
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नयी दिल्ली. महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पोस्ट में गांव की एक बच्ची के शानदार गेंदबाजी एक्शन की तारीफ करके भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान से उनकी तुलना की और जहीर भी उसकी तकनीक के कायल हुए बिना नहीं रहे । तेंदुलकर ने शुक्रवार को एक्स पर राजस्थान की सुशीला मीना का वीडियो साझा किया जो बायें हाथ से शानदार तेज गेंदबाजी कर रही थी और उसके बेहतरीन एक्शन में जहीर के एक्शन की झलक मिल रही थी । तेंदुलकर ने जहीर को वीडियो में टैग किया । उन्होंने लिखा ,‘‘ शानदार । देखने में मजा आया । सुशीला मीना के गेंदबाजी एक्शन में तुम्हारी झलक है जहीर । क्या तुम्हे भी लगता है ।'' जवाब में जहीर ने लिखा ,‘‘ बिल्कुल । मैं भी सहमत हूं । इसका एक्शन इतना प्रभावी और शानदार है । काफी प्रतिभावान लग रही है ।'' राजस्थान के प्रतापगढ जिले के छोटे से गांव रामेर तालाब पिपलिया की रहने वाली 12 वर्ष की सुशीला पांचवीं कक्षा की छात्रा है और क्रिकेट की शौकीन है । उनका गेंदबाजी एक्शन खासकर गेंद फेंकने से पहले कूदना जहीर की गेंदबाजी शैली की याद दिलाता है । तेंदुलकर और जहीर के बीच सोशल मीडिया की इस बातचीत पर अब तक लाखों व्यूज आ चुके हैं और कारपोरेट जगत से सुशीला की ट्रेनिंग के लिये मदद का प्रस्ताव भी आया है ।
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विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल के शुरुआती मुकाबले के लिए शमी को आराम
कोलकाता.भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को शनिवार को हैदराबाद में दिल्ली के खिलाफ बंगाल के विजय हजारे टॉफी के शुरुआती मुकाबले में आराम दिया जायेगा। बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने यह घोषणा की। भारत के लिए अंतिम दफा 2023 वनडे विश्व कप में खेलने वाले शमी ने टखने की सर्जरी के बाद लंबे समय बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की थी। वह तब से बेंगलुरु में बीसीसीआई के उत्कृष्टता केंद्र में चोट से उबर रहे थे।उन्होंने बंगाल के लिए शानदार वापसी कर सात विकेट झटके और टीम को इस रणजी ट्रॉफी सत्र में पहली जीत दिलाने में मदद की। उन्होंने हाल में समाप्त हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नौ विकेट झटके। हालांकि उनके घुटने में सूजन अब भी चिंता का विषय बनी हुई जो घरेलू टी20 प्रतियोगिता के दौरान हुई थी। ब्रिस्बेन में ड्रॉ हुए तीसरे टेस्ट के बाद शमी की उपलब्धता के बारे में लगातार पूछे जाने पर रोहित शर्मा नाराज दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) से किसी को उनके बारे में बात करनी चाहिए कि वह कहां रिहैबिलिटेशन कर रहे हैं। उन लोगों को ही आकर हमें कुछ अपडेट देने की जरूरत है। '' रोहित ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि वह घर पर बहुत क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन उनके घुटने को लेकर भी कुछ चिंतायें हैं। हम तब तक कोई जोखिम नहीं लेंगे जब तक कि हम उनकी फिटनेस के बारे में 200 प्रतिशत सुनिश्चित नहीं हों। '' विजय हजारे ट्रॉफी में शमी की भागीदारी को चैंपियंस ट्रॉफी सहित आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए उनकी उपलब्धता निर्धारित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया में रिजर्व गेंदबाजों में से एक तेज गेंदबाज मुकेश कुमार भी सुदीप कुमार घरामी की अगुआई वाली बंगाल टीम का हिस्सा हैं। - नयी दिल्ली। मेजबान भारत 13 जनवरी से शुरू होने वाले पहले खो खो विश्वकप का उद्घाटन मैच अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। आयोजकों ने बुधवार को यह घोषणा की। कम से कम 24 देशों ने 13 से 19 जनवरी तक होने वाली इस प्रतियोगिता में भाग लेने की पुष्टि कर दी है। मैच इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम और नोएडा इनडोर स्टेडियम में खेले जाएंगे। खो खो विश्वकप के सीईओ विक्रम देव डोगरा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘लीग चरण के मैच 13 जनवरी से शुरू होंगे। उद्घाटन मैच 13 जनवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। इससे पहले उद्घाटन समारोह होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद 14, 15 और 16 जनवरी को भी लीग चरण के मैच खेले जाएंगे। क्वार्टर फाइनल 17 जनवरी, सेमीफाइनल 18 जनवरी और फाइनल 19 जनवरी को होगा।''
- नयी दिल्ली । मेजबान भारत 13 जनवरी से शुरू होने वाले पहले खो खो विश्वकप का उद्घाटन मैच अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। आयोजकों ने बुधवार को यह घोषणा की। कम से कम 24 देशों ने 13 से 19 जनवरी तक होने वाली इस प्रतियोगिता में भाग लेने की पुष्टि कर दी है। मैच इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम और नोएडा इनडोर स्टेडियम में खेले जाएंगे। खो खो विश्वकप के सीईओ विक्रम देव डोगरा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘लीग चरण के मैच 13 जनवरी से शुरू होंगे। उद्घाटन मैच 13 जनवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। इससे पहले उद्घाटन समारोह होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद 14, 15 और 16 जनवरी को भी लीग चरण के मैच खेले जाएंगे। क्वार्टर फाइनल 17 जनवरी, सेमीफाइनल 18 जनवरी और फाइनल 19 जनवरी को होगा।'' प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में 21 और महिला वर्ग में 20 टीम भाग लेंगी।भारतीय खो खो महासंघ के प्रमुख और आयोजन समिति के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने बताया कि बॉलीवुड स्टार सलमान खान इस टूर्नामेंट के ब्रांड एंबेसडर होंगे। उन्होंने कहा,‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि सलमान खान प्रतियोगिता के ब्रांड एंबेसडर होंगे।
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ब्रिस्बेन. श्रृंखला के बीच में संन्यास लेने की घोषणा करने वाले रविचंद्रन अश्विन से पहले पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले और महेंद्र सिंह धोनी भी ऐसा कर चुके हैं। धोनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में श्रृंखला के बीच में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था जबकि कुंबले ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के बीच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इस तरह से अश्विन और धोनी ने अपना आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया में खेला जबकि कुंबले ने उंगली की चोट के कारण 2008 में नयी दिल्ली में खेले गए मैच के बाद संन्यास लेने की घोषणा की थी। धोनी ने दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान चार टेस्ट मैच की श्रृंखला के बीच में तब संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी जबकि भारत 0–2 से पीछे चल रहा था। उनका फैसला चौंकाने वाला था क्योंकि इससे पहले उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का कोई संकेत नहीं दिया था। अश्विन का फैसला भी चौंकाने वाला रहा, वह भी तब जबकि टीम उन पर काफी निर्भर है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैच की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी श्रृंखला अभी 1–1 से बराबरी पर है। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने अश्विन की श्रृंखला के बीच में संन्यास लेने के लिए आलोचना की।
गावस्कर ने श्रृंखला के आधिकारिक प्रसारक से कहा,‘‘ वह कह सकता था कि देखिए श्रृंखला समाप्त होने के बाद मैं भारतीय टीम में चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा। इसका क्या मतलब है। महेंद्र सिंह धोनी ने भी इसी तरह से 2014–15 की श्रृंखला के दौरान तीसरे टेस्ट मैच के बाद संन्यास ले लिया था। इससे टीम में एक सदस्य कम हो जाता है।'' उन्होंने कहा,‘‘चयन समिति ने किसी उद्देश्य से ही इस दौरे के लिए इतने अधिक खिलाड़ियों का चयन किया है। अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है तो वह टीम में शामिल रिजर्व खिलाड़ियों में से किसी का चयन कर सकते हैं।'' कुंबले ने 2008 में तीसरे टेस्ट मैच के बाद संन्यास लेने की घोषणा की थी तो तब भारत चार मैच की श्रृंखला में 1–0 से आगे था। भारत ने आखिर में यह श्रृंखला 2–0 से जीती थी। -
नयी दिल्ली. मेजबान भारत 13 जनवरी से शुरू होने वाले पहले खो खो विश्वकप का उद्घाटन मैच अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। आयोजकों ने बुधवार को यह घोषणा की। कम से कम 24 देशों ने 13 से 19 जनवरी तक होने वाली इस प्रतियोगिता में भाग लेने की पुष्टि कर दी है। मैच इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम और नोएडा इनडोर स्टेडियम में खेले जाएंगे। खो खो विश्वकप के सीईओ विक्रम देव डोगरा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘लीग चरण के मैच 13 जनवरी से शुरू होंगे। उद्घाटन मैच 13 जनवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। इससे पहले उद्घाटन समारोह होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद 14, 15 और 16 जनवरी को भी लीग चरण के मैच खेले जाएंगे। क्वार्टर फाइनल 17 जनवरी, सेमीफाइनल 18 जनवरी और फाइनल 19 जनवरी को होगा।
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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख ऑफ स्पिनर आर अश्विन (R Ashwin) ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बीच में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करके क्रिकेट जगत को चौंका दिया।
अश्विन ने 106 मैचों में 537 विकेट के साथ टेस्ट में भारत के लिए दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में खेल से संन्यास ले लिया। वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में केवल अनिल कुंबले (619 विकेट) से पीछे रह गए। हालांकि, अश्विन क्लब क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।अश्विन ने गाबा में ड्रा हुए तीसरे टेस्ट के अंत में कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं आपका ज्यादा समय नहीं लूंगा। एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में आज मेरे लिए आखिरी दिन होगा।” अश्विन किसी भी प्रश्न का उत्तर दिए बजाय अपनी रिटायरमेंट की घोषणा करने के बाद चले गए।38 वर्षीय खिलाड़ी अश्विन ने एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट के रूप में अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला। इस मैच में उन्होंने एक विकेट लिया। अश्विन के मंच छोड़ने के बाद रोहित ने कहा, “वह अपने फैसले को लेकर बहुत आश्वस्त थे। वह जो चाहता है, हमें उसका सम्मान करना चाहिए।”क्रिकेटर के रूप में मुझमें थोड़ी ताकत बाकी: अश्विन38 वर्षीय खिलाड़ी ने गाबा में रिपोटर्स से कहा, “अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रारूपों में एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में यह मेरा आखिरी दिन होगा। मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर के रूप में मुझमें थोड़ी ताकत बाकी है, लेकिन मैं इसे क्लब स्तर के क्रिकेट में आजमाना चाहूंगा।” उन्होंने कहा, “मुझे बहुत मजा आया। मुझे कहना होगा कि मैंने रोहित (शर्मा) और अपने कई अन्य साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाईं।”अपनी रिटायरमेंट को घोषणा करने से कुछ घंटे पहले अश्विन को ड्रेसिंग रूम में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के साथ एक इमोशनल पल साझा करते देखा गया था। बीसीसीआई (BCCI) ने एक्स पर लिखा ,‘‘ अश्विन निपुणता, कौशल, प्रतिभा और नवीनता का पर्याय रहा है।’’ - ब्रिसबेन।, आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को तीसरे टेस्ट के दौरान दाहिनी पिंडली में लगी चोट के कारण भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाकी मैचों से बाहर रहना पड़ सकता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी। चोट के कारण हेजलवुड ब्रिसबेन टेस्ट में अब आगे नहीं खेल सकेंगे जिससे ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर हुआ है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने एक बयान में कहा ,‘‘ जोश हेजलवुड की दाहिनी पिंडली में खिंचाव आ गया है जिससे वह भारत के खिलाफ ब्रिसबेन टेस्ट में आगे नहीं खेल पायेंगे । उन्हें टेस्ट श्रृंखला के बाकी मैचों से बाहर रहना पड़ सकता है ।'' तैतीस बरस के हेजलवुड चौथे दिन एक ही ओवर डाल पाये थे जब उन्हें मैदान से जाना पड़ा। उन्होंने मैदान से बाहर जाने से पहले कप्तान पैट कमिंस, स्टीव स्मिथ और फिजियो निक जोनेस से बात की । बाद में चोट की गंभीरता का पता लगाने के लिए हेजलवुड के स्कैन किए गए।ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच डेनियल विटोरी ने दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘वह काफी निराश हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘(उन्हें) आज सुबह वार्म-अप में यह महसूस हुआ, उन्होंने अच्छा प्रयास किया, उनके लिए दोबारा चोटिल होना दुर्भाग्यपूर्ण है। साइड स्ट्रेन की एक और चोट के बाद और यहां पिंडली में खिंचाव आना, यह उसके लिए बेहद कठिन है।'' हेजलवुड बाजू में खिंचाव के कारण एडीलेड में दूसरे टेस्ट से बाहर रहे थे ।हेजलवुड की जगह तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने ली थी जो एडीलेड टेस्ट में आस्ट्रेलियाई एकादश में थे ।मेलबर्न और सिडनी में होने वाले अंतिम दो टेस्ट के लिए बोलैंड के ऑस्ट्रेलियाई एकादश में वापसी करने की उम्मीद है। विटोरी ने कहा, ‘‘बेशक, ऐसा लग रहा है कि हेजलवुड बाहर हो जाएगा।''उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बोलैंड का प्रदर्शन उसका दावा मजबूत करता है। मेरा मतलब है कि जिस तरह से उसने एडीलेड में गेंदबाजी की, जिस तरह से वह लगातार बैक-अप तेज गेंदबाज रहा है और हर बार जब उसे मौका दिया गया, विशेषकर ऑस्ट्रेलिया में, तो उसने शानदार प्रदर्शन किया है इसलिए मुझे लगता है कि यह निष्कर्ष निकालना तार्किक है।''
- नवी मुंबई । वेस्टइंडीज ने तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में मंगलवार को यहां भारतीय महिला टीम को 26 गेंद शेष रहते नौ विकेट से शिकस्त दी। भारत को नौ विकेट पर 159 रन पर रोकने के बाद वेस्टइंडीज ने 15.4 ओवर में एक विकेट पर लक्ष्य हासिल कर श्रृंखला को 1-1 से बराबर कर लिया। वेस्टइंडीज के लिए कप्तान हेली मैथ्यूज ने 47 गेंद में 17 चौके की मदद से 85 रन की नाबाद पारी खेली। । उन्हें सलामी बल्लेबाज किआना जोसेफ (38) और शमैन कैंपबेल (नाबाद 29) का अच्छा साथ मिला। भारत के लिए साइमा ठाकोर ने 28 रन देकर एक विकेट लिया।
- चेन्नई। विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश का सोमवार को यहां हवाई अड्डे पर सैकड़ों उत्सुक प्रशंसकों, तमिलनाडु सरकार और राष्ट्रीय महासंघ के अधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया। अठारह वर्षीय गुकेश ने पिछले सप्ताह सिंगापुर में चीन के डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराकर सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया और रूस के गैरी कास्परोव के लंबे समय से चले आ रहे रिकॉर्ड को तोड़ दिया। कास्परोव 1985 में 22 साल की उम्र में विश्व चैंपियन बने थे। स्वदेश लौटने पर गुकेश ने उनका समर्थन करने के लिए सभी का धन्यवाद किया।मीडिया और प्रशंसकों के बीच इस युवा खिलाड़ी को करीब से देखने के लिए लगी होड़ के बीच गुकेश ने कहा, ‘‘यह शानदार है। आपके समर्थन ने मुझे बहुत ऊर्जा दी। विश्व चैंपियनशिप जीतना एक शानदार अहसास है।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत में ट्रॉफी वापस लाना बहुत मायने रखता है। इस स्वागत के लिए धन्यवाद। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में हम साथ मिलकर जश्न मनाकर अच्छा समय बिताएंगे।'' कामराज हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद तमिलनाडु के खेल विकास प्राधिकरण और उनके स्कूल वेलाम्मल विद्यालय के कर्मचारियों ने उन्हें हवाई अड्डे के लाउंज में शॉल ओढ़ाने से पहले गुलदस्ता देकर स्वागत किया। गुकेश ने अपनी शतरंज की यात्रा वेलाम्मल स्कूल से शुरू की थी। प्रशंसकों का अभिवादन करने के बाद गुकेश फूलों और अपनी तस्वीर से सजी कार पर अपने घर के लिए रवाना हो गए।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुकेश की ऐतिहासिक जीत के तुरंत बाद एक्स पर लिखा था, ‘‘सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन गुकेश की शानदार उपलब्धि का सम्मान करने के लिए मुझे पांच करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है! उनकी ऐतिहासिक जीत ने देश को बहुत गर्व और खुशी दी है। वह भविष्य में चमकते रहें और अधिक से अधिक ऊंचाइयों को छूएं।'' महान विश्वनाथन आनंद के बाद गुकेश विश्व खिताब जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं। आनंद ने यहां अपनी अकादमी में इस किशोर के खेल को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुकेश के लिए मौजूदा साल शानदार रहा जिसकी शुरुआत टोरंटो में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जीत से हुई जिसने उन्हें विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र का चैलेंजर बना दिया। बाद में गुकेश ने बुडापेस्ट में शतरंज ओलंपियाड में भारत के पहले स्वर्ण पदक जीतने के अभियान का नेतृत्व किया। विश्व चैंपियनशिप जीतने के लिए गुकेश को 13 लाख डॉलर (लगभग 11.03 करोड़ रुपये) का नकद पुरस्कार भी मिला।
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ओस्लो. भारत की टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा सितारों से सजी ‘टीम एशिया' का हिस्सा थीं जिसने यहां वाल्डनर कप के पहले आयोजन में ‘टीम वर्ल्ड' को हराया। टीम एशिया में मनिका के अलावा टेबल टेनिस के दिग्गज चीन के मा लोंग, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता चेन मेंग, दक्षिण कोरिया के शिन युबिन और कजाकिस्तान के किरिल गेरासिमेंको शामिल थे। टीम एशिया ने रविवार को टीम वर्ल्ड को 14-0 से हराया। टीम वर्ल्ड में ट्रुल्स मोरेगार्ड, दिमित्रिज ओवत्चारोव, ह्यूगो काल्डेरानो, एड्रियाना डियाज़ और बर्नाडेट स्जोक्स जैसे खिलाड़ी थे। मनिका रविवार को एड्रियाना से अपना मैच हार गई थीं। स्वीडन के महान खिलाड़ी जान-ओवे वाल्डनर ने टेबल टेनिस को शीर्ष वैश्विक खेल बनाने के उद्देश्य से इस टूर्नामेंट की स्थापना की है। वाल्डनर कप नॉर्वे टेबल टेनिस संघ द्वारा आयोजित एक आमंत्रण टूर्नामेंट था।
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बेंगलुरू/ भारत की महिला जूनियर एशिया कप जीत की सूत्रधार रहीं दीपिका ने सफलता का श्रेय टीम के सामूहिक प्रयास को दिया और कहा कि यह उनकी साथी खिलाड़ियों के समर्थन के बिना संभव नहीं होता। दीपिका ने टूर्नामेंट का समापन शीर्ष गोल स्कोरर के रूप में किया और उनके नाम 12 गोल रहे जिसमें से पांच गोल पेनल्टी कॉर्नर से आए। शुरुआती चार मैच में 11 गोल करने वाली दीपिका ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैं बेहद खुश हूं कि मैं इतने गोल करने में सफल रही लेकिन यह मेरी साथियों की मदद के बिना संभव नहीं होता।'' उन्होंने कहा, ‘‘शिविर में प्रत्येक खिलाड़ी ने बहुत मेहनत की और सभी के प्रयास के बिना हम खिताब नहीं जीत पाते। अग्रिम पंक्ति की अन्य खिलाड़ियों की बदौलत हमने कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और मैं उन्हें गोल में बदलने में सफल रही।'' टीम के युवा खिलाड़ियों की क्षमता पर दीपिका ने कहा, ‘‘कुछ युवा खिलाड़ियों में अविश्वसनीय क्षमता है और मुझे यकीन है कि वे टीम की सफलता को और आगे बढ़ाएंगे।'' भारत ने मस्कट में महिला जूनियर एशिया कप हॉकी के फाइनल में पेनल्टी शूट आउट में तीन बार के चैंपियन चीन को 3-2 (1-1) से हराया। टीम के प्रदर्शन से उत्साहित कप्तान ज्योति सिंह ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि ट्रेनिंग के दौरान टीम की कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई। हमने पूरे टूर्नामेंट में शायद ही कोई गलती की और मुझे अपनी साथियों पर इतने उच्च स्तर का प्रदर्शन करने पर गर्व है।'' भारत पूल ए में दूसरे स्थान पर रहा जिसमें चीन, मलेशिया, थाईलैंड और बांग्लादेश भी शामिल थे। टूर्नामेंट में भारत को एकमात्र हार चीन के खिलाफ 1-2 से ग्रुप चरण में मिली। फाइनल में चीन ने दूसरे क्वार्टर में पेनल्टी स्ट्रोक पर बढ़त बनाई जबकि भारत ने तीसरे क्वार्टर में कनिका सिवाच के गोल से बराबरी हासिल कर ली। मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में गया जिसे भारत 3-2 से जीतकर चैंपियन बना।
गोलकीपर निधि ने लिहांग वैंग, जिंगयी ली और डंडन झुओ के खिलाफ शूटआउट में तीन प्रयास बचाकर सूर्खियां बटोरीं। ज्योति ने कहा, ‘‘फाइनल में चीन का सामना करना एक चुनौती थी लेकिन हमने मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और ट्रॉफी जीतकर लाए।'' उन्होंने कहा, ‘‘दीपिका ने शानदार प्रदर्शन किया। कनिका सिवाच, सुनीता टोप्पो और मुमताज खान ने भी आक्रमण में अच्छा प्रदर्शन किया और दीपिका को गोल करने में सहायता की। -
नयी दिल्ली.अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्राजील ने भारत में 13 से 19 जनवरी 2025 तक होने वाले खो-खो विश्व कप में हिस्सा लेने की पुष्टि कर दी है। कुल मिलाकर 24 देशों ने राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम और नोएडा इंडोर स्टेडियम में एक हफ्ते तक चलने वाली प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की पुष्टि की है। भारतीय खो-खो महासंघ और टूर्नामेंट की आयोजन समिति के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने बताया कि प्रतियोगिता का आयोजन लीग सह नॉकआउट प्रारूप में होगा। प्रतियोगिता पुरुष और महिला दोनों वर्ग में खेली जाएगी। एशियाई देशों में इंडोनेशिया अपनी महिला टीम भेजेगा जबकि अन्य देश पुरुष और महिला दोनों टीम भेजेंगे।
मित्तल ने कहा कि 615 खिलाड़ी और 125 सहयोगी स्टाफ प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा। प्रत्येक टीम में 15 खिलाड़ी, एक कोच, एक मैनेजर और अंतरराष्ट्रीय तकनीकी अधिकारी होंगे। -
ब्रिसबेन. गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने रविवार को स्वीकार किया कि भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई शतक बनाने वाले ट्रेविस हेड के खिलाफ योजनाओं को लागू करने में विफल रहे और उन्होंने उन्हें 50 से 80 ओवरों के बीच पुरानी गेंद से अपने खेल को सुधारने की बात कही। हेड और साथी शतकवीर स्टीव स्मिथ ने मेजबान टीम को तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन तीसरे सत्र में 31 ओवरों में 171 रन बनाने में मदद की। ऑस्ट्रेलिया ने स्टंप तक सात विकेट पर 405 रन का स्कोर बनाया। मोर्कल ने दिन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘हम कह सकते हैं कि वह (हेड) काफी अच्छी फॉर्म में हैं। लेकिन मुझे लगता है कि अगर आप 50 से 80 ओवरों तक देखें तो गेंद के साथ हम पिछले मैच में भी पिछड़ गए। हमने थोड़े बहुत रन लुटाए। इसलिए मुझे लगता है कि हमें इस विभाग में बेहतर होने की जरूरत है। '' उन्होंने कहा कि सुबह के सत्र में तीन विकेट लेने के बाद भारतीय गेंदबाज लय बरकरार नहीं रख सके।
मोर्कल ने कहा, ‘‘आज सुबह हमने 70 रन देकर तीन विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन दो विश्व स्तरीय खिलाड़ियों का कुछ नहीं कर सके। स्मिथ को हम जानते हैं, वह एक ऐसा खिलाड़ी है जो लंबे समय तक बल्लेबाजी कर सकते हैं और रन बना सकते हैं। उन्होंने (स्मिथ और हेड) वहां साझेदारी की और हमें दबाव में डाल दिया। '' उन्होंने कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से ऐसा विभाग है जिस पर हमें ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है शायद पारी की गहराई में। हमारे पास योजना हैं लेकिन क्या हम दोनों छोर से इन योजनाओं को लागू कर रहे हैं? यह कुछ ऐसा है जिसमें हमें बेहतर होने की जरूरत है। '' दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने बताया कि हेड के खिलाफ पहले से तय योजना विफल हो गई।
उन्होंने कहा, ‘‘इस मैच से पहले हमारी योजना थोड़ी ‘ओवर द विकेट' और सीधी लाइन पर गेंदबाजी करने की थी। हमें लगा कि जब हमने एडिलेड में ‘अराउंड द विकेट' गेंदबाजी की तो वह काफी अच्छा खेले। एक बार जब वह मैदान में आ गए तो टीम और आपके लिए सबसे अच्छा तरीका शायद स्कोरिंग गति को धीमा करना है क्योंकि आप जानते हैं कि वह आक्रामक होने वाले हैं। हेड को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका थोड़ा नियंत्रण लाना है। '