- Home
- खेल
- जॉर्ज (दक्षिण अफ्रीका)। भारत की पांच सदस्यीय टेंट पेगिंग टीम ने दक्षिण अफ्रीका में आयोजित विश्व कप में तीसरा स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया। टेंट पेगिंग घुड़सवारी के मान्यता प्राप्त 10 खेलों में से एक है। इसमें घुड़सवार का उद्देश्य भाले या तलवार की मदद से मैदान पर रखे सामान (रिंग, नींबू या लकड़ी के चौकोर टुकड़े) को भेद कर लक्ष्य की ओर ले जाना होता है। टेंट पेगिंग का यह चौथा विश्व कप है और टूर्नामेंट में इतिहास में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय टेंट पेगिंग टीम इससे पहले के दो सत्र में छठे और सातवें स्थान पर रही थी। यहां जारी विज्ञप्ति के मुताबिक तीन दिनों तक चले इस प्रतियोगिता के लिए नौ देशों ने क्वालीफाई किया था। भारतीय टीम कोच कर्नल एसएस सोलंकी के मार्गदर्शन में प्रतियोगिता के पहले दिन चौथे स्थान पर थी। टीम दूसरे दिन इसमें सुधार कर तीसरे स्थान पर पहुंची और तीसरे दिन अपने इस स्थान का बचाव करने में सफल रही। भारतीय टीम के लिए दिनेश गंगाराम कार्लेकर ने चार, मोहित कुमार छह, अमित छेत्री 12, मोहम्मद अबरार ने 31 और गौतम कुमार आत्मा ने 38 अंक बनाये।
-
नई दिल्ली। ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने शनिवार को पटियाला में हुए विश्व चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल में हिस्सा नहीं लिया, वह आगामी एशियाई खेलों की तैयारी के लिये किर्गिस्तान के इसीकुल रवाना होने के लिये तैयार हैं। विश्व चैम्पियनशिप 16 सितंबर को बेलग्रेड में शुरु होगी और ट्रायल्स में हिस्सा नहीं लेकर उन्होंने साफ कर दिया कि वह हांगझोउ एशियाड पर ध्यान लगाना चाहते हैं। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा कुश्ती के लिए गठित तदर्थ समिति के एक सदस्य ज्ञान सिंह ने कहा, ‘‘बजरंग पटियाला में विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स में नहीं पहुंचे। उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा जरूरी फिटनेस सर्टिफिकेट जमा कर दिया है और एशियाई खेलों की तैयारी के लिए उन्हें जल्द ही किर्गिस्तान रवाना होना चाहिए। '' बजरंग ने खेल मंत्रालय से अनुरोध किया था कि वह विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स को छोड़ना चाहते हैं क्योंकि वह 23 सितंबर से हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारी पर ध्यान लगाना चाहते हैं। मंत्रालय ने फिर बजरंग से फिटनेस सर्टिफिकेट मांगा था जो वह दे चुके हैं और मिशन ओलंपिक इकाई ने इसे स्वीकार कर लिया है। बजरंग किर्गिस्तान में पांच हफ्ते तक चलने वाले ट्रेनिंग कार्यक्रम में अपने कोच, अनुकूलन विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट और अभ्यास के जोड़ीदार के साथ रवाना होंगे।
-
गुवाहाटी। पूर्व चैम्पियन एफसी गोवा ने शनिवार को यहां चेन्नईयिन एफसी को 4-1 से हराकर 132वें डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। कार्ल मैकहग (30वें मिनट), कार्लोस मार्टिनेज (37वें मिनट), नोआ सादोई (90+1वें मिनट) और विक्टर रोड्रिग्स (90+3वें मिनट) में गोवा की टीम के लिए गोल दागे। चेन्नईयिन एफसी के लिए एकमात्र गोल बिकास युमनाम ने पांचवें मिनट में दागा।
- पुणे । एसपी सेतुरमन ने शनिवार को यहां 60वीं राष्ट्रीय शतरंज चैम्पियनशिप के अंतिम दौर में ड्रा खेलकर 9.5 अंक से खिताब जीत लिया। सेतुरमन (पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड) ने 11वें और अंतिम गेम में पश्चिम बंगाल के मित्राभा गुहा के खिलाफ बाजी ड्रा करायी। उन्हें एक दौर में भी हार का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने आठ जीत और तीन ड्रा खेले। यह सेतुरमन का दूसरा राष्ट्रीय खिताब है, उन्होंने 2014 में भी ट्राफी जीती थी। शीर्ष वरीय ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता ने सफेद मोहरों से खेलते हुए अरोन्याक घोष के खिलाफ मैराथन मुकाबला ड्रा कराया। वह सेतुरमन से एक अंक पीछे और नौवें स्थान पर रहे। जीएम विष्णु प्रसन्ना ने नौ अंक से दूसरा स्थान हासिल किया।सेतुरमन को छह लाख रूपये जबकि उप विजेता को चार लाख रूपये की नकद पुरस्कार राशि दी गयी।
- चेन्नई। इंडियन ऑयल कोरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ने शनिवार को यहां 94वीं अखिल भारतीय मुरूगप्पा गोल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट के पूल ए मैच में भारतीय नौसेना को 4-2 से हराया। आईओसीएल के लिए अर्शदीप सिंह, वी आर रघुनाथ, अफ्फान यूसुफ और रोशन मिंज ने गोल किये।सुशील धनवार और के सेल्वराज ने गोल किये।पूल ए के एक अन्य मैच में कर्नाटक ने केंद्रीय सचिवालय को 2-1 से हराया। पंजाब नेशनल बैंक ने भारतीय सेना को पूल बी में 2-1 से शिकस्त दी।
- कोपनहेगन। एच एस प्रणय का विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में स्वप्निल सफर शनिवार को यहां पुरुष एकल सेमीफाइनल में थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्ण से तीन गेम में हारकर समाप्त हो गया जिससे उन्होंने कांस्य पदक से अपना अभियान खत्म किया। इस तरह भारत ने 2011 के बाद से विश्व चैम्पियनशिप में कम से कम एक पदक जीतने का रिकॉर्ड बरकरार रखा।प्रणय (31 वर्ष) दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी के खिलाफ शुरुआती गेम की बढ़त को गंवा बैठे। दूसरे गेम में वह 5-1 से बढ़त बनाये थे लेकिन तीन बार के पूर्व विश्व जूनियर चैम्पियन विदितसर्ण ने बेहतर ‘डिफेंस और अटैक' के बूते 18-21 21-13 21-14 से जीत हासिल कर लगातार दूसरे फाइनल में प्रवेश किया। इस हार के बावजूद प्रणय के लिए यह शानदार उपलब्धि रही क्योंकि वह विश्व चैम्पियनशिप का पदक जीतने वाले पांचवें भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी बन गये। किदाम्बी श्रीकांत (रजत), लक्ष्य सेन (कांस्य), बी साई प्रणीत (कांस्य) और प्रकाश पादुकोण (कांस्य) पुरुष एकल में पदक जीत चुके हैं। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने एक स्वर्ण (2019) सहित पांच एकल पदक जीते हैं। साइना नेहवाल (रजत और कांस्य) ने दो पदक जीते हैं जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने 2011 में कांस्य पदक जीता था। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने 2022 में कांस्य पदक जीता था। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और गत चैम्पियन विक्टर एक्सेलसेन को हराने के एक दिन बाद प्रणय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। मलेशिया मास्टर्स खिताब जीतने वाले प्रणय का डिफेंस कमजोर दिखा और वह 76 मिनट के मुकाबले के दौरान निरंतरता नहीं दिखा सके। इस सत्र में आस्ट्रेलियाई ओपन के उप विजेता प्रणय पिछले साल आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में वितिदसर्ण से दो कड़े गेम में हार गये थे और थाईलैंड के इस खिलाड़ी के डिफेंस की ताकत और वापसी करने की काबिलियत से वाकिफ थे। भारत के शीर्ष क्रम के पुरुष एकल खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत की लेकिन दूसरे गेम से उनके खेल में थकान का असर दिखने लगा जो शायद पिछले दो दिन में खेले गये तीन गेम के मैचों के कारण हो।
- बुडापेस्ट ।भारत की पुरुष टीम ने शनिवार को ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए विश्व चैम्पियनशिप की चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारतीय पुरुष टीम ने पहली बार इस स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई है।भारतीय पुरुष टीम ने दो मिनट 59.05 सेकेंड का समय लेते हुए चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ पूरी करके एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा और साथ ही फाइनल में भी प्रवेश कर लिया। मुहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल वरियाथोडी और राजेश रमेश की भारतीय चौकड़ी ने अमेरिकी टीम के बाद दूसरा स्थान हासिल कर फाइनल में जगह बनाई।
-
बेंगलुरु. नीदरलैंड की टीम पांच अक्टूबर से शुरू हो रहे एकदिवसीय विश्व कप के लिए सितंबर के मध्य में भारत में शिविर लगाने के साथ स्थानीय टीमों के साथ कुछ अभ्यास मैच खेल कर अपनी तैयारियों को पुख्ता करेगी। विश्व कप के क्वालीफाइंग चरण में वेस्टइंडीज जैसी कुछ बड़ी टीमों को पछाडने वाले नीदरलैंड के कोच रेयान कुक को उम्मीद है कि भारत में पहले पहुंच कर अभ्यास शिविर लगाने से टीम को फायदे की स्थिति में रहेगी। बेंगलुरु में शिविर लगाने के बाद यह टीम विश्व कप से पहले तिरुवनंतपुरम में अभ्यास मैचों में भारत और ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी। कुक ने शनिवार को मीडिया से कहा, ‘‘ हम अपनी तरफ से पुरजोर तैयारी कर रहे है। भारत में खिलाड़ी शिविर में समय बितायेंगे और फिर कुछ अभ्यास मैच होंगे। हमें उम्मीद है कि यह टूर्नामेंट के दौरान टीम के लिए मददगार होगा। विश्व कप शुरू होने के बाद हर खिलाड़ी का मकसद उसमें अच्छा प्रदर्शन करना होगा।'' नीदरलैंड की टीम ने जुलाई में क्वालीफाइंग मुकाबलों के बाद एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है जिससे बड़े टूर्नामेंट से पहले उनकी तैयारी प्रभावित हो रही है। नीदरलैंड 1996 और 2011 में भारत में हुए विश्व कप का हिस्सा था लेकिन टीम इन दोनों सत्रों में एक भी मैच जीतने में सफल नहीं रही। टीम के कप्तान स्कॉट एडवर्ड हालांकि इतिहास को ज्यादा तवज्जो नहीं देना चाहते है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि अतीत को याद करने की जरूरत है। आपके पास अब बिलकुल नयी टीम है। हम इसे टीम के नजरिये से देख रहे है। हमें लगता है कि इस टीम ने पिछले दो साल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है।'' विश्व कप लीग चरण में नीदरलैंड का मुकाबला भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान जैसे टीमों से होगा जिसमें विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाज है। ‘ऑरेंज आर्मी' ने पिछले एक साल में श्रीलंका और पाकिस्तान दोनों के खिलाफ खेला है और उसे इन दोनों टीमों के बारे में पता है। कुक ने कहा कि पिछला अनुभव उनके काम आएगा, लेकिन बड़े टूर्नामेंट में टीम को खासकर स्पिनरों के खिलाफ और अधिक दमखम दिखाना होगा । उन्होंने कहा, ‘‘ जाहिर है, उनकी टीम में शानदार स्पिन गेंदबाज है और स्पिन के खिलाफ हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। ऐसे में हमें अपने मौकों को भुनाने के लिए प्रदर्शन के स्तर को ऊंचा करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम मौके का फायदा उठाये। हमें प्रतिद्वंद्वी टीमों पर दबाव बनाना होगा। हम अभ्यास के दौरान इन सभी मुद्दों पर बात करते है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ उम्मीद है कि हम उन्हें टक्कर देने और विश्व कप के कुछ मैचों को जीतने में सफल रहेंगे। - नई दिल्ली। जिस आर प्रज्ञानानंदा का उनके माता-पिता ने टेलीविजन से दूर रखने के लिए शतरंज से परिचय कराया, वही किशोर खिलाड़ी अब 64 खानों के इस खेल का नया बादशाह बनने की राह पर है। इस 18 वर्षीय खिलाड़ी को पिछले कुछ समय से पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद का संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है और उन्होंने बाकू में चल रहे फिडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करके इसे सही साबित भी कर दिया।प्रज्ञानानंदा को अब कैंडिडेट टूर्नामेंट में भाग लेने का मौका मिलेगा जिसका विजेता मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लीरेन के सामने चुनौती पेश करेगा। आनंद के बाद प्रज्ञानानंदा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने कैंडिडेट टूर्नामेंट में जगह बनाई है। प्रज्ञानानंदा ने साढ़े चार साल की उम्र से शतरंज खेलना शुरू किया था तथा अपने करियर में वह अभी तक कई उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं। पिछले साल उन्होंने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और पूर्व क्लासिकल चैंपियन मैगनस कार्लसन को एक ऑनलाइन टूर्नामेंट में हराया था।प्रज्ञानानंदा ने अब तक दिखाया है कि वह दबाव झेलने और खेल के चोटी के खिलाड़ियों को हराने में सक्षम हैं। भारतीय शतरंज के गढ़ चेन्नई के रहने वाले प्रज्ञानानंदा ने छोटी उम्र से ही इस खेल में नाम कमाना शुरू कर दिया था। उन्होंने राष्ट्रीय अंडर सात का खिताब जीता और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह 10 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय मास्टर और उसके दो साल बाद ग्रैंड मास्टर बन गए थे।प्रज्ञानानंदा ने 2019 में 14 साल और तीन महीने की उम्र में अपनी ईएलओ रेटिंग 2600 पर पहुंचा दी थी। कोविड-19 के दौर में उन्होंने ऑनलाइन टूर्नामेंट में अपना जलवा दिखाया। उन्होंने 2021 में मेल्टवॉटर चैंपियंस टूर में सर्गेई कारजाकिन, तैमूूर राडजाबोव और जान क्रिजिस्टॉफ डूडा जैसे शीर्ष खिलाड़ियों को हराया जबकि कार्लसन को बराबरी पर रोका। प्रज्ञानानंदा ने वर्ष 2022 में एयरथिंग मास्टर्स रैपिड टूर्नामेंट में कार्लसन को हराया।इस तरह से वह आनंद और हरिकृष्णा के बाद कार्लसन को हराने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बने। इसके बाद वह विभिन्न टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ते रहे। प्रज्ञानानंदा ने विशेषकर विश्वकप में दिखाया कि वह कभी हार नहीं मानते। दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामुरा के खिलाफ उन्होंने अपने जज्बे का शानदार नमूना पेश किया तथा अपने से अधिक रेटिंग वाले खिलाड़ी को हराया।सेमीफाइनल में उनका मुकाबला विश्व के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना से था जिन्हें उन्होंने रक्षण का अच्छा नमूना पेश करके टाई ब्रेकर में पराजित किया।। विश्वकप के लिए भारतीय टीम के कोच ग्रैंड मास्टर एम श्याम सुंदर ने कहा, ‘‘उनकी सबसे बड़ी विशेषता खराब परिस्थिति में भी अच्छा प्रदर्शन करना है।’’प्रज्ञानानंदा को आनंद की तरह शुरू से ही अपने परिवार विशेषकर अपनी मां का साथ मिला। उनकी मां नागालक्ष्मी प्रत्येक टूर्नामेंट के दौरान उनके साथ रहती है जिसका इस युवा खिलाड़ी को भावनात्मक लाभ मिलता है।
-
बाकू. भारत की ट्रैप निशानेबाज राजेश्वरी कुमारी ने आईएसएसएफ विश्व कप में बृहस्पतिवार को पांचवें स्थान पर रहकर देश को पेरिस ओलंपिक के लिये सातवां कोटा दिलाया । देश के शीर्ष खेल प्रशासकों में रहे पूर्व शॉटगन निशानेबाज रणधीर सिंह की बेटी राजेश्वरी ने दिग्गज प्रतिद्वंद्वियों के बीच फाइनल में जगह बनाई लेकिन पदक से चूक गई । वह महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली शगुन चौधरी के बाद दूसरी भारतीय बनी ।
फाइनल में वह 30 शॉट में 19 अंक ही हासिल कर सकी ।
फाइनल के बाद उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे बहुत अच्छा लग रहा है । यह अविश्वसनीय है । आखिर कोटा मिल गया । काश मैं पदक भी जीत पाती लेकिन अच्छा लग रहा है । पेरिस ....।'' पांचों क्वालीफिकेशन दौर में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करके 125 में से 120 अंक लेकर छह निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाई थी । भारत की मनीषा कीर और प्रीति रजक क्रमश: 23वें और 58वें स्थान पर रहीं । भारत की महिला ट्रैप टीम 344 के स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर रही जिसमें राजेश्वरी, प्रीति और मनीषा शामिल थे । इटली ने 354 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि आस्ट्रेलिया को रजत और चीन को कांस्य पदक मिला ।
पुरूष ट्रैप स्पर्धा में पृथ्वीराज टोंटाइमैन 23वें , ओलंपियन कीनान चेनाई 51वें और जोरावर संधू 70वें स्थान पर रहे । तीनों टीम स्पर्धा में 11वें स्थान पर रहे । -
नयी दिल्ली. फिडे विश्व कप में असाधारण प्रदर्शन करने वाले आर प्रज्ञानानंदा को उम्मीद है कि इससे लोग भारतीय शतरंज पर गौर करने लगेंगे । प्रज्ञानानंदा को बाकू में हुए फिडे विश्व कप फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने टाइब्रेक में हराया। भारत के इस उदीयमान धुरंधर ने कहा ,‘‘ फाइनल में पहुंचकर बहुत अच्छा लगा । मैं आज जीत नहीं सका लेकिन शतरंज में यह चलता है ।'' यह पूछने पर कि क्या उन्हें अहसास है कि उन्होंने क्या हासिल किया है, उन्होंने कहा ,‘‘ अभी नहीं । लेकिन यह अहसास होगा ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह खेल के लिये अच्छा है । मुझे खुशी है कि इतने लोग इसे देख रहे हैं । इतने बच्चे देखने आ रहे हैं । इससे और लोग शतरंज खेलने को प्रेरित होंगे । मेरा मानना है कि लोग भारतीय शतरंज पर गौर करना शुरू करेंगे । यह अच्छी बात है।'' पिछले दो महीने से लगातार खेल रहे प्रज्ञानानंदा ने कहा ,‘‘ मैं लगातार खेल रहा हूं इसलिये मुझे इस टूर्नामेंट की तैयारी का अधिक समय नहीं मिला । मुझे अपने विरोधियों के खेल को देखने के लिये एक सप्ताह ही मिला । मुझे लगा नहीं था कि फाइनल तक पहुंच सकूंगा लेकिन मैं बहुत खुश हूं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं थक चुका हूं और अब आराम करना चाहता हूं । सोमवार से एक और टूर्नामेंट खेलना है ।'
- नयी दिल्ली। भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने युजवेंद्र चहल को वर्तमान समय में सीमित ओवरों में देश का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर करार देते हुए कहा कि चयनकर्ताओं ने 30 अगस्त से पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाले एशिया कप के लिए उन्हें टीम में न चुनकर गलती की। चहल को एशिया कप के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। चयनकर्ताओं ने उनकी बजाय कुलदीप यादव और अक्षर पटेल को प्राथमिकता दी।हरभजन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘ इस टीम में मुझे जो एक कमी और गलती लगी, वह है युजवेंद्र चहल की अनुपस्थिति। मेरे विचार में उन्हें एशिया कप के लिए टीम में होना चाहिए था।’’उन्होंने कहा,‘‘ चहल ऐसा लेग स्पिनर है जो गेंद को टर्न करा सकता है। अगर आप वास्तविक स्पिनर की बात करते हैं तो मुझे नहीं लगता कि सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत में चहल से बेहतर कोई स्पिनर है।’’अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 711 विकेट लेने वाले 43 वर्षीय हरभजन ने कहा,‘‘ यह सही है कि पिछले कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन इससे वह खराब गेंदबाज नहीं बन जाते हैं।’’हरभजन को उम्मीद है कि हाल के दिनों में टीम से अंदर बाहर होने वाले 33 वर्षीय चहल भारत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले 50 ओवरों के विश्वकप में वापसी करेंगे।उन्होंने कहा,‘‘ मुझे उम्मीद है उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हुए होंगे। विश्वकप के लिए उनके नाम पर विचार करना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह टूर्नामेंट भारत में खेला जाएगा।’’हरभजन ने कहा,‘‘ चहल साबित कर चुके हैं कि वह मैच विजेता गेंदबाज हैं। मैं समझता हूं कि अभी उनकी फॉर्म अच्छी नहीं है, इसलिए आप उन्हें विश्राम दे सकते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि अगर वह टीम के साथ होते तो उनका आत्मविश्वास बना रहता। कोई भी खिलाड़ी जब बाहर होने के बाद वापसी करता है तो उस पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव रहता है।’’
-
नई दिल्ली। अजरबैजान के बाकू में आईएसएसएफ विश्व निशानेबाजी प्रतियोगिता में भारत के अमनप्रीत सिंह ने 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। महिलाओं की 25 मीटर की व्यक्तिगत स्पर्धा में तियाना, यशिता शौकीन और कृतिका शर्मा पदक की दौड़ से बाहर हो गई। उन्होंने संयुक्त रूप से 1601 के स्कोर से टीम के लिए कांस्य पदक जीता। 5 स्वर्ण और 4 कांस्य पदकों के साथ पदक तालिका में अब भारत के कुल 9 पदक हो गए हैं।
-
चेन्नई. भारत से इतने सारे शतरंज ग्रैंडमास्टर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना नाम रोशन कर रहे हैं कि महान भारतीय खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद का मानना है कि मौजूदा पीढ़ी भारतीय शतरंज की स्वर्णिम पीढ़ी है। उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब भारतीय खिलाड़ी अजरबेजान के बाकू में चल रहे शतरंज विश्व कप में सुर्खियां बटोर रहे हैं जिसमें युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगानानंद फाइनल में नार्वे के मौजूदा नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से भिड़ रहे हैं। आनंद ने एक साप्ताहिक ‘न्यूज मैग्जीन' से बातचीत कि वह इस बात से ही हैरान थे कि ज्यादातर खिलाड़ियों की ईएलओ रेटिंग 2,700 से ज्यादा की है, विशेषकर 20 साल के कम उम्र के खिलाड़ियों की जिसे उन्होंने ‘विशेष' करार दिया। आनंद ने कहा कि हो सकता है कि यह जल्दबाजी हो लेकिन ये खिलाड़ी स्वर्णिम पीढ़ी के हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ये सभी खिलाड़ी 2,700 से ज्यादा की ईएलओ रेटिंग में शामिल हैं। और ये सभी अंडर-20 हैं। ऐसा आमतौर पर नहीं होता है, इसलिये यह वास्तव में विशेष है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें इसलिये स्वर्णिम पीढ़ी कह रहा हूं क्योंकि वे अगले 10 साल शीर्ष पर ही खेलते रहेंगे। निश्चित रूप से उनके करियर का चढ़ाव अलग अलग रहेगा लेकिन वे अगले 10 साल इसी तरह से बितायेंगे। '' वह इस बात से भी खुश थे कि इतने सारे भारतीय खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं जबकि उनके समय में ऐसा नहीं होता था। आनंद ने कहा, ‘‘यह बहुत ही अलग तरह का अहसास है क्योंकि काफी लंबे समय तक टूर्नामेंट में एकमात्र मैं भारत की चुनौती पेश करता था । '' हालांकि हाल के समय में शतरंज के खेल में वह बदलाव महसूस करते हैं लेकिन वह अगली पीढ़ी को सलाह देने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने अनुभव साझा करूंगा, विशेषकर मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक। लेकिन शतरंज में ही इतना बदलाव हो हो चुका है। जब मैं बड़ा हो रहा था तो हम लोगों को यह बताने की कोशिश करते थे कि आप बेहतर चाल कैसे चलोगे? लेकिन अब कम्प्यूटर आपको तुरंत ही सर्वश्रेष्ठ चाल बता देता है और वो भी इतनी जल्दी, इसलिये सोच लगभग समाप्त ही हो गयी है।
-
नयी दिल्ली. भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल का मानना है कि उनकी और कप्तान रोहित शर्मा की अलग अलग बल्लेबाजी शैलियों से उनकी सलामी जोड़ी कामयाब रही है । भारतीय टीम एशिया कप और विश्व कप में उतरेगी तो कामयाबी का दारोमदार बहुत हद तक इस जोड़ी पर रहेगा । गिल ओर रोहित ने वनडे में नौ मैचों में साथ खेलकर 685 रन बनाये हैं । गिल ने ‘आईसीसी' से कहा ,‘‘ रोहित पावरप्ले में हवाई शॉट लगाना पसंद करते हैं जबकि मैं जगह तलाशकर चौके लगाता हूं । उन्हें छक्के जड़ना पसंद है । मुझे लगता है कि अलग अलग शैली होने से ही यह जोड़ी कामयाब रही है ।'' रोहित के साथ बल्लेबाजी के बारे में उन्होंने कहा कि कप्तान उन्हें अपना स्वाभाविक खेल दिखाने की आजादी देते हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ उनके साथ पारी की शुरूआत करना शानदार है । खासकर जब यह पता हो कि पूरा फोकस उन पर रहेगा । वह दूसरे बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की सहूलियत देते हैं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ वह खिलाड़ियों को पूरी आजादी देते हैं ।''
भारतीय टीम एशिया कप में दो सितंबर को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से कैंडी में पहला मैच खेलेगी । वहीं विश्व कप में उसे आठ अक्टूबर को चेन्नई में आस्ट्रेलिया से पहला मैच खेलना है । -
बाकू (अजरबेजान). भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के बीच बुधवार को यहां फिडे विश्व कप शतरंज टूर्नामेंट की दूसरी क्लासिकल बाजी भी ड्रॉ रही। दूसरी बाजी में डेढ़ घंटे के खेल और 30 चाल के बाद दोनों खिलाड़ी ड्रॉ पर सहमत हो गए। चैंपियन का फैसला अब गुरुवार को टाईब्रेकर के जरिए होगा।
नॉर्वे के कार्लसन ने सफेद मोहरों से प्रज्ञानानंदा के खिलाफ ठोस प्रदर्शन किया। भारतीय खिलाड़ी को हालांकि काले मोहरों से खेलते हुए किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा और दोनों खिलाड़ी 30 चाल के बाद मुकाबले को ड्रॉ करने पर राजी हो गए। मंगलवार को पहली बाजी भी चार घंटे से अधिक खेल और 70 से अधिक चाल के बाद ड्रॉ रही थी।
प्रज्ञानानंदा ने बाजी के बाद कहा, ‘‘मैंने वास्तव में नहीं सोचा था कि वह आज जल्दी ड्रॉ के लिए तैयार हो जाएगा लेकिन जब उसने ऐसी शुरुआत की तो मुझे अहसास हुआ कि वह ड्रॉ कराना चाहता था। मुझे भी इससे कोई दिक्कत नहीं थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं भी थका हुआ महसूस करता हूं जैसा कि मैंने पिछले साक्षात्कारों में कहा था। अब मैं कल सब कुछ झोंक सकता हूं और इसके बाद आराम कर सकता हूं।'' यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अहसास हुआ कि पहली बाजी के दौरान कार्लसन खराब स्थिति में थे, भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘हां। मुझे लगा कि उनमें ज्यादा ऊर्जा नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वह कल ठीक हो जाएंगे।'' क्या वह भविष्य में विश्व कप के आयोजकों को फाइनल से पहले एक अतिरिक्त दिन के आराम का सुझाव देंगे, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हां, अगर ऐसा होगा तो यह अच्छा होगा।'' खुद को मीडिया में मिल रही सुर्खियों पर भारतीय स्टार ने कहा, ‘‘मुझे निश्चित रूप से इसकी आदत हो रही है। इतने सारे लोगों को शतरंज का अनुसरण करते हुए देखना अच्छा है। शतरंज निश्चित रूप से लोकप्रिय हो रहा है, इस तरह से मैं बहुत खुश हूं।'' भारत के 18 साल के प्रज्ञानानंदा ने सोमवार को सेमीफाइनल में टाईब्रेक के जरिए दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना को हराया था और फाइनल में जगह बनाई थी। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्होंने दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामूरा को हराया था। प्रज्ञानानंदा इसके साथ ही 2024 में कनाडा में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर लिया। महान बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने। मैच के बाद कार्लसन ने कहा, ‘‘प्रज्ञानानंदा पहले ही बेहद मजबूत खिलाड़ियों के खिलाफ काफी टाईब्रेक खेल चुका है... मुझे पता है वह काफी मजबूत है। अगर मेरे अंदर कुछ ऊर्जा होगी, अगर मेरा दिन अच्छा होगा तो बेशक मेरे पास अच्छा मौका होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं आयोजकों, फिडे और डॉक्टरों तथा नर्सों का बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरा अच्छा इलाज दिया। आज मैं थोड़ा बेहतर महसूस कर रहा हूं लेकिन मुझे अब भी ऐसा महसूस नहीं हो रहा है कि मेरे पास पूरे संघर्ष के लिए ऊर्जा है इसलिए मैंने सोचा चलो एक और दिन आराम कर लेते हैं।'' नॉर्वे के दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि कल मेरे अंदर अधिक ताकत होगी। '' अब रेपिड प्रारूप में दो टाईब्रेक बाजियां खेली जाएंगी जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी को 25 मिनट का समय मिलेगा। प्रत्येक चाल के बाद खिलाड़ी के समय में 10 सेकेंड जुड़ जाएंगे। अगर इन दो बाजी में नतीजा नहीं निकलता है तो दो और बाजी खेली जाएगी जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी के पास पांच मिनट का समय होगा और खिलाड़ी की प्रत्येक चाल के बाद उसके समय में तीन सेकेंड जुड़ जाएंगे। प्रज्ञानानंदा महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व कप फाइनल में जगह बनाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आनंद ने लिखा, ‘‘हमने इस तरह की शुरुआत की उम्मीद नहीं की थी। क्या मैग्नस 2016 की 12वीं बाजी की रणनीति को दोहरा रहे हैं और टाईब्रेक के लक्ष्य के साथ उतरे हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘अगर ऐसा है तो मैग्नस ने टाईब्रेक के बारे में सोचते हुए दिन बिताया है जबकि प्रज्ञानानंदा बाजी के बाद ही ऐसा करना शुरू करेंगे।'' -
बाकू (अज़रबैजान). भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञाननंदा के शतरंज विश्व कप में शानदार प्रदर्शन ने दिग्गज खिलाड़ी गैरी कास्पारोव को अपने दिनों की याद दिला दी जब वह 64 खानों के इस खेल के बादशाह हुआ करते थे। प्रज्ञाननंदा की सोमवार को विश्व में तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारुआना के खिलाफ जीत से प्रभावित पूर्व विश्व चैंपियन कास्पारोव ने इस 18 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी और उनकी मां के प्रयासों की जमकर तारीफ की। कास्पारोव ने ट्वीट किया,‘‘ प्रज्ञाननंदा और उनकी मां को बधाई। मैं उन खिलाड़ियों में शामिल था जिनकी मां प्रत्येक प्रतियोगिता में उनके साथ में होती थी। यह विशेष प्रकार का समर्थन होता है। चेन्नई के रहने वाले भारतीय खिलाड़ी ने न्यूयॉर्क के दो खिलाड़ियों को हराया। वह विषम परिस्थितियों में भी दृढ़ बना रहा।'' प्रज्ञाननंदा ने सेमीफाइनल में टाईब्रेक में कारुआना को 3.5-2.5 से हराया। दो मैचों की क्लासिकल सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त होने के बाद प्रज्ञाननंदा ने बेहद रोमांचक टाईब्रेकर में अमेरिका के दिग्गज ग्रैंडमास्टर को पराजित किया। फाइनल में उनका मुकाबला नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन से होगा। विश्वनाथन आनंद के बाद प्रज्ञाननंदा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने शतरंज विश्वकप के फाइनल में जगह बनाई।
-
चेन्नई. भारतीय शतरंज के नये सितारे आर प्रज्ञाननंदा बाकू में खेल जा रहे विश्व कप में जब इस खेल में नया इतिहास रच रहे थे तब एक कोने में खड़ी उनकी मां नागलक्ष्मी की आंखों में चमक और चेहरे पर सुकून भरी मुस्कान देखी जा सकती थी। अठारह साल के प्रज्ञाननंदा विश्व कप के फाइनल में पांच बार के चैंपियन मैग्नस कार्लसन का सामना करेंगे। वह दिग्गज विश्वनाथ आनंद के बाद शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय है। टूर्नामेंट के दौरान प्रज्ञाननंदा की मां की मौजूदगी ने पूर्व महान खिलाड़ी गैरी कास्पारोव को अपने खेल के दिनों की याद दिला दी। कास्परोव ने कहा कि जब वह खेलते थे तब उनकी मां भी उनके साथ मौजूद रहती थी और इसने उनके खेल में काफी मदद की। भारतीय खेल जगत में ऐसे कई उदाहरण है जहां बच्चों के करियर को आकार देने में माता-पिता का व्यापक प्रभाव रहा है। विश्वनाथन आनंद की लगभग साढ़े तीन दशक पुरानी तस्वीर आज भी प्रशंसकों के जेहन में है जिसमें वह 64 खानों के इस खेल को अपनी मां सुशीला के साथ खेल रहे हैं। विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में प्रज्ञाननंदा जब अर्जुन एरिगैसी को हराकर मीडिया से बातचीत कर रहे तब नागलक्ष्मी चेहरे पर मुस्कान और आत्मसंतुष्टि के साथ अपने बेटे को निहार रही थी। यह तस्वीर जल्दी ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। प्रज्ञानानंद के पिता रमेश बाबू ने कहा, मुझे अपनी पत्नी को श्रेय देना चाहिए, जो टूर्नामेंट में उनके साथ जाती है और उसका पूरा समर्थन करती है। वह (दोनों बच्चों का) बहुत ख्याल रखती है।'' बैंक कर्मचारी रमेशबाबू को शतरंज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। उन्होंने अपने बच्चों को टेलीविजन के सामने से हटाने के लिये इस खेल का सहारा लिया। रमेशबाबू ने कहा, ‘‘हमने वैशाली को शतरंज से परिचित कराया था ताकि बचपन में उसकी टीवी देखने की आदत कम हो सके। इसके बाद दोनों बच्चों को यह खेल पसंद आया और उन्होंने इसे जारी रखने का फैसला किया।'' उन्होंने कहा, ‘हमें खुशी है कि दोनों शतरंज खेलने का आनंद ले रहे हैं और शतरंज के प्रति अपने जुनून के कारण अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं।'' वैशाली महिला ग्रैंडमास्टर है और अंतरराष्ट्रीय सर्किट में सबसे बेहतरीन युवा खिलाड़ियों में से एक है। उन्होंने कहा, मुझे इस खेल के बारे में ज्यादा नहीं पता लेकिन मैं हर टूर्नामेंट पर नजर रखता हूं। उन्होंने कहा, मैं नागलक्ष्मी और प्रज्ञाननंदा से लगभग रोजाना बात करता हूं लेकिन सेमीफाइनल में फैबियानो कारुआना के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद अपने बेटे से बात नहीं कर पाया हूं।\
- -
नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन खिलाडी एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन कल डेनमार्क के कोपेनहेगन में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पुरुष सिंगल्स के दूसरे दौर में पहुंच गए। विश्व में 9वें वरीयता प्राप्त प्रणॉय ने फिनलैंड के कल्ले कोलजोनेन को 24-22, 21-10 से हराया। अगले राउंड में प्रणॉय का मुकाबला इंडोनेशिया के चिको ड्वी वार्डोयो से होगा।
राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य ने अपने शुरुआती मुकाबले में मॉरीशस के जॉर्जेस जूलियन पॉल को 21-12, 21-7 से हराया। अगले दौर में लक्ष्य का मुकाबला दक्षिण कोरिया के जियोन हेयोक जिन से होगा हालांकि, किदांबी श्रीकांत शुरुआती दौर में ही जापान के केंटा निशिमोतो से हारकर बाहर हो गए।भारतीय मिक्स्ड डबल जोड़ी रोहन कपूर और एन सिक्की रेड्डी को भी पहले दौर में स्कॉटिश जोड़ी एडम हॉल और जूली मैकफर्सन से हारकर बाहर होना पडा। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु दूसरे दौर में जापान की नोज़ोमी ओकुहारा के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। -
बाकू (अजरबेजान). भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने सोमवार को यहां फिडे विश्व कप शतरंज टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में टाईब्रेक में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना को 3.5-2.5 से हरा दिया। दो मैचों की क्लासिकल सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त होने के बाद 18 वर्षीय भारतीय प्रज्ञानानंदा ने बेहद रोमांचक टाईब्रेकर में अमेरिका के दिग्गज ग्रैंडमास्टर को पछाड़ दिया। अब फाइनल में प्रज्ञानानंदा का मुकाबला नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन से होगा। भारत के महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘प्रैग (प्रज्ञानानंदा) फाइनल में पहुंच गया! उसने टाईब्रेक में फाबियानो करूआना को हराया और अब उसका सामना मैग्नस कार्लसन से होगा।
-
बाकू (अजरबेजान) . अखिल श्योराण ने रविवार को यहां आईएसएसएफ विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप की पुरुष राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में कांस्य पदक के साथ पेरिस ओलंपिक के लिए देश का पांचवां कोटा स्थान हासिल किया। अखिल आठ निशानेबाजों के फाइनल में 450.0 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे और अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों का कोटा हासिल करने में सफल रहे। वह क्वालीफिकेशन के बाद 585 अंक के साथ छठे स्थान पर थे। ऑस्ट्रेलिया के एलेक्जेंडर शमिर्ल ने 462.6 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। चेक गणराज्य के पेत्र निमबर्स्की 459.2 अंक के साथ रजत पदक जीतने में सफल रहे। भारतीय महिला टीम ने 25 मीटर पिस्टल में चीनी ताइपै को हराकर स्वर्ण पदक जीता । टीम में रिदम सांगवान, एशा सिंह और मनु भाकर थी । तीनों ने 1744 अंक बनाये । चीन को कांस्य पदक मिला । सांगवान व्यक्तिगत फाइनल में आठवें स्थान पर रही और पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल करने में नाकाम रही ।
श्योराण, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और नीरज कुमार ने पुरूषों की थ्री पोजिशन पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता । श्योराण ने कहा , मेरे लिये यह बहुत मायने रखता है । हम इसके लिये काफी मेहनत कर रहे थे । विश्व चैम्पियनशिप चार साल में एक बार होती है । इसमें पदक जीतकर कोटा हासिल करना काफी संतोषजनक है ।'' अखिल से पहले भवनीश मेंदिरत्ता (पुरुष ट्रैप), गत विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष बालासाहेब पाटिल (पुरुष 10 मीटर एयर राइफल), स्वप्निल कुसाले (पुरुष 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन) और मेहुल घोष (महिला 10 मीटर एयर राइफल) ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं। आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप 2024 पेरिस ओलंपिक की क्वालीफाई प्रतियोगिता है।
इस प्रतियोगिता में 12 ओलंपिक व्यक्तिगत निशानेबाजी स्पर्धा में 48 ओलंपिक कोटा दांव पर लगे हैं जो स्पर्धा में शीर्ष चार (प्रत्येक देश से एक) पर रहने वाले निशानेबाजों को दिए जाएंगे। -
नयी दिल्ली। अजीत अगरकर की अगुवाई वाली भारतीय चयन समिति पांच अक्टूबर में शुरू होने वाले एकदिवसीय विश्व कप से पहले सभी संभावित विकल्पों को परखने के लिए आगामी एशिया कप के लिए 17 सदस्यीय टीम का चयन कर सकती है। यह भी पता चला है कि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) पहली बार चयन बैठक की परंपरा से हट रहा है और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी सोमवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली बैठक के दौरान मौजूद रहेंगे। इससे पहले रवि शास्त्री और अनिल कुंबले जैसे दिग्गज भी राष्ट्रीय कोच के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान चयन बैठकों का हिस्सा नहीं बने थे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में मुख्य कोच एनएसपी (राष्ट्रीय चयन पैनल) का हिस्सा होता है लेकिन भारत में राष्ट्रीय टीम के कोच और कप्तान को चयन मामलों में मतदान का अधिकार नहीं है। अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि कप्तान रोहित शर्मा और द्रविड़ दोनों बैठक में शारीरिक रूप से शामिल होंगे या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। लोकेश राहुल (जांघ) और श्रेयस अय्यर (पीठ के निचले हिस्से) जैसे चोट से उबर रहे प्रमुख खिलाड़ियों ने अभी तक अपनी फिटनेस साबित नहीं की है। बीसीसीआई अधिकारी और चयनकर्ता सुरक्षित विकल्प चुन सकते हैं जो श्रीलंका में एशिया कप के दौरान उन्हें पांच (अगर फाइनल में पहुंचे तो छह) मैचों में सभी उपलब्ध खिलाड़ियों को परखने का मौका देगा। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने एशिया कप के लिए 17 सदस्यीय टीम का प्रावधान रखा है। इसी के मुताबिक पाकिस्तान, बांग्लादेश ने 17 सदस्यीय टीम चुनी है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर एक न्यूज़ एजेंसी को बताया, ‘‘विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय अस्थायी टीम चुनने की संभावना है, जिसे पांच सितंबर तक जमा करना होगा। इसमें सूची में हालांकि कोई भी टीम बदलाव कर सकती है। टीमों की अंतिम सूची सौंपने की समय सीमा 27 सितंबर है।'' उन्होंने कहा, ‘‘एशिया कप के लिए और अधिक खिलाड़ियों को चुना जा सकता है।''
बताया जा रहा है कि राहुल पूरी फिटनेस हासिल करने के करीब हैं, जबकि ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अय्यर ने एनसीए में अभ्यास मैच में 38 ओवर तक बल्लेबाजी और 50 ओवर तक क्षेत्ररक्षण की। इस बैठक में वामहस्त बल्लेबाज तिलक वर्मा के नाम पर चर्चा की जाएगी, लेकिन राहुल और अय्यर अगर फिट हुए तो उन्हें अंतिम 15 में जगह मिलना मुश्किल होगा। यही स्थिति संजू सैमसन के साथ भी होगी , जहां टीम में अतिरिक्त बल्लेबाज के लिए सूर्यकुमार यादव का पलड़ा भारी होगा। स्पिन गेंदबाजी विभाग में रविचंद्रन अश्विन का नाम पर चर्चा होने की संभावना है जो कौशल के मामले में अन्य गेंदबाजों पर भारी पड़ते हैं। एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने वेस्टइंडीज में सीमित ओवर की श्रृंखला में अश्विन को टीम में शामिल नहीं करने पर हैरानी जताते हुए पूछा, ‘‘ अगर आप अक्षर पटेल को बल्लेबाजी के लिए चौथे क्रम पर उतार सकते हैं तो अश्विन को परखने के लिए टीम में क्यों नहीं रख सकते। वह भारतीय परिस्थितियों में घातक हो सकता है।'' भारत की संभावित 17 सदस्यीय टीम (पांच सितंबर की समय सीमा के लिए अस्थायी 15 खिलाड़ियों के साथ):
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, लोकेश राहुल (विकेटकीपर, फिटनेस के अधीन), श्रेयस अय्यर (फिटनेस के अधीन), हार्दिक पंड्या (उपकप्तान), रविंद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव , ईशान किशन (वैकल्पिक विकेटकीपर), अक्षर पटेल, शारदुल ठाकुर, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, युजवेंद्र चहल या रविचंद्रन अश्विन। -
पेरिस. भारत के कंपाउंड तीरंदाजों ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए विश्वकप के चौथे चरण में शनिवार को यहां पुरुष और महिला टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते। अभिषेक वर्मा, ओजस देवतले और प्रथमेश जावकर की चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम ने क्रिस शेफ़, जेम्स लुत्ज़ और सॉयर सुलिवन की दूसरी वरीयता प्राप्त अमेरिकी टीम को 236-232 से हराया। इस महीने के शुरू में बर्लिन में विश्व चैंपियन बनने वाली ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति स्वामी और परनीत कौर की कंपाउंड महिला टीम ने मैक्सिको के खिलाफ कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद एक अंक से जीत दर्ज की। भारत ने इस तरह से सत्र के आखिरी विश्वकप में अभी तक दो स्वर्ण और इतने ही कांस्य पदक जीत लिए हैं। ज्योति व्यक्तिगत वर्ग में भी पदक की दौड़ में शामिल है। भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम पहले दौर के बाद एक अंक से पीछे चल रही थी क्योंकि अमेरिकी टीम में 60 अंक का परफेक्ट स्कोर बनाया था। भारतीय टीम ने हालांकि निरंतरता बनाए रखी और अगले दौर में भी 59 का स्कोर बनाया। दूसरे दौर में अमेरिकी टीम ने दो अंक गंवाए जिससे स्कोर 118-118 से बराबर हो गया। तीसरे दौर में भी दोनों टीमें बराबरी पर रही लेकिन भारतीय टीम ने चौथे दौर में परफेक्ट 60 का स्कोर बनाया और अपने से अधिक रैंकिंग की अमेरिकी टीम को चार अंकों से हराया। भारतीय पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को हराया था। दोनों टीम नियमित दौर और टाईब्रेकर के बाद भी बराबरी पर चल रही थी लेकिन भारतीय टीम को केंद्र के अधिक करीब निशाने लगाने के कारण विजयी घोषित किया गया। क्वालिफिकेशन में चोटी पर रहने के कारण शीर्ष वरीयता हासिल करने वाली भारतीय महिला टीम दूसरे दौर के बाद 118-117 से आगे चल रही थी। तीसरे दौर में उसने तीन अंक गंवाए जबकि मैक्सिको की एंड्रिया बेसेरा, एना हर्नांडेज़ जियोन और डेफने क्विंटरो ने 59 का स्कोर बनाकर 176-175 की बढ़त ले ली। भारतीय टीम ने हालांकि धैर्य बनाए रखा और अंतिम दौर में 59 का स्कोर बनाकर 234-233 से स्वर्ण पदक जीता। भारत ने इससे पहले रिकर्व टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीते। धीरज बोम्मदेवरा, अतनु दास और तुषार प्रभाकर शेल्के की रिकर्व पुरुष टीम ने शुरू में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके स्पेन के पाब्लो आचा, युन सांचेज़ और एंड्रेस टेमिनो को हराकर कांसे का तमगा हासिल किया। इसके बाद भजन कौर, अंकिता भकत और सिमरनजीत कौर की रिकर्व महिला टीम ने शूटऑफ में मैक्सिको की एलेजांद्रा वालेंसिया, एंजेला रुइज़ और ऐडा रोमन को हराकर कांस्य पदक जीता।
-
सिडनी. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन ने विश्व कप में खेलने के लिए वनडे से संन्यास वापस लेने पर इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स की आलोचना की और कहा कि वह इस तरह से प्रतियोगिताओं का चयन नहीं कर सकता। बत्तीस वर्षीय स्टोक्स ने पिछले साल जुलाई में वनडे से संन्यास ले लिया था लेकिन उन्होंने हाल में इसे वापस ले लिया और उन्हें इंग्लैंड की वनडे टीम में भी चुन लिया गया। इंग्लैंड जहां 5 अक्टूबर से भारत में होने वाले विश्व कप से पहले इस ऑलराउंडर की वापसी से उत्साहित है वहीं पेन ने उन्हें स्वार्थी करार दिया। पेन ने सेन रेडियो पर कहा,‘‘बेन स्टोक्स ने वनडे से संन्यास वापस ले लिया है। मुझे यह काफी दिलचस्प लगा। यह कुछ हद तक मैं, मैं और केवल मैं जैसा है। क्या ऐसा नहीं है। यह इस तरह से है कि मैं यह चयन करूंगा कि मैं कहां खेलना चाहता हूं और कब खेलना चाहता हूं और मैं केवल बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलना चाहता हूं।'' उन्होंने कहा,‘‘ इंग्लैंड के जो क्रिकेटर पिछले 12 महीने से विश्वकप की तैयारियां कर रहे हैं उनमें से किसी को स्टोक्स की वापसी के कारण बाहर बैठना पड़ेगा। मुझे उन खिलाड़ियों के प्रति खेद है।'' पेन ने हालांकि कहा कि गत चैंपियन इंग्लैंड वनडे विश्व कप में मेजबान भारत के साथ खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा। उन्होंने कहा,‘‘ संभवत: इंग्लैंड और भारत प्रबल दावेदार हैं। मेरा मानना है कि अगर ऑस्ट्रेलिया भी अच्छी क्रिकेट खेलता है तो वह भी विश्वकप जीत सकता है।''
- नई दिल्ली। अजरबैजान के बाकू में विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में ईशा सिंह और शिवा नरवाल ने शुक्रवार को 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। भारतीय जोड़ी ने फाइनल में तुर्की की इलायडा तरहान और यूसुफ डिकेच की जोड़ी को 16-10 से पराजित किया। भारत इस समय एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर है। चीन पांच स्वर्ण और दो कांस्य पदक के साथ शीर्ष पर है।