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पलक्कड़ (केरल) । पलक्कड़ में एक सहकारी समिति बैंक से करीब तीन करोड़ रुपये मूल्य के सोने और नकदी की चोरी हुई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। मारुथारोड कोऑपरेटिव रूरल क्रेडिट सोसाइटी बैंक के कर्मचारियों ने सोमवार सुबह करीब साढ़े सात किलो सोना और 18,000 रुपये नकद गायब पाया। पुलिस ने बताया कि लुटेरों ने बैंक में घुसने के लिए हाइड्रोलिक कटर का इस्तेमाल किया था और बैंक के स्ट्रॉन्ग रूम में घुस गए। लुटेरे अपने साथ बैंक में सीसीटीवी का हार्ड डिस्क भी अपने साथ ले गए। पुलिस ने बताया कि वह आस पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है ताकि बदमाशों का कोई सुराग मिल सके। उन्होंने बताया कि बैंक शुक्रवार शाम को बंद हुआ था और सोमवार सुबह खुला। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर समूचे राज्य में शनिवार और रविवार को पूर्ण लॉकडाउन था। -
नयी दिल्ली। सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में नवोदय विद्यालय के 11वीं कक्षा के एक छात्र की तीन साल पहले हुई रहस्यमय हालात में मौत की जांच सोमवार को अपने हाथ में ले ली। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। छात्र अभय प्रताप सिंह का शव रेल की पटरी के पास मिला था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने 14 जनवरी, 2018 को सिंह के पिता अजय कुमार सिंह की शिकायत पर अमेठी पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को फिर से दर्ज किया है। छात्र अमेठी के गौरीगंज स्थित नवोदय विद्यालय के छात्रावास में रहता था। अजय कुमार सिंह ने आरोप लगाया था कि कुछ अज्ञात उनके बेटे को स्कूल से ले गए थे और उसकी हत्या कर दी थी। अजय कुमार सिंह ने कहा था कि उन लोगों ने उसके शव को रेल पटरी के पास फेंक दिया। -
धार । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में धार जिले में एक शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। राज्य में स्कूल नहीं खुलने से नाराज होकर इस शिक्षक ने मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। यह घटना 20 जुलाई को धार जिला मुख्यालय से करीब 130 किलोमीटर दूर कुक्षी कस्बे में शिक्षकों की समीक्षा बैठक के दौरान हुई थी और इसका हाल ही में एक मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। धार के जिलाधिकारी आलोक कुमार सिंह ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि रविवार को मामले की जानकारी मिलने के बाद शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, ‘‘सभी शिक्षकों को मध्य प्रदेश सेवा आचरण नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि घटना के बारे में पता करने के बाद मैंने आदिवासी विभाग से आरोपी शिक्षक गोविंद सिंह अलावा को निलंबित करने को कहा। उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
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अहमदाबाद। गुजरात के कच्छ जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के गश्ती दल ने सेना के छह जवानों को एक नाले में डूबने से बचा लिया। बीएसएफ के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। बीएसएफ की ओर से जारी किए गए एक वक्तव्य के मुताबिक, यह हादसा रविवार को उस समय हुआ जब खराब मौसम और समुद्री परिस्थितियों के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा के पास कोरी नाले में, नियमित प्रशिक्षण के दौरान सेना के जवानों की नाव पलट गई। बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ इस घटना की जानकारी मिलते ही बीएसएफ का आठ सदस्यीय गश्ती दल स्पीड बोट के जरिए तुरंत मौके पर पहुंचा और छह सैन्यकर्मियों को डूबने से बचा लिया गया। इसके बाद सेना के जवानों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गयी।'' बीएसएफ के गुजरात फ्रंटियर के महानिरीक्षक जी एस मलिक ने बीएसएफ के प्रयासों की सराहना की और बचाव अभियान में शामिल गश्ती दल के कमांडर निरीक्षक संदीप के लिए दो हजार रुपये और बचाव दल के शेष सात सदस्यों के लिए एक-एक हजार रुपये के नकद इनाम की घोषणा की।
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नयी दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय ने सोमवार को परास्नातक पाठ्यक्रम में 20 हजार सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत कर दी और 15 मिनट के अंदर 4500 से अधिक अभ्यर्थियों ने इसके नामांकन वेबसाइट को देखा। यह जानकारी विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। एमफिल और पीएचडी के लिए पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत सोमवार को हुई।
पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। नामांकन समिति के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा, ‘‘15 मिनट के अंदर नामांकन पोर्टल को 4500 से अधिक लोगों ने देखा। कुछ मिनट के अंदर 500 से अधिक सवाल पूछे गए।'' स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया भी शुरू हुई जिसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (डीयूईटी) का आयोजन किया जाएगा। सभी परास्नातक पाठ्यक्रमों, चुनिंदा स्नातक पाठ्यक्रमों और एमफिल तथा पीएचडी के लिए डीयूईटी-2021 का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) आयोजित करेगी जिसके लिए जल्द ही तारीख की घोषणा की जाएगी। -
चेन्नई । तमिलनाडु सरकार कोरोना वायरस संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुये इसका सामना करने के लिये चिकित्सा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने और सबसे अधिक संवेदनशील लोगों का टीकाकरण करने की योजना बना रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ जे राधाकृष्णन ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्थानीय संक्रमण की नजदीक से निगरानी की जा रही है और पूरा प्रयास किया जायेगा कि महामारी पर रोक लग सके । राधाकृष्णन ने बताया, ‘‘संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये चिकित्सकों एवं नर्सों को प्रशिक्षित किया जायेगा और पूरे प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में सभी बाल विभागों के बुनियादी ढांचे को और बेहतर किया जा चुका है।'' महामारी की तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका है ।उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसी भी तरह के नये संक्रमण को टाला जाये । पूरे प्रदेश में करीब 80 हजार बिस्तर बढाने का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा, ‘‘हमें मानसिक रूप से इसका सामना करने के लिये तैयार रहना होगा । ऑक्सीजन आपूर्ति एवं बिस्तरों को बेहतर बनाने के लिये उचित कदम उठाये गये हैं । उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर एवं सांद्रक पहले से तैयार है । उन्होंने कहा कि लेकिन जो परेशान करने वाले कारक हैं, वह कुछ लोगों का व्यवहार है ।उन्होने कहा कि महामारी की रोकथाम उसकी निगरानी एवं कार्यान्वयन के सरकार के बेहतर प्रयास के बाजवूद लोगों के बीच मौजूद, लापरवाही करने वाला एक शख्स संक्रमितों की संख्या में तेजी ला सकता है। उन्होने लोगों से कोविड के अनुरूप व्यवहार करने की अपील की । उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब भी न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे हैं जो चिंता का विषय है । उन्होंने चेताया कि इससे कोरोना वायरस की रोकथाम के सभी प्रयास प्रभावित होंगे । रविवर को प्रदेश में 1808 नये मामले सामने आये जिसके बाद संक्रमितों की संख्य 25,48,497 हो गयी है । प्रदेश में 23,364 मरीज उपचाराधीन हैं ।
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हैदराबाद। तेलंगाना के मुलुगु जिले में रामप्पा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध ऐतिहासिक रुद्रेश्वर मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर कर दर्जा प्रदान किये जाने से विभिन्न वर्गों- राजनीतिक नेताओं, धरोहर कार्यकर्ताओं और आम लोगों को अपार खुशी मिली है। उनको उम्मीद है कि स्मारक को अब अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिलेगी। राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़, विधायक डी अनसूया उर्फ सीताक्का, अन्य नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने मंदिर का दौरा किया और विश्व धरोहर का दर्जा मिलने पर हर्षोल्लास से सोमवार को पूजा की। मंदिर परिसर का दौरा करने वाली राठौड़ ने कहा कि वह मंदिर के विकास की सभी संभावनाओं की ओर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का ध्यान दिलाएंगी। उन्होंने कहा कि हैदराबाद से लगभग 200 किलोमीटर दूर इस मंदिर में यूनेस्को से मान्यता मिलने के बाद अद्भुत विकास होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 800 साल पुराने काकतीय युग के मंदिर परिसर को और विकसित करेगी व मंदिर में आने वालों को सभी सुविधाएं मुहैया कराएगी। मुलुगु के जिला कलेक्टर एस कृष्णा आदित्य ने बताया कि यूनेस्को का दर्जा जिले और तेलंगाना की पहचान है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और मंदिर अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करेगा। कलेक्टर ने कहा कि मंदिर में सोमवार सुबह (यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर दर्जा प्रदान करने के एक दिन बाद) पर्यटकों के आगमन में अचानक वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा कि मुख्य मंदिर का जीर्णोद्धार कर दिया गया है, लेकिन इसके अलावा अन्य संरचनाएं हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। जाहिर है, एएसआई अब अपने बुनियादी ढांचे (बहाली, पुनर्गठन) में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगा। कलेक्टर ने कहा कि हाल में मंदिर परिसर में बुनियादी ढांचे में सुधार किया गया है और राज्य सरकार मंदिर पर और धन खर्च करने को तैयार है। काकतीय धरोहर न्यास (केएचटी) के संस्थापक-न्यासी व पूर्व आईएएस अधिकारी बीवी पापा राव ने इस मामले को आगे बढ़ाया था और वह पेरिस में 2019 में यूनेस्को के अधिकारियों के साथ एक बैठक में भी शामिल हुए थे। राव ने कहा कि यह उनके लिए एक दशक की लंबी यात्रा थी जो संयुक्त राष्ट्र निकाय द्वारा रविवार को रामप्पा मंदिर को विश्व धरोहर स्थल घोषित किये जाने के साथ समाप्त हुई। उन्होंने याद किया कि (अविभाजित आंध्र प्रदेश) की तत्कालीन संस्कृति मंत्री जे गीता रेड्डी ने समन्वयक के रूप में केएचटी के साथ 2010 में एक समिति का गठन किया था। राव ने कहा (2014 में) तेलंगाना के गठन के साथ केएचटी के प्रयासों को गति मिली और ट्रस्ट ने 2016 में नामांकन अभियान शुरू किया। राव ने तेलंगाना सरकार के सलाहकार के रूप में कार्य किया है। उन्होंने कहा कि साल 2019 में जब मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ इस मुद्दे पर बात की तो रामप्पा मंदिर के लिये भारत की ओर से यूनेस्को के लिये नामित किया सका। मंदिर को विश्व मंच पर पहचान मिलना तेलंगाना के निवासियों के लिए गर्व की बात है। वारंगल के निवासी डी के रेड्डी ने कहा, ''वारंगल के मूल निवासी के रूप में, मुझे गर्व महसूस हो रहा है।'' रामप्पा मंदिर वारंगल से लगभग 60 किमी दूर है।
मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के अलावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद ए रेवंत रेड्डी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तथा लोकसभा सदस्य बंदी संजय कुमार ने मंदिर की यूनेस्को से मान्यता मिलने की सराहना की। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने रविवार को कहा कि यूनेस्को ने तेलंगाना के मुलुगु जिले के पालमपेट में ऐतिहासिक रुद्रेश्वर मंदिर को विश्व विरासत स्थल का दर्जा प्रदान किया है, जिसे रामप्पा मंदिर भी कहा जाता है। रुद्रेश्वर मंदिर का निर्माण 1213 ईस्वी में काकतीय साम्राज्य के शासनकाल के दौरान काकतीय राजा गणपति देव के एक सेनापति रेचारला रुद्र द्वारा किया गया था। मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। 40 साल तक मंदिर में काम करने वाले मूर्तिकार के नाम पर इसे रामप्पा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। - भोपाल। कोविड-19 महामारी के चलते कई महीनों तक स्कूल बंद रहने के बाद मध्य प्रदेश में 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए सोमवार से स्कूल फिर से खोले गये लेकिन बहुत ही कम छात्र-छात्राएं विद्यालय में उपस्थित रहे। स्कूल खुलने के पहले दिन कोरोना वायरस संक्रमण के डर से बहुत कम छात्र ही स्कूल आये। हालांकि, मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के 15 से कम मामले आ रहे हैं। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध कई निजी स्कूलों ने विभिन्न कारण बताते हुए स्कूल नहीं खोले, जबकि मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के स्कूल खुले। मध्य प्रदेश में 47,000 से अधिक निजी स्कूल हैं। मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि कुछ स्कूलों में एक भी छात्र नहीं आया। किसी स्कूल में एक छात्र आया, जबकि किसी में पांच से 10 विद्यार्थी ही आये। मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में 26 जुलाई से स्कूलों की 11वीं और 12वीं कक्षाओं को 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ फिर से खोलने के लिए शुक्रवार को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की। इसके अलावा, कक्षा नौवीं एवं 10वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में कक्षाएं पांच अगस्त से शुरु होंगी इसके साथ ही ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी।
- नयी दिल्ली। कोविड-19 की स्थिति में सुधार के मद्देनजर सोमवार से दिल्ली मेट्रो ने पूर्ण क्षमता के साथ परिचालन शुरू कर दिया यानी अब सभी सीटों पर बैठकर लोग यात्रा कर सकते हैं, लेकिन खड़े होकर यात्रा करने पर अब भी पाबंदी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने बताया कि लॉकडाउन के बाद सात जून को बहाल की गई मेट्रो ट्रेन सेवा 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चल रही थी। इस बीच, डीएमआरसी ने सोमवार रात को एक बयान जारी कर बताया कि रात आठ बजे तक करीब 17.5 लाख लोग यात्री मेट्रो में सफर कर चुके थे। यात्रा या किसी मार्ग पर क्षमता की गणना यात्रियों द्वारा अपने गंतव्यों पर पहुंचने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मार्गों के आधार पर की जाती है।डीएमआरसी ने कहा, ‘‘सोमवार को औसतन यात्रियों की संख्या, सात जून को सेवा 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बहाल करने के बाद 25 जुलाई तक 16 लाख थी।'' बयान में कहा गया कि मेट्रो रेल में नौ उड़न दस्तों को कोविड-19 नियमों का अनुपालन कराने के लिए तैनात किया गया था और रात आठ बजे तक 432 यात्रियों को ट्रेनों से उतारा गया जबकि 159 यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया। यात्रियों की संख्या बढ़ने के मद्देनजर 16 मेट्रो स्टेशन पर 16 अतिरिक्त द्वार भी खोल दिए गए हैं, ताकि यात्रियों की आवाजाही को सुलभ बनाया जा सके। डीएमआरसी ने कहा कि जिन स्टेशनों पर अतिरिक्त द्वार खोले गए हैं, उनमें जनकपुरी पश्चिम, करोल बाग, वैशाली, कश्मीरी गेट, केन्द्रीय सचिवालय और एमजी रोड शामिल हैं। दिल्ली में अप्रैल और मई महीने में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामलों और मौत की संख्या में वृद्धि देखी गई थी। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति में सुधार आया है, जिसके बाद सरकार चरणबद्ध तरीके से शहर को दोबारा खोल रही है। नवीनतम अनलॉक दिशानिर्देश के तहत दिल्ली मेट्रो का परिचालन सोमवार से शत प्रतिशत सीट क्षमता के साथ करने की घोषणा की गई है, लेकिन यात्रियों को खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं दी गयी है। ट्विटर पर एक प्रयोक्ता द्वारा साझा किए गए वीडियो में दिखा कि कोच के भीतर कई यात्री खड़े होकर सफर कर रहे थे। इसके अलावा, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, कश्मीरी गेट जैसे स्टेशनों पर अब भी भीड़ लग रही है लेकिन डीएमआरसी के अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए भीड़ घटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डीएमआरसी ने एक बयान में कहा, ‘‘कुछ ट्वीट, फोटो और वीडियो में दिखा है कि लोग ट्रेन के भीतर खड़े होकर यात्रा कर रहे थे, लेकिन आज से संशोधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है।''डीएमआरसी ने लोगों से आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की है। डीएमआरसी के तहत 10 लाइन में 242 स्टेशन हैं और गुड़गांव में रैपिड मेट्रो सहित कुल 264 स्टेशन हैं।
- नयी दिल्ली। बायोकॉन की अनुषंगी बायोकॉन बायोलॉजिक्स को अमेरिका की एडाजियो थेरप्यूटिक्स से कोविड-19 के इलाज और बचाव के लिए भारत और चुनिंदा बाजारों में प्रतिरोधक उपचार (एंटीबॉडी थेरपी) के लिए लाइसेंस मिल गया है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने सोमवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘एडाजियो थेरप्यूटिक्स ने उसे भारत और चुनिंदा उभरते बाजारों में एडीजी 20 पर आधारित प्रतिरोधक उपचार के विनिर्माण और वाणिज्यिकरण के लिए विशिष्ट लाइसेंस दिया है।'' बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने कहा कि शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि एडीजी 20 कोविड-19 से तेज और टिकाऊ संरक्षण प्रदान करता है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में अब तक दी गई कोविड-19 टीके की कुल खुराकों की संख्या 44 करोड़ को पार कर गई है। मंत्रालय ने कहा कि एक अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धि में, महाराष्ट्र सोमवार को एक करोड़ से अधिक लोगों को कोविड-19 टीका की दोनों खुराक देने वाला पहला राज्य बन गया। मंत्रालय ने कहा कि शाम सात बजे की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को टीके की 57,48,692 खुराक दी गई।मंत्रालय ने कहा कि 18-44 वर्ष आयु वर्ग में सोमवार को 7,20,900 टीके पहली खुराक के रूप में और 3,49,496 टीके दूसरी खुराक के रूप में लगाए गए। टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से देश भर में 18-44 वर्ष आयु वर्ग के कुल 14,19,55,995 लोगों को उनकी पहली खुराक और 65,72,678 लोगों को दूसरी खुराक मिल चुकी है। गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश ने 18-44 वर्ष आयु वर्ग में कोविड-19 टीके की एक करोड़ से अधिक खुराक दी है। मंत्रालय ने कहा कि आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, केरल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल ने 18-44 वर्ष आयु वर्ग के 10 लाख से अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी है।
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भुवनेश्वर। ओडिशा में तीन महीने से भी अधिक समय के बाद सोमवार को 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल फिर से खुल गए। राज्य सरकार ने स्कूलों में सख्ती से कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए स्कूलों में आयोजित होने वाली कक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि स्कूलों को फिर से खोलने से पहले कक्षाओं और अन्य स्थानों को सैनीटाइज किया गया। इसके अलावा यह सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक दी गई हों। स्कूल हालांकि खुल गए हैं, लेकिन विद्यार्थियों के लिए कक्षाओं में आना अनिवार्य नहीं किया गया है। विद्यार्थी अपने अभिभावकों से अनुमति लेने के बाद ही स्कूल आ सकते हैं। सरकार ने उन विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने को कहा है, जो किसी कारणवश स्कूल नहीं आ सकते। राज्य के शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गयी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करते हुए सुबह साढ़े 10 बजे से अपराह्न एक बजकर 30 मिनट तक स्कूलों में कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। ओडिशा सरकार नौवीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को क्रमश: 16 अगस्त तथा 15 सितंबर से फिर से खोलने की योजना बना रही है।
- नयी दिल्ली। भारत, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिक कोविड-19 के खिलाफ दवा विकसित करने के लिए साथ मिलकर शोध करेंगे । सोमवार को एक आधिकारिक बयान के कहा गया कि कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी दवा की तलाश के इस संयुक्त प्रयास में जैवसूचना विभाग, कार्बनिक रसायन, चिकित्सा रसायन, औषधि परीक्षण, परजीवी विज्ञान से जुड़े विशेषज्ञों का जुड़ना अतिमहत्वपूर्ण रहेगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने एक बयान में कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के प्रयासों, ज्ञान और अनुभव के सम्मिश्रण से ब्रिक्स देशों में स्वास्थ्य प्रणाली और स्वास्थ्य देखभाल दोनों सर्वश्रेष्ठ स्तर पर पहुंच सकेंगे । इसमें कहा गया, “भारत, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिक सार्स-सीओवी-2 के आरएनए की प्रतिकृतियों को उत्प्रेरित करने वाले एंजाइम, मुख्य प्रोटीएज (प्रोटीन के विखंडन को प्रेरित करने वाला एंजाइम) और आरएनए प्रतिकृतियों के खिलाफ सीसा धातु के यौगिकों के पुनर्निमाण, उनके सत्यापन और संश्लेषण के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे।” बयान के मुताबिक, ऐसा करने से मेजबान कोशिकाओं में संक्रमण के दौरान वायरस की परिपक्वता और प्रसार दोनों को बाधित किया जा सकता है और इससे बेहतर उत्पादन विधियों के साथ नई कोविड -19 दवाओं के उत्पादन में मदद मिल सकती है।
- द्रास/नयी दिल्ली। कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पूरे देश ने युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने कहा कि 1999 के युद्ध में शहीदों ने अदम्य साहस, वीरता और असाधारण बलिदान का परिचय दिया, वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी बहादुरी हमारे लिए प्रतिदिन प्रेरणादायक है। जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में डैगर युद्ध स्मारक पहुंचे कोविंद ने कहा कि यह स्मारक देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों के प्रति असीम सम्मान का प्रतीक है। कोविंद का कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को लद्दाख के द्रास में युद्ध स्मारक जाने का कार्यक्रम था लेकिन खराब मौसम के चलते उनका यह दौरा रद्द कर दिया गया। उन्होंने बारामूला में कारगिल विजय दिवस के मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने डैगर युद्ध स्मारक में आगंतुक पुस्तिका में अपने संदेश में कहा,‘‘ देश 19वीं इन्फैन्ट्री डिवीजन के सैनिकों और अधिकारियों को सलाम करता है, जो हमारे अग्रिम मोर्चे के सैनिकों के तौर पर विपरीत मौसमी स्थितियों में हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं। उन्होंने अदम्य साहस, वीरता और बलिदान का परिचय दिया।'' उन्होंने लिखा,‘‘ डैगर युद्ध स्मारक देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों के प्रति असीम सम्मान का प्रतीक है। मुझे विश्वास है कि यह स्मारक भारत के लोगों को भारतीय सेना के उच्च मूल्यों के बारे में शिक्षा देगा और उन्हें प्रेरणा देगा। जय हिंद!'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध के शहीदों को याद किया और कहा कि उनकी बहादुरी हर दिन देशवासियों को प्रेरित करती है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम उनके बलिदान को याद करते हैं। हम उनकी बहादुरी को याद करते हैं। आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए कारगिल में अपने आप को न्योछावर कर दिया। उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है।'' कारगिल विजय दिवस 1999 के कारगिल युद्ध में 'ऑपरेशन विजय' के तहत भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष में मनाया जाता है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को कारगिल विजय दिवस पर 1999 में हुए युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज कारगिल विजय दिवस पर उस विजय अभियान में वीरगति प्राप्त करने वाले अमर शहीद सैनिकों के प्रति कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। विजय अभियान में भाग लेने वाले वीर सैनिकों और उनके परिवारों के अदम्य शौर्य और धैर्य को देश के इतिहास में सदैव गर्व से याद किया जाएगा।'' इस बीच, विभिन्न दलों के नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों आदि ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर देश के कई हिस्सों में समारोह आयोजित किए गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि वीर जवानों के अदम्य साहस, वीरता और बलिदान के दम पर दुर्गम पहाड़ियों पर फिर से तिरंगा फहराया गया। शाह ने ट्वीट किया, ''कारगिल विजय दिवस पर इस युद्ध के सभी वीर सेनानियों का स्मरण करता हूं। आपके अदम्य साहस, वीरता और बलिदान से ही कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर तिरंगा पुनः गर्व से लहराया।'' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नयी दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, '' हमारे तिरंगे की गरिमा के लिए अपनी जान देने वाले प्रत्येक सेनानी को दिल से श्रद्धांजलि। देश की सुरक्षा के लिए आपके व आपके परिवारों के इस सर्वोच्च बलिदान को हम हमेशा याद करेंगे। जय हिंद।'' पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में कारगिल युद्ध में अपना जीवन बलिदान करने वाले सैनिकों को सेना ने लद्दाख के द्रास सेक्टर में स्थित युद्ध स्मारक पर जाकर सोमवार को श्रद्धांजलि दी। श्रीनगर के जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) कर्नल एमरॉन मुसावी ने बताया कि द्रास स्थित युद्ध स्मारक पर कारगिल विजय दिवस की 22 वीं वर्षगांठ पर एक समारोह का आयोजन किया गया था। लद्दाख के उप राज्यपाल आर के माथुर ने इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। उन्होंने स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किये और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। रक्षा प्रवक्ता मुसावी ने बताया कि इस साल यह संयोग है कि कारगिल विजय दिवस के मौके पर ‘स्वर्णिम विजय वर्ष विजय ज्वाला' कारगिल युद्ध स्मारक पहुंच रहा है। विजय ज्वाला की यात्रा 1971 में पाकिस्तान के साथ हुये युद्ध में भारत की जीत के 50 साल पूरा होने की याद दिलाती है।
- नयी दिल्ली। दिल्ली के चिड़ियाघर को तीन महीने बाद आगंतुकों के लिए एक अगस्त से फिर से खोल दिया जाएगा। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान 15 अप्रैल को चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया था। इससे पहले कोविड-19 महामारी की पहली लहर और बर्ड फ्लू के कारण चिड़ियाघर एक वर्ष से भी अधिक समय तक बंद रहा था। इस वर्ष एक अप्रैल को चिड़ियाघर को आगंतुकों के लिए दोबारा खोला गया था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण उसे दोबारा बंद कर दिया गया था। चिड़ियाघर के निदेशक रमेश पांडे ने कहा, ‘‘हम एक अगस्त से राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (दिल्ली चिड़ियाघर) को दोबारा खोलने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए हम पूरी तैयारी कर रहे हैं। यह आगंतुकों के लिए दो चरणों में खोला जाएगा। इसकी ऑनलाइन बुकिंग 31 जुलाई से शुरू हो जाएगी।'' आगंतुक या तो चिड़ियाघर की वेबसाइट पर अथवा क्यूआर कोड का उपयोग करके प्रवेश द्वार पर ऑनलाइन टिकट खरीद सकते हैं। चिड़ियाघर को दो पालियों में आगंतुकों के लिए खोला जाएगा। पहली पाली सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक होगी। चिड़ियाघर प्रशासन ने कर्मचारियों के लिए साइकिलों की भी व्यवस्था की है और उन्हें परिसर के भीतर मोटरसाइकिल अथवा कारों का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। पांडे ने कहा कि चिड़ियाघर में 2020-21 के दौरान केवल 124 जानवरों की मौत दर्ज की गई, जोकि पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। इस दौरान यह आम जनता के लिए बंद रहा था। इस समय चिड़ियाघर में 94 प्रजातियां और 1,162 जानवर हैं।
- नयी दिल्ली। कोविड-19 से संक्रमित माताओं को अपने बच्चों को स्तनपान कराना जारी रखना चाहिए लेकिन शेष समय में नवजात को छह फुट की दूरी पर रखना चाहिए। यह बात एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कही है। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नयी दिल्ली में स्त्री रोग विभाग की प्रमुख डॉ. मंजू पुरी ने कहा कि मां से भ्रूण को कोविड-19 का संक्रमण होने के बारे में फिलहाल कोई साक्ष्य नहीं है लेकिन गर्भवती महिलाओं को संक्रमण को रोकने के लिए हरसंभव एहतियात बरतनी चाहिए। टीका लेने में हिचकिचाहट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकों का प्रजनन अंगों या प्रजनन क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है। पुरी गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 का टीका लगवाने के हाल के निर्णय और कोरोना वायरस से संक्रमित माताओं को अपने नवजात को बचाने के लिए क्या एहतियात बरतनी चाहिए, इस विषय पर बात कर रही थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में पुरी के हवाले से बताया गया, ‘‘माताओं को नवजात को स्तनपान कराते रहना चाहिए लेकिन शेष समय में बच्चे को छह फुट दूर रखने की सलाह दी जाती है।'' अगर उसकी देखभाल करने वाला जांच में निगेटिव आता है तो वह भी नवजात की देखभाल कर सकता है।
- भोपाल। भारत मौसम विज्ञान विज्ञान (आईएमडी) ने सोमवार को लगातार चौथे दिन ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मध्यप्रदेश के 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जतायी। आईएमडी द्वारा जारी किया गया मौसम का यह अलर्ट मंगलवार सुबह तक के लिए है। मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है। आईएमडी के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि ऑरेंज अलर्ट ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और टीकमगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के लिए जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार के बाद से मध्यप्रदेश में यह लगातार जारी किया गया यह चौथा ऑरेंज अलर्ट है। उनका अनुमान है कि मंगलवार को बारिश कम हो सकती है क्योंकि उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है। साहा ने कहा कि हालांकि उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण अभी भी जारी है क्योंकि पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के साथ चल रहा है।उन्होंने कहा कि बारिश की गतिविधि मध्यप्रदेश के उत्तर पश्चिम हिस्से तक सीमित हो सकती है जिसमें ग्वालियर संभाग शामिल है। अधिकारी ने कहा कि जुलाई के अंत तक एक और अच्छी बारिश होने की उम्मीद है क्योंकि 28 जुलाई को बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटो में मध्यप्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में बारिश हुई। रतलाम जिले के जावरा में सुबह साढ़े आठ बजे तक समाप्त हुए 24 घंटों की अवधि में पश्चिम मध्यप्रदेश में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश हुई जबकि पूर्वी मध्यप्रदेश के छतरपुर शहर में सबसे अधिक 42.4 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग द्वारा जारी हरे से लाल रंग में अलर्ट के अपने अपने मायने होते हैं। ग्रीन अलर्ट का मतलब बिना कोई चेतावनी है तथा येलो अलर्ट अधिकारियों को स्थिति पर निगाह रखने तथा ओरेंज अलर्ट भारी से बहुत भारी बारिश और रेड अलर्ट बेहद भारी बारिश की चेतावनी देता है।
- करीमगंज। असम के करीमगंज जिले में दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गयी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक सिलचर-करीगगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार की रात तेज रफ्तार से आ रहीं दो मोटरसाइकिलें अनियंत्रित हो गयीं और उनमें आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में विशाल नाथ (25) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल 24 वर्षीय दीपंजन घोष को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। दुर्घटना में तीसरे पीड़ित व्यक्ति बिप्रोजीत घोष (24) को पहले करीमगंज सिविल अस्पताल ले जाया गया और फिर वहां से सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर किया गया। सिलचर में उसे मृत घोषित कर दिया गया। बड़ापुर थाने के प्रभारी अधिकारी दीपक कुमार सैकिया ने बताया कि दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों का एक समूह दुर्घटनास्थल पर जमा हो गया और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस की कार्रवाई में बाधा पहुंचाने के आरोप में छह लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- नयी दिल्ली। सरकार ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि शिक्षा मंत्रालय भारतीय उच्च शिक्षा आयोग (एचईसीआई) की स्थापना के लिए एक विधेयक का मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया में है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, शिक्षा मंत्रालय ने मंत्रिमंडल की मंजूरी प्राप्त करने के बाद 29 जुलाई, 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की घोषणा की थी। एनईपी में एक प्रमुख संस्था के रूप में भारतीय उच्च शिक्षा आयोग के गठन का प्रावधान है जिसमें नियमन, मान्यता प्रदान करने, वित्तपोषण और अकादमिक मानदंड बनाने के अलग-अलग कार्यों के लिए चार स्वतंत्र निकाय होंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसी अनुरूप मंत्रालय भारतीय उच्च शिक्षा आयोग स्थापना करने के लिए विधेयक का मसौदा बनाने की प्रक्रिया में है।
- ऋषिकेश। राजाजी टाइगर रिजर्व की गोहरी रेंज में एक गुस्सैल हाथी ने एक युवक को पटक—पटक कर मौत के घाट उतार दिया ।लक्ष्मण झूला के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद उनियाल ने बताया कि हादसा गोहरी रेंज से गुजरने वाली ऋषिकेश-नीलकंठ सड़क पर रविवार देर रात हुआ । मनीष डोबरियाल (28) फूलचट्टी में पटना वाटर फॉल के पास मोटरसाइकिल से अपने एक साथी के साथ गुजरते समय वहाँ खड़े जंगली हाथी की चपेट में आ गया। हाथी ने उसे पटक— पटक कर मार दिया जबकि उसके साथी शुभम डोभाल ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई और पुलिस को घटना की सूचना दी।उनियाल ने बताया कि वारदात के बाद भी गुस्सैल हाथी घटनास्थल के नजदीक ही बना रहा। सुबह उसके जाने के बाद मृतक के शव को उठाया जा सका। मूल रूप से पौड़ी जिले के सतपुली क्षेत्र में कुल्हार गांव का रहने वाला मृतक वर्तमान में ऋषिकेश के गीता नगर क्षेत्र में रहता था और नीलकण्ठ मार्ग स्थित गरूड़ चट्टी के एक रिजॉर्ट में नौकरी करता था। सावन के महीने में नीलकंठ मंदिर आने—जाने वाले श्रद्धालुओं पर हाथियों के हमले की घटनाएं होने का अंदेशा बढ़ गया है। चार महीने पहले मार्च में भी सुबह रत्तापानी क्षेत्र में एक गुस्सैल हाथी ने एक व्यक्ति को गाड़ी से खींचकर कर अपने पांव तले कुचल दिया था।
- बेंगलुरु। बी. एस. येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सोमवार को राज्यपाल थावरचंद गहलोत को सौंप दिया। येदियुरप्पा ने राजभवन में श्री गहलोत को इस्तीफा सौंपा। उन्होंने बताया कि उनका त्याग पत्र स्वीकार कर लिया गया है।इससे कुछ ही घंटों पहले, भारतीय जनता पार्टी के नेता बी. एस. येदियुरप्पा ने कहा था कि वह मध्याह्न भोजन के बाद राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। येदियुरप्पा ने भावुक होते हुए एवं रुंधे गले से कहा था, मेरी बात को अन्यथा मत लीजिएगा, आपकी अनुमति से... मैंने फैसला किया है कि मैं मध्याह्न भोजन के बाद राजभवन जाऊंगा और मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल को दूंगा। उन्होंने कहा था, मैं दु:खी होकर नहीं, बल्कि खुशी से ऐसा कर रहा हूं।येदियुरप्पा ने 75 साल से अधिक आयु होने के बावजूद उन्हें दो साल मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा का धन्यवाद किया। भाजपा में 75 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निर्वाचित कार्यालयों से बाहर रखने का अलिखित नियम है।मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केंद्रीय नेताओं की उम्मीदों के मुताबिक पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। येदियुरप्पा ने अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। येदियुरप्पा ने भाषण के दौरान कहा कि उन्होंने दो साल कठिन परिस्थितियों में राज्य सरकार का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि उन्हें शुरुआती दिनों में मंत्रिमंडल के बिना प्रशासन चलाना पड़ा और इसके बाद राज्य को विनाशकारी बाढ़ और कोरोना वायरस समेत कई समस्याएं झेलनी पड़ीं।
- महोबा (उप्र)। महोबा जिले के अजनर कस्बे में घरेलू विवाद के चलते एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी पत्नी की हत्या कर दी।कुलपहाड़ क्षेत्र के कार्यवाहक पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) उमेश कुमार ने सोमवार को बताया कि घटना अजनर कस्बे में रविवार को हुई, जब नशे के आदी आरोपी गयाप्रसाद कुशवाहा ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी प्यारी (45) के गले पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।उन्होंने बताया कि आरोपी गयाप्रसाद फरार है। बेटे की तहरीर पर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।----
- इंदौर । मध्यप्रदेश के इंदौर में खासकर झुग्गी बस्तियों में कम उम्र की लड़कियों को यौन अपराधियों से बचाने और महिलाओं के खिलाफ अन्य वारदातों की रोकथाम के लिए इंदौर पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग का नया प्रयोग शुरू किया है और इसके तहत शहर में महिला स्वयंसेवियों का 40 सदस्यीय दस्ता तैयार किया गया है जो "स्पेशल 40" के नाम से मशहूर हो रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत चौबे ने बताया, "खासकर झुग्गी बस्तियों में कम उम्र की लड़कियां नशेड़ियों और अपराधियों के निशाने पर रहती हैं। हम महिला स्वयंसेवियों के दस्ते की मदद से उन्हें यौन अपराधों का शिकार होने से बचाना चाहते हैं।" उन्होंने बताया, "स्पेशल 40" दस्ते में 20 से 50 साल की महिला स्वयंसेवकों को शामिल किया गया है और उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण के साथ ही स्त्रियों के खिलाफ होने वाले अपराधों से जुड़़े कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी जा रही है।'' चौबे ने बताया कि यह दस्ता इन अपराधों की रोकथाम में पुलिस की मददगार इकाई के रूप में खुफिया सूचनाएं जुटाएगा और जरूरत पड़ने पर पर्व-त्योहारों के आयोजनों, मेलों व अन्य जमावड़ों में इसकी तैनाती की भी जा सकेगी। उन्होंने बताया, "हमने स्पेशल 40 दस्ते की सदस्यों को विशेष वर्दी और वॉकी-टॉकी भी दिया है।"अधिकारी ने बताया कि यह दस्ता झुग्गी बस्तियों में जाकर कम उम्र की लड़कियों को "अच्छे स्पर्श, बुरे स्पर्श" की जानकारी देगा और उन्हें सिखाएगा कि यौन हमले के वक्त उन्हें किस तरह अपना बचाव करना चाहिए। उन्होंने बताया, "हाल के दिनों में शहर में नाबालिग लड़कियों के घर से भागकर असामाजिक तत्वों के चंगुल में फंसने की घटनायें सामने आई हैं और जरूरत पड़ने पर स्पेशल 40 दस्ता कम उम्र की लड़कियों को परामर्श भी देगा ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
- बागपत (उप्र)। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में छह साल की बच्ची की कथित रूप से गला घोंट कर हत्या कर दी गई । परिजनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका जताई है। पुलिस ने रविवार को इसकी जानकारी दी ।घटना की सूचना पर बागपत के पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी समेत श्वान दस्ते की टीम भी मौके पर पहुंची । पुलिस ने बालिका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के अनुसार बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में छह साल की बच्ची का शव खाली पड़े घर में मिला, जहां पर निर्माण कार्य चल रहा था । उन्होंने बताया कि परिजनों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर परिजनों व ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने पत्रकारों को बताया कि परिजनों द्वारा बालिका के साथ शारीरिक शोषण की आशंका जताई गई है। सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि घटनास्थल से जांच के लिए नमूने लिए गए है। बालिका के माथे पर चोट के निशान थे और उसके कपड़ों पर खून लगा हुआ था। अधिकारी ने बताया कि सूचना देने वाले युवक को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
- नई दिल्ली। देश के 66 प्रतिशत स्कूलों, 60 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों और 69 प्रतिशत ग्राम पंचायतों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक नल से पानी की आपूर्ति हेतु कनेक्शन पहुंचाए जा चुके हैं। यह दावा जल शक्ति मंत्रालय ने रविवार को किया।मंत्रालय ने बताया कि आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, पंजाब, सिक्किम, तमिलनाडु, और अंडमान-निकोबार के सभी स्कूलों, आश्रम शालाओं और आंगनबाड़ी केंद्रों तक स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल दो अक्टूबर को स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक नल से पानी पहुंचाने के लिए 100 दिन के अभियान की शुरुआत की गई थी। यह अभियान जल जीवन मिशन का हिस्सा था, जिसका लक्ष्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण परिवारों तक नल से जल की आपूर्ति करना है। मंत्रालय ने बताया, ''इस अभियान की शुरुआत करने के बाद से गांवों के 6.85 लाख स्कूलों (66 प्रतिशत), 6.80 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों (60 प्रतिशत) और 2.36 लाख ग्राम पंचायतों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (69 प्रतिशत) तक नल से जलापूर्ति की व्यवस्था की गई है।'' जल शक्ति मंत्रालय द्वारा शुरू 100 दिवसीय अभियान की अवधि कुछ राज्यों द्वारा और समय मांगे जाने तक 31 मार्च तक बढ़ा दी गई।