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ग्रामीणों के अनेक समस्याओं का किया गया मौके पर निराकरण
बालोद। जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित समाधान तुंहर दुआर शिविर ग्रामीणों के लिए सौगातों भरा रहा। शिविर में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के द्वारा ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदन पत्रों का परीक्षण कर मौके पर अनेक समस्याओं का निराकरण किया गया, जिससे ग्रामीणों में काफी हर्ष देखा गया। इसके अंतर्गत डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बेलोदा, चिहरो, विकासखण्ड डौण्डीलोहारा केे खैरकट्टा, अरजपुरी, अर्जुंदा तहसील के ग्राम पंचायत ओडारसकरी, कुरदी, गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जोरातराई, परसदा, सिर्री तथा मार्रीबंगला तहसील के मुढिया, परसुली में आयोजित शिविर में अपने मांगों एवं समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर पात्रतानुसार मौके पर ही हितग्राहियों का नया राशन कार्ड बनाने के साथ ही राशन कार्ड में नाम जोड़ा गया। इसके अलावा बी-1 नकल, बीज मिनीकिट, किसान पुस्तिका आदि का वितरण किया गया। ग्राम पंचायतो में आयोजित शिविरों में संबंधित हल्का पटवारी, ग्राम पंचायत के सचिव, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। -
बालोद। बालोद जिले में आयोजित की जा रही ’समाधान तुंहर दुआर’ शिविर के अंतर्गत 16 मार्च को बालोद जिले के अनेक ग्राम पंचायतों में ’समाधान तुंहर दुआर’ शिविर का आयोजन किया जाएगा। अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर ने बताया कि इसके अंतर्गत विकासखण्ड गुरूर के ग्राम पंचायत चंदनबिरही, आनंदपुर, कोचवाही, विकासखण्ड डौण्डीलोहारा के ग्राम पंचायत कोडेकसा, बड़ाजुगंेरा, खड़बत्तर तथा मार्रीबंगला तहसील के ग्राम पंचायत भुरकाभाट, मनकी, भेडी में ’समाधान तुंहर दुआर’ शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजन को सफल बनाने हेतु सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसके लिए नोडल एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
- -दुर्ग में स्थापित होगा एफएसएल कालेज,सभी रेंज मुख्यालयों में साइबर थानों की स्थापना-अब राज्य के 28 जिलों में मिलेगी डायल 112 की सुविधारायपुर। प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में जानकारी दी है कि अब बड़े अपराधों में इस्तेमाल किए जाने वाले नारको टेस्ट के लिए देश के बड़े राज्यों में नंबर नहीं लगाना पड़ेगा।नारको टेस्ट के लिए छत्तीसगढ़ अब आत्म निर्भर बन गया है। राज्य सरकार ने नारको टेस्ट के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली है और रायपुर एम्स के साथ मिलकर इसके लिए जरूरी मशीनें भी मंगा ली गयी हैं ।प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में अनुदान मांगों पर चर्चा करते हुए जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों पर लगाम कसने के लिए लगातार नयी तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है। बढ़ते हुए साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए सभी पांच रेंज मुख्यालयों में साइबर थानों की स्थापना की जा रही है। अपराधों पर लगाम लगे इसके लिए दुर्ग में फारेंसिंक साइंस लेबोरेट्री कालेज की स्थापना भी की जाएगी।वर्तमान में प्रदेश के 11 जिलों में डायल 112 की सुविधा थी जिसमें अब 17 अन्य जिलों को भी शामिल कर लिया गया है। इस तरह से अब डायल 112 की सुविधा 28 जिलों में होगी।
- -गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है छत्तीसगढ़ सरकार : श्री ताम्रध्वज साहू-पांच रेंज मुख्यालयों में खुलेंगे साइबर थाने-ई-श्रेणी पंजीयन योजना के तहत 337 करोड़ के कार्य आबंटित-209 अनियमित चिटफंड कंपनियों पर कार्यवाही, पीड़ितों को लौटाई गई 32 करोड़ की राशिरायपुर, / लोक निर्माण, गृह, जेल, धार्मिक न्यास, धर्मस्व और पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के विभागों के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए सदन में प्रस्तुत लगभग 12,915 करोड़ रूपए की अनुदान मांगे सर्वसम्मति से पारित कर दी गई है। अनुदान मांगों पर विधानसभा के 15 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। पारित अनुदान मांगों में लोक निर्माण कार्य विभाग अंतर्गत सड़के और पुल के लिए 3,584 करोड़ 9 लाख 4 हजार रूपए, भवन हेतु 1,549 करोड़ 93 लाख 50 हजार रूपए, विदेशों से सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए 836 करोड़ 75 लाख 88 हजार रूपए, पुलिस विभाग के लिए 6401 करोड़ 68 लाख 84 हजार रूपए, गृह विभाग से संबंधित अन्य व्यय के लिए 116 करोड़ 42 लाख 56 हजार रूपए, जेल विभाग के लिए 220 करोड़ 80 लाख 36 हजार रूपए, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के लिए 45 करोड़ 08 लाख रूपए और पर्यटन विभाग के लिए 159 करोड़ 40 लाख 50 हजार रूपए शामिल है।मंत्री श्री साहू ने अनुदान मांगों पर चर्चा में कहा कि प्रदेश के विकास में बेहतर कानून व्यवस्था का महत्वपूर्ण योगदान है। खासतौर पर माओवाद प्रभावित क्षेत्र में बिना सुरक्षा के विकास कार्य करना लगभग नामुमकिन है। इसलिए हमने अभी तक 74 कैम्पों की स्थापना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में की है तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार करने तथा बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गृह विभाग दृढ़ संकल्पित है। बेहतर कानून व्यवस्था, केन्द्र एवं राज्य पुलिस बलों द्वारा संयुक्त कार्यवाही से नक्सली गतिविधियों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है और यह बजट इसी मूलमंत्र पर आधारित है।पुलिस विभाग की चर्चा में श्री साहू ने कहा कि साइबर अपराधों में लगाम लगाने के लिए प्रदेश के सभी 5 रेंज मुख्यालयों में साइबर थानों की स्थापना की जाएगी। वर्तमान में डायल 112 की सुविधा 11 जिलों में हैं, जिसे बढ़ाकर अब 28 जिलों में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिटफंड कंपनियों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है और निवेशकों को राशि लौटाई जा रही है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि अब तक 209 अनियमित चिटफंड कंपनियों पर कार्यवाही करते हुए निवेशकों को 32 करोड़ रूपए की राशि लौटाई जा चुकी है।मंत्री श्री साहू ने लोक निर्माण विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा करते हुए बताया कि राज्य में सड़कों की कुल लम्बाई 01 लाख 5 हजार किलोमीटर है। अभी तक 1494 वृहद तथा 8394 मध्यम पुलों का संधारण किया जा चुका है। वर्ष 2022-23 में 2274 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है। उन्होंने जानकारी दी की विगत 4 वर्षों में 764 किलोमीटर की नवीन सड़कें, 728 किलोमीटर सिंगल लेन सड़कों को डब्बल लेन तथा 609 किलोमीटर सड़कों को मल्टीलेन किया गया। इस दौरान रेलवे ओव्हर/अंडरब्रिज के 10 कार्य पूर्ण होे चुके हैं तथा 5 कार्य प्रगति पर हैं।श्री साहू ने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश के हजारों बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध कराने में भी सफलता मिली है। ई-श्रेणी पंजीयन योजना के तहत प्रदेश के 694 बेरोजगारों का पंजीयन कर 337 करोड़ 22 लाख रूपए के कार्य आबंटित किए गए है।मंत्री श्री साहू ने पर्यटन विभाग की चर्चा में कहा कि प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। राज्य सरकार के द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ट्राइबल-टूरिज्म की शुरूआत की गई है। पर्यटकों को और अधिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश में पर्यटन नीति बनाई गई है तथा 12 मोटल्स को 30 वर्षों के लिए लीज पर दिया गया है।राज्य सरकार द्वारा भगवान श्रीराम द्वारा छत्तीसगढ़ में बिताए गए स्थलों को चिन्हांकित कर राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रथम चरण में सीतामढ़ी हरचौका से लेकर चंदखुरी, शिवरीनारायण सहित 9 स्थानों का विकास किया जा रहा है। इससे छत्तीसगढ़ को देश और दुनिया में एक नई पहचान मिली।मंत्री श्री साहू ने सदन में अनुदान मांगों पर चर्चा करते हुए कहा कि धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के अंतर्गत प्रदेश के धार्मिक न्यासों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रदेश स्तर पर संचालनालय एवं संभाग स्तर पर अधीनस्थ कार्यालयों के गठन की कार्यवाही की जा रही है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर के मौदहापारा में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निवास पहुंचकर उनकी माता जी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए । उन्होंने माताजी के जनाजे को कांधा भी दिया। मुख्यमंत्री ने श्री अकबर एवं उनके परिवारजनों से मिलकर ढाँढस बंधाया । उन्होंने ईश्वर से माताजी की आत्मा की शांति और परिवारजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की ।
- -अर्दन डेम भौता में 100 एकड़ रकबा में सिंचाई की सुविधा निर्मितरायपुर / राज्य सरकार द्वारा संचालित सुराजी गांव योजना के तहत नरवा विकास कार्यक्रम अंतर्गत मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के खारी नाला में लगभग 01 करोड़ रूपए की लागत राशि से अर्दन डेम का निर्माण किया गया है। इसके निर्माण से वन क्षेत्रों में जल के स्तर में वृद्धि के साथ-साथ 100 एकड़ रकबा में सिंचाई की सुविधा निर्मित हुई है। साथ ही वनांचल के लोगों के लिए अब पेयजल, सिंचाई तथा निस्तारी के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध हो गई है।गौरतलब है कि वनमंडल मनेन्द्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत भौता के खारी नाला में 210 मीटर चौड़ाई एवं 10 मीटर ऊंचाई के अर्दन डेम निर्मित की गई है, जिसकी कुल लागत 01 करोड़ रूपए है। इसका कैचमेंट एरिया 55.00 हेक्टेयर है। उक्त अर्दन डेम के निर्माण से निकटतम ग्रामों के लगभग 40 परिवार प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होने लगे हैं। जिसमें से 5 सीमांत एवं 35 लघु किसानों के कुल 100 एकड़ रकबा सिंचित होगा एवं जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण से ग्रामों के आसपास क्षेत्रों एवं वन क्षेत्रों में जल के स्तर में वृद्धि होगी। इसके फलस्वरूप वनों के पुनरूत्पादन एवं घनत्व में सघन वृद्धि के साथ-साथ वन्यप्राणियों के लिए पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित हुई है। अन्य परिवारों द्वारा निस्तार के साथ-साथ मछली पालन से संबंधित आजीविका कार्य किया जा सकेगा। निर्मित अर्दन डेम से लगा गौठान बना हुआ है जो पशुधन हेतु लाभप्रद होगा।गौरतलब है कि वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में वनांचल स्थित नालों में कैम्पा मद के तहत भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण तेजी से जारी है। इस तारतम्य में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वनबल प्रमुख श्री संजय शुक्ला ने बताया कि मनेन्द्रगढ़ वनमंडल स्थित 15 किमी लम्बाई के खारी नाला में कैम्पा मद से वर्तमान में 435 भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। इनमें से अब तक 385 भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इनके निर्माण के लिए कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के तहत 4 करोड़ 10 लाख रूपए की राशि स्वीकृत है।
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नियमों के सरल होने के बाद आसान और तेज हुआ नियमितिकरण
अब तक तीन हजार चार सौ से अधिक अनाधिकृत निर्माणों का नियमितिकरण
एक अप्रैल से बढ़ेगी फीस, नियमितिकरण के लिए जल्द करें आवेदन: कलेक्टर की अपील
रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर नियमों के सरल होने के बाद जिले में घरों और प्लाटों पर अनाधिकृत तरीके से बनाएं गये भाग का नियमितिकरण अब तेजी से हो रहा है। रायपुर जिले में अब-तक तीन हजार 438 अनाधिकृत निर्माण कार्य नियमित किये जा चुके है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे की अध्यक्षता में आज नियमितिकरण प्राधिकार समिति की बैठक में भी एक हजार 410 प्रकरणों को नियमित किया गया है। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में हुई आज की बैठक में रायपुर नगर-निगम क्षेत्र के एक हजार 275, बीरगांव नगर निगम क्षेत्र के 101 प्रकरणों के साथ नगर निवेश क्षेत्रों के 34 अनाधिकृत निर्माणों को नियमित कर दिया गया। आज की बैठक में नियमित किए गए प्रकरणों में से रायपुर नगर निगम क्षेत्र में सबसे अधिक 979 प्रकरण आवासीय और 296 गैर आवासीय अनाधिकृत निर्माण के है। इस बैठक में नगर-निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी सहित रायपुर नगर-निगम के सभी जोनों के जोन कमिश्नर, बीरगावं नगर निगम के आयुक्त श्री कीर्तिमान राठौर, समिति के सदस्य सचिव और नगर निवेश विभाग के उप संचालक श्री डी पी एस पटेल सहित अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में जिले में अनाधिकृत निर्माण कार्यों को नियमित करने पर निकायवार- जोनवार विचार किया गया। बैठक में छत्तीसगढ़ अनाधिकृत विकास के नियमितिकरण अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्रकरणों पर विचार करते हुए नियमितिकरण की मंजूरी दी गई। आज बैठक मंे नगर-निगम रायपुर के जोन एक में 181, जोन दो में 63, जोन तीन में 103, जोन चार में 44, जोन पांच में 104, जोन छह में 127, जोन सात में 103, जोन आठ में 153, जोन नौ में 172 तथा जोन दस में 225 प्रकरणों में अनाधिकृत निर्माण को नियमित करने का अनुमोदन किया गया। इसी तरह बीरगांव नगर निगम क्षेत्र में 101, नगर एवं ग्राम निवेश क्षेत्र रायपुर में 14, कुर्रा और खरोरा निवेश क्षेत्र में 1-1, आरंग निवेश क्षेत्र में 12 और तिल्दा निवेश क्षेत्र में 6 अनाधिकृत निर्माण को नियमित किया गया है।
आज की बैठक में कलेक्टर ने नियमितीकरण के प्राप्त आवेदनों पर सभी प्रभारी अधिकारी से चर्चा कर नियमितीकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से जोन के सभी वार्डों के कमर्शियल एवं आवासीय प्रॉपर्टी की जानकारी लेकर नियमितीकरण के संबंध में नोटिस देने कहा। कलेक्टर ने प्रतिमाह 15 तारीख को अनाधिकृत विकास का नियमितीकरण प्राधिकार समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। हर बैठक में पिछले माह में प्राप्त नियमितीकरण के सभी प्रकरणों का जोन स्तर पर जमीन के दस्तावेजों का सूक्ष्मता से जांच कर अनुशंसा सहित प्राधिकृत अधिकारी को प्रस्तुत करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए। इसी तरह जिले के सभी नगरीय निकायों के सीएमओ और अनुविभागीय अधिकारी को नियमितिकरण की कार्यवाही तेजी से समय-सीमा में करने को कहा गया है। -
कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण
पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों के बेहतर देखभाल के दिए निर्देश
बिलासपुर/कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को मरीजों का इलाज पूरी संवेदनशीलता के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने अस्पताल में ओपीडी कक्ष, आईसीयू कक्ष, महिला-पुरूष मरीज वार्ड, शिशु वार्ड और पोषण पुनर्वास केंद्र, एचडीयू वार्ड, आई वार्ड, आईसोलेशन वार्ड, सर्जरी वार्ड, ब्लड बैंक सहित विभिन्न कक्षों का बारीकी से निरीक्षण किया। कलेक्टर ने वार्डाें में भर्ती मरीजों से बातचीत कर उनका हालचाल भी पूछा। मरीजों से इलाज एवं दवाईयां आदि की समुचित उपलब्धता के साथ-साथ शौचालयों की सफाई के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
कलेक्टर ने ओपीडी का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से मिलने वाले इलाज की जानकारी ली। सिविल सर्जन ने बताया कि आभा ऐप के माध्यम से ओपीडी जांच के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने पर अनावश्यक लाईन में लगने की आवश्यकता नहीं होती है। एचडीयू वार्ड में भर्ती बच्चों के परिजनों से बच्चों की बीमारी और उन्हें उपलब्ध कराये जा रहे इलाज के संबंध में चर्चा की। वार्ड में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर्स से बच्चों के बीमारी के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। परिजनों से बच्चों के टेस्ट, दवाई और भोजन के बारे में पूछा। कलेक्टर ने पोषण पुनर्वास केंद्र का भी निरीक्षण किया। सिविल सर्जन ने बताया कि 15 बच्चों की क्षमता वाले इस पोषण पुनर्वास केंद्र में फिलहाल 7 बच्चों की देखभाल की जा रही है। कलेक्टर ने मीनू के हिसाब से बच्चों को दिये जाने वाले भोजन की जानकारी परिजनों से ली। उन्होंने बच्चों के लिए प्ले एरिया में खिलौने सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों की बेहतर देखभाल और वातावरण उपलब्ध कराने कहा। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान पीडब्ल्यूडी और अन्य निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को जिला अस्पताल में निर्माण संबंधी व्यवस्थाएं दुरूस्त करने कहा। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव, सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता, रेडक्रास के जिला समन्वयक श्री सौरभ सक्सेना सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। -
-भिलाई निगम द्वारा प्रतिदिन डेंगू, मलेरिया नियंत्रण पर फोकस
भिलाईनगर / मच्छरों के उन्मूलन तथा लार्वा की समाप्ति के लिए भिलाई निगम ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है। 15 दिनों में 1147 घरों का सर्वे किया जा चुका है। सर्वे के दौरान टेमीफास् का छिड़काव, जन जागरूकता के लिए पंपलेट का वितरण, कूलर, गमला, टायर एवं अन्य पात्रों की जांच, फागिंग, घरों के आसपास के क्षेत्र की नाली की सफाई, ब्लीचिंग एवं चूने का छिड़काव, जलजमाव वाले स्थानों में मलेरिया आयल का छिड़काव, मच्छरों का खात्मा करने के लिए मेलाथियान का छिड़काव, मच्छर के लार्वा को समाप्त करने के लिए टेमीफास् का उपयोग, डेंगू, पीलिया एवं मलेरिया से पीड़ित की जानकारी आदि गतिविधियों को सर्वे के दौरान विशेष अभियान चलाकर अंजाम दिया जा रहा है। मच्छरों से होने वाली बीमारियों के रोकथाम हेतु भिलाई निगम द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रतिदिन शाम होते ही निगम का अमला गली-मोहल्लों में हैण्ड मशीन व व्हीकल माउंटेन से फाॅगिंग कार्य कर रहे हैं, कुआं, नलकूप, बोरिंग के समीप एवं अन्य पानी जमाव वाले स्थानों की सफाई कराकर चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे है, तथा अधिक पानी जमा वाले स्थानों पर मलेरिया ऑयल व मोबी ऑयल का उपयोग कर रहे हैं। एडल्ट मच्छरों को समाप्त करने के लिए मैलाथियान का छिड़काव किया जा रहा है साथ ही निगम की टीम घरों में जाकर जागरूकता हेतु पाम्प्लेटस वितरण के साथ ही सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेने की सलाह दे रही है। महापौर नीरज पाल, कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा तथा निगम आयुक्त रोहित व्यास ने डेंगू, मलेरिया, पीलिया जैसे बीमारियों से बचाव के लिए निगम की टीम को गंभीरता से कार्य करने निर्देश दिए है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्यों का फीडबैक लेते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण कर सफाई कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मूल रूप से डेंगू मच्छरों के लार्वा को नष्ट करना आवश्यक है ताकि यह मच्छर के रूप में तब्दील न हो पाए इसलिए जलजमाव वाले स्थानों में मलेरिया ऑयल व मोबी ऑयल का उपयोग किया जा रहा है। कूलर, टायर, गमला एवं अन्य अनुपयोगी पात्रों में टेमीफास् का उपयोग लार्वा को नष्ट करता है। जागरूकता अपनाते हुए सोते समय हमेशा मच्छरदानी का उपयोग, आसपास साफ-सफाई, पात्रों में एवं समीपस्थ स्थलों में जलजमाव न होने देना, आवश्यकता अनुसार टेमीफास् का उपयोग मच्छर उन्मूलन में मददगार साबित होगा। सर्वे के दौरान लार्वा की जांच भी की जा रही है। निगम व जिला हेल्थ की टीम मच्छर उन्मूलन के लिए मिलकर अभियान चला रही है।
सर्वे के दौरान अब तक का 3582 कूलर और पात्रों की हुई जांच वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक के के सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 मार्च से लेकर अब तक सर्वे अभियान के दौरान 3582 कूलर और पात्रों की जांच की गई है तथा 91 कूलर और पात्रों से पानी खाली कराए गए है। जन जागरूकता के तहत 1685 पांपलेट का वितरण किया गया है। 21500 मीटर नालियों की सफाई की जा चुकी है। - - छत्तीसगढ़ राज्य में मसाला एवं सुगंधित फसलों की क्षमता एवं संभावनाएं विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रारंभबिलासपुरlभारतवर्ष में औषधीय, मसाला एवं सुगंधित पौधों का इतिहास काफी पुराना है, क्योंकि चिकित्सा एवं सुगंध हेतु इन पौधों का उपयोग होता रहा है l इसके व्यापक एवं व्यवसायिक कृषिकरण के साथ जन सामान्य में जितनी रूचि वर्तमान में जागृत हुई है उतनी संभवत पहले कभी नहीं हुई थी l उक्त उद्गार श्री. प्रदीप शर्मा, कृषि सलाहकार माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन ने बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर में आयोजित दो दिवसीय "छत्तीसगढ़ राज्य में मसाला एवं सुगंधित फसलों की क्षमता एवं संभावनाएं" विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किया l आपने आगे कहा कि वर्तमान में जहां कृषक परंपरागत फसलों को छोड़कर मसाला एवं सुगंधित पौधों की खेती की ओर आकर्षित होने लगे हैं, वहीं उच्च शिक्षा प्राप्त ऐसे युवक भी जो अभी तक खेती-किसानी के कार्य को केवल कम पढ़े लिखे लोगों का व्यवसाय मानते थे मसाला एवं सुगंधित पौधों की खेती अपनाकर गौरवान्वित महसूस करने लगे हैं l राज्य के कृषकों को मुख्य फसल के साथ मसाला फसलों की खेती की ओर प्रोत्साहित करना आवश्यक है क्योंकि मुख्य फसल की अपेक्षा मसाला फसलों से ज्यादा आय प्राप्त होती है l राज्य में धनिया एवं करायल की खेती पर विशेष जोर देना होगा l इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने कैंसर प्रतिरोधक धान की किस्में विकसित की है l वैसे ही कैंसर प्रतिरोधक मसाला फसलो पर कार्य किया जाना चाहिए l छोटी राई के बीज उत्पादन कार्यक्रम पर भी कार्य करने की आवश्यकता है l बिलासपुर जिले में पान की खेती की अपार संभावनाएं है lकार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. गिरीश चंदेल, कुलपति, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि मसाला एवं सुगंधित पौधों की खेती कर किसान आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सकते हैं क्योंकि भारत में मसाला एवं सुगंधित पौधों की खेती करने के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध है l वर्तमान समय में मसाला एवं सुगंधित पौधों की खेती करने की अपार संभावना है l क्योंकि प्रदेश की जलवायु में इन पौधों का उत्पादन आसानी से किया जा सकता है l इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के माध्यम से तकनीकी जानकारी प्राप्त कर प्रदेश के किसान लाभान्वित हो सकते हैं l परंपरागत ज्ञान का उपयोग अगर हम खेती में करें तो उसका फायदा हमें ज्यादा प्राप्त होता है l विश्वविद्यालय राज्य के कृषकों के हित हेतु लगातार प्रयासरत है एवं उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने हेतु कार्य कर रहा है l विश्वविद्यालय ने राज्य में मसाला फसलों के विकास हेतु निरंतर कार्य किया है जिसका परिणाम 70 क्विंटल धनिया बीज के उत्पादन के रूप में हमारे समक्ष हैं l यदि स्टेक होल्डर किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्रदान करेंगे तो किसान समृद्ध होंगे l मांग एवं पूर्ति के अनुसार राज्य के कृषकों को कार्य करने की आवश्यकता है l यह संगोष्ठी राज्य में मसाला फसलों के विकास में मील का पत्थर साबित होगा l मोटे अनाजों की संभावना को देखते हुए बिलासपुर में भी मिलेट कैफे खोला जाएगा lकार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. मोहम्मद असलम, विशेष सलाहकार, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के लिए यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि राज्य मसाला एवं सुगंधित फसलों से समृद्ध है l मसाला एवं सुगंधित फसलों की इस अनुवांशिक समृद्धि को राज्य के कृषकों को इसकी खेती हेतु प्रोत्साहित कर आर्थिक समृद्धि में बदला जा सकता है l इसे मिशन मोड के अंतर्गत लेकर कृषकों को खेती हेतु तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराना समय की मांग है l अदरक, हल्दी, धनिया एवं अजवाइन राज्य की प्रमुख मसाला फसल है l राज्य के कृषक हल्दी की विभिन्न किस्में उगा रहे हैं लेकिन किस किस्म में अधिक करक्यूमिन मात्रा है इस तरह विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है l राज्य में नागरमोथा और जिरेनियम की खेती की अपार संभावना है l मसाला फसलों की खेती में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि वे जहरीले रासायनिक तत्वों से मुक्त हो lविशिष्ट अतिथि श्री अटल श्रीवास्तव, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल, रायपुर में अपने उद्बोधन में कहा कि नवनिर्मित छत्तीसगढ़ राज्य में मसाला एवं सुगंधित फसलों की खेती की अपार संभावनाएं एवं क्षमता है l राज्य शासन किसान भाइयों को मसालों फसलों की खेती हेतु प्रोत्साहित कर रही है l मसाला फसलों की खेती के लिए अधिक संसाधन की आवश्यकता नहीं पड़ती है इसलिए खेती में लगने वाली लागत कम हो जाती है और मुनाफा ज्यादा होता है l यदि किसान समृद्ध होगा तो राज्य भी समृद्ध होगा l वर्तमान समय में राज्य में मसाला फसलों के रकबे में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है l जो राज्य के विकास में मुख्य भूमिका निभाएगी l राज्य की महती नरवा, गुरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी योजना को हमें हर गांव में पहुंचाना होगा l राज्य जैव विविधता का केंद्र है उसके विकास हेतु राज्य शासन निरंतर प्रयासरत है l मिलेट कैफे समय की मांग है lइस अवसर पर डॉ.ज्ञानेंद्र मणि, मुख्य महाप्रबंधक, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने अपने उद्बोधन में कहा कि राज्य में इन पौधों की खेती के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध है l आज देश के कई राज्यों में मसाला एवं सुगंधित फसलों की खेती के लिए किसान भाइयों की रुचि बढ़ी है एवं पारंपरिक खेती के साथ फल, सब्जी और पशुपालन के साथ ही मसाला एवं सुगंधित पौधों की खेती की तरफ रुझान तेजी से कर रहे हैं l नाबार्ड ऋण प्रदान कर राज्य के कृषकों को मसाला फसलों की खेती करने हेतु निरंतर प्रोत्साहित कर रहा है l देश में कृषि जोत का रकबा दिन पर दिन कम होता जा रहा है लेकिन उत्पादकता बढ़ रही है l यह सिर्फ किसान एवं वैज्ञानिकों के प्रयास से ही संभव हुआ है l हम तो सिर्फ एक माध्यम है l किसान भाइयों को मुख्य फसल के अतिरिक्त उच्च मूल्य प्रदान करने वाली फसलों को लेना चाहिए l प्रगतिशील किसान एवं औसत किसान के उत्पादकता में काफी अंतर होता है जिस और ध्यान देकर उसे कम करना होगा l किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से हमें हैंड होल्डिंग सपोर्ट नहीं मिल रहा है जिसकी आवश्यकता है l अंतवर्ती खेती कर प्रति इकाई उपज को बढ़ाया जा सकता है l मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करना आवश्यक है तभी कृषक लाभान्वित होंगे lकार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री बाबूलाल मीणा, उपनिदेशक, सुपारी एवं मसाला विकास निदेशालय, कालीकट, केरल ने अपने उद्बोधन में कहां की किसानों को ज्यादा से ज्यादा आय मिले इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है l छत्तीसगढ़ राज्य में मसाला फसलों की खेती की अपार संभावना है l किसान को उसके उत्पाद की अच्छी कीमत मिले इसके लिए भारत सरकार निरंतर सहयोग प्रदान कर रही है l राज्य में मसालों फसलों की उत्पादकता राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे इस हेतु प्रयास करना होगा lछत्तीसगढ़ राज्य में मसाला एवं सुगंधित फसलों की क्षमता एवं संभावनाएं विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथि गण द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया lकार्यक्रम के आरंभ में डॉ. आर. के. एस. तिवारी, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय द्वारा अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान पुष्पगुच्छ तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर आयोजन पर प्रकाश डालकर किया गया lराष्ट्रीय संगोष्ठी में 7 तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए l पोस्टर सत्र में शोधकर्ताओं ने अपने अनुसंधान परिणामों को बताया lदो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में 100 प्रतिभागियों एवं राज्य के विभिन्न जिलों से पधारे लगभग 400 पुरुष एवं महिला कृषकों ने सहभागिता की l इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर एवं राज्य भर में स्थित कृषि महाविद्यालय, उद्यानिकी महाविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों से पधारे अधिकारियों, प्रतिभागियों, प्राध्यापक, वैज्ञानिक एवं छात्र-छात्राओं ने संगोष्ठी में सहभागिता कर लाभान्वित हुए l इस अवसर पर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें मसाला एवं सुगंधित फसलों की खेती करने वाले प्रगतिशील कृषको ने अपने उत्पाद का प्रदर्शन किया राष्ट्रीय संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ राज्य में मसाला एवं सुगंधित फसलों पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषको एवं वैज्ञानिकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया lराष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि श्री. प्रदीप शर्मा एवं अन्य अतिथियों द्वारा टीडी पांडे, एनके चौरे, अजीत विलियम्स, गीत शर्मा, अजय टेगर, रोशन परिहार, विनोद कुमार निर्मलकर एवं यशपाल सिंह निराला द्वारा संपादित संगोष्ठी स्मारिका का विमोचन किया गया lकार्यक्रम का सफल संचालन वैज्ञानिक अजीत विलियम्स एवं युष्मा साव तथा आभार डॉ. एस.एस. टुटेजा, निदेशक प्रक्षेत्र, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने व्यक्त किया lराष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह प्रो. आलोक चक्रवात,कुलपति, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर के मुख्य आतिथ्य में दिनांक 15.03.2023 को दोपहर 1:30 बजे संपन्न होगा l कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री आनंद मिश्रा, सदस्य प्रबंध मंडल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर करेंगे l इस अवसर विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री राजेश कुमार चंदेल, आई.ए.एस., मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर वृत्त, बिलासपुर, श्री बाबूलाल मीणा, उपनिदेशक, सुपारी एवं मसाला विकास निदेशालय कालीकट केरल एवं डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, निदेशक अनुसंधान सेवाएं, इंदिरा गांधी कृषि विद्यालय, रायपुर उपस्थित रहेंगे l
- बालोद । जिला बालोद अंतर्गत ग्राम सिवनी निवासी मिष्ठी लवकुश उम्र 04 वर्ष गंभीर बीमारी स्पाइनल डिस्रोपिस्म विथ मेनिंगो माइलोसिल लेवल 4 से ग्रसित थी। परिवार मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहा था। निजी अस्पताल में ढाई लाख रूपये इलाज के लिए मांगे गए। तब परिवार ने कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा से जनदर्शन में भेंटकर अपनी बेटी के इलाज हेतु आवेदन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। कलेक्टर ने उनकी समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ सुना और सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला कार्यक्रम प्रबंधक को निर्देशित करते हुए बच्ची का निःशुल्क इलाज रायपुर में कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डॉ. ग्लेड द्वारा बच्ची को विशेष वाहन से डी.के.एस. अस्पताल रायपुर भेजकर निःशुल्क ऑपरेशन करवाया गया, बच्ची अब बिल्कुल स्वस्थ है। आज परिवार ने कलेक्टर से भेंटकर धन्यवाद दिया एवं कलेक्टर ने बच्ची को मिठाई खिलाकर गुड़िया भेंट की। अपनी बिटिया मिष्ठी के स्वस्थ होने पर माता-पिता ने कलेक्टर श्री शर्मा का आभार जताते हुए बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया।
- -जिले में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क का निर्माण कार्य 25 मार्च तक पूरा कराए: कलेक्टर श्री शर्मा-समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देशबालोद ।कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में बारी-बारी से विभागवार योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर श्री शर्मा ने जिले के सभी विकासखंडों में आयोजित की जा रहे समाधान तुंहर दुआर शिविर में प्राप्त आवेदनों के निराकरण के संबंध में विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने शेष बचे हुए ग्राम पंचायतो में समाधान तुंहर दुआर शिविर के आयोजन के संबंध में जानकारी ली तथा शिविर में प्राप्त सभी आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री शर्मा ने महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के निर्माण कार्य की प्रगति के संबंध में जानकारी ली तथा 25 मार्च तक रीपा के निर्माण कार्र्यों को अनिवार्य रूप से पूरा कराने के निर्देश सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। उन्होंने महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के निर्माण कार्य की प्रगति की दैनिक जानकारी देने हेतु जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया।कलेक्टर ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। कलेक्टर श्री शर्मा ने जिले में शाला मरम्मत और अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को पूर्ण गुणवत्ता के साथ समयावधि में कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा की जिले में दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहनों पर चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को गरम भोजन, कुपोषित बच्चो को अंडा वितरण तथा आयरन सिरप, अल्बेंडाजोल दिए जाने की जानकारी ली तथा महिला एवं बाल विकास के अधिकारी को निर्देश दिए।कलेक्टर श्री शर्मा ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए गोधन न्याय योजना के विभिन्न संकेतकांे जैसे स्वीकृत गोठान के विरुद्ध पूर्ण गोठान, सक्रिय गोबर विक्रेताओं की संख्या, गोबर खरीदी तथा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन बढ़ाने हेतु निर्देशित किए। उन्होंने प्रत्येक गोठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के अलावा अनिवार्य रूप से 03 अन्य गतिविधियां संचालित किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर सहित जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
- -संबंधित अधिकारियों को तलब कर प्राप्त आवेदनों का निराकरण करने के दिए निर्देशबालोद। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक के उपरांत होने वाले जनदर्शन में आम लोगो की मांगों और समस्याओं को सुना। कलेक्टर श्री शर्मा ने विभिन्न स्थानों एवं दुरस्थ अंचलों से आए लोगों से बारी-बारी मुलाकात कर उनकी मांगों एवं समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर उनके आवेदनों के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनदर्शन में आज ग्राम भिमदो के गेंदूराम ने विद्युत कनेक्शन लगाने, ग्राम कोटेरा के शैलेन्द्र कुमार ने बकरी पालन हेतु शेड निर्माण कराने, ग्राम जेवरतला की गायत्री बाई ने श्रमिक कार्ड बनाने संबंधी आवेदन कलेक्टर श्री शर्मा को सौंपे। इसी प्रकार अन्य आवेदकों ने भी अपनी माँगों एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर को सौंपे। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर सहित सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारी एंव जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
- -ग्रामीणों की अनेक समस्याओं का किया गया मौके पर निराकरणबालोद ।जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित समाधान तुंहर दुआर शिविर ग्रामीणों के लिए सौगातों भरा रहा। शिविर में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के द्वारा ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदन पत्रों का परीक्षण कर मौके पर अनेक समस्याओं का निराकरण किया गया, जिससे ग्रामीणों में काफी हर्ष देखा गया। इसके अंतर्गत डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत मंगलतराई, सिंघोला, गुरूर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बागतराई, चिटौद, बालोदगहन, विकासखण्ड डौण्डीलोहारा केे पीपरखार, चिखली, तथा मार्री बंगला तहसील के कापसी, भीमकन्हार, कोसमी में आयोजित शिविर में अपने मांगों एवं समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर पात्रतानुसार मौके पर ही हितग्राहियों का नया राशन कार्ड बनाने के साथ ही राशन कार्ड में नाम जोड़ा गया। इसके अलावा बी-1 नकल, बीज मिनीकिट, किसान पुस्तिका आदि का वितरण किया गया। ग्राम पंचायतो में आयोजित शिविरों में संबंधित हल्का पटवारी, ग्राम पंचायत के सचिव, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
- बालोद । जिले में आयोजित की जा रही ’समाधान तुंहर दुआर’ शिविर के अंतर्गत 15 मार्च को बालोद जिले के अनेक ग्राम पंचायतों में ’समाधान तुंहर दुआर’ शिविर का आयोजन किया जाएगा। अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर ने बताया कि इसके अंतर्गत डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बेलोदा, चिहरो, अर्जुंदा तहसील के ग्राम पंचायत ओडारसकरी, कुरदी, गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जोरातराई, परसदा, सिर्री, विकासखण्ड डौण्डीलोहारा के ग्राम पंचायत खैरकट्टा, अरजपुरी तथा मार्रीबंगला तहसील के ग्राम पंचायत मुढिया, परसुली में ’समाधान तुंहर दुआर’ शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजन को सफल बनाने हेतु सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसके लिए नोडल एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। file photo
- - पेशे से शिक्षक संतोष आल इंडिया नेशनल साइकिल प्रतियोगिता में रैंक 2 रह चुके- रोज 40 किमी साइकिल चलाकर स्कूल पहुंचते हैं, उनका कहना है कि प्रदूषण से बचने और अच्छी सेहत के लिए सबसे अच्छी है साइकिलदुर्ग / पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम और नशामुक्ति के संदेश को लेकर छत्तीसगढ़ की यात्रा पर निकले शिक्षक संतोष गुप्ता आज दुर्ग पहुंचे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में जैविक खेती और पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम के लिए हरियाली अभियान पर काम कर रहे हैं। मेरी मंशा है कि साइकिल के माध्यम से अधिकाधिक लोगों को जागरूक करूं। उन्होंने बताया कि साइकिल से प्रदूषण की रोकथाम होती है और अच्छी सेहत बनती है। उन्होंने बताया कि वे हर दिन अपने स्कूल 40 किमी साइकिल से ही जाते हैं। अभी छत्तीसगढ़ भर में साइकिल से निकलेंगे और हर जिले में लोगों को इस संबंध में प्रचारित करेंगे। श्री गुप्ता ने बताया कि वे नेपाल तक की साइकिल यात्रा कर चुके हैं और छुट्टियों में वे हमेशा साइकिल से घूमकर इस बात के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं कि हमारी आदतें ही प्रकृति को बनाती बिगाड़ती हैं। साइकिल से अच्छी सेहत भी बनती है। संतोष ने बताया कि घूमने के दौरान वे अपनी रील सोशल मीडिया में डालते हैं। इससे होता यह है कि लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक होते हैं। वे मुंगेली से हैं और उनका कहना है कि पूरी यात्रा में लोगों का भरपूर प्यार मिलता है। संतोष एक दिन में तीन जिलों को कवर करते हैं। उन्होंने बताया कि मैं अपनी दिनचर्या का पूरा काम साइकिल से करता हूँ। मेरे घर वाले भी बहुत प्रसन्न रहते हैं क्योंकि मैं एक अच्छे कार्य के लिए अपना समय लगाता हूँ।
- दुर्ग / वार्ड 38 मीलपारा वार्ड दुर्ग में उल्टी-दस्त के प्रकरण मिलने की सूचना स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मितानिन कॉर्डिनेटर के माध्यम से दिनॉंक 14 मार्च को सूचना प्राप्त हुआ था। डॉ. जे.पी. मेश्राम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, के निर्देशानुसार डॉ.सी.बी.एस. बंजारे, जिला नोडल अधिकारी, आईडीएसपी एवं सुश्री रितीका सोनवानी, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट द्वारा संक्रमित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। पीड़ित व्यक्तियों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेकर अवगत कराया गया कि बुखार, उल्टी-दस्त, दस्त होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार करायें एवं स्वास्थ्य लाभ लें। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उल्टी-दस्त से संबंधित प्रचार-प्रसार कर अवगत कराया जा रहा है कि पानी उबालकर पीयें, ओ.आर.एस. घोल का सेवन करें, अधिक पेय पदार्थ का सेवन करें। पीड़ित मरीज को पौष्टिक आहार देें, पूरी नींद लेने दें, शरीर को क्रियाशील रखें, ठंडी हवा दें एवं शुद्ध पेयजल अधिक से अधिक दिया जाना चाहिए, आस-पास का वातावरण स्वच्छ रखें। इस हेतु नगरीय निकाय को नालियों की साफ-सफाई एवं मलेरिया विभाग को छिड़काव किये जाने तथा शुद्ध पेयजल हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से निरन्तर समन्वय बनाया जा रहा है। मितानिन व संबंधित क्षेत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पर्याप्त मात्रा में दवाईयॉं उपलब्ध करा दी गयी है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है एवं पीड़ित व्यक्ति घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।प्रमुख रूप से बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार व उल्टी दस्त की शिकायतें मिलती है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित क्षेत्र में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया जा चुका है।
- -मुख्यतः 05 वृक्ष प्रजातियों की खेती के लिए विशेष प्रोत्साहन-टिशू कल्चर बांस, क्लोनल नीलगिरी, मिलिया डूबिया, टिशू कल्चर सागौन तथा सफेद चंदन योजना में शामिल-वन विभाग द्वारा तैयारियां जोरो पररायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य में वृक्षों के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा देने की अपार संभानाओं को देखते हुए ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’’ को लागू किए जाने की घोषणा की है। इस योजनांतर्गत कृषकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कृषकों की सहमति पर उनके भूमि पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण किया जाना है। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना की क्रियान्वयन की तैयारी में वन विभाग जुट गया है।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी पात्र होंगे। इसके अलावा शासकीय, अर्धशासकीय तथा शासन के स्वायत्व संस्थान जो अपने स्वयं के भूमि पर रोपण करना चाहते हैं, पात्र होंगे। इसी तरह निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाएं, पंचायतें, भूमि अनुबंध धारक, जो अपने भूमि में रोपण करना चाहते हैं, वे पात्र होंगे। इस योजनांतर्गत राज्य शासन द्वारा 5 एकड़ तक वृक्षारोपण हेतु 100 प्रतिशत अनुदान तथा 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में वृक्षारोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान देगी। योजना अंतर्गत मुख्य रूप से 05 वृक्ष प्रजातियों की खेती के लिए कृषकों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इनमें टिशू कल्चर बांस, क्लोनल नीलगिरी, मिलिया डूबिया, टिशू कल्चर सागौन तथा सफेद चंदन शामिल है।मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है। इसके तहत राज्य के सभी कृषकों, शासकीय, गैर शासकीय, अर्धशासकीय, पंचायतें, अथवा स्वायत्व संस्थानों की भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण उपरांत सहयोगी संस्था, निजी कंपनियों के माध्यम से निर्धारित समर्थन मूल्य पर वनोपज के क्रय की व्यवस्था करते हुए एक सुदृढ़ बाजार व्यवस्था आदि सुनिश्चित करना है।इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री संजय शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत राज्य में इस वर्ष 12 प्रकार के प्रजाति के वृक्ष का 30 हजार एकड़ रकबे में रोपण किया जाएगा। इनमें से क्लोनल यूकलिप्टस का 17 हजार 182 एकड़ में, रूटशूट टीक का 6 हजार 456 एकड़ में, टिश्यू कल्चर का 2 हजार 617 एकड़ में, चंदन का 1 हजार 462 एकड़ में, मिलिया डूबिया का 8 सौ 34 एकड़ में, सामान्य बांस का 7 सौ 37 एकड़ में, टिश्यू कल्चर बम्बू का 6 सौ 7 एकड़ में, रक्त चंदन का 1 सौ 26 एकड़ में, आमला का 43 एकड़ में, खमार का 40 एकड़ में, शीशम का 20 एकड़ में तथा महानीम का 20 एकड़ रकबे में लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
- रायपुर / विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां विधानसभा में आयोजित 3 दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया । इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल, संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह एवँ अधिकारीगण उपस्थित थे ।शिविर में डॉक्टरों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत, मुख्यमंत्री श्री बघेल, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री टेकाम, उद्योग मंत्री श्री लखमा, नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों के रक्तचाप और मधुमेह की जांच की गई। गौरतलब है कि विधानसभा में 14 मार्च से 16 मार्च तक तीन दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है । शिविर में मेडिसिन विशेषज्ञ, माइक्रोबायोलॉजी, स्त्री रोग विशेषज्ञ, रेडियोडायग्नोसिस, पैथोलॉजी और बायो कैमेस्ट्री की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी ।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को आज यहां विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय कक्ष में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह ने छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम की वर्ष 2021-22 के लाभांश 3.51 करोड़ रूपए की राशि का चेक मुख्यमंत्री को सौंपा। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री संजय शुक्ला एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम श्री ए.के. भट्ट उपस्थित थे।छत्तीसगढ़ राज्य वन निगम के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि वन विकास निगम द्वारा संपादित किये जा रहे कार्यों से राज्य के वनांचल में रहने वाले वनवासियों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के ग्रामीणों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु उन्हें सतत् रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। निगम द्वारा बैंक अथवा किसी वित्तीय संस्थान से कोई ऋण नहीं लिया गया है, न ही निगम को राज्य शासन से कोई अनुदान प्राप्त होता है। वन विकास निगम राज्य में हरियाली के प्रसार एवं पर्यावरणीय विकास हेतु कृत संकल्प है।वन विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री ए.के. भटट द्वारा मुख्यमंत्री को बताया कि वन विकास निगम द्वारा भारत सरकार द्वारा स्वीकृत कार्य आयोजना अंतर्गत रोपित किये गये सागौन वृक्षारोपण के विरलन से प्राप्त वनोपज के विक्रय एवं अन्य आय से वित्तीय वर्ष 2021-22 में 69 करोड़ 11 लाख रूपए की आय हुई तथा विभिन्न कार्यों पर 31 करोड़ 79 लाख रूपए व्यय हुआ है। वर्ष के दौरान निगम को 36 करोड़ 48 लाख रूपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ हुआ है।वर्ष 2021-22 में निगम द्वारा 1982 हेक्टेयर क्षेत्र में 35 लाख सागौन तथा छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यावरण सुधार हेतु डिपाजिट रोपण योजना अंतर्गत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों से प्राप्त राशि से 7 लाख 47 हजार मिश्रित प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष में 2021-22 में 13,504 घनमीटर इमारती काष्ठ 7,845 नग बल्ली, 5,698 नग जलाऊ चट्टा तथा 86 नोशनल टन बांस का उत्पादन हुआ है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहाँ विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी चंदखुरी के निदेशक श्री रतनलाल डांगी के नेतृत्व में भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बधाई देते हुए उनसे प्रशिक्षण की जानकारी ली तथा उन्हें वर्तमान चुनौतियों, अपराध और साइबर क्राइम के प्रति सचेत रहते हुए पूरी निष्ठा से कर्तव्य निर्वहन करने की बात कही। इस अवसर पर भारतीय पुलिस सेवा 2021 बैच से श्री आकाश कुमार शुक्ला, श्री अमन कुमार रमनकुमार झा, श्री रविन्द्र कुमार मीणा, श्री रोहित कुमार शाह और श्री उदित पुष्कर, 2020 बैच से श्री चिराग जैन और श्री उमेश प्रसाद गुप्ता उपस्थित थे।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में विधायक श्री धनेन्द्र साहू के नेतृत्व में वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर 9 वर्षीय मास्टर जसराज सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। मास्टर जसराज का नाम वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में डिवीजन एवं मल्टीप्लिकेशन के सवालों का सबसे तेज जवाब देने के लिए दर्ज हुआ है। मुख्यमंत्री ने मास्टर जसराज को उनकी इन उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।मास्टर जसराज के पिता श्री तरसेम सिंह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बताया कि जसराज ने 2 मिनट में किसी भी 3 अंकों की संख्या को 1 से 9 तक के अंक से भाग देकर 100 से भी ज्यादा सवालों के उत्तर देकर देश के पहले सबसे कम उम्र के बच्चे के रूप में वर्ल्डवाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है। इसी प्रकार एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में 1 मिनट 11 सेकंड में 50 सवालों का जवाब देकर यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि जसराज को विभिन्न गतिविधियों में उनके टेलेंट के लिए 100 से भी ज्यादा प्रमाण पत्र मिले हैं। मास्टर जसराज जीडी गोयंका इंटरनेशनल स्कूल मैथ क्लास फोर्थ के स्टूडेंट है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मास्टर जसराज के आग्रह पर उन्हें ऑटोग्राफ भी दिया। इस अवसर पर मास्टर जसराज की माता श्रीमती जसप्रीत कौर, श्री सुखबीर सिंह और श्रीमती वंदना टांगसे भी उपस्थित थीं।
- रायपुर,/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में सर्वाेदय महायज्ञ सेवा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को कबीरधाम जिले के ग्राम गण्डई खुर्द में आयोजित श्रीराम कथा में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए आयोजक मंडल को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर सेवा समिति के श्री कृपाराम चन्द्रवंशी, श्री रवि कुमार चंद्रवंशी एवं सदस्यगण उपस्थित थे।
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बालोद। जनसम्पर्क विभाग बालोद द्वारा राज्य शाासन की जनहितैषी योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल रही है। जनसम्पर्क विभाग द्वारा बालोद विकासखण्ड के ग्राम बरही और गुरूर विकासखण्ड के ग्राम मंगचुवा में विगत दिनों राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयेाजन किया गया। उक्त प्रदर्शनी का अवलोकन करने बड़ी संख्या में सभी वर्ग के लोग पहुंचे और शासन की योजनाओं की सराहना की। उल्लेखनीय है कि जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी, छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, वनोपज, छत्तीसगढ़ माॅडल, बिजली बिल हाफ, कृष्ण कुंज, श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना, राजीव युवा मितान क्लब, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय आदि को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में जनसम्पर्क विभाग के सहायक ग्रेड-03 श्री हेमसिंग साहू द्वारा आने वाले लोगों को छायाचित्र प्रदर्शनी के संबंध में जानकारी दी गई साथ ही शासन की योजनाओं पर आधारित पुस्तिकाओं का वितरण किया गया।
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ग्रामीणों के अनेक समस्याओं का किया गया मौके पर निराकरण
बालोद। जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित समाधान तुंहर दुआर शिविर ग्रामीणों के लिए सौगातों भरा रहा। शिविर में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के द्वारा ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदन पत्रों का परीक्षण कर मौके पर अनेक समस्याओं का निराकरण किया गया, जिससे ग्रामीणों में काफी हर्ष देखा गया। इसके अंतर्गत बालोद विकासखण्ड के ग्राम पंचायत अंगारी, जामगंाव बी, कन्नेवाड़ा, अर्जुंदा तहसील के ग्राम पंचायत चैरेल, तिलखैरी, गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत गोरकापार, जरवाय, चिचबोड़, डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत आमाडुला, मथेना, ढोर्रीठेमा, गुरूर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत उसरवारा, कनेरी, कुलिया तथा मार्री बंगला तहसील के अछोली, परसाडीह, गारका में आयोजित शिविर में अपने मांगों एवं समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर पात्रतानुसार मौके पर ही हितग्राहियों का नया राशन कार्ड बनाने के साथ ही राशन कार्ड में नाम जोड़ा गया। इसके अलावा बी-1 नकल, बीज मिनीकिट, किसान पुस्तिका आदि का वितरण किया गया। ग्राम पंचायतो में आयोजित शिविरों में संबंधित हल्का पटवारी, ग्राम पंचायत के सचिव, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।