- Home
- छत्तीसगढ़
- -मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने गगन दीप के पिता को इलाज के लिए दी राशि-माध्यमिक शाला फ़रफ़ौद में ध्वजारोहण के लिए खंभा खड़ा करने के दौरान हुआ था हादसारायपुर /विद्युत करेंट की चपेट में आकर झुलसे माध्यमिक शाला फरफौद के छात्र गगन दीप के इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत तीन लाख रूपए की मंजूरी दी गई है। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने इलाज के लिए स्वीकृत सहायता राशि गगन दीप के पिता को सौंपते हुए उसके इलाज के लिए अपनी ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।गौरतलब है कि छात्र गगन दीप स्कूल में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस ध्वजारोहण के लिए लोहे के पाईप खड़ा करते समय 11 केवी की लाइन की चपेट में आ गया था, जिसकी वजह से झुलसने के साथ-साथ उसे गहरी चोटें आई हैं। इस हादसे के चलते उसका हाथ काटने की नौबत आ गई है। गगन दीप का इलाज वी. केयर हॉस्पिटल तेलीबांधा रायपुर में चल रहा है। इस घटना की जानकारी मिलने पर मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने 3 लाख रूपए की सहायता दिए जाने की पहल करने के साथ ही उसका बेहतर इलाज कराए जाने का भरोसा परिजनों को दिलाया। परिजनों ने मंत्री डॉ. डहरिया की इस सहृदयता के लिए उनका आभार जताया।
- दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में एक इनामी माओवादी ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इस के खिलाफ हत्या और आगजनी के कम से कम नौ मामले दर्ज हैं।मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पित माओवादी राजू लेकाम पर बीजापुर जिले के बैरमगढ़ क्षेत्र में माओवादियों के जनताना सरकार इकाई में सक्रिय होने का आरोप हैं और इस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने के दौरान लेकाम ने बताया कि उसने पुलिस के पुनर्वास कार्यक्रम 'लोन वर्रातु' से प्रभावित होकर और माओवादियों की 'खोखली' विचारधारा से हताश होकर यह कदम उठाया है। लेकाम एक दशक से अधिक समय से प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा हुआ था और हत्या, पुलिस टीम पर हमले, इलाके में रेल पटरियों को उखाडऩे सहित कम से कम नौ मामलों में पुलिस को इसकी तलाश थी। लेकाम पर वर्ष 2013 से 2020 तक दक्षिण बस्तर में चार लोगों की हत्या के अलग-अलग मामले में संलिप्त होने का भी मामला दर्ज है। file photo
- -चिराग परियोजना कार्यकर्ताओं के लिए चार दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण प्रारंभरायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में मंगलवार को यहां छत्तीसगढ़ शासन द्वारा क्रियान्वित चिराग परियोजना के अन्तर्गत कार्यरत मैदानी कार्यकर्ताओं एवं परियोजना अमले को ‘‘समन्वित कृषि प्रणाली’’ के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए चार दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने किया। समारोह की अध्यक्षता चिराग परियोजना की संचालक डॉ. चंदन संजय त्रिपाठी ने की। इस चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत चिराग परियोजना के मैदानी कार्यकर्ताओं को कृषि के साथ-साथ पशुपालन, डेयरी, मछली पालन, कुक्कुट पालन, मशरूम उत्पादन तथा अन्य आयमूलक गतिविधियों के समन्वित क्रियान्वयन के संबंध में विषय विशेषज्ञों द्वारा गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि चिराग परियोजना छत्तीसगढ़ राज्य के आठ जिलों - कांकेर, कोण्डागांव, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और मुंगेली के 14 विकासखण्डों में संचालित है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय चिराग परियोजना में तकनीकी मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान कर रहा है।प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कुलपति ने कहा कि चिराग परियोजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के किसानों की आमदनी बढ़ाना तथा कृषक परिवारों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। डॉ. चंदेल ने कहा कि यह विडंबना है कि लोगों का पेट भरने और उन्हें पोषण उपलब्ध कराने वाले किसानों के परिवार स्वयं अच्छे पोषण से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों से आव्हान किया कि किसान जिन फसलों का पूर्व से उत्पादन कर रहें हैं, उन्हीं फसलों की अधिक पोषक मूल्य वाली किस्में उगाने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाना चाहिए। इसके लिए विभिन्न फसलों की न्यूट्रीशनल प्रोफाइल बनाकर अधिक पोषण मूल्य वाली किस्मों को कार्यक्रम में शामिल करना चाहिए। डॉ. चंदेल ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों के प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन पर काफी अच्छा कार्य किया जा रहा है और कृषक उत्पादक समूहों तथा महिला स्व-सहायता समूहों को इनसे जोड़ते हुए उनके लिए मार्केट लिंकेज उपलब्ध कराया जा रहा है।चिराग परियोजना की संचालक डॉ. चंदन संजय त्रिपाठी ने कहा कि चिराग परियोजना एशिया की एकमात्र ऐसी परियोजना है जिसमें पोषण आधारित कृषि पर कार्य किया जा रहा है। इसमें कृषक परिवारों की महिलाओं एवं बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी जा रही है। परियोजना के तहत विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। इस परियोजना का एक प्रमुख उद्देश्य आदिवासी कृषक परिवारों में सामाजिक एवं व्यवहारगत परिवर्तन लाना है जिससे महिलाओं तथा बच्चों को पर्याप्त पोषण मिल सके। उन्होंने कहा कि समन्वित कृषि प्रणाली के माध्यम से किसानों को परंपरागत फसलों के साथ-साथ अन्य आयमूलक एवं पोषण वर्धक उद्यमों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि राज्य में संचालित गौठानों को चिराग परियोजना से जोड़ा जाएगा। शुभारंभ कार्यक्रम को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. अजय वर्मा ने भी संबोधित किया। चिराग परियोजना तकनीकी सहयोग दल के टीम लीडर डॉ. के.एल. नंदेहा ने परियोजना के उद्देश्यों लक्षयों एवं गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालय से संचालक अनुसंधान डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, निदेशक प्रक्षेत्र एवं बीज डॉ. एस.एस. टुटेजा, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय रायपुर डॉ. जी.के. दास, कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. विनय पाण्डेय, अधिष्ठाता खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर डॉ. ए.के. दवे, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा सहित अनेक कृषि वैज्ञानिकगण, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग छत्तीसगढ़ शासन तथा चिराग परियोजना के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
- -मुख्यमंत्री ने घटना पर शोक व्यक्त कियारायपुर । सिलतरा इलाके में आज राख की खुदाई करते वक्त बड़ा हादसा हो गया और राख के ढेर में दबने से 3 लोगों की मौत हो गई है। जबकि एक बालिका घायल हो गई है।गौरतलब है कि सिलतरा इलाके में फैक्ट्रियों से निकलने वाली राख को ग्रामीण निकालकर बेचते हैं। इसी के ढेर में दब जाने से तीन लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों के नाम मोहर बाई उम्र 50 वर्ष, पुनीत कुमार मनहरे उम्र 22 वर्ष पांचो गहरे उम्र 32 वर्ष शामिल हैं। मोहर बाई और पुनीत रिश्ते में मां बेटे थे। ये सभी लोग सांकरा के रहने वाले थे।
घटना की जानकारी मिलते ही धरसींवा पुलिस मौके पर पहुंची और राख की ढेर में दबे लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे में घायल बालिका को इलाज के लिए रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।मुख्यमंत्री ने तीन लोगों की मृत्यु पर दुःख प्रकट किया
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर के सिलतरा इलाके में राखड़ खुदाई करते वक्त तीन लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने हादसे में घायलों को त्वरित और बेहतर उपचार के साथ ही अन्य जरूरी मदद उपलब्ध कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। राखड़ खुदाई के समय मलबे में 5 लोग दब गए थे, जिसमें 3 की मृत्यु हो गई है और 2 लोग घायल हैं, जिनका उपचार जारी है। - -आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों के ऑडिट में मिली थी गड़बड़ी-पंजीकृत अस्पतालों में इलाज में किसी भी तरह की दिक्कत होने पर टोल-फ्री नंबर 104 या 14555 में कर सकते हैं शिकायतरायपुर । आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों का ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से उपचार लेने वाले मरीजों का ऑडिट किया जाता है। ऑडिट के दौरान विगत दिनों कुछ अनुबंधित निजी अस्पतालों में गड़बड़ियां पाई गई थीं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रायपुर और बिलासपुर के ऐसे पांच अस्पतालों के खिलाफ निलंबन एवं अर्थदण्ड की कार्रवाई की गई है।संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं-सह-मुख्य कार्यपालन अधिकारी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना राज्य नोडल एजेंसी, रायपुर के द्वारा ऑडिट में गड़बड़ी पाए जाने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। नवापारा रायपुर के अंजलि नर्सिंग होम, माहेर हॉस्पिटल व शाह नर्सिंग होम, बिलासपुर के श्रीबालाजी हॉस्पिटल और रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के विरूद्ध कार्रवाई की गई है।स्वास्थ्य विभाग ने बिलासपुर के श्रीबालाजी हॉस्पिटल को एक साल के लिए निलंबित किया है। नवापारा रायपुर के अंजलि नर्सिंग होम के खिलाफ तीन लाख रूपए के अर्थदण्ड व एक साल के निलंबन, माहेर हॉस्पिटल के खिलाफ पांच लाख रूपए के अर्थदण्ड व एक साल के निलंबन तथा शाह नर्सिंग होम के खिलाफ तीन लाख रूपए के अर्थदण्ड व एक साल के निलंबन की कार्रवाई की गई है। रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत उपचारित मरीजों से अतिरिक्त राशि लिए जाने के मामले में छह लाख 16 हजार 834 रूपए का अर्थदण्ड लगाया गया है। साथ ही इतनी ही राशि संबंधित मरीजों को वापस दिलाया गया है।टोल-फ्री नंबर पर कर सकते हैं शिकायतआयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में इलाज में किसी भी तरह की दिक्कत होने पर मरीज या उसके परिजन सीधे टोल-फ्री नंबर 104 या 14555 में शिकायत कर सकते हैं। शिकायत के आधार पर त्वरित कार्यवाही की जाती है। साथ ही उपचारित मरीजों का ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में उपलब्ध डेटा का ऑडिट भी लगातार संबंधित चिकित्सकों के द्वारा किया जाता है। गड़बड़ी पाए जाने पर राज्य नोडल एजेंसी द्वारा समय-समय पर कार्यवाही की जाती है ताकि मरीजों को निःशुल्क व समुचित उपचार मिल सके।
- -कांकेर जिलें के पखांजूर क्षेत्र ने बनाई अलग पहचान-मछली पालन से सिर्फ पखांजूर में करीब 500 करोड़ का टर्न ओवर-तीन हजार से अधिक किसान कर रहे हैं मछली पालन-पहले दूसरे राज्यों से होता था मछली बीज का आयात अब देश के विभिन्न राज्यों को किया जा रहा निर्यात-अकेले मछली बीज से ही किसानों को होती है 125 करोड़ रूपए की आय-छत्तीसगढ़ में मछली की क्लस्टर खेती की पहचान अब पूरे देश मेंरायपुर / बस्तर के हरे-भरे क्षेत्र में नीली क्रांति से अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को मिला है। प्रदेश के कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के तस्वीर बदलने लगी है। इस विकासखण्ड का पखांजूर क्षेत्र मत्स्य उत्पादन के नाम से देश में अपनी एक नई जगह बना रहा हैं। अब यह क्षेत्र देश में मछली पालन के नक्शे पर जाना पहचाना नाम है। यहां क्लस्टर एप्रोच पर मछली पालन किया जा रहा है। यह संभव हुआ है कि कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के पंखाजूर क्षेत्र के किसानों की मेहनत और शासन की योजनाओं के मदद के फलस्वरूप। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में बीते 4 वर्षों में छत्तीसगढ़ हर क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है और पूरे देश में छत्तीसगढ़ की एक नई पहचान स्थापित हो रही है।पखांजूर इलाके में मछली पालन से लगभग पांच हजार से अधिक मत्स्य पालक किसान जुड़े हैं। यहां मछली पालन किस वृहद तौर पर किया जा रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन किसानों के द्वारा मछली बीज, मछलियों के उत्पादन और परिवहन आदि में औसत वार्षिक टर्न ओवर 500 करोड़ रूपए से अधिक का है। इस क्षेत्र में लगभग 19,700 तालाबों, इनमें लगभग 99 प्रतिशत तालाबों में मछली पालन किया जा रहा है।इस क्षेत्र के किसानों ने अपनी मेहनत और हुनर तथा शासन की योजनाओं के फलस्वरूप इस क्षेत्र में क्रांति ला दी। इन परिवारों ने स्थानीय कृषकों की मदद से मछली पालन के काम को आगे बढ़ाया। अब यह कार्य पखांजूर विकासखण्ड के आसपास के गांवों में फैल चुका है। यहां मछली उत्पादन के साथ-साथ मत्स्य बीज का भी उत्पादन हो रहा है। यहां से महाराष्ट्र, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में मछली बीज की सप्लाई की जाती है। अकेले मछली बीज से ही किसानों को करीब 125 करोड़ रूपए की आय होती है।पखांजूर के बड़ेकापसी गांव की कहानी और भी उत्साहवर्धक है, आसपास के 5 गांवों में किसान मछली की सामूहिक खेती कर रहे हैं। इन गांवों में मछली पालन के लिए 1700 तालाब बनाए गए हैं। जिनमें 30 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन होता है। गांव के लोग बताते हैं कि अब वे परंपरागत खेती-किसानी का काम छोड़कर लोग अब मछली पालन व्यवसाय की ओर बढ़ रहे हैं, क्योकि कम लागत में अधिक मुनाफे का धंधा है। गांवों के उनके कई खेत अब मछली की खेती के लिए तालाब में बदल गए हैं।पखांजूर क्षेत्र में क्लस्टर एप्रोच में मछली पालन की यह तकनीक किसानों में लगातार लोकप्रिय होते जा रही है। इन गांवों में लगभग 12 हजार 500 हेक्टेयर का जल क्षेत्र मछली पालन के लिए उपलब्ध है। इसके अलावा यहां 27 हेचरी, 45 प्राक्षेत्र, 1623 पोखर, 1132 हेचरी संवर्धन पोखर उपलब्ध हैं। यहां 72 करोड़ मछली बीज का उत्पादन हो रहा है। इनमें से 64 करोड़ मछली बीज देश के विभिन्न राज्यों को भेजा जाता है।पखांजूर क्षेत्र में आधुनिक तकनीक से मछली पालन करने से यहां लगभग 51000 मीट्रिक टन मत्स्य उत्पादन हो रहा है। यहां प्रति हेक्टेयर जल क्षेत्र मत्स्य उत्पादन 8000 में 12000 मीट्रिक टन मछली का उत्पादन लिया जा रहा है। इसके अलावा यहां 8 करोड़ पगेसियस मत्स्य बीज का उत्पादन भी हो रहा है। पगेसियस मत्स्य बीज केज कल्चर के जरिए मत्स्य पालन के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाता है।
शासन की विभिन्न योजनाओं से मछली पालन ने पकड़ी रफ्तारउल्लेखनीय है कि राज्य शासन एवं केंद्र शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना और नीली क्रांति, मत्स्य पालन प्रसार योजना से किसानों को बड़ी मदद मिली और मार्गदर्शन भी मिला, जिससे पखांजूर क्षेत्र में मत्स्य पालन के व्यवसाय को रफ्तार मिली। इस कार्य अभी 5 हजार से अधिक मत्स्य कृषक सीधे जुड़े है। किसान बताते है कि नीली क्रांति योजना से मछुवारों को बहुत लाभ हुआ। तकनीकी सहायता के साथ उन्नत तकनीक से मछली पालन के लिए ऋण अनुदान मिलने से मछली पालन का व्यवसाय अब यहां वृहद् आकार ले चुका है।मछली पालन को कृषि का दर्जाछत्तीसगढ़ शासन के मछली पालन विभाग द्वारा मत्स्य पालक किसानों को केजकल्चर बायोफ्लोक जैसा अत्याधुनिक तकनीक के जरिए मछली पालन के लिए ऋण अनुदान उपलब्ध कराने के साथ ही तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है। मत्स्य पालन को राज्य में खेती का दर्जा भी दिया गया है। इससे किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण, कृषि के समान ही रियायती दर पर विद्युत एवं अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। कृषि का दर्जा मिलने से किसानों में उत्साह है।मछली उत्पादन में छठवें पर और मछली बीज उत्पादन में पांचवें स्थान पर है छत्तीसगढ़गौरतलब है कि मछली उत्पादन में छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है। मछली बीज उत्पादन में पांचवें और मछली उत्पादन में छत्तीसगढ़ का स्थान देश में छठवां है। पिछले चार वर्षों में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से 09 चाइनीज हेचरी तथा 364.92 हेक्टेयर में संवर्धन क्षेत्र निर्मित किया गया है। मत्स्य बीज उत्पादन में 20 प्रतिशत बढ़कर 302 करोड़ स्टेर्ण्डड फ्राई इसी प्रकार मत्स्य उत्पादन 29 प्रतिशत बढ़कर 5.91 लाख टन हो गया है। मछली पालन के लिए 4200 केज जलाशयों में स्थापित किए गए है और मत्स्य कृषकों की भूमि पर 2410 हेक्टेयर में तालाब विकसित किए गए। इसके अलावा 6 फीड मील स्थापित किए गए हैं। - -छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा ‘जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युवाओं की भूमिका’ विषय पर आयोजित पैनल डिस्कशन में शामिल हुईं युवा उद्यमी, मशहूर गायिका और म्यूजिक कंपोजर सुश्री अनन्या बिड़ला-कार्यक्रम में सुश्री अनन्या बिड़ला की प्रस्तुतियों पर झूमे युवारायपुर।युवा उद्यमी, मशहूर गायिका और म्यूजिक कंपोजर सुश्री अनन्या बिड़ला आज छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा ‘जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युवाओं की भूमिका’ विषय पर आयोजित पैनल डिस्कशन में शामिल हुईं। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में यूनिसेफ, एनएसएस, अनन्या बिड़ला फाउंडेशन और संज्ञा पीआर के सहयोग से पैनल डिस्कशन तथा लाइव बैंड का आयोजन किया गया था। पैनल डिस्कशन में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक श्री अनिल साहू और पर्यावरणविद एम.एल. नायक, अजय मिश्रा, श्वेता पटनायक, मंजरी शर्मा और तनुजा वर्मा शामिल हुए। श्री श्याम सुंदर पैनल डिस्कशन के मॉडरेटर थे। पैनल डिस्कशन के बाद सुश्री अनन्या बिड़ला ने लाइव बैंड पर अपनी प्रस्तुति भी दी जिसने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं को झूमने पर मजबूर किया।पैनल डिस्कशन में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युवाओं की भूमिका सुनिश्चित करने और राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने कई विशेषज्ञों एवं यूथ आइकॉन के रूप में मौजूद सुश्री अनन्या बिड़ला ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में सभी पैनलिस्ट्स ने अनुशासित जीवन पद्धति से जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण पर जोर दिया। पैनलिस्ट्स ने अपने-अपने संस्थान द्वारा पर्यावरण की सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने युवाओं को ऊर्जा संरक्षण के लिए जागरूक होने का संदेश दिया।मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री गौरव द्विवेदी ने कार्यक्रम में अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आज युवाओं का युग है। पर्यावरण के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन को रोकने में युवाओं की अहम भूमिका है। श्री द्विवेदी ने छत्तीसगढ़ का राजकीय गमछा पहनाकर यूथ आइकन सुश्री अनन्या बिड़ला का सम्मान किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ आने के लिए सुश्री बिड़ला को धन्यवाद दिया। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक श्री अनिल साहू ने सुश्री बिड़ला को बस्तर आर्ट की भगवान श्रीराम की मूर्ति और छत्तीसगढ़ हर्बल्स का हैंपर स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया।पैनल डिस्कशन में शिरकत करते हुए सुश्री अनन्या बिड़ला ने कहा कि युवा समझदार हैं। वे अनुशासित जीवन पद्धति को अपनाकर पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि यदि उनके पास पर्यावरण संरक्षण को लेकर कोई विचार हैं, तो हमसे अवश्य साझा करें। हम उस पर अमल करेंगे। सुश्री बिड़ला ने कार्यक्रम में वर्ष 2023 में दस हजार पेड़ लगाने का संकल्प लिया। उन्होंने रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम परिसर में पौधा लगाकर इसकी शुरूआत की।छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक श्री अनिल साहू ने पर्यावरण सन्तुलन और पर्यटन के विकास में छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य में 90 लाख क्विन्टल से अधिक धान की खरीदी होती है, लेकिन पराली जलाने की जो समस्या दिल्ली और पंजाब में देखी जाती है, वैसी स्थिति यहां नहीं है।
- -मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार वितरण समारोहरायपुर, / मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार प्रतिवर्ष विकासखण्ड, जिला और संभाग स्तर पर मुख्यमंत्री गौरव अंलकरण योजना के अंतर्गत शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाता है। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज माध्यमिक शिक्षा मण्डल परिसर स्थित संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा कार्यालय के सभागार में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना के अंतर्गत रायपुर संभाग के 31 शिक्षकों को सम्मानित किया। इनमें शिक्षा दूत सम्मान से 12 शिक्षक, ज्ञानदीप से 03 शिक्षक, शिक्षा श्री से 03 व्याख्याता, उत्कृष्ट प्राचार्य 05 और 08 उत्कृष्ट प्राधान पाठक सम्मानित हुए। यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों को बच्चों के अध्ययन-अध्यापन के साथ कौशल विकास, बौद्धिक, शारीरिक एवं सामाजिक दायित्वों के प्रति उत्तरदायित्व के लिए प्रेरणादायक कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है।स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गुरू आदि काल से समाज के पथ प्रदर्शक रहे हैं इसलिए वह हमेशा सम्मान के पात्र रहे हैं। 5 सितंबर को प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस मनाकर शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। यह सम्मान राज्य स्तरीय होता है। विकासखण्ड स्तर पर शिक्षक दूत, जिला स्तर पर ज्ञानदीप और संभाग स्तर पर शिक्षा श्री सम्मान से ‘मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण’ योजना के तहत् शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी की अवधि में शिक्षकों ने शिक्षा की ज्योति को जलाए रखा और बहुत सारे नवाचार किए। राज्य के शिक्षकोें द्वारा उस दौरान किए नवाचारों का अनुकरण अन्य राज्यों ने भी किया। मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि शिक्षक आदर्श हों तो उनके व्यवहार का अनुकरण सभी करते हैं। यह भी सत्य है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने विद्यार्थी काल में किसी न किसी शिक्षक से प्रभावित होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए आग्रह किया कि वे निरंतर छात्र हित में अच्छा कार्य करते रहें। साथ ही अपने साथी शिक्षिकों को भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करें। डॉ. टेकाम ने कहा कि शिक्षिकों को अपने सामाजिक दायित्वों को नहीं भूलना चाहिए। बच्चों को बौद्धिक, नैतिक और कौशल विकास के लिए हमेशा सजग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी परीक्षा का समय निकट है तो सभी तन-मन से तैयारी में जुट जाएं और संकल्प लें कि इस वर्ष स्कूल का बेहतर परिणाम आए।मंत्री डॉ. टेकाम ने समारोह में विकासखण्ड स्तर पर कक्षा पहली से पांचवी तक अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को शिक्षा दूत पुरस्कार में 5 हजार रूपए, जिला स्तर पूर्व माध्यमिक शाला के कक्षा छठवीं से आठवीं तक अध्यापन कराने वालों शिक्षकों को ज्ञानदीप पुरस्कार में 7 हजार रूपए, संभाग स्तर पर कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को शिक्षा श्री पुरस्कार में 10 हजार रूपए की सम्मान राशि के साथ ही प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने इसके साथ ही जिला अंतर्गत अपने विद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्राचार्याें को 2 हजार रूपए, विकासखण्ड स्तर पर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रधान पाठकों को एक-एक हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की। सभी सम्मानित शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, शॉल, श्रीफल से सम्मानित किया गया।इस अवसर पर संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा रायपुर संभाग श्री के. कुमार जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.एल. ठाकुर सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।
- - हर काम को मनपंसद बना लेना ही सफलता की कुंजी: श्रीमती बघेल- सीई श्री श्रीधर एवं एसई श्री बुनकर भी हुए सेवानिवृत्तरायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी से सेवानिवृत्त कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री आर.के.श्रीवास एवं मुख्य अभियंता(परियोजना) श्री हेमंत श्रीधर कंपनी मुख्यालय विद्युत सेवाभवन में भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम में पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी की एमडी श्रीमती उज्ज्वला बघेल, डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी श्री मनोज खरे, जनरेशन कंपनी के एमडी श्री एस.के.कटियार ने उन्हें प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। श्रीमती बघेल ने कहा कि सेवानिवृत हो रहे अभियंताओं ने कठिनाईयों और चुनौतियों का सामना करते हुए हर विषय की गहराई पर जाकर समाधान निकाला। यह उनके सकारात्मक नजरिये को दर्शाता है। हर किसी को मनपंसद काम नहीं मिलता लेकिन हर काम को मनपंसद बना लेना सफलता की कुंजी है।इस अवसर पर सेवानिवृत्त ईडी श्री श्रीवास, सीई श्री श्रीधर ने अपने कार्य अनुभव बताते हुए अपनी सफलता का श्रेय टीमवर्क को दिया तथा सेवायात्रा के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों से मिले सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।इसी प्रकार ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक (संचारण-संधारण) बिलासपुर श्री संदीप गुप्ता एवं अधीक्षण अभियंता (भंडार एवं क्रय) श्री ए.आर.बुनकर को भी सेवाभवन में भावभीनी विदाई दी गई। ट्रांसमिशन कंपनी की एमडी श्रीमती उज्ज्वला बघेल ने उन्हें सेवा प्रमाण-पत्र व प्रतीक चिन्ह भेंट किया। प्रबंध निदेशकगणों ने सेवानिवृत्त अभियंताओं की सेवाओं को प्रदेश के विद्युत विकास के लिए महत्वपूर्ण निरूपित करते हुए उनके द्वारा विद्युत मंडल एवं कंपनी में किये गये योगदान की सराहना की तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रबंधक (जनसंपर्क) श्री गोविन्द पटेल ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संक्षेप में प्रकाश डाला। इस अवसर पर पॉवर कंपनीज के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही सेवानिवृत्त अधिकारियों के परिवारजन भी उपस्थित थे।
- रायपुर /छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग मंत्रालय, महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर से प्राप्त निर्देंशानुसार 2 फरवरी को दोपहर 12 बजे से जिला स्तरीय रामायण प्रतियोगिता का आयोजन कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में ’’बाजार शेड, बाजार चौक, ग्राम पंचायत हसदा, विकासखण्ड अभनपुर में किया जायेगा।अपर कलेक्टर श्री बी.सी. साहू ने बताया कि शासन के दिशा निर्देंश के अनुसार मंच व्यवस्था, टेण्ट व्यवस्था, भोजन व्यवस्था तथा बैठक व्यवस्था आदि के सुव्यवस्थित संपादन हेतु जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। file photo
-
-8 फरवरी तक किया जा सकता है ऑनलाइन आवेदन
रायपुर / जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा वर्ष 2023 कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीयन की तिथि में वृद्धि की गई है। अब 8 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।पूर्व में ऑनलाइन पंजीयन की अंतिम तिथि 31 जनवरी तक निर्धारित की गई थी। उम्मीदवार वेबसाइट https://navodaya.gov.in और https://cbseitms.rcil.gov.in/nvs पर नि:शुल्क आवेदन कर सकते हैं। - -कलेक्टर ने आयोजन की सफलता के लिए सौंपी जिम्मेदारी-प्रतिदिन रात में दो घण्टे होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रमबिलासपुर / संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में 13 से 23 फरवरी तक राज्य स्तरीय सरस मेले का आयोजन किया जायेगा। शहर के व्यापार विहार में इसका आयोजन किया जाएगा। मेले में छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों की स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जायेगा। हजारों की संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाएं बिलासपुर में जुटेंगी। प्रतिदिन रात 7 से 9 बजे तक दो घण्टे का सांस्कृतिक संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में दूसरे सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेले के सफल आयोजन के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार ने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। अपर कलेक्टर श्री आ.ए.कुरूवंशी को मेला समन्वय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा मेला स्थल निर्माण समिति के प्रभारी संयुक्त कलेक्टर श्री एसएस दुबे, अंतरराज्यीय समन्वय समिति, स्टाॅल आवंटन एवं हेल्प डेस्क के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अरूण खलकों, आवास एवं सत्कार व्यवस्था के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर ललिता भगत, भोजन व्यवस्था के प्रभारी संयुक्त कलेक्टर वैभव कुमार क्षेत्रज्ञ, यातायात समिति के प्रभारी आरटीओ श्री अमित बेक, विद्युत एवं माईक व्यवस्था के प्रभारी श्री निर्मल टोप्पो कार्यपालन अभियंता ईएण्ड एम, पेयजल एवं स्वच्छता समिति के प्रभारी कार्यपालन अभियंता पीएचई श्री यू.के.राठिया, स्वास्स्थ समिति के प्रभारी डाॅ. सुभाष सिंह राज संयुक्त कलेक्टर एवं सीएमएचओ डाॅ अनिल श्रीवास्तव, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति के प्रभारी संयुक्त कलेक्टर डाॅ. सुभाष सिंह राज, डीईओ श्री कौशिक एवं सहायक आयुक्त श्री जायसवाल, प्रचार-प्रसार समिति के प्रभारी उप संचालक जनसम्पर्क श्री एमडी पटेल, वित्त समिति के प्रभारी श्री विकास सिंह ठाकुर जिला कोषालय अधिकारी, पंजीयन एवं बिक्री प्रतिवेदन समिति के प्रभारी श्री ओम पाण्डेय जिला परियोजना समन्वयक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जयश्री जैन ने सभी अधिकारियों को सौंपे गये दायित्व का गंभीरता के साथ निर्वहन कर रिपोर्ट समन्वय समिति को देने के निर्देश दिए हैं।
- भिलाई नगर/ खुर्सीपार क्षेत्र का रविशंकर शुक्ल मार्केट भी अब बेहतर होगा। इस मार्केट को निगम और व्यापारी संघ मिलकर अच्छा बनाएंगे। रवि शंकर शुक्ल मार्केट के मार्केट एसोसिएशन, चेंबर ऑफ कॉमर्स व व्यापारी संघ आदर्श मार्केट बनाने के लिए इसमें सहयोग करेंगे। मार्केट में दुकानों के सामने आकर्षक गमले रखे जाएंगे, आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चलाया जाएगा, सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी, कचरे बाहर न फेंके इसके लिए अभियान चलाया जाएगा तथा दुकानों में डस्टबिन रखे जाएंगे, बंद पड़े हुए स्ट्रीट लाइट को चालू किए जाएंगे, लाइट का संधारण कार्य भी किया जाएगा, अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी, कबाड़ को भी हटाया जाएगा, पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी इसके लिए मार्किंग भी होगी, संपत्ति विरूपण के तहत अवैध होर्डिंग एवं पोस्टर को हटाने का अभियान चलाया जाएगा, गाड़ियों को व्यवस्थित तरीके से पार्किंग में रखने व्यवस्था की जाएगी, सुरक्षात्मक दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे की भी प्लानिंग है, शौचालय को भी दुरुस्त किया जाएगा। निगम और व्यापारी संघ मिलकर संयुक्त अभियान के तहत रविशंकर शुक्ल मार्केट को आदर्श मार्केट के रूप में तब्दील करने का काम करेंगे। इसके लिए निगम आयुक्त रोहित व्यास ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं तथा व्यापारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आदर्श मार्केट के रूप में तब्दील करने कार्य प्रारंभ करने कहा है। श्री राम चौक के समीप नवीन महाविद्यालय के पास वेंडिंग जोन भी तैयार किया जाएगा, इसके लिए आयुक्त ने जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल, कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं निगमायुक्त रोहित व्यास के अभिनव पहल से मार्केट क्षेत्रों का चयन कर आदर्श मार्केट बनाने चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं व्यापारी संघ आदि की मदद से इस पर कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त पूजा पिल्ले, कार्यपालन अभियंता संजय बागड़े, सहायक अभियंता अखिलेश चंद्राकर एवं उप अभियंता चंद्रकांत साहू तथा व्यापारी गण आदि मौजूद रहे।
- भिलाई नगर/ महापौर नीरज पाल एवं भिलाई निगम आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर भिलाई निगम के सभी जोन क्षेत्रों में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा, कुछ जोन में जन समस्या निवारण शिविर आज से प्रारंभ हो गया है। जन समस्या निवारण शिविर फरवरी माह तक आयोजित होगा। जोन आयुक्त व निगम अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित शिविर स्थल पर प्राप्त हो रहे आवेदन के निराकरण को लेकर शिविर स्थल में उपस्थित हो रहे है। शिविर को लेकर शिविर का शेड्यूल भिलाई निगम ने जारी कर दिया है। प्रथम चरण में 7 फरवरी तक लगने वाले जन समस्या निवारण शिविर का शेड्यूल जारी किया जा रहा है। आगे के शेड्यूल भी शीघ्र ही जारी किए जाएंगे।इन स्थानों पर लगेंगे जन समस्या निवारण शिविरदिनांक 31.01.2023वार्ड क्रं. 01 जुनवानी खम्हरिया सांस्कृतिक भवन, वार्ड क्रं. 15 अम्बेडकर भवन अम्बेडकर नगर, वार्ड क्रं. 30 प्रगति नगर स्वास्थ्य कार्यालय पानी टंकी, वार्ड क्रं. 42 गौतम नगर मदरसा रोड सामुदायिक भवन, वार्ड क्रं. 58 सेक्टर 04 पश्चिम सड़क 27 शिव मंदिर के पास।दिनांक 01.02.2023वार्ड क्रं. 02 स्मृति नगर आनंद नगर सांस्कृतिक भवन, वार्ड क्रं. 16 सामुदायिक भवन दुबे पशु आहार के पास, वार्ड क्रं. 31 मदर टेरेसा नगर स्वास्थ्य कार्यालय पानी टंकी, वार्ड क्रं. 43 बापू नगर अम्बेडकर भवन, वार्ड क्रं. 59 सेक्टर 05 सड़क 12 व 13 के बीच।दिनांक 02.02.2023वार्ड क्रं. 03 माॅडल टाउन पंचमुखी गार्डन सांस्कृतिक भवन, वार्ड क्रं. 19 राजीव नगर राम जानकी मंदिर, वार्ड क्रं. 32 बैकुण्ठधाम सुन्दर नगर स्वास्थ्य विभाग कार्यालय, वार्ड क्रं. 44 लक्ष्मी नारायण नगर जलाराम मंदिर, वार्ड क्रं. 60 सेक्टर 05 सत् विजय आॅडिटोरियम।दिनांक 03.02.2023वार्ड क्रं. 04 नेहरू नगर सियान सदन, वार्ड क्रं. 33 संतोषी पारा बैकुण्ठधाम स्वास्थ्य विभाग कार्यालय, वार्ड क्रं. 45 बालाजी नगर सामुदायिक भवन सांई मंदिर प्रांगण, वार्ड क्रं. 61 सेक्टर 06 नगर निगम कार्यालय।दिनांक 04.02.2023वार्ड क्रं. 46 दुर्गा मंदिर सामुदायिक भवन।दिनांक 05.02.2023वार्ड क्रं. 47 राधाकृष्ण मंदिर पं. दीनदयाल गार्डन आंगनबाड़ी भवन।दिनांक 06.02.2023वार्ड क्रं. 05 कोसा नगर सांस्कृतिक भवन, वार्ड क्रं. 34 वीर शिवाजी नगर सांस्कृतिक भवन दुर्गा पारा, वार्ड क्रं. 48 जोन-03 खुर्सीपार पम्प हाउस मैदान, वार्ड क्रं. 62 सेक्टर 06 मध्य काली बाड़ी भवन सेक्टर 06।दिनांक 07.02.2023वार्ड क्रं. 06 प्रियदर्शिनी परिसर राधिका नगर सियान सदन, वार्ड क्रं. 35 शारदा पारा सांस्कृतिक भवन दुर्गा पारा, वार्ड क्रं. 49 सुभाष मार्केट खुर्सीपार सामुदायिक भवन श्रीराम चैंक, वार्ड क्रं. 63 सेक्टर 06 पश्चिम सड़क 70 पार्षद निवास के पास।
- -कौड़िया के ग्रामीणों ने की भूमि का मुआवजा दिलाने की मांगबिलासपुर, / कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने सीपत तहसील के ग्राम कौड़िया के ग्रामीणों द्वारा जमीन मुआवजा की मांग संबंधी आवेदन पर जांच करने के निर्देश एसडीएम मस्तूरी को दिए हैं। कौड़िया के ग्रामीणों ने आज साप्ताहिक जनदर्शन में कलेक्टर से मुलाकात कर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 ए के लिए अधिग्रहित जमीन की मुआवजा राशि दिलवाने की मांग की। कलेक्टर ने आज जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों एवं किसानों से मुलाकात कर इत्मीनान के साथ उनकी समस्याएं सुनी। गंभीर किस्म की कुछ समस्याओं को टीएल पंजी में दर्ज कर साप्ताहिक बैठक में जवाब देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जनदर्शन में आज 140 से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए। कलेक्टर ने जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को मौके पर ही राशनकार्ड बनाकर वितरित करवाया।जनदर्शन में पहुंची बूढ़ीखार निवासी श्रीमती कार्तिका केंवट ने आवासीय पटटा दिलाने की मांग की। कलेक्टर ने एसडीएम मस्तूरी को इसकी जांच करने के निर्देश दिए। लिंगयाडीह निवासी श्रीमती मधु गोड़ ने कलेक्टर से मुलाकात कर विधवा पेंशन राशि दिलाने की अर्जी लगायी। नगर निगम कमिश्नर को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। निरतू के सरपंच श्री केदार पटेल ने गोठान में लगााए गए सौर उर्जा पैनल एवं केबल को सुधरवाने की गुहार लगायी। क्रेडा विभाग के अधिकारी मामले की जांच कर प्रतिवेदित करेंगे। श्री दीपक पांडे ने अपने बच्चों के स्कूल की फीस मांफी के लिए कलेक्टर से मुलाकात कर आवेदन दिया। जिला शिक्षा अधिकारी इस मामले को देंखेगे। ग्राम पंचायत बरद्वार के सरपंच श्री भास्कर प्रसाद साहू ने ग्राम पंचायत में चारागाह एवं अन्य भूमि पर कुछ लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे को हटाने क मांग की। एसडीएम कोटा मामले का परीक्षण करेंगे। ग्राम पंचायत बहतराई के आश्रित ग्राम दबेना के ग्रामीणों ने गांव में पानी सहित अन्य समस्याओं से निजात दिलाने की मांग की । इस प्रकरण का परीक्षण पीएचई के कार्यपालन अभियंता और सीईओं कोटा संयुक्त रूप से करेंगे।
- बिलासपुर /भारत सरकार के निर्देशानुसार केन्द्रीय योजनाओं में माह अप्रैल 2023 से कार्ययोजना बनाकर जिले में राष्ट्रीय खाद्य अधिनियम अंतर्गत जारी अन्त्योदय एवं प्राथमिकता श्रेणी के राशनकार्डो पर फोर्टिफाईड चावल का वितरण किया जायेगा। राज्य शासन के खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण द्वारा जारी आदेशानुसार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत जारी अन्त्योदय, प्राथमिकता श्रेणी एकल निराश्रित, निःशक्तजन राशनकार्डो में एपीएल राशन कार्ड को छोड़कर अप्रैल 2023 से फोर्टिफाईड चावल वितरण प्रारंभ किया जाएगा।कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने जिले में संचालित सभी उचित मूल्य की दुकानों में अप्रैल 2023 से फोर्टिफाईड चावल वितरण की जाने एवं आवश्यक तैयारी करने कहा है इसके साथ ही विभिन्न माध्यमों से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने को भी कहा है। फोर्टिफाईड चावल में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 जैसे पोषक तत्व होते है, जो एनिमिया और कुपोषण जैसे बीमारियों से निपटने में कारगर होता है।
- बिलासपुर । जागरूक प्राथमिकता उपभोक्ता सहकारी भंडार मर्यादित विकासखण्ड बिल्हा की सदस्यता सूची का प्रकाशन संस्था कार्यालय, विकासखण्ड कार्यालय, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मुख्य शाखा सरकंडा एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाए में प्रकाशित कर दिया गया है। समिति की सदस्यता सूची के संबंध में दावा-आपत्ति 06 फरवरी 2023 तक प्रस्तुत कर सकते है।
-
भिलाई नगर/ सड़कों की स्थिति सुधारने की दिशा में भिलाई निगम तेजी से काम कर रहा है, इसी के तहत डामरीकरण, पैच वर्क, गड्ढों को भरने का काम, सड़कों के मरम्मत एवं संधारण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। इसी तारतम्य में सर्कस मैदान के सामने के सड़कों को भी ठीक किया जा रहा है। प्रियदर्शनी परिसर पूर्व सुभाष चौक गुरुनाथ हॉस्पिटल के पीछे होते हुए दक्षिण गंगोत्री मेला ग्राउंड के सामने सुपेला मुख्य मार्ग का डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है, स्वीकृत राशि 60.97 लाख की लागत से इस पर काम होगा। इस रास्ते से प्रतिदिन हजारों लोगों का आना जाना होता है। सुपेला चौक से सर्कस मैदान होते हुए प्रियदर्शनी परिसर मार्ग का रास्ता अपनाकर अंडर ब्रिज की ओर राहगीर आना-जाना करते हैं। अब इस सड़क के डामरीकरण हो जाने से गड्ढों से निजात मिल पाएगी, बारिश के दिनों में भी रास्ता सुगम होगा। गड्ढों के कारण हादसे भी कम होंगे। रात्रि में भी आने जाने में सहूलियत होगी साथ ही कीचड़ से भी निजात मिलेगा। डामरीकरण के प्रस्ताव को महापौर की अध्यक्षता में एमआईसी से स्वीकृति दी जा चुकी है। सड़कों को ठीक करने के लिए महापौर नीरज पाल ने कई स्थानों पर भूमि पूजन किया था और शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत तेजी से सड़कों को सुधारने की दिशा में काम किया जा रहा है। निगमायुक्त रोहित व्यास ने अधिकारियों को गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कार्य को शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। सड़क डामरीकरण, मरम्मत एवं संधारण को लेकर निगम प्रशासन इस पर शीघ्रता से कार्य कर रहा है। भिलाई की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए निगम ने काफी समय से इस पर काम शुरू कर दिया था। प्रत्येक जोन क्षेत्र में सड़कों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। अब युद्ध स्तर पर सड़कों के डामरीकरण/मरम्मत/संधारण/ पैच वर्क का काम भिलाई में हो रहा है, सड़कों के गड्ढों को भी भरा जा रहा है। रामनगर मुक्तिधाम क्षेत्र तथा कई क्षेत्रों में डामरीकरण तथा सड़कों के मरम्मत संधारण के काम किए जा रहे हैं कई स्थानों पर तो कार्य पूर्ण भी हो चुके हैं और सड़कों पर सुगम आवागमन हो रहा है। सड़कों के सुधार की दिशा में भिलाई निगम तेजी से काम कर रहा है। निगमायुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर निगम के जोन आयुक्त व अधिकारी सड़कों के डामरीकरण कार्य, पैच वर्क मरम्मत एवं संधारण के कार्यों का निरीक्षण लगातार कर रहे हैं।
-
-आवेदन जमा करने वाले कई लोगों का हो चुका है नियमितीकरण, नियमितीकरण के लिए आवेदन करने में न करे देरी कहीं चूक न जाए मौका, नियमतीकरण के लिए बचे है कुछ ही महीने
भिलाई नगर/ नियमों के विपरीत निर्माण करने वाले लोगों के लिए नियमितीकरण कराने का सुनहरा अवसर उन्हें मिल रहा है, इसलिए आवेदन करने में विलंब न करें शीघ्र ही नियमितीकरण के लिए आवेदन कर नियमितीकरण करा लें, क्योंकि निर्धारित तिथि के अनुसार नियमितीकरण कराने के लिए कुछ ही समय शेष है। निगम में आवेदन करने वाले 297 लोगों का नियमितीकरण अब तक हो चुका है। भवन अनुज्ञा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक आवासीय व गैर आवासीय मिलाकर जिन्होंने नियमितीकरण के लिए अपना आवेदन निगम में जमा कर दिया है, उनमें से अधिकतर लोगों के नियमितीकरण हो चुके हैं, क्योंकि इसकी प्रक्रिया को भिलाई निगम द्वारा शीघ्रता से अपनाया जा रहा है।इन अनाधिकृत विकास का करा सकते है नियमितीकरण यदि किसी ने बिना बिल्डिंग परमिशन लिए निर्माण किया हो, बिल्डिंग परमिशन प्राप्त करके स्वरूप में परिवर्तन किया हो या फिर प्रदाय किए गए भवन अनुज्ञा के विपरीत निर्माण कर लिया हो तो इसका नियमितीकरण कराया जा सकता है। इसके लिए भिलाई निगम में तथा किसी भी जोन ऑफिस में आवेदन करना होगा तथा वार्डों में लग रहे जनसमस्या निवारण शिविर में भी आवेदन कर सकते है। निगम में पंजीकृत आर्किटेक्ट को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके। उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने इसका अधिक से अधिक लाभ दिलाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसके लिए जोन आयुक्त को मुनादी, शिविर लगाकर व प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए गए है। अनाधिकृत विकास के नियमितीकरण के लिए आवेदक को नक्शा आदि बनाकर आवेदन जमा करना होगा। इसके लिए आर्किटेक्ट की सहायता ली जा सकती है। आर्किटेक्ट की सूची समस्त जोन कार्यालय एवं मुख्य कार्यालय में भी चस्पा की गई है तथा भिलाई निगम के वेबसाइट से भी आर्किटेक्ट की सूची प्राप्त की जा सकती है। भूखंड क्षेत्रफल 120 वर्ग मीटर तक के अनाधिकृत आवासीय निर्माण का नियमितीकरण में शास्ती से छूट मिल रही है।कैसे करे नियमितीकरण के लिए आवेदन आवेदन, मानचित्र निगम के पंजीकृत वास्तुविद/इंजीनियर से तैयार कराकर आवेदन करना होगा। आवेदन निर्धारित प्रारूप में चेक लिस्ट के अनुसार नगर पालिक निगम भिलाई के वेबसाइट www.bhilainagarnigam.com से डाउनलोड किया जा सकता है। आर्किटेक्ट की सूची भी इस वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है। अनाधिकृत निर्माण दिनांक 14 जुलाई 2022 के पूर्व से निर्मित है इस संबंध में साक्ष्य के रूप में भवन का बिजली बिल, प्रॉपर्टी टैक्स जिसमें तारीख अंकित हो जमा करना आवश्यक है, अन्य दस्तावेज आवेदन के प्रारूप एक में चेक लिस्ट के अनुसार संलग्न करके आवेदन करना होगा।जन समस्या निवारण शिविर तथा निगम मुख्य कार्यालय सहित समस्त जोन कार्यालय में कर सकते हैं नियमितीकरण के लिए आवेदन नियमितीकरण के लिए जन समस्या निवारण शिविर के लग रहे स्थानों पर आवेदन किया जा सकता है, इसके साथ ही निगम मुख्य कार्यालय तथा निगम के सभी जोन कार्यालय नेहरू नगर, वैशाली नगर, मदर टेरेसा नगर, खुर्सीपार तथा जोन 5 सेक्टर 6 आत्मानंद स्कूल के पास स्थित जोन कार्यालय में नियमितीकरण के लिए आवेदन किया जा सकता है।नियमितीकरण कराने के लिए अधिक जानकारी के संबंध में इस नंबर पर करें संपर्क नियमितीकरण करवाने के लिए भवन अनुज्ञा शाखा के उप अभियंता शहबाज अहमद के मोबाइल नंबर 9399414300 पर संपर्क कर सकते हैं तथा नियमितीकरण की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ले सकते हैं। नियमितीकरण के संबंध में किसी भी प्रकार से भटकने की आवश्यकता नहीं है सीधे इस नंबर में संपर्क करके नियमितीकरण की प्रारंभिक प्रक्रिया से लेकर सभी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी मिल जाएगी तथा आवेदन किस प्रकार से करना है इन सभी की जानकारी भी इस हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से मिल पाएगी। - दुर्ग /एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग (ग्रामीण) द्वारा रवेलीडीह एवं करंजा भिलाई के आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका के रिक्त पद के लिए उक्त अंतरिम मूल्यांकन पत्रक में वरीयता अथवा प्राथमिकता के संबंध में किसी आवेदिका को दावा-आपत्ति हो तो मय साक्ष्य में 9 फरवरी तक कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना, दुर्ग (ग्रामीण) में अपनी लिखित दावा-आपत्ति कार्यालयीन समय में दर्ज करा सकते हैं। उक्त समय सीमा के पश्चात् कोई भी दावा आपत्ति स्वीकार नहीं किये जायेंगे।
- -नगरीय निकाय दुर्ग के 11 वार्डों में नवीन शासकीय उचित मूल्य दुकानों को स्वीकृतिदुर्ग / सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित उचित मूल्य दुकानों के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत नगर पालिक निगम, दुर्ग में वर्तमान में संचालित दुकानों में 500 से अधिक राशनकार्ड संलग्न होने पर छ.ग. सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 के अनुसार निम्नलिखित वार्डों में नवीन शा.उ.मू. दुकान स्वीकृत की गई है। मठपारा दक्षिण, मठपारा उत्तर, शंकर नगर पश्चिम, शंकर नगर पूर्व, मोहन नगर पूर्व, पोलसायपारा, तमेर पारा, चंडी मंदिर, केलाबाड़ी, सिविल लाइन उत्तर एवं सिविल लाइन दक्षिण की नवीन शा.उ.मू. दुकानों में संचालनकर्ता नियुक्त किये जाने हेतु आवेदन आमंत्रित हैं।उपरोक्त शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालन हेतु इच्छुक स्थानीय वार्ड में कार्यरत संस्थाएं, क्रमशः स्थानीय नगरीय निकाय, महिला स्व सहायता समूह एवं अन्य सहकारी समितियां 10 फरवरी को कार्यालयीन समय तक स्वयं अथवा अधिकृत व्यक्ति एवं साधारण डाक के माध्यम से कलेक्टर (खाद्य शाखा), दुर्ग कार्यालय में उपस्थित होकर विहित प्रारूप में अपना आवेदन पत्र समस्त वांछित दस्तावेजों सहित प्रस्तुत कर सकते है।उ.मू. की दुकान आबंटन हेतु इच्छुक आवेदनकर्ता संस्था उनके कार्यक्षेत्र के बाहर अन्य वार्ड व निकाय के लिए आवेदन न करें। उ.मू. की दुकानों आबंटन ऐसे अन्य सहकारी समितियों एवं महिला स्व सहायता समूहों को किया जायेगा, जो 10 फरवरी 2023 को कम से कम 02 माह पूर्व पंजीकृत एवं कार्यरत हो तथा जिसे सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में नियमित व निरंतर कार्य करने का अनुभव हो। विज्ञप्ति तिथि के पूर्व विभिन्न स्त्रोतो से कार्यालय को प्राप्त आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। विज्ञप्ति में प्रदर्शित अंतिम नियत तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन, अपूर्ण एवं अधूरे आवेदन पर भी कोई विचार नहीं किया जायेगा।
-
-जनपद स्तर में प्रथम रहीं चार मंडलियों के बीच होगा मुकाबला
- विजयी मंडली को मिलेगा 50 हजार रूपए का पुरस्कारबिलासपुर । जिला स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता स्व. लखीराम आॅडिटोरियम में 1 फरवरी को सवेरे 10 बजे से आयोजित की जायेगी। जनपद स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाली प्राप्त करने वाली चार मंडलियों के बीच यह मुकाबला होगा। जिला स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाली मंडली को राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिलेगा और 50 हजार रूपये का पुरूस्कार दिया जाएगा।गौरतलब है कि रामायण मंडलियों को प्रोत्साहित करने राज्य शासन द्वारा प्रारंभ रामायण मंडली प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। चार चरणों में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता के प्रथम चरण में आयोजन ग्राम पंचायत स्तर पर किया गया। इसमें पहला आने वाली मंडली को जनपद स्तर पर शामिल किया गया। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में बिल्हा ब्लाॅक से भजनामृत मानस मंडली सेवार, तखतपुर ब्लाॅक से तुलसी के संदेश मानस मंडली पड़रिया, मस्तुरी ब्लाॅक से सरस्वती मां मानस मंडली इटवा और कोटा ब्लाॅक से अंगना के तुलसी रामायण मंडली मानिकपुर चुरैली के बीच कड़ा मुकाबला होगा।मंडलियो को निधार्रित समयावधि में अपनी प्रस्तुति देनी होगी। प्रतियोगिता के आयोजन और परिणाम में पूरी पारदर्शिता बरतने के लिए पांच निर्णायको की टीम बनाई गई है, जो मंडलियो की प्रस्तुति, भाषाशैली और वेशभूषा के आधार पर उनका मूल्यांकन करेगी। - बिलासपुर / मल्हार नगर पंचायत के मुख्य नगरपालिका अधिकारी मनोज कुमार बंजारे को आवास योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर शो काॅज नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने आज उन्हें नोटिस जारी कर 1 फरवरी को समक्ष में उपस्थित होकर जवाब देने को कहा है। गौरतलब है कि बड़ी संख्या में पात्र लोग मल्हार में राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत पट्टा एवं आवास के लिए आवेदन किये हुए हैं। वे सब आज सामूहिक रूप से साप्ताहिक जनदर्शन में पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे। नगरपालिका के सीएमओ का दायित्व है कि वे नगर पंचायत स्तर पर आवष्यक प्रक्रियाएं पूर्ण कराकर जरूरतमंद लोगों को लाभान्वित करें। किन्तु राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजना में उनके द्वारा लापनवाही एवं शिथिलता बरती गई ।
- धान खरीदी केन्द्र पीपरछेड़ी में पहुंचकर लिया व्यवस्थाओं का जायजाबालोद । कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य के अंतर्गत अंतिम दिन आज 31 जनवरी को जिले के बालोद विकासखण्ड के धान खरीदी केन्द्र पीपरछेड़ी में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने धान खरीदी के अंतिम दिन आज अपने धान की बिक्री करने हेतु धान खरीदी केन्द्र में पहुंचे किसान श्री गोंविद राम साव एवं श्री चोवाराम सेन का फूलमाला पहना कर और पौधे भेंटकर स्वागत किया। कलेक्टर श्री शर्मा ने इन दोनो किसानों को शुभकामनांए दी तथा उनका हालचाल पूछा। किसान गोंविद राम ने कहा कि इस खरीफ विपणन वर्ष में वे दूसरी बार अपनी धान की बिक्री करने धान खरीदी केन्द्र में पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष इसके पूर्व भी वे अपनी धान की बिक्री कर चुके हैं। शेष धान की बिक्री वे आज कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि धान बिक्री करने में इस वर्ष किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। इसके साथ ही तत्काल उसे धान बिक्री की राशि भी प्राप्त हो गई। श्री शर्मा ने अपने धान की बिक्री करने पहुंचे इन दोनो किसानों के धान की तौलाई भी कराया।इस दौरान कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित किसानों से धान खरीदी केन्द्र के व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। किसानों ने शासन की धान खरीदी नीति तथा धान खरीदी केन्द्र में किये गये व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्रो में किए गये समुचित व्यवस्थााओं के फलस्वरूप इस वर्ष किसानों को अपने धान की बिक्री करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। किसानों ने कलेक्टर श्री शर्मा से धान खरीदी केन्द्र में कार्यालय खोलने की मांग की। कलेक्टर श्री शर्मा ने धान खरीदी केन्द्र परिसर में आम के पौधे का रोपण भी किया। इस दौरान एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री आर.पी.राठिया, खाद्य अधिकारी श्री तुलसी ठाकुर सहित अन्य अधिकारी -कर्मचारी गण उपस्थित थे।
- -बुजुर्ग महिला श्रीमती सुधबती को आवास दिलाने हेतु त्वरित कार्रवाई करने के दिए निर्देशबालोद ।कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने आज संयुक्त जिला कार्यालय के जनदर्शन कक्ष में आयोजित कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे लोगो से मुलाकात कर उनके मांगो एवं समस्याओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जनदर्शन पहुंचे प्रत्येक लोगों से बारी-बारी से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं को सुना।उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारी को तलब कर आम लोगों के समस्याओं के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर एवं संयुक्त कलेक्टर गायकवाड़ भी उपस्थित थे।जनदर्शन में आज गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम जुनवानी के बुजुर्ग श्री सुधबती ने बेसहारा होने के कारण कलेक्टर श्री शर्मा को उन्हें शीघ्र आवास प्रदान करने की मांग की। कलेक्टर श्री शर्मा ने बुजुर्ग महिला श्रीमती सुधबती की मांगों और समस्यओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुना। उन्होंने मौके पर उपस्थित एसडीएम गुण्डरदेही श्रीमती रश्मि वर्मा को बुजुर्ग श्रीमती सुधबती को आवास योजना का लाभ दिलाने हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनदर्शन में गुरूर विकासखण्ड के ग्राम धनेली के पूर्णिमा बाई ने कलेक्टर को बताया कि 30 जनवरी को ग्राम धनेेली में स्थित उनके मकान को असामाजिक तत्वांे के द्वारा जला दिया गया है। जिसके कारण वर्तमान में उसे और उसके परिवार के सामने रहने -बसने की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब है। जिसे देखते हुए इसे शीध्र ही आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए। कलेक्टर श्री शर्मा ने श्रीमती पूर्णिमा बाई को उनके समस्याआंे के निराकरण हेतु शीध्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होनें श्रीमती पूर्णिमा बाई के साथ जनदर्शन में पहुंचे उनके दो छोटे बच्चे युगल एवं कु. ललीता को पाठ्य पुस्तक भी प्रदान किया। ग्राम बगईकोन्हा के ग्रामीणो ने प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कमरे के निर्माण करने की मांग की। कलेक्टर ने ग्रामीणो को बताया कि जर्जर शाला भवनों के मरम्मत हेतु राशि प्राप्त हो गई है । जिसमे प्राथमिक शाला बगईकोन्हा का नाम भी शामिल है। कलेक्टर ने कहा कि शीध्र ही प्राथमिक शाला बगईकोन्हा सहित जिले के सभी जर्जर शाला भवनांे का मरम्मत कराया जायेगा। जनदर्शन में आज ग्राम बधमरा के दिव्यांग दंपतियों ने सामाजिक पेंशन दिलाने की मांग की। जनदर्शन मंे आज बड़ी सख्या में लोग अपनी मांगो और समस्याओ के निराकरण हेतु कलेक्टर से मुलाकात करने पहुंचे थे।