- Home
- छत्तीसगढ़
- -भिलाई निगम अंतर्गत आवासीय एवं व्यवसायिक भूखंडों के अंतरण की प्रक्रिया जारी, लीज पर भूखंड प्राप्त करने के लिए अपनानी होगी आसान प्रक्रियाएं, पंजीकरण से लेकर ऑक्शन तक सारी प्रक्रियाएं ऑनलाइनभिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई अंतर्गत भूखंडों के अंतरण के लिए प्रक्रिया प्रारंभ है। लीज पर भूखंड लेने के लिए ई-ऑक्शन की प्रक्रिया प्रतिभागी को अपनानी होगी। विस्तृत जानकारी ई प्रोक्यूरमेंट में अपलोड कर दी गई है जिसे https://eproc.cgstate.gov.in पर जाकर देखा जा सकता है। नगर पालिक निगम भिलाई ने नेहरू नगर जोन अंतर्गत दक्षिण गंगोत्री व्यवसायिक योजना के तहत 65 भूखंडों के नीलामी के लिए तथा मदर टैरेसा नगर जोन क्रमांक 3 क्षेत्र अंतर्गत जवाहर नगर आवासीय योजना के तहत 55 भूखंडों की नीलामी के लिए ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की है। भूखंड की प्राप्ति के लिए ऑनलाइन निविदा में भाग लेना होगा। इससे पूर्व 72 भूखंडों की नीलामी के लिए निविदा जारी की जा चुकी है। शहर के अच्छे लोकेशन पर भूखंड प्राप्त करने का यह सुनहरा अवसर है। आवासीय एवं व्यवसायिक योजना दोनों ही इस में सम्मिलित है। नोटिस बोर्ड में इसकी जानकारी चस्पा की गई है ताकि निगम अंतर्गत भूखंड को लीज पर लेने के लिए इच्छुक प्रतिभागी ई ऑक्शन की प्रक्रियाओं में भाग ले सकें। पारदर्शिता रखने के लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, कोई भी पात्र व्यक्ति कहीं से भी ई ऑक्शन की प्रक्रिया में भाग ले सकता है। वर्तमान में नेहरू नगर क्षेत्र अंतर्गत 65 व्यवसायिक भूखंड की नीलामी तथा मदर टैरेसा नगर क्षेत्र अंतर्गत 55 आवासीय भूखंडों की नीलामी की जा रही है। इस प्रकार कुल 120 भूखंडों की नीलामी के लिए ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की गई है।तीन स्तर पर होगी नीलामी की प्रक्रिया जानिए कैसे ले सकते हैं इच्छुक भाग भिलाई निगम अंतर्गत लीज पर भूखंड लेने के लिए ई ऑक्शन प्रक्रिया अंतर्गत समस्त निविदाकारो द्वारा तीन स्तर पर नीलामी की प्रक्रिया में भाग लिया जा सकता है। पहली प्रक्रिया के तहत निविदाकारों को ई प्रोक्यूरमेंट पोर्टल पर पंजीयन करना होगा जिसके पश्चात ही वे ई-ऑक्शन प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं। पंजीकरण एवं पोर्टल संबंधी एवं अन्य तकनीकी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 18004199140 पर समय प्रातः 9:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक तथा ईमेल आईडी help [email protected] पर संपर्क कर सकते हैं। पंजीकरण के उपरांत द्वितीय प्रक्रिया के तहत निविदाकारों को आवश्यक प्रीक्वालीफिकेशन दस्तावेज जैसे भूखंड अनुसार ईएमडी/धरोहर की राशि ऑनलाइन के माध्यम से तथा अन्य दस्तावेज जैसे शपथ पत्र, निविदा दस्तावेज की स्वयं के द्वारा हस्ताक्षरित प्रति, निविदा नियम शर्ते, मान्य घोषणा पत्र इत्यादि दस्तावेज ऑनलाइन के माध्यम से दक्षिण गंगोत्री व्यवसायिक योजना के लिए दिनांक 13 जुलाई 2022 तथा जवाहर नगर आवासीय योजना के लिए अंतिम तिथि 15 जुलाई 2022 शाम 5:30 बजे तक जमा किया जा सकता है। जिसका निगम द्वारा गठित तकनीकी दस्तावेज परीक्षण समिति द्वारा निर्धारित समय अवधि में परीक्षण किया जाएगा और पात्र निविदाकारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। तीसरी प्रक्रिया के तहत पात्र निविदाकारों द्वारा निर्धारित समय सारणी अनुसार ई-ऑक्शन प्रक्रिया में भाग लेने दिया जाएगा। इसके पश्चात ई-ऑक्शन प्रक्रिया में प्राप्त उच्चतम दरों को निगम समिति के समक्ष दर परीक्षण हेतु प्रस्तुत कर आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। भूखंड नीलामी हेतु अधिक जानकारी के लिए अशोक कश्यप मोबाइल नंबर 9098817420 से संपर्क किया जा सकता है।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के कमिश्नर प्रकाश सर्वे आज अल सुबह 6:00 बजे 77 एमएलडी एवं 66 एमएलडी फिल्टर प्लांट पहुंचे। निगम आयुक्त ने बारिश के दौरान फिल्टर प्लांट में पानी के शुद्धीकरण की जानकारी ली। उन्होंने प्रयोगशाला में देखा कि बारिश के दौरान शिवनाथ नदी से आने वाले पानी का शुद्धिकरण पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि बारिश के दिनों में टार्बिडिटी बढ़ने की संभावना होती है, जिसको देखते हुए जल शुद्धिकरण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। उन्होंने प्रत्येक जोन क्षेत्र के हैंडपंप और पावर पंप आदि जल स्रोतों से पानी का सैंपल कलेक्ट करके प्रयोगशाला में इसकी जांच करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे, इसकी जानकारी भी निगम आयुक्त ने 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट के प्रयोगशाला के स्पेशलिस्ट से ली, उन्होंने कहा कि सभी जोन क्षेत्रों से पानी का सैंपल लैब में परीक्षण के लिए आना चाहिए, लैब टेस्ट के बाद परीक्षण में असफल हुए पानी का उपचार करने के निर्देश निगमायुक्त ने अधिकारियों को दिए हैं, वही उपचार के बाद भी पीने योग्य पानी नही आने पर इसके उपयोग बंद करने के निर्देश भी दिए हैं। नियमित रूप से प्रयोगशाला में पानी सैंपल की जांच करने उन्होंने कहा। आयुक्त ने फिल्टर मीडिया में शुद्धिकरण की प्रक्रिया का अवलोकन करते हुए बरसात के दिनों में भी शुद्ध पानी प्रदाय करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने फिल्टर प्लांट के सभी शुद्धीकरण संसाधनों को अद्यतन रखने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल के निर्देश पर भिलाई निगम क्षेत्र में बरसात के दिनों में भी शुद्ध पेयजल प्रदाय करने का काम निगम द्वारा किया जा रहा है, बरसात को देखते हुए निगम के जल कार्य विभाग के अधिकारी शुद्ध पेयजल प्रदाय करने के लिए डटे हुए हैं। जोन क्षेत्रों से नियमित पानी की सेंपलिंग एकत्र कर परीक्षण की जा रही है, बरसात में विशुद्ध पानी पीने की वजह से जल जनित बीमारी न हो। निरीक्षण के दौरान कार्यपालन अभियंता जल कार्य विभाग संजय शर्मा, उप अभियंता अर्पित बंजारे एवं बसंत साहू आदि मौजूद रहे।
- -छत्तीसगढ़ हर्बल्स के विक्रय को देश तथा देश के बाहर मिलेगा और बढ़ावा-वर्ष 2021-22 में साढ़े छह करोड़ के उत्पादों का विक्रय-लघु वनोपजों के प्रसंस्करण में 8 हजार से अधिक समूह सक्रिय-रायपुर, बिलासपुर, अम्बिकापुर, कांकेर तथा जगदलपुर में प्रयोगशाला की स्थापनारायपुर। छत्तीसगढ़ हर्बल्स‘ ब्राण्ड के तहत उत्पादित किए जाने वाले उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए राज्य में 05 गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। वन वृत्त स्तर पर रायपुर, अम्बिकापुर, जगदलपुर, कांकेर तथा बिलासपुर में स्थापित इन प्रयोग शालाओं में परीक्षण उपरांत प्राथमिक तौर पर उत्पादों की गुणवत्ता संबंधी प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। इससे छत्तीसगढ़ हर्बल्स के उत्पादों के विक्रय को देश तथा देश के बाहर और बढ़ावा मिलेगा।इन प्रयोगशालाओं के संचालन का कार्य छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा किया जाएगा। लैब में परीक्षण के लिए लैब एनालिस्ट की नियुक्ति की जा चुकी है। मुख्यालय स्तर पर भी इसके लिए विशेषज्ञ की नियुक्ति की गई है। प्रयोगशाला में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप 65 लघु वनोपज एवं 59 औषधीय, 46 खाद्य, 07 कॉस्मेटिक तथा अन्य 22 उत्पादों का परीक्षण किया जाएगा। इनमें संबंधित वृत्त के अंतर्गत आने वाले सभी जिला यूनियन तथा वन-धन विकास केन्द्रों के उत्पादों का परीक्षण होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा हाल ही में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में इसका शुभारंभ किया गया।गौरतलब है कि राज्य में लघु वनोपजों के प्रसंस्करण में 8 हजार 11 स्व-सहायता समूह के सदस्य कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2021-22 में 6 करोड़ 38 लाख रूपए के उत्पादों का विक्रय किया गया था। इनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को देश तथा देश के बाहर विक्रय करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इन उत्पादों के विपणन के लिए यह आवश्यक है कि समय-समय पर इनकी गुणवत्ता तथा घटकों का परीक्षण मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में किया जाए। छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज, हर्बल उत्पाद एवं हर्बल औषधि के परीक्षण के लिए पर्याप्त प्रयोगशाला नहीं है, इसे ध्यान में रखते हुए इन प्रयोगशालाओं की स्थापना की गई है।
- रायपुर । स्थानीय पार्थिवी कालोनी निवासी 87 वर्षीया श्रीमती मगन दीवान ( बिरबिरा , आरंग) का आज अपरान्ह निधन हो गया । वह स्वर्गीय नीलकंठ दीवान की पत्नी , सेवानिवृत्त अतिरिक्त जिलाधीश संजय दीवान , हिरमी में कार्यरत मनोज दीवान , वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक दीवान , श्रीमती पुष्पा शिवकुमार शर्मा , स्वर्गीय श्रीमती अंजू यशवंत तिवारी व श्रीमती सीमा हरिश्चंद्र शर्मा की माता व पाटन वाले स्वर्गीय दीनानाथ मिश्रा की पुत्री तथा स्वर्गीय श्रीमती रामप्यारी केदारनाथ शुक्ला ( भरारी ) , स्वर्गीय श्रीमती रामकुमारी रामनारायण पांडेय ( मोहरेंगा) , स्वर्गीय श्रीमती रामबाई जगन्नाथधर दीवान ( सुरहुली ) , स्वर्गीय श्रीमती सुमन बलरामधर दीवान ( अछोली ) , श्रीमती मीरा ब्रह्मानंद दुबे ( अकलतरा ) , श्रीमती तारिणी शिवकुमार चौबे ( सकरी , बिलासपुर ) व भूपेन्द्र मिश्रा की बहन थी । अपरान्ह बाद अंतिम संस्कार महादेव घाट स्थित मुक्तिधाम में किया गया ।
-
गरियाबंद। गरियाबंद में एक बार फिर एक तेंदुए की मौत हो गई। उसका शव मंगलवार रात सोहागपुर के जंगल में पड़ा मिला है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। अफसरों का कहना है कि तेंदुए के शव पर कहीं भी चोट के निशान नहीं है। शव का बुधवार को पोस्टमार्टम होगा। हालांकि आकाशीय बिजली से मौत की आशंका जताई जा रही है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अशोक भट्ट ने बताया कि परसुली परिक्षेत्र में मंगलवार रात वन रक्षक चंद्रभान देखमुख गश्त पर थे। इसी दौरान ग्राम सोहागपुर के कक्ष क्रमांक 371, 372 के जंगल में एक तेंदुआ मृत अवस्था में पड़ा मिला है। इसकी सूचना उन्होंने अधिकारियों को दी। इसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी अशोक कुमार भट्ट सहित अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। मुआयना करने के बाद तेंदुए का शव पोस्टमार्टम के लिए परिक्षेत्र कार्यालय भेज दिया गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी अशोक भट्ट ने बताया कि नर तेंदुए की उम्र करीब दो से तीन साल होगी है। प्रथम दृष्टया तेंदुआ के शव में किसी प्रकार के चोट के निशान नही है। सभी अंग सुरक्षित है। उन्होंने प्राकृतिक कारण जैसे आकाशीय बिजली गिरने से तेंदुआ की मौत होने की आशंका जताई है। फिलहाल वन विभाग के अफसरों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। -
बालोद। बालोद जिले में एक युवक के सुसाइड करने का वायरल वीडियो सामने आया है। वीडियो में युवक पैदल चलकर आता हुआ दिख रहा है। इसके बाद वह रेलवे ट्रैक पर लेट जाता है। इसके बाद ट्रेन का इंजन उसे कुचलते हुए आगे निकल जाता है। पूरी घटना में युवक के शरीर के कई टुकड़े हो जाते हैं। लोगों को युवक की लाश कई टुकड़ों में मिली है। घटना गुंडरदेही थाना क्षेत्र के गुंडरदेही-चैनगंज रेलवे फाटक की है।
रेलवे पुलिस ने बताया कि ये वीडियो रविवार दोपहर का बताया जा रहा है। दोपहर के वक्त एक युवक चैनगंज की तरफ से आता है और सीधे रेलवे फाटक पर बने ट्रैक पर लेट जाता है। उसके बाद कुछ ही सेकेंड में ट्रेन का इंजन आता है और रौंदते हुए निकला जाता है। ये देखकर सभी हैरान रह गए। हैरान कर देने वाली बात ये है कि आस-पास वहां लोग भी मौजूद थे। मगर उसे कोई नहीं रोक सका। किसी ने उसे रोकने का प्रयास भी नहीं किया।
घटना के बाद पास जाकर लोगों ने देखा तो युवक का शव कई टुकड़ों में मिला है। इसके बाद रेलवे पुलिस को इस बात की सूचना दी गई थी। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शव के टुकड़ों को बरामद किया गयाा। पहले तो शव के बारे में पता नहीं चल सका था। बाद में पता चला कि युवक का नाम आनंद निषाद (19) है। वह गुंडरदेही के बाघमरा का रहने वाला था। घटना के वक्त ही किसी ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया था। जो अब वायरल हुआ है। जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी सामने आ सकी है।-file photo
-
राजनांदगांव। खैरागढ़ इलाके के प्रधानपाठ बैराज से जन्मदिन की पार्टी मनाकर लौट रहे दोस्तों की स्कार्पियो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं चार गंभीर रूप से घायल हैं। कुछ अन्य युवकों को भी मामूली चोटें आई हैं। हादसा डोंगरगढ़ रोड बढ़ईटोला के दामरी चौक के पास मंगलवार दोपहर 3 बजे हुआ ।
पुलिस के मुताबिक ग्राम भैंसातरा में रहने वाले युवक अपने ही ग्रुप के एक दोस्त की जन्मदिन की पार्टी मनाने प्रधानपाठ बैराज गए थे। बैराज में पार्टी सेलिब्रेट करने के बाद सभी वापस गांव लौट रहे थे। अभी उनकी कार दामरी चौक के पास पहुंची थी, डोंगरगढ़ की दिशा से आ रहे ट्रक ने उनकी स्कार्पियो को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।
ट्रक की टक्कर से स्कार्पियो उछलकर पीपल के पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि पीछे की सीट में बैठे 21 वर्षीय अजय यादव की मौके पर ही मौत हो गई। अजय के सिर में गंभीर चोटें आई थी, जिसके चलते उसका काफी खून बह गया और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
वहीं हादसे में नागेश यादव, दीपक पटेल और शरद वर्मा व एक अन्य युवक को हाथ- पैर व सिर में गंभीर चोटें आई हैं। जिन्हें खैरागढ़ सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए दाखिल किया गया है। -
राजनांदगांव। घुमका इलाके के ग्राम कलेवा में ट्रक की ठोकर से 7 साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची अपनी मां के साथ मौसी के घर छट्ठी के कार्यक्रम में शामिल होने आई थी। कार्यक्रम के बाद सभी कलेवा के साप्ताहिक बाजार में खरीदी करने गए थे। घटना सोमवार शाम करीब 7 बजे की है।
पुलिस ने बताया कि नंदिनी अहिवारा में रहने वाली 7 साल की सोनम वर्मा अपने मां और बहनों के साथ मौसी के घर ग्राम कुंवारझोरकी आई थी। जहां से सोमवार शाम कलेवा के साप्ताहिक बाजार से होकर सभी वापस कुंवारझोरकी लौट रहे थे। तभी पीछे से आ रहे ट्रक ने पैदल चल रही सोनम वर्मा को अपनी चपेट में ले लिया। सोनम ट्रक के पिछले पहिए में दब गई। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घुमका पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है। -
24 जून से 30 जून तक जॉर्डन में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में लेंगी हिस्सा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दोनों खिलाड़ियों को दी बधाई एवं शुभकामनाएं
रायपुर. राजनांदगांव की दो बेटियों को भारत की अंडर-16 बॉस्केटबॉल टीम में स्थान मिला है। भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के राजनांदगांव ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण ले रहीं प्रार्थना साल्वे और मोनी अडला जॉर्डन के अम्मान में आयोजित फीबा एशिया अंडर-16 बास्केटबॉल चैंपियनशिप में देश की टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी। यह चैंपियनशिप 24 जून से 30 जून तक आयोजित है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और खेल मंत्री श्री उमेश पटेल ने भारतीय टीम में इन दोनों के चयन के लिए बधाई दी है। उन्होंने चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन के लिए दोनों को शुभकामनाएं भी दी हैं।
डेल्ही पब्लिक स्कूल, राजनांदगांव की इन दोनों छात्राओं का चयन इस साल जनवरी में इंदौर में हुई जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर हुआ है। इन दोनों खिलाड़ियों ने अम्मान में होने वाले एशियन चैंपियनशिप के लिए बेंगलुरू में आयोजित भारतीय टीम के कैंप में भी हिस्सा लिया है। -
भिलाई। भिलाई में 2 दिन पहले हुए रंजीत हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों ने बेसबॉल बैट, लात-घूंसों और चाकू से मारकर रंजीत की हत्या कर दी थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों का जुलूस निकाला गया। पुलिस ने उनसे कान पकड़कर उठक-बैठक भी कराई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, साईं नगर निवासी रंजीत सिंह (20) 19 जून की देर रात करीब 12 बजे अपने दो दोस्तों शुभदीप और पीटर के साथ साईं मंदिर के पास बैठा था। तभी कैंप-1 निवासी आरोपी सोना उर्फ जोश अब्राहम, आरोपी गणेश्वर उर्फ अमन भारती उर्फ टिम्पू, आरोपी बिसेलाल भारती उर्फ छोटू, आरोपी भूपेंद्र साहू, आरोपी निखिल साहू, इंदिरा नगर, सुपेला निवासी आरोपी पिंटू उर्फ प्रीतम सिंह, आरोपी चिकी निखिल, आरोपी लोकेश पांडेय की फॉरच्यूनर कार व बाइक से वहां पहुंच गए। आरोपियों ने रंजीत और उसके दोस्तों पर कथित तौर पर बेसबॉल बैट, चाकू से हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि मारपीट के दौरान शुभदीप व पीटर वहां से भाग निकले। इसके बाद रंजीत सिंह को आरोपी मारते हुए झूले के पास से स्ट्रीट लाइट पोल के पास ले आए। वहां लात-घूंसों, बेसबॉल बैट और चाकू से हमला कर रंजीत की हत्या कर दी। इसके बाद रंजीत के शव को गाड़ी में डाला और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला के सामने फेंक कर भाग निकले थे।
पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम बनाई गई। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्यों और पूछताछ में आरोपी सोना उर्फ जोश अब्राहम, आरोपी अमन, आरोपी बिसेलाल, आरोपी भूपेंद्र और आरोपी पिन्टू सिंह के दो बाइक से राजनांदगांव की ओर भागने का पता चला। इस पर पुलिस टीम ने आरोपियों के रिश्तेदारों के घर छापा मारकर जालबांधा से पकड़ लिया। जबकि एक आरोपी निखिल साहू को ग्राम रसमड़ा में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रंजीत सिंह उनसे रंजिश रखता था। वारदात से दो दिन पहले बिसेलाल का जन्मदिन था। उस दिन रंजीत ने उसे चाकू दिखाया था। यह बात उसने अपने साथियों को बताई तो सभी ने आरोपी लोकेश पांडेय की दुकान में बैठकर हत्या का षड्यंत्र रचा। पुलिस ने बताया कि आरोपी लोकेश ही हत्याकांड का मास्टर माइंड है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त बेसबॉल बैट, चाकू व अन्य सामान बरामद कर लिया है। आरोपी लोकेश अभी फरार है। -
स्लम बस्तियों के लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, उपचार एवं दवाईयां
मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से अब तक 31740 कैम्प आयोजित
4 लाख 45 हजार से अधिक मरीजों की हुई पैथालॉजी जांच
एम.एम.यू के माध्यम से अब तक 18 लाख 38 हजार से अधिक मरीजों को दी गई निःशुल्क दवाएं
रायपुर/छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में निवासरत लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा 22 लाख 42 हजार 235 लोगों को निःशुल्क इलाज मुहैया कराया गया है। इसके तहत राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में अब तक मोबाइल मेडिकल यूनिट टीम द्वारा 31 हजार 740 कैम्प लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए है कि नगरीय क्षेत्रों की तंग बस्तियों के एवं अन्य जरूरत मंद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवायें उपलब्ध करायें।
गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा इस योजना से लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा मिलने की सफलता को देखते हुए 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया तथा 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई। इस योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक 4 लाख 45 हजार 661 मरीजों को पैथालॉजी टेस्ट की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही 18 लाख 38 हजार 804 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं दी गई हैं। इस योजना के तहत लाभान्वित मरीजों में 2 लाख 34 हजार 553 श्रमिक हैं। -
नालों को रिचार्ज करने के लिए संचालित कार्यों के सुचारू संचालन के लिए गठित किया गया है ‘नरवा मिशन’
नरवा मिशन विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे नरवा उपचार के कार्यों में करेगा समन्वय
अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू की अध्यक्षता में गठित किया गया है सात सदस्यीय ‘नरवा मिशन’
रायपुर/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में नरवा कार्यक्रम के सुचारू संचालन, अनुश्रवण एवं नरवा विकास के कार्यों को गति प्रदान करने तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा नरवा विकास के किए जा रहे कार्यों में समन्वय स्थापित करने के लिए वन एवं जलावायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू की अध्यक्षता में सात सदस्यीय ‘नरवा मिशन’ का गठन किया गया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री आर. प्रसन्ना, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैम्पा श्री व्ही. श्रीनिवास राव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (संयुक्त वन प्रबंधन) श्री अरूण कुमार पाण्डेय, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार मिशन के आयुक्त श्री मोहम्मद अब्दुल कैसर हक, नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी एवं छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी डॉ. तंबोली अय्याज फकीर भाई और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार मिशन के मुख्य अभियंता श्री नारायण निमजे नरवा मिशन के सदस्य होंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश में ‘नरवा कार्यक्रम’ मुख्यतः पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। ‘नरवा कार्यक्रम’ में छोटे-छोटे भूमिगत डाइक जैसे संरचनाओं की मदद से नालों को निरंतर बहने वाला सदानीरा नाला बनाते हुए नालों के जल द्वारा भूमिगत जल को रिचार्ज करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ में सिंचित क्षेत्र बढ़ेगा और अधिकांश जगह कृषि के लिए जल उपलब्ध होगा। निस्तार के लिए भी पानी की कमी की समस्या काफी हद तक दूर हो सकेगी। साथ ही जैव विविधता (बायो डायवर्सिटी) का संवर्धन होगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अपने विभागाध्यक्ष कार्यालय के माध्यम से संचालित ‘नरवा कार्यक्रम’ की अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मॉनिटरिंग-समीक्षा करेंगे तथा वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से किए जा रहे नरवा विकास के कार्यों की समीक्षा एवं कार्यक्रम का क्रियान्वयन पूर्ववत प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख द्वारा ही किया जाएगा।
नरवा विकास कार्यक्रम के तहत प्रदेश के लगभग 30 हजार नालों को रिचार्ज करने के लिए चयनित किया गया है। प्रथम चरण में 9541 नरवा के उपचार की स्वीकृति दी गई है। नालों का उपचार करने के लिए नरवा विकास कार्यक्रम के तहत नालों में वर्षा के जल को रोकने हेतु लूज बोल्डर चेक, चेकडेम, गली प्लग, कंटूर ट्रेंच, स्टाप डेम सहित अन्य संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। उपचारित नालोें में अब गर्मी के दिनों में भी पानी रहता है। इससे निस्तार, पेयजल और सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता बढ़ी है और क्षेत्र में भू-जल स्तर में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। -
बीते खरीफ में 20 जून तक वितरित खाद से 2.66 लाख मीटरिक टन अधिक खाद का हो चुका वितरण
रायपुर/ खरीफ सीजन शुरू होते ही रासायनिक खादों के उठाव में तेजी आयी है। किसानों को अब तक 4.98 लाख मीटरिक टन से अधिक रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है। यह आंकड़ा बीते खरीफ सीजन 2021 में 20 जून तक वितरित 2.32 लाख मीटरिक टन उर्वरक से 2.66 लाख मीटरिक टन से अधिक है। डबल लॉक, सहकारी समितियों में आज की स्थिति में 2.03 लाख मीटरिक टन तथा निजी क्षेत्र में 2.11 लाख मीटरिक टन खाद वितरण हेतु उपलब्ध है।
राज्य में चालू खरीफ सीजन में 13.70 लाख मीटरिक टन रासायनिक उर्वरक के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 9.13 लाख मीटरिक टन खाद भण्डारित है, जो कि लक्ष्य का 67 प्रतिशत है। सहकारी समितियों एवं निजी क्षेत्रों के माध्यम से किसानों को अब तक 4.98 लाख मीटरिक टन रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है, जो कि भण्डारण खाद की मात्रा का मात्र 55 फीसद है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज की स्थिति में 4.15 लाख मीटरिक टन खाद वितरण हेतु उपलब्ध है, जिसमें मार्कफेड एवं सहकारी समिति के पास 2.03 लाख तथा निजी क्षेत्र में 2.11 लाख मीटरिक टन रासायनिक उर्वरक भण्डारित है। खरीफ सीजन 2021 में राज्य में 20 जून की अवधि में किसानों द्वारा मात्र 2.32 लाख मीटरिक टन खाद का उठाव किया गया था, जब कि इस साल 20 जून तक 4.98 लाख मीटरिक टन खाद का उठाव किसान कर चुके है।
अपर संचालक कृषि श्री ए.सी. पदम ने बताया कि आज की स्थिति में 2 लाख 16 हजार 247 मीटरिक टन यूरिया, 46 हजार 587 मीटरिक टन डीएपी, 33 हजार 854 मीटरिक टन एनपीके, 25 हजार 759 मीटरिक टन पोटाश, 92 हजार 687 मीटरिक टन सुपर फॉस्फेट भण्डारित है। उन्होंने बताया कि राज्य में रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। चालू खरीफ सीजन के लिए भारत सरकार द्वारा 13 लाख 70 हजार मीटरिक टन उर्वरक की आपूर्ति की स्वीकृति दी गई है, जिसके विरूद्ध आज पर्यन्त तक मात्र 5 लाख 88 हजार 73 मीटरिक टन रासायनिक उर्वरक की आपूर्ति की गई है। इसमें यूरिया 3 लाख 19 हजार 562 मीटरिक टन, डीएपी एक लाख 47 हजार 956 मीटरिक टन, एनपीके 29 हजार 885 मीटरिक टन, पोटाश 32 हजार 677 मीटरिक टन, सुपर फॉस्फेट 57 हजार 993 सुपर फॉस्फेट शामिल है। -
वर्ष 2022-23 में 17 करोड़ से अधिक राशि का प्रावधान
पड़त भूमि के विकास तथा लोगों की आय वृद्धि में महत्वपूर्ण - वन मंत्री अकबर
हितग्राही को एक वर्ष में 50 पौधे से 5 हजार पौधे के रोपण की पात्रता
हरियाली से आच्छादित हुआ 7400 हेक्टेयर रकबा
रायपुर/वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा संचालित ‘हरियाली प्रसार’ योजना के अंतर्गत तीन वर्षों वर्षा ऋतु 2019, 2020 तथा 2021 में 83 लाख 31 हजार पौधों का रोपण किया गया है। इससे 07 हजार 400 हेक्टेयर रकबा हरियाली से आच्छादित हुआ है। इसमें हितग्राहियों तथा कृषकों की ओर से पौधों की बढ़ती मांग को देखते हुए वृद्धि कर वर्ष 2022-23 में इस योजना के अंतर्गत वनेत्तर क्षेत्रों में कृषकों की भूमि पर रोपण के लिए बजट में 17 करोड़ 58 लाख रूपए की राशि का प्रावधान किया गया है।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि ‘‘हरियाली प्रसार’’ योजना पर्यावरण सुधार सहित पड़त भूमि के विकास तथा लोगों की आय में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। हरियाली प्रसार योजना में कृषकों की स्वयं की भूमि पर कृषि वानिकी को प्रोत्साहित करने और हरियाली को बढ़ाए जाने के लिए विभाग द्वारा प्रति हितग्राही 50 से 5 हजार तक न केवल पौधे उपलब्ध कराए जाते हैं, बल्कि उसके देखरेख के लिए अनुदान के रूप में आंशिक राशि भी उपलबध कराई जाती है। इससे कृषकों को लगभग 30 हजार रूपए प्रति एकड़ प्रति वर्ष का लाभ अर्जित हो सकेगा।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि हरियाली प्रसार योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 में 30 लाख 95 हजार पौधों का रोपण किया गया है। इससे 13 हजार 651 हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। इनमें वन वृत्त रायपुर अंतर्गत 1500 हितग्राहियों द्वारा 25 हजार 730 पौधों तथा कांकेर अंतर्गत 3 हजार 089 हितग्राहियों द्वारा 6 लाख 30 हजार पौधों का रोपण किया गया है। इसी तरह वन वृत्त सरगुजा अंतर्गत 419 हितग्राहियों द्वारा 99 हजार 250, जगदलपुर अंतर्गत 2 हजार 391 हितग्राहियों द्वारा 3 लाख 80 हजार, दुर्ग अंतर्गत 3 हजार 632 हितग्राहियों द्वारा 3 लाख 59 हजार पौधों तथा बिलासपुर अंतर्गत 2 हजार 620 हितग्राहियों द्वारा 16 लाख पौधों का रोपण किया गया है। इनका रोपण 2 हजार 800 हेक्टेयर रकबा में हुआ है।
हरियाली प्रसार योजना के तहत वर्ष 2019-20 में एक हजार 600 हेक्टेयर रकबा में 18 लाख 56 हजार तथा वर्ष 2020-21 में 3 हजार हेक्टेयर रकबा में 33 लाख 80 हजार पौधों का रोपण हुआ है। इनमें वर्ष 2019-20 में 10 हजार 497 तथा वर्ष 2020-21 में 20 हजार 16 हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। योजना के अंतर्गत सागौन, बांस, खम्हार, आंवला, शीशम, चंदन, मीलिया डुबिया, क्लोनल नीलगिरी, टिशू कल्चर बांस, टिशू कल्चर सागौन, आम, कटहल, मुनगा, सीताफल एवं अन्य प्रजातियों के पौधों का रोपण शामिल हैं। -
भानुप्रतापपुर में 134 किसानों ने सीखी लाख पालन की बारीकियां
कटघोरा में 23 जून तथा अम्बिकापुर में 25 जून से दो दिवसीय लाख पालन का प्रशिक्षण
पूर्व प्रधान वैज्ञानिक श्री जायसवाल द्वारा दिया जा रहा है प्रशिक्षण
रायपुर/छत्तसीगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा 26 जून तक लाख पालन हेतु वृत्त स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत 20 से 21 जून तक भानुप्रतापुर में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कटघोरा में 23 से 24 जून तक कुसुमी लाख पालन और 25 से 26 जून तक अम्बिकापुर में रंगीनी लाख पालन के संबंध में लाख पालक कृषकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में भानुप्रतापपुर में 20 जून से आायोजित किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम में गरियाबंद, कोण्डागांव, कांकेर, पूर्व भाुनप्रतापपुर, पश्चिम भानुप्रतापपुर, नारायणपुर, जगदलपुर, बीजापुर तथा सुकमा वन मंडल के लाख पालक कृषक तथा संबंधित स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसी तरह प्रशिक्षण स्थल कटघोरा में कोरबा, कटघोरा, धमरजयगढ़, रायगढ़, जशपुर, रामपुर, कवर्धा तथा बिलासपुर और प्रशिक्षण स्थल अम्बिकापुर में कोरिया, मनेन्द्रगढ़, बलरामपुर, सूरजपुर, सरगुजा, मरवाही तथा कटघोरा के लाख पालक कृषक शामिल होंगे। लाख पालन का प्रशिक्षण पूर्व प्रधान वैज्ञानिक (आईसीएआर-आईआईएनआरजी) रांची-झाराखंड श्री ए.के. जायसवाल द्वारा दिया जा रहा है।
जिला यूनियन भानुप्रतापपुर में आयोजित वृत्त स्तरीय लाख पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम में जगदलपुर, कांकेर वृत्त एवं खैरागढ़ जिला यूनियन के 134 प्रशिक्षणार्थी ने हिस्सा लिया। जिसमें लाख पालक कृषक, स्वसहायता समूह, इंटर्न, सीनियर, जूनियर एग्जीक्यूटिव शामिल थे। डॉ. ए. के. जायसवाल द्वारा प्रथम सत्र में सैद्धांतिक प्रशिक्षण (पीपीटी द्वारा लेक्चर) एवं द्वितीय सत्र में ग्राम पंडरीपानी में प्रायोगिक प्रशिक्षण जैसे कुसुम वृक्षों की प्रूनिंग, बिहन लाख बांधना, दवाई छिड़काव एवं कृषकों को ऋण प्रदाय इत्यादि के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया! साथ ही पंडरी पानी ग्राम में स्थानीय कृषकों एवम प्रशिक्षणार्थियों से उनके अनुभव सुनने के बाद लाख पालन में उन्हें हो रही समस्याआंे, बाधाओं का निराकरण किया गया। -
साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने की विकास कार्यों की समीक्षा
बिलासपुर /कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने मंथन सभाकक्ष में समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक ली। उन्होंने गोधन न्याय योजना की प्रगति की भी समीक्षा की तथा वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट खाद के विक्रय एवं उठाव की जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली। कलेक्टर डॉ मित्तर नें समितियों से लक्ष्य के अनुरूप गोबर उठाव सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। बैठक में उन्होंने लक्ष्य के अनुरूप गोबर खरीदी और गुणवत्तायुक्त खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने पंजीकृत विक्रेताओं से समन्वय स्थापित कर लक्ष्य के अनुरूप गोबर खरीदी के निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ मित्तर ने कहा कि बारिश का मौसम खेती किसानी का सीजन होता है इसलिए किसानों को खाद एवं बीज सहित अन्य किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने डी.ए.पी., यूरिया तथा वर्मी कंपोस्ट खाद आदि की उपलब्धता की जानकारी ली तथा किसानों को मांग अनुरूप खाद उपलब्ध कराने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने टोकन सिस्टम से खाद उठाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो।
कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर नें धान के बदले अन्य फसलों को प्रोत्साहन दिए जाने के संबंध में प्रगति की समीक्षा की तथा लक्ष्य के अनुरूप अन्य फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में कलेक्टर डॉ. मित्तर ने आवर्ती चराई योजना के संबंध में भी जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली तथा योजना के अंतर्गत जगह चिन्हांकित कर ढांचा बनाने के निर्देश दिए।
डॉक्टर मित्तर नें राजीव युवा मितान क्लब के गठन के संबंध में जानकारी ली तथा लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने मितान योजना के संबंध में भी जानकारी ली तथा योजना के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर डॉ मित्तर नें सुपोषण अभियान के संबंध में प्रगति की जानकारी जिला महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी श्री गुप्ता से ली। श्री गुप्ता ने बताया कि योजना के अंतर्गत मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर अंडा एवं पौष्टिक लड्डू का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर ने इस अभियान को आगे भी जारी रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने हाट बाजार क्लीनिक योजना के प्रगति के संबंध में जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना शासन की महत्वकांक्षी योजना है इसलिए बाजार में आने वाले सभी मरीजों का प्राथमिकता के आधार पर इलाज़ सुनिश्चित करें ताकि ग्रामीण और आम जनों इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
’नामांतरण, बंटवारे और सीमांकन से संबंधित प्रकरणों का समय-सीमा में हो निराकरण’
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने राजस्व मामलों की समीक्षा करते हुए नक्शा- बटांकन, नजूल, विवादित एवं अविवादित नामांतरण आदि राजस्व प्रकरणों की जानकारी ली। सभी तहसील एवं एसडीएम कार्यालयों में राजस्व के लंबित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। इसके अलावा जिले में विकास और निर्माण कार्यों, टेक्नोलॉजिकल पार्क, कृष्ण कुंज के लिए जमीन का चिन्हांकन, औद्योगिक पार्क के लिए जमीन चिन्हांकन आदि के प्रगति के सम्बंध में जानकारी लेने के साथ-साथ राज्य शासन की फ्लैगशीप योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की और संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरिस एस., वनमण्डलाधिकारी श्री कुमार निशान, ए.डी.एम. सुश्री जयश्री जैन सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। -
बिलासपुर। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बिलासपुर द्वारा केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) के लिए ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किया गया है। योजनांतर्गत एक जिला एक उत्पाद के तहत् बिलासपुर जिले को ब्लैक राईस उत्पाद आबंटित किया गया है, जिसमें निजी खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को भी शामिल किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत प्रति पात्र उद्योगों को परियोजना लागत का 35 प्रतिशत की दर से क्रेडिट लिंक्ड पूंजी सब्सिडी परन्तु अधिकतम 10 लाख रू. दिये जाने का प्रावधान है एवं लाभार्थी की कुल लागत का न्यूनतम 10 प्रतिशत अंशदान राशि होगा एवं शेष राशि बैंक ऋण होगा।
योजना के अंतर्गत पंूजी निवेश के लिए नए खाद्य प्रसंस्करण उद्योगो एवं स्थापित खाद्य प्रसंस्करण उद्योगो को प्राथमिकता दी जाएगी। उद्यम अनिगमित होना चाहिए और उसमें 10 से कम श्रमिक होना चाहिए। उद्यम के स्वामित्व की स्थिति स्वामित्व, भागीदार फर्म हो सकती है। आवेदक 18 वर्ष से अधिक का होना चाहिए। एक परिवार से केवल एक व्यक्ति वित्तीय सहायता प्राप्त करने का पात्र होगा।
आवेदक आवदेन हेतु पीएमएफएमई के ऑनलाईन पोर्टल ीजजचरू//चउउिम.उवचिप.हवअ.पद/ में रजिस्ट्रेशन कर आवेदन कर सकता है। इस योजना एवं आवेदन की प्रकिया की अधिक जानकारी के लिए मुख्य महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, प्रथम तल न्यू कम्पोजिट बिल्ंिडग, बिलासपुर में संपर्क कर सकते हैं, अथवा प्रबंधक श्री शुभम शुक्ला मो. 7697230751 व प्रबंधक संदीप वर्मा, मो. 9407775844 से संपर्क कर सकते हैं। -
बिलासपुर । राज्य मानसिक चिकित्सालय सेन्दरी के जीवनदीप समिति की बैठक संभागायुक्त की अध्यक्षता में 27 जून को प्रातः 11.30 बजे चिकित्सालय में आयोजित की गई है।
-
भिलाई निगम की बड़ी कार्रवाई
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत अतिक्रमण हटाओ अभियान ने जोर पकड़ लिया है। प्रतिदिन भिलाई निगम क्षेत्र में अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने अवैध अतिक्रमण, अवैध कब्जे, अवैध प्लाटिंग पर लगाम लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हुए हैं। अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी के नेतृत्व में जोन की टीम कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में आज सुपेला के लक्ष्मी मार्केट में बड़ी कार्यवाही की गई, दो जेसीबी और दो डंपर की मदद से लक्ष्मी मार्केट से नालियों के ऊपर किए गए अतिक्रमण को हटाया गया। आसपास के लोगों ने बताया कि नालियों में अतिक्रमण की वजह से इसी अतिक्रमण स्थल पर सब्जी आदि विक्रय का काम किया जाता था, इसके चलते सड़क की चौड़ाई लोगों को आने जाने के लिए कम मिलती थी, जिससे विक्रेताओं को आने, जाने में काफी परेशानियां होती थी, वही बाजार में भीड़ भी अधिक हो जाती थी। केवल 4 फीट जगह ही आने जाने के लिए मिलता था। इसलिए नालियों से अतिक्रमण को हटाकर नाली की सफाई आज कराई गई। जेसीबी ने लक्ष्मी मार्केट से सभी नालियों से अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान उप अभियंता श्वेता वर्मा, सहायक राजस्व अधिकारी परमेश्वर चंद्राकर एवं स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना एवं स्वच्छता विभाग के कमलेश द्विवेदी सहित अन्य मौजूद रहे। सुपेला संडे मार्केट के बाद लक्ष्मी मार्केट जहां पर सब्जी, मांस, मटन विक्रय एवं मसाला आदि का विक्रय किया जाता है यहां लंबे अरसे से नाली से अतिक्रमण कर लिया गया था, हालांकि निगम ने तीन दफा इस बाजार पर अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की है। लेकिन कुछ समय से फिर से अतिक्रमण के कारण स्वच्छता कर्मचारियों को नाली की सफाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था वही बारिश के दिनों में नाली से प्रवाह अवरुद्ध हो रहा था, बाजार में खरीदी के लिए आने वाले लोगों को खरीदारी के लिए जगह नहीं मिल पाती थी, हादसों से भी इनकार नहीं किया जा सकता था इन सभी कारणों से आज लक्ष्मी मार्केट के पूरे इलाके में नालियों से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। -
राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र पाने वाला प्रदेश का दसवां जिला बना कबीरधाम
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने अस्पताल के अधिकारियों-कर्मचारियों को दी बधाई
रायपुर। मरीजों को बेहतर इलाज और उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाले कबीरधाम जिला अस्पताल को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। प्रदेश के नौ जिला अस्पतालों कोरबा, जशपुर, रायपुर, कांकेर, महासमुंद, बलौदाबाजार, मुंगेली, नारायणपुर और बीजापुर को भारत सरकार द्वारा पहले ही इस प्रमाण पत्र से नवाजा जा चुका है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम द्वारा कवर्धा जिला अस्पताल के 12 विभिन्न विभागों के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप पाए जाने पर एनक्यूएएस सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। टीम ने विगत मई माह में वहां ओपीडी, लेबर रूम, मैटरनिटी वार्ड, पीडियाट्रिक वार्ड, एसएनसीयू, एनआरसी, आपरेशन थियेटर, पीपी यूनिट, आईपीडी, ब्लडबैंक, लैबोरेटरी और जनरल एडमिनिस्ट्रेशन विभाग का निरीक्षण किया था।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए राष्ट्रीय गुणवता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र हासिल करने वाले जिला अस्तपताल कबीरधाम के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने भरोसा जताया है कि जिला अस्पताल आगे भी अपनी उत्कृष्टता बरकरार रखते हुए मरीजों की सेवा करेगा और प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नए प्रतिमान स्थापित करेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ के अंतर्गत राज्य के अस्पतालों में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के नियमित प्रशिक्षण के बाद संस्था का आंतरिक तथा राज्य स्तरीय मूल्यांकन, सेवा प्रदाय ऑडिट तथा मरीज संतुष्टि सर्वे की प्रक्रिया की जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने अस्पताल का निरीक्षण कर वहां मरीजों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता का परीक्षण किया था। उन्होंने इस संबंध में मरीजों से फीडबैक भी लिया।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान करने से पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों की टीम द्वारा जिला अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का कई मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही भारत सरकार द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। -
रायपुर. नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रमांक 2 के स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जनशिकायत मिलते ही नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी के आदेशानुसार एवं जोन 2 जोन कमिश्नर श्री विनोद पाण्डेय के निर्देशानुसार जोन नम्बर 2 के तहत देवेन्द्र नगर में जूस दुकान का आकस्मिक निरीक्षण वस्तुस्थिति की जानकारी लेने जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री रवि लावनिया की उपस्थिति में किया. निरीक्षण के दौरान जूस दुकान के संचालक द्वारा दुकान का कचरा बाहर सड़क पर फेंककर गन्दगी फैलाये जाने की जनशिकायत सही पायी गयी. जिस पर जोन कमिश्नर के निर्देश पर जोन स्वास्थ्य अधिकारी ने जोन 2 स्वास्थ्य विभाग की ओर से सम्बंधित जूस दुकानदार पर तत्काल 1500 रूपये का जुर्माना उन्हें भविष्य के लिये कड़ी चेतावनी देते हुए स्थल पर किया एवं प्राप्त जनशिकायत का जोन के स्तर पर त्वरित निदान किया.
-
कलेक्टर ने जनदर्शन के माध्यम से सुनी नागरिकों की समस्याएं
रायपुर /कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने जिला कार्यालय के मीटिंग हॉल में जनदर्शन के माध्यम से जिले के दूर-दराज से आए नागरिकों, ग्रामीणजनों, महिलाओं की समस्याओं और शिकायतों को सुना और उनके त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जनदर्शन में आज 33 नागरिकों और प्रतिनिधिमंडल ने अपनी समस्याएं बताई।
सतनामीपारा गुढ़ियारी, रायपुर के जय सतनाम व्यायामशाला के युवाओं ने बताया कि यहां गरीब परिवार के बच्चों को वेट लिफिटंग का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। व्यायामशाला के सामने ठेले के रूप में चखना सेंटर चल रहा है, जिससे खिलाड़ियों और मोहल्लावासियों को बहुत दिक्कतें आ रहीं है। कलेक्टर ने खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि ठेले को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम सिवनी (नारा) के श्री मनबोध सेन ने बताया कि उसे अपना कारोबर फिर से शुरू करने के लिए आर्थिक मदद की जरूरत है। कलेक्टर ने जिला लीड बैंक के माध्यम से उन्हें लोन दिलाने के निर्देश दिए। रायपुर के श्री विपिन गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उनके स्वरोजगार में कठिनाई आई। वे अपने बच्चें को कक्षा 11वीं में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल में प्रवेश दिलाना चाहते हैं। कलेक्टर ने कहा कि रायपुर जिले में जल्द ही 11 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल खुलना प्रस्तावित है। उम्मीद है इससे अनेक बच्चों का एडमिशन इन स्कूलों में होगा।
जनदर्शन में ग्राम बाना की अश्वनी बाई यादव ने बताया कि उनके पति स्व. हेमंत यादव तहसील खरोरा में चेनमेन के पद पर थे, उनकी मृत्यु डेढ़ वर्ष पहले हो गई, लेकिन उनके पी.एफ और बीमा की राशि अभी तक नहीं मिली है। कलेक्टर ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करते हुए नियमानुसार देय राशि शीघ्र दिलाने के सख्त निर्देश दिए। श्री सुदर्शन चौकसे ने अपने पुत्र का जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन किया। कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि अगर दस्तावेज पूर्ण है तो उनका प्रमाण पत्र शीघ्र बनेगा।
जनदर्शन में एक महिला ने एक बच्चे को गोद लेने के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया नियमानुसार होती है और इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। उन्होंने इसके लिए आवेदिका को महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पास भेजा जिससे उन्हें प्रक्रिया की सही एवं पूरी जानकारी मिल सकें। इसी तरह अनेक आवेदकों ने अपनी समस्याए बताई। -
अनेक गौठानों को हो चुकी है 6 से 7 लाख की आमदनी
नागरिक जिले के 19 पशु चिकित्सालय, 3 कृत्रिम गर्भाधान केंद्र,
35 पशु औषधालय और 35 कृत्रिम गर्भाधान उपकेंद्र का ले सकते हैं लाभ
रायपुर / रायपुर जिले के अनेक गौठानों में स्वसहायता समूह सदस्यों को मुर्गीपालन के माध्यम से लगभग 2.5 से 3 लाख की आमदनी हो चुकी है। मुर्गी पालन की निरंतरता के लिये अंडे से चूजा उत्पादन की कार्ययोजना पर बल दिया जा रहा है। इसी छत्तीसगढ़ राज्य में बकरीपालन की व्यापक संभावनाएं हैं और काफी मांग है। इस मांग और संभावनाओं को देखते हुए अनेक गौठानों में बकरी पालन के माध्यम से लगभग 6 से 7 लाख की आमदनी हो चुकी है।
संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा विभाग, रायपुर डॉ. शंकरलाल उइके ने बताया कि जिले के 19 पशु चिकित्सालय, 3 कृत्रिम गर्भाधान केंद्र, 35 पशु औषधालय, 35 कृत्रिम गर्भाधान उपकेंद्र की साफ-सफाई एवं रखरखाव तथा राज्य शासन के पशु चिकित्सा विभाग के 22 बिंदुओं के निर्देश के परिपालन का कार्य किया जा रहा है। यहां विभागीय गतिविधियों जैसे पशु उपचार, बधियाकरण, टीकाकरण, निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा पशुपालकों को लाभ दिलाने का प्रयास है। कोई भी पशुपालक वर्तमान इन चिकित्सालयों एवं केन्द्रों का सुबह 7 से 11 बजे एवं शाम को 5 से 6 बजे तक लाभ ले सकता है। उन्होंने बताया कि जिले में अधिकारी एवं कर्मचारियों के व्यापक प्रयासों से विभागीय योजनाओं के लक्ष्यों में संतोषजनक प्राप्ति की गई है। योजना के अनुशीलन पंजी संधारण से अनुशीलन, अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन मंे आशातीत सफलता प्राप्त हुई है। यही कारण है कि वर्ष 2021-22 के तुलना में वर्ष 2022-23 की अवधि में पशु उपचार में 103 प्रतिशत्, औषधि वितरण में 242 प्रतिशत, टीकाकरण में 25 गुना, कृत्रिम गर्भाधान में 229 प्रतिशत्, बधियाकरण में 600 प्रतिशत्, शल्य क्रिया में 511 प्रतिशत वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि संस्थाओं की साफ-सफाई, रखरखाव, अनुपयोगी सामग्रीयों के अपलेखन हेतु लगातार कार्य किया गया है। इसी कड़ी में संयुक्त संचालक मंडी गेट पंडरी में वर्षों से क्षतिग्रस्त बाउंड्रीवाल का निर्माण किया गया है। इससे शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोका जाना संभव हुआ है। -
मतदान के दिन संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में अवकाश घोषित
रायपुर /त्रिस्तरीय पंचायत उपनिर्वाचन 2022 हेतु मतदान के दिन कारखाना अधिनियम 1948 तथा छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना अधिनियम-1953 के अंतर्गत आने वाले कारखानों, संस्थाओं के स्थापनाओं में कार्यरत श्रमिक कर्मचारियों के मतदान दिन अर्थात आगामी 28 जून को राज्य शासन द्वारा संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में अवकाश घोषित किया गया है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ऐसे कारखाने जो सप्ताह में सातों दिन कार्य करते हैं, वहां प्रथम एवं द्वितीय पाली के श्रमिकों को मतदान के दिन 2-2 घंटे का अवकाश घोषित किये जाने तथा जो कारखाने निरंतर प्रक्रिया के अंतर्गत आते है, उनमें काम करने वाले श्रमिकों को बारी-बारी से मतदान करने की सुविधा दी जायेगी।
- -
खरीफ 2022 की अनुसंधान एवं विस्तार कार्ययोजना को अंतिम स्वरूप दिया गया
रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों से कहा है कि वे स्थानीय परिस्थितियों, किसानों की मांग तथा अन्तर्राष्ट्रीय बाजार की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान कार्य करें। उन्होंने की विभिन्न फसलों की ऐसी नवीन किस्में विकसित की जानी चाहिए जो अधिक उत्पादन और लाभ प्रदान करने वाली हों तथा किसानों की उम्मीदों पर खरी उतरें। डॉ. चंदेल आज यहां कृषि विश्वविद्यालय के नॉलेज सेन्टर में आयोजित खरीफ 2022 की अनुसंधान एवं विस्तार कार्ययोजना की समीक्षा कर रहे थे। बैठक के दौरान खरीफ अनुसंधान एवं विस्तार कार्य योजना को अन्तिम स्वरूप दिया गया। बैठक में संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. विवेक त्रिपाठी, निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. पी.के. चन्द्राकर सहित वभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता तथा विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. चंदेल ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के पुरानी किस्मों को प्रतिस्थापित कर आज की आवश्यकताओं को पूरा करने वाली नई प्रजातियों को किसानों की बीच लोकप्रिय बनाना चाहिए। कृषि विश्वविद्यालय को नवीन विकसित तथा किसानों के मध्य प्रचलित प्रजातियों के बीच पर्याप्त मात्रा में तैयार कर उनका समुचित भण्डारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान मनीला के साथ मिलकर धान की नवीन प्रजातियों के विकास के लिए संचालित स्पीड ब्रीडिंग कार्यक्रम में तेजी लाई जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय में स्थापित फाईटोसेन्टरी लैब के माध्यम से छत्तीसगढ़ के किसानों को अपनी कृषि, उद्यानिकी एवं औषधीय फसलों के निर्यात के लिए आवश्यक जांच एवं प्रमाणीकरण की सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा कृषि विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला को कृषि एवं उद्यानिकी फसलों के निर्यात हेतु आवश्यक प्रमाणीकरण हेतु मान्यता प्रदान की गई है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के साथ भी लघु वनोपज एवं औषधीय फसलों की जांच एवं प्रमाणीकरण के लिए जल्द ही अनुबंध किया जाएगा। इससे छत्तीसगढ़ से कृषि, उद्यानिकी एवं औषधीय फसलों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
बैठक में संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. विवेक त्रिपाठी ने बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अन्तर्गत संचालित 18 अनुसंधान केन्द्रों के माध्यम से पांच अन्तर्राष्ट्रीय अनुसंधान परियोजनाओं, 42 अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं सहित कुल 235 अनुसंधान परियोजनाएं संचालित की जा रहीं है। विश्वविद्यलय की स्थापना के पश्चात अबतक 47 फसलों की 160 किस्में विकसित की गई हैं, जिनमें मुख्यतः धान, गेहँू, अरहर, चना, सोयाबीन, मूंग, उड़द, मटर, सब्जियों, फलों एवं मसाला फसलों की किस्में हैं। इसके अलावा किसानों की अमदनी बढ़ाने 100 से अधिक किसानोपयोगी तकनीकों का विकास भी किया गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही अम्बिकापुर में भारत सरकार के सहयोग से समन्वित मधुमक्खी पालन केन्द्र की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही शहद परीक्षण प्रयोगशाला भी स्थापित की जाएगी। बैठक में विभिन्न विभागाध्यक्षों द्वारा प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, फसल सुधार, उद्यानिकी फसलों का विकास, कृषि अभियांत्रिकी प्रौद्योगिकी विकास, बीज उत्पादन एवं मण्डारण तथा कृषि विस्तार सेवाओं के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिये गये।