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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार की दोपहर निधन हो गया। अरुण जेटली बीते कई दिनों से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें एम्स में लाइफ सपोर्ट पर कई दिनों तक रखा गया था। एम्स ने प्रेस रिलीज जारी कर जेटली के निधन की जानकारी दी। कुछ दिन पहले ही अरुण जेटली की तबीयत जानने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि ने एम्स में पहुंच कर उनका हाल जाना था। बता दें कि अरुण जेटली 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थे।
गौरतलब है कि मई 2018 में जेटली का अमेरिका में किडनी प्रत्यारोपण हुआ था। इसके बाद जेटली के बाएं पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया था, जिसके इलाज के लिए वह इसी साल अमेरिका भी गए थे। लोकसभा चुनाव में भाग न लेने और मंत्रालय का प्रभार छोडऩे के पीछे तबीयत ही वजह रही।
रविवार को होगा अंतिम संस्कार
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि रविवार सुबह 10 बजे तक जेटली का पार्थिव शरीर उनके घर पर रहेगा। इसके बाद पार्थिव देह को पार्टी कार्यालय में रखा जाएगा। दोपहर बाद निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।
राष्ट्रपति बोले- देश को बनाने में उनका अहम योगदान
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, जेटली के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वे गजब के वकील, सुलझे हुए सांसद और उत्कृष्ट मंत्री थे। देश को बनाने में उन्होंने अहम योगदान दिया। उनके जाने से राजनीति और बुद्धिजीवियों की दुनिया में एक खालीपन आ गया है।
पीएम मोदी ने जेटली के परिवार से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण जेटली की पत्नी और बेटे से बात कर संवेदनाएं प्रकट कीं। दोनों ने ही पीएम मोदी से अपना विदेशी दौरा रद्द न करने को कहा। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि अरुण जेटली जी एक राजनीतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से जीवंत थे। वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया। उनका निधन बहुत दुखद है। अपनी पत्नी संगीता जी के साथ-साथ बेटे रोहन से भी बात की और संवेदना व्यक्त की।
2000 में बने थे कैबिनेट मंत्री
अरुण जेटली अटल बिहारी वाजपेयी कैबिनेट में साल 2000 में कैबिनेट मंत्री बने थे. इसके बाद वह राज्यसभा में साल 2009 में नेता विपक्ष भी बने। जब मोदी सरकार साल 2014 में आई तब उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया।
संवेदनाएं जताई
गृह मंत्री अमित शाह ने संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दु:खी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम में से कई लोगों के लिए एक मार्गदर्शक, नैतिक समर्थन और हिम्मत, उससे बहुत कुछ सीखा है। उसकी बुद्धिमत्ता, शिथिलता, कसैलेपन का कोई मेल नहीं है। वरिष्ठ कांगे्रस नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर जेटली के निधन पर शोक जताया।
1973 में ग्रेजुएट, एक साल बाद छात्र संघ के अध्यक्ष बने
जेटली के पिता महाराजा किशन जेटली और मां रतन प्रभा थीं। जेटली के पिता भी वकील थे। जेटली ने स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के सेंट जेवियर्स स्कूल से पूरी की। 1973 में श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया। अरुण जेटली 1973 में भ्रष्टाचार के विरुद्ध लोकनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन के लिए गठित राष्ट्रीय समिति के संयोजक थे। 24 मई 1982 को उनका विवाह संगीता से हुआ। उनका एक बेटा रोहन और बेटी सोनाली है। जेटली अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना और प्रसारण, कानून, न्याय और कंपनी मामलों के मंत्री रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें अमृतसर लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह से हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद मोदी सरकार में उन्हें वित्त और रक्षा मंत्री बनाया गया। उन्होंने सूचना और प्रसारण मंत्रालय भी संभाला। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लिया।जेटली की उपलब्धि
जन्म: 28 दिसंबर, 1952
1973 : दिल्ली के श्रीराम कॉलेज से स्नातक।
1974 : दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के अध्यक्ष बने।
1975 : आपातकाल के दौरान गिरफ्तार किए गए।
1977 : दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली। वकालत शुरू की। एबीवीपी के अखिल भारतीय सचिव बनाए गए।
1980 : भाजपा में शामिल हुए।
1990 : एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने। बोफोर्स केस में दलीलें दीं।
1991 : भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल।
1998 : यूएन आमसभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए।
1999 : वाजपेयी सरकार में सूचना एवं प्रसारण (स्वतंत्र प्रभार) के साथ विनिवेश मंत्रालय भी संभाला।
2000 : राज्यसभा पहुंचे। इसके साथ ही कानून मंत्रालय का प्रभार भी संभाला।
2006 : पुन: राज्यसभा सांसद निर्वाचित किए गए।
2009 : राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने। वकालत छोड़ी।
2012 : तीसरी बार राज्यसभा सांसद बने।
2014 : मोदी सरकार में वित्त के साथ रक्षा मंत्रालय का प्रभार भी संभाला।
2018 : किडनी ट्रांसप्लांट हुआ।
24 अगस्त 2019 : दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन। -
आईएनएक्स मीडिया
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आईएनएक्स मीडिया प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज धन शोधन मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को 26 अगस्त तक गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान कर दिया। शीर्ष अदालत सीबीआई और ईडी के मामलों पर 26 अगस्त को सुनवाई के लिए राजी हो गया है। बहरहाल, चिदंबरम हिरासत में ही रहेंगे क्योंकि न्यायालय ने सीबीआई के मामले में हस्तक्षेप नहीं किया है। आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम को 26 अगस्त तक पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में भेजा गया है। न्यायमूर्ति आर भानुमति और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की पीठ ने दोनों ही मामलों को सोमवार, 26 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया। पीठ ने अपने आदेश में कहा, याचिकाकर्ता के वकीलों और सालिसीटर जनरल तुषार मेहता को सुनने के बाद हमारा मानना है कि सह आरोपियों को प्रवर्तन निदेशालय के मामले में जमानत दी गयी थी। याचिकाकर्ता इस मामले में अगली सुनवाई तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। याचिका 26 अगस्त को सूचीबद्ध की जाए। प्रतिवादी (ईडी) सोमवार तक अपना जवाब और दलीलें दाखिल करेगा। आदेश लिखाए जाने के बाद मेहता ने न्यायालय को सीलबंद लिफाफे मे कुछ दस्तावेज सौंपने का प्रयास करते हुये कहा कि चिदंबरम को गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान करने का आदेश देने से पहले पीठ को अपने विवेक को संतुष्ट कर लेना चाहिए। हालांकि, पीठ ने दस्तावेज को स्वीकार करने से इंकार कर दिया और मेहता से कहा कि इन्हें सोमवार को ही दीजिये क्योंकि ये गोपनीय हैं और इन्हें इस तरह से नहीं रखा जा सकता।
मेहता-सिब्बल में तीखी बहस
सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के वकील एवं सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और वरिष्ठ अधिवक्ता एवं चिदंबरम के पार्टी सहयोगी कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी के बीच तीखी बहस हुई। मेहता ने आईएनएक्स मीडिया प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज धन शोधन के मामले में चिदंबरम को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दिए जाने का पुरजोर विरोध किया। इधर, सिब्बल और सिंघवी ने कहा कि उन्होंने चिदंबरम को हिरासत में देने के विशेष अदालत के आदेश को चुनौती देते हुये अलग याचिका दायर की हैं।
क्या है मामला
चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान 2007 में आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी दिलाने में बरती गई कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआई ने 15 मई 2017 को एक प्राथमिकी दर्ज की थी। यह मंजूरी 305 करोड़ रूपये का विदेशी धन प्राप्त करने के लिए दी गई थी। इसके बाद, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी 2018 में इस सिलसिले में धनशोधन का एक मामला दर्ज किया था।
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ईडी की कार्रवाई
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के कथित उल्लंघन को लेकर जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के परिसरों की शुक्रवार को तलाशी ली। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और मुंबई स्थित परिसरों की तलाशी ली गयी। उन्होंने कहा कि गोयल के मुंबई स्थित आवास समेत दोनों शहरों में करीब एक दर्जन परिसरों की तलाशी ली गयी। उन्होंने कहा कि यह तलाशी विदेशी मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत की गयी तथा इसका उद्देश्य अतिरिक्त सबूत जुटाना था। इससे पहले कुछ वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों को लेकर गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने बृहस्पतिवार को मुंबई में गोयल से पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी द्वारा की गई इस तलाशी में 2012 में बनी जेट प्रिविलेज प्राइवेट लिमिटेड में विमानन कंपनी की हिस्सेदारी पर भी गौर कर रही है। जेट एयरवेज नकदी संकट के बाद 17 अप्रैल से परिचालन से बाहर है।
अनियमितता का पता चला था
सूत्रों ने जुलाई में कहा था कि कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की जांच में कंपनी के कोष को इधर-उधर करने समेत व्यापक स्तर पर अनियमितता का पता चला था। गोयल ने मार्च में कंपनी के चेयरमैन का पद छोड़ दिया था। कंपनी फिलहाल दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता की प्रक्रिया से गुजर रही है।
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में सेना का जवान शहीद हो गया। इस पर भारत की तरफ से भी कड़ी जवाबी कार्रवाई की गई। नायक राजीव थापा (34) की मौत के साथ ही सीमा पार से पिछले हफ्ते से हो रही गोलीबारी में मृतकों की संख्या चार हो गई है। इनमें तीन जवान और एक आम नागरिक मारा गया है। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि पाकिस्तान सेना ने नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बिना उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन किया है और जवाबी गोलीबारी में नायक थापा शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि थापा बहादुर, अत्यंत उत्साही और निष्ठावान सैनिक थे।
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नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा के सदस्य की शपथ ली। राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू ने उन्हे सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई। इस दौरान राहुल गांधी, सोनिया गांधी समेत गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल और आनंद शर्मा मौजूद रहे। बता दें कि मनमोहन सिंह को सोमवार को निर्विरोध राज्यसभा सदस्य निर्वाचित किया गया था। इससे पहले 13 अगस्त को मनमोहन सिंह ने राज्यसभा सदस्य के लिए नामांकन भरा था। नामांकन के वक्त सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट और अविनाश पांडे मौजूद थे। राजस्थान में भाजपा के यूनिट प्रमुख मदनलाल सैनी के निधन के बाद खाली हुई सीट से कांग्रेस से मनमोहन सिंह राज्यसभा पहुंचे हैं।
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भगवान श्री कृष्ण का किरदार अभी तक कई ऐक्टर्स अलग-अलग सीरियल्स में निभा चुके हैं। इनमें से कई की पॉप्युलैरिटी तो इतनी थी कि लोग उन्हें असल जिंदगी में भी भगवान समझ पैर छू लिया करते थे।भगवान कृष्ण को लेकर छोटे परदे के लिए कई सीरियल्स बने हैं। कुछ सीरियल्स की कहानी सिर्फ कृष्ण की महिमा और उनके जीवन के इर्द-गिर्द रही तो ‘महाभारत’ जैसे शो में पांडवों व कौरवों के किरदारों के साथ ही कृष्ण के किरदार की कहानी आगे बढ़ी और समाप्त हुई।अब चाहे इसे स्नेह कहें या लगाव या फिर भक्तिभाव, लेकिन श्री कृष्ण के किरदार को जिस ऐक्टर ने भी निभाया उसे दर्शकों का पूरा प्यार मिला। तो चलिए जन्माष्टमीके मौके पर जानते हैं किन-किन टीवी ऐक्टर्स ने भगवान कृष्ण का किरदार निभाया: साल 1993 में रामानंद सागर ने जब ‘कृष्णा’ सीरियल बनाया तो उन्होंने सर्वदमन डी बनर्जी को अपने लीड ऐक्टर के रूप में चुना। सर्वदमन डी बनर्जी अपने किरदार में इस तरह रच-बस जाते थे कि वह दर्शकों के दिल में भी बस गए। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि लोगों ने उन्हें असल जिंदगी में भी भगवान के रूप में देखना शुरू कर दिया था, जिस वजह से वह जब कहीं जाते थे तो लोग उनके पैर छूने लगते थे। यही कारण है कि उन्हें मुंह छिपाकर बाहर जाना पड़ता था।
स्वप्निल जोशी
रामानंद सागर के शो ‘कृष्णा’ से जितनी फेम सर्वदमन डी बनर्जी को मिली उतनी ही पॉप्युलैरिटी स्वप्निल जोशी को भी मिली, जिन्होंने सीरियल में युवा श्री कृष्ण का किरदार निभाया था। उन्होंने भी अपने किरदार को इतने परफेक्शन के साथ परदे पर पेश किया कि आज भी उन्हें इस किरदार के लिए याद किया जाता है।
नितीश भारद्वाज
साल 1988 में बी.आर चोपड़ा महाभारत की कहानी को छोटे परदे पर लेकर आए। इस शो में श्री कृष्ण के किरदार जैसी अहम भूमिका के लिए नितीश भारद्वाज को चुना गया। महाभारत ऐसा सीरियल था जिसने उसके हर एक किरदार को इस तरह पेश किया कि ऐक्टर्स के साथ उनके किरदार की छवि भी हमेशा के लिए जुड़ गई। नितीश भारद्वाज को भी आज तक उनके इसी किरदार के कारण खास रूप से पहचाना जाता है।
धरिति भाटिया
शायद यह पहली बार था जब एक बच्ची ने परदे पर श्री कृष्ण का किरदार निभाया। साल 2008 में आए सीरियल ‘जय श्री कृष्णा’ में धरिति भाटिया ने बाल कृष्ण का रोल निभाते हुए भगवान कृष्ण की बचपन की लिलाओं को पेश किया। धरिति को उनके क्यूटनेस के लिए दर्शकों का खूब प्यार मिला।
विशाल करवाल
2011 में आए टीवी शो ‘द्वारकाधीश भगवान श्री कृष्ण’ में विशाल करवाल ने कृष्ण का किरदार निभाया था। विशाल इससे पहले रोडीज और स्प्लिट्सविला के कारण फेमस हुए थे। उन्हें उनके शार्प फीचर्स, हंक वाली बॉडी और डिंपल वाली स्माइल के लिए काफी अट्रैक्टिव माना जाता है।
सौरभ पांडे
साल 2015 में आए सीरियल ‘सूर्यपुत्र कर्ण’ में सौरभ पांडे ने श्री कृष्ण का किरदार निभाया था। सौरभ इससे पहले कई सीरियल्स में काम करते हुए अपनी पहचान बना चुके थे। ‘सूर्यपुत्र कर्ण’ में भी उनके किरदार को दर्शकों ने पसंद किया था।
सौरभ राज जैन
सौरभ राज जैन ने पहले सीरियल ‘जय श्री कृष्णा’ और ‘देवों के देव महादेव’ में भगवान विष्णु का किरदार निभाया। इसमें उन्होंने जिस तरह अपने रोल को प्ले किया वह लोगों को काफी पसंद आया। इस वजह से उन्हें साल 2013 में आए सीरियल ‘महाभारत’ में श्री कृष्ण का किरदार सौंपा गया और एक बार फिर उन्होंने अपनी ऐक्टिंग से लोगों के दिलों को जीत लिया।
सुमेध मुदगलकर
साल 2018 में शुरू हुए सीरियल ‘राधा कृष्ण’ में सुमेध मुदगलकर श्री कृष्ण का रोल निभा रहे हैं, जिसे लोग पसंद कर रहे हैं। इससे पहले सुमेध ‘दिल दोस्ती डांस’, ‘चक्रवर्ती अशोक सम्राट’, ‘वेंटिलेटर’ जैसे सीरियल्स में नजर आए थे। -
अहमदाबाद .मशहूर अमेरिकी पत्रिका टाइम ने विश्व के महानतम स्थानों को लेकर जारी ताजा सूची में गुजरात की 597 फुट ऊंची ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ को भी जगह दी है। यह सूची 100 नए और नए ‘गौर करने लायक स्थानों’ का संकलन है जिनका तत्काल अनुभव किया जाना चाहिए। ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है जो आजाद भारत के पहले गृह मंत्री के साथ ही उपप्रधानमंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि है।
इस बीच दुनिया के महानतम स्थानों की सूची में आने पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा, ‘यह हरेक भारतीय के लिए गर्व की बात है कि स्टैचू ऑफ यूनिटी को वर्ष 2019 के दुनिया के 100 महानतम स्थानों की सूची में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पना यह मूर्ति देखने अब तक 20 लाख से ज्यादा पर्यटक आ चुके हैं।’
नर्मदा जिले में स्थित सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ के नजदीक ही विश्व स्तरीय चिड़ियाघर अगले वर्ष अक्टूबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजीव गुप्ता ने कहा कि केवड़िया को प्रमुख पर्यटक स्थल बनाने के लिए चिड़ियाघर और रिवर राफ्टिंग की सुविधा विकसित करने की योजना है।
गुप्ता ने बताया कि यह चिड़ियाघर 1300 एकड़ में फैला होगा। इसमें शेर, बाघ, तेंदुए, 12 प्रकार के हिरण और मृग, जिराफ, ज़ेबरा, बाइसन, और अन्य विदेशी जानवर होंगे। बता दें कि 2019 में विश्व के महानतम स्थानों को लेकर जारी दूसरी वार्षिक सूची में ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ के अलावा भारत से मुंबई के सोहो हाउस ने अपनी जगह बनाई है। मुंबई का फैशनेबल सोहो हाउस 11 मंजिला इमारत में स्थित है जहां से अरब सागर नजर आता है। इसमें एक पुस्तकालय, 34 सीटों वाला एक सिनेमाघर और खुली छत में बना एक बार और पुल हैं।
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी को 1984 में विशाल बहुमत मिला था लेकिन उन्होंने इस ताकत का इस्तेमाल लोगों को डर का माहौल बनाने या डराने-धमकाने के लिए नहीं किया। सोनिया ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह भी कहा कि मौजूदा समय में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौतियां हैं, लेकिन विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ संघर्ष जारी रखना होगा। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार पर इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि 1984 में राजीव गांधी विशाल बहुमत से जीतकर आए थे लेकिन उन्होंने उस जीत का इस्तेमाल भय का माहौल बनाने और डराने या धमकाने के लिए नहीं किया, संस्थाओं की स्वतंत्रता को नष्ट करने के लिए नहीं किया। असहमति और मुख्तलिफ नजरियों को कुचलने के लिए नहीं किया। लोकतांत्रिक परंपरा और जीवनशैली के लिए खतरा पैदा करने के लिए नहीं किया। सोनिया ने कहा, 1989 में कांग्रेस दोबारा पूरे बहुमत से अकेले जीत कर नहीं आ सकी, तो राजीव जी ने गरिमा और विनम्रता के साथ जनादेश स्वीकार किया। आज की पीढ़ी को मैं बताना चाहती हूं कि सबसे बड़ा राजनीतिक दल होने के बावजूद सरकार बनाने का दावा उन्होंने पेश नहीं किया। कार्यक्रम का संचालन अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने किया।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में गुरुवार को फ्रांस पहुंच गए। इस दौरान वह द्विपक्षीय कूटनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों से शिखर वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का यहां हवाईअड्डे पहुंचने पर यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री जीन येव्स ले ड्रायन ने स्वागत किया। पीएम मोदी दो दिवसीय आधिकारिक दौरे के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो और प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, नमस्कार पेरिस! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस के विदेश मंत्री जीन येव्स ले ड्रायन ने उनकी यात्रा के पहले चरण पर पेरिस पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मजबूत और व्यापक कूटनीतिक साझेदारी विकसित करने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों और प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप से मुलाकात करेंगे।
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नई दिल्ली। चंद्रमा की यात्रा पर रवाना हुए चंद्रयान-2 ने चांद की पहली तस्वीर भेजी है। चंद्रयान के विक्रम लैंडर ने चांद की सतह से 2,650 किमी की ऊंचाई से यह तस्वीर ली है। इसरो ने खुद इस तस्वीर को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। चंद्रयान-2 ने 21 अगस्त को चंद्रमा की यह तस्वीर ली थी।
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नई दिल्ली। इसरो के चेयरमैन के सिवन को गुरुवार को मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी द्वारा तमिलनाडु सरकार के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ के सिवन को यह पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए दिया गया। इसमें 8 ग्राम गोल्ड मेडल के वजन वाले इस पदक के साथ उन्हें 5 लाख रुपए का चेक भी दिया गया।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार से तीन देशों-फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की यात्रा पर हैं। श्री मोदी अपनी यात्रा के पहले चरण में पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रां से मुलाकात करेंगे और व्यापार, सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने और भारत प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सहयोग के मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। वे फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुवर्ड चाल्र्स फिलिपे से भी भेंट करेंगे। श्री मोदी पेरिस में यूनेस्को मुख्यालय में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और 1950 तथा 1966 में एयर इंडिया के दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने में मारे गए भारतीयों के एक स्मारक का उद्घाटन भी करेंगे। फ्रांस में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा महत्वपूर्ण समय में हो रही है और इससे दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग में तेजी आएगी।
फ्रांस की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे, जहां उन्हें आर्डर ऑफ जायद से सम्मानित किया जाएगा। यह संयुक्त अरब अमीरात का सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। इसके बाद श्री मोदी बहरीन रवाना होंगे। बहरीन की उनकी यात्रा इस मायने में महत्वपूर्ण है कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की यह पहली यात्रा होगी। वे मनामा में कृष्णा मंदिर का उद्घाटन करेंगे जिसका हाल में जीर्णोंद्धार किया गया है। प्रधानमंत्री बहरीन के प्रिंस ऑफ स्टेट के साथ भी बातचीत करेंगे। -
नई दिल्ली। देश में इस वर्ष दिसंबर से टॉल प्लाजा से गुजरने वाले सभी वाहनों के लिए फास्टैग का इस्तेमाल करना अनिवार्य हो जाएगा। फास्टैग प्रणाली में टोल प्लाजा पर टैक्स का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से कर दिया जाता है। अब फास्टैग युक्त वाहन सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने टोल प्लाजा पर बनी विशेष लेन से बिना रूके गुजर सकेंगे। नई दिल्ली में अपने मंत्रालय की नई वेबसाइट की शुरूआत करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि अभी तक 52 लाख से अधिक फास्टैग जारी किये जा चुके हैं। इन फास्टैग को 22 प्रमाणित बैंक विभिन्न माध्यमों जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने टोल प्लाजा के बिक्री काउंटरों के साथ ही चुनिंदा बैंकों की शाखाओं से जारी कर रहे हैं। सड़क परिवहन मंत्री यह आशा जताई कि मोटर वाहन अधिनियम 2019 से सड़क दुर्घटनाएं को रोकने और हताहतों की संख्या कम करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस कानून को लागू करने के लिए मंत्रालय ने आवश्यक कदम उठाए हैं। नितिन गड़करी ने कहा कि नये नियम बनाने के लिए गैर जरूरी 63 उपनियमों को कानून मंत्रालय के पास पुनरीक्षण के लिए भेजा गया है। ये उपनियम जुर्माने, लाइसेंस, पंजीकरण और राष्ट्रीय परिवहन नीति से संबंधित हैं।
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नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को बुधवार रात 10.25 बजे सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। चिदंबरम को रातभर सीबीआई मुख्यालय के गेस्ट हाउस में रखा जाएगा। उन्हें गुरुवार सुबह सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया। इसके बाद चिदंबरम कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और पत्रवार्ता में कहा- मैं बेगुनाह हूं। कांग्रेस मुख्यालय से निकलकर पूर्व वित्त मंत्री अपने घर पहुंचे, जहां सीबीआई की टीम दीवार फांदकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी के अधिकारी पूर्व वित्त मंत्री को उनके आवास से सीबीआई मुख्यालय ले गए। इससे पहले चिदंबरम कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करने के बाद अपने आवास पर पहुंचे थे। सीबीआई के अधिकारियों की टीम दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ जोर बाग स्थित चिदंबरम के आवास पर पहुंची। कुछ देर मुख्य दरवाजा खटखटाने के बाद अधिकारियों ने परिसर की दीवार फांदकर घर में प्रवेश किया।
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नई दिल्ली। पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराने के बाद, पाकिस्तान द्वारा पकड़े जाने वाले भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्द्धमान ने मिग 21 विमान फिर से उड़ाना शुरू कर दिया है। वर्द्धमान ने करीब छह महीने बाद फिर से लड़ाकू विमान उड़ाया है। दरअसल, 27 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच हवाई द्वंद्व के दौरान उनका विमान गिरा दिया गया था और विमान में से निकलने के दौरान वह चोटिल हो गए थे। सेना के शीर्ष अधिकारी ने बताया, वर्द्धमान ने विमान उड़ाना शुरू कर दिया है। फिलहाल, वर्द्धमान राजस्थान में भारतीय वायुसेना के एक अड्डे पर सेवा दे रहे हैं। 36 साल के पायलट ने पाकिस्तानी विमानों के साथ आसमान में हुई लड़ाई में अपने मिग 21 बाइसन विमान से पाकिस्तान का अत्याधुनिक विमान एफ-16 मार गिराया था। इसके बाद उनके मिग 21 को मार गिरा दिया गया था।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ लंदन में भारतीय मिशन के बाहर भारतीय मूल के सदस्यों के प्रति हिंसा पर चिंता जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने लंदन में भारतीय मिशन के बाहर स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहे भारतीय मूल के सदस्यों के प्रति हिंसा का मुद्दा उठाया। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार श्री मोदी ने श्री जॉनसन का ध्यान निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा उत्पन्न चुनौती की तरफ आकर्षित किया, जो हिंसा सहित अपने दुष्प्रेरित एजेंडे पर अमल करने पर लगे रहते हैं। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि भारतीय उच्चायोग, उसके कार्मिकों और वहां आने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
15 अगस्त के दिन भारतीय उच्चायोग के बाहर उस समय हिंसा हुई, जब वहां हजारों की संख्या में पूर्व नियोजित प्रदर्शनकारियों और उनके विरोधियों के बीच झड़पें हुईं। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद भारत और यूरोप सहित विश्व के सभी हिस्सों में फैल रहा है। उन्होंने कट्टरपंथ, हिंसा और असहिष्णुता द्वारा उत्पन्न खतरों से कारगर ढंग से निपटने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री मोदी ने प्रधानमंत्री चुनाव जीतने के लिए श्री जॉनसन को बधाई दी और कहा कि वे भारत और ब्रिटेन के बीच महत्वपूर्ण भागीदारी मजबूत करने के लिए मिल कर काम करने को तैयार हैं। श्री जॉनसन ने भी श्री मोदी को दूसरे कार्यकाल के लिए शानदार जीत पर बधाई दी। -
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर का सुबह निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
श्री गौर को सांस लेने में तकलीफ होने की वजह से कुछ दिन पहले भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मंगलवार देर रात से ही उनकी हालत और बिगड़ती गई। उनका ब्लड प्रेशर कम होता गया और पल्स रेट भी गिरता गया। उन्हें लगातार लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उनकी किडनियों ने भी काम करना बंद कर दिया था। डॉक्टरों के अनुसार वे वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे । बताया जा रहा है कि जब से श्री गौर ऐंजिओप्लास्टी कराकर लौटे तभी से उन्हें काफी कमजोरी हो गई थी। उनकी तीन नसें ब्लॉक बताई गई थीं इसलिए अधिक उम्र के बावजूद उनका ऑपरेशन करना पड़ा।
वर्ष 2004 में उमा भारती के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद मध्यप्रदेश की कमान बाबूलाल गौर को मिली थी। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक वे मप्र के मुख्यमंत्री रहे थे। 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा फिर सत्ता में आई और उन्हें मंत्री बनाया गया। वे 1974 से 2013 तक दक्षिण भोपाल और गोविंदपुरा सीट से लगातार 10 बार विधायक रहे थे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। जून 2016 में भाजपा आलाकमान ने उम्र का हवाला देकर गौर को मंत्री पद छोडऩे के लिए कहा था। पार्टी के इस निर्णय से वे स्तब्ध और दुखी थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा न तो उन्हें टिकट देना चाहती थी न उनकी पुत्रबधू कृष्णा को। गौर ने बगावती तेवर अपना लिए और पार्टी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। आखिरकार भाजपा ने कृष्णा गौर को टिकट दिया और कृष्णा को इस सीट पर जीत मिली।
2 जून 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बाबूलाल गौर का जन्म हुआ था। राजनीति में आने से पहले श्री गौर ने भोपाल की पु_ा मिल में मजदूरी करते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की। भेल में नौकरी करने के दौरान वे कई श्रमिक आंदोलनों से जुड़े। वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य भी रहे। स्कूली दिनों से ही बाबूलाल गौर संघ की शाखा जाया करते थे। वे गोआ मुक्ति आंदोलन में भी शामिल हुए थे जिसके कारण मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का सम्मान प्रदान किया गया था।
नेताओं ने ट्विटर पर भी दी श्रद्धाजंलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- बाबूलाल गौरजी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्य प्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे। बाबूलाल गौरजी के निधन से गहरा दुख हुआ। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने गौर साहब के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन की ख़बर सुनकर दुख हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति औऱ परिवार को दुख सहने की शक्ति दे।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने श्री गौर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा-पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन मध्य प्रदेश की राजनीति से एक ऐसे व्यक्ति का चले जाना है जो दलीय राजनीति से ऊपर प्रदेश के एक सर्वमान्य नेता थे। प्रदेश विशेषकर भोपाल के विकास के लिए उनकी चिंता हमेशा रहती थी. ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति दे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट संदेश में कहा-मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के निधन का समाचार दु:खद है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। साथ ही शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, मध्यप्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति। बीजेपी के आधार स्तंभ, पूर्व मुख्यमंत्री, हमारे मार्गदर्शक व जन-जन के नेता श्री बाबूलाल गौर के निधन से दुखी हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस गहन दुख को सहने की क्षमता प्रदान करें।
शिवराज ने दूसरे ट्वीट में लिखा, आदरणीय बाबूलाल गौर को सत्य के लिए लडऩे वाले सिपाही और मजदूरों, गरीबों व कमजोर वर्ग के हितों के रक्षक के रूप में सदैव याद किया जायेगा। गोवा मुक्ति आंदोलन से लेकर आपातकाल तक में पुलिस की लाठियों का निडरता से सामना करने वाले नायक युगों-युगों तक हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, बाबूलाल गौरजी के देहांत से मुझे गहरा दुख हुआ। राजनीतिक जीवन में हम दो ध्रुवों पर रहे लेकिन व्यावहारिक रूप से वह मेरे दिल के बेहद करीब थे। जब भी मिले पूरी गर्मजोशी के साथ मिले। जो भी किया पूरी ईमानदारी से किया। गौर साहब के जाने से मैंने एक राजनीतिक साथी खो दिया। श्रद्धांजलि !
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने ट्वीट में कहा-भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के देहांत से हृदय को गहरा दु:ख पहुंचा है। संगठन को सशक्त करने में उनका योगदान अतुलनीय रहा है, मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने भी ट्वीट कर बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा-म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता आ. बाबूलाल गौर जी का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। मुख्यमंत्री के रूप में म.प्र.के विकास के लिए किये गए कार्य सदैव याद रहेगा।ईश्वर दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करे एवं शोक संतप्त परिवार को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे।
वहीं नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने एक बयान जारी कर श्री गौर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा- हमने एक कर्मयोगी कार्यकर्ता के रूप में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर खोया है। उनका समूचा जीवन समाज में अन्त्योदय के स्थापना के लिये समर्पित रहा है। मंत्री के तौर पर उनका कार्य सबके लिये अनुकरणीय रहा है। हर युग में स्व. गौर कुशल संगठक के रूप में याद किये जायेंगे। उनके निधन से हम सब को अपूरणीय क्षति हुई है।
मध्यप्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन पर राज्य में 3 दिन का राजकीय शोक और आज आधे दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। -
मुंबई। मुंबई की एक अदालत ने गैंगस्टर छोटा राजन और पांच अन्य को शहर के एक होटल कारोबारी की हत्या की कोशिश के मामले में मंगलवार को आठ साल की सश्रम कैद की सजा सुनाई। अदालत ने 2012 के इस मामले में प्रत्येक दोषी पर पांच. पांच लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया। विशेष न्यायाधीश ए टी वानखेड़े ने सभी छह आरोपियों को मकोका और आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) तथा 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत दोषी करार दिया। पिछले साल मई में इसी अदालत ने मुंबई के पत्रकार जे डे की हत्या के मामले में राजन को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। अक्टूबर 2015 में इंडोनेशिया से प्रत्यर्पित करा कर लाए जाने के बाद राजन दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद है। होटल कारोबारी बी आर शेट्टी पर उपनगरीय अंधेरी में अक्टूबर 2012 में मोटरसाइकिल सवार दो शूटरों ने गोली चलाई थी। उन्हें दायीं बांह में गोली लगी थी, लेकिन वह बच गए। राजन के अलावा जिन पांच अन्य दोषियों को सजा सुनाई गई, उनमें नित्यानंद नायक, सेल्विन डेनियल, जोसेफ उर्फ सतीश कालिया, दिलीप उपाध्याय तथा तलविंदर सिंह शामिल हैं।
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बेंगलुरु। कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने के तीन सप्ताह के बाद बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार को अपनी मंत्रिमंडल में 17 मंत्रियों को शामिल किया। येदियुरप्पा के 26 जुलाई को मुख्यमंत्री बनने और 29 जुलाई को विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद यह पहला कैबिनेट विस्तार है। मुख्यमंत्री अभी तक कैबिनेट में अकेले थे जिसकी विपक्षी दल कांग्रेस और जद(एस) कड़ी आलोचना कर रहे थे। कैबिनेट में मंगलवार को शामिल मंत्रियों में 16 भाजपा से और एक निर्दलीय एच. नागेश हैं। राज्यपाल वजुभाई वाला ने यहां राजभवन में नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
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पूर्व सांसदों को सरकारी आवास खाली करने के सरकार के फरमान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि ऐसे कई पूर्व सांसद हैं जो गरीब हैं और इनमें से कई सांसदों की तबीयत ठीक नहीं रहती। सरकार को आदेश जारी करने से पहले इन पहलुओं पर भी गौर करना चाहिए। साथ ही कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के भांजे रतुल पुरी की गिरफ्तारी पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। शर्मा ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। सरकार के इस फरमान पर आनंद शर्मा ने सोमवार को भी सवाल उठाए थे। बता दें कि केंद्र सरकार ने पूर्व सांसदों को आवंटित बंगला खाली करने के लिए सात दिनों का समय दिया है। इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए आनंद शर्मा ने कहा, ‘नियम सभी के लिए एक समान होना चाहिए। सरकार के कुछ मुलाजिमों को बंगले खाली करने के लिए आठ महीनों का समय दिया जाता है जबकि कुछ लोगों से कहा जाता है कि वे जितना जल्दी हो सके आवास खाली कर दें। यह देखने में आया है कि जनता की सेवा करने वाले लोगों की छवि खराब करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे कई सांसद हैं जो कि गरीब हैं और उनकी सेहत अच्छी नहीं है। सरकार को इस आशय का आदेश जारी करने से पहले इन पहलुओं को भी ध्यान में रखना चाहिए था।’रक्षा उत्पादन क्षेत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर शर्मा ने कहा, ‘हम रक्षा मंत्री के बयान का स्वागत करते हैं। रक्षा उत्पादन में स्वावलंबी बनने की जरूरत है और इसे देखते हुए हमने इस क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति दी। सरकार को इस बारे में केवल बयान जारी नहीं करना चाहिए बल्कि उसे कुछ करने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सरकार के मेक इन इंडिया और स्टैंड अप इंडिया के बारे में बातें सुनीं लेकिन क्या सरकार अपने इन कार्यक्रमों पर श्वेत पत्र जारी कर सकती है ताकि इन योजनाओं के लाभ के बारे में पता चल सके।’
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प्रदेश के सभी नवोदय विद्यालय में आज किया गया वृक्षारोपण कार्य
रायपुर : पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर आज पूरे प्रदेश के सभी नवोदय विद्यालय परिसर में सघन वृक्षारोपण किया गया। इस वृक्षारोपण में स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी और नवोदय स्कूल के विद्यार्थी-शिक्षक भी शामिल हुए। सद्भावना दिवस के अवसर पर सभी ने शपथ लिया कि वे जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करेंगे। हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मदभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाएंगे। सद्भावना दिवस के अवसर पर विद्यालयों में सद्भावना दौड़ का भी आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि नवोदय विद्यालय की नींव पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के कार्यकाल में रखी गई थी। जवाहर नवोदय विद्यालय भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली पूरी तरह से आवासीय, सह शिक्षा, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नई दिल्ली से संबंद्ध शिक्षण परियोजना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के अंतर्गत ऐसे आवासीय विद्यालयों की कल्पना की गई जिन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय का नाम दिया गया। विद्यालय में सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने का उत्तम प्रयास किया गया। इस परियोजना का प्रमुख लक्ष्य गांव-गांव तक उत्तम शिक्षा पहंुचाना है। ये विद्यालय पूर्णतः आवासीय एवं निःशुल्क विद्यालय होते है जहां विद्यार्थियों को निःशुल्क आवास, भोजन, शिक्षण सामग्री, शिक्षा एवं खेलकूद सामग्री उपलब्ध कराई जाती है।
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नईदिल्ली। अफ्रीका, यूरोप और रूस के लिए भारतीय नौसेना की विदेश में तैनाती के क्रम में, भारतीय नौसेना का जहाज तर्कश सोमवार को तीन दिन के लिए स्पेन के केडीज बंदरगााह पहुंचा। आईएनएस तर्कश का केडीज बंदरगााह पर पहुंचना, स्पेन के साथ भारत के मजबूत संबंध को प्रदर्शित करने के साथ-साथ मित्र देशों के साथ संचालन संबंधी पहुंच, समुद्री सुरक्षा और एकजुटता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित करता है। आईएनएस तर्कश ने केडीज हार्बर में प्रवेश करने से पहले, रॉयल नेवी शिप एचएमएस डिफेंडर के साथ कोंकण-19 अभ्यास में हिस्सा लिया था।
कैप्टन सतीश वासुदेव आईएनएस तर्कश की कमान संभाल रहे थे। विभिन्न आधुनिक हथियारों और सेंसरों से सुसज्जित भारतीय नौसेना का यह युद्धक जहाज सभी तीनों दिशाओं से मिलने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम है। यह जहाज भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्सा है, जो मुंबई के पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैगऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के संचालनात्मक नियंत्रण में है।
इस दौरान, स्पेन के अनेक गणमान्य व्यक्ति और सरकारी अधिकारी इस जहाज को देखेंगे। हार्बर में अपने ठहराव के दौरान यह जहाज स्पेन की नौसेना की देखरेख में रहेगा। पेशेवर क्रियाकलापों के अलावा, खेल और समाज से जुड़े अनेककार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग और समझदारी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
भारत और स्पेन के बीच पारंपरिक रूप से मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा के क्षेत्र में सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए बहुत-से द्विपक्षीय समझौते कायम हैं। नियमित दौरों और वार्ताओं के माध्यम से विकसित पेशेवर और सांस्कृतिक संबंधों के फलस्वरूप, दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग मजबूत हुआ है।
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नई दिल्ली। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी को झारखंड में हो रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सीएम श्री दास ने पीएम से मुलाकात के बाद अपने ट्विटर संदेश में प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए लिखा कि वे हमेशा झारखंड की जरूरतों का ख्याल रखते हैं। इसके बाद श्री दास भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने झारखंड के विकास समेत कई मुद्दों पर लंबी चर्चा की। राज्य के विकास समेत अन्य मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार देर शाम भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचकर लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने जेटली के परिजनों और एम्स के डॉक्टरों से भी मुलाकात की और जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
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मुंबई। हिंदी फिल्मों में संगीत के सशक्त हस्ताक्षर बन चुके जाने माने संगीतकार खय्याम का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को यहां के अस्पताल में निधन हो गया। कभी कभी और उमराव जान जैसी फिल्मों को अपने सदाबहार संगीत से सजाने वाले खय्याम 92 वर्ष के थे। मुंबई के उपनगर जुहू में सुजय अस्पताल के आईसीयू में फेफड़े में संक्रमण के चलते मशहूर संगीतकार को 10 दिन पहले भर्ती कराया गया था। उनके एक पारिवारिक मित्र ने पीटीआई-भाषा को बताया, सांस लेने में तकलीफ और उम्र संबंधी बीमारियों के चलते कुछ दिन पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुजय अस्पताल में आज रात करीब साढ़े नौ बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। संगीतकार ने त्रिशूल, नूरी और शोला और शबनम जैसी कई सफल फिल्मों में संगीत दिया है।
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नई दिल्ली। तीन दशक तक संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य रहे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह एक बार फिर राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बने हैं. डॉ. मनमोहन सिंह निर्विरोध चुने गए हैं. राजस्थान विधानसभा के चुनाव और राज्यसभा चुनाव के निर्वाचन अधिकारी प्रमिल कुमार माथुर ने सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को मनमोहन सिंह के निर्वाचन का प्रमाण-पत्र सौंपा है.बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य मदन लाल सैनी के आकस्मिक निधन की वजह से यह सीट खाली हुई थी.डॉ. मनमोहन सिंह के स्थान पर महेश जोशी ने राज्यसभा में निर्वाचन का प्रमारण-पत्र लिया है. अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह की राज्यसभा में मौजूदगी विपक्ष में बैठी कांग्रेस को मजबूती देगी. प्रधानमंत्री रहते हुए डॉ. मनमोहन सिंह असम से राज्यसभा सदस्य थे और 14 जून को उनका कार्यकाल पूरा हुआ था. वह 1991 से 2019 तक राज्यसभा के सदस्य रहे.