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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ लंदन में भारतीय मिशन के बाहर भारतीय मूल के सदस्यों के प्रति हिंसा पर चिंता जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने लंदन में भारतीय मिशन के बाहर स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहे भारतीय मूल के सदस्यों के प्रति हिंसा का मुद्दा उठाया। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार श्री मोदी ने श्री जॉनसन का ध्यान निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा उत्पन्न चुनौती की तरफ आकर्षित किया, जो हिंसा सहित अपने दुष्प्रेरित एजेंडे पर अमल करने पर लगे रहते हैं। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि भारतीय उच्चायोग, उसके कार्मिकों और वहां आने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
15 अगस्त के दिन भारतीय उच्चायोग के बाहर उस समय हिंसा हुई, जब वहां हजारों की संख्या में पूर्व नियोजित प्रदर्शनकारियों और उनके विरोधियों के बीच झड़पें हुईं। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद भारत और यूरोप सहित विश्व के सभी हिस्सों में फैल रहा है। उन्होंने कट्टरपंथ, हिंसा और असहिष्णुता द्वारा उत्पन्न खतरों से कारगर ढंग से निपटने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री मोदी ने प्रधानमंत्री चुनाव जीतने के लिए श्री जॉनसन को बधाई दी और कहा कि वे भारत और ब्रिटेन के बीच महत्वपूर्ण भागीदारी मजबूत करने के लिए मिल कर काम करने को तैयार हैं। श्री जॉनसन ने भी श्री मोदी को दूसरे कार्यकाल के लिए शानदार जीत पर बधाई दी। -
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर का सुबह निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
श्री गौर को सांस लेने में तकलीफ होने की वजह से कुछ दिन पहले भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मंगलवार देर रात से ही उनकी हालत और बिगड़ती गई। उनका ब्लड प्रेशर कम होता गया और पल्स रेट भी गिरता गया। उन्हें लगातार लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उनकी किडनियों ने भी काम करना बंद कर दिया था। डॉक्टरों के अनुसार वे वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे । बताया जा रहा है कि जब से श्री गौर ऐंजिओप्लास्टी कराकर लौटे तभी से उन्हें काफी कमजोरी हो गई थी। उनकी तीन नसें ब्लॉक बताई गई थीं इसलिए अधिक उम्र के बावजूद उनका ऑपरेशन करना पड़ा।
वर्ष 2004 में उमा भारती के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद मध्यप्रदेश की कमान बाबूलाल गौर को मिली थी। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक वे मप्र के मुख्यमंत्री रहे थे। 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा फिर सत्ता में आई और उन्हें मंत्री बनाया गया। वे 1974 से 2013 तक दक्षिण भोपाल और गोविंदपुरा सीट से लगातार 10 बार विधायक रहे थे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। जून 2016 में भाजपा आलाकमान ने उम्र का हवाला देकर गौर को मंत्री पद छोडऩे के लिए कहा था। पार्टी के इस निर्णय से वे स्तब्ध और दुखी थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा न तो उन्हें टिकट देना चाहती थी न उनकी पुत्रबधू कृष्णा को। गौर ने बगावती तेवर अपना लिए और पार्टी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। आखिरकार भाजपा ने कृष्णा गौर को टिकट दिया और कृष्णा को इस सीट पर जीत मिली।
2 जून 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बाबूलाल गौर का जन्म हुआ था। राजनीति में आने से पहले श्री गौर ने भोपाल की पु_ा मिल में मजदूरी करते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की। भेल में नौकरी करने के दौरान वे कई श्रमिक आंदोलनों से जुड़े। वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य भी रहे। स्कूली दिनों से ही बाबूलाल गौर संघ की शाखा जाया करते थे। वे गोआ मुक्ति आंदोलन में भी शामिल हुए थे जिसके कारण मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का सम्मान प्रदान किया गया था।
नेताओं ने ट्विटर पर भी दी श्रद्धाजंलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- बाबूलाल गौरजी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्य प्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे। बाबूलाल गौरजी के निधन से गहरा दुख हुआ। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने गौर साहब के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन की ख़बर सुनकर दुख हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति औऱ परिवार को दुख सहने की शक्ति दे।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने श्री गौर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा-पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन मध्य प्रदेश की राजनीति से एक ऐसे व्यक्ति का चले जाना है जो दलीय राजनीति से ऊपर प्रदेश के एक सर्वमान्य नेता थे। प्रदेश विशेषकर भोपाल के विकास के लिए उनकी चिंता हमेशा रहती थी. ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति दे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट संदेश में कहा-मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के निधन का समाचार दु:खद है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। साथ ही शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, मध्यप्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति। बीजेपी के आधार स्तंभ, पूर्व मुख्यमंत्री, हमारे मार्गदर्शक व जन-जन के नेता श्री बाबूलाल गौर के निधन से दुखी हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस गहन दुख को सहने की क्षमता प्रदान करें।
शिवराज ने दूसरे ट्वीट में लिखा, आदरणीय बाबूलाल गौर को सत्य के लिए लडऩे वाले सिपाही और मजदूरों, गरीबों व कमजोर वर्ग के हितों के रक्षक के रूप में सदैव याद किया जायेगा। गोवा मुक्ति आंदोलन से लेकर आपातकाल तक में पुलिस की लाठियों का निडरता से सामना करने वाले नायक युगों-युगों तक हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, बाबूलाल गौरजी के देहांत से मुझे गहरा दुख हुआ। राजनीतिक जीवन में हम दो ध्रुवों पर रहे लेकिन व्यावहारिक रूप से वह मेरे दिल के बेहद करीब थे। जब भी मिले पूरी गर्मजोशी के साथ मिले। जो भी किया पूरी ईमानदारी से किया। गौर साहब के जाने से मैंने एक राजनीतिक साथी खो दिया। श्रद्धांजलि !
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने ट्वीट में कहा-भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के देहांत से हृदय को गहरा दु:ख पहुंचा है। संगठन को सशक्त करने में उनका योगदान अतुलनीय रहा है, मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने भी ट्वीट कर बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा-म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता आ. बाबूलाल गौर जी का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। मुख्यमंत्री के रूप में म.प्र.के विकास के लिए किये गए कार्य सदैव याद रहेगा।ईश्वर दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करे एवं शोक संतप्त परिवार को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे।
वहीं नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने एक बयान जारी कर श्री गौर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा- हमने एक कर्मयोगी कार्यकर्ता के रूप में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर खोया है। उनका समूचा जीवन समाज में अन्त्योदय के स्थापना के लिये समर्पित रहा है। मंत्री के तौर पर उनका कार्य सबके लिये अनुकरणीय रहा है। हर युग में स्व. गौर कुशल संगठक के रूप में याद किये जायेंगे। उनके निधन से हम सब को अपूरणीय क्षति हुई है।
मध्यप्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन पर राज्य में 3 दिन का राजकीय शोक और आज आधे दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। -
मुंबई। मुंबई की एक अदालत ने गैंगस्टर छोटा राजन और पांच अन्य को शहर के एक होटल कारोबारी की हत्या की कोशिश के मामले में मंगलवार को आठ साल की सश्रम कैद की सजा सुनाई। अदालत ने 2012 के इस मामले में प्रत्येक दोषी पर पांच. पांच लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया। विशेष न्यायाधीश ए टी वानखेड़े ने सभी छह आरोपियों को मकोका और आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) तथा 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत दोषी करार दिया। पिछले साल मई में इसी अदालत ने मुंबई के पत्रकार जे डे की हत्या के मामले में राजन को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। अक्टूबर 2015 में इंडोनेशिया से प्रत्यर्पित करा कर लाए जाने के बाद राजन दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद है। होटल कारोबारी बी आर शेट्टी पर उपनगरीय अंधेरी में अक्टूबर 2012 में मोटरसाइकिल सवार दो शूटरों ने गोली चलाई थी। उन्हें दायीं बांह में गोली लगी थी, लेकिन वह बच गए। राजन के अलावा जिन पांच अन्य दोषियों को सजा सुनाई गई, उनमें नित्यानंद नायक, सेल्विन डेनियल, जोसेफ उर्फ सतीश कालिया, दिलीप उपाध्याय तथा तलविंदर सिंह शामिल हैं।
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बेंगलुरु। कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने के तीन सप्ताह के बाद बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार को अपनी मंत्रिमंडल में 17 मंत्रियों को शामिल किया। येदियुरप्पा के 26 जुलाई को मुख्यमंत्री बनने और 29 जुलाई को विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद यह पहला कैबिनेट विस्तार है। मुख्यमंत्री अभी तक कैबिनेट में अकेले थे जिसकी विपक्षी दल कांग्रेस और जद(एस) कड़ी आलोचना कर रहे थे। कैबिनेट में मंगलवार को शामिल मंत्रियों में 16 भाजपा से और एक निर्दलीय एच. नागेश हैं। राज्यपाल वजुभाई वाला ने यहां राजभवन में नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
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पूर्व सांसदों को सरकारी आवास खाली करने के सरकार के फरमान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि ऐसे कई पूर्व सांसद हैं जो गरीब हैं और इनमें से कई सांसदों की तबीयत ठीक नहीं रहती। सरकार को आदेश जारी करने से पहले इन पहलुओं पर भी गौर करना चाहिए। साथ ही कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के भांजे रतुल पुरी की गिरफ्तारी पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। शर्मा ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। सरकार के इस फरमान पर आनंद शर्मा ने सोमवार को भी सवाल उठाए थे। बता दें कि केंद्र सरकार ने पूर्व सांसदों को आवंटित बंगला खाली करने के लिए सात दिनों का समय दिया है। इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए आनंद शर्मा ने कहा, ‘नियम सभी के लिए एक समान होना चाहिए। सरकार के कुछ मुलाजिमों को बंगले खाली करने के लिए आठ महीनों का समय दिया जाता है जबकि कुछ लोगों से कहा जाता है कि वे जितना जल्दी हो सके आवास खाली कर दें। यह देखने में आया है कि जनता की सेवा करने वाले लोगों की छवि खराब करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे कई सांसद हैं जो कि गरीब हैं और उनकी सेहत अच्छी नहीं है। सरकार को इस आशय का आदेश जारी करने से पहले इन पहलुओं को भी ध्यान में रखना चाहिए था।’रक्षा उत्पादन क्षेत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर शर्मा ने कहा, ‘हम रक्षा मंत्री के बयान का स्वागत करते हैं। रक्षा उत्पादन में स्वावलंबी बनने की जरूरत है और इसे देखते हुए हमने इस क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति दी। सरकार को इस बारे में केवल बयान जारी नहीं करना चाहिए बल्कि उसे कुछ करने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सरकार के मेक इन इंडिया और स्टैंड अप इंडिया के बारे में बातें सुनीं लेकिन क्या सरकार अपने इन कार्यक्रमों पर श्वेत पत्र जारी कर सकती है ताकि इन योजनाओं के लाभ के बारे में पता चल सके।’
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प्रदेश के सभी नवोदय विद्यालय में आज किया गया वृक्षारोपण कार्य
रायपुर : पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर आज पूरे प्रदेश के सभी नवोदय विद्यालय परिसर में सघन वृक्षारोपण किया गया। इस वृक्षारोपण में स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी और नवोदय स्कूल के विद्यार्थी-शिक्षक भी शामिल हुए। सद्भावना दिवस के अवसर पर सभी ने शपथ लिया कि वे जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करेंगे। हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मदभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाएंगे। सद्भावना दिवस के अवसर पर विद्यालयों में सद्भावना दौड़ का भी आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि नवोदय विद्यालय की नींव पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के कार्यकाल में रखी गई थी। जवाहर नवोदय विद्यालय भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली पूरी तरह से आवासीय, सह शिक्षा, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नई दिल्ली से संबंद्ध शिक्षण परियोजना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के अंतर्गत ऐसे आवासीय विद्यालयों की कल्पना की गई जिन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय का नाम दिया गया। विद्यालय में सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने का उत्तम प्रयास किया गया। इस परियोजना का प्रमुख लक्ष्य गांव-गांव तक उत्तम शिक्षा पहंुचाना है। ये विद्यालय पूर्णतः आवासीय एवं निःशुल्क विद्यालय होते है जहां विद्यार्थियों को निःशुल्क आवास, भोजन, शिक्षण सामग्री, शिक्षा एवं खेलकूद सामग्री उपलब्ध कराई जाती है।
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नईदिल्ली। अफ्रीका, यूरोप और रूस के लिए भारतीय नौसेना की विदेश में तैनाती के क्रम में, भारतीय नौसेना का जहाज तर्कश सोमवार को तीन दिन के लिए स्पेन के केडीज बंदरगााह पहुंचा। आईएनएस तर्कश का केडीज बंदरगााह पर पहुंचना, स्पेन के साथ भारत के मजबूत संबंध को प्रदर्शित करने के साथ-साथ मित्र देशों के साथ संचालन संबंधी पहुंच, समुद्री सुरक्षा और एकजुटता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित करता है। आईएनएस तर्कश ने केडीज हार्बर में प्रवेश करने से पहले, रॉयल नेवी शिप एचएमएस डिफेंडर के साथ कोंकण-19 अभ्यास में हिस्सा लिया था।
कैप्टन सतीश वासुदेव आईएनएस तर्कश की कमान संभाल रहे थे। विभिन्न आधुनिक हथियारों और सेंसरों से सुसज्जित भारतीय नौसेना का यह युद्धक जहाज सभी तीनों दिशाओं से मिलने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम है। यह जहाज भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्सा है, जो मुंबई के पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैगऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के संचालनात्मक नियंत्रण में है।
इस दौरान, स्पेन के अनेक गणमान्य व्यक्ति और सरकारी अधिकारी इस जहाज को देखेंगे। हार्बर में अपने ठहराव के दौरान यह जहाज स्पेन की नौसेना की देखरेख में रहेगा। पेशेवर क्रियाकलापों के अलावा, खेल और समाज से जुड़े अनेककार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग और समझदारी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
भारत और स्पेन के बीच पारंपरिक रूप से मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा के क्षेत्र में सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए बहुत-से द्विपक्षीय समझौते कायम हैं। नियमित दौरों और वार्ताओं के माध्यम से विकसित पेशेवर और सांस्कृतिक संबंधों के फलस्वरूप, दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग मजबूत हुआ है।
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नई दिल्ली। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी को झारखंड में हो रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सीएम श्री दास ने पीएम से मुलाकात के बाद अपने ट्विटर संदेश में प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए लिखा कि वे हमेशा झारखंड की जरूरतों का ख्याल रखते हैं। इसके बाद श्री दास भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने झारखंड के विकास समेत कई मुद्दों पर लंबी चर्चा की। राज्य के विकास समेत अन्य मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार देर शाम भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचकर लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने जेटली के परिजनों और एम्स के डॉक्टरों से भी मुलाकात की और जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
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मुंबई। हिंदी फिल्मों में संगीत के सशक्त हस्ताक्षर बन चुके जाने माने संगीतकार खय्याम का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को यहां के अस्पताल में निधन हो गया। कभी कभी और उमराव जान जैसी फिल्मों को अपने सदाबहार संगीत से सजाने वाले खय्याम 92 वर्ष के थे। मुंबई के उपनगर जुहू में सुजय अस्पताल के आईसीयू में फेफड़े में संक्रमण के चलते मशहूर संगीतकार को 10 दिन पहले भर्ती कराया गया था। उनके एक पारिवारिक मित्र ने पीटीआई-भाषा को बताया, सांस लेने में तकलीफ और उम्र संबंधी बीमारियों के चलते कुछ दिन पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुजय अस्पताल में आज रात करीब साढ़े नौ बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। संगीतकार ने त्रिशूल, नूरी और शोला और शबनम जैसी कई सफल फिल्मों में संगीत दिया है।
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नई दिल्ली। तीन दशक तक संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य रहे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह एक बार फिर राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बने हैं. डॉ. मनमोहन सिंह निर्विरोध चुने गए हैं. राजस्थान विधानसभा के चुनाव और राज्यसभा चुनाव के निर्वाचन अधिकारी प्रमिल कुमार माथुर ने सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को मनमोहन सिंह के निर्वाचन का प्रमाण-पत्र सौंपा है.बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य मदन लाल सैनी के आकस्मिक निधन की वजह से यह सीट खाली हुई थी.डॉ. मनमोहन सिंह के स्थान पर महेश जोशी ने राज्यसभा में निर्वाचन का प्रमारण-पत्र लिया है. अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह की राज्यसभा में मौजूदगी विपक्ष में बैठी कांग्रेस को मजबूती देगी. प्रधानमंत्री रहते हुए डॉ. मनमोहन सिंह असम से राज्यसभा सदस्य थे और 14 जून को उनका कार्यकाल पूरा हुआ था. वह 1991 से 2019 तक राज्यसभा के सदस्य रहे.
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नई दिल्ली । 23 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा के चक्कर लगाने के बाद चंद्रयान-2 कल चांद की कक्षा में पहुंचेगा। पृथ्वी की कक्षा से निकलने के 6 दिन बाद यान चंद्रमा की कक्षा में पहुंचेगा। यहां वो 13 दिन तक चक्कर काटने के 4 दिन बाद चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।यह बेहद मुश्किल और महत्वपूर्ण पल होंगे जब इसरो चंद्रयान-2 के तरल रॉकेट इंजन को दाग कर उसे चांद की कक्षा में दाखिल करेगा। चांद पर हवा नहीं है। गुरूत्वाकर्षण बल भी अलग-अलग जगहों पर अगल-अलग मात्रा में है। ऐसे में 1.5 किमी प्रति सेकंड की तेजी से घूम रहे ऑर्बिट से चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करना बड़ा चैलेंज माना जा रहा है। चंद्रयान चांद के दक्षिणी छोर पर लैंड करेगा जहां बड़े-बड़े बोल्डर्स, क्रेटर्स हैं। जिसके चलते क्रैश होने का खतरा ज्यादा है।चंद्रयान 2 अंदाजन सुबह 8.30-9.30 बजे के बीच चांद पर उतरेगा। चंद्रमा की सतह से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर चंद्र ध्रुवों के ऊपर से गुजर रही इसकी अंतिम कक्षा में पहुंचाने के लिए चार और कक्षीय प्रक्रियाओं को अंजाम दिया जाएगा। इसके बाद लैंडर ‘विक्रम दो सितंबर को ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा।बेंगलूरू के नजदीक ब्याललू स्थित डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) के एंटीना की मदद से बेंगलूरू स्थित इसरो, टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) के मिशन ऑपरेशंस कांप्लेक्स (एमओएक्स) से यान की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसरो ने 14 अगस्त को कहा था कि चंद्रयान-2 की सभी प्रणालियां सामान्य ढंग से काम कर रही हैं।
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नई दिल्ली। एम्स में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। इससे पहले सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया था कि जेटली की स्थिति को देखते हुए उनका डायलिसिस किया जाएगा। वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी सोमवार को पूर्व वित्त मंत्री का हाल जानने एम्स पहुंचे। सांस लेने में तकलीफ होने के बाद जेटली 9 अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। बीते दो दिनों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बसपा सुप्रीमो मायावती, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेटली से मिलने एम्स पहुंचे।
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सामाजिक उद्यमिता के लिए दिया गया सम्मान
सुप्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्य विदूषी और जेएसपीएल फाउंडेशन की सह-अध्यक्ष शालू जिंदल को सामाजिक उद्यमिता के लिए सीएमओ एशिया का श्रेष्ठ सीएसआर-2019 अवार्ड प्रदान किया गया
नई दिल्ली। जिंदल हाउस दिल्ली, जेएसपीएल फाउंडेशन की को-चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिंदल को सामाजिक उद्यमिता के लिए सीएमओ एशिया का श्रेष्ठ सीएसआर-2019 अवार्ड प्रदान किया गया। उन्हें यह अवार्ड सिंगापुर में आयोजित विशेष समारोह में प्रदान किया गया।
उद्योग और समाज के संतुलित विकास के सिद्धांतों की प्रबल पक्षधर श्रीमती जिंदल का कहना है कि जेएसपीएल फाउंडेशनबिल्डिंग इंडिया-एम्पावरिंग लाइव्स का सपना साकार करने के लिए पूरे समर्पण भाव से कार्य कर रहा है। उन्होंने इस अवार्ड के लिए जेएसपीएल फाउंडेशन के चयन के लिए ज्यूरी मेंबरों का आभार जताया और फाउंडेशन की समर्पित टीम की भी हौसला अफजाई की।
श्रीमती जिंदल ने अवार्ड प्राप्त करने के अवसर पर कहा कि यह जेएसपीएल फाउंडेशन के लिए गौरव का पल है। फाउंडेशन ने अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से समाज के विकास में योगदान करने का हरसंभव प्रयास किया है। गौरतलब है कि श्रीमती शालू जिंदल कुचिपुड़ी के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ पद्म भूषण गुरु राजा एवं राधा रेड्डी की शिष्या हैं। श्रीमती जिंदल ने कुचिपुड़ी नृत्य के विकास में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान किया है। उन्हें भारतीय शास्त्रीय नृत्य (कुचिपुड़ी), कला-संस्कृति, शिक्षा और सामुदायिक विकास में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा उन्होंने तिरंगा एंड फ्रीडम नामक पुस्तक का संकलन किया है। उन्होंने नेशनल बाल भवन के चेयरपर्सन की जिम्मेदारी निभाते हुए बच्चों के लिए इंडिया: ऐन अल्फाबेट राइड नामक पुस्तक की रचना की। वह यंग फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन और जिंदल आर्ट इंस्टीट्यूट की संस्थापक अध्यक्ष भी हैं। जेएसपीएल फाउंडेशन ने श्रीमती शालू जिन्दल के मार्गदर्शन में कृषि, गैर-कृषि एवं अन्य क्षेत्रों में 7000 से अधिक लघु उद्यमों को बढ़ावा दिया है। लगभग 3000 परिवारों के लिए स्थायी आजीविका संसाधनों का इंतजाम करने के साथ-साथ 40 हजार परिवारों के लिए रोजगार की व्यवस्था कराने में भी जेएसपीएल फाउंडेशन ने अहम भूमिका अदा की है। श्रीमती जिन्दल ने लगभग 2 करोड़ लोगों में उम्मीद की किरण जगाई है और शिक्षा-स्वास्थ्य एवं जीवन निर्माण के विविध क्षेत्रों में उन्हें प्रोत्साहित किया है। श्रीमती शालू जिंदल को एशिया का सर्वश्रेष्ठ सीएसआर अवार्ड मिलने पर कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद नवीन जिंदल के नेतृत्व वाली कंपनी जेएसपीएल की पूरी टीम स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है। -
0 मुख्यमंत्री बघेल का नए नेतृत्व में बदलता छत्तीसगढ़ विषय पर आयोजित व्याख्यान
नईदिल्ली/ रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज व प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न व समृद्ध राज्य होने के बावजूद राज्य की ज्यादातर आबादी कुपोषित, अशिक्षित, बीमार, आवासहीन और भूमिहीन हो तो ऐसी स्थिति में सरकार के कामकाज पर प्रश्न उठना स्वाभाविक है। ऐसा मापदंड नहीं चलेगा, जिसमें एक तरफ प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी हो और दूसरी तरफ गरीबी भी बढ़ी हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही हमने अपना विजन स्पष्ट कर विकास के नए मापदंड तय किए। नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को जमीनी स्तर पर मूर्त रूप दिया है। हम स्थानीय लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा रोज़गार देंगे। इसके लिए स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे उद्योग स्थानीय ज़रूरतों को ध्यान में रखकर लगाएंगे।
श्री बघेल रविवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में नए नेतृत्व में बदलते छत्तीसगढ़ विषय पर आयोजित व्याख्यान में बोल रहे थे। इस अवसर पर पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन सहित देश के ख्यातिप्राप्त बुद्धिजीवी भी उपस्थित थे। श्री बघेल ने कहा कि जिन लोगों को उल्टे चश्मे से देखने की आदत थी, वो प्रदेश की 2 करोड़ आबादी का भला कैसे करते? जिन्हें गांधी-नेहरू की सर्वजन हिताय नीतियों से दुराव था, वो गरीबों का भला कैसे करते। हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, किसान, ग्रामीण, महिलाएं, कामगार, छोटे व्यापारी, युवा और वह नई पीढ़ी है, जिसके कंधे पर कल प्रदेश और देश संभालने की जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में देश के क्षेत्रफल का 24.4 फीसदी वनक्षेत्र है। इस्पात, सीमेंट, टिन, एल्यूमिनियम उत्पाद में देश में अग्रणी है। बॉक्साइट का प्रचुर भंडार है हमारे पास। टिन उत्पाद में देश इकलौता राज्य है। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि छत्तीसगढ़ आज भी जनसंख्या के विस्फोट से बचा हुआ है।
एक तिहाई आबादी अभी भी निरक्षर
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विगत 15 वर्षों में नक्सलवादी गतिविधियां 4 ब्लॉक से बढ़कर 40 ब्लॉक तक पहुंच गईं तो इसके पीछे भी अनेक कारण रहे होंगे। नक्सलवाद को लेकर अनेक बातें कही गईं, लेकिन यह नहीं बताया गया कि छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा खतरा कुपोषण से है। प्रदेश में साक्षरता की दर 71 फीसदी है, लेकिन यह नहीं बताते कि एक तिहाई आबादी अभी भी निरक्षर है। इसलिए मैं नई प्राथमिकता की बात करता हूं, विकास के नए आंकड़ों की बात करता हूं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सात माह के अल्प कार्यकाल में प्रदेश के लोगों में सरकार के प्रति एक भरोसा और विश्वास का नया वातावरण बना है। हमने शुरुआत में ही लोगों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने और गरीबी कम करने की दिशा में ठोस पहल की है।
कई कदम उठाए
अनुसूचित जनजाति तथा अनुसूचित जाति को बराबरी से विकास के अवसर और गरिमापूर्ण जीवनयापन के लिए कई बड़े कदम उठाए। उद्योगों के नाम पर जिनकी जमीन ले ली गई थी, हमारी सरकार आते ही जमीन वापसी का निर्णय लिया गया। हमने प्रदेश निवासी अनुसूचित जनजाति को 32 फीसदी, अनुसूचित जाति को 13 फीसदी, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा इसी 15 अगस्त को की है। प्राथमिक विकेंद्रीकरण की दिशा में भी नए कदम उठाए हैं। नया जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के गठन की घोषणा भी इस वर्ष 15 अगस्त को की। -
बेंगलुरु। कोप्पल में एक सरकारी छात्रावास के पांच छात्रों की करंट से मौत हो गई। स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए लगाए गए पोल को हटाते वक्त वहां से गुजर रहे बिजली के तार से छू जाने से छात्रों को करंट लग गया। पुलिस ने बताया कि छात्र छात्रावास की पहली मंजिल में लगे पोल को हटाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वहां से गुजर रहे बिजली के तार से छू जाने से उनकी मौत हो गई। तीन अन्य छात्र उन्हें बचाने के लिए दौड़े लेकिन उनकी भी करंट लगने से मौत हो गई। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मारे गए बच्चों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपए अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह छात्रावास एक निजी इमारत में किराए पर चल रहा था। सभी पांचों छात्र जिला मुख्यालय स्थित उच्च विद्यालयों में पढ़ते थे। स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए पहली मंजिल में यह पोल लगाया गया था। पुलिस ने बताया कि उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है। वह इमारत के मालिक, हॉस्टल के वॉर्डन और स्थानीय बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।
सीएम ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, कोप्पल में करंट लगने से पांच छात्रों की मौत मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मैंने जिला उपायुक्त को प्रत्येक परिवार को पांच लाख रुपए अनुग्रह राशि के तौर पर देने के निर्देश दिए हैं।
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नई दिल्ली/ शिमला। देश के उत्तरी और पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है। रविवार को उत्तराखंड में बादल फटने से 20 घर बह गए, इसके बाद 18 लोग लापता हैं। इधर, हिमाचल प्रदेश में रविवार को बारिश संबंधी घटनाओं में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि आठ व्यक्तियों की मौत शिमला, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चंबा में दो-दो व्यक्तियों की और उना तथा लाहौल स्पीति जिलों में एक एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि यहां आरटीओ कार्यालय के पास हुए भूस्खलन की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया। शिमला जिले के नारकंड क्षेत्र में एक मकान पर पेड़ गिरने से नेपाल के रहने वाले दो व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में रविवार तड़के भारी वर्षा के बाद एक मकान की दीवार गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान शाह आलम के तौर पर हुई है, जो बिहार के किशनगंज जिले का रहने वाला था एक अन्य घटना में शिमला के रोहड़ू उपमंडल के हटकोटी केंची के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ट्रक के भूस्खलन की चपेट में जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। चंबा जिले में भारी बारिश के कारण एक मकान ढहने से दो लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई। चंबा पुलिस अधीक्षक एम भुतुंगुरू ने बताया कि हादसा मेहला उपमंडल के लोना में तड़के साढ़े तीन बजे हुआ जिसमें 70 वर्षीय एक व्यक्ति और सात वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। वहीं, कुल्लू में एक व्यक्ति उस समय सुजवाड़ नाले में बह गया जब स्थानीय लोग उसे बचाने का प्रयास कर रहे थे। व्यक्ति की पहचान चुन्नी लाल के तौर पर हुई है। कुल्लू की उपायुक्त रिचा वर्मा ने बताया कि इसके अलावा मणिकरण और बरशेनी के बीच बलरगा में भूस्खलन होने से एक पर्यटक की मौत हो गई। सोलन जिले में बड्डी तहसील में एक इमारत गिरने से दो व्यक्तियों की मौत हो गई। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के अन्य नदियों में भी बाढ़ आई हुई है। नदियों में पानी 30 से 40 मीटर ऊंचाई पर खौफनाक मंजर पैदा कर रहा है। टोंस नदी के आसपास रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। लापता लोगों की खोज में एनडीआरएफ को लगाया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, चंडीगढ़, पश्चिमी यूपी, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, बिहार और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।
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रायपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। श्री बघेल ने ट्वीट पर नेताजी के नारे को भी लिखा है। श्री बघेल ने ट्वीट पर लिखा-आजाद हिन्द फौज के संस्थापक, महान देशभक्त नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की पुण्यतिथि पर हम सब कोटि-कोटि नमन करते हैं। तुम मुझे खून दो-मैं तुम्हें आजादी दूंगा, जैसा ऊर्जावान नारा देकर असंख्य युवाओं की रक्त शिराओं में गुलामी के विरुद्ध आवाज बुलंद करने का जज्बा आपने जगाया था।
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रायपुर। बिग बी अमिताभ बच्चन 19 अगस्त से कौन बनेगा करोड़पति के 11वेें सीजन की शुरुआत करने जा रहे हैं। नए सीजन में शहर की डॉ. चित्ररेखा राठौर हॉटसीट पर बैठेंगी। 19 और 20 अगस्त को आने वाले एपीसोड में महानायक अमिताभ बच्चन के सामने डॉ. चित्ररेखा जवाब देंगी। डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि वे रामकृष्ण केयर में डॉक्टर हैं। डॉ. चित्ररेखा जांजगीर-चांपा जिले के पोंच गांव की बहू हैं। वे डॉ. अश्वनी राठौर की पत्नी हैं।
डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि अमिताभ बच्चन से मिलने की बहुत इच्छा थी। इसलिए लगातार प्रयास करती रहीं। इसी साल हॉटसीट पर बैठने का मौका मिला है। डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि अमिताभ ने उनसे कई तरह के सवाल पूछे। साथ ही घर और परिवार की चीजों के बारे में जाना। डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि केबीसी में कौन-कौन से सवाल पूछे गए, इस पर बात नहीं कर सकतीं। केबीसी के साथ अनुबंध हुआ है, लेकिन अमिताभ के साथ खूब डांस किया है। उन्होंने कहा कि आप इतना अच्छा डांस करती हो मुझे पता नहीं था, लेकिन मंच का भी ध्यान रखें कि इतना तेज करोगे तो टूट जाएगा।
हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति के ट्रेलर का लॉन्च था। डॉ. चित्रलेखा बिग बी के साथ चैनल द्वारा जारी प्रोमो शूट में भी दिखाई दे रही हैं। इस मौके अमिताभ बच्चन एक खुलासा किया। बॉलीवुड के मेगास्टार ने कहा कि मेरे घरवाले भी इस शो के दर्शक हैं। एक दर्शक तो बेहद ईमानदार है। वह कोई और नहीं मेरी पत्नी जया हैं। -
थिम्पू। भूटान दौरे के अपने दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान में छात्रों के बीच पहुंचे। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय विश्वविद्यालयों में चार हजार से ज्यादा भूटानी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। यह संख्या अब बढऩी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया भूटान को उसके ग्रॉस नेशनल हैपीनेस के कॉन्सेप्ट से जानती है। भूटान ने सामंजस्य, एकजुटता और करुणा की भावना को काफी बेहतर तरीके से समझा है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता और युवा हमारी शक्ति हैं। प्रधानमंत्री ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि वह परीक्षा में तनाव न लें।
प्रधानमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे आपके बीच आकर बहुत अच्छा लग रहा है। आज रविवार का दिन है और आप लोगों को लेक्चर अटेंड करना पड़ रहा है इसलिए मैं बहुत कम शब्दों में अपनी बात रखूंगा। आज मैं भूटान के भविष्य के साथ हूं। मैं आपकी ऊर्जा को महसूस कर रहा हूं। हम केवल भौगोलिक रूप से नहीं बल्कि सांस्कृतिक गहराई से जुड़े हुए हैं। भूटान आने वाले किसी भी व्यक्ति को यहां की प्राकृतिक सुंदरता और लोगों की सादगी मोह लेती है।
विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज कई क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। भारत में गरीबी तेजी से कम हो रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण का कार्य पांच साल में दोगुनी रफ्तार से बढ़ा है। हम नेक्स्ट जेनरेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर 15 अरब डॉलर खर्च करेंगे। भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना आयुष्मान भारत है। इसके तहत 500 मिलियन भारतीयों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है। भारत में दुनिया की सबसे सस्ती डेटा कनेक्टिविटी है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को सशक्त बना रही है।
दोनों देशों की पनबिजली के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और भूटान का हाइड्रोपावर और एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग महत्वपूर्ण हैं। मगर इस संबंध की असली ताकत लोग हैं। हमेशा लोग इस संबंध के केंद्र में रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम अपने संबंधों को स्कूल से स्पेस, डिजिटल पेमेंट्स से आपदा प्रबंधन जैसे नए क्षेत्रों में आगे बढ़ा रहे हैं। इसका सीधा संबंध आप जैसे युवाओं से होगा। उन्होंने कहा कि भारत का चंद्रयान-2 चांद के रास्ते पर है। 2022 में हम भारतीय को भारतीय स्पेसक्राफ्ट से चांद पर भेजेंगे। हमारे लिए अंतरिक्ष कार्यक्रम केवल राष्ट्रीय गर्व का नहीं है बल्कि राष्ट्रीय विकास और वैश्विक सहयोग का विषय भी है। -
नागौर। राजस्थान के नागौर के डीडवाना इलाके में तालाब में पानी भरने गए तीन सगे भाई-बहनों की डूबने से मौत हो गई। घटना शनिवार शाम की है। पानी भरते वक्त एक बच्चे का पैर फिसल गया, जिससे वह पानी में चला गया और डूबने लगा। दो बच्चे उसे बचाने दौड़े, लेकिन वे भी डूब गए।
डीडवाना तहसीलदार दयानंद रुयल ने बताया कि हादसा डीडवाना के मौलासर थाना इलाके के मानकसर गांव में हुआ। वहां एक साथ भाई-बहन बसंती (13), धन्नी की (11) और गांधी (8) की तालाब में डूबने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि खानाबदोश परिवार के ये बच्चे उस समय डेरे में अकेले ही थे। उनके परिजन मजदूरी के लिए बाहर गए थे। परिजन घर लौटे तो बच्चे नहीं मिले। रात भर उनकी तलाश की गई, लेकिन सुबह जाकर तालाब में बर्तन दिखने पर बच्चों के डूबने के अंदेशा हुआ। तलाश करने पर दो बच्चों के शव ग्रामीणों ने पानी से निकाले। काफी देर पानी में तलाशने के बाद तीसरे बच्चे का भी शव मिल गया। तीनों के शव डीडवाना के बांगड़ अस्पताल लाए गए। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। -
प्रधानमंत्री की दो दिवसीय भूटान यात्रा
थिम्पू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की भूटान यात्रा पर शनिवार को राजधानी थिंपू पहुंचे। भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोते शेरिंग ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान में भी रूपे कार्ड की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा, भूटान जैसा पड़ोसी देश कौन नहीं चाहेगा। हम इस देश की विकास यात्रा में शामिल होकर गौरव महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के अपने समकक्ष लोतै शेरिंग से शनिवार को विभिन्न विषयों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय भागीदारी को और प्रगाढ बनाने के कदमों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया,‘‘हमारे करीबी संबंधों में नयी ऊर्जा और विश्वास कायम हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री ल्योनचेन डॉ. लोतै शेरिंग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। विभिन्न क्षेत्रों में हमारी भागीदारी और बढ़ाने के कदमों पर चर्चा की गयी। कुमार ने कहा कि शब्दरूंग नामग्याल द्वारा 1629 में निर्मित सिमटोका जोंग में एमओयू पर दस्तखत होंगे। सिमतोका जोंग भूटान में सबसे पुराने स्थलों में एक है और यह मठ और प्रशासनिक मामलों का केंद्र है। मोदी दूसरी बार भूटान आए हैं और इस साल मई में फिर से चुने जाने के बाद उनकी यह पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ताशीचोजोंग पैलेस, भूटान में रस्मी स्वागत समारोह में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। कुमार ने ट्वीट किया कि भूटान नरेश के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पैलेस में पारंपरिक चिपड्रेल प्रदर्शन और स्वागत समारोह हुआ। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का पारो एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ। भूटान के प्रधानमंत्री ने वहां उनकी अगवानी की। दोनों देशों के बीच हेल्थ, पॉवर, स्पेस सेटेलाइट, नॉलेज, रूपे कार्ड के इस्तेमाल समेत 9 करार हुए। प्रधानमंत्री मोदी और शेरिंग ने इसरो के ग्राउंड स्टेशन, मेंगदेछू पनबिजली परियोजना समेत 5 प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।
पीएम ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, एयरपोर्ट पर स्वागत करने के लिए मैं भूटान के प्रधानमंत्री का बहुत आभारी हूं। उनका व्यवहार दिल को छू गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटान में अविस्मरणीय स्वागत हुआ। यह ऐसी जगह है जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, यहां के लोग भी कमाल के हैं। यहां गजब का उत्साह है। भूटान के लोग भारत-भूटान दोस्ती को सफलता की नयी ऊंचाइयों पर जाते देखना चाहते हैं।
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर जाकर शुक्रवार को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
राष्ट्रपति कोविंद, पीएम मोदी और अमित शाह आज सुबह दिवंगत वाजपेयी के स्मारक स्थल सदैव अटल गए और श्रृद्धा सुमन अर्पित कर प्रार्थना सभा में शामिल हुए। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों के अलावा भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने भी वाजपेयी के स्मारक स्थल जाकर श्रृद्धांजलि अर्पित की। वहीं, भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष, असंख्य कार्यकतार्ओं के पथ प्रदर्शक एवं हमारे प्रेरणा स्रोत भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
पार्टी ने एक वीडियो के साथ अन्य ट्वीट में कहा, मां भारती को विश्व में गौरवान्वित करने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि। भाजपा ने अपने दिग्गज नेता द्वारा लिखी गईं कुछ कविताएं भी पोस्ट कीं। भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है। इसका कंकर-कंकर शंकर है, इसका बिंदु-बिंदु गंगाजल है। हम जियेंगे तो इसके लिये मरेंगे तो इसके लिये।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का 94 वर्ष की आयु में गत वर्ष 16 अगस्त को निधन हो गया था। वाजपेयी पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने और उसके बाद वह 1998-2004 के बीच दो बार प्रधानमंत्री बने। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए दूसरे कार्यकाल के 10 सप्ताह में लिए गए अहम फैसलों को गिनाया तो साथ ही 5 साल की अपनी योजनाओं की जानकारी भी दी।
प्रधानमंत्री ने तीन तलाक और अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि जो काम 70 साल में नहीं हुए उन्हें 70 दिन से कम समय में किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र नई सरकार ने 10 सप्ताह भी पूरे नहीं किए हैं, लेकिन इस छोटे समय में सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। 10 सप्ताह के भीतर हमारी मुस्लिम माताओं- बहनों को उनका अधिकार दिलाने के लिए कानून बनाया। आतंकवाद से जुड़े कानूनों मे आमूलचूल परिवर्तन करके नई ताकत देकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करने का काम किया गया।
किसानों और व्यापारियों की मदद
प्रधानमंत्री ने कहा -किसान भाइयों-बहनों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि के तहत 90 हजार करोड़ रुपया किसानों के खाते में ट्रांसफर करने का काम आगे बढ़ा है। हमारे किसान और छोटे व्यापारी भाई बहन कभी कल्पना नहीं कर सकते थे के उनके जीवन में पेंशन की व्यवस्था हो सकती है। हमने पेंशन योजना को लागू किया है।
अब सपनों को पूरा करने का समय
उन्होंने कहा कि -2014 से 2019 पांच साल आपने मुझे सेवा का मौका दिया। अनेक चीजें ऐसी थी कि आम लोग निजी आकांक्षाओं के लिए जूझ रहे थे। हमने तय किया कि लोगों की रोजमर्रा की जरूरत है, उनपर हमने बल दिया और गाड़ी ट्रैक पर लाए। यदि 2014-19 आवश्यकताओं की पूर्ति का समय था तो अब उनके सपनों को साकार करने का कालखंड है। हमने पांच साल का खाका तैयार किया है और एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं।
तीन तलाक खत्म, मुस्लिम बेटियों को समान अधिकार
प्रधानमंत्री ने कहा- हमारी मुस्लिम बेटियों के सिर पर 3 तलाक की तलवार लटकी हुई थी। वे डरी हुई जिंदगी जीती थी। वे कभी भी 3 तलाक का शिकार हो सकती हैं, यह भय उनको जीने नहीं देता था। दुनिया के कई इस्लामिक देशों ने इस कुप्रथा को हमसे बहुत पहले खत्म कर दिया, लेकिन किसी ना किसी कारण से हम मुस्लिम माताओं-बहनों को हक देने से हम हिचकिचाते थे। अगर हम बाल विवाह, सती प्रथा को खत्म कर सकते हैं दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं तो क्यों ना हम 3 तलाक के खिलाफ भी आवाज उठाएं। इसलिए भारतीय संविधान की भावना का आदर करते हुए मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार मिले, हमने इस महत्वपूर्ण फैसले को लिया। यह निर्णय राजीतिक तराजू से तौलने का निर्णय नहीं होते हैं।
अनुच्छेद 370 को खत्म किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम समस्याओं को टालते नहीं हैं और ना ही समस्याओं को पालते हैं। अब समस्याओं टालने और पालने का वक्त नहीं है। जो काम 70 साल में नहीं हुआ। वह 70 दिन के भीतर हुआ। अनुच्छेद 370, 35्र को हटाने का काम लोकसभा और राज्यसभा ने दो तिहाई बहुमत से खत्म कर दिया। इसका मतलब है कि हर किसी के दिल में यह बात थी, लेकिन आगे कौन आए इसका इतंजार था। देशवासियों ने मुझे ये काम दिया। मैं वही करने आया हूं, जो आप चाहते हैं। हमने राज्य का पुनर्गठन भी किया। हर सरकार ने काम किया, लेकिन इच्छित परिणाम नहीं मिले हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को आशा-आकांक्षा पूरी हो यह हम सब की जिम्मेदारी है। 130 करोड़ लोगों को यह जिम्मेदारी उठानी है।
प्र्रधानमंत्री ने कहा कि 30 साल में इन व्यवस्थाओं ने अलगाववाद को बल दिया है। आतंकवाद को जन्म दिया है। परिवारवाद को पोसा है और भ्रष्टाचार और भेदभाव की नीति को जन्म दिया। वहां की महिलाओं, दलितों, जनजातीय समूह, गुर्जर-बक्करवाल, गद्दी, सिपी को अधिकार मिलने चाहिए। वहां के हमारे सफाई कर्मचारी भाई बहनों के साथ कानूनी रोक लगा दी गई थी। उनके सपनों को कुचल दिया गया था। आज हमने उन्हें यह आजादी दी है। भारत विभाजन हुआ, लाखों लोग विस्थापित हुए, जो लोग जम्मू-कश्मीर में बसे उन्हें कानूनी और मानवीय अधिकार नहीं मिले। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत की सुख शांति और प्रगति में बहुत योगदान दे सकता है। उसके पुराने महान दिवसों को लौटाने का हम प्रयास करें। उन प्रयासों के लिए यह नई व्यवस्था बनी है, सीधे नागरिकों के लिए सुविधा पैदा करेगी। जब जम्मू-कश्मीर का नागरिक सीधे दिल्ली सरकार से सवाल पूछ सकता है। बीच में कोई रुकावट नहीं आएगी।
श्री मोदी ने कहा कि जो लोग 370 की वकालत कर रहे हैं उनसे देश पूछ रहा है कि यदि यह अनुच्छेद इतना महत्वपूर्ण था उसी से भाग्य बदलने वाला था तो आप लोगों ने अब तक उसे स्थायी क्यों नहीं बनाया, अस्थायी क्यों रहने दिया? इसका मतलब यह है कि आप भी जानते थे कि जो हुआ है वह सही नहीं हुआ है, लेकिन सुधार करने की आपमें हिम्मत नहीं थी, इरादा नहीं था। मेरे लिए देश का भविष्य ही सब कुछ है। राजनीतिक भविष्य कुछ नहीं होता है। हमारे संविधान निर्माताओं ने, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश की एकता के लिए कठिन फैसले लिए। लेकिन अनुच्छेद 370 और 35्र की वजह से रुकावटें भी आईं।
प्र्रधानमंत्री ने कहा आज पूरा देश कह सकता है- वन नेशन-वन कॉन्स्टिट्यूशन। जीएसटी के माध्यम से वन नेशन वन टैक्स के सपने को पूरा किया। पिछले दिनों वन नेशन-वन ग्रिड को सफलतापूर्वक किया। वन नेशन वन मोबिलिटी कार्ड की व्यवस्था की। आज देश में व्यापक रूप से चर्चा है, वन नेशन वन इलेक्शन।
प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन की घोषणा करते हुए कहा -आज मैं लाल किले से घोषणा करता हूं कि हम आने वाले दिनों में जल जीवन मिशन को लेकर आगे बढ़ेंगे। इसके लिए केंद्र और राज्य साथ मिलकर काम करेंगे और इसके लिए साढ़े 3 लाख रुपये से ज्यादा रकम खर्च करने का संकल्प है। जल संचय, जल सिंचन हो वर्षा के बूंद-बूंद पानी बचाने का काम हो, समुद्री पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट हो, माइक्रो इरिगेशन हो, पानी बचाने का काम हो,पानी का महत्व को समझें, हम लगातार प्रयास करें और इस विश्वास के साथ बढ़ें कि पानी के क्षेत्र में जितना काम हुआ है, अगले 5 साल में चार गुना तेजी से बढऩा है। हम और इंतजार नहीं कर सकते हैं।
जनसंख्या विस्फोट
प्रधानमंत्री ने देश की बढ़की जनसंख्या पर अपनी फिक्र भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अब हमारा देश उस दौर में पहुंचा है, जिसमें चुनौतियों को सामने से स्वीकार करना है। कभी राजनीतिक नफा-नुकसान के इरादे से हम निर्णय करते हैं। इससे देश का बहुत नुकसान होता है। हमारे यहां बेतहासा जनसंख्या विस्फोट हो रहा है। यह आने वाली पीढिय़ों के लिए अनेक संकट पैदा करता है। हमारे देश में एक जागरूक वर्ग है जो इस बात को भली-भांति समझता है वह अपने घर में शिशु को जन्म देने से पहले सोचता है कि मैं उसकी जरूरतों को पूरा कर पाऊंगा कि नहीं। आज भी स्वंय प्रेरणा से एक छोटा वर्ग परिवार को सीमित रखकर अपना भी भला करता है और देश की भलाई में भी बड़ा योगदान देता है। छोटा परिवार रखकर भी वे देशभक्ति करते हैं। हम भी उनसे सीखें। हमारे घर में किसी भी शिशु को आने से पहले हम सोचें कि जो शिशु हमारे घर में आएगा क्या उसकी जरूरतों के लिए हमने खुद को तैयार कर लिया है? क्या मैं उसे समाज के भरोसे छोड़ दूंगा। एक समाजिक जागरूकता की आवश्यकता है। समाज के बाकी वर्गों को जोड़कर हमें जनसंख्या विस्फोट की चिंता करनी होगी। राज्यों और केंद्र सरकार को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इस काम को करना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद हमारे देश को कल्पना से अधिक नुकसान किया है। दीमक की तरह हमारे जीवन में घुस गया है, इसको निकालने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, सफलताएं भी मिली हैं, लेकिन बीमारी इतनी गहरी है कि हमें और अधिक प्रयास करना होगा, सरकारी स्तर पर ही नहीं हर स्तर पर करना होगा। यह एक ऐसी बीमारी है, जिससे लगातार लडऩा होगा। पिछले 5 साल में, इस साल आते ही सरकार में बैठे बड़े-बड़े लोगों की छुट्टी कर दी गई, जो इसमें रुकावट बनते थे। -
दिल्ली। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने त्योहारी सीजन शुरु होने के पहले ही कर्मचारियों को तोहफे से नवाजा है।
केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को दिये जाने वाले महंगाई भत्ते यानी डीए में 5 फीसदी का इजाफा किया है । अब अगले महीने से सभी केंद्रीय कर्मचारियों को बढ़ी हुई सेलरी मिलेगी।
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को 12 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है। महंगाई भत्ते में पांच फीसदी का इजाफा होने से लाखों कर्मचारियों को 17 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हाल ही में किए परिवर्तनों से इन क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इससे वहां के लोगों को देश के अन्य भागों के नागरिकों की तरह अधिकार, सुविधाएं और विशेषाधिकार मिलेंगे।
73-वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के निवासी बहुत अधिक लाभान्वित होंगे। वे भी अब उन सभी अधिकारों और सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे जो देश के दूसरे क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को मिलती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बहुत ही विशेष मोड़ पर अपनी आजादी के 72 वर्ष पूरे कर रहा है। श्री कोविंद ने कहा कि देश को आजादी दिलाने वाली महान पीढ़ी ने केवल राजीनतिक अधिकार हासिल करने के बारे में ही नहीं सोचा था, बल्कि उन्होंने इसे राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकता की दूरगामी और व्यापक प्रक्रिया की ओर बढ़ता कदम माना था।
राष्ट्रपति ने हाल में संपन्न संसदीय सत्र पर प्रसन्नता व्यक्त की। लोक सभा और राज्य सभा दोनों ही सदनों में लम्बी निर्णायक बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किये गये और सभी दलों की ओर से सहयोग मिला तथा मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा की गयी। उन्होंने कहा-मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि संसद के हाल ही में संपन्न हुए सत्र में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों की बैठकें बहुत सफल रही हैं। राजनीतिक दलों के बीच परस्पर सहयोग के जरिए, कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए हैं। इस सफल शुरुआत से मुझे यह विश्वास हो रहा है कि आने वाले पांच वर्षों के दौरान संसद, इसी तरह से उपलब्धियां हासिल करती रहेगी। मैं चाहूंगा कि राज्यों की विधानसभाएं भी संसद की इस प्रभावी कार्य संस्कृति को अपनाएं।
राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि भारत कभी भी आलोचनात्मक समाज नहीं रहा। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा जीओ और जीने दो के सिद्धांत को मानता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का इतिहास, नियति, धरोहर और उसका भविष्य सभी में सह-अस्तित्व, सुलह-सफाई और मेलजोल का आधार है। देश के युवाओं के बारे में श्री कोविंद ने कहा कि हम युवाओं और भावी पीढिय़ों को जो सबसे बड़ा उपहार दे सकते हैं वह है -उन्हें प्रोत्साहित करना तथा उन्हें शिक्षा की कक्षाओं में जिज्ञासु बनाना।
श्री कोविंद ने समाज में आधारभूत सुविधाओं का सभी के लिए प्रयोग करने और उन्हें अधिक प्रभावी बनाने के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने कहा-देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए, सरकार अनेक बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रही है। गरीब से गरीब लोगों के लिए घर बनाकर और हर घर में बिजली, शौचालय तथा पानी की सुविधा देकर, सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत बना रही है। हर देशवासी के घर में नल के जरिए पीने का पानी पहुंचाने, किसान भाई-बहनों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने और देश में कहीं बाढ़ तो कहीं सूखे की समस्या का प्रभावी समाधान करने के लिए जल-शक्ति के सदुपयोग पर विशेष बल दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि आधारभूत ढांचों से लाभान्वित होना और इन्हें सुरक्षित रखना, कड़ी मेहनत से प्राप्त आजादी का एक दूसरा पहलू होगा।