कोटवारों के लिए 15 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ, कलेक्टर व एसपी ने पुलिस लाइन में किया उद्घाटन
-कानून व्यवस्था, साइबर क्राइम, पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
मुंगेली। जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कोटवारों की भूमिका को अधिक प्रभावी और सशक्त बनाने के उद्देश्य से आज रक्षित केंद्र मुंगेली में “पहल” योजना के तहत 15 दिवसीय विशेष आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कलेक्टर कुन्दन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने माँ सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के 45 वर्ष से कम उम्र के कोटवारों को कानून व्यवस्था, साइबर क्राइम, राजस्व प्रकरण, आपदा प्रबंधन, यातायात, पर्यावरण संरक्षण, भीड़ प्रबंधन एवं शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण को चार बैचों में विभाजित किया गया है। इसमें फिजिकल फिटनेस के लिए दौड़, योगा, पीटी और खेलकूद की गतिविधियां भी शामिल की गई हैं।
“कोटवार शासन-प्रशासन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं” – कलेक्टर कुन्दन कुमार
कलेक्टर कुन्दन कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोटवार प्रशासन की आँख और कान होते हैं। वे गांवों की गतिविधियों के प्रमुख सूचनाकर्ता हैं और शासन की योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि कोटवारों को सकारात्मक वातावरण बनाते हुए सूचनाओं को समय पर प्रशासन तक पहुंचाना चाहिए, जिससे शासन की योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुँचे। उन्होंने इस प्रशिक्षण को प्रदेश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल बताया।
“प्रशासन की सफलता में कोटवारों की अहम भूमिका” – पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि प्रशासन का कार्य केवल योजना बनाना नहीं, बल्कि उनका प्रभावी क्रियान्वयन भी है, जिसमें कोटवारों की भूमिका बेहद अहम है। उन्होंने कोटवारों से प्रशिक्षण के हर पहलू को गंभीरता से लेने और तकनीकी सोच विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि जिले में सुशासन तिहार, मिशन 90 प्लस, आयुष्मान कार्ड वितरण जैसे अभियानों में उल्लेखनीय सफलता मिली है, और अब कोटवारों का प्रशिक्षण इस दिशा में एक और मजबूत कदम है।
वनमण्डलाधिकारी अभिनव कुमार ने इसे कोटवारों के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में अपनी तरह का पहला व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम बताया। उन्होंने कोटवारों से पर्यावरण संरक्षण, जल संचयन और वृक्षारोपण के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने की अपील की।
कार्यक्रम में अतिरिक्त कलेक्टर निष्ठा पांडेय तिवारी ने कोटवारों को शासन का प्रत्यक्ष प्रतिनिधि बताते हुए उनके कार्यों की जनहित से सीधी जुड़ाव की बात कही। जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पांडेय ने जल संरक्षण और वृक्षारोपण अभियान में कोटवारों की सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया।
एसडीओपी मयंक तिवारी ने इसे कोटवारों को प्रशासनिक, तकनीकी और विधिक दृष्टि से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर मेनका प्रधान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा, एसडीएम मुंगेली पार्वती पटेल, उप पुलिस अधीक्षक एस.आर. घृतलहरे, रक्षित निरीक्षक नरगिस क्रिस्ट तिग्गा सहित जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं जिलेभर से आए ग्राम कोटवार उपस्थित थे।
Leave A Comment