स्वर कोकिला लता मंगेशकर के वो पांच गाने, जो रिलीज़ नहीं हो पाए थे...
स्वर कोकिला लता मंगेशकर भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके संगीत ने उन्हें अमर बना दिया है। उन्होंने कई दशकों तक संगीत जगत को समृद्ध किया। हर वक्त, हर मौसम के लिए हमें कोई-न-कोई गाना दिया, फिर चाहे वो मन को मीठा-सा लगने वाला लग जा गले... हो, या खंडहरों में हेमा मालिनी पर फिल्माया नाम गुम जाएगा , या प्यार के मायने समझाता हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू..। उनके गाने हमारे हर पल के साथी हैं। आज हम आपको लता मंगेशकर के उन गानों की के बारे में बता रहे हैं, जो ऑफिसियल कभी रिलीज नहीं हो पाए। कुछ गाने फिल्म में शामिल ही नहीं किए गए या फिर फिल्म ही बंद हो गई। लेकिन यूट्यूब पर आप ये गाने सुन सकते हैं।
1. जो दर्द दिया तुमने, गीतों में पिरो लेंगे
रविंद्र जैन अपने लिखे और कम्पोज़ किए इस गाने को लेकर काफी पज़ेसिव थे। वे चाहते थे कि इस धुन को किसी गायक की आवाज़ न छुए, सिवाय लता जी की आवाज़ के। हालांकि, किसी वजह से ये गाना जिस फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया गया था, कभी उसका हिस्सा नहीं बन पाया। 25 सितंबर, 2020 को दिवंगत कम्पोजऱ रविंद्र जैन के नाम से चल रहे ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर ये गाना रिलीज़ किया गया। साथ ही रविंद्र जैन की वो याद शेयर की गई, जो उन्होंने इस गाने को लेकर लिखी थी। उन्होंने लिखा.....
मैं बंबई आया था एक सपना लेकर। वो मुंबई जहां विश्व की सबसे सुरीली आवाज़ बसती है। जिसके कंठ में सरस्वती साक्षात बोलती है। वह आवाज़ है स्वर-सम्राज्ञी लता मंगेशकर की आवाज़। समय के साथ मेरा सपना भी पूरा हुआ, मैं जिस दिन प्रभुकुंज (लता दीदी के निवास) की सीढिय़ां चढ़ रहा था, उस दिन मुझे लग रहा था कि मैं उन्नतियों की सीढिय़ों पर चढ़ रहा हूं. क्योंकि वहां लता जी रहती हैं। लता जी को गाना सुनाया, जो उन्हें बहुत अच्छा लगा। गीत सुनकर लता जी ने आशीर्वाद दिया। उस गीत की रिकॉर्डिंग फेमस स्टूडियो ताड़देव में हुई। रिकॉर्डिंग के बाद लता दीदी ने बैठकर पूरा गीत सुना और खूब सराहना भी की। जबकि अक्सर लता जी गाना रिकॉर्ड करने के बाद चली जाती थीं, सुनने के लिए नहीं रुकती थीं. लेकिन वह गीत उन्होंने सुना।
2. तुम मेरी जि़ंदगी में कुछ....
आर.डी. बर्मन और लता मंगेशकर की जोड़ी ने अनेक सदाबहार गाने दिए. जैसे अमर प्रेम का रैना बीती जाए, या फिर आंधी फिल्म का तेरे बिना जि़ंदगी से कोई शिकवा तो नही। इस जोड़ी ने एक ऐसा गाना भी बनाया था, जो ओरिजिनली रिलीज़ नहीं हो पाया था। 1972 में आई बॉम्बे टू गोवा के लिए लता मंगेशकर ने तुम मेरी जि़ंदगी में कुछ नाम का गाना रिकॉर्ड किया था। जो किसी कारणवश फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाया था। हालांकि, इस गाने को बाद में रिलीज़ किया गया और आप इसे आसानी से सुन सकते हैं।
3. ठीक नहीं लगता.....
नाइंटीज़ अलबम में संगीतकार विशाल भारद्वाज ने गुलज़ार का लिखा एक गीत कम्पोज़ किया था, टाइटल था ठीक नहीं लगता। आवाज़ थी दी लता मंगेशकर ने। हालांकि, जिस फिल्म के लिए ये गाना रिकॉर्ड किया गया वो कभी बन नहीं पाई। इस वजह से ये गाना भी हमेशा के लिए डिब्बाबंद हो गया। इस बात को कई साल बीत गए। विशाल भारद्वाज ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने इस गाने की रिकॉर्डिंग ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। फिर एक दिन 2018 में उनके पास अचानक एक कॉल आया। ये कॉल उस स्टूडियो से था जहां ठीक नहीं लगता.. गीत रिकॉर्ड किया गया था। उन्होंने कहा कि हम अपना स्टूडियो बंद कर रहे हैं। आप के नाम का एक टेप मिला है, अगर लेना हो तो ले लीजिए वरना हम फेंक देंगे। उस टेप में कई गाने थे और उन्हीं में से एक था लता जी का गाया ये गाना। विशाल भारद्वाज ने उस गाने को रीट्रीव किया और रीऑर्कस्ट्रेट कर 28 सितंबर, 2021 यानी लता मंगेशकर के जन्मदिन पर वीबी यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ किया। गाने का वीडियो लता जी को ट्रिब्यूट देता है। जहां स्क्रीन पर उनकी लाइफ से जुड़ी बातें दिखाई देती हैं कि कैसे उनका बचपन में नाम हेमा था और उनका नाम लता उनके पिता के एक प्ले के किरदार लतिका के नाम पर पड़ा।
4. ये हसीन रात...
फस्र्ट पोस्ट के सुभाष झा को दिए एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने बताया कि पाकीज़ा के डायरेक्टर कमाल अमरोही मजनून नाम की फिल्म बना रहे थे। फिल्म के लिए खय्याम ने एक गीत कम्पोज़ किया था, ये हसीन रात..., जिसे लता मंगेशकर और येसुदास ने मिलकर गाया था। बाद में कमाल को ये फिल्म बंद करनी पड़ी, जिस वजह से ये गाना भी कभी रिलीज़ नहीं हो पाया। उसी इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने बताया कि पाकीज़ा के लिए ग़ुलाम मोहम्मद ने कई गाने कम्पोज़ किये थे, जिन्हें लता जी ने अपनी आवाज़ दी थी। उन्होंने बताया कि वह गाने बेहद खूबसूरत थे, लेकिन कभी उन्हें फिल्म में इस्तेमाल नहीं किया गया।
5. आज दिल पे कोई ज़ोर चलता नहीं
सुभाष झा को दिए इंटरव्यू में लता जी ने बताया था कि वो रिकॉर्डिंग के बाद अपने गाने नहीं सुनती थीं। एक रिकॉर्डिंग से दूसरी पर शिफ्ट हो जातीं। इसलिए उन्हें कभी पता नहीं चलता था कि उनका कौन सा गाना फिल्म में इस्तेमाल होगा या नहीं। संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी के लिए उन्होंने एक गाना रिकॉर्ड किया। फिल्म थी मिलन। गाना था आज दिल पे कोई ज़ोर चलता नहीं...। लता जी ने बताया कि वो गाना कम्पोजऱ जोड़ी के फेवरेट गानों में से एक था। फिल्म मिलन में उस गाने को इस्तेमाल नहीं किया गया, हालांकि बाद में अलग से रिलीज़ कर दिया गया था।
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