स्वाद में कड़वा होने के बावजूद सेहत के लिए फायदेमंद है करेला
घरों में करेला एक ऐसा नाम है, जिसे सुनते ही अक्सर लोग नाक-भौंह सिकोड़ने लगते हैं। इसका कसैला और तीखा कड़वा स्वाद ही वह मुख्य कारण है, जिसकी वजह से बहुत से लोग इसे अपनी थाली से दूर ही रखना पसंद करते हैं। लेकिन, अगर आप स्वाद से हटकर सेहत के फायदों पर गौर करें, तो स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह कड़वा करेला असल में प्रकृति का एक अनमोल उपहार है, जो कई गुणों का भंडार है।
आयुर्वेद से लेकर आधुनिक विज्ञान तक सभी करेले को उसके अद्भुत औषधीय गुणों के लिए सराहते हैं। इसमें मौजूद विटामिन, खनिज और कुछ खास तत्व इसे कई बीमारियों से लड़ने और हमें स्वस्थ रखने में बहुत मदद करते हैं। आइए अब हम करेले के ऐसे चार बड़े फायदों के बारे में जानते हैं, जो शायद आपको इसके कड़वेपन को भूलकर इसे अपनी डाइट में शामिल करने के लिए मजबूर कर दें।
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक
डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें पॉलीपेप्टाइड-पी नामक एक इंसुलिन-जैसे प्रोटीन होता है, जो प्राकृतिक रूप से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, करेले में चैरेंटिन और मोमोर्डिसिन जैसे यौगिक भी होते हैं जो ग्लूकोज के उपयोग को बढ़ाते हैं और शरीर की कोशिकाओं में ग्लूकोज के अवशोषण को बढ़ावा देते हैं। नियमित रूप से करेले का सेवन, खासकर करेले का जूस, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों में ब्लड शुगर को स्थिर रखने में सहायक हो सकता है।
पाचन तंत्र को मजबूत
करेला फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत जरूरी है। फाइबर भोजन को आसानी से पचाने में मदद करता है, कब्ज की समस्या को दूर करता है और जिससे पेट साफ रहता है और पाचन संबंधी समस्याएं कम होती हैं।
खून साफ करता है
इसके अलावा, करेले को एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर माना जाता है। यह लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। करेले का नियमित सेवन रक्त को शुद्ध करने में भी सहायक होता है, जिससे शरीर अंदर से स्वच्छ और स्वस्थ रहता है।
वजन घटाने के लिए फायदेमंद होता है
जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए करेला एक अच्छा विकल्प है। इसमें कैलोरी बहुत कम होती है और फाइबर बहुत ज्यादा होता है। फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे आप कम खाते हैं और अनावश्यक स्नैकिंग से बचते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है, जिससे शरीर अधिक कैलोरी बर्न करता है।
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