गलत आदतों से होता है पीठ और कमर दर्द ... जाने कैसे पाएं छुटकारा
पीठ और कमर दर्द की समस्या आजकल आम हो चुकी है। इसका सबसे बड़ा कारण है रीढ़ की हड्डी से जुड़ी दिक्कतें। आप किस तरह से बैठते हैं, चलते हैं या सोते हैं- इन तीनों का रीढ़ की हड्डी पर अच्छा और बुरा दोनों तरह का असर देखने को मिलता है., लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ गलत आदतों की वजह से हगी लोगों को आए दिन कमर और पीठ में दर्द की शिकायत रहती है। जानिए किन आदतों के कारण यह समस्या होती है-
1. डेस्क जॉब या बहुत देर तक एक ही जगह पर बैठे रहना
अगर आप भी डेस्क जॉब करते हंै और घंटों तक अपनी सीट से उठ भी नहीं पाते तो निश्चित तौर पर आपकी इस आदत का रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ेगा। लंबे समय तक एक ही जगह पर एक ही पोजिशन में बैठे रहने से पीठ और कमर की मांसपेशियों, गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ता है जिससे कुछ समय बाद वहां पर दर्द होने लगता है। इसके लिए आप कितनी ही आरामदेह कुर्सी इस्तेमाल करें, लेकिन अगर आप लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहेंगे तो आपका दर्द ठीक नहीं होगा। इसलिए हर 30 मिनट बाद अपनी जगह से उठें, 2-3 मिनट के लिए स्ट्रेचिंग करें और फिर वापस बैठ जाएं।
2. गलत पॉस्चर आपकी रीढ़ का है दुश्मन
कई लोगों को आपने देखा होगा कि जब वे कम्प्यूटर या लैपटॉप के सामने बैठकर काम करते हैं तो उनकी पीठ और कंधा झुक जाता है। बहुत से लोग स्मार्टफोन यूज करने के दौरान भी लगातार अपनी गर्दन को झुकाकर रखते हैं। अगर लंबे समय तक इसी गलत पॉस्चर में बैठकर काम करें तो इसका रीढ़ पर बुरा असर पड़ता है और रीढ़ धीरे-धीरे सिकुडऩा शुरू हो जाती है जिससे न सिर्फ पीठ और कमर में दर्द होता है बल्कि शरीर की बनावट भी खराब हो जाती है. इसलिए हमेशा सीधे खड़े हों, पीठ और कमर को सीधा रखते हुए बैठें और योग करें। योग से पॉस्चर सही करने में मदद मिलती है।
3. धूम्रपान करने से भी रीढ़ को होता है नुकसान
अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो आपको पीठ और कमर में दर्द होने का खतरा 3 गुना अधिक होता है । इसका कारण ये है कि ज्यादातर लोग इस बात को समझ ही नहीं पाते कि किस तरह स्मोकिंग, सिर्फ लंग्स को ही नहीं बल्कि हड्डियों को भी प्रभावित करता है और रीढ़ की हड्डी में मौजूद डिस्क, समय से पहले ही कमजोर होने लगता है। साथ ही स्मोकिंग की वजह से रीढ़ में खून का फ्लो भी कम हो जाता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
4. भारी बैगपैक का इस्तेमाल करना
जब बात बैक पेन की आती है तो इसके लिए भारी बैगपैक को भी जिम्मेदार माना जाता है। कंधे पर बैग टांगने की वजह से पीठ और कमर पर जोर पड़ता है और मांसपेशियां जो रीढ की हड्डी को सपोर्ट करती हैं, वे थक जाती हैं। वैसे बच्चे जो अपने बैगपैक में बहुत सारी किताबें भरकर उन्हें भारी कर लेते हैं उन्हें यह दिक्कत ज्यादा हो सकती है।
5.हाई हील्स से बचें
बहुत सी महिलाओं को हाई हील्स पहनना बहुत पसंद होता है , लेकिन जाने अनजाने उनकी यही आदत उन्हें कमर दर्द भी दे देती है। कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि हाई हील्स स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी की नैचरल अलाइनमेंट (संरेखन) को बदल देती है जिससे भविष्य में पीठ और कमर दर्द होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा रोजाना नियमित रूप से हील्स पहनने की वजह से रीढ़ के साथ ही वर्टेब्रा यानी कशेरुकी डिस्क को भी नुकसान पहुंचता है।
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