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- -छत्तीसगढ़ के शिक्षा के क्षेत्र में मजबूती देने के लिए हो रही राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों की स्थापना-नटवर स्कूल के शाला प्रवेशोत्सव में छात्रों से किया संवादरायपुर,। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने स्कूली बच्चों से शाला प्रवेश उत्सव में संवाद करते हुए कहा कि केवल डिग्री के लिए पढ़ाई करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि व्यवहारिक ज्ञान और जीवनोपयोगी स्किल्स ही असली सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने कहा कि जो छात्र लगातार सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं, वही जीवन में आगे बढ़ते हैं। श्री चौधरी आज जिला मुख्यालय रायगढ़ के नटवर इंग्लिश मीडियम स्कूल में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में शामिल हुए। कार्यक्रम में उन्होंने नवप्रवेशी बच्चों को पुस्तकें और गणवेश वितरित किए और उन्हें नए शिक्षण सत्र के लिए शुभकामनाएं दीं।वित्त मंत्री श्री चौधरी ने अपनी स्कूली शिक्षा का स्मरण करते हुए बताया कि कैसे एक बार रटकर नहीं, समझकर लिखने की सलाह ने उनके सोचने और अभिव्यक्ति की दिशा बदल दी। यही आदत उनके लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी की मजबूत नींव बनी। उन्होंने कहा कि उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि शिक्षा के माध्यम से कोई भी व्यक्ति किस मुकाम तक पहुंच सकता है, एक छोटे से गांव बायंग से निकलकर पहले कलेक्टर और आज प्रदेश के वित्त मंत्री का दायित्व संभालना इसी का प्रमाण है।वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र को मजबूती देने के लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों की स्थापना पर जोर दे रही है। हाल ही में गृहमंत्री श्री अमित शाह ने नवा रायपुर में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी है। राज्य में पहले से ही आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, ट्रिपल आईटी, सीपेट, एनआईएफटी और हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसी संस्थाएं संचालित हो रही हैं।वित्त मंत्री ने कहा कि छात्रों के मार्गदर्शन और अध्ययन संसाधनों को बेहतर बनाने के लिए नालंदा लाइब्रेरी नेटवर्क की स्थापना की जा रही है। रायगढ़ में प्रदेश की सबसे बड़ी नालंदा लाइब्रेरी बनने जा रही है, जहां प्रयास संस्था का संचालन भी किया जा रहा है। उन्होंनेे छात्रों से इन संसाधनों का अधिकतम लाभ लेने और कठिन परिश्रम के साथ अपने सपनों को साकार करने का आह्वान किया।कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, महापौर श्री जीवर्धन चौहान ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थी।
- -तमनार में आयोजित जिला स्तरीय पशु मेला में शामिल हुए वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी-1 करोड़ से अधिक की लागत से विकास कार्यों का किया शिलान्यास-पशुपालकों को किया सम्मानित, तेंदूपत्ता संग्राहकों को वितरित किया चरण पादुकारायपुर ।रायगढ़ जिले के तमनार में आज पशुधन विकास विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय पशु मेला, उत्सव एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने एक करोड़ से अधिक की लागत से विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने पशुपालकों को सम्मानित किया तथा तेन्दूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका प्रदान की।अपने संबोधन में वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार इन पशुपालकों के साथ खड़ी है और उन्हें हर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के बाद से ही किसानों और श्रमिकों की आर्थिक स्थिति में सुधार की दिशा में सतत कार्य किया जा रहा है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए समर्थन मूल्य 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए किया गया है और चरण पादुका योजना की पुनः शुरुआत की गई है।मंत्री श्री चौधरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख रुके हुए आवासों को स्वीकृति दी है और आज प्रदेश के गांव-गांव में आवास निर्माण का कार्य हो रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि तमनार ब्लॉक में लगभग 8,400 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिससे यहां के हजारों परिवारों को पक्की छत का सपना साकार हो रहा है।वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत प्रदेश के श्रद्धालुओं को दर्शन का अवसर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से श्महतारी वंदन योजनाश् प्रारंभ की गई है, जिससे महिलाएं अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने बताया कि सारंगढ़ की महिलाओं ने इस योजना की राशि से भगवान श्रीराम का मंदिर बनवाया है, जो इस योजना की सफलता का उदाहरण है। उन्होंने महिलाओं को सुकन्या समृद्धि योजना की जानकारी भी दी और महतारी वंदन योजना की राशि को इस योजना में जमा करने के लिए प्रेरित किया।वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने तमनार में एक करोड़ 37 हजार रुपये की लागत से स्वीकृत विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इसमें स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय तमनार में अतिरिक्त कक्षों का निर्माण, ग्राम पंचायतों में सामुदायिक भवन, छात्रावासों में किचन शेड, अहाता और अधीक्षक आवास निर्माण जैसे कार्य शामिल हैं।वित्त मंत्री ने विभागीय पशु प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और पशुपालकों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने पशुधन, नस्ल, आहार और स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी भी प्राप्त की और पशुपालकों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को सामग्री वितरित किए। तेंदूपत्ता संग्राहकों को चेक और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभान्वित हितग्राहियों को गृह प्रवेश की चाबी सौंपी गई। महिलाओं को चरण पादुका प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।इस अवसर पर वित्त मंत्री ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत स्वामी आत्मानंद स्कूल परिसर, तमनार में जामुन का पौधा रोपित किया। कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, श्रीमती सुनीति राठिया, श्री सत्यानंद राठिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदारद सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
- रायपुर । राज्य शासन ने भारतीय पुलिस सेवा संवर्ग के 9 अधिकारियों की नवीन पदस्थापना के आदेश जारी कर दिए हैं।देखें सूची.....
- रायपुर। नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त ृ विश्वदीप और मुख्य अभियंता यू. के. धलेन्द्र के निर्देश पर नगर निगम अधीक्षण अभियंता राजेश राठौर ने नगर पालिक निगम के 35 नए उप अभियंताओं को मैजरमेंट बुक रिकार्ड, निविदा प्रक्रिया एवं गुड कंस्ट्रक्शन प्रेक्टिसेज पर आधारित कार्यशाला में तकनीकी तकनीकी जानकारी दी।निगम सामान्य सभा सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में कार्यपालन अभियंता अंशुल शर्मा जूनियर,सहित सहायक अभियंता शैलेन्द्र पटेल, उप अभियंता अर्जिता दीवान उपस्थित थे।
- - देश का संविधान सर्वोपरि है जिसे आज से 50 वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा रौंदा गया- लोकतंत्र के प्रहरी और उनके परिजनों का किया गया सम्मान- संविधान हत्या दिवस के अवसर पर हुए विविध आयोजनदुर्ग, / वर्ष 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन सरकार द्वारा संपूर्ण देश में आपातकाल लगाया गया था। इस अपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आज संविधान हत्या दिवस के तौर पर मनाया गया। इस दौरान जिले के लोकतंत्र प्रहरी और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया, साथ ही आपातकाल पर परिचर्चा की गई। इस अवसर पर तिरंगा यात्रा निकाली गई और छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम 1975 काल के आपातकाल दौर को रेखांकित किया गया। कार्यालय लोक निर्माण विभाग के सभागार में आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्री विजय बघेल तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर विधायक श्री गजेन्द्र यादव और श्री ललित चन्द्राकर उपस्थित थे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ तेलघानी आयोग के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री श्री जागेश्वर साहू एवं श्रीमती रमशीला साहू, श्री सतीश कौशिक और गणमान्य नागरिक मौजूद थे। इस विशेष अवसर पर लोकतंत्र प्रहरी श्री लक्ष्मीनारायण रॉठी और श्री रामचंद चिन्तामणी पाटणकर तथा लोकतंत्र प्रहरी के परिजन श्री विशाल राजहंस, डॉ. शरद पाटणकर, श्री राम पाटणकर, श्री मनोज जैन एवं श्री छत्रपाल चन्द्राकर को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर आयोजित परिचर्चा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद श्री विजय बघेल ने कहा कि आज से 50 वर्ष पूर्व की घटना को याद कर, मन पीड़ा से भर जाता है। तत्कालीन शासक द्वारा संविधान को दरकिनार कर लगाये गये आपातकॉल से हर वर्ग परेशान थे। आज उनकी बाते सुने तो दिल दहल जाता है। सांसद श्री बघेल ने कहा कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस के अगुवायी में ही भारतीय संविधान तैयार किया गया, लेकिन तत्कालीन शासक ने संविधान की हत्या कर देश को फिर गुलाम बना दिया। न्यायपालिका, पत्रकारिता जो भी विरोध में आये क्रूरतापूर्वक दमन किया गया। सांसद श्री बघेल ने कहा कि सन् 1975 बाद के नई पीढ़ी को देश की पीड़ा को अवगत कराने यह आयोजन किया गया। आज देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। देश की अर्थव्यवस्था विश्व के चौथे क्रम पर आ गई है। उन्होंने आयोजन के लिए जिला प्रशासन को साधुवाद दिया।विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि आज सेे 50 वर्ष पूर्व भारतीय संविधान की हत्या कर दी गई। तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा देश में आपातकॉल लागू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान मेरे पिता जी भी पन्द्रह दिनों के लिए जेल में बंद रहे, वहीं बड़े भैया जी अट्ठारह माह के लिए जेल में बंद थे। आज हम भारतीय इतिहास के काला दिन का वर्षगांठ मना रहे हैं। विधायक श्री ललित चन्द्राकर ने कहा कि लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला आपातकॉल का तत्कालीन समय में सभी वर्ग ने इसका विरोध किया। इसका सुखद परिणाम वर्ष 1977 के चुनाव में आपातकॉल के विरूद्ध बहुत बड़ी जनादेश मिला। इस अवसर पर लोकतंत्र प्रहरी के परिजन श्री मनोज जैन, डॉ. शरद पाटणकर ने आपातकॉल के दौरान जो कष्ट उनके परिजनों ने झेले और अपनी व्यथा शेयर किये।कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि संविधान देश का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। देश की आजादी के समय देश कई रियासतों में बटा था। अंग्रेजों को संदेह था कि कभी भारत एक देश बन पाएगा। लेकिन आज हम जिस मजबूती से खड़े हैं संविधान का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने अवगत कराया कि भारतीय संविधान में ही ऐसी शक्तियां प्रदत्त की गई है, उन शक्तियों का प्रयोग करते हुए आज से 50 वर्ष पूर्व 25 जून 1975 को आपातकॉल लागू किया गया। जिसकी आज हम 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। आयोजन के दौरान आपातकॉल पर आधारित लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, जिला पंचायत के सीईओ श्री बजरंग दुबे, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शिल्ली थामस एवं श्री हरवंश सिंह मिरी, डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम ध्रुव सहित अन्य विभागों के अधिकारी, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट्स गाइड के विद्यार्थी, मीडिया के प्रतिनिधि और गणमान्य उपस्थित थे।
- - सम्मान पाकर अभिभूत हुए मीसाबंदीबिलासपुर /केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में मीसा बंदियों एवं लोकतंत्र सेनानियों को शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया। आपातकाल की 50 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में सम्मान पाकर लोकतंत्र सेनानी अभिभूत हो गए। आपातकाल के काले अध्याय विषय पर आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी का भी केन्द्रीय मंत्री ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक श्री धरमलाल कौशिक, विधायक श्री धर्मजीत सिंह, महापौर श्रीमती पूजा विधानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी एवं जिला अध्यक्ष श्री दीपक सिंह सहित लगभग 40 लोकतंत्र सेनानी उपस्थित थे।कार्यक्रम के दौरान श्री साहू ने कहा कि मीसा बंदियों ने आपातकाल के कठिन समय में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए जो संघर्ष किया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने अपने अद्वितीय संघर्ष एवं बलिदान हमारे देश की आजादी एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे अपने जीवन को खतरे में डालकर लोकतंत्र और मनवाधिकार की रक्षा के लिए काम किया है। उन्होंने हमे सिखाया है कि हमें अपने अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। मीसा बंदियों से आपातकाल के दौरान घटी घटनाओं के विषय में भी जाना। मीसा बन्दी परिवार की श्रीमती भावना पाठक ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि आपातकाल के समय उनकी माता जी को पुणे के यरवदा जेल में निरूद्ध रखा गया था। परिवार में पन्द्रह दिन बाद बड़ी बहन की शादी थी, तब भी माता जी को जमानत नहीं दी गई। आपातकाल के दौरान बिना कारण के लाखों लोगों को बिना कारण के जेल में डाल दिया गया। मीसाबंदी संघ बिलासपुर के अध्यक्ष श्री गोवर्धन गुलहरे ने भी आपातकाल के अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का सफल संचालन सौरभ सक्सेना ने किया। जिला प्रशासन की ओर से श्री एसपी दुबे अपर कलेक्टर ने अतिथियों का सम्मान एवं आभार व्यक्त किया।केन्द्रीय मंत्री ने किया छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभकेन्द्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर लगाई गई छाया चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। छायाचित्र प्रदर्शनी में आपातकाल कालखंड के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों, जनआंदोलनों, सेंसरशिप, और लोकतंत्र की रक्षा के लिए किए गए संघर्षों को दर्शाया गया। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह दिवस हमें लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की महत्ता का पुनः स्मरण कराता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे संविधान की रक्षा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए सदैव सजग रहें। इस अवसर पर सभी ने छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से उस कालखंड की घटनाओं को गंभीरता से देखा और लोकतंत्र की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
- दुर्ग, / एकीकृत बाल विकास परियोजना भिलाई 02 के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में रिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका पद के लिए 26 जून 2025 से 10 जुलाई 2025 तक आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। जिसमें आंगनबाड़ी केन्द्र नगर पालिक निगम भिलाई के कुंदरापारा वार्ड क्रमांक 24 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सिरसाकला वार्ड क्रमांक 36 में आंगनबाड़ी सहायिका की रिक्त पदों की भर्ती की जानी है। आवेदन सीधे अथवा पंजीकृत डाक से एकीकृत बाल विकास परियोजना भिलाई 02 नगर पालिक निगम भिलाई-चरोदा रोड भिलाई 03 को भेजे जा सकते हैं।आंगनबाड़ी में भर्ती हेतु प्रक्रिया आवेदिका की आयु 18 से 44 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। (एक वर्ष या अधिक सेवा करने का अनुभव रखने वाली कार्यकर्ता / सहायिका / सह-सहायिका/संगठिका को आयु सीमा में 03 वर्ष की छुट दी जाएगी ।) आवेदिका उसी वार्ड की स्थायी निवासी होना चाहिए। जिस वार्ड में आंगनबाड़ी केन्द्र स्थित है। निवासी होने के प्रमाण में (1) वार्ड की अद्यतन मतदाता सूची में दर्ज नाम एवं नगरीय क्षेत्र में होने पर संबंधित वार्ड की अद्यतन मतदाता सूची में नाम दर्ज हो तो आवेदन पत्र में उसके कमांक का उल्लेख कर प्रतिलिपि लगायी जाए अथवा (2) वार्ड पार्षद अथवा पटवारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र जिसमें वार्ड में निवासरत रहने का पता सहित स्पष्ट उल्लेख हो, मान्य किया जाएगा। आवेदिका की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए 12वीं और सहायिका के लिए 08वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
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- संविधान की हत्या आपातकाल के दंश को सहन करने वाले नागरिकों तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को पुर्नस्थापित करने के लिए संघर्ष करने वाले मीसा बंदियों के सम्मान में किया गया रैली का आयोजन
- वर्ष 1975 में आपातकाल के समय राजनांदगांव के लोकतंत्र सेनानी मीसा बंदी एवं उनके परिजनों को किया गया सम्मानित
- लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने एवं संविधान के संरक्षण के लिए आपातकाल के दुष्परिणाम को बताया गया
- संविधान की हत्या आपातकाल पर आधारित फोटो प्रदर्शनी लगाई गई
- आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आपातकाल से प्रभावित जन नेताओं, पत्रकारों एवं नागरिकों के सम्मान में उस कालखंड को याद करते हुए मनाया गया यह दिन
राजनांदगांव । लोकतंत्र की हत्या आपातकाल तथा संविधान की हत्या आपातकाल के दंश को सहन करने वाले को स्मरण करने तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को पुनस्थापित करने के लिए संघर्ष करने वाले लोगों के सम्मान में आज रैली का आयोजन किया गया। रैली गुरूद्वारा से प्रारंभ होते हुए शहर के नगर पालिक निगम राजनांदगांव के टाऊन हाल पहुंची। इस अवसर पर संविधान की हत्या आपातकाल पर आधारित फोटो प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिसका नागरिकों ने अवलोकन किया। इस दौरान वर्ष 1975 में आपातकाल के समय राजनांदगांव के लोकतंत्र सेनानी मीसा बंदी जिन्होंने जेल में बंदी के रूप में यातना झेली उन्हें तथा उनके परिजनों को सम्मानित किया गया।
महापौर श्री मधुसूदन यादव ने कहा कि भारतीय संविधान देश की आत्मा है और भारतीय संविधान के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने 1975 से 1977 की समयावधि में आपातकाल लागू कर संविधान की हत्या की थी। 1971 के आम निर्वाचन में श्रीमती इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनी। तत्कालीन जननेता श्री जयप्रकाश नारायण ने उच्च न्यायालय में इस निर्वाचन के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। उच्च न्यायालय द्वारा यह निर्णय लिया गया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने श्री जय प्रकाश नारायण को निर्वाचन में हराने के लिए सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया था तथा उन्हें दोषी पाया गया। उन्हें 6 साल के लिए किसी भी निर्वाचित पद पर आसीन होने से वंचित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि संविधान की धारा 352 अंतर्गत राष्ट्र में आपातकालीन परिस्थितियों में आपातकाल लगाया जा सकता है, लेकिन अपने पद का दुरूपयोग करते हुए व अपनी सत्ता बचाने के लिए उन्होंने देश में आपातकाल की घोषणा की थी। इस दौरान नागरिकों के विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा मौलिक अधिकारों का हनन किया गया। आपातकाल के दौरान लोगों में भय एवं असुरक्षा का माहौल रहा तथा देश के बड़े नेताओं एवं नागरिकों ने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष किया। 1977 की आम निर्वाचन में देश की जनता ने वोट के माध्यम से आपातकाल का विरोध किया। आपातकाल के दौरान बड़ी संख्या में नागरिकों, पत्रकारों, नेताओं को मीसा में बंद किया गया था। उनके स्मरण में आज लोकतंत्र की हत्या आपातकाल दिवस मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी मीसा बंदी श्री कुलवंत सिंह कक्कड़, मीसा बंदी की पत्नी श्री निर्वाणी की पत्नी श्रीमती बसंतलता निर्वाणी, मीसा बंदी श्री धनुकलाल के पोते एवं परिजनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाज सेवी श्री कोमल सिंह राजपूत, अपर कलेक्टर श्री प्रेम प्रकाश शर्मा, नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं नागरिक उपस्थित रहे। इस अवसर पर संविधान की हत्या आपातकाल को घटना क्रम को वीडियो के माध्यम से दिखाया गया तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने एवं संविधान के संरक्षण के लिए आपातकाल के दुष्परिणाम को बताया गया। आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आपातकाल से प्रभावित जन नेताओं, पत्रकारों एवं नागरिकों के सम्मान में उस कालखंड को याद करते हुए यह दिन मनाया जा रहा है। -
-राजनांदगांव शहर में यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने तथा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम पर फोकस
- सड़कों में अतिक्रमण हटाने के कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश
- पार्किंग व्यवस्था पर ध्यान केन्द्रित करते हुए कार्य करने की आवश्यकता
- शहर में सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए चालान काटने की कार्रवाई करें
- सड़क दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए ऐसे चिन्हांकित स्थानों में सुधारात्मक कार्य, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन से संबंधित बोर्ड लगाने की आवश्यकता
राजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजनांदगांव शहर में यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने तथा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के दृष्टिगत अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि शहर में यातायात तथा पार्किंग व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए स्थायी तौर पर स्थायी समाधान की दिशा में आगे बढऩा है। उन्होंने सड़कों में अतिक्रमण हटाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के कारण आवागमन बाधित होता है, अतिक्रमण हटाने से यातायात व्यवस्था में होने वाली समस्या का समाधान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि पार्किंग व्यवस्था पर ध्यान केन्द्रित करते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। शहर में सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों पर चालान काटने की कार्रवाई करें। उन्होंने चिखली स्थित ओव्हर ब्रिज पर अस्थायी डिवाइडर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर में सुरजन गली, कामठी लाईन, मानव मंदिर चौक, आजाद चौक सहित अन्य चौक में ट्रांसफार्मर एवं बिजली पोल हटाया जाना है। इसके कारण शहर में टै्रफिक जाम की स्थिति निर्मित होती है और यातायात बाधित होता है। उन्होंने विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता को ट्रांसफार्मर एवं बिजली पोल को अन्य स्थान पर स्थानांतरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर में नो एण्ट्री, वन-वे, स्पीड ब्रेकर सहित अन्य सूचनात्मक एवं दिशा सूचक बोर्ड लगाने की जरूरत है। जिससे वाहन चालकों में सावधानी एवं सजगता होती है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए ऐसे चिन्हांकित स्थानों में सुधारात्मक कार्य, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन से संबंधित बोर्ड लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना पर रोकथाम के लिए विशेष तौर पर कार्य करने की जरूरत है।
पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने कहा कि शहर में यातायात व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अतिक्रमण हटाने से समस्या का समाधान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना की रोकथाम करने के लिए चिन्हांकित दुर्घटनाजन्य स्थानों में सुधार कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ठेला, पसरा लगाने वालों के लिए स्थायी व्यवस्था करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शहर में जय स्तंभ चौक, मानव मंदिर चौक में जाम की स्थिति बनती है। सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए पार्किंग एवं निर्बाध आवागमन के लिए पुख्ता व्यवस्था बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए नये पार्किंग स्थल के संबंध में चर्चा की गई। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - -कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग की कारवाई सतत जारीमहासमुंद / खनिजों के अवैध उत्खनन / परिवहन/भण्डारण पर प्रभावी रोकथाम करने हेतु शासन एवं कलेक्टर श्री विनय लंगेह के निर्देशानुसार खनिज एवं राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए आज ग्राम घोडारी, बढ़गांव एवं बिरकोनी तहसील व जिला महासमुंद में अवैध रेत भण्डारण का जांच किया गया। जांच के दौरान ग्राम घोड़ारी में शासकीय भूमि में लगभग 1600 घनमीटर रेत का भण्डारण ढेरियों में अलग-अलग जगह होना पाया गया। संयुक्त जांच दल द्वारा ग्राम बड़गांव में शासकीय भूमि खसरा नं 3790 तथा शासकीय भूमि खसरा नं. 3837 में अलग-अलग ढेरियों में लगभग 7600 घनमीटर रेत का अवैध भण्डारण किया जाना पाया।इसी प्रकार ग्राम बिरकोनी तहसील व जिला महासमुंद में अवैध रेत भण्डारण का जांच किया गया। जांच के दौरान ग्राम बिरकोनी में शासकीय भूमि एवं निजी भूमि में रेत का भन्डारण अलग-अलग ढेरियों में होना पाया गया। ग्राम बिरकोनी में कुल 16850 घनमीटर अवैध रेत भण्डारण होना पाया गया। जिसमें प्राथमिक आंकलन रेत भंडारित में रकबा भूस्वामियों सखाराम पिता बुधु, छगनूराम पिता पिलाराम, उदयराम पिता पुनीत राम, जीवन पिता लालू, शत्रुधन पिता लालु, सुमित्रा पति लालू, छीता बाई पति परसादी, इंदरमन पिता दुकाल छुकलहा पिता रामाधीन, शिवदयाल पिता रतनलाल, गोपाल पिता सुकाल, घुरऊ पिता जग्गू, सुनीता पति नवीन चन्द्राकर, रूखमनी पति अजय चन्द्राकर, पुसऊ पिता सुधू, अर्चना पति राजेन्द्र चन्द्राकर, विष्णु पिता बोधीराम, रजवंतीन पिता बुधरान एवं शासकीय भूमि के नाम पर पाया गया।इस प्रकार ग्राम बिरकोनी, बडगांव एवं घोडारी में अवैध रूप से भण्डारित रेत मात्रा लगभग 26050 घनमीटर को संबंधित ग्राम कोटवार, हल्का पटवारी एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में खनिज विभाग द्वारा आगामी आदेश पर्यन्त तक जप्त किया गया है। निजी भूमि में अवैध भण्डारित रेत हेतु निजी भूमि स्वामियों के विरूद्ध नोटिस जारी किया जा रहा है।उपरोक्त अवैध रेत भण्डारण में छत्तीसगढ़ खनिज (खनन, परिवहन तथा भण्डारण) नियम, 2009 के नियम 5 एवं खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही किया जावेगा।
- -पालकों के आव्हान पर खौली ग्राम में विद्यार्थियों ने किया स्कूल का बहिष्काररायपुर । विधानसभा क्षेत्र आरंग के 5 ग्रामों में खुलने जा रही 5 शराब शराब भट्ठियों में से एक ग्राम खौली में इसके खिलाफ धरना - प्रदर्शन के साथ आंदोलन की शुरुआत हो गई है। आयोजित इस धरना - प्रदर्शन का उल्लेखनीय पहलू यह रहा कि आक्रोशित पालकों के आव्हान पर बुधवार को एक भी विद्यार्थी ने विद्यालय में उपस्थित दर्ज न करा अपना भी विरोध दर्ज कराया। धरना-प्रदर्शन में आसपास के ग्रामों के ग्रामीणों सहित जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। धरना को शराब दुकान खोलने संबंधी आदेश के निरस्त होने तक अनवरत जारी रखने के निर्णय की जानकारी मिली है ।ज्ञातव्य हो कि खौली में शराब दुकान खोलने के प्रस्ताव की जानकारी मिलने के बाद ही माह अप्रैल में ही आक्रोशित ग्रामीणों ने इसका खिलाफत शुरू कर दी थी । धरना - प्रदर्शन के साथ - साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सहित शासन - प्रशासन के मुखियाओं के पास अपना विरोध दर्ज कराया था व कथित आश्वासन भी मिला था पर बीते दिनों जगह उपलब्ध कराने के इच्छुक ग्रामीणों से निविदा आमंत्रित किये जाने से ग्रामीणों का आक्रोश एक बार फिर उभर चला है जो बुधवार को धरना - प्रदर्शन के रूप में दिखा । खौली के ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों सहित आसपास के ग्रामों के ग्रामीण व कई संगठन भी इसमें शामिल हुए जिसमें क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य वतन चंद्राकर , पूर्व जनपद अध्यक्ष खिलेश देवांगन , जोहार छत्तीसगढ़ क्रांति सेना की टीम अजय वर्मा व योगेश साहू के साथ , पूर्व जनपद सदस्य दिनेश ठाकुर , आयुष दुबे , गायत्री परिवार के सदस्यगण व डिघारी के महिला संगठन व नजदीकी ग्राम के पंचायत प्रतिनिधिगण आदि शामिल थे । वक्ताओं ने खौलीवासियों को इसके खिलाफ राजनीति से परे एकजुट हो सफलता हासिल होने तक संघर्षरत रहने व संघर्ष में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया । साथ ही किसी भी ग्रामीण द्वारा जगह न मुहैया कराने का आग्रह भी किया है। गुरुवार को धरना के साथ - साथ आगामी रणनीति तय करने ग्रामवासियों की बैठक आहूत किये जाने की जानकारी मिली है ।
- -छत्तीसगढ़ में सामरिक एवं रणनीतिक खनिजों के दोहन पर तकनीकी सहित विभिन्न पहलुओं पर हुई विस्तृत चर्चा-निवेश और औद्योगिक विकास को गति मिलने की संभावनारायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में उपलब्ध सामरिक एवं रणनीतिक महत्व के खनिजों के सुव्यवस्थित अन्वेषण एवं दोहन के संबंध में राजधानी रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाउस के कन्वेंशन हॉल में एकदिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला के शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज संसाधन विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से परिपूर्ण एक समृद्ध राज्य है, जहाँ 28 प्रकार के प्रमुख खनिज जैसे—कोयला, चूना पत्थर, डोलोमाइट, लौह अयस्क, बाक्साइट, टिन अयस्क के साथ-साथ लीथियम, कोबाल्ट तथा रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे सामरिक एवं परमाणु महत्व के खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि नेशनल प्रोग्राम ऑन एक्सप्लोरेशन स्ट्रैटेजी तथा नेशनल मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट (NMET) के अंतर्गत संचालित प्रयासों को और अधिक गति प्रदान करने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसका लक्ष्य राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना तथा राज्य में रणनीतिक खनिज परियोजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन की दिशा में ठोस कदम उठाना है।इस कार्यशाला का आयोजन खनिज संसाधन विभाग तथा छत्तीसगढ़ भूविज्ञान एवं खनन संचालनालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इसका उद्देश्य भारत की क्रिटिकल मिनरल्स क्षमता के समुचित दोहन हेतु वैज्ञानिक अन्वेषण तकनीकों को प्रोत्साहित करना, प्रस्ताव प्रस्तुतिकरण प्रणाली को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना तथा राष्ट्रीय स्तर की रणनीतिक अन्वेषण नीतियों में राज्य की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना था।कार्यशाला के तकनीकी सत्रों में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के श्री रविकांत गुप्ता ने छत्तीसगढ़ की भूवैज्ञानिक विशेषताओं एवं ओजीपी क्षेत्रों की संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड के श्री भुवनेश्वर कुमार ने लीथियम, कोबाल्ट, ग्रेफाइट, निकल, टंगस्टन, फॉस्फेट जैसे खनिजों की खोज हेतु आधुनिक भू-भौतिकीय एवं भू-रासायनिक तकनीकों पर आधारित प्रस्तुति दी, जिससे अधिकारियों को नवीनतम विधियों की जानकारी प्राप्त हुई। एनएमईटी से श्री अक्षय वर्मा ने प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया, वित्तीय सहायता एवं अनुदान नीतियों की जानकारी साझा करते हुए एनएमईटी के अंतर्गत उपलब्ध अवसरों को रेखांकित किया और राज्य की अधिक सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।वैश्विक खनिज आपूर्ति श्रृंखला में छत्तीसगढ़ की भूमिका पर बलकार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि छत्तीसगढ़ की खनिज विविधता और गुणवत्ता इसे वैश्विक खनिज आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी बना सकती है। उन्होंने सुझाव दिया कि खनिज उत्पादन, बाज़ार मांग और भविष्य की संभावनाओं के बीच संतुलन स्थापित कर राज्य खनिज आधारित औद्योगिक विकास का नेतृत्व कर सकता है।समापन सत्र में राज्य में अब तक किए गए खनिज सर्वेक्षणों, उनके निष्कर्षों एवं प्रस्तावित परियोजनाओं की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने तकनीकी दक्षता तथा अंतर-विभागीय समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया। भूविज्ञान एवं खनन संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि खनिज संसाधन किसी भी राज्य की आर्थिक प्रगति का मूल आधार होते हैं। कार्यशाला ने यह स्पष्ट किया कि पारदर्शी, तकनीकी रूप से सक्षम एवं समयबद्ध प्रक्रियाएं अपनाकर छत्तीसगढ़ न केवल निजी एवं सार्वजनिक निवेश को आकर्षित कर सकता है, बल्कि राष्ट्रीय रणनीतिक खनिज नीति में भी अग्रणी भूमिका निभा सकता है। सभी प्रतिभागियों ने खनिज आधारित सतत औद्योगिक विकास हेतु संयुक्त प्रयास और दीर्घकालिक रणनीतिक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया।इस अवसर पर कार्यशाला में आईआईटी धनबाद के प्रो. साहेंद्र सिंह, आईबीएम के श्री प्रेम प्रकाश, संचालक श्री रजत बंसल, संयुक्त संचालक श्री अनुराग दीवान एवं श्री संजय कनकाने सहित विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य स्तरीय एजेंसियों, अनुसंधान संस्थानों, नीति सलाहकारों एवं तकनीकी विशेषज्ञों ने सहभागिता की।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने Axiom-4 मिशन की ऐतिहासिक सफलता पर पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि समूचे देशवासियों की आकांक्षाओं, विश्वास एवं शुभकामनाओं के साथ शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचने वाले प्रथम भारतीय बनने की ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त करेंगे। यह हम सभी के लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण है।
- महासमुंद / जिला प्रशासन महासमुंद के तत्वावधान में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह एवं सीईओ जिला पंचायत श्री एस. आलोक के दिशा निर्देश में हिंदी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय आदर्श महासमुंद के सभा कक्ष में मीसाबंदी विषयक संगोष्ठी एवं देशभक्ति पूर्ण तिरंगा रैली का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्रांगण से हुई जहां अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू ने हरी झंडी दिखाकर तिरंगा रैली को रवाना किया। कार्यक्रम जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा, खेल अधिकारी सुश्री अंजली बरमाल के मार्गदर्शन में किया गया।यह रैली स्काउट-गाइड, एनसीसी, एनएसएस, रेडक्रॉस तथा विभिन्न शालाओं से आए छात्र-छात्राओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी से नगर के प्रमुख चौको महात्मा गांधी चौक, टाउन हॉल होते हुए सेजेस विद्यालय सभा कक्ष में एक सभा में परिवर्तित हुई।सभा में नगर के प्रख्यात साहित्यकारों एवं कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से छात्रों के भीतर देशभक्ति और लोकतंत्र के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। श्री उमेश भारती “मृदुल“ ने अपनी प्रेरणादायक कविता “धरती चलती तारे चलते, चांद रात भर चलता है। किरणों का उपहार बांटने, सूरज रोज निकलता है।” सुनाकर वातावरण को भाव विभोर कर दिया। श्री टेकराम सेन “चमक“ ने “वंदे मातरम्, भारत भाग्य विधाता” जैसी ओजपूर्ण रचना से देशप्रेम का मंत्र फूंका। श्री सुरेंद्र अग्निहोत्री “आगी“ ने “थे प्रताड़ित मीसा के बंदी, अभिव्यक्ति पर लगी पाबंदी, शासक मनमानी तानाशाही, देता इतिहास है यही गवाही। संपूर्ण क्रांति की बिगुल बजी तब, हुआ सबेरा बता रहा हूं।” के माध्यम से मीसाबंदियों की पीड़ा व वीरता को स्वर दिया। वहीं श्री भागवत जगत “भूमिल“ ने “जो देशहित से डिग जाये, वह बिस्मिल या अशफ़ाक नहीं। संविधान की हत्या जो करता, उनसे उम्मीद की बात नहीं।” जैसी प्रेरक रचना प्रस्तुत कर सबको गदगद कर दिया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू ने कहा कि “भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा और विस्तृत संविधान है, जिसे सभी को समझना, सम्मान देना और पालन करना चाहिए। तिरंगा हमारी आन, बान और शान है, इसकी गरिमा हर घर तक पहुँचे यह हम सभी का संकल्प होना चाहिए।”सेजेस के प्राचार्य श्री हेमेन्द्र आचार्य ने कहा कि “लोकतंत्र की रक्षा संविधान के सम्मान से जुड़ी है, अतः प्रत्येक छात्र को इसका ज्ञान अवश्य होना चाहिए।” स्वागत भाषण बीआरसीसी श्री जागेश्वर सिन्हा द्वारा दिया गया जबकि आभार प्रदर्शन विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री लीलाधर सिन्हा ने किया। कार्यक्रम संचालन खेमिन साहू ने किया। इस आयोजन को सफल बनाने में सीएसी पवन साहू, सुरेंद्र चंद्राकर, ईश्वर कुमार, शांतनु वर्मा, चंद्रशेखर डोरा, शिक्षक लता वैष्णव, नीलू चंद्राकर, केशव साहू, भुनेश्वर साहू सहित शिक्षकों एवं कर्मियों का विशेष सहयोग रहा।
- महासमुंद, / केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम 1988, मोटरयान नियम 1989 एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दिनांक 06 दिसम्बर 2018 को जारी अधिसूचना तथा माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में छत्तीसगढ़ राज्य में दिनांक 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत समस्त मोटर वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवाना अनिवार्य किया गया है।उक्त आदेश के प्रचार-प्रसार एवं नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला परिवहन अधिकारी महासमुंद के मार्गदर्शन में 26 एवं 27 जून 2025 को नगरपालिका सरायपाली सभाकक्ष में दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में आमजन प्रातः 10ः30 बजे से सायं 5ः00 बजे तक उपस्थित होकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं एवं अपने वाहन पर एचएसआरपी प्लेट लगाने की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। जिला परिवहन अधिकारी ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनिवार्य नियमों का पालन करते हुए निर्धारित तिथि एवं समय पर शिविर में उपस्थित हों और अपने वाहनों पर एचएसआरपी प्लेट अनिवार्य रूप से लगवाएं।
- महासमुंद / जिले में संचालित स्कूल बसों की सुरक्षा और मानकों की जांच सुनिश्चित करने हेतु परिवहन विभाग द्वारा 29 जून 2025 को निरीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर महासमुंद स्थित पुलिस लाईन परसदा में सुबह 10ः00 बजे से आयोजित होगा।जिला परिवहन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह शिविर महासमुंद, पिथौरा एवं बागबाहरा तहसील के अंतर्गत संचालित समस्त शैक्षणिक संस्थानों की स्कूल बसों के भौतिक निरीक्षण हेतु आयोजित किया गया है। इस दौरान प्रत्येक स्कूल बस का तकनीकी परीक्षण, फिटनेस जांच एवं सुरक्षा से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की समीक्षा की जाएगी। परिवहन अधिकारी ने सभी स्कूल प्रबंधन, वाहन मालिकों, वाहन चालकों एवं परिचालकों से अनुरोध किया है कि वे निर्धारित तिथि पर वाहन तथा सभी वैध दस्तावेजों के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान यदि कोई वाहन शिविर में प्रस्तुत नहीं किया जाता है, तो उस वाहन का फिटनेस निलंबन/निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी।
- महासमुंद / देशभर में 15 से 30 जून 2025 तक चलाए जा रहे जनजातीय कल्याण पर केंद्रित “धरती-आबा जनभागीदारी अभियान” के अंतर्गत महासमुंद जिले के पांचों विकासखंडों में जागरूकता शिविरों का आयोजन प्रसार किया गया। इसी क्रम महासमुंद विकासखंड के लहंगर, पिथौरा विकासखंड के ग्राम पंचायत बुंदेली, बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत भीमखोज, सरायपाली विकासखंड के ग्राम पंचायत खोखेपुर तथा बसना विकासखंड के ग्राम पंचायत पिलवापाली में “जागरूकता एवं लाभ परिपूर्णता शिविर” आयोजित किए गए। इस अभियान का मूल उद्देश्य जनजातीय समुदायों को उनके संवैधानिक अधिकारों, शासकीय योजनाओं तथा कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी देकर उन्हें इनसे वास्तविक रूप से लाभान्वित करना है, ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
बागबाहरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम भीमखोज शिविर में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री उमेश कुमार साहू ने शिविर का जायजा लिया तथा उपस्थित हितग्राहियों से बातचीत कर उनके समस्याओं से संबंधित जानकारी ली। भीमखोज शिविर में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में 119 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने पंजीयन किया गया। इनमें आधार कार्ड हेतु 05, राशन कार्ड के लिए 06, आयुष्मान कार्ड के लिए 07, जाति प्रमाण पत्र के लिए 04, निवास प्रमाण पत्र के लिए 03, आय प्रमाण पत्र के लिए 06, केसीसी के लिए 06 कृषकों, जॉब कार्ड के लिए 08 श्रमिकों, पीएम किसान सम्मान निधि अंतर्गत 06 हितग्राही एवं महतारी वंदन योजना में 05 महिला हितग्राहियों का पंजीयन किया गया। इसी तरह पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम बुंदेली शिविर में आधार कार्ड के लिए 33, राशन कार्ड के लिए 03, आयुष्मान कार्ड के लिए 10, जाति प्रमाण पत्र के लिए 22, निवास प्रमाण पत्र के लिए 24 हितग्राही, केसीसी के लिए 02 कृषक, पीएम किसान सम्मान निधि अंतर्गत एक कृषक, जॉब कार्ड के लिए 06 श्रमिकों एवं मातृत्व वंदन योजना में एक गर्भवती महिला का पंजीयन किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 लोगों का सिकल सेल जांच किया गया। महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम लहंगर शिविर में 151 हितग्राहियों का पंजीयन किया गया। जिसमें आधार कार्ड के लिए 40, राशन कार्ड के लिए 35, आयुष्मान कार्ड के लिए 07, जाति प्रमाण पत्र के लिए 08 एवं निवास प्रमाण पत्र के लिए 13 हितग्राहियों का पंजीयन किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 30 लोगों का सिकल सेल जांच किया गया। वहीं बसना विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पिलवापाली शिविर में 28 हितग्राहियों इनमें आधार कार्ड के लिए 22, राशन कार्ड के लिए 10, आयुष्मान कार्ड के लिए 22, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र के लिए 17-17, किसान सम्मान निधि अंतर्गत एक कृषक, जॉब कार्ड के लिए एक हितग्राही का पंजीयन किया गया। साथ ही 02 हितग्राहियों का जनधन खाता खोला गया एवं एक हितग्राही का पेंशन स्वीकृत किया गया। इस अवसर पर शिविरों में स्थानीय जनप्रतिनिधगण, ग्रामीणजन बड़ी संख्या में शामिल हुए। शिविर की एक विशेष आकर्षण का केंद्र रहा सेल्फी प्वाइंट, जहां बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने उत्साहपूर्वक फोटो खिंचवाए। ग्रामीण जन और हितग्राही इस पहल से काफी उत्साहित दिखे और सरकार की इस व्यवस्था की सराहना की। - -केन्द्रीय राज्य मंत्री की अध्यक्षता में दिशा की बैठक संपन्न-राजस्व मामलों के लिए किसानों को ना पड़े भटकनाबिलासपुर /जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आज यहां जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री और सांसद श्री तोखन साहू की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा वित्तपोषित योजनाओं में प्रगति की गहन समीक्षा की गई। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कहा कि धरातल पर काम दिखना चाहिए। लोगों की बेहतरी के लिए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं इसमें लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अभियान चलाकर राजस्व मामलों का निपटारा किया जाए। ग्रामीणों और किसानों को किसी भी स्थिति में भटकना ना पड़े। बैठक में विधायक सर्व श्री धरम लाल कौशिक, धरमजीत सिंह, सुशांत शुक्ला, अटल श्रीवास्तव, दिलीप लहरिया, महापौर श्रीमती पूजा विधानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी सहित जनपद एवं नगर पंचायत के अध्यक्ष एवं अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसएसपी श्री रजनेश सिंह, नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारीगण मौजूद थे।बैठक में केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कहा कि राजस्व संबंधी सभी मामलों का निपटारा समय पर हो और ऑनलाईन प्रविष्टि हो। राजस्व मामलों के लिए किसानों को भटकना ना पड़े। लोगों को केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिले यह सुनिश्चित किया जाए। किसानों को खाद-बीज की उपलब्धता बनी रहे। बारिश के मौसम को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि शहर में नालों की साफ-सफाई हो और जल भराव की स्थिति न हो। मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए अस्पतालों में दवाईयों की उपलब्धता बनी रहे। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने योजनाओं की ताजाप्रगति से समिति को अवगत कराया। बैठक में एसएसपी ने बताया कि शहर की सुरक्षा और अपराधियों को ट्रेस करने के लिए पीपीपी मोड में ढ़ेरो सीसीटीव्ही कैमरे लगाया जाना प्रस्तावित है। इसमें लोगों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। समिति द्वारा इस पर सहमति दी गई। सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मनरेगा अंतर्गत जून माह तक 17.71 लाख मानक दिवस सृजित किया गया है जो कि माह जून के लक्ष्य के विरूद्ध 57 प्रतिशत है। उन्होंने मनरेगा अंतर्गत अपूर्ण कार्यो की जानकारी दी। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने निर्देश दिए की कार्यो की समीक्षा करते हुए ऐसे अपूर्ण कार्यो को निरस्त करने कहा जो पूर्ण नहीं हो सकते। उन्होंने मजदूरी भुगतान की भी जानकारी ली।केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आवास कार्य में फर्जीवाड़ा करने वालों पर कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए। सीईओ ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास 2.0 योजना के तहत जिले में सर्वाधिक हितग्राहियों का सर्वे किया गया। पीएम जनमन योजना के तहत 249 हितग्राहियों के आवास पूर्ण किए जा चुके हैं। पीएमजीएसवाए के कार्यो की समीक्षा करते हुए पीएम जनमन योजना के तहत बनाए जा रहे सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने कहा। सभी कार्यो में बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि पीएम जनमन योजना के तहत 32 सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने निर्देश दिए की किसानो को खाद-बीज के लिए भटकना ना पड़े। टीबी मरीजों के लिए दवाई उपलब्ध रहे। बैठक में केन्द्रीय राज्य मंत्री एवं विधायकों ने टीबी मरीजों की मदद के लिए निक्षय मित्र बनने पर सहमति जताई। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने स्मार्ट सिटी की आगामी कार्ययोजना पर विधायकों से भी सलाह मशविरा करने कहा। शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। एनीकेट के गेट की मरम्मत, जल जीवन मिशन केे कार्यो को जल्द पूरा करने, जिले में वृहद पौधरोपण करने कहा। इसके अलावा उन्होंने अन्य योजनाओं की भी विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर ने बैठक के अंत में आभार प्रकट किया।
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-सफाई कामगारो की उपस्थिति की गिनती करें, सभी ट्रांसफर स्टेशन का प्रतिदिन निरीक्षण करे -आयुक्त
-निदान 1100 और कलेक्टर कॉल सेंटर का समुचित प्रचार प्रसार हो, जीई रोड में होर्डिंग्स नहीं लगने दी जाये
रायपुर - आज नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप ने नगर निगम डाटा सेंटर में अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें अनेक आवश्यक निर्देश दिये। आयुक्त ने कहा कि सफाई सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है। उन्होने निर्देश दिये कि सभी संबंधित अधिकारीगण प्रतिदिन सुबह 6:30 बजे सफाई कार्य के निरीक्षण पर निकले। सभी अधिकारी वार्डो में सफाई कामगारों की उपस्थिति की जांच करने उनकी गिनती करवाये और सभी ट्रांसफर स्टेशन का प्रतिदिन निरीक्षण करें। सभी ट्रांसफर स्टेशन में आने वाली गाडियो की मॉनिटरिंग करेंगे, विशेषकर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कार्य में लगी गाड़ियो की मॉनिटरिंग करेंगे। सभी ट्रांसफर स्टेशन के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये गये है।आयुक्त ने निर्देशित किया है कि सफाई कार्य और नगर निवेश विभाग के कार्यों में कितना ई चालान किया गया है, प्रतिदिन उसकी रिपोर्ट नगर निगम आयुक्त को दी जाये। कही भी जीव्हीपी नहीं मिलना चाहिए। स्वास्थ्य एवं नगर निवेश विभाग के अधिकारियों को प्रतिदिन डेशबोर्ड में किये गये कार्यों की एंट्री करवाने के निर्देश प्रतिदिन की कार्यवाही के संबंध में दिये गये है। जोन नगर निवेश विभागो एवं नगर निवेश मुख्यालय उडनदस्ता द्वारा पृथक-पृथक कार्यवाही की जानकारी देने निर्देशित किया गया है। प्रतिदिन कार्यों हेतु जोनो के नगर निवेश विभाग एवं निगम मुख्यालय उडनदस्ता को कार्य संबंधी लक्ष्य देने निर्देशित किया गया है।आयुक्त ने निर्देश दिये हे कि जीई मार्ग में विज्ञापन होर्डिंग नहीं लगने दिया जाये। एमओएस के उल्लंघन पर प्रतिदिन प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिये गये है। प्रतिदिन संध्या को वाणिज्यिक क्षेत्र में विडियोग्राफी अनिवार्य रूप से करवाने निर्देशित किया गया है। वहीं निदान 1100 और कलेक्टर कॉल सेंटर का समुचित प्रचार- प्रसार करने निर्देशित किया गया है ताकि आमजन इसमे शिकायते दर्ज कराकर त्वरित निदान प्राप्त कर सके। आयुक्त ने मानसून को दृष्टिगत रखकर वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाने की योजना प्रस्तावित करने के निर्देश समाज हित में पर्यावरण संरक्षण हेतु दिये है। ठेले वालो द्वारा डस्टबीन नहीं रखे जाने पर वहां नियमित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। नगर निगम की भूमियों को सुरक्षित करने उनपर नगर निगम के आधिपत्य का बोर्ड लगवाने के निर्देश दिये गये है। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आबंटित आवासो और भवनो का सर्वे कार्य करवाने के निर्देश आयुक्त ने दिये है।आयुक्त द्वारा ली गई बैठक में अपर आयुक्त सर्वश्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, यू.एस. अग्रवाल, पंकज के शर्मा, विनोद पाण्डेय, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, श्री जसदेव सिंह बाबरा, श्रीमती प्रीति सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तृप्ति पाणीग्रही, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा, कार्यपालन अभियंता स्वच्छ भारत मिशन श्री रघुमणी प्रधान, कार्यपालन अभियंता श्री आशुतोष सिंह, श्री अंशुल शर्मा जुनियर, सहायक अभियंता स्वच्छ भारत मिशन श्री योगेश कडु, आईटी विशेषज्ञ श्री रंजीत रंजन, प्रोग्रामर श्री राधेश्याम एक्का, उप अभियंता श्री नीतिश झा, श्री अमित सरकार, सुश्री प्रेरणा अग्रवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारीगणों की उपस्थिति रही। - दंतेवाड़ा, । राज्य शासन के द्वारा संचालित “नियद नेल्लानार” कार्यक्रम के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन योजना के तहत जिले के 13 पंचायतों से चयनित 91 युवाओं को बौद्धिक भ्रमण के लिए रायपुर रवाना किया गया। कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने आज इन युवाओं को हरी झंडी दिखाकर शुभकामनाओं के साथ रवाना किया।कलेक्टर श्री दुदावत ने इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह भ्रमण आपके जीवन में एक नई दृष्टि लेकर आएगा। आपको राज्य की राजधानी रायपुर में शासन, प्रशासन, संस्कृति और आधुनिक संरचनाओं को करीब से देखने और समझने का मौका मिलेगा। आप सभी अनुशासन में रहें, एक-दूसरे की मदद करें, और बिना अनुमति के बस से इधर-उधर न जाएं।”भ्रमण के दौरान युवाओं द्वारा रायपुर स्थित नालंदा परिसर, छत्तीसगढ़ विधानसभा, जनजातीय एवं आदिवासी संग्रहालय, स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, तथा रेलवे स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा किया जाएगा। यह भ्रमण युवाओं को शासन व्यवस्था, सांस्कृतिक विरासत, परिवहन प्रणाली तथा प्रशासनिक तंत्र की जानकारी देने का अवसर प्रदान करेगा। “नियद नेल्लानार” कार्यक्रम का उद्देश्य दूरस्थ अंचलों के युवाओं को एक्सपोज़रे प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना है ताकि वे अपने जीवन में नए विकल्पों की ओर अग्रसर हो सकें।पहली बार रायपुर जा रहे इन ग्रामीण व आदिवासी युवाओं में यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा, उप संचालक पंचायत श्री मिथिलेश किसान,जनपद पंचायत सीईओ श्री पटेल सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
- -कलेक्टरेट कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों-कर्मचारियों को मिला तकनीकी प्रशिक्षणदंतेवाड़ा । जिले में शासकीय कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और समयबद्ध बनाने की दिशा में ई-ऑफिस कार्य प्रणाली के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हेतु बुधवार को कलेक्टरेट कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ई-ऑफिस प्रणाली की कार्यप्रणाली, उपयोगिता और तकनीकी पहलुओं पर विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। ई-ऑफिस प्रशिक्षण कार्यशाला दो सत्रों में आयोजित हुई जिसमें प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।प्रशिक्षण सत्र का संचालन डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग से आए ई-जिला प्रबंधक से मास्टर ट्रेनर्स श्री रवि निषाद एवं श्री गजेंद्र वर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि ई-ऑफिस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य परंपरागत कागजी प्रक्रिया को डिजिटल प्लेटफॉर्म में रूपांतरित कर कार्य संचालन की गति और गुणवत्ता में सुधार लाना है। इससे न केवल निर्णय प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।उन्होंने प्रशिक्षण सत्र के दौरान उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को फाइल प्रबंधन, ई-नोटिंग, ई-डिस्पैच, पत्राचार की प्रक्रिया, दस्तावेजों की डिजिटल ट्रैकिंग, यूजर एक्सेस कंट्रोल और कार्य प्रवाह प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ उन्होंने प्रशिक्षकों को लाइव डेमो के माध्यम से समझाया कि किस प्रकार से ई-ऑफिस का उपयोग दैनिक कार्यों में किया जा सकता है। सैयद साकिब अली ने बताया कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी विभागों को पेपरलेस करने के साथ सरकारी सेवाओं को डिजिटल माध्यम से आम नागरिकों तक त्वरित पहुंच सुनिश्चित बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।अब शासकीय दफ्तरों का कार्य पेपरलेस होने जा रहा है इसके ई-ऑफिस कार्यप्रणाली को शासन द्वारा लागू किया जा गया है। इससे सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्व को सुनिश्चित करेंगे। इस क्रांतिकारी पहल से पूरानी परंपरा खत्म होगी और शासकीय कार्यालय का कार्य ऑनलाइन ई-ऑफिस के माध्यम से सुनिश्चित होगा। इस प्रशिक्षण से ऑनलाइन कार्य के दौरान क्या-कैसे सावधानी बरतनी है और अपने उत्तरदायित्वों को सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
- दंतेवाड़ा। शासन के निर्देश अनुसार मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के अंतर्गत 12वे चरण का शुभारंभ आज दंतेवाड़ा में हुआ l इस अवसर पर माननीय विधायक श्री चैतराम अटामी ने स्वास्थ्य विभाग कि प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया l इस अवसर पर उन्होंने कहा कि - मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी से जन सामान्य को सुरक्षित रखने के लिए यह अभियान अत्यंत आवश्यक है l स्वास्थ्य विभाग की सक्रिय भागीदारी से हम जल्द ही दंतेवाड़ा सहित पूरे प्रदेश को मलेरिया मुक्त बनाने में सफल होंगे l मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय रामटेके ने कहा कि जिला 235713 जनसंख्या को 25जून 2025से 24जुलाई 2025 तक पूर्ण करना है।अभियान के दौरान घर-घर जाकर जांच, बुखार के मरीजों की पहचान, उपचार और जागरूकता गतिविधियां चलाई जाएगी l मलेरिया परीक्षण हेतु रैपिड डायग्नोस्टिक किट (RDK) का प्रयोग किया जाएगा तथा पॉजिटिव पाए गए मरीजों को तत्काल दवा वितरित की जाएगी lइस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी, जनप्रतिनिधि,स्वास्थ्य विभाग के जिला एवं विकासखंड स्तर के अधिकारी /कर्मचारी तथा मितानिन बहने उपस्थित थी l
- दंतेवाड़ा । संयुक्त संचालक बस्तर संभाग डॉ के. के. नाग की अध्यक्षता में संभाग के 3 जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर एवं सुकमा की संयुक्त रूप से दंतेवाड़ा के जिला पंचायत सभा कक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन,जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला नोडल अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं विकासखंड प्रबंधक सम्मिलित हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य विभाग में संचालित राष्ट्रीय कार्यक्रम का क्रियान्वयन एवं कार्यायोजना बनाकर कार्य करना, विभागीय योजनाओं को जनमानस तक पहुंचना, लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, पहुँचविहीन ग्रामो जो बारिस से कटाव हो जाता है। ऐसे गांव का चयन कर दवाई की व्यवस्था करना एवं अन्य पर चर्चा किया गया।
- दंतेवाड़ा । शासन के निर्देशानुसार, कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय रामटेके के निर्देशन में जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत प्रत्येक माह की 9 एवं 24 तारीख को विशेष मातृ स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में दिनांक 24 जून 2025 को जिला चिकित्सालय, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क स्वास्थ्य जाँच एवं परामर्श सेवाएं प्रदान की गईं।इस अभियान के माध्यम से गर्भावस्था की दूसरी एवं तीसरी तिमाही में महिलाओं को प्रसवपूर्व देखभाल सेवाओं का संपूर्ण पैकेज उपलब्ध कराया जाता है, जिससे समय रहते गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं की पहचान कर उचित उपचार दिया जा सके। शिविर के दौरान प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा हीमोग्लोबिन की जाँच, सीबीसी, ब्लड शुगर, सिकलीन, मलेरिया, मूत्र परीक्षण, एल्ब्युमिन, एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, बीपी, इसके अतिरिक्त, गर्भवती महिलाओं को टी.डी. स्वास्थ्य परीक्षण किए गए। इसके अलावा टीकाकरण, सोनोग्राफी, आवश्यक औषधियां, तथा परिवार नियोजन परामर्श और पोषण संबंधित सुझाव भी प्रदान किए गए। शिविर में उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें उचित एवं समस्त आवश्यक जांच, सोनोग्राफी एवं उपचार दिया जा रहा है।आवश्यक होने पर सुरक्षित संस्थागत प्रसव हेतु उच्च स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों में रेफर किया जाता है।
- -आयोग में आया ऑनलाइन गेमिंग एप्प का मामला, डीएसपी दंतेवाड़ा को दिया गया जांच का आदेश-महिला आयोग द्वारा डीएसपी दंतेवाड़ा को तीन प्रकरण के गहन जांच की दी गई जिम्मेदारी शासकीय नियमों के अनुसार दूसरी पत्नी अवैध और शून्य होती है-महिला आयोगदंतेवाड़ा । छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक एवं सदस्यगण श्रीमती दीपिका शोरी, श्रीमती ओजस्वी मंडावी, श्रीमती सरला कोसरिया, श्रीमती लक्ष्मी वर्मा ने आज कलेक्टोरेट दंतेवाड़ा के सभाकक्ष में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों पर जनसुनवाई की। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ किरणमयी की अध्यक्षता में आज प्रदेश स्तर पर 332वीं एवं दंतेवाड़ा जिला में आज 5वीं सुनवाई हुई। इस क्रम में जिले में आयोजित जनसुनवाई में 08 प्ररकणों पर सुनवाई की गई।आज की सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में ऑनलाइन गेमिंग एप्प खेलों में ठगी का प्रकरण प्रकाश में आया। इसके तहत आवेदिका ने शिकायत दर्ज किया कि अनावेदिका ने अपने खाते पर जून 2024 से मार्च 2025 तक 10 लाख रुपये फोन पे के माध्यम से लिया हुआ है और वह पैसे वापस नहीं कर रही है। इस संबंध में आवेदन में आवेदिका का खाता न० एवं ट्रांजेक्शन हिस्ट्री की फोटो कॉपी आवेदन के साथ संलग्न किया गया। इसके अनुसार इस पैसे के जमा होने की बात अनावेदिका स्वीकार करती है किंतु वह यह दलील दे रही है कि यह पैसा मोबाइल ऑनलाइन गेमिग एप्प खेलों में लगाया गया था। जो आवेदिका के कहने पर लगाया था। आवेदिका का कहना है कि अनावेदिका ने उससे अपने घर की परेशानी बताकर उधार मांगा था, और मांगने पर पैसा वापस नहीं दे रही थी और पैसा वापस करने के नाम पर आवेदिका को डरा धमका कर फिर से उससे पैसे मांग रही है। इसके तहत महिला आयोग ने इस पूरे मामले में बड़े अपराधिक षड्यंत्र की बात को स्वीकार करते हुए अनावेदिका का मो०न. तथा आवेदिका का मो० न० कि कम्पिल्ट ट्रांजेक्शन, चैटिंग तथा साइबर थाना से इनके लोकेशन की जांच कराया जाना को आवश्यक बताते हुए तथा आवेदिका और अनावेदिका का मोबाइल जब्ती का आदेष देते हुए दोनों मोबाइल डीएसपी आकांक्षा सिंह ठाकुर को सुपुर्द किया। इसके तहत वह इस पूरे प्रकरण की पुलिस सघन जांच करके इसकी जांच रिपोर्ट आयोग को भेजेंगी। इसके अलावा इस मामले में आयोग की सदस्य श्रीमती ओजस्वी मडावी के माध्यम से आयोग अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक द्वारा रिपोर्ट लिया जाएगा। और की गयी एफआईआर की प्रति आयोग को प्रेषित की जाएगी। इस मामले में आवेदिका और अनावेदिका का विस्तृत बयान लिया जाएगा तत्पश्चात् अनावेदिका को नारी निकेतन में रखे जाने का आदेश दिया गया इस मामले में प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद आयोग द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा।इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण के अन्तर्गत अनावेदक सीआरपीएफ में कार्यरत कांस्टेबल की भी प्रकरण की सुनवाई हुई। इसके अनुसार उसकी पोस्टिंग राजमेद्री आंध्रप्रदेश राज्य में वर्तमान में है और वह शादी के 15 दिन बाद से आज तक आवेदिका से कभी भी मुलाकात नहीं किया। अनावेदक कभी मणिपुर और कभी पं०बंगाल में पदस्थ होना बताता रहा है और आवेदिका का मोबाइल नंबर उसने ब्लाक कर रखा है आवेदिका शादी के बाद अनावेदक गण के घर किरदुल पर गर्भावस्था में रह रही थी। जहां पर अपने ससुर-सास और ननद के द्वारा प्रताडि़त किये जाने मायके चले जाने की बात कही यहां पर उसने एक बेटे को जन्म दिया जो अभी 08 माह का है प्रकरण के तहत बताया गया कि अनावेदक अपने पत्नि और बच्चे के लिए कोई भी भरण पोषण राशि नहीं देता है। आवेदिका के ससुर-सास और ननद द्वारा सामाजिक बैठक जुलाई 2024 में कराया गया बैठक में आवेदिका के मां के ऊपर मोबाइल चोरी का आरोप लगाया गया अनावेदक गणों द्वारा आवेदिका को उसके पति से अलग करने के लिए सारे हथकंडे अपनाये गये परतु आवेदिका अपने पति के साथ रहना चाहती है इस पर आयोग ने कहा कि अनावेदकगणों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया जाए। आयोग की सुनवाई में उपस्थित उप पुलिस अधीक्षक को यह निर्देश दिया गया कि महिला सेल एव सखी सेंटर के माध्यम से उभयपक्ष को काउंसिलिंग करवाया जाए जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की सुनवाई किया जाएगा।इसके अलावा आयोग के समक्ष आये एक अन्य प्रकरण के तहत आवेदिका ने बताया की उसके दो बच्चे है जिसमें 11 वर्षीय पुत्र को अनावेदक 01 ने अपने माता पिता के पास रखा है और आवेदिका के पास 06 वर्षीय पुत्री है और वह विगत एक वर्ष से अपने मायके रह रही है अनावेदक ने स्वीकार किया है उसने ममता राव नर्स से दंतेश्वरी मंदिर में दुसरा विवाह किया है जिससे उसकी एक बेटी और है। अनावेदक क्रमांक 01 जगदलपुर में मुक्तांजली वाहन का ड्राइवर है जिसमें उसे 8000 वेतन मिलता है लेकिन वह उसने पिछले 01 वर्ष से आवेदिका को घर से निकाल दिया है और अपनी पत्नी बेटी का कोई भरण पोषण नहीं दे रहा है। आवेदिका अपने बेटे को वापस लेना चाहती है और अनावेदक खिलाफ अपराधिक मामला एवं मानसिक प्रताड़ना का मामला भी दर्ज करवाना चाहती है इस क्रम में प्रकरण की काउसिंलिग के लिए महिला सेल दंतेवाड़ा को और सखी दंतेवाड़ा को प्रकरण की प्रमाणित प्रति दी गई। और दोनों पक्ष के काउंसलिंग के आधार पर प्रताड़ना का मामला, घरेलू हिंसा का मामला और बिना तलाक लिए दूसरा विवाह करने का अपराधिक परिवाद दर्ज करवा सकते है। इसके लिए प्रकरण कल जगदलपुर आयोग की सुनवाई में नियत किया गया है जहां अनावेदक अपने माता पिता और 11 वर्ष के पुत्र के साथ उपस्थित होगा और अनावेदिका क्रमांक 02 को कांकेर एसपी के माध्यम से टेलीफोनिक सूचना देकर बुलाने की जिम्मेदारी महिला सेल को दिया गया।इसके साथ ही पत्नी के मानसिक प्रताड़ना के प्रकरण के सुनवाई के तहत आवेदिका ने बताया कि उसका तीन साल का बच्चा है और अनावेदक ने दो साल से पत्नी को छोड़ रखा है और उसने अनावेदिका कमांक 02 से विवाह कर लिया है वर्तमान में अनावेदक 01 आरक्षक के पद पर डीआरजी में थाना चिंतागुफा जिला सुकमा में कार्यरत है चूंकि शासकीय सेवा नियमों के तहत पहली पत्नी से तलाक लिए बगैर दूसरी शादी शून्य है अतः इस आधार पर अनावेदक 01 की सेवा समाप्त करने का पत्र आयोग की ओर से भेजा जा सकता है आयोग की समझाइश पर अनावेदक 01 और आवेदिका 02 दो माह में अपने बीच सुलाह का प्रयास कर असफल रहने की दशा में अनावेदक 01 की सेवा समाप्ति का पत्र भेजा जा सकता है इस प्रकरण की प्रमाणित प्रतिलिपि माननीय सदस्य दिपिका सोरी को दिया गया। जिसके अन्तर्गत वे सखी के माध्यम से दोनो की काउसिलिंग करके अपनी रिपोर्ट आयोग को प्रेषित करेंगी। आयोग द्वारा दोनों के प्रकरण को सुना गया दोनो ने स्वीकार किया कि उनका प्रकरण दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है अतः इस क्रम में प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया।