- Home
- छत्तीसगढ़
- -समाज के अध्यक्ष डॉ. सुरेश शुक्ला ने समाज की गतिविधियों से अवगत कराते हुए भवन को भू भाटक से मुक्त कराने का किया आग्रहरायपुर। सरयूपारीण ब्राह्मण समाज ने आज एक भव्य कार्यक्रम में होनहार बच्चों, समाज के प्रशासनिक अधिकारियो और पत्रकारों का सम्मान किया।सम्मान समारोह रायपुर के तुलसी भवन में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे, विशिष्ट अतिथि के रूप में पुरंदर मिश्रा मौजूद थे। समारोह की अध्यक्षता जगदलपुर के महापौर संजय पांडे ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ में समाज के अध्यक्ष डॉ. सुरेश शुक्ला ने अतिथियों का माला पहना कर स्वागत किया। साथ ही उन्होंने आमसभा की कार्यवाही एवं समाज की गतिविधियों से अवगत कराते हुए भवन को भू भाटक से मुक्त कराने का आग्रह किया।जगदलपुर के महापौर संजय पांडे ने अपने उद्बोधन में समाज के लोगों को संगठित होने का आव्हान किया। वहीं विधायक पुरंदर मिश्रा ने जय जगन्नाथ से बात शुरू करते हुए समाज के अधिकारियों,पत्रकारों और बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक अर्जित करने वाले छात्रों को एक साथ सम्मानित करने के लिए सरयूपारीण ब्राह्मण समाज को बधाई दी।समाज के प्रवक्ता संजय तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम में राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे अपनी धर्म पत्नी रेखा पांडे एवं विधायक पुरंदर मिश्रा धर्म पत्नी सरस्वती मिश्रा के साथ शामिल हुए। रेखा पांडे और सरस्वती मिश्रा का कार्यक्रम में समाज की महिलाओं ने आत्मीय स्वागत किया । समारोह में अधिकारी एस डी एम एन. के .चौबे ,विस्तार न्यूज के संपादक ज्ञानेंद्र तिवारी , अभिनव उपाध्याय , डी एस पी श्रुति शर्मा, तहसीलदार पंकज शुक्ला , एडिशनल एसपी शुभम तिवारी, डीएसपी राजीव पांडे ,आकाश तिवारी नेता प्रतिपक्ष ,लवकुश शुक्ला हरिभूमि ,संदीप शुक्ला आईबीसी 24 ,सौरभ तिवारी पत्रकार ,सहित बोर्ड परीक्षाओं में 80 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 174 छात्र छात्राओं का सम्मान किया गया ।मंच का संचालन राजेश त्रिपाठी,चंद्रशेखर द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम को समाज के संरक्षक एवं समाज सेवी अजय तिवारी ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सरयूपारीण ब्राह्मण के यूथ विंग के बैजनाथ मिश्र अंकुश शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारी संगम लाल त्रिपाठी,मित्रेश दुबे, कैलाश तिवारी, राममूर्ति तिवारी,राजेंद्र शर्मा, शैलेंश शर्मा ,डी एस परोहा के अलावा अपर्णा तिवारी, कुसुम त्रिपाठी, संगीता पांडे आदि उपस्थित थे।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण आईईडी विस्फोट में एएसपी आकाश राव गिरपुंजे जी के शहीद होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह अत्यंत ही दुखद है। मैं उनकी शहादत को नमन करता हूँ।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस कायराना हमले में कुछ अन्य अधिकारी एवं जवानों के भी घायल होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए गए हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा एक बड़ी लड़ाई लड़ी जा रही है, जिसमें सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है। इसी से बौखलाकर नक्सली इस तरह की कायराना करतूतों को अंजाम दे रहे हैं। नक्सलियों को इसका परिणाम भुगतना होगा। वह दिन अब ज्यादा दूर नहीं, जब छत्तीसगढ़ से इनका अस्तित्व ही समाप्त कर दिया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे जी के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है।
- - एसडीओपी- टीआई घायल- पैदल गश्त पर निकले थे- दुखद घटना-उपमुख्यमंत्री विजय शर्मासुकमा। सुकमा जिले के कोटा में नक्सलियों के आईईडी विस्फोट की चपेट में आकर कोंटा डिविजन के एडिशनल एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए हैं। घटना में कोंटा एसडीओपी भानुप्रपात चंद्राकर और टीआई सोनल ग्वाला घायल हो गए हैं। मौके पर अतिरिक्त फोर्स को रवाना किया गया है। .दरअसल नक्सलियों ने 10 जून को भारत बंद का आह्वान किया है।. इसे लेकर एएसपी आकाश राव अपनी टीम के साथ पैदल गश्त पर निकले थे। इसी दौरान कोंटा- एर्राबोर मार्ग पर डोंड्रा के पास नक्सलियों के लगाए गए आईईडी विस्फोट की चपेट में आ गए। इस विस्फोट में कुछ और अधिकारी और जवान घायल हुए हैं। सभी घायलों का कोन्टा अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।दुखद घटना-उपमुख्यमंत्री विजय शर्माछत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, "्र सुकमा आकाश राव गिरिपुंजे कोंटा-एर्राबोरा रोड पर डोंड्रा के पास आईईडी विस्फोट में घायल होने के बाद वीरगति को प्राप्त हो गए हैं। वे एक बहादुर जवान थे और उन्हें कई वीरता पुरस्कार दिए गए थे। यह हमारे लिए बहुत दुख का विषय है। तलाशी और अभियान शुरू कर दिया गया है..."
- रायपुर / छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में आज नवा रायपुर के भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में दो दिवसीय चिंतन शिविर 2.0 का शुभारंभ हुआ। सुशासन एवं अभिसरण विभाग और आईआईएम रायपुर के सहयोग से आयोजित इस शिविर में उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, श्री विजय शर्मा, मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक और प्रबुद्धजन शामिल हुए। इस मंच का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता बढ़ाना, अंतर-क्षेत्रीय समन्वय को सशक्त करना और जनकल्याण के लिए परिवर्तनकारी दृष्टिकोण विकसित करना है।मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह शिविर आत्मनिरीक्षण और ज्ञान के आदान-प्रदान का अनूठा अवसर है, जो छत्तीसगढ़ को सुशासन के नए आयामों तक ले जाएगा। उन्होंने पिछले चिंतन शिविर से प्राप्त सुझावों को लागू कर आम जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की बात कही। श्री साय ने बताया कि डेढ़ वर्षों में 350 से अधिक प्रशासनिक सुधार किए गए, जिनमें ई-ऑफिस प्रणाली ने फाइलों के मैनुअल ढेर को समाप्त कर जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की है। अब फाइलें ऑनलाइन मूव होती हैं, और हर कार्य की समय-सीमा निर्धारित है, जिससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश खत्म हुई है।छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष को अटल निर्माण वर्ष के रूप में मनाते हुए मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि अटल जी के सुशासन के सिद्धांतों को धरातल पर उतारना इस वर्ष का मुख्य लक्ष्य है। डिजिटल गवर्नेंस को अपनाकर रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिसमें अब घर बैठे मिनटों में रजिस्ट्री और स्वतः नामांतरण हो रहा है। यह तकनीकी नवाचार भ्रष्टाचार को समाप्त करने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है।नई उद्योग नीति के तहत सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस ने निवेश को प्रोत्साहन दिया है। खनिज संसाधनों से समृद्ध छत्तीसगढ़ में कोर सेक्टर की अपार संभावनाओं को देखते हुए विशेष अनुदान की व्यवस्था की गई है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर और होम स्टे उद्यमियों के लिए अनुदान शुरू कर प्राकृतिक सौंदर्य को आर्थिक अवसरों में बदला जा रहा है। इसके अलावा, एआई और क्लाइमेट चेंज से जुड़े उद्यमों को प्रोत्साहन, नवा रायपुर में देश का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क और सेमीकंडक्टर यूनिट का शुभारंभ छत्तीसगढ़ को तकनीकी क्रांति का अग्रदूत बना रहा है।शिविर में ‘प्रथम दिवस परिवर्तनकारी नेतृत्व और दूरदर्शी शासन’, ‘संस्कृति, सुशासन और राष्ट्र निर्माण’ और ‘सक्षमता से सततता तक: सार्वजनिक वित्त पर पुनर्विचार’ जैसे विषयों पर सत्र आयोजित किए गए। डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, प्रो. हिमांशु राय, डॉ. रविंद्र ढोलकिया, श्री संजीव सान्याल, उदय माहुरकर और डॉ. राजेंद्र प्रताप गुप्ता जैसे प्रख्यात विशेषज्ञ अपने विचार साझा किए।मुख्यमंत्री ने बस्तर के विकास पर विशेष जोर देते हुए कहा कि माओवाद पर प्रभावी कार्रवाई ने क्षेत्र में शांति और प्रगति की राह खोली है। बस्तर ओलंपिक, बस्तर पंडुम और बस्तर डायलॉग जैसे आयोजनों ने युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा है। हाल ही में बोधघाट परियोजना को मंजूरी मिलने से 7 लाख हेक्टेयर में सिंचाई और 125 मेगावाट बिजली उत्पादन संभव होगा, जिससे हजारों स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। नियद नेल्ला नार योजना से शासकीय योजनाओं का सेचुरेशन सुनिश्चित किया गया है।सुशासन तिहार के तहत 41 लाख से अधिक आवेदनों में से 99 प्रतिशत का गुणवत्तापूर्ण निराकरण कर जनसमस्याओं का समाधान किया गया। समाधान शिविरों में जनता से सीधा संवाद और शासकीय योजनाओं का पात्र लोगों को लाभ मिला। मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल और जनप्रतिनिधियों ने गांव-गांव जाकर विकास कार्यों की स्थिति का जायजा लिया। श्री साय ने कहा कि छोटे कस्बों में स्कूल, अस्पताल और मल्टीप्लेक्स जैसी सुविधाओं के लिए अनुदान की व्यवस्था से पलायन रुकेगा और आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। महतारी वंदन योजना और कृषक उन्नति योजना ने बड़े तबके की आर्थिक ताकत बढ़ाई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को आत्मसात करते हुए विजन डाक्यूमेंट 2047 तैयार किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास का रोडमैप है।मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ उल्लेख किया कि जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज में छत्तीसगढ़ का स्टील उपयोग हुआ है। उन्होंने सुशासन एवं अभिसरण विभाग और आईआईएम रायपुर को इस आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि चिंतन शिविर में प्राप्त सुझाव विकसित छत्तीसगढ़ की ठोस नींव रखेंगे।
- बलरामपुर। बसंतपुर पुलिस द्वारा अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। थाना बसंतपुर पुलिस ने सरहदी क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए लगभग 14 क्विंटल 44 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ (डोडा) बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपए आंकी गई है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे धनवार चेकपोस्ट पर की गई, जहां एक संदिग्ध ट्रक से यह भारी मात्रा में नशीला पदार्थ जब्त किया गया।यह अभियान पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज दीपक कुमार झा और पुलिस अधीक्षक बलरामपुर वैभव बैंकर के मार्गदर्शन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी एवं वाड्रफनगर एसडीओपी रामअवतार ध्रुव के निर्देशन में संचालित किया गया। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध ट्रक धनवार आरटीओ बैरियर के पास खड़ा है, जिसमें अवैध सामग्रियां हो सकती हैं। सूचना मिलते ही थाना बसंतपुर पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर मौके पर कार्रवाई करते हुए ट्रक की तलाशी ली।जांच के दौरान ट्रक में 10 बोरियों में भरा हुआ करीब 14.44 क्विंटल डोडा पाया गया, जिसे गवाहों के समक्ष विधिवत तौला गया और मौके पर ही जब्त किया गया। इसके बाद थाना बसंतपुर में अपराध क्रमांक 107/2025 धारा 15(सी), 25, 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।इस बड़ी सफलता से यह स्पष्ट होता है कि बलरामपुर पुलिस सरहदी इलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण हेतु न केवल सजग है, बल्कि ठोस रणनीति के साथ काम कर रही है। पुलिस अधीक्षक बलरामपुर ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त किसी भी व्यक्ति या गिरोह के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।प्रकरण की विवेचना जारी है और जल्द ही मामले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
- भिलाईनगर। प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत नगर निगम भिलाई द्वारा सभी 70 वार्डों में विगत दिनों में वीएलसी घटक का सर्वे कराया गया। जिसमें 1469 हिग्रहियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया है, जिसमें 462 हितग्राहियों का शासन से स्वीकृत हो गया है तथा 74 नया डीपीआर शासन को भेजा गया है। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद तेजी से निर्माण कार्य कराए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। राज्य के नगरी प्रशासन विकास विभाग एवं भारत सरकार द्वारा लाभार्थी आधारित बीएलसी घटक अंतर्गत समयबद्ध क्रियान्वयन एवं हितग्राहियों को निर्धारित समयावधि में लाभ प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री गृह प्रवेश सम्मान योजना प्रारंभ की जा रही हैं। जो हितग्राही समय अवधि में 18 महीने में अपना मकान बनाकर के अपने नए मकान में निवास करने लगेंगे उन्हें सीधा लाभ मिलेगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य हितग्राहियों को निर्धारित समय सीमा में आवास का लाभ प्रदान किए जाने हेतु प्रोत्साहन करना है। मुख्यमंत्री गृह प्रवेश सम्मान योजना हेतु राशि प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप लाभार्थी आधारित निर्माण ;बीएलसी घटक अन्तर्गत स्वीकृत ऐसे हितग्राही, जिनके द्वारा निर्धारित 18 माह की समयावधि में अपने आवास का निर्माण पूर्ण करते हुए गृह प्रवेश किया गया है, उन्हें राशि रू 32.850. प्रति आवास हितग्राहियों के खाते में सीधे हस्तान्तरित की जावेगी।
- भिलाई। नेहरू नगर भेलवा तालाब में आज क्रेज़ी 36, भारत विकास परिषद, हैप्पी ग्रुप के सदस्य जो वहां पर प्रतिदिन टहलने एवं योगाभ्यास करने आते हैं। उनके द्वारा नगर निगम भिलाई के आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय के साथ सफाई अभियान चलाया गया। बड़े ही जोश खरगोश के साथ युवा वर्ग अपने हाथों में हेज कटर, कैची, दाव, गड़ासा इत्यादि लेकर के चल रहे थे। उन्हें जो भी डाली झुकी हुई दिखती थी या पाथवे पर फैलने की संभावना थी, उसकी कटाई-छटाई कर रहे थे। उनका कहना था कि हम लोग इस तालाब में टहलने आते हैं, गंदगी भी हम ही लोग के बीच से होता है। सफाई भी हम लोग कुछ तो कर सकते हैं। आयुक्त पाण्डेय स्वयं हेज कटर लेकर के झाड़ियों को काट रहे थे। इसके बाद वहां पर मनोरंजन के लिए रास्सा खींच प्रतियोगिता, योगाभ्यास, जुंबा, स्वच्छता अभियान पर परिचर्चा इत्यादि किया गया ।आयुक्त पाण्डेय ने उपस्थित लोगों से कहा कि एक अच्छी पहल है। अगर युवा वर्ग इसमें शामिल होते हैं तो लोगों के बीच अच्छा संदेश जाएगा। नगर निगम भिलाई के संसाधन सीमित है हम सब लोग मिलकर के ही सफाई कर सकते हैं। नगर निगम भिलाई द्वारा पब्लिक भागीदारी के लिए निविदा आमंत्रित किया गया है। जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति या संस्था अपने आसपास के गार्डन को गोद ले सकता है। इसके लिए उसे ₹1000 का डीडी आयुक्त नगर निगम भिलाई एवं ₹10000 एफडी जमा करना होगा। बाद में एफडी ब्याज के साथ संबंधित संस्था को वापस हो जाएगा। 9 जून भाग लेने का आखिरी तिथि है ।पोस्ट ऑफिस के माध्यम से निगम के पत्ते पर भेजना होगा। उसके बाद वहां की निवीदा खोली जाएगी। एक बार नगर निगम भिलाई द्वारा पूरे गार्डन को व्यवस्थित करके संबंधित संस्था को दे दिया जाएगा। अपने उद्यान की देखरेख करना, समय पर खोलना, समय पर बंद करना, आवश्यकता के अनुसार उसमें पानी डलवाना, यह सब कार्य उस संस्था को करना होगा। संस्था चाहे तो वहां पर अपना विज्ञापन बोर्ड, नाश्ते, चाय -पानी, दूध बिक्री इत्यादि का गुमटी लगा सकता है। नगर निगम भिलाई हर जगह कर्मचारी या चौकीदार नहीं रख रख सकता है। जब स्थानीय लोग सहयोग करेंगे तब और विकसित होगा। क्रेजी36 ग्रुप के सदस्य हरीश मिश्रा ने बताया पहले हम लोग आते थे यहां पर जुंबा खेल - कूद कुछ हंसी-मजाक मजाक करके चले जाते थे। आज नगर निगम के साथ मिलकर के जब हम लोग सफाई किए हैं, हमें अच्छा लगा । हम सब मिलकर के भी थोड़ा-थोड़ा प्रत्येक हफ्ते कुछ कुछ करेंगे एक बेहतर प्रयास हो सकता है। सफाई अभियान के दौरान नगर निगम भिलाई से जनसंपर्क अधिकारी अजय शुक्ला, उद्यान अधिकारी तुलेश्वर साहू, उद्यान सुपरवाइजर विनोद, त्रिलोक ताम्रकार, वामन राव, क्रेजी 36 ग्रुप से वीरल नामदेव, हर्षा जवानी, महीप प्रधान, लकी, सौरभ चंद्राकर, भूषण, भारत विकास परिषद से सचिव जितेंद्र सिंह, सुभाष गुलाटी, नरेश गुप्ता, डॉक्टर गोस्वामी, विश्व हिंदू परिषद से शैलेंद्र सिंह परिहार, हैप्पी ग्रुप से डॉक्टर नवीन कौरा, संजय भाटिया, प्रदीप डालमिया, डॉ ललित पोपट, तुलसी भवानी, सुबोध अग्रवाल, एमपी सिंह, राजू इत्यादि उपस्थित रहे।
- दुर्ग, / राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन दुर्ग अंतर्गत संविदा भर्ती हेतु दिनांक 11 जनवरी 2025 के माध्यम से 38 पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। उक्त विज्ञापित पदों में से 30 पदों की कौशल परीक्षा हेतु संवर्गवार अनुपातिक मेरिट सूची एवं कौशल परीक्षा तिथि की सूची दुर्ग जिले की विभागीय वेबसाइट www.durg.gov.in में देखा व डाउनलोड किया जा सकता है। भर्ती प्रकिया से संबंधित जानकारी के लिये अभ्यर्थी वेबसाइट का निरंतर अवलोकन करते रहें।
-
-शीघ्र एम्स हॉस्पिटल के पास चौक निर्माण, सामुदायिक भवन, मिडिल स्कूल जीर्णोद्धार सहित विविध विकास कार्य कराये जायेंगे
रायपुर - आज प्रदेश के पूर्व केबिनेट मन्त्री रायपुर पश्चिम विधायक श्री राजेश मूणत ने रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत रायपुर नगर पालिक निगम के जोन क्रमांक 8 के अंतर्गत शहीद भगत सिंह वार्ड क्रमांक 21 के क्षेत्र में 90 लाख रूपये की स्वीकृत लागत से नवीन विविध विकास कार्यों को शीघ्र जनहित में जनसुविधा विस्तार की दृष्टि से करवाने हेतु श्रीफल फोड़कर और कुदाल चलाकर भूमिपूजन नगर निगम लोक कर्म विभाग के अध्यक्ष श्री दीपक जायसवाल, शहीद भगत सिंह वार्ड पार्षद एवं निगम स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, जोन 8 जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर, वार्ड पार्षद श्रीमती मीना ठाकुर, सर्वश्री भगतराम हरवंश, अमन सिंह ठाकुर, आनंद अग्रवाल, महेन्द्र औसर, अर्जुन यादव, पूर्व पार्षद श्री गोपी साहू,सामाजिक कार्यकर्त्ता सुश्री प्रभा दुबे, नगर निगम जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल, गणमान्यजनों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं, महिलाओं, नवयुवकों,वार्डवासियों, आमजनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति के मध्य किया. नए विकास कार्यों में टाटीबंध चर्च के पास एम्स हॉस्पिटल के पास चौक निर्माण कार्य, टाटीबंध मिडिल स्कूल का जीर्णोद्धार कार्य,टाटीबंध में सामुदायिक भवन निर्माण, स्वामी दयानन्द सरस्वती स्कूल टाटीबंध में शेड निर्माण कार्य, यदुवंशी चौक में अपूर्ण रंगमंच को पूर्ण करने का कार्य एवं अन्य नए विविध विकास कार्य रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नगर निगम रायपुर के जोन 8 के अंतर्गत शहीद भगत सिंह वार्ड नम्बर 21 के क्षेत्र में शीघ्र करवाए जायेंगे. नए विकास कार्य वार्ड में प्रारम्भ करवाए जाने पर वार्ड 21 पार्षद एवं निगम स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर ने समस्त वार्डवासियों की ओर से प्रदेश के पूर्व केबिनेट मन्त्री रायपुर पश्चिम विधायक श्री राजेश मूणत को हार्दिक धन्यवाद दिया. -
-गौवंश का चारा पानी, चिकित्सा व्यवस्था तत्काल सुधारने दिए आवश्यक निर्देश
रायपुर - आज नगर पालिक निगम के जोन 8 अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर ने जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल सहित सहायक राजस्व अधिकारी श्री प्रमोद जाधव, जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री गोपीचंद देवांगन एवं अन्य सम्बंधित जोन अधिकारियों की उपस्थिति में जोन के अंतर्गत वीर सावरकर नगर वार्ड क्रमांक 1 के अंतर्गत अटारी गौठान का आकस्मिक निरीक्षण कर वहाँ रह रहे गौवंश की चारा पानी की व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था का प्रत्यक्ष निरीक्षण कर जानकारी ली और तत्काल गौठान की व्यवस्था को सुधारने के सम्बन्ध में अधिकारियों को स्थल पर आवश्यक निर्देश दिए. - -आईआईएम रायपुर में मंत्रियों ने सीखी सुशासन और नेतृत्व की बारीकियांरायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि ‘चिंतन शिविर 2.0’ जैसे प्रशिक्षण सत्र शासन को नया दृष्टिकोण और नीतिनिर्माण प्रक्रिया को सशक्त बनाने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से मंत्रीगणों को सुशासन और परिवर्तनकारी नेतृत्व के महत्वपूर्ण गुर सीखने का अवसर मिलता है।आईआईएम रायपुर में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के प्रथम सत्र में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और राज्य के सभी मंत्रीगण शामिल हुए। इस सत्र में ‘परिवर्तनकारी नेतृत्व’, ‘दूरदर्शी शासन’, ‘संस्कृति’, ‘सुशासन’ और ‘राष्ट्र निर्माण’ जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने ‘परिवर्तनकारी नेतृत्व एवं दूरदर्शी शासन’ विषय पर अपने व्याख्यान में भगवद्गीता के श्लोकों के माध्यम से निष्काम कर्म और नैतिक प्रशासन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कार्य केवल फल की आशा से नहीं, बल्कि उसके सही होने के कारण किया जाना चाहिए।भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने ‘संस्कृति, सुशासन और राष्ट्र निर्माण’ विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा, “भारत की एकता केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक भी है। राष्ट्र निर्माण केवल नीतियों या संसाधनों से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना और नैतिक मूल्यों से संभव है।” उन्होंने अंत्योदय के महत्व पर बल देते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण को सुशासन की प्राथमिकता बताया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि चिंतन शिविर जैसे आयोजन शासन को नई दिशा और ऊर्जा देते हैं। उन्होंने दोनों विशेषज्ञ वक्ताओं के विचारों को अत्यंत प्रेरणादायक और नीति-निर्माण के लिए उपयोगी बताया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, सुशासन एवं अभिसरण विभाग के विशेष सचिव श्री रजत बंसल, भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर के निदेशक श्री राम काकाणी और सभी मंत्रीगण उपस्थित थे।
- -मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ सुशासन वाटिका में किया मौलश्री के पौधे का रोपणरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहां भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर में आयोजित चिंतन शिविर 2.0 के पहले दिन की शाम आईआईएम परिसर में सुशासन वाटिका का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ सुशासन वाटिका में मौलश्री के पौधे का रोपण किया।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के साथ सुशासन वाटिका में उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव व श्री विजय शर्मा, वनमंत्री श्री केदार कश्यप, वित्त श्री ओपी चौधरी, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम , खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. राम कुमार कांकाणी ने भी मौलश्री का पौधा लगाया।मौलश्री वृक्ष की विशेषताएँमौलश्री एक सुगंधित फूलों वाला वृक्ष है जो भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाता है। यह एक सदाबहार वृक्ष है जो सामान्यतः 10-15 मीटर तक ऊँचा होता है।इस के फूल छोटे, सफेद या हल्के पीले रंग के, अत्यंत सुगंधित होते हैं। रात के समय इनकी महक और भी तेज होती है। मौलश्री वृक्ष के औषधीय गुण भी होते हैं और इसका उपयोग कई तरह की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। पारंपरिक रूप से इसे मंदिरों के आसपास और घरों के आंगन में लगाया जाता रहा है।
- -छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु शारीरिक, मानसिक, सांस्कृतिक और नैतिक शिक्षा पर विशेष जोरमहासमुंद / पिथौरा विकासखंड की ग्राम पंचायत लहरौद में स्थित आदिवासी कन्या छात्रावास न केवल एक आवासीय सुविधा है, बल्कि यह आदिवासी बालिकाओं के सर्वांगीण विकास और सशक्तिकरण का एक सशक्त केंद्र भी बन चुका है। 01 सितंबर 2006 को स्थापित यह पोस्ट-मैट्रिक छात्रावास आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित है। यहाँ बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन, आत्मनिर्भरता, सुरक्षित एवं सहयोगात्मक वातावरण तथा सांस्कृतिक मूल्यों का भी समुचित विकास किया जाता है।छात्रावास में वर्तमान में लगभग 50 आदिवासी छात्राएँ एवं 5 अन्य वर्ग की छात्राएँ कक्षा 11वीं से स्नातक तृतीय वर्ष तक निवासरत हैं। कोरोना काल के बाद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रतिदिन सुबह और शाम आधे घंटे के प्राणायाम और ध्यान (मैडिटेशन) सत्र अनिवार्य रूप से आयोजित किए जाते हैं। इससे छात्राओं की मानसिक एकाग्रता, आत्म-नियंत्रण और भावनात्मक संतुलन बेहतर होता है। अधीक्षिका श्रीमती सरोज साद स्वयं योग और मेडिटेशन कक्षाएँ संचालित करती हैं और उनकी देखरेख में छात्रावास में परिवार जैसा आत्मीय वातावरण बना हुआ है।छात्रावास में पर्यावरण संरक्षण और स्वावलंबन की भावना को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से बागवानी, पौधारोपण, फल-फूलों की देखरेख एवं किचन गार्डनिंग की गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। प्रत्येक कक्षा की छात्राओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है जिससे उनमें उत्तरदायित्व की भावना विकसित हो रही है। सब्जी बागवानी में सुकेश यादव द्वारा नियमित सहयोग प्राप्त हो।
- दंतेवाड़ा । कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत द्वारा कलेक्टोरेट परिसर के भू-तल सभाकक्ष में प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के युक्तियुक्तकरण के संबंध में शनिवार को प्रेस वार्ता ली गई। प्रेसवार्ता में कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से बताया कि शालाओं के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के गुणवत्ता स्तर में सुधार, विद्यालयों के समायोजन और शिक्षकों की समुचित व्यवस्था करना था और जिले के स्थिति को ध्यान में रखते हुए किसी भी शाला का संचालन बंद नहीं किया गया है। इस क्रम में जिन शालाओं में दर्ज संख्या शून्य पायी गई, वे भी पूर्ववतः संचालित रहेगी। कलेक्टर ने अवगत कराया कि एक ही परिसर में स्थापित प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं को संचालन के वरिष्ठ शिक्षक के अधीन रहेगी। इस युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में विद्यार्थी प्राथमिक स्तर से माध्यमिक स्तर तक की पढ़ाई एक शाला से कर सकेंगे और उन्हें आगे की अध्ययन हेतु अलग-अलग शालाओं में प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इसके अलावा एक ही परिसर के विद्यालयों में प्रशासनिक कसावट आयेगी। साथ ही विशेषज्ञ शिक्षकों की उपलब्धता बढ़ेगी और छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों हेतु उपचारात्मक शिक्षा हेतु विशेषज्ञ शिक्षक मिलेंगे। और शिक्षा के स्तर में एकरूपता को बढ़ावा मिलेगा।कलेक्टर श्री दुदावत ने प्रेसवार्ता में युक्तियुक्त प्रक्रिया के संबंध में बताया कि आज स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में हुए युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के दौरानप्राथमिक स्तर पर 127 शिक्षक एवं प्रधान पाठकों की काउंसलिंग की गई एवं 04 अनुपस्थित शिक्षकों को लॉटरी के माध्यम से विद्यालय प्रदाय किया गया। इस प्रकार माध्यमिक स्तर में युक्तियुक्तकरण के तहत 39 शिक्षक एवं प्रधान पाठकों की काउंसलिंग की गई एवं 02 अनुपस्थित शिक्षकों को लॉटरी के माध्यम से विद्यालय प्रदाय किया गया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.के.अम्बष्ट सहित मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे।
- -प्राथमिक स्तर में 127 एवं माध्यमिक स्तर पर 39 शिक्षकों की हुई काउंसलिंगदंतेवाड़ा । स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल दंतेवाड़ा में जिले के प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया शनिवार को कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत की उपस्थिति में संपन्न हुई। इस युक्तियुक्तकरण के तहत प्राथमिक स्तर में 127, माध्यमिक स्तर पर 39 शिक्षकों की काउंसलिंग की गई। कलेक्टर द्वारा शिक्षकों की सहमति के आधार पर उनकी स्कूलों में पदस्थापना की गई।ज्ञात हो कि युक्तियुक्तकरण से पहले शिक्षक विहीन प्राथमिक शाला संख्या 2 कुल पद- 4 (02 शिक्षक 02 प्रधान पाठक), एकल शिक्षकीय प्राथमिक शाला संख्या 139 (कुल पद 149,) दर्ज संख्या के आधार पर अतिरिक्त शिक्षक आवश्यकता 43,(कुल रिक्तियां 196,) दर्ज की गई थी। इस प्रकार जिले में कुल अतिशेष शिक्षक की संख्या प्राथमिक स्तर 129 शिक्षक एवं 02 प्रधान पाठक की थी। इस क्रम में युक्तियुक्तकरण के बाद शिक्षक विहीन प्राथमिक शाला संख्या अब नहीं है एवं एकल शिक्षकीय प्राथमिक शाला संख्या 12 (कुल पद- 22,) दर्ज संख्या के आधार पर अतिरिक्त शिक्षक आवश्यकता वाले स्कूलों की संख्या 43, (कुल रिक्तियां 65,) रही। इस प्रकार अब जिले में प्राथमिक शालाओं में अतिशेष की संख्या नहीं रही। आज संपन्न हुई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में 127 शिक्षक एवं प्रधान पाठकों की काउंसलिंग की गई एवं 04 अनुपस्थित शिक्षकों को लॉटरी के माध्यम से विद्यालय प्रदाय किया गया। इस प्रकार माध्यमिक स्तर पर युक्तियुक्तकरण से पहले शिक्षक विहीन माध्यमिक शाला की संख्या 0, एकल शिक्षकीय माध्यमिक शाला की संख्या 1 थी। इस प्रकार दर्ज संख्या के आधार पर अतिरिक्त शिक्षक वाले कुल माध्यमिक शाला 39 दर्ज किया गया था। इसके के तहत कुल रिक्तियां 42 रही। इस प्रकार जिले में माध्यमिक शालाओं में कुल 40 अतिशेष शिक्षक तथा 01 प्रधान पाठक का पद दर्ज किया गया था। युक्तियुक्तकरण के पश्चात जिले के माध्यमिक शाला स्तर में अतिशेष शिक्षकों की नहीं रही। आज हुए युक्तियुक्तकरण काउंसलिंग माध्यमिक स्तर पर 39 शिक्षक एवं प्रधान पाठकों की काउंसलिंग की गई एवं 02 अनुपस्थित शिक्षकों को लॉटरी के माध्यम से विद्यालय प्रदाय किया गया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा, एसडीएम बचेली श्री कमल किशोर, एसडीएम दंतेवाड़ा श्री मूलचंद चोपड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी एस.के.अम्बस्ट सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।उल्लेखनीय है कि राज्य में युक्तियुक्तकरण का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों के समायोजन एवं शिक्षकों की समुचित व्यवस्था किया जाना है। इसी दृष्टि से एक ही परिसर की विद्यालयों का समायोजन किया जा रहा है। जिन विद्यालयों में अधिक शिक्षक कार्यरत हैं, उन विद्यालयों से कम शिक्षक वाले विद्यालयों में शिक्षकों का समायोजन किये जाने से सभी विद्यालयों में शामिल समानुपातिक शिक्षकों की व्यवस्था होगी। युक्तियुक्तकरण से विद्यार्थियों को शालाओं में बार-बार प्रवेश से मुक्ति मिलेगी, जिससे ड्रॉप आउट रेट में कमी आयेगी। इसके अलावा एक ही परिसर के विद्यालयों में प्रशासनिक कसावट आयेगी। साथ ही विशेषज्ञ शिक्षकों की उपलब्धता बढ़ेगी। छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों हेतु उपचारात्मक शिक्षा हेतु विशेषज्ञ शिक्षक मिलेंगे। भविष्य हेतु बेहतर अधोसंरचना विकसित की जा सकेगी और शिक्षा के स्तर में एकरूपता को बढ़ावा मिलेगा।
- - कलेक्टर ने जिले के नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रसित होने पर नजदीकी शासकीय चिकित्सालयों में जाकर उपचार कराने की अपील की- शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव व एम्स में की जा रही कोविड-19 संक्रमण की सैंपलिंग एवं जांचराजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने प्रदेश में मिल रहे कोविड-19 केस के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग को कोविड से बचाव हेतु आवश्यक तैयारी करने तथा पूर्ण तैयारी के साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने जिले के नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रसित होने पर नजदीकी शासकीय चिकित्सालयों में जाकर उपचार कराने तथा संभावित संक्रमण की जांच शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव व एम्स में कराने की अपील की है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न ने बताया कि कोविड-19 प्रबंधन हेतु आवश्यक दवाईयां, ऑक्सीजन कनेक्टर, ऑक्सीजन सिलिण्डर तथा आईसोलेशन वार्ड तथा जांच हेतु आवश्यक सामग्री की समीक्षा की गई है। साथ ही राज्य से कोविड-19 जांच एवं प्रबंधन हेतु समन्वय स्थापित किया गया है। जिले के चिकित्सा अधिकारियों की कोविड-19 की जांच एवं प्रबंधन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में सैंपलिंग एवं जांच की जा रही है। साथ ही नागरिकों को कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक सलाह दी गई। सर्दी,खांसी,बुखार वाले व्यक्ति एवं अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित वाले कोमार्बिड व्यक्ति मास्क का उपयोग करें एवं अनावश्यक भीड़ वाले जगह से बचे तथा उपचार हेतु स्वास्थ्य केन्द्रों में जाए। जिन घरों में सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण वाले मरीज पाये जाते है, उन घरों को हवादार रखें। संक्रमण से बचाव हेतु दूरी बनाये रखें। हैंडवाश तथा पूर्व में प्रचलित प्रोटोकाल का पालन करें एवं घबराये नहीं।
-
- शिविर में प्राप्त 705 आवेदन में से 252 आवेदनों का मौके पर ही किया गया निराकरण
राजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में जिले में तहसील स्तरीय राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। तहसील स्तरीय राजस्व शिविरों में अविवादित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, राजस्व अभिलेखों में त्रुटि सुधार, डायवर्सन, प्राकृतिक आपदा के मामले, किसान किताब, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्र, अतिक्रमण सहित अन्य राजस्व संबंधी मामलों के संबंध में प्राप्त आवेदनों पर अतिशीघ्र निराकरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को तहसील कार्यालय घुमका में राजस्व शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 705 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें नामांतरण के 71, बंटवारा के 32, सीमांकन के 53, त्रुटि सुधार के 67, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्र के 218, अतिक्रमण के 37, पट्टा के 48, ऋण पुस्तिका के 37 एवं अन्य 148 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें से 252 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया। शेष आवेदनों पर जांच पश्चात समय-सीमा में निराकरण किया जाएगा। तत्काल आवेदनों का निराकरण होने पर किसानों एवं जनसामान्य के प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया। शिविर में अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, अनुविभागीय अधिकारी राजनांदगांव श्री खेमलाल वर्मा, तहसीलदार घुमका श्री नीलकंठ जनबंधु, नायब तहसीलदार घुमका श्री राम लखन चौहान, राजस्व निरीक्षक श्री रंजीत सिंह, समस्त पटवारी, कोटवार सहित बड़ी संख्या में किसान एवं नागरिकगण उपस्थित थे। - -बच्चों की मुस्कान ही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है : श्रीमती राजवाड़ेरायपुर ।महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने बिलासपुर में स्थित गैर शासकीय संस्था सेवा भारतीय मातृ छाया शिशु गृह (विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शिशु गृह में निवासरत बच्चों से आत्मीयता से मुलाकात की, उनका हालचाल जाना और संस्था द्वारा प्रदान की जा रही देखभाल सुविधाओं की जानकारी ली।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने बच्चों के साथ समय बिताया और कहा, इन मासूम चेहरों की मुस्कान ही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है। ये बच्चे हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी हैं, और उनके सुरक्षित, स्वस्थ एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए राज्य सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है।निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्था द्वारा बच्चों के संरक्षण, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और पुनर्वास की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दत्तक ग्रहण योग्य बच्चों के लिए कार्यरत ऐसी संस्थाएं समाज में सकारात्मक बदलाव की आधारशिला हैं।सेवा भारतीय मातृ छाया शिशु गृह, एक मान्यता प्राप्त विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी है, जो परित्यक्त, अनाथ और असहाय बच्चों को आश्रय, देखभाल और सुरक्षित गोदन प्रक्रिया के माध्यम से नया परिवार प्रदान करती है। संस्था में बच्चों की उम्र के अनुसार पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसी संस्थाओं को समय-समय पर तकनीकी और प्रशासनिक सहयोग प्रदान किया जाए ताकि बच्चों को बेहतर जीवनशैली मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि दत्तक ग्रहण प्रक्रिया को पारदर्शी, संवेदनशील और सरल बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है।निरीक्षण के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी, बाल संरक्षण इकाई के सदस्य एवं संस्था की संचालिका सहित कई गणमान्य उपस्थित थे। सभी ने मंत्री को संस्था की कार्यप्रणाली एवं वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।
- - कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों से त्रिनेत्र योजना में सहयोग करने के लिए किया आह्वान- शहर में चोरी, अपराध सहित अन्य अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहलराजनांदगांव/ कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने आज जिला कार्यालय के कलेक्टर कक्ष में त्रिनेत्र योजना के संबंध में संयुक्त बैठक ली। शहर की सुरक्षा के दृष्टिगत जिले में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा जनसहभागिता से जनप्रतिनिधि, चेम्बर ऑफ कामर्स, समाज प्रमुख, संगठन, व्यापारी संघ, समाज सेवी, गणमान्य नागरिकों द्वारा प्रोजेक्ट त्रिनेत्र अंतर्गत सीसीटीवी कैमरा लगाने की अनोखी पहल की गई है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने सभी राईस मिलर्स, स्कूल-कालेज, उद्योगपति, हॉस्पिटल, बिल्डिर्स, होटल, बैंकर्स एवं नागरिकों से त्रिनेत्र योजना में सहयोग देने के लिए आह्वान किया है। कलेक्टर ने कहा कि एक जुलाई तक प्रथम चरण में त्रिनेत्र योजना अंतर्गत सीसीटीवी कैमरा एवं सर्वर जोड़कर प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसमें सहयोग करने वाली संस्थाएं सामग्री की गुणवत्ता की जानकारी कंट्रोल रूम आकर देख सकते हैं।उल्लेखनीय है कि त्रिनेत्र योजना देश की पहली बेहतरीन योजना है, जिससे शहर में चोरी, अपराध सहित अन्य अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहल की गई है। इस योजना अंतर्गत नागरिकों ने लगभग सवा करोड़ रूपए का सहयोग दिया है। जिससे शहर में अभी तक लगभग 70 हजार मीटर आरमंड आप्टिक ऑफ्टिक फाईबर एवं पोल लगाकर बिछा दिया गया है। प्रथम चरण में सेफ्टी बाक्स एवं कैमरा लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। त्रिनेत्र योजना अपराधियों पर शिकंजा कसने एवं असमाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखने के लिए कारगर कदम है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा, नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, पुलिस सायबर टीम से श्री अभिषेक साहू, श्री द्वारिका प्रसाद, कोषाध्यक्ष त्रिनेत्र श्री अशोक मोदी, टेक्निशियन श्री सृष्टिपाल सिंह भाटिया एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
- शिक्षकों की पदस्थापना से स्कूलों में लौटी रौनकशिक्षकों की पदस्थापना से स्कूलों में लौटी रौनकपालकों में उत्साह, बच्चों में नया जोशरायपुर/ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और स्कूलों में शिक्षक उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदेश भर में चलाए जा रहे युक्तियुक्तकरण अभियान के सकारात्मक परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में क्रियान्वित इस अभियान से खासकर आदिवासी बहुल और दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में शिक्षा के क्षेत्र में नई उम्मीद जगी है।फरसाबहार विकासखंड के दो ऐसे प्राथमिक विद्यालय रैगारमुंडा और मुण्डाडीह, जो वर्षों से शिक्षक विहीन थे, अब यहां युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 2-2 नियमित शिक्षकों पदस्थ हो चुके हैं। रैगारमुंडा शाला, जो कि स्वयं मुख्यमंत्री श्री साय के विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी में स्थित है, में दो शिक्षकों की नियुक्ति से गांव में शिक्षा के प्रति वातावरण पूरी तरह से बदल गया है। पूर्व में विद्यालय केवल व्यवस्था अनुसार शिक्षकों के भरोसे चल रहा था, और बच्चों की उपस्थिति नगण्य थी। अब यहां के पालकों में नया विश्वास जगा है और वे पुनः अपने बच्चों का नामांकन स्थानीय शाला में कराने के लिए आगे आ रहे हैं।इसी प्रकार मुण्डाडीह के प्राथमिक विद्यालय में लंबे समय से शिक्षक न होने के कारण शिक्षण कार्य लगभग ठप था। गांव के लोग आशंकित थे कि कहीं उनके बच्चों का भविष्य अंधकारमय न हो जाए। किंतु अब नियमित शिक्षकों की पदस्थापना से विद्यालय में फिर से पढ़ाई हो सकेगी। विद्यालय की शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और ग्रामवासियों ने शिक्षकों के आगमन पर उनका आत्मीय स्वागत किया और शासन के प्रति आभार व्यक्त किया।ग्रामवासी श्रीमती शांति चौहान, जिनकी बेटी कक्षा पाँचवीं में पढ़ती है, भावुक होकर बताती हैं किअब हम निश्चिंत हैं कि हमारे बच्चे भी पढ़-लिखकर कुछ बन पाएंगे। शिक्षक आ गए हैं, ये हमारे लिए बहुत बड़ा तोहफा है।इस सकारात्मक बदलाव पर माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि शिक्षा को सबसे बड़ी प्राथमिकता देना हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है। मैं स्वयं देख रहा था कि कई विद्यालय शिक्षक विहीन स्थिति में थे, विशेष रूप से सुदूर अंचलों में। इसलिए हमने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता से लागू किया। यह सुनिश्चित किया गया कि जहां-जहां जरूरत है, वहां शिक्षकों की तैनाती हो। जशपुर के फरसाबहार क्षेत्र में जो सकारात्मक बदलाव आ रहा है, वह इस नीति की सफलता का प्रमाण है। यह केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि हमारे बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में किया गया प्रयास है।मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी कहा कि सरकार की कोशिश है कि अगले शैक्षणिक सत्र तक प्रदेश के सभी प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में आवश्यक शिक्षक उपलब्ध हों।शिक्षकों की उपस्थिति से बच्चों को अब नियमित मार्गदर्शन मिलेगा, शैक्षणिक गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा और समूचे अंचल में शिक्षा के प्रति जागरूकता की नई लहर दौड़ पड़ी है।इस प्रकार, जशपुर जिले के रैगारमुंडा और मुण्डाडीह जैसे गांवों में युक्तियुक्तकरण की यह पहल न केवल शिक्षा को बल दे रही है, बल्कि ग्रामीण समाज में सरकार के प्रति विश्वास और सहभागिता का आधार भी मज़बूत कर रही है। यह छत्तीसगढ़ सरकार के संकल्प—“सब पढ़ें, सब बढ़ें” की दिशा में एक सार्थक कदम है।
- युक्तियुक्तकरण से दूरदराज़ के स्कूलों में पहुंचे शिक्षक, ग्रामीणों ने जताया आभाररायपुर/ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का असर अब वनांचल के गांवों में साफ़ दिखाई देने लगा है। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के दूरस्थ और पहुंचविहीन गांवों में वर्षों से शिक्षक की कमी से जूझते स्कूलों को अब राहत मिली है। लंबे समय से शिक्षक की मांग कर रहे ग्रामीणों के चेहरों पर खुशी झलक रही है।हाईस्कूल बड़गांवखुर्द को मिले दो व्याख्यातागुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में स्थित हाईस्कूल बड़गांवखुर्द में पहले कोई भी स्थायी शिक्षक नहीं था। केवल एक अतिथि शिक्षक के सहारे स्कूल चल रहा था। लेकिन युक्तियुक्तकरण के तहत अब हिन्दी और गणित के दो व्याख्याताओं की पदस्थापना की गई है। इससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है। अब बच्चों को विषय विशेषज्ञों से पढ़ने का मौका मिलेगा, जिससे पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा।ढाब गांव में शिक्षा को मिला नया सहाराविकासखंड भरतपुर के ग्राम ढाब की प्राथमिक शाला में वर्षों से सिर्फ एक शिक्षक कार्यरत थे। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। अब यहां एक सहायक शिक्षक की नियुक्ति हुई है। गांव के सरपंच और अभिभावकों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे शिक्षा का माहौल सुधरेगा और बच्चों की पढ़ाई सही ढंग से हो सकेगी।खोखनिया गांव में पूरी हुई वर्षों की मांगगुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के भीतर बसे खोखनिया गांव की प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में लंबे समय से शिक्षक नहीं थे। यहां 87 बच्चे दर्ज हैं, लेकिन शिक्षक कम थे। अब युक्तियुक्तकरण के बाद प्राथमिक शाला में एक और माध्यमिक शाला में दो शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। इससे गांववालों को बड़ी राहत मिली है।देवशील में शिक्षकों की पदस्थापना से जागी नई उम्मीदऐसे ही एक अन्य पहुंचविहीन गांव देवशील की प्राथमिक शाला में 57 बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन स्कूल में केवल एक शिक्षक कार्यरत थे। अब एक और शिक्षक की नियुक्ति से यहां शिक्षा को नई गति मिलेगी। ग्रामीणों ने शिक्षक की नियुक्ति पर प्रसन्नता जताई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का कहना है कि हमारी सरकार की प्राथमिकता है, कि शिक्षा की पहुंच अंतिम गांव तक हो। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के माध्यम से हमने उन स्कूलों में शिक्षक भेजे हैं, जहां सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी । बच्चों को अच्छी पढ़ाई का अवसर मिले, यह हमारा संकल्प है। ग्रामीणों की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं।
- शिक्षक मिलने से विद्यार्थियों को मिलेगा बेहतर शैक्षणिक वातावरणयुक्तियुक्तकरण से दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की हुई पदस्थापना, पालकों में खुशीरायपुर/ रायगढ़ जिले के शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षिकीय शालाओं के लिए युक्तियुक्तकरण का कदम दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है। दूरस्थ अंचलों में शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय शाला होने से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा था। वह अब युक्तियुक्तकरण से दूर होने जा रहा है। रायगढ़ जिले के 21 शिक्षक विहीन और 267 एकल शिक्षिकीय स्कूलों को अब शिक्षक मिल चुके हैं। इससे इन शालाओं में शैक्षणिक वातावरण बेहतर होगा।राज्य शासन के दिशा-निर्देश में जिले में अतिशेष शिक्षकों के काउंसलिंग की प्रक्रिया पूर्ण होने पश्चात अब जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में मौजूद शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों को नए शिक्षक मिल चुके है। इससे अब न केवल इन क्षेत्रों के स्कूलों को नए शिक्षक मिले है बल्कि विद्यार्थियों के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा भी सुनिश्चित हुई है। रायगढ़ जिले के अंतिम छोर धरमजयगढ़ विकासखंड के कुम्हीचुंआ के प्राथमिक शाला में 105 विद्यार्थी हैं, यह स्कूल शिक्षक विहीन था। लेकिन अब युक्तियुक्तकरण से यहां के विद्यार्थियों को 4 नए शिक्षक मिल गए हैं। इस बारे में सचिव श्री ईश्वर डनसेना ने बताया कि सरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा बच्चों के भविष्य को देखते हुए शिक्षकों की मांग रखी गई थी। सुदूर क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वर्तमान में शिक्षक नहीं होने से कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों का भविष्य अधर में था। लेकिन आज युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शाला को शिक्षक मिलने से बच्चों के भविष्य को आशा की एक नई किरण दिखने लगी है।जिले के विकासखण्ड तमनार के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोलम एक एकल शिक्षकीय शाला है जहां विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 112 है। गांव के सरपंच श्री गंगाराम पोर्ते कहते है कि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला एकल शिक्षकीय होने से बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। एक शिक्षक के भरोसे पूरे स्कूल का संचालन हो रहा था। उन्होंने बताया कि यहां लगभग दस गांव से बच्चे शिक्षा प्राप्त करने आते है। शिक्षकों की कमी से यहां स्कूल में पढ़ाई-लिखाई काफी प्रभावित हो रही थी। लेकिन आज युक्तियुक्तकरण से शाला को 02 शिक्षक और मिले है। इससे बच्चों की पढ़ाई बेहतर होगी।युक्तियुक्तकरण से पहले जिले के मैदानी इलाकों के स्कूलों में दर्ज संख्या के मान से अधिक शिक्षक कार्यरत थे और वहीं दूरस्थ ग्रामीण एवं पहाड़ी क्षेत्र के स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के मान से शिक्षक कार्यरत नहीं होने के कारण शिक्षक, छात्र-छात्राओं के अध्यापन कार्य में जो असंतुलन की स्थिति निर्मित थी। संसाधनों के इस असंतुलित वितरण से कई विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा था। विषय शिक्षकों की उपलब्धता नहीं होने से छात्रों को गणित और विज्ञान जैसे विषयों पर पकड़ बनाने में दिक्कत होती थी। उच्च शिक्षा के लिए इन संकायों में प्रवेश लेने की इच्छा से रुचि होने के बाद भी वंचित होना पड़ता था। जिसे युक्तियुक्तकरण के माध्यम से दूर करने का कार्य किया गया है। जिले में 21 स्कूल जहां शिक्षक ही नहीं थे वहां अब शिक्षकों की पदस्थापना हो चुकी है। वहीं 267 एकल शिक्षकीय स्कूलों में अन्य शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है। इससे स्कूलों का संचालन अब बेहतर तरीके से हो पाएगा।
- रायपुर/ डबरी निर्माण से संवरी किस्मत: बहुफसली खेती और मछली पालन से बढ़ी आयजशपुर जिले के फरसाबहार विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत हेटघींचा के किसान श्री धनुर्जय यादव ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत डबरी निर्माण करवा कर अपनी कृषि भूमि को सिंचाई सुविधा से सुसज्जित कर लिया है। डबरी बनने के बाद न केवल उनके खेतों में हरियाली लौट आई है, बल्कि उन्होंने बहुफसली खेती और मछली पालन शुरू कर अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि भी दर्ज की है।धनुर्जय यादव ने बताया कि कृषि ही उनके परिवार की आजीविका का मुख्य साधन है, लेकिन पानी की कमी के चलते वे केवल एक ही फसल पर निर्भर थे। गांव के अन्य किसानों को डबरी योजना से लाभ लेते देख उन्होंने भी डबरी निर्माण का प्रस्ताव ग्राम पंचायत में दिया। लगभग 2.97 लाख रूपय की लागत से बनी इस डबरी के निर्माण में कुल 1244 मानव दिवस का रोजगार भी सृजित हुआ।डबरी निर्माण के बाद उन्होंने आलू, प्याज, मिर्च, करेला, भिंडी, बरबट्टी, गोभी जैसे कई प्रकार की सब्जियों की खेती प्रारंभ की है। अब वे न केवल घर की सब्जी की जरूरतें स्वयं पूरी कर रहे हैं, बल्कि अतिरिक्त उत्पादन को बाजार में बेचकर अच्छी आय भी अर्जित कर रहे हैं। साथ ही वे मत्स्य पालन से भी अतिरिक्त लाभ कमा रहे हैं।धनुर्जय यादव कहते हैं, "पहले मैं केवल बारिश के भरोसे खेती करता था, लेकिन अब सालभर उत्पादन संभव हो पाया है। डबरी से खेतों को सिंचाई मिलती है और इससे पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है।"डबरी निर्माण से ना सिर्फ खेती की दिशा बदली, बल्कि गांव के अन्य किसान भी इस योजना से प्रेरित होकर आगे आ रहे हैं। धनुर्जय अब अपने अनुभव से अन्य ग्रामीणों को भी मनरेगा जैसी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
- रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कॉर्पोरेशन के नव नियुक्त अध्यक्ष श्रीनिवास मद्दी के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने श्री मद्दी को नई जिम्मेदारी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्री मद्दी सामाजिक रूप से लंबे समय से सक्रिय हैं और उनके पास विभिन्न पदों पर कार्य करने का गहरा अनुभव है। मुझे विश्वास है कि उनका यह अनुभव स्टेट बेवरेजेस कॉर्पोरेशन के कार्यों को सुदृढ़ करने में उपयोगी सिद्ध होगा। श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार अनेक नवाचारों के माध्यम से शासकीय कार्यों में पारदर्शिता ला रही है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर में शांति स्थापना और विकास के लिए हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। नक्सल उन्मूलन के साथ-साथ हम बस्तर में अधोसंरचना और पर्यटन विकास के कार्यों को गति दे रहे हैं, ताकि स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकें। हमने हाल ही में दुधारू पशु योजना के माध्यम से आदिवासी परिवार को दो अच्छी नस्ल की गाय प्रदान करने की शुरुआत की है, जिससे प्रदेश में दूध का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से हुई मुलाकात में प्रदेश के विकास को लेकर हुई महत्वपूर्ण चर्चाओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री से बस्तर में सिंचाई परियोजनाओं और इंद्रावती एवं महानदी को जोड़ने की महत्वाकांक्षी पहल के बारे में सार्थक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि बस्तर के विकास के साथ-साथ यह विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में एक निर्णायक कदम सिद्ध होगा।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि श्री श्रीनिवास के सामाजिक जीवन के लंबे अनुभव का लाभ निश्चित ही बेवरेजेस कॉर्पोरेशन को मिलेगा। उन्हें पहले भी वन विकास निगम के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का मौका मिला था और उन्होंने बेहतर ढंग से दायित्व का निर्वहन किया। इस अवसर पर नई जिम्मेदारियों के लिए उन्होंने श्री मद्दी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर जगदलपुर विधायक श्री किरण देव ने भी संबोधित किया एवं शुभकामनाएं दीं।कार्यक्रम में वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, सांसद श्री महेश कश्यप, सांसद श्री भोजराज नाग, विधायक श्री राजेश मूणत, विधायक श्री मोतीलाल साहू, विधायक श्री आशाराम नेताम, विधायक श्री चैतराम अटामी, विधायक श्री विनायक गोयल, विधायक श्री धरमलाल कौशिक, विभिन्न निगम-मंडलों के अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक श्री श्याम धावड़े, आबकारी विभाग के अधिकारी-कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
- राजनांदगांव/ छुरिया विकासखंड के ग्राम गेंदाटोला में मोर गांव मोर पानी महाभियान अंतर्गत वर्षा जल का संचय एवं संरक्षण के संबंध में क्लस्टर स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव उपस्थित थी। उन्होंने कहा कि जल ही जीवन है और हम सभी को वर्षा जल का सरंक्षण करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने ग्रामीणों से घरों में सोख्ता गढ्डा निर्माण कर वर्षा जल को सरंक्षण करने की अपील की। प्रशिक्षण में वर्षा जल का संचय एवं सरंक्षण के संबंध में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के मध्य चर्चा की गई। इस दौरान एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण भी किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बिरम मंडावी, सभापति जनपद पंचायत छुरिया श्रीमती हेमीन विष्णु साहू, समाज सेवी श्री मनीष त्रिपाठी, श्री कुमार साय साहू , सरपंच ग्राम पंचायत गैंदाटोला श्रीमती ऊषा कमल गुप्ता, एसडीओ श्री जीपी लारिया, कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा श्री मोहित कुमार पडौती सहित अन्य जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच एवं रोजगार सहायक, स्वसहायता समूह की महिलाएं, ग्राम पंचायत के तकनीकी सहायक मनरेगा एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।