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- - हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत किया गया सामग्री वितरणदुर्ग / सुशासन तिहार के अंतर्गत जनपद पंचायत धमधा के ग्राम दानीकोकड़ी में आज समाधान शिविर का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री ईश्वर साहू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समाधान शिविर में क्षेत्र के 19 ग्रामों के ग्रामीणों ने भाग लिया। विधायक श्री साहू ने अपने संबोधन में कहा कि समाधान शिविर शासन की एक अभिनव और जनकल्याणकारी पहल है, जिसका उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान ग्राम स्तर पर ही सुनिश्चित करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त सभी आवेदनों पर गंभीरता से विचार करते हुए त्वरित निराकरण करें।विधायक श्री साहू ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में संचालित योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसानों को बोनस, जैसी जनहितकारी योजनाओं को ‘साय-साय’ क्रियान्वित किए जाने की बात कही। उन्होंने समाधान शिविर में लगे प्रत्येक विभागीय स्टॉल का निरीक्षण किया और वहां चल रहे आवेदन निराकरण की प्रक्रिया की जानकारी ली। शिविर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने मंच से शासन की योजनाओं की जानकारी दी तथा प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति साझा की। समाधान शिविर में 19 ग्रामों से कुल 2435 आवेदन प्राप्त हुए है, जिसमें 2357 निराकृत हैं।शिविर में हितग्राहियों को स्वामित्व योजना के तहत 13 किसानों को अधिकार पत्र, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 11 हितग्राहियों को स्वीकृति प्रमाण पत्र, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत 2 हितग्राही लाभान्वित, 2 हितग्राहियों को पेंशन स्वीकृति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड एवं आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा 2 हितग्राहियों को चर्म शिल्प योजना के तहत मोची पेटी एवं औजार का वितरण किया गया। इस अवसर पर एसडीएम श्री सोनल डेविड, जनपद सीईओ धमधा श्री किरण कौशिक, सरपंच, जनपद पंचायत के सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- - निजी क्षेत्र के 225 पदों पर होगी भर्तीदुर्ग / जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र मालवीय नगर चौक दुर्ग में 30 मई 2025 को प्रातः 10.30 बजे से प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया जाएगा। इस प्लेसमेंट केम्प में वृंदा इंजीनियर्स प्रा.लि. के 220 पद एवं सिम्प्लेक्स कास्टिंग लिमिटेड के 5 पद, कुल 225 रिक्त पदों हेतु भर्ती की प्रक्रिया की जाएगी। जिसमें फिटर 50 के पद, वेल्डर 40 के पद, गैस कटर के 35 पद, ग्राइन्डर के 30 पद, हेल्पर के 50 पद, सैप ऑपरेटर के 3 पद, एन.डी.टी. लेवल-2 के 2 पद, असिस्टेंट इंजीनियर के 4 पद, सेफ्टी ऑफिसर के 2 पद, क्यूए/क्यूसी इंजीनियर के 4 पद एवं स्नातक ट्रेनी इंजीनियर के 5 पद है, उक्त सभी पदों हेतु वेतन 14000 रूपए से 30000 तक है तथा 10वीं, 12वीं, स्नातक, आईटीआई, डिप्लोमा एवं मैकेनिकल इंजीनियर शैक्षणिक योग्यता धारी आवेदक उक्त प्लेसमेंट कैम्प में सम्मिलित हो सकतें है। विस्तृत जानकारी छत्तीसगढ़ रोजगार एप एवं सोशल मीडिया facebook.com/mccdurg अथवा रोजगार कार्यालय के सूचना पटल के माध्यम से प्राप्त कर सकते है। इच्छुक आवेदक समस्त शैक्षणिक मूल प्रमाण/अंकसूची, पहचानपत्र (मतदाता परिचय पत्र/आधार कार्ड/पेनकार्ड/ड्रायविंग लाइसेंस/राशन कार्ड), रोजगार कार्यालय का पंजीयन पत्रक, छ.ग. निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र समस्त दस्तावेजों की (छायाप्रति) के साथ प्लेसमेंट / रोजगार मेला में उपस्थित हो सकते हैं।
- दुर्ग / कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने दुर्घटना में मृतक के परिजन को 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम ब्रह्माणपारा सण्डी, तहसील धमधा, जिला दुर्ग निवासी शशांक तिवारी की विगत 22 मार्च 2020 को अथगढ़ जिला कटक, उड़ीसा में कपड़े साफ करते समय कुआं में पैर फिसलने पर पानी में डूबने से मृत्यु हो गयी थी। कलेक्टर द्वारा शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के प्रावधानों के अनुरूप स्व. शशांक तिवारी की पत्नी श्रीमती विजय लक्ष्मी तिवारी को 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।
- - आबकारी विभाग दुर्ग की टीम ने बड़ी मात्रा में जप्त की महुआ शराब एवं लाहनदुर्ग / कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार उपायुक्त आबकारी नवीन प्रताप सिंह तोमर व प्रभारी सहायक आयुक्त आबकारी सी.आर. साहू के मार्गदर्शन में 25 मई 2025 को भोर गश्त के दौरान आबकारी विभाग जिला दुर्ग के द्वारा वृत-दुर्ग आंतरिक दक्षिण क्षेत्र अन्तर्गत अवैध शराब के निर्माण/विक्रय/धारण की सूचना प्राप्त होने पर पर त्वरित एवं विधिवत कार्यवाही कर ग्राम घोरारी में 250 लीटर महुआ शराब तथा 2000 किलोग्राम महुआ लाहन जप्तकर नष्ट किया गया। मौके पर अज्ञात आरोपी खेत के रास्ते भाग निकले तथा घटना स्थल पर चढ़ी हुई 15 भट्टियां मिली। इस प्रकरण में अज्ञात के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।ग्राम घोरारी में ही एक अन्य स्थल छोटी डबरी तालाब में जांच किये जाने पर 50 लीटर महुआ शराब तथा 500 किलोग्राम लाहन जप्त कर नष्ट की कार्यवाही वृत्त भिलाई 03 प्रभारी सहायक जिला आबकारी अधिकारी धीरज कन्नोजिया के द्वारा किया गया तथा अज्ञात के विरुद्ध 34(2) के प्रकरण कायम किया गया। इस प्रकरण में आबकारी उप निरीक्षक प्रियंक ठाकुर, हरीश पटेल, भूपेंद्र नेताम, गीतांजलि ताराम, अनामिका टोप्पो मुख्य आरक्षक संतोष दुबे, आरक्षक खुलदीप यादव एवं ड्राइवर दुर्गा, धनराज, दुर्गेश का विशेष योगदान रहा।
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दुर्ग, / भारतीय खेल विकास प्राधिकरण एवं संचालनालय के निर्देशानुसार सहायक संचालक खेल एवं युवा कल्याण विभाग दुर्ग द्वारा खेलों इंडिया लघु कबड्डी ट्रेनिग सेंटर मर्रा पाटन जिला दुर्ग में रविवार 25 मई 2025 को फिट इंडिया सायकल कैम्पेन का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित ग्रामीणजन, श्री खिलेश वर्मा (अध्यक्ष शाला प्रबंधक समिति मर्रा), श्री संतोष यादव (पी.टी.आई मरा) एवं कबड्डी प्रशिक्षक श्री भरतलाल ताम्रकार के नेतृत्व में किया गया। जिसमें खेलों इंडिया सेंटर मर्रा पाटन के कबड्डी खिलाडियों के द्वारा देश में होने वाले प्रदूषण को रोकने एवं स्वस्थ रहने हेतु लोगों को जागरूक करने के लिए सायकल रैली निकाल कर संदेश दिया। भारत सरकार की योजना के अन्तर्गत संचालित खेलों इंडिया लघु कबड्डी सेंटर के खिलाडियों ने एक साथ जिले के नागरिकों को अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने एवं प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से सायकल रैली निकाली गई। 22 मई 2025 को केन्द्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया जी द्वारा हम सब को प्रोत्साहित किया निश्चत रूप से साइक्लिंग अपने आप में विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने में भी अपना अहम रोल अदा करेगा। जो प्रत्येक रविवार को सायकल रैली का आयोजन करने हेतु खिलाड़ियों को जूम मीटिंग के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- -2892 आवेदनों का किया गया निराकरणबालोद। सुशासन तिहार के तीसरे एवं अंतिम चरण के अंतर्गत जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के वनांचल के ग्राम मंगचुवा में आयोजित समाधान शिविर में शामिल ग्रामीणों के लिए सौगातों भरा रहा। इसी कड़ी में आज डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के हाई स्कूल मैदान मंगचुवा में आयोजित समाधान शिविर में ग्राम मंगचुवा के अलावा ग्राम भीमपुरी, खैरकट्टा, चिलमगोटा, रेंगाडबरी, भीमाटोला, जुन्नापानी, तुरमुड़ा, करतुटोला दल्ली, कर्रेंगांव, कमकापार, हितापठार, बड़ा जुंगेरा, कोड़ेकसा पीपरखार (ख) के निवासी शामिल हुए। डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम मंगचुवा में आयोजित समाधान शिविर में जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कांति प्रकाश सोनबरसा, उपाध्यक्ष श्री जयलाल मालेकर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री देवलाल ठाकुर, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री चेमन देशमुख, जिला पंचायत सदस्य श्री राजाराम तारम, श्रीमती चुन्नी मानकर, जनपद सदस्य श्री जागेश्वर दर्रो, उत्तरा घरेन्द्र, दुलारी देवांगन एवं वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री सुरेश साहू, भावना जैन, एसडीएम श्री शिवनाथ बघेल, तहसीलदार श्री हिंसाराम नायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि के अलावा विभिन्न विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री चेमन देशमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप राज्य सरकार के द्वारा आम जनता के मांगो एवं समस्याआंे तथा उनकी वास्तविक जरूरतों को समझकर निर्धारित समयावधि में उसका निराकरण सुनिश्चित करने हेतु सुशासन तिहार का आयोजन किया गया है। जिससे कि राज्य में सुशासन की अवधारणा को सही मायने में चरितार्थ कर समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री देवलाल ठाकुर ने कहा कि सुशासन तिहार सही मायने में सुशासन की परिकल्पना को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने तथा उन्हें शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ प्रदान करने का एक अभिनव एवं कारगर प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले केन्द्र व राज्य सरकार समाज के सभी वर्गों के चहुँमुखी विकास के लिए कृतसंकल्पित है। इसके लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू कर उनका समुचित क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य श्री राजाराम तारम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के कुशल नेतृत्व में मौजूदा केन्द्र व राज्य सरकार आम जनता के हित में निरंतर कार्य कर सुशासन के अवधारणा को साकार कर रही है।उल्लेखनीय है कि सुशासन तिहार के पहले चरण के मंगुचवा कलस्टर में शामिल 15 ग्राम पंचायतों के लोगों के द्वारा प्रस्तुत किए गए कुल 2892 आवेदनों का परीक्षण के उपरांत संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित किया गया। आज शिविर में हितग्राहियों को सुशासन तिहार के दौरान बनाए गए उनका राशन कार्ड, श्रम कार्ड, मनरेगा जाॅब कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति पत्र, किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के अलावा उन्नत किस्म के धान बीज, कीटनाशक दवाई, खाद बीज के वितरण के अलावा समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धजनों को छड़ी एवं श्रवण यंत्र आदि के अलावा मछली पालन विभाग द्वारा हितग्राहियों को आईस बाॅक्स एवं मछली जाल प्रदान किया गया। इसके अलावा शिविर में अनेक हितग्राहीमूलक योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया गया। इस दौरान शिविर में उपस्थित अतिथियों के द्वारा गर्भवती माताओं को सुपोषण किट प्रदान कर उनके गोद भराई रस्म और नन्हे-मुन्हंे बच्चों को स्वादिष्ट खीर खिलाकर उनका अन्नप्राशन संस्कार को भी पूरा किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने ’एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम स्थल में पौधरोपण भी किया। कार्यक्रम में ’मोर गांव, मोर पानी’ महाभियान के तहत भूजल संरक्षण को बढ़ावा देने की शपथ भी दिलाई गई।आज डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम मंगचुवा में आयोजित समाधान शिविर के दौरान विभिन्न विभाग के अधिकारियों के द्वारा बारी-बारी से सुशासन तिहार के पहले चरण के दौरान खाद्य विभाग को 194, मनरेगा अंतर्गत 343, विद्युत विभाग को 106, राजस्व विभाग को 129, समाज कल्याण विभाग को 132, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 1209, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को 88, लोक निर्माण विभाग को 53, महिला एवं बाल विकास विभाग को 93 अन्य विभाग सहित कुल 2892 आवेदन मिलने की जानकारी दी गई। सभी विभाग के अधिकारियों ने प्राप्त आवेदनों के परीक्षण के उपरान्त सभी आवेदनों की निराकरण करने की जानकारी दी गई।
- बालोद। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं को राज्य के जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुँचाने शुरू की गई ’सुशासन तिहार 2025’ के अंतर्गत तृतीय एवं अंतिम चरण में समाधान शिविरों का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत मंगलवार, 27 मई 2025 को नगर पंचायत डौण्डीलोहारा कार्यालय के सामने एवं गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम भाठागांव बी के हायर सेकण्डरी स्कूल मैदान में ’समाधान शिविर’ का आयोजन किया जाएगा। अपर कलेक्टर एवं जिला पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चन्द्रकांत कौशिक ने बताया कि नगर पंचायत डौण्डीलोहारा के समाधान शिविर में नगर पंचायत डौण्डीलोहारा के समस्त वार्डवासियों के लिए समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी रंग, रेंगाकठेरा, सिकोसा, लिमोरा, ईरागुड़ा, सरेखा, दनिया, बिरेतरा, माहूद बी, पसौद, मटिया ह, चिचबोड़, हल्दी, बेलौदी, सियनमरा के निवासी समाधान शिविर में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर का आयोजन निर्धारित तिथि को सुबह 10 बजे से दोपहर 03 बजे तक किया जाएगा।
- बालोद। छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन नया रायपुर के निर्देशानुसार जिले में आठवीं आर्थिक गणना के सुचारू संचालन हेतु जिला स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया गया है। जिसमें कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा जिला स्तरीय समन्वय समिति की अध्यक्ष हांेगी। इसी तरह समिति में सदस्य सचिव जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी होंगे। इसी तरह समिति के सदस्य जिला पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पंचायत अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, सहायक संचालक ग्रामोद्योग विभाग, जिला श्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग, जिला जनसंपर्क अधिकारी एवं जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी होंगे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी रायपुर के मौलश्री विहार स्थित सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल के निवास पहुंचकर उनके पिता और वरिष्ठ समाजसेवी स्वर्गीय श्री रामजीलाल अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय श्री रामजीलाल अग्रवाल के छायाचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. श्री रामजीलाल अग्रवाल का सम्पूर्ण जीवन समाजसेवा, गौसेवा और जनकल्याण के कार्यों के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने अपने सेवा प्रकल्पों से समाज में एक आदर्श स्थापित किया है। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवारजनों से मुलाकात की और उन्हें ढाँढस बंधाया। इस अवसर पर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल व उनके परिवारजन तथा अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।
- -इस स्पर्धा में कुल 70 हजार 300/- कैश प्राइज तथा 8 मोमेंटो एवं 60 ट्रॉफी तथा 150 मेडल को मिलाकर लगभग एक लाख पच्चीस हजार रुपये इनाम के रूप में दिए जाएंगेरायपुर। ""आशीष शर्मा स्मृति राज्य स्तरीय शतरंज स्पर्धा 30 मई को सुबह 8.30 बजे विप्र महाविद्यालय (पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर) रायपुर में शुरू होने जा रही है।रायपुर जिला शतरंज संघ के सचिव नवीन शुक्ला ने बताया कि शतरंज के त्यौहार के रूप में होने वाली यह स्पर्धा रायपुर जिला शतरंज द्वारा मितान ,ग्रीन आर्मी ब्राह्मण पारा एवम विप्र महाविद्यालय के सहयोग से आयोजित की गई है। यह छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ी इनामी राशि वाली स्विस लीग शतरंज प्रतियोगिता है। इस स्पर्धा में कुल 70 हजार 300/- कैश प्राइज तथा 8 मोमेंटो एवं 60 ट्रॉफी तथा 150 मेडल को मिलाकर लगभग एक लाख पच्चीस हजार रुपये इनाम के रूप में दिए जाएंगे।श्री शुक्ला ने बताया कि पिछले वर्ष इस स्पर्धा में कुल 179 प्रतिभागियो ने भाग लिया था तथा इस वर्ष लगभग 200 प्रतिभागियों के आने की संभावना है। जिसमें रायपुर के अलावा बस्तर,कवर्धा,कबीरधाम, महासमुंद,दुर्ग,भिलाई, राजनांदगांव ,धमतरी,शक्ति, रायगढ़ ,बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ के सुदूर हिस्सों से खिलाड़ी भाग ले रहे हंै।मुख्य ओपन वर्ग एवम बालिका वर्ग के अलावा अंडर 7 अंडर 9 अंडर 11 अंडर 13 वर्ग के प्रतियोगियों को प्रोत्साहन देने के लिए अलग से पुरुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।प्रतियोगिता 8 चक्रों में खेली जाएगी इस प्रतियोगिता के प्रतियोगिता निर्देशक जिला शतरंज संघ के सचिव श्री नवीन शुक्ला एवम अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी श्री आनंद अवधिया है एवम मुख्य निर्णायक फिडे ऑर्बिटर एवं फिडे इंस्ट्रक्टर श्री रोहित यादव है एवम डिप्टी चीफ ऑर्बिटर फिडे ऑर्बिटर रॉकी देवांगन है सहायक निर्णायक के रूप में सीनियर नेशनल ऑर्बिटर श्रीमती हेमा नागेश्वर ,श्री अनूप झा,ओमप्रकाश वन्दे एवं चंदन विश्वकर्मा होंगे ।आयोजन समिति में आशुतोष शर्मा(अध्यक्ष मितान),मेघेश तिवारी(प्राचार्य विप्र महाविद्यालय), अमिताभ दुबे (संस्थापक ग्रीन आर्मी) नवीन शुक्ला(सचिव रायपुर जिला शतरंज संघ) एम चन्द्रशेखर, संदीप दीवान , गौरव दीवान , अजय पांडे, विवेक शर्मा, शिवांश शुक्ला, सुयश शर्मा, संजय परमार,समेत ग्रीन आर्मी , मितान ,विप्र महाविद्यालय और रायपुर जिला शतरंज संघ के सभी सदस्य शामिल हैं।
- - किसानों को उन्नत तकनीकों और योजनाओं की दी जाएगी जानकारी, वैज्ञानिक करेंगे गांव-गांव संवाददुर्ग / जिले में 29 मई से 12 जून 2025 तक ‘‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’’ खरीफ 2025 प्रारंभ होने के पूर्व कृषि कार्यों की तैयारी के संबंध में खरीफ मौसम के प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीकांे, किसानांे के लिए उपयोगी विभिन्न विभागीय योजनाओं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड में फसलवार अनुशंसित मात्रा अनुसार संतुलित उर्वरक के प्रति जागरूक करने तथा किसानों द्वारा किये गये नवाचार के संबंध में फीडबैक के आधार वैज्ञानिक द्वारा कृषि अनुसंधान की आवश्यक दिशा निर्धारण के उद्देश्यों से चलाया जाना है।जिले में इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए तीन टीमें प्रति विकासखण्ड हेतु बनाई गई हैं। ये टीमें प्रतिदिन 2-2 ग्राम प्रति विकासखण्ड एवं जिले में कुल 78 ग्रामों में शिविर आयोजित कर किसानों से सीधा संवाद करेंगी। प्रत्येक टीम में आईसीएआर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक, कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी एवं मत्स्य विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, प्रगतिशील किसान, एफपीओ प्रतिनिधि तथा लखपति/ड्रोन दीदी शामिल रहेंगे। इन शिविरों में प्राकृतिक तथा जैविक खेती को बढ़ावा देने, कृषि ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग, धान की कतार बोनी/डीएसआर मशीन से बोनी, सोयाबीन में उन्नत फसल तकनीक, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत समीपस्थ लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से फार्मर आईडी तैयार करने, डी.ए.पी. के विकल्प के रूप में अन्य रासायनिक उर्वरको उपयोग, फसल चक्र परिवर्तन तथा पराली जलों से होने वाले नुकसान/समस्याओं आदि के संबंध में जानकारी दी जाएगी। इस हेतु समस्त ग्राम पंचायतों में अभियान का प्रचार-प्रसार और मुनादी के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों को शिविरों में आमंत्रित किया जाएगा। साथ ही आईसीटी माध्यमों से किसानों को जागरूक किया जाएगा। अभियान की प्रभावी निगरानी हेतु उप संचालक कृषि कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जिले के किसानों से अपील की यह है कि वे इस अभियान में सक्रिय सहभागिता कर उन्नत खेती अपनाएं और शासन की योजनाओं का अधिकतम लाभ लें।
- - संभागायुक्त ने ली प्रकरणों के संबंध में समीक्षा बैठकदुर्ग / भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग एवं भारत माला के निर्माण हेतु दुर्ग तथा राजनांदगांव जिले के विभिन्न ग्रामों में भूमि का अधिग्रहण किया गया है एवं कई स्थानों पर अधिग्रहण का कार्य किया जा रहा है। अधिग्रहण में मुआवजा निर्धारण संबंधी कार्यवाही के संबंध में आज संभाग आयुक्त कार्यालय के सभा कक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सांसद श्री विजय बघेल भी शामिल हुए। साथ ही उपायुक्त (राजस्व) श्री पदुम यादव, कलेक्टर दुर्ग श्री अभिजीत सिंह, कलेक्टर राजनांदगांव डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, एनएचएआई के परियोजना निदेशक श्री दिग्विजय सिंह, एसडीएम दुर्ग श्री हरवंश सिंह मिरी, एसडीएम पाटन श्री लवकेश ध्रुव एवं एसडीएम राजनांदगांव भी मौजूद थे।बैठक में भारत माला परियोजना के भू-अर्जन के संबंध में आयोजित भूमि की जांच हेतु मूल खसरे को केवल अधिक मुआवजा प्राप्त करने के प्रयोजनों से छोटे-छोटे भूखण्डों में विभाजित कर मुआवजा प्रकरण। भू-अर्जन हेतु आशय पत्र प्राप्ति दिनांक के उपरान्त मूल भूमि के हस्तांतरण, बंटवारा, व्यपवर्तन, नवीन निर्माण इत्यादि मुआवजा हेतु सम्मिलित किये जाने। अधिक मुआवजा प्राप्त करने हेतु पूर्व दिनांक से फर्जी नामांतरण, बंटवारा प्रकरण तैयार कर मुआवजा स्वीकृत किये जाने। मुआवजा पत्रक तैयार करते समय भूमि पर स्थित सम्पत्तियों का सही विवरण प्रस्तुत नहीं किये जाने आदि की जांच के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में अधिकारियों को शासन द्वारा प्रेषित प्रपत्र अनुसार जानकारी पन्द्रह दिवस के भीतर तैयार कर विभागीय वेबसाईट पर प्रदर्शित किये जाने हेतु विभाग को उपलब्ध कराने कहा गया है। आदेश जारी कर जनसामान्य से पन्द्रह दिवस में भूमि अर्जन की प्रक्रिया के संबंध में शिकायत प्राप्त करने तथा प्राप्त शिकायतों पर पन्द्रह दिवस के भीतर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।संभागायुक्त श्री राठौर ने अधिकारियों को संपूर्ण बिन्दुओं पर जांच कर अधिकारियों/कर्मचारियों की जिम्मेदारियों का निर्धारण कर उनके विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का प्रस्ताव विभाग को उपलब्ध कराने एवं भू-अर्जन की प्रक्रिया में प्रभावी सुधार हेतु उपाय/सुझाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। सांसद श्री बघेल ने एनएचएआई के परियोजना निदेशक को भारत माला सड़क निर्माण के दौरान क्षेत्र के किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक पुल निर्माण कराने की ओर ध्यान आकृष्ट किया।
- - इंटरनेशनल रिंग फाइट चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के फाइटर्स का उत्कृष्ट प्रदर्शनरायपुर। हैदराबाद में चल रहे इंटरनेशनल रिंग फाइट चैंपियनशिप 2025 में छह गोल्ड, एक सिल्वर और दो ब्रांज के साथ छत्तीसगढ़ की टीम ने हैदराबाद ही नहीं अपितु पूरे देश में डंका बजा दिया। छत्तीसगढ़ गर्ल्स रिंग फाइट की टीम ने अलग-अलग वर्गों के संघर्षपूर्ण फाइनल मुकाबले में चार गोल्ड मेडल अपने नाम किए। वहीं ब्वायज की टीम ने दो गोल्ड, एक सिल्वर और दो ब्रांज मेडल अपने नाम किए। छत्तीसगढ़ रिंग फाइट एसोसिएशन के संरक्षक और महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले और एसोसिएशन के अध्यक्ष चेतन दंडवते समेत सभी पदाधिकारियों ने विजयी खिलाड़ियों को बधाई दी।टीम के कोच व मैनेजर प्रवीण क्षीरसागर ने बताया कि ब्वायज टीम के मैच रविवार को हुए। पहले अंडर-14 (50 किलो) वर्ग में छत्तीसगढ़ के गौरव हिमने ने तमिलनाडु के जी. शशांक को हराकर सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। दूसरे मुकाबले अंडर-14 (55 किलो) में वेदांत साहू ने ब्रांज मेडल के हुए मुकाबले में अंडमार निकोबार के जी सामंथा को परास्त किया। तीसरे अंडर-14 (45 किलो) के रोचक मुकाबले में छत्तीसगढ़ के तुषार वर्मा ने अरुणाचल प्रदेश के अजीत कुमार बरुआ को हराकर गोल्ड मेडल जीता।क्षीरसागर के अनुसार छत्तीसगढ़ की टीम की चौथी फाइट अंडर-17 (60 किलो) वर्ग में पुष्कर साहू ने तेलंगाना के पी पूर्ति को पटखनी देकर ब्रांज मेडल जीता। पांचवें अंडर-17 (65 किलो) में योगेश कुमार यादव ने पहली भिड़ंत में अंडमार निकोबार के वी निखिल को व दूसरी भिड़ंत में तमिलनाडु के लाकेश सुडई को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।इधर छत्तीसगढ़ रिंग फाइट एसो. के सचिव ओपी कटारिया ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय रिंग फाइट चैंपियनशिप 2025 हैदराबाद में 23 से 26 मई तक आयोजित है। शनिवार 24 मई को हुए गर्ल्स के पहले मुकाबले में अंडर-14 (50 किलो) में सानिका मिश्रा ने गुजरात की एस पटेल को हराया था। दूसरे मुकाबले अंडर-17 (55 किलो) में छत्तीसगढ़ की वर्तिका क्षीरसागर ने महाराष्ट्र की भाग्यश्री दत्ता को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। तीसरे मुकाबले अंडर-17 (60 किलो) में छत्तीसगढ़ी की तन्वी साहू ने गुजरात की परी पटेल को शिकस्त दी। चौथे और रोचक मुकाबले अंडर-17 (50 किलो) में यशिका साहू ने अरुणाचल प्रदेश की खिलाड़ी पी मोहंती को हराकर गोल्ड मेडल जीता।
- -समापन कार्यक्रम मे किया कौशल प्रदर्शन,खेल प्रतियोगिता के प्रतिभागियो क़ो किया गया पुरस्कृतबलौदाबाजार / ग्रामीण युवाओं क़ो सशक्त बनाने जिला प्रशासन द्वारा सुशासन तिहार समर कैम्प का 10 दिवसीय आयोजन किया जा रहा है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं क़ो निःशुल्क सेल्फ डिफेंस, योगा, साइबर क्राइम एवं कैरियर काउंसिलिंग की जानकारी दी जा रही है। इसी कड़ी मे सोमवार क़ो ग्राम पंचायत गुडेलिया मे समर कैम्प का समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कलेक्टर दीपक सोनी, सरपंच संकेत अग्रवाल सहित अतिथियों के द्वारा भारत माता के छायाचित्र मे पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर युवाओं ने 10 दिवसीय समर कैम मे सीखे हुनर जिसमें जुम्बा डांस, सेल्फ डिफेन्स, योगा आदि का बेहतरीन प्रदर्शन किया।कार्यक्रम मे समर कैम्प के दौरान आयोजित खेल प्रतियोगिता के प्रतिभागियों क़ो मैडल से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम क़ो सम्बोधित करते हुए कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि ग्रामीण युवाओं क़ो मंच देने तथा उनका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सुशासन तिहार समर कैम का आयोजन किया जा रहा है । प्रथम चरण मे 6 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया जिसमें गुडेलिया भी शामिल है। उन्होंने कहा कि युवाओ के रूचि के अनुसार इस समर कैम का अन्य पंचायतों मे विस्तार किया जाएगा। उन्होने कहा कि समर कैम्प मे बच्चों ने गर्मी की छुट्टी का अच्छा सदुपयोग किया है। भले ही यह 10 दिन का प्रशिक्षण था लेकिन इससे बहुत सीखने का मौका मिला हैं। युवा अपनी शक्ति सही दिशा मे लगाएंगे तों स्वयं सफल होंगे इसके साथ ही समाज, गांव व प्रदेश का अच्छा नागरिक भी बनेंगे। उन्होंने आदर्श ग्राम पंचायत गुडेलिया की सराहना करते हुए पंचायत के विकास कार्यों क़ो अनुकरणीय बताया।इस अवसर पर डीईओ हिमांशु भारतीय, जनपद सीईओ हिमांशु वर्मा, सीईओ एवं सलाहकार डॉ. मयूर गुप्ता,सुश्री सुप्रिया कुकरती सहित अन्य अधिकारी, स्कूली बच्चे एवं बड़ी संख्या मे ग्रामवासी उपस्थित थे।
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- डीएपी की कमी को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अन्य उर्वरकों का उपयोग करने के लिए किसानों हेतु परामर्श जारी करने कहा
- चौपाल लगाकर उर्वरक के संबंध में किसानों को दी जा रही जानकारी
- 29 मई से 12 जून 2025 तक खरीफ पूर्व राष्ट्रव्यापी विकसित कृषि संकल्प अभियान की तैयारी करने के दिए निर्देश
राजनांदगांव । कलेक्टर श्री सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने खाद-बीज की उपलब्धता के संबंध में कृषि विभाग, डीएमओ एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि खेती-किसानी को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए खाद एवं बीज की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। डीएपी की कमी को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अन्य उर्वरकों का उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से चौपाल लगाकर उर्वरक के संबंध में किसानों को जानकारी प्रदान करें। उन्होंने ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए जहां खाद एवं बीज का भण्डारण नहीं हो पाया है। कलेक्टर ने भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् की सहभागिता से 29 मई से 12 जून 2025 तक खरीफ पूर्व राष्ट्रव्यापी विकसित कृषि संकल्प अभियान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को इस अभियान के तहत अधिक से अधिक लाभान्वित करना है। इस अभियान के अंतर्गत खरीफ फसलों की नवीनतम तकनीकों के संबंध में कृषकों को जागरूक करना, विभिन्न कृषकोन्मुखी शासकीय योजनाओं एवं नीतियों के संबंध में प्रचार-प्रसार करना, मृदा स्वास्थ्य पत्रक की अनुशंसा के आधार पर उर्वरक तथा सूक्ष्म तत्वों की आवश्यक मात्रा के निर्धारण के लिए कृषकों को जागरूक करते हुए संतुलित उर्वरक उपयोग को बढ़ावा देना है। उन्होंने कृषि विभाग को इसके लिए व्यापक तौर पर तैयारी करने के निर्देश दिए। विकसित कृषि संकल्प अभियान के क्रियान्वयन के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों तथा कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मछली पालन विभागों के मैदानी अमला कार्य करेंगे।
उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय ने बताया कि डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके के लिए 20:20:0:13 तथा एसएसपी के लिए 12:32:16 का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि एसएसपी के तीन बैग के साथ 20 किलोग्राम यूरिया का उपयोग करने पर डीएपी की आपूर्ति हो पाएंगी। इस अवसर पर जिला विपणन अधिकारी सुश्री हीना खान एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। - राजनांदगांव । मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार इस वर्ष 11 जून 2025 को मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने की संभावना है। इस दृष्टि से कृषकों द्वारा खरीफ फसल की तैयारी हेतु खेत की जुताई, बीज, उर्वरक, जैविक खाद की व्यवस्था की जा रही है। जिले में खरीफ फसल का रकबा 184400 हेक्टेयर है, जिसमें धान्य फसल का 174215 हेक्टेयर, मक्का 2100 हेक्टेयर, दलहन फसल 1295 हेक्टेयर एवं तिलहन 3340 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। फसलों के उत्पादन में रासायनिक उर्वरकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, चूंकि राज्य स्तर पर डीएपी उर्वरक की कमी की आशंका व्यक्त की गई है। पौधों के फास्फोरस एवं नत्रजन पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु अन्य उर्वरकों की वैकल्पिक व्यवस्था करना आवश्यक है। कृषकसेवा सहकारी समितियों के माध्यम से अधिकांश मात्रा में उर्वरकों का अग्रिम उठाव कर रहे हैं। कृषि विभाग द्वारा इस परिप्रेक्ष्य में किसानों को यदि डीएपी की कमी होने पर अन्य उर्वरकों का उपयोग कर फसलों का अधिकतम उपज प्राप्त करने तकनीकी सलाह दी गई है।धान की जल्दी पकने वाली व देशी किस्म हेतु 24 किलोग्राम नत्रजन, 16 किलोग्राम स्फूर एवं 8 किलोग्रामे म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 52 किलोग्राम यूरिया, 100 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 13 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 50 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 39 किलोग्राम यूरिया या 80 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स कॉम्प्लेक्र उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 18 किलोग्राम यूरिया एवं 13 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।धान की बौनी किस्में 141 दिन से अधिक हेतु 32 किलोग्राम नत्रजन, 20 किलोग्राम स्फूर एवं 12 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 70 किलोग्राम यूरिया, 125 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 20 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 62 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 54 किलोग्राम यूरिया व 4 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 100 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 :13), 26 किलोग्राम यूरिया एवं 20 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।धान की बौनी किस्में मध्यम अवधि 126-140 दिन हेतु 40 किलोग्राम नत्रजन, 24 किलोग्राम स्फूर एवं 16 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 87 किलोग्राम यूरिया, 150 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 27 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 75 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 67 किलोग्राम यूरिया व 7 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 120 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 35 किलोग्राम यूरिया एवं 27 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में नैनो उर्वरकों पर किये गये प्रयोग के आधार पर धान की फसल में नैनो डीएपी 5 मिली प्रति किलो बीज से बीज उपचार या जड़ उपचार तथा बोवाई व रोपाई के 30 दिन बाद एक बार 2 मिली प्रति लीटर पानी की दर से पत्तियों पर छिड़काव करने से पारम्परिक डीएपी की अनुशंसित मात्रा में 25 प्रतिशत की बचत की जा सकती है। धान फसल में नैनो यूरिया 4 मिली प्रति लीटर पानी की दर से दो बार बोवाई व रोपाई के 30 से 35 दिन एवं 55 से 60 दिन की अवस्था में छिड़काव करने से पारम्परिक यूरिया की अनुशंसित मात्रा में 25 प्रतिशत की बचत की जा सकती है।मक्का संकुल किस्में हेतु 32 किलोग्राम नत्रजन, 16 किलोग्राम स्फूर एवं 12 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 70 किलोग्राम यूरिया, 100 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 20 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 50 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 56 किलोग्राम यूरिया 7 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ म्यूरेट ऑफ पोटाश या 80 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 35 व 7 किलोग्राम यूरिया एवं 20 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।मक्का संकर किस्में हेतु 40 किलोग्राम नत्रजन, 24 किलोग्राम स्फूर एवं 16 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 87 किलोग्राम यूरिया, 150 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 27 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 75 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 67 किलोग्राम यूरिया व 7 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 120 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 35 किलोग्राम यूरिया एवं 27 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।सोयाबीन, मूंगफली हेतु 8 किलोग्राम नत्रजन, 32 किलोग्राम स्फूर एवं 8 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 17 किलोग्राम यूरिया, 200 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 13 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश या 100 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16) या 160 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 13 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।अरहर, मूंग एवं उड़द हेतु 10 किलोग्राम नत्रजन, 20 किलोग्राम स्फूर एवं 4 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 63 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 5 किलोग्राम यूरिया या 100 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 7 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।रागी, कोदो हेतु 20 किलोग्राम नत्रजन, 16 किलोग्राम स्फूर एवं 8 किलोग्राम म्यूरेट ऑप पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति 50 किलोग्राम एनकेपीके (12 : 32 : 16), 30 किलोग्राम यूरिया या 80 किलोग्राम कॉम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20 : 20 : 0 : 13), 9 किलोग्राम यूरिया व 13 म्यूरेट ऑफ पोटाश की जा सकती है।
- -2047 तक विकसित भारत के निर्माण हेतु सामूहिक प्रयास आवश्यक - विधायक श्री सिन्हा-विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से हितग्राही हुए लाभान्वितमहासमुंद / सुशासन तिहार के तृतीय चरण अंतर्गत जिले में समाधान शिविर का आयोजन 30 मई तक जारी रहेगा। यह शिविर नागरिकों की समस्याओं के निराकरण के साथ ही शासन की योजनाओं और सेवाओं की जानकारी सीधे ग्रामीणों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभा रहा है। इसी क्रम में आज महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत रायतुम हाई स्कूल में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक श्री सिन्हा एवं जनप्रतिनिधियां द्वारा विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया गया। साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा हितग्राहियों को मनरेगा जॉब कार्ड, पेंशन स्वीकृति पत्र, राशन कार्ड, आवास अभिनन्दन पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती देवकी पटेल, जनपद सदस्य श्रीमती रूपकुमारी ध्रुव, श्रीमती कौशल्या ठाकुर एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने समाधान शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप यह शिविर आम जनता को एक ही स्थान पर विभिन्न सरकारी सेवाएं और योजनाओं का लाभ प्रदान करने का प्रभावी माध्यम बन रहा है। सरकार की यह प्राथमिकता है कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे और उन्हें सीधे योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि भारत को वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना हमारा साझा लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति केवल तभी संभव है जब प्रशासन, अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि मिलकर एकजुटता और समर्पण के साथ कार्य करें। विधायक श्री सिन्हा ने यह भी कहा कि सरकार की योजनाओं और नीतियों का लाभ आम जनता तक तभी पहुंच पाएगा जब सभी संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय और पारदर्शिता होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे जनसमस्याओं का तत्परता से समाधान करें और विकास कार्यों को प्राथमिकता दें, ताकि ‘विकसित भारत’ का सपना साकार हो सके।उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना, जिसका वादा हमारी सरकार ने किया था, आज उनके खातों में एक हजार रुपए की राशि हर माह पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के लिए सरकार महतारी सदन का निर्माण कर रहे हैं। झलप में भी इसका निर्माण कार्य जारी है और पटेवा में भी बनना जल्दी शुरू होगा। यह सदन सिर्फ एक भवन नहीं, बल्कि एक मंच है, जिसके कोरा में बैठकर बहनें अपनी समस्याओं और सामाजिक विषयों पर खुलकर चर्चा कर सकेंगी। यह नारी स्वावलंबन की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।विधायक श्री सिन्हा ने जिले में चल रहे विकास कार्यां की जानकारी देते हुए बताया कि महासमुंद क्षेत्र में लहंगर से पीढ़ी मार्ग की स्वीकृति हो गई है। जल्दी ही टेंडर लगेगा और भूमि पूजन किया जाएगा। इसी तरह पटेवा से रायतुम मार्ग, ग्राम साराडीह, बनसिवनी मार्ग, नवापारा से अछरीडीह आदि की स्वीकृति के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पटेवा से खल्लारी मार्ग और पतई माता रोड की स्वीकृति से हमारे ग्रामीण अंचल को बेहतर संपर्क सुविधा मिलेगी। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी और निर्माण कार्य प्रारम्भ होगा।शिविर में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री पवन पटेल, श्री संदीप घोष, श्री मुन्ना साहू, श्री सुनील पटेल, सरपंच श्रीमती सोनिया ठाकुर, श्रीमती चम्पाबाई पटेल, श्री दिनेश्वर साहू, श्री संतोष चंद्राकर, श्रीमती उषा सोनी, श्रीमती पार्वती पटेल, श्रीमती इंदिरा बाई सिन्हा, श्रीमती कुमारी बंजारे, श्रीमती आशा ठाकुर, श्रीमती नूतन दीवान, श्रीमती सिया बाई नंदे, श्री पप्पू गजेन्द्र, श्री निशेन्द्र गजेन्द्र, एसडीएम श्री हरिशंकर पैकरा, जनपद सीईओ श्री बरन सिंह मंडावी, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।रायतुम समाधान शिविर में 13 ग्राम पंचायतों इनमें बनपचरी, कछारडीह, कोलपदर, नवागांव, पटेवा, रायतुम, रूमेकेल, सिंधोरी, तोरेंगा, तोरला, बोदरा, जोगीडीपा एवं भावा के ग्रामीणजन बड़ी संख्या में शामिल हुए और अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन भी प्रस्तुत किए। सुशासन तिहार में कुल 3472 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें 3466 आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है। शेष आवेदनों का निराकरण किया जा रहा है। शिविर में संबंधित विभागों द्वारा मौके पर ही लोगों को संबंधित आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई।इस अवसर पर लाभार्थियों को मौके पर ही योजनाओं से संबंधित सेवाएं प्रदान की गईं। जिसमें समाज कल्याण विभाग द्वारा 68 हितग्राहियों को पेंशन स्वीकृति पत्र, पंचायत विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 02 लाभार्थियों को अभिनन्दन पत्र, 11 लोगों को जॉब कार्ड, खाद्य विभाग द्वारा 06 हितग्राहियों को राशन कार्ड, राजस्व विभाग द्वारा 30 हितग्राहियों को स्वामित्व कार्ड, 03 कृषकों को किसान किताब एवं छत्तीसगढ़ निक्षय निरामय अंतर्गत 03 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। शिविर में जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बहुउद्देशीय एवं ज्ञान व योजना परख जनमन पत्रिका का वितरण किया गया। इसी तरह आज पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत भुरकोनी हाई स्कूल, बागबाहरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत नर्रा एवं सरायपाली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत पाटसेंदरी हाई स्कूल में समाधान शिविर का आयोजन हुआ।
- -राज्य में किसान तेजी से कर रहे हैं खाद एवं बीज का उठाव-कृषि मंत्री ने 28 नवीन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना-कृषि विभाग के योजनाओं के क्रियान्वयन में आएगी तेजीरायपुर, / कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने आज छत्तीसगढ़ बीज एवं कृषि विकास निगम परिसर, तेलीबांधा रायपुर में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में राज्य के 28 जिलों को नवीन बोलेरो वाहन की सौगात देने की साथ ही उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन नवीन वाहनों का उपयोग विभागीय अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं का फील्ड में प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के साथ ही किसान हितैषी कार्यक्रमोें की मॉनिटरिंग के लिए किया जाएगा। इस अवसर पर संचालक कृषि श्री राहुल देव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।मंत्री श्री नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हित में कई योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसका लाभ किसानों को मिले इसके लिए किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही उनको इसका लाभ उठाने के लिए जागरूक किए जाने का काम विशेष रूप से किया जाएगा। किसान जागरूकता शिविरों में इस वाहन के माध्यम से विशेषज्ञ अधिकारियों की टीम गांव-गांव पहुंचेगी और किसानों को उन्नत तकनीक और आधुनिक खेती की जानकारी देगी। जिलों को वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित होने से विभागीय कामकाज में तेजी आएगी।मंत्री श्री नेताम ने इस मौके पर मौजूद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि खरीफ सीजन 2025 के लिए कृषि विभाग द्वारा व्यापक तैयारी की जा रही है। खरीफ के लिए खाद-बीज का पर्याप्त भण्डारण कराए जाने के साथ ही किसानों को इसका तेजी से वितरण भी किया जा रहा है। मंत्री श्री नेताम ने बताया कि खरीफ सीजन 2025 के लिए रासायनिक उर्वरकों का लक्ष्य 14 लाख 62 हजार मेट्रिक टन है, जिसके विरूद्ध अब तक 8 लाख 48 हजार 604 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों का भण्डारण तथा एक लाख 68 हजार 255 मेट्रिक टन का वितरण किसानों को किया जा चुका है, जो कि भण्डारण की मात्रा का 20 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि उर्वरक कंपनियों से विभिन्न प्रकार की खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा सतत् संपर्क एवं समन्वय किया जा रहा है, ताकि राज्य की डिमांड अनुरूप उर्वरकों की रैक निर्धारित सेड्यूल के अनुरूप उपलब्ध हो सके।मंत्री श्री नेताम ने बताया कि राज्य में मार्कफेड के डबल लॉक, सहकारी समितियों एवं निजी क्षेत्र को मिलाकर वर्तमान में कुल 3 लाख 90 हजार 840 मेट्रिक टन यूरिया, 86,046 मेट्रिक टन डीएपी, 1,14,539 मेट्रिक टन एनपीके, 67,640 मेट्रिक टन पोटाश तथा 1,89,539 मेट्रिक टन सुपर फॉस्फेट उपलब्ध है। किसानों को समितियों और निजी क्षेत्रों के माध्यम से खाद का वितरण लगातार किया जा रहा है। अब तक किसानों को 84,661 मेट्रिक टन यूरिया, 27,045 मेट्रिक टन डीएपी, 18,809 मेट्रिक टन एनपीके, 10,359 मेट्रिक टन पोटाश तथा 27,381 मेट्रिक टन सुपर फॉस्फेट का वितरण किया जा चुका है। वर्तमान में विभिन्न प्रकार की 6,80,350 मेट्रिक टन रासायनिक खाद राज्य में किसानों के वितरण हेतु उपलब्ध है।मंत्री श्री नेताम ने बताया कि खरीफ सीजन की विभिन्न फसलों के लिए 4 लाख 95 हजार 57 क्विंटल बीज की डिमांड को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा 4 लाख 29 हजार 535 क्विंटल बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई हैै। समितियों में 2 लाख 31 हजार क्विंटल से अधिक बीज का भण्डारण कराया गया है। समितियों के माध्यम से किसानों को अब तक 47 हजार 881 क्विंटल बीज का वितरण किया जा चुका है। राज्य में खाद एवं बीज का भण्डारण एवं उठाव की स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
- -माओवाद से मुक्ति की जमीन पर रखी जा रही है विकास की मजबूत नींव - मुख्यमंत्रीरायपुर / जिस पामेड़ को कभी माओवादियों की बटालियन नंबर-1 का गढ़ माना जाता था, आज वहां बैंक खुल रहे हैं, कन्या आश्रम बन रहे हैं और लोग खुले मन से सुशासन शिविरों में भाग ले रहे हैं। यह बदला हुआ बस्तर है — आत्मविश्वास, विकास और लोकतंत्र का प्रतीक। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बीजापुर जिले के सुदूरवर्ती और पूर्व में माओवादी प्रभाव से ग्रस्त रहे पामेड़ क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक की शाखा का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री साय ने इसे विकास और विश्वास की नई सुबह बताते हुए कहा कि अब ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं के लिए 100 किलोमीटर दूर आवापल्ली नहीं जाना पड़ेगा। यह पहल सरकार के सुशासन और समावेशी विकास के विजन को दर्शाती है।मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बैंक शाखा से पामेड़ और आसपास के 50 गांवों को सीधे लाभ मिलेगा, जहां अब खाता खोलने, पैसा निकालने और महतारी वंदन योजना जैसी योजनाओं की राशि लेने में सुविधा होगी। उन्होंने विशेष रूप से माताओं-बहनों को आश्वस्त किया कि अब उन्हें योजना की राशि के लिए लंबी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पामेड़ में 50-सीटर आदिवासी कन्या आश्रम का भी लोकार्पण किया, जिसकी लागत 1.62 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि कन्या आश्रम के माध्यम से आने वाले समय में बस्तर की बेटियां शिक्षा और विकास की मुख्यधारा से जुड़कर बस्तर को नया नेतृत्व प्रदान करते हुए क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाईयां प्रदान करेंगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि पामेड़ में अब पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) की स्थापना की जा रही है, ताकि आसपास के कुपोषित बच्चों को इलाज के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे बच्चों को समय पर पोषण पुनर्वास केंद्र में लाएं और स्वास्थ्य लाभ लें।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि तालपेरू नदी पर धर्मावरम ब्रिज का निर्माण तेजी से चल रहा है, जिससे अब तेलंगाना के चेरला होकर 200 किलोमीटर लंबा सफर तय करके बीजापुर जाने की बाध्यता समाप्त हो जाएगी। यह पुल न केवल पामेड़ को जोड़ने वाला होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास का मुख्य द्वार भी बनेगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि आवागमन की सुविधा बढ़ाते हुए सरकार ने पामेड़ से बीजापुर के बीच सीधी बस सेवा शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अब सुबह जाकर शाम को लौटना संभव हो गया है। लोगों की दिनचर्या सरल हुई है और व्यापार-सेवा गतिविधियां तेज़ी से बढ़ी हैं।इस मौके पर 'सुशासन तिहार' के तहत समाधान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय जनसमस्याओं का त्वरित निराकरण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान छत्तीसगढ़ में लोगों को उनके द्वार पर प्रशासन देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।समाधान शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। इस मौके पर श्री महेश गागड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जानकी कोरसा, कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव, स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- बलौदाबाजार / कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन मे जिले में विकसित कृषि संकल्प अभियान 29 मई 2025 से 12 जून तक चलेगा जिसके तहत कृषकों क़ो समृद्धि बनाने हेतु अभियान चलाकर कृषकों को शिविर के माध्यम से कृषि एवं संबंधित विभागों द्वारा उन्नत तकनीक एवं आवश्यक जानकारी प्रदान की जा रही है। शासन द्वारा किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरूआत की गई है। इस दौरान कृषि एवं समवर्गीय विभागों तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक गाव-गांव पहुंचकर खेती के उन्नत तरीकों की जानकारी भी किसानों को देंगे।उप संचालक कृषि दीपक कुमार नायक द्वारा कृषि एवं समवर्गीय विभागों तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, भाटापारा के साथ बैठक कर अभियान को सफल बनाने हेतु विस्तृत चर्चा किया गया, जिसमें कि अभियान के सम्मिलित किये जाने वाले मुख्य गतिविधियों पर चर्चा किया गया। जिले के अन्तर्गत 03 विकासखण्डों के 06 स्थानों पर 3 रथ संचालित होगा। विभाग में संचालित सभी योजनाओं तथा खरीफ पूर्व तैयारी की विस्तृत जानकारी किसानों को दिया जायेगा। पशुपालन विभाग द्वारा मोबाईल वेटनरी यूनिट (डटन्) का प्रदर्शन होगा। कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण, एग्री स्टेक अन्तर्गत फार्मर रजिस्ट्रेशन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की जानकारी, आधुनिक कृषि ड्रोन का प्रदर्शन, किसान क्रेडिट कार्ड हेतु ईच्छुक कृषकों का आवेदन, सिंचाई विस्तार हेतु ड्रिप एवं स्प्रिंकलर के बारे में जानकारी, ईडिबल ऑयल सीड योजना की जानकारी, कतार बोनी से कृषकों को लाभ के संबंध में जानकारी, डी.ए.पी. के स्थान पर अन्य विकल्प उर्वरक (एसएसपी एवं एनपीके) के संबंध में, फसल अपशिष्ट प्रबंधन के संबंध में जानकारी, कृषि यंत्रों की जानकारी, प्रमुख खरीफ फसलों की नवीनतम् तकनीकों के संबंध में कृषकों के मध्य जागरूकता का निर्माण, विभिन्न कृषकोन्मुखी शासकीय योजनाओं एवं नीतियों के संबंध में प्रचार-प्रसार, मृदा स्वास्थ्य पत्रक की अनुशंसा के आधार पर उर्वरक तथा सूक्ष्म तत्वों की आवश्यक मात्रा के निर्धारण हेतु कृषकों को जागरूक करते हुए संतुलित उर्वरक को बढावा, कृषकों से प्राप्त सुझाव एवं समस्याओं तथा कृषकों द्वारा किये गये नवाचारों के संबंध में जानकारी संकलन तथा इसके आधार पर आवश्यक अनुसंधान प्राथमिकताओं का निर्धारण, उर्वरक, बीज भण्डारण एवं वितरण के बारे में विस्तृत जानकारी तथा अन्य विषयों पर चर्चा कर जानकारी दी जायेगी। साथ ही अभियान के तहत किसानों से फीडबैक लेकर उनके द्वारा किये गए नवाचार के सबंध में वैज्ञानिक नवीन जानकारी प्राप्त करेंगे एवं अनुसंधान में आवश्यक दिशा निर्धारित करेंगे।उप संचालक कृषि श्री नायक ने बताया कि जिले के 5 विकासखण्डों में कुल 78 शिविरों का आयोजन किया जायेगा, जिसमें कि प्रत्येक शिविरों में कम से कम 200 कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, भाटापारा, संबंधित सहकारी समिति, पशुपालन विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं मत्स्य विभाग को लक्ष्य प्रदाय किया गया है। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु उक्त समस्त विभागों के मैदानी अमलों को भी कार्य आबंटन कर दायित्वों का निर्वहन करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिले में तीन टीम गठित की गई है. जो प्रत्येक दिन दो-दो ग्रामों में, कुल 6 ग्रामों में (13 दिवस में कुल 78 स्थल) खरीफ में कृषि कार्य के लिए किसानों के साथ वैज्ञानिक परिचर्चा कर सलाह दी जायेगी।
- बलौदाबाजार, /श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न मंडल के अंतर्गत योजनाओं की राशि 17 सितंबर 2024 से डीबीटी के माध्यम से श्रमिकों के खाते में स्थानांतरित किया जा रहा है।बहुत से ऐसे श्रमिक जिनका आधार एवं बैंक खाता पंजीयन में उपलब्ध नही होने तथा बैंक खाता आधार से लिंक नही होने के कारण डीबीटी (प्रत्यक्ष अंतरण) होने में असूविधा हो रही है। श्रम विभाग में पंजीकृत ऐसे श्रमिक जिनका पंजीयन कार्ड में बैंक खाता नंबर एवं आधार दर्ज नही हैं बैंक खाता आधार से लिंक कराकर व अपने आश्रितो जैसे- पिता/पति, पत्नि, पुत्र-पुत्री के बैंक खाते में आधार लिंक कराना जरुरी है।अधिक जानकारी हेतु कार्यालय श्रम पदाधिकारी, जिला-बलौदाबाजार-भाटापारा, समस्त विकासखंड में संचालित श्रम संसाधन केन्द्र,श्रमेव जयते मोबाईल एप्प, विभागीय वेबसाईट https://shramevjayate.cg.gov.in एवं लोक सेवा केन्द्र के माध्यम श्रमिक पंजीयन कार्ड में जाकर संशोधन करवा सकते है।
- बलौदाबाजार, / जिला रोेजगार कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के शिक्षित युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार का अवसर प्रदान करने हेतु लाईवलीहुड कॉलेज सकरी, बलौदाबाजार में सोमवार क़ो निजी क्षेत्र के नियोजकों के माध्यम से प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया गया। कैम्प मे कुल 179 आवेदक उपस्थित हुए, 120 आवेदकों ने साक्षात्कार में भाग लिया । साक्षात्कार में भाग लेने वाले आवेदकों में से 27 आवेदकों को कैम्प स्थल पर ज्वांनिग लेटर प्रदान किया गया एवं 51 आवेदकों को चयनित कर 2 दिवस के भीतर अपने अपने संस्थानों में उपस्थित होने निर्देशित किया गया है।
- -कलेक्टर ने कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की लगाई मजिस्ट्रीयल ड्यूटीकांकेर । छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका आगामी 27 एवं 28 मई को कांकेर जिले के प्रवास पर रहेंगे। श्री डेका के दो दिवसीय प्रवास के दौरान कानून एवं शांति-सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की मजिस्ट्रीयल ड्यूटी लगाई है। उन्होंने हेलीपेड स्थल में अनुविभगीय दण्डाधिकारी राजस्व चारामा श्री नरेन्द्र कुमार बंजारा की ड्यूटी लगाई है। इसी प्रकार जिला पंचायत प्रवेश द्वार हेतु नायब तहसीलदार कांकेर श्री अभिषेक देवांगन, जिला पंचायत मीटिंग हॉल में डिप्टी कलेक्टर सुश्री रानू मैथ्यूज और तहसीलदार कांकेर श्री पुष्पराज पात्र की ड्यूटी लगाई गई है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने सर्किट हाउस, विश्राम गृह के लिए डिप्टी कलेक्टर श्री मनीष देव साहू, तहसीलदार नरहरपुर श्री पौरस बेताल एवं नायब तहसीलदार सरोना श्री संजय कुमार राय की ड्यूटी। इसी प्रकार तहसीलदार सरोना श्री मोहित साहू का पुराना कचहरी परिसर लाइब्रेरी भवन तथा जंगलवारफेयर कॉलेज भ्रमण के दौरान डिप्टी कलेक्टर सुश्री रानू मैथ्यूज की ड्यूटी लगाई गई है। उक्त अवसर पर अपर कलेक्टर एवं एसडीएम श्री अरूण कुमार वर्मा कांकेर कानून व्यवस्था के सम्पूर्ण कार्यप्रभार पर रहेंगे।
- -क्षेत्र के प्रत्येक विकास कार्य को प्राथमिकता से किया जाएगा : कलेक्टरकांकेर । प्रदेश सरकार की मंशानुसार आम जनता की समस्याओं के समयबद्ध निराकरण, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु आज विकासखंड अंतागढ़ के दूरस्थ अतिसंवेदनशील तथा सरहदी ग्राम बण्डापाल में जिला स्तरीय समाधान शिविर आयोजित किया गया, जहां ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई, साथ ही प्राप्त आवेदनों पर संबंधित विभागों के द्वारा की गई कार्यवाही के बारे में भी बताया गया। माओवाद प्रभावित सुदूरवर्ती अतिसंवेदनशील ग्राम बण्डापाल में आयोजित समाधान शिविर में ग्रामीणों के द्वारा अपनी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदनों पर हुई कार्यवाही के बारे प्रत्येक आवेदक को अवगत कराया गया।बीहड़ क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत बण्डापाल में आयोजित समाधान शिविर में पहुंचकर कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ इस क्षेत्र के ग्रामीणों को शतप्रतिशत प्राथमिकता के साथ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं जैसे- सड़क, बिजली, पानी, पुल-पुलिया, मोबाइल टॉवर से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें कुछ निर्माणाधीन कार्य प्रगतिरत हैं जिसका यथाशीघ्र निराकरण किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित भी किया। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने कहा कि ग्राम बण्डापाल में स्कूल भवन निर्माण की स्वीकृति मिल गई है, जल्द ही एक सप्ताह के भीतर निर्माण कार्य भी चालू हो जाएगा। इसके अलावा उन्होंने वहां उपस्थित विभागीय अधिकारियों को इस क्षेत्र के प्रत्येक गांवों में विकास कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। ग्राम तुमसनार, बड़ेपिंजोड़ी और मातला ‘ब’ में पोटाकेबिन जर्जर स्थिति होने के कारण वहां पर दो-दो अतिरिक्त कक्ष की स्वीकृति मिली है, वहां भी जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को विकास की धारा से जोड़ते हुए पेंशन प्रकरण तथा महतारी वंदन योजना और स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली तथा मोबाइल टावर की समस्या को जल्द से जल्द पूर्ण करने की बात कही। इस दौरान जिला पंचायत के सीईओ श्री हरेश मंडावी ने अपने उद्बोधन में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि इस दूरस्थ क्षेत्र के वंचितों और पिछड़े हुए लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके, इसीलिए संवेदनशील क्षेत्र में शिविर आयोजित किया गया।शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया। सहकारिता विभाग द्वारा 05 ग्रामीणों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए गए। खाद्य विभाग द्वारा 05 ग्रामीणों को राशन कार्ड प्रदान किए गए। कृषि विभाग द्वारा 10 किसानों को मक्का बीज किट का वितरण किया गया। मनरेगा के अंतर्गत 03 ग्रामीणों को जॉब कार्ड तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 02 हितग्राहियों को आवास की चाबी और 03 को आवास स्वीकृति पत्र प्रदान की गई। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 01 बच्चे का अन्नप्राशन कराया गया और 01 गर्भवती महिला को सुपोषण किट प्रदान की गई।इस अवसर पर एसडीएम अंतागढ़ श्री राहुल रजक, डिप्टी कलेक्टर सुश्री रानू मैथ्यूज, जिला पंचायत सदस्य श्री गुप्तेश उसेंडी, जनपद पंचायत अंतागढ़ की अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा मंडावी, उपाध्यक्ष कुबल भूसाखरे, बंडापाल के सरपंच श्री शिवशंकर कावड़े एवं आश्रित ग्रामों के सरपंच, पंच समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
- -नागरिकों को सुरक्षित, शुद्ध और गुणवत्तायुक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए शासन प्रतिबद्ध: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवालरायपुर। राज्य में गर्मी के मौसम के आगमन के साथ ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा उपभोक्ताओं को सुरक्षित, शुद्ध एवं गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने हेतु व्यापक स्तर पर सघन निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव, दुर्ग एवं कबीरधाम जिलों में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीमों ने खाद्य प्रतिष्ठानों, होटल-रेस्टोरेंट, पेय जल कंपनियों एवं निर्माण इकाइयों का निरीक्षण कर बड़ी संख्या में नमूने संकलित किए हैं। अभियान के अंतर्गत जहां अवमानक एवं मिथ्याछाप उत्पादों पर कार्रवाई की गई है, वहीं खाद्य कारोबारियों को नियमों के पालन हेतु स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।नियमित निरीक्षण व कानूनी कार्रवाईखाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत सभी जिलों में पदस्थ अधिकारियों ने खाद्य कारोबारियों को लाइसेंस/पंजीयन अनिवार्यता, समय पर नवीनीकरण एवं स्वच्छता नियमों का पालन करने हेतु निर्देशित किया। बालोद जिले में बीबी फूड्स एंड बेवरेजेस सहित कई प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर प्लास्टिक पैकेजिंग सामग्री व पेयजल के नमूने संकलित किए गए। बेमेतरा में मिठाई दुकान, किराना दुकान, दूध उत्पाद एवं बर्फ फैक्ट्रियों की जांच की गई। यहां सात प्रतिष्ठानों पर कुल 17 लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया तथा बिना पंजीयन व मिथ्याछाप उत्पाद विक्रय के दो प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किए गए।मिलावटी पेय पदार्थों पर निगरानीराजनांदगांव जिले में गर्मी के मौसम में पेयजल उत्पादों में मिलावट की संभावनाओं को देखते हुए सघन जांच की गई। ग्रामीण अंचलों में बिकने वाले ‘अज्जु’, ‘पोपो एक्वा’, ‘पोम्पी मैंगो’, ‘पेप्सी’ जैसे ब्रांड्स के पैक्ड ड्रिंकिंग वाटर के नमूने संकलित कर परीक्षण हेतु भेजे गए। इसके अतिरिक्त होटल व भोजनालयों से आलू मसाला, बिरयानी राइस, कटहल आदि के नमूने लिए गए। अप्रैल 2025 से अब तक यहां 211 नमूने संकलित किए गए हैं, जिनमें 06 अवमानक, 03 मिथ्याछाप एवं 03 असुरक्षित पाए गए, जिन पर विधिक कार्रवाई जारी है।दुर्ग जिले में खाद्य पदार्थों एवं पैकेजिंग सामग्री की गुणवत्ता जांच हेतु 18 विधिक नमूने तथा 20 पैकिंग सामग्री के नमूने लिए गए हैं। पूर्व में संकलित नमूनों में मिठाई, खोवा, मसाले, बेकरी उत्पाद एवं पेयजल में गंभीर गुणवत्ता दोष पाए गए हैं। चलित खाद्य प्रयोगशाला द्वारा लिए गए 121 नमूनों में 09 अवमानक पाए जाने पर उन्हें मौके पर नष्ट किया गया।कबीरधाम जिले में 08 नमूने संकलित किए गए, जिनमें 08 प्रकरण अवमानक तथा 01 मिथ्याछाप पाए जाने पर उन्हें माननीय एडीएम न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय द्वारा ‘बादशाही द ढाबा’ को ₹20,000 एवं ‘न्यू कल्पना रेस्टोरेंट’ को ₹5,000 का अर्थदंड अधिरोपित किया गया है।स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अभियान की सराहना करते हुए कहा, “राज्य सरकार नागरिकों को सुरक्षित, शुद्ध और गुणवत्तायुक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा यह सघन निरीक्षण अभियान जनस्वास्थ्य की रक्षा की दिशा में एक सराहनीय पहल है। विभागीय अधिकारी तत्परता से कार्य कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”प्रदेश में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की यह सघन कार्रवाई न केवल उपभोक्ता स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि खाद्य कारोबारियों को भी नियमों के पालन हेतु जागरूक कर रही है। राज्य खाद्य प्रयोगशालाओं में नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त होते ही दोषी प्रतिष्ठानों के विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई की जा रही है। विभाग द्वारा यह अभियान निरंतर जारी रहेगा ताकि नागरिकों को सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा सके।