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- -अनुपयोगी सामानों को कलाकृति के तौर पर तराशेंगे रायपुरियंस-कलाकृतियों को उद्यान व सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित करेगा नगर निगम-शहरी स्वच्छता में सहयोग देने वाले कलाकार होंगे सम्मानित-नगर निगम वेबसाइट पर 15 जून तक कला संबंधी फोटो-वीडियो भेज सकेंगे नागरिकरायपुर। विश्व पर्यावरण दिवस पर रायपुर नगर निगम द्वारा अनुपयोगी सामग्रियों से उत्कृष्ट कलाकृति तैयार करने वाले शहर के कलाकारों को प्रेरित करने ‘ट्रिपल आर. बेस्ट ऑफ द वेस्ट कैंपेन शुरू किया गया है। इसके तहत आम नागरिकों से 15 जून तक ऐसी कलाकृति तैयार कर इसके छायाचित्र व शॉर्ट वीडियो रायपुर नगर निगम को भेजने का अनुरोध किया गया है। चयनित उत्कृष्ट कलाकृतियों व संरचनाओं को नगर निगम अपने उद्यान व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित कर इन कलाकारों को सम्मानित करेगा।रायपुर नगर निगम द्वारा शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने अपने प्रयासों में जन सहभागिता को बढ़ावा दे रहा है। इस हेतु विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है, जिसमें नागरिकों की भागीदारी होगी एवं शहर विकास में उत्तरदायित्व के साथ सभी आयु वर्ग अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। पूर्व में कचरा महोत्सव, रोको-टोको, ट्रिपल आर. सेंटर, नो प्लास्टिक कैंपेन जैसे कार्यक्रमों में स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों व आम नागरिकों ने सकारात्मक भूमिका निभाई हैं।विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू किए गए इस अभिनव कार्यक्रम में नगर के सभी आयु वर्ग के लोग सम्मिलित होंगे। इसके तहत अनुपयोगी सामग्री जो आमतौर पर कबाड़ी या कचरा संग्राहकों को दे दी जाती है, इन सामानों को घर बैठे कलात्मक स्वरूप देकर इसकी उपयोगिता बढ़ाने वाले कलाकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य पहली बार नगर निगम रायपुर कर रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आम नागरिकों से यह अपील की गई है कि अनुपयुक्त पड़े सामानों को कलाकृति का स्वरूप देकर इसकी जानकारी 15 जून तक नगर निगम की स्वच्छता टीम या जोन कार्यालय को दें। इसके उपरांत इन कलाकृतियों का परीक्षण कर चयनित सामग्रियों को उद्यान, तालाब या अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर लगाए जाएंगे एवं शहरी स्वच्छता में अपनी सहभागिता देने वाले ऐसे कलाकारों को सम्मानित भी किया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति नगर निगम के वेबसाइट http://nagarnigamprojects.in/survey/rrrinstalletion.php पर स्वयं व कलाकृति से संबंधित समस्त जानकारी छायाचित्र व शॉर्ट वीडियो के साथ 15 जून तक अनिवार्यतः प्रेषित करें।
- -सरकार ने गौठनों के माध्यम से दिया रोजगार: उषा निषादरायपुर / स्पर्श आकाक्षां स्व-सहायता समूह सोण्ड्रा की महिलाएं वर्मी खाद विक्रय से प्राप्त आय से घर की आवश्यक जरूरतों को पूरा करने मे अपनी योगदान दे रहीं है। समूह की दीदीयों ने बताया कि अब तक समूह को ढाई लाख रुपए से अधिक का आय अर्जित हो चुका है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़ने पर उन्हें आजीविका गतिविधियों में शामिल होने का सुअवसर प्राप्त हुआ तथा उनके जीवन में सामाजिक और आर्थिक रूप से सकारात्मक परिवर्तन आया है। दीदियों ने बताया कि एक निश्चित आय अर्जित होने से सामाजिक, पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में अब वे मदद करने में सक्षम हो चुकी हैं।बेरोजगारों को रोजगार देने में छत्तीसगढ़ की सरकार ने राज्य में बेरोजगारी खत्म करने में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इसके लिए सरकार ने सभी वर्गों के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। गोधन न्याय योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। गौठानों में संचालित विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं यह कहना है स्पर्श आकांक्षा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती उषा निषाद का।श्रीमती निषाद ने बताया कि उनके समूह की दीदियां शुरुआत से ही वर्मी कंपोस्ट निर्माण कर रही हैं। उन्हें वर्मी खाद और सुपर कंपोस्ट बनाने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण भी मिला है तथा वे शासन के मापदंडों के अनुरूप ही कंपोस्ट बनाती हैं। वर्मी कंपोस्ट का विक्रय कुम्हारी सोसाइटी में किया जाता है तथा समय पर उन्हें पैसा भी मिल जाता है। उन्होंने बताया कि विक्रय के लिए अभी 100 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट उपलब्ध है। गौठान में 20 वर्मी टांका बनाया गया है तथा केंचुआ की खरीदी मोहदी और गोढ़ी गौठान से करते हैं। समूह की दीदियों ने यह भी बताया कि वर्तमान में शासन से उन्हें 50 हजार की राशि भी प्राप्त हुई है। उन्होंने एक उत्पादक समूह भी बनाया है। समूह की दीदिया मिलकर सब्जी भाजी आदि का उत्पादन भी करेंगे। खुद से आय अर्जित कर पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में उन्हें खुशी मिलती है ।अब उनका जीवन यापन पहले से बेहतर हो गया है।
- रायपुर / कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जन चौपाल के माध्यम से आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। डॉ भुरे ने जन चौपाल के माध्यम से जिले के विभिन्न विकासखंडो से आए नागरिकों, ग्रामीणजनों, महिलाओं की समस्याओं और शिकायतों को सुना और प्राप्त आवेदनों पर नियमानुसार त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। आज जनचौपाल में लगभग 50 आवेदन आए।आज जनचौपाल में ग्राम तर्री निवासी अरुण कुमार वर्मा ने बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ दिलाने, पंडरी निवासी व्यवसायी ने सहायता राशि प्रदान करने, ग्राम मौहागांव निवासी देवप्रसाद गायकवाड़ ने भूमि का सीमांकन कराने, छत्तीसगढ़ मीडिया एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष शैलेश सिंह राजपूत ने तिल्दा नेवरा क्षेत्र में पत्रकार भवन निर्माण हेतु मद स्वीकृति प्रदाय करने आवेदन दिया।इसी प्रकार आरंग निवासी रमेश कुमार पटेल ने अपने स्वामित्व की भूमि से अतिक्रमण हटाने, ग्राम तेंदुआ निवासी प्रहलाद शर्मा ने सीमांकन करवाने, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश दीवान ने अकोली में सांस्कृतिक भवन का निर्माण कराने, छत्तीसगढ़ नगर वार्ड 58 निवासी सुनील श्यामकुंवर ने मकान पट्टे की मूल प्रति गुम जाने की सूचना दर्ज करने, देवेंद्र नगर निवासी अरशद खान ने ग्राम टेमरी स्थित अपनी भूमि में अवैध रूप से रोड निकाले जाने की शिकायत संबंधी आवेदन दिया। इसी तरह अन्य लोगों ने भी अपनी शिकायत एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर को दिए।
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दुर्ग /छत्तीसगढ़ अंचल के अग्रणी चिकित्सा महाविद्यालयों मे से एक चंदूलाल चंद्राकर चिकित्सा महाविद्यालय व सम्बद्ध चिकित्सालय में अध्ययन अध्यापन कार्य सराहनीय रूप से संचालित हो रहें है और प्रदेश के एक बड़े वर्ग को निःशुक्ल चिकित्सा उपलब्ध हो सकी है। 2022 के अक्टूबर माह की तुलना में अभी तक 19000 पीड़ितों की सफ़ल चिकित्सा की गयी है और अस्पताल में प्रतिदिन 250 -300 मरीज़ चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा रहें हैं। अस्थि रोग विभाग, नेत्र रोग, स्त्री रोग, जनरल सर्जरी व कान नाक गला रोग विभागों में बहोत से रोगियों की सर्जरी की गयी है। जिसमें कुछ तो बच्चों से लेकर 99 वर्ष तक के बुज़ुर्गाे की सफल शल्य चिकित्सा भी उल्लेखनीय है। कुछ ऑपरेशन तो बेहद जटिल रहे जिनसे रोगियों को बेहद लाभ मिल सका।
मेडिसिन, शिशु रोग, पैथोलॉजी, बायो केमिस्ट्री,माइक्रोबायोलॉजी,चर्म रोग. मानसिक रोगों के मरीज़ भी उच्च गुणवत्ता पूर्ण परामर्श प्राप्त कर पा रहें हैं और अतिश्योक्ति न होगी कि अल्प समय में ही इस चिकित्सा महाविद्यालय ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान बना लिया है। हर वर्ष 200 चिकित्सा छात्रों की चिकित्सा शिक्षा में समर्थ ये चिकित्सा महाविद्यालय भविष्य में भी प्रदेश के रोगियों की निःशुल्क सेवा व चिकित्सा हेतु तत्पर व कटिबद्ध है। - दुर्ग / प्रकृति के प्रति कर्तव्य और उसका संरक्षण करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन ने इस बार एक अनूठी पहल करते हुए फलदार पौधों का वृक्षारोपण आत्मानंद स्कूलों में कराने का निर्णय लिया। जिसके तहत जिले के समस्त आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में विद्यार्थियों ने प्रकृति प्रेमी की भूमिका अदा कर दुर्ग वन वृत्त अंतर्गत 63 आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 2447 पौधों का रोपण किया।विश्व पर्यावरण दिवस के दिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार, प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री वी श्रीनिवास राव के मार्गदर्शन में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के आत्मानंद स्कूलों में फलदार पौधों के रोपण का शुभारंभ किया गया है।आत्मानंद स्कूलों में ग्राफ्टेड तथा साधारण आम, जामुन, अमरूद, नींबू, कटहल, बेल, आंवला, करौंदा, बादाम, अनार इत्यादि प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस को 50 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आत्मानंद स्कूलों में फलदार वृक्षारोपण के माध्यम से की जा रही अनूठी पहल निश्चित रूप से जन मानस और स्कूली छात्रों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता तो लाएगी ही, साथ ही उन्हें प्रकृति, वनों, विविधता, वन्य प्राणी तथा प्राकृतिक संसाधनों के सतत् विकास और सदुपयोग के प्रति कर्तव्य-बोध भी करायेगी।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 18 नंबर रोड में सुभाष चौक से गौरव पथ जाने वाले मार्ग पर सड़क के दोनो तरफ सड़क का संधारण कार्य होगा। आज महापौर नीरज पाल ने सड़क संधारण कार्य का भूमि पूजन कर कार्य को प्रारंभ कराया। भूमि पूजन के दौरान उन्होंने कहा कि सड़कों का काम तेज गति से करें ताकि बारिश के दिनों में राहगीरों को खराब सड़कों से राहत मिल सके और आवागमन सुगम हो। उन्होंने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी न करें और क्वालिटी का ध्यान रखें। अधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग कर कार्य पूर्ण कराने के निर्देश महापौर ने मौके पर दिए हैं। सुभाष चौक से गौरव पथ रोड में सड़क के दोनों ओर के मार्ग का संधारण 48 लाख की लागत से किया जाएगा। कई दिनों से नागरिक एवं क्षेत्र के लोगों के द्वारा सड़क के संधारण तथा डामरीकरण को लेकर मांग की जा रही थी। मेयर नीरज ने इसे संज्ञान में लेकर अधिकारियों को सड़क संधारण का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए थे। विभागीय कार्य पूर्ण हो जाने के उपरांत आज कार्य की आधारशिला रखी गई। शीघ्र ही सुभाष मार्केट से गौरव पथ जाने वाला मार्ग दुरुस्त हो जाएगा। यह सड़क नेशनल हाईवे से अंदरूनी इलाकों की ओर जाती है। रोजाना हजारों लोगों का आना जाना इस रास्ते से होता है। गड्ढे होने की वजह से राहगीरों को आने-जाने में परेशानी का सामना पड़ता था परंतु अब सड़क की स्थिति अच्छी हो जायेगी। आज भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, जोन अध्यक्ष जलंधर सिंह, महापौर परिषद के सदस्य मन्नान गफ्फार खान, पार्षद इंजीनियर सलमान, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, कार्यपालन अभियंता कुलदीप गुप्ता, सहायक अभियंता आलोक पसीने, वसीम खान एवं उप अभियंता अर्पित बंजारे, विजेंद्र गुप्ता तथा मोहल्ले वासी आदि मौके पर मौजूद रहे।
- बिलासपुर /राज्य के प्रतिभावान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विद्यार्थी जो इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे है। ऐसे विद्यार्थियों को विभाग द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान से कोचिंग करने का लाभ दिया जाएगा। विद्यार्थियों का चयन प्राक्चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा। जिसके लिए आवेदन 21 जून शाम 4 बजे तक आमंत्रित किये गये है। आवेदन के संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप विभाग की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ट्रायबल डॉट सीजी डॉट जीओवी डॉट इन (www.tribal.cg.gov.in) से प्राप्त एवं डाउनलोड कर सकते है।आवेदक को छ.ग. राज्य का मूल निवासी, अनुसूचित जाति, जनजाति का स्थायी जाति प्रमाण होना आवश्यक है। आवेदक द्वारा 12 वीं मे कम से कम 70 प्रतिशंत अंक या समतुल्य ग्रेड गणित एवं जीव विज्ञान विषय में प्राप्त किया होना चाहिए। आवेदक के पालक की समस्त स्त्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो। आवेदन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय में जमा किये जा सकते है।
- बिलासपुर, /केन्द्र सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनकी वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करने हेतु महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र योजना प्रारंभ की गई है। 1 अप्रैल 2023 से शुरू इस योजना का लाभ देश की सभी महिलाएं डाकघरों के माध्यम से उठा सकती हैं। यह एक वन टाईम सेविंग स्कीम है। इस योजना के अंतर्गत 31 मार्च 2025 तक कोई भी बालिका एवं महिला डाक घर में रू. एक हजार न्यूनतम राशि के साथ खाता खुलवा सकती हैं। साथ ही अधिकतम दो लाख रूपए तक की राशि जमा किये जा सकते हैं। इस योजना में चक्रवृद्धि ब्याज देय होगी, जिसकी वर्तमान दर 7.5 प्रतिशत है। योजना में खातों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। एक खाता खोलने के तीन माह पश्चात ही दूसरा खाता खोला जा सकता है।
- -प्रदेश भर के सभी बाल गृह तथा बच्चों के आश्रमों का निरीक्षण करेंगे सचिवरायपुर। विगत दिनों समाचार पत्र तथा सोशल मीडिया में कांकेर जिले के शिवनगर स्थित दत्तक ग्रहण केन्द्र में प्रोग्राम मैनेजर द्वारा बच्ची के साथ बर्बरतापूर्वक पिटाई किये जाने के संबंध में खबर प्रकाशित होने तथा उसका विडियों प्रमुख से वायरल हो रहा था, जो कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की जानकारी में आने पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति गौतम भादुडी ने सदस्य सचिव के माध्यम से जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांकेर को निर्देश जारी किये हैं कि घटना के संबंध में तत्काल कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत कराई जावे साथ ही यदि कोई एफआईआर होती है तो बच्चें को पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना के अंतर्गत निःशुल्क विधिक सहायता एवं सलाह के माध्यम से क्षतिपूर्ति राशि भी उपलब्ध करवाये जाने की कार्यवाही की जावे। उन्होंने इस घटना को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी जिलों के जिला न्यायाधीशों/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को भी निर्देशित किये कि नालसा, बच्चों के मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाओं और उनके संरक्षण के लिये विधिक सेवाएं योजना 2015 के तहत उनके जिले के अंतर्गत आने वाले समस्त बाल गृह,, दत्तक ग्रहण गृह आदि बच्चों के आश्रमों का निरीक्षण सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया जावे तथा वे प्रत्येक बच्चे से पृथक होकर उनसे बातचीत करें और उनका हाल एवं कठिनाईयों की जानकारी प्राप्त करें और यदि किसी बच्चें के साथ किसी प्रकार की कोई प्रताड़ना या कोई घटना की जानकारी आती है तो उस पर नियमानुसार तत्काल कार्यवाही किये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं।राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री आनंद प्रकाश वारियाल ने बताया कि माननीय कार्यपालक अध्यक्ष द्वारा दिये गये निर्देशों का शीघ्रता से पालन किये जाने हेतु समस्त जिलों के जिला न्यायाधीशों को इस संबंध में तत्काल सूचित किया गया है।
- बालोद । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने आमापारा बालोद स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पहुंचकर वृक्षारोपण किया। इस दौरान वनमण्डलाधिकारी श्री आयुष जैन, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री मुकुंद साव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी वृक्षारोपण किया। श्री शर्मा ने जिला पंचायत कार्यालय परिसर में सफेद चंदन एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय परिसर में काजू के पौधे का रोपण किया।इस अवसर पर कलेक्टर श्री शर्मा ने मौके पर उपस्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के बच्चों से बातचीत कर विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान श्री शर्मा ने कक्षा पहली में अध्ययनरत् नन्ही बालिका पूर्वा से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना और पूर्वा को कविता सुनाने को कहा। नन्हीं बालिका पूर्वा ने कलेक्टर एवं अधिकारियों को सुमधुर कविता सुनाई, नन्हीं पूर्वा की कविता सुनकर कलेक्टर एवं अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसे बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कलेक्टर श्री शर्मा ने नन्हीं बालिका पूर्वा की सुमधुर कविता पाठ से प्रसन्नचित होकर उसे पेन भेंट की। इसके अलावा उन्होंने अन्य विद्यार्थियों को भी छोटे गमलें में लगे पौधें भेंट कर इसका रोपण करने तथा सुरक्षा के भी उपाय सुनिश्चित करने को कहा।
- रायपुर। स्व. श्रीमती लीला सुराना की 30 वीं पुण्यतिथि 3 जून पर सिविल लाइन रायपुर निवासी श्री आनंद सुराना, वृद्धाश्रम चेतना सुराना के द्वारा माना कैम्प स्थित कुलदीप निगम वृद्धाश्रम में खाद्य सामग्री प्रदान की गई। सुराना परिवार ने वृद्धाश्रम को चना दाल, राहर दाल, आटा, पोहा, जीरा,हल्दी, नमक गुड़ आदि का वितरण किया।इसके अतिरिक्त श्रीमती प्रतिमा बोथरा ने 500 रुपये, श्रीमती प्रीति लुनावत ने 500 रुपये एवं श्रीमती पूर्णिमा के द्वारा 500 रुपये का आर्थिक सहयोग दिया गया।
- दुर्ग /कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने सांई ज्योति हॉस्पिटल, सिरसा गेट भिलाई 3, के संचालक द्वारा नर्सिंग होम एक्ट के तहत लायसेंस की अवधि समाप्त होने उपरांत भी लायसेंस नवीनीकरण हेतु आवेदन नहीं किये जाने तथा संचालक, ज्योति केन्द्र, हाउसिंग बोर्ड कॉम्प्लेक्स बस स्टैण्ड दुर्ग में पायी गई अनियमितताओं के तहत उक्त दोनों अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट की धारा 12 (क) (1) के तहत 20-20 हजार रूपये के जुर्माने से दण्डित किया है। साथ ही उक्त दोनों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद करने आदेशित किया हैं।ज्ञात हो कि नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ. आर.के. खण्डेलवाल के निरीक्षण प्रतिवेदन अनुसार नर्सिंग होम एक्ट की नियमित निरीक्षण व जाँच के तहत सांई ज्योति हॉस्पिटल, सिरसा गेट भिलाई 3 में कार्यरत चिकित्सक नहीं पाये गये, अस्पताल में रैंप की सुविधा नहीं पायी गई, अस्पताल परिसर में साफ-सफाई का आभाव पाया गया एवं कलर कोटेड बिन नहीं पाया गया, अस्पताल के बाहर एवं आंतरीक रूम में कबाड होना पाया गया, संबंधित अस्पताल को नर्सिंग होम एक्ट, दुर्ग द्वारा जारी लायसेंस वैधता 14 सितंबर 2015 से 13 सितंबर 2020 तक 10 बेडेड हॉस्पिटल है, सांई ज्योति हॉस्पिटल, सिरसा गेट भिलाई 3 की लायसेंस की वैधता समाप्त होने के बावजूद अस्पताल संचालक के द्वारा लायसेंस नवीनीकरण हेतु आवेदन नहीं किया गया है, जो कि उपचर्यागृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापनाएं अनुज्ञापन अधिनियम, 2010 एवं 2013 का उल्लंघन है।इसी प्रकार ज्योति केन्द्र, हाउसिंग बोर्ड कॉम्प्लेक्स बस स्टैण्ड दुर्ग नर्सिंग होम एक्ट में पंजीकृत स्थायी निजी अस्पताल है, लायसेंस की वैधता समाप्त होने के उपरांत संबंधित अस्पताल के द्वारा अपनी संस्था के लायसेंस नवीनीकरण हेतु आवेदन किया गया है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक नहीं पाये गये, अस्पताल में रैंप की सुविधा नहीं पायी गई, पीने का पानी तथा वाश बेसिन की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं पायी गई, ड्यूटी डॉक्टर के लिये रूम, कन्सल्टींग रूम, ट्राली बेय नहीं पाया गया अस्पताल में बेड की स्थिति सही नहीं पायी गई, ऑपरेशन थियेटर मानक अनुरूप नहीं पाया गया, ऑपरेशन थियेटर में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टॉफ नहीं पाया गया, ऑपरेशन थियेटर एवं लेबर रूम में आपातकालीन ट्राली नहीं पायी गई, लेबर रूम एवं न्यू बोर्न बेबी कार्नर मानक अनुरूप नहीं पाया गया, ऑपरेशन थियेटर एवं संपूर्ण अस्पताल परिसर में साफ-सफाई का आभाव था एवं कलर कोटेड बिन नहीं पाया गया, अस्पताल में पायी गई अनियमितताओं के आधार पर ज्योति केन्द्र, हाउसिंग बोर्ड कॉम्प्लेक्स बस स्टैण्ड दुर्ग का नर्सिंग होम एक्ट के तहत प्रदत्त लायसेंस का नवीनीकरण किया जाना संभव नहीं है । कलेक्टर का आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
- -- वार्डवासियों ने नाली निर्माण कराने कलेक्टर को सौंपा आवेदन- जनदर्शन में प्राप्त हुए 170 आवेदनदुर्ग / कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रतिसप्ताह सोमवार को आयोजित जनदर्शन में आज कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जिले के विभिन्न स्थानों से पहंुचें लोगों से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी लेते हुए प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निराकरण करने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।कलेक्टर जनदर्शन में कर्मचारी नगर के वार्डवासियों ने नाली निर्माण के लिए आवेदन सौंपा। उन्होंने बताया कि कर्मचारी नगर वार्ड नंबर 16 में एक सार्वजनिक नाली बनी हुई है, जो जीर्ण-शीर्ण हो जाने के कारण नाली पूर्ण रूप से बंद हो चुकी है। नाली न होने के कारण बरसात के मौसम में सड़क का दूषित पानी घर के अंदर घुसने की संभावना है। इस हेतु नई नाली निर्माण कराने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। इस पर कलेक्टर ने आयुक्त नगर पालिक निगम को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।भेड़सर निवासी ने विद्युत तार को हटाने आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि उनके घर की छत के ऊपर से 440 वोल्ट का विद्युत तार की लाईन गई है। घर के बच्चों का छत में आना जाना लगा रहता है, जिससे कभी भी जनहानि होने की संभावना बनी रहती है। विद्युत तार को हटाने के लिए ग्राम पंचायत भेड़सर एवं विद्युत विभाग नगपुरा में कई बार आवेदन दिया गया, लेकिन विद्युत विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई। इस पर कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।ग्राम सेलूद निवासी दिव्यांग राधिका यादव ने ट्रायसायकल की मांग की। उन्होंने बताया कि वह स्वामी आत्मानंद स्कूल सेलूद में अध्ययनरत हैं, जो कि उसके घर से एक किलोमीटर दूर है। चूंकि वह दिव्यांग है जिसके कारण उसे स्कूल आने-जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। नियमित स्कूल जाकर अध्ययन कर आगे की पढ़ाई कर सकूं, इसके लिए उन्होंने कलेक्टर से ट्रायसायकल की मांग करते हुए आवेदन सौंपा। इस पर कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। जनदर्शन में अपर कलेक्टर श्रीमती पदमिनी भोई साहू सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।आज जनदर्शन में 170 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें अवैध कब्जा, बटवारा, आर्थिक सहायता, सीमांकन, स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्रवेश हेतु, राशन कार्ड से संबंधित आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिए।
- -विश्व पर्यावरण दिवस पर कृषि विश्वविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित-कार्यशाला में प्लास्टिक के उपयोग में कमी तथा रिसाईक्लिंग पर जोर दिया गयारायपुर । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘जलवायु परिवर्तन का कृषि तथा जीवनशैली पर प्रभाव’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें कृषि मौसम वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ तथा प्रगतिशील कृषक शामिल हुए। कार्यशाला का शुभारंभ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर हो रहे क्लाइमेट चेंज के कारण कृषि परिदृष्य, खेती के तौर-तरीके तथा उत्पादन एवं उत्पादकता पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। जलवायु परिवर्तन के कारण फसल चक्र में भी बदलाव आ रहा है। डॉ. चंदेल ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण ग्लोबल वार्मिंग, परिस्थितिकी तंत्र में परिवर्तन तथा मानव स्वास्थ्य पर कुप्रभाव की चिंता करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा आज से ठीक पचास वर्ष पूर्व 5 जून 1973 से विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरूआत की गई। उन्होंने कहा कि इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पर्यावरण दिवस की थीम ‘‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’’ रखी गई है, जो बहुत ही प्रासंगिक तथा अर्थपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, जो पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। डॉ. चंदेल ने कहा कि अब प्लास्टिक का उपयोग पूर्णतः समाप्त करना तो संभव नहीं है, लेकिन इसके उपयोग में कमी लाई जानी चाहिए तथा रिसाईक्लिंग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने उपस्थित लोगों से प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने का संकल्प लेने का आव्हान किया।कार्यशाला को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. विवेक त्रिपाठी, संचालक बीज एवं प्रक्षेत्र, डॉ. एस.एस. टुटेजा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, डॉ. विनय पाण्डेय ने भी संबोधित किया तथा पर्यावरण प्रदूषण विशेषकर प्लास्टिक प्रदूषण से पारिस्थितिकी तंत्र को होने वाली हानी तथा इसके निरिकरण के उपाय बताये। कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.एल. नंदेहा ने कार्यशाला का विषय प्रतिपादन किया तथा इसके महत्व को रेखांकित किया। अन्य पर्यावरण विशेषज्ञों ने भी कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त किए।
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-, तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रशेखर मिश्रा निलंबित
कलेक्टर कांकेर डॉ. प्रियंका शुक्ला के निर्देश पर आरोपी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
-विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण को कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से किया निलंबितअभिकरण का संचालन करने वाली संस्था प्रतिज्ञा विकास संस्थान दुर्ग का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की अनुशंसारायपुर । राज्य सरकार ने कांकेर में बच्ची से मारपीट के मामले में सख्त कार्रवाई की है। राज्य सरकार ने तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रशेखर मिश्रा को विशेषीकृत दत्तक एजेंसी कांकेर के विरुद्ध शिकायतों की जांच में लापरवाही पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला के निर्देश पर बच्चों से मारपीट की आरोपी समन्वयक (विशेषीकृत दत्तक ग्रहण एजेंसी) सीमा द्वेदी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 323, 75 किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 3(2) वी (क) अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराध दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मारपीट की आरोपी समन्यवक सीमा द्वेदी को हिरासत में ले लिया है ।इसके अतिरिक्त कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने प्रतिज्ञा विकास संस्थान, विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण कांकेर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि उक्त अभिकरण के विरुद्ध शिकायत मिलने पर संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम द्वारा 4 जून 2023 को अभिकरण का औचक निरीक्षण किया गया, जांच में शिकायत की सत्यता की पुष्टि हुई। उक्त शिकायतों की पुष्टि के बाद कलेक्टर ने कांकेर में विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण का संचालन करने वाली संस्था प्रतिज्ञा विकास संस्थान दुर्ग का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने हेतु संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग को अनुशंसा की है। कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि समस्त बच्चों की सुरक्षा एवं देखरेख हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं । -
*खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री भगत के मुख्य आतिथ्य में शुरूh हुआ रामगढ़ महोत्सव*
*‘‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो‘‘, अलग-अलग रागों पर*
*श्री हेमराज का अद्भुत बांसुरी वादन*
*महाकवि कालिदास की रचना स्थली के विशेष संदर्भ में रामगढ़ का महत्व विषय पर शोधार्थियों ने किया शोध पत्रों का वाचन*
रायपुर/ सरगुजा जिले के ऐतिहासिक रामगढ़ की पहचान अनेक रूपों में की जाती है। राम वनगमन पर्यटन परिपथ में शामिल रामगढ़ में विश्व की प्राचीन नाट्यशाला है। यहां रामगढ़ की पहाड़ियां महाकवि कालिदास के खंडकाव्य मेघदूत की प्रेरणा हैं। इस प्राचीन स्थल के महत्व को उल्लेखित करने और सुरम्यता का आनंद लेने यहां रामगढ़ महोत्सव मनाया जाता हैं। आषाढ़स्य प्रथमदिवसे यानी आषाढ़ माह के प्रथम दिवस प्रतिवर्ष रामगढ़ महोत्सव मनाया जाता है। इसी कड़ी में खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत के मुख्य आतिथ्य में 4 जून रविवार को दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छ.ग. मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन अध्यक्ष एवं लुण्ड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम द्वारा की गई।
इस अवसर पर मंत्री श्री भगत ने कहा कि भगवान श्री राम के वनवास के दौरान उनके श्री चरण हमारे छत्तीसगढ़ में पड़े। हमारा सौभाग्य है कि यह भगवान श्री राम का ननिहाल भी है। माता कौशल्या का मायका है। चंदखुरी में उनका मंदिर बनाया गया है। मैं यहां की भूमि को प्रणाम करता हूं। रामगढ़ का महत्व धार्मिक ही नहीं, विश्व की महत्वपूर्ण धरोहर के रूप में भी है। यहां सीताबेंगरा और जोगीमारा की गुफाओं के साथ विश्व की प्राचीन नाट्यशाला भी है। यह महाकवि कालीदास की अद्भुत रचना मेघदूत की यह रचना स्थली है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पुरानी धरोहर को संरक्षित कर स्थापित करने का काम किया जा रहा है। राम वनगमन पर्यटन पथ के विकसित होने के बाद पूरी दुनिया छत्तीसगढ़ को देखने आएगी। उन्होंने रामायण के प्रसंगों का उल्लेख किया। नदी पार करते हुए भगवान राम से केंवट राजा की भेंट और भगवान श्रीराम का छोटे भाई भरत के प्रति प्रेम का उल्लेख किया। भगवान श्री राम ने वनवास के दौरान जिस मार्ग से छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया और समय बिताया, वह सीतामढ़ी हरचौका से शुरू होता है और सुकमा तक जाता है। भगवान राम के कदम जहां जहां पड़े, उसे पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीजीएमएससी अध्यक्ष एवं विधायक डॉ प्रीतम राम ने दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राम वनगमन पर्यटन पथ में शामिल रामगढ़ में तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिससे इसकी सुंदरता देखने आने वाले पर्यटकों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
बीस सूत्रीय क्रियान्वयन कार्यक्रम के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल ने रामवन गमन पर्यटन परिपथ को चिन्हांकित कर इसके विकास की पहल मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में की गई। धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के इस इस स्थल पर आकर हम धन्य हुए हैं। छत्तीसगढ़ तेलघानी विकास बोर्ड के सदस्य श्री लक्ष्मी गुप्ता ने इस अवसर पर भगवान श्रीराम की आज्ञाकारिता और जीवन में अनुसरण की जाने वाली रामायण की शिक्षाओं का उल्लेख किया।
राम वनगमन पर्यटन परिपथ और महाकवि कालिदास की रचना स्थली के विशेष संदर्भ में शोध पत्र वाचन करने भोपाल से यहां पहुंचे डॉ निलिंप त्रिपाठी ने रामगढ़ के महत्व पर अपनी बात रखी और कहा कि जन-जन के मन में रामगढ़ हो, विश्व में इसकी तुलना नहीं की जा सकती।
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने कहा कि रामगढ़ रमणीक और पौराणिक स्थल है। रामवन गमन पर्यटन पथ के रूप में चिन्हांकित रामगढ़ में लंबे समय से दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव आयोजित किया जाता रहा है जिसका आशय यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रचार प्रसार है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में निरंतर विकास कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां पर्यटन बोर्ड द्वारा डॉरमेट्री का निर्माण किया गया है। यहां भगवान श्रीराम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। रामगढ़ पहाड़ी के ऊपर मंदिर तक जाने के रास्ते का निर्माण कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। उद्घाटन सत्र में सीईओ जिला पंचायत श्री नूतन कुमार कंवर ने अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया।
*बांसुरी वादक श्री हेमराज और स्थानीय कलाकार बबिता विश्वास ने दी सुंदर प्रस्तुतियां, शोधार्थियों ने किया शोध पत्रों का वाचन*
रामगढ़ महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर बांसुरी वादक श्री हेमराज ने अलग अलग रागों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। उनके द्वारा ‘‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो‘‘ की प्रस्तुति पर दर्शकों ने ताली बजाकर साथ दिया। इसी तरह स्थानीय कलाकार बबिता विश्वास ने राम भक्ति से जुड़े गीत प्रस्तुत किए जिसमें दर्शक भी झूम उठे। मंत्री श्री अमरजीत भगत ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसके बाद राम वनगमन पर्यटन परिपथ और महाकवि कालिदास की रचना स्थली के विशेष संदर्भ में रामगढ़ का महत्व विषय पर शोध पत्र वाचन करने आमंत्रित शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र का वाचन कर जानकारी साझा की। अंत में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसका दर्शकों ने आनंद उठाया।
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*-आयुक्त रोहित व्यास के प्रवास अवधि से वापस लौटने तक एवं अवकाश अवधि तक लक्ष्मण तिवारी आईएएस रहेंगे भिलाई निगम के आयुक्त के प्रभार पर*
भिलाई नगर/ लक्ष्मण तिवारी आईएएस ने आज भिलाई निगम का कार्य संभाल लिया है। निगम भिलाई के आयुक्त आईएएस रोहित व्यास के प्रवास अवधि से वापस लौटने तक एवं अवकाश अवधि 15 जून तक होने के कारण के भिलाई में निगम आयुक्त के चालू कार्य प्रभार में आईएएस लक्ष्मण तिवारी रहेंगे। श्री तिवारी ने आज से भिलाई निगम में प्रभारी आयुक्त के रूप में कार्य करना प्रारंभ कर दिया है।
- भिलाई नगर। तालपुरी बी ब्लॉक निवासिनी श्रीमती वृंदा देशपांडे (उम्र 80 वर्ष) का रविवार शाम को शंकरा अस्पताल में निधन हो गया। वे काफी समय से अस्वस्थ थीं। वे तुषार श्रीखंडे की सास, रेणु श्रीखंडे, रेवती सुल्लेरे, रैना पुराणिक की माता, सव्यसाची श्रीखंडे, कौस्तुभ सुल्लेरे एवं कुहू सुल्लेरे की नानी थीं।
- -बारनवापारा में निरंतर बढ़ रही है पर्यटकों की संख्यारायपुर /छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार जिले के वन्यजीव अभयारण्य बारनवापारा में सैलानियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसको देखते हुए बारनवापारा में सैलानियों के लिए शासन-प्रशासन द्वारा कई सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। बारनवापारा में म्यूजियम और लायब्रेरी स्थापना के साथ-साथ वहां लग्जरी फैमली कॉटेज का निर्माण कराया जा रहा है। बारनवापारा में सैलानियों के लिए मौजूद तीन पुराने कॉटेज को रेनोवेट कर वर्ल्ड क्लास फैमली कॉटेज का स्वरूप दिया जा रहा है। प्रत्येक कॉटेज में दो रुम, किचन, दो हेल्पर की रुकने की व्यवस्था है। दो कॉटेज बनकर तैयार हो गए है। तीसरे का निर्माण कार्य जारी है।यहां निर्मित म्यूजियम में बलौदाबाजार में मिलने वाले विभिन्न स्टोन, बारनवापारा में पाएं जाने वाले पशु-पक्षियों का जीवंत चित्रण एवं जानकारी उपलब्ध है, जो बच्चों एवं आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षक एवं ज्ञानवर्धक है। यहां मुख्य चौक में नये पर्यटक सुविधा केंद्र बनाया जा रहा है, जिससे आने वाले पर्यटकों को सभी जानकारियां मिल जाएगी। स्थानीय ग्रामीणों एवं पर्यटकों के लिए एक लायब्रेरी भी बनाई जा रही है। जहाँ पर सभी वर्ग एवं समूह के पाठकों के लिए पर्याप्त किताबे उपलब्ध होंगी। कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने बारनवापारा का दौराकर वहां निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लिया और निर्माणाधीन कार्यों को समय-सीमा में पूरा कराए जाने के निर्देश दिए।गौरतलब है कि बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य 245 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे वर्ष 1972 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया। बारनवापारा का नाम दो वन्य गांवों से मिलकर बना है-बार और नवापारा। वन्यजीव प्रेमियों और एडवेंचर के शौक़ीन लोगो के लिए यह सफारी बहुत ही मनोहारी है। यहाँ हिंसक जानवरों से लेकर मासूम खरगोश तक देखने को मिलते है। यहाँ विदेश से आने वाले पक्षियों का कुछ समय के लिए बसेरा भी रहता है। यहाँ आपको बहुत ऊँचे-ऊँचे पेड़ से लेकर दो नदियां बालमदेही और जोंक नदियों का कल-कल भी सुनाई देगा। यह अभयारण्य मैदानी और छोटे-बड़े पठारी इलाकों से मिलकर बना है। यहाँ सागौन के साथ अन्य वृक्ष जैसे साजा, बीजा, लेंडिया, हल्दू, सरई, धौंरा, आंवला, और अमलतास, कर्रा शामिल हैं।इस अभयारण्य में तेंदुएं, बाघ, गौर, भालू, चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर कोटरी चौसिंगा, जंगली कुत्ता, लकड़बग्गा, लोमड़ी इत्यादि भी आसानी से दिख जाते हैं। यहां कोबरा, करैत, अजगर जैसे सर्प प्रजातियां पाई जाती हैं। इस अभ्यारण में 150 से भी अधिक प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं। प्रमुख पक्षियों में मोर, दूधराज, तोते, गोल्डन, अरियल, ड्रेंगो, रॉबिन, पाई, कठफोड़वा, बुलबुल, हुदहुद, बाझ, उल्लू हैं।
- -व्यापम की वेबसाइट पर परीक्षार्थियों को अपनी प्रोफाइल बनाने की विशेष सुविधा-प्रोफाइल में गलतियां 20 दिन के भीतर ऑनलाइन सुधारने की भी सुविधा-इससे परीक्षार्थियों को आवेदन भरने में हो रही आसानी-व्यापम की वेबसाइट पर 7 लाख 80 हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने बनाई अपनी प्रोफाइल-प्रोफाइल के माध्यम से अब तक भरे गए 12 लाख 26 हजार से अधिक आवेदनरायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार व्यापम की परीक्षाओं में कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। इस वर्ष व्यापम द्वारा बड़ी संख्या में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए व्यापम की वेबसाइट पर परीक्षार्थियों के प्रोफाइल बनाने की व्यवस्था की गई है, जिससे वे अनेक परीक्षाओं के आवेदन आसानी से भर सकेंगे। इस व्यवस्था से अभ्यर्थी को बार बार जानकारी आवेदन में नहीं भरना पड़ती है। अभी तक व्यापम की वेबसाइट पर 7,80,117 प्रोफाइल बनाई जा चुकी है और इनके माध्यम से अब तक 12,26,024 आवेदन पत्र भरे जा चुके हैं।वेबसाइट पर बनाई गई प्रोफाइल में गलतियों को ऑनलाइन सुधारने के लिए लगभग 20 दिन का अवसर दिया गया। आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि निकल जाने के बाद प्रोफाइल को ऑनलाइन: सुधारना उचित नहीं है, क्योंकि ऐसा करने से आवेदन पत्र में गलतियां रह जाने की संभावना है। इसलिए आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि के बाद ऑफ लाइन विधि से प्रोफाइल सुधारने के लिए व्यापम आना अनिवार्य किया गया है और 20 दिन के अवसर के बाद भी प्रोफाइल में ऑनलाइन सुधार नहीं करने के कारण जुर्माने के रूप में 200 रुपए लिए जा रहे है। ऐसा करना इसलिए आवश्यक है जिससे आवेदक ऑनलाइन आवेदन भरने में सावधानी बरते।यहां यह उल्लेख करना भी आवश्यक है कि मात्र 2182 आवेदकों को ही व्यापम आकर ऑफ लाइन विधि से प्रोफाइल सुधारने की आवश्यकता अभी तक पड़ी है जो कुल प्रोफायल का मात्र 0.002 प्रतिशत है।व्यापम जल्दी ही प्रोफाइल को आधार से जोड़ने की सुविधा भी देने जा रहा है। इसके बाद किसी भी आवेदक को ऑफ लाइन विधि से प्रोफाइल सुधारने के लिए व्यापम आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आवेदक आधार की प्रोफाइल से जोड़कर उसे स्वयं ही अनलाइन सुधार सकेंगे।
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रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने निवास परिसर में आंवला का पौधा रोपा।. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव भी उपस्थित थे।. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपने घरों में और आस-पास पौधा लगाने और उसे जीवित रखने की जिम्मेदारी लेने की अपील की।.
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महिलाएं लिख रही है स्वावलंबन की कहानी
गौठान की आय से गांव में महिला ने बनवाया शिव मंदिर -
रायपुर/ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना से स्व-सहायता समूह की महिलाओं के जीवन में खुशहाली आ रही है।महिलाएं अब अपने परिवार के आय में अपना योगदान कर रही है।समूह की महिलाएं गौठान में आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर स्वावलंबन की कहानी गढ़ रही है। तिल्दा विकासखंड के ग्राम मुड़पार के गौठान में स्व - सहायता समूह की महिलाएं गोबर खरीदी, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, बाड़ी विकास, आदि का कार्य कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही है।
मूढ़पार गौठान में 10 महिलाएं कार्य कर रही है और स्वावलंबन की ओर बढ़ रहीं हैं। गौठान की सदस्य धनेश्वरी धीवर ने बताया कि गौठान में वर्मी उत्पादन से 2 लाख 23 हज़ार की आय हुई है।ऐसे ही बाड़ी में सब्जी से 20 हज़ार की आमदनी प्राप्त कर चुकी है।इसके अलावा मुर्गी पालन से लगभग 10 हजार की आय समूह को हुई है।
समूह की ही अन्य सदस्य सरस्वती धीवर ने बताया की वह गौठान में 3 साल से जुड़ी है और गौठान से अच्छी आय अर्जित कर रही है। उन्होंने बताया कि गौठान से हुई आय से उन्होंने गांव में भगवान शंकर का मंदिर भी बनवाया है।
स्व-सहायता समूह की अन्य महिलाओं का कहना है कि गौठान से जुड़कर कार्य करने के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। पहले घर में चूल्हा चौकी का ही कार्य करती थी, अब वह अपने पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में अपना योगदान दे रही है।समूह की महिलाओं ने बताया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा उन्हें वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा नरवा, घुरवा गरवा बाड़ी योजना अंतर्गत गौठान स्थापित किया गया है। गौठान में विभिन्न आय मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है जिससे महिलाएं स्वावलंबी बन रही है और उनके द्वारा उत्पादित वर्मी खाद को हमारे किसान भाइयों द्वारा ही उपयोग किया जा रहा है। -
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत सभी जोन क्षेत्रों में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधे रोपित किए जायेंगे। महापौर नीरज पाल सहित जनप्रतिनिधि नागरिकों की मौजूदगी पौधे लगाएंगे। इसकी शुरुआत जोन 1 नेहरू नगर से होगी। इस लेकर सभी जोन अधिकारी विश्व पर्यावरण दिवस की तैयारी में जुट गए है। आम नागरिकों से भी अपील है की वो अधिक से अधिक पौधे लगाए और उसकी देखरेख तथा सुरछा के भी इंतजाम करे ताकि पौधे बड़े होकर पेड़ के रूप में तब्दील हो सके।
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मितान ने घर पर पहुंचाया प्रमाण पत्र, पूर्णिमा साहू ने केवल टोल फ्री नंबर 14545 किया था कॉल
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत मितान योजना के जरिए बेहद कम समय में प्रमाण पत्र लोगों को घर पहुंच कर प्राप्त हो रहा है। भिलाई की शारदा पारा कैंप 2 वार्ड 37 की निवासी पूर्णिमा साहू को अपने दोनों बच्चों का प्रमाण पत्र बनवाना था इसे लेकर वह बेहद चिंतित थी क्योंकि शासकीय कार्यप्रणाली को लेकर वह पूरी तरह से अनभिज्ञ थी। तभी पूर्णिमा को मितान योजना के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। उन्होंने इसके बारे में दूसरे लोगों से भी पड़ताल की और पता चला कि मितान के टोल फ्री नंबर 14545 पर संपर्क करने से प्रमाण पत्र आसानी से बन जाता है और यही नहीं मितान घर पर आकर प्रमाण पत्र पहुंचा देते हैं। इतना सुनते ही बिना देरी किए पूर्णिमा ने अपने दोनों बच्चे इशिता साहू और विजय साहू का आय प्रमाण पत्र एवं जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए मुख्यमंत्री मितान योजना के टोल फ्री नंबर 14545 पर सीधे संपर्क किया। संपर्क करने के बाद मितान ने शीघ्र ही प्रमाण पत्र घर पर लाकर देने की बात कही। इससे पूर्णिमा की आधी चिंता वहीं पर दूर हो गई। इसके बाद मितान ने पूर्णिमा साहू को घर पर उनके दोनों बच्चे का आय एवं जाति प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया। इस लम्हे से पूर्णिमा साहू का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि जरूरी प्रमाण पत्र घर पहुंच प्राप्त करना अब बेहद आसान हो गया है, वह भी कम समय में। पहले तो प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बहुत जानकारियां इकट्ठा करनी होती थी, फिर दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, अपने कार्यों को छोड़कर कार्यालय की ओर रुख करना पड़ता था, घरेलू महिलाएं तो ज्यादातर कार्यालय भी नहीं जाती है, बच्चों को लेकर के कार्यालय जाना मुश्किल होता है ऐसे में प्रमाण पत्र बनवाने की जिम्मेदारी घरेलू महिला को ज्यादा हो जाती है और इसे लेकर चिंता होना भी लाजमी है। पूर्णिमा ने कहा कि प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर अब सारी चिंताएं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने दूर कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि जरूरतमंद लोगों को मितान योजना की सेवा जरूर लेना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मितान योजना के जरिए विभिन्न प्रकार की जरूरी सेवाओं का लाभ लोगों को घर पहुंच सुविधाओं के रूप में मिल रहा है और अब तो राशन कार्ड की सेवा भी मितान के जरिए मिल रही है। महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने भी इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। बेहतर शासकीय योजना होने के चलते लोगों का विश्वास मितान योजना को लेकर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि लोग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मितान की सहायता प्राप्त कर रहे हैं। - रायपुर ।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि हम प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं। यह दिन मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य और बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। प्रकृति के अनियंत्रित दोहन से पर्यावरण के साथ-साथ जीवन के लिए भी संकट उत्पन्न हो रहा है। अब समय आ गया है कि अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए हम संजीदगी से पर्यावरण को बचाने की दिशा में सोचें और अधिक काम करें, अन्यथा आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ हवा मिलना भी दुष्कर हो जाएगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि यह गर्व और खुशी की बात है कि पिछले साढ़े चार सालों में लगातार छत्तीसगढ़ ने देश के स्वच्छतम राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है। हरित छत्तीसगढ़ का गठन करने वाला यह देश का पहला राज्य है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर छत्तीसगढ़ बेहद जागरूक और गंभीर है। राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई कदम उठायें हैं। जंगलों को बचाए रखने के लिए लगातार वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना में वृक्षारोपण को शामिल कर किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नदियों के किनारे, जंगलों, गौठानों में बड़े स्तर पर पेड़ लागए गए हैं। शहरी क्षेत्रों में वृक्षारोपण को जन अभियान बनाने के लिए कृष्ण-कुंज विकसित करने की पहल की गई है। वनांचल में वनवासियों की जरूरत के मुताबिक पौध रोपण कराने का निर्णय लिया गया है। वनाधिकार पट्टे, फलदार वृक्ष, और लघु वनोपजों के संग्रहण को प्राथमिकता दी जा रही है जिससे जंगल भी सुरक्षित रहें।श्री बघेल ने कहा है कि धरती की उर्वरता और भूजल स्तर को बचाए रखने के लिए सुराजी गांव योजना संचालित की जा रही है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाकर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे रासायनिक खेती की जगह जैविक खेती को बड़े स्तर में लोग अपनाने लगे हैं। जैविक खेती सेे पौष्टिक आहार लोगों को मिलने लगा है और मिट्टी की गुणवत्ता भी संरक्षित हो रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक जल स्त्रोतों और नालों के संरक्षण के लिए नरवा विकास का काम किया जा रहा है, जिससे भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है। अरपा और इंद्रावती जैसी नदियों को बचाए रखने के लिए प्राधिकरण का गठन किया गया है। शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं ताकि प्रदूषित पानी शुद्ध होकर नदियों तक पहुंचे। उद्योगों पर निगरानी के लिए ऑनलाईन व्यवस्था बनाई गई है। राज्य में अब पराली नहीं जलाई जाती बल्कि चारे के रूप में उसका उपयोग किया जाता है। ठोस अपशिष्टों को खुले में जलाना प्रतिबंधित किया गया है। जैव विविधता के संरक्षण के लिए जैव विविधता बौर्ड का गठन कर अनेक नवाचार किए गए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें वृक्षों को कटने से बचाने के साथ-साथ अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए। जिससे हम प्रदूषण रहित स्वस्थ छत्तीसगढ़ और स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दे सकें।