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- दुर्ग. दानवीर भामाशाह सम्मान 2025 के लिए दानशीलता, सौहाद्र एवं अनुकरणीय सहायता प्रदान करने वाले उत्कृष्ट व्यक्ति/संस्था अपनी प्रविष्टियां 21 सितम्बर 2025 तक प्रस्तुत कर सकते हैं। जिसमें अपनी प्रविष्टियां संस्था/व्यक्ति का पूर्ण परिचय, व्यक्ति/संस्था छत्तीसगढ़ में निवासरत/कार्यरत हो, व्यक्ति/संस्था का पिछला कार्य उत्कृष्ट हो और वर्तमान में भी निरंतर सक्रिय हो, उक्त सम्मान हेतु ज्यूरी के सदस्यों की प्रविष्टि मान्य नहीं होगी, दानशीलता एवं राष्ट्रीयता के क्षेत्र में किये गये कार्यों का विस्तृत विवरण, अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो, तो उसका विवरण, उत्कृष्ट कार्यों के संबंध में प्रकाशन, प्रख्यात व्यक्तियों/पत्र पत्रिकाओं द्वारा की गई टिप्पणी, निरन्तर क्रियाशील एवं निर्विवाद होने के विषय में जिला कलेक्टर की अनुशंसा और चयन होने की दशा में पुरस्कार ग्रहण करने की लिखित सहमति एवं पासपोर्ट साईज 03 फोटोग्राफ्स उपसंचालक समाज कल्याण दुर्ग को प्रेषित कर सकते हैं। अन्य जानकारी हेतु कार्यालय उपसंचालक समाज कल्याण विभाग दुर्ग से संपर्क अथवा विभागीय वेबसाईट sw.cg.gov.in में अवलोकन किया जा सकता है।
- 0- सरकंडा निवासी अभिजीत पांडे ने योजना को बताया किफायती0- केन्द्र और राज्य सरकार से योजना के तहत मिल रही सब्सिडीबिलासपुर/ प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना एक ऐसी योजना जो उपभोक्ताओं को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बना रही है और उन्हें महंगे बिजली बिल से राहत पहुंचा रही है। योजना के तहत सरकंडा निवासी श्री अनिमेष पांडे ने अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाया है, उन्होंने पांच किलोवाट के दो सोलर पैनल लगवाएं हैं। जिससे उनकी बिजली बिल की लागत काफी कम हो गई है। उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।श्री पाण्डेय ने बताया कि उनका संयुक्त परिवार है जहां बिजली की खपत काफी अधिक है जिससे बिजली बिल प्रतिमाह पांच से दस हजार तक आता था, जो आर्थिक बोझ की तरह था ऐसे में सूर्यघर योजना के विषय में जानकारी मिली और परिवार ने इसे अपनाने का निर्णय लिया। अब परिवार को प्रतिमाह बिल के रूप में महज 1 या 2 हजार ही चुकाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि घर में दो मीटर लगे हैं ऐसे में आवश्यकता के अनुरूप उन्होंने दोनों मीटर पर अलग अलग पांच किलोवाट के सोलर पैनल लगवाए जिसकी लागत लगभग पांच लाख थी। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली सब्सिडी के तहत उन्हें दो लाख 16 हजार रुपए प्राप्त हो चुके हैं । सोलर पैनल से हो रहे बिजली उत्पादन से अब उन्हें महंगे बिजली बिल से राहत मिल रही है और परिवार बिल की चिंता से मुक्त है। उन्होंने कहा कि यह एक किफायती योजना है जिसपर निवेश करके लंबे समय तक इसका लाभ लिया जा सकता है। इस महत्वपूर्ण योजना के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया और लोगों से योजना का लाभ लेने की अपील की।उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत केवल 1 बार निवेश करना है जिसके बाद 25 वर्षाे तक बिजली की आपूर्ति होती रहेगी। जिसके लिए बैंक द्वारा कम ब्याज दर पर ऋण की भी सुविधा दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण की दृष्टि से बेहद उपयोगी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस योजना को अपनाकर सौर ऊर्जा का उपयोग करते हुए बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनें और पर्यावरण संवर्धन में अपना योगदान दें। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा इस योजना में 30 हजार रूपये से लेकर 78 हजार रूपये तक अनुदान और राज्य सरकार द्वारा 30000 तक अनुदान दिया जा रहा है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उपभोक्ता पीएम सूर्यघर डॉट जीओव्ही डॉट इन वेब पोर्टल अथवा पीएम सूर्यघर एप्प में पंजीयन करा सकते हैं।
- 0- महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक मिलने से विद्यार्थियों एवं पालकों में हर्ष व्याप्त, शासन की नवीन व्यवस्था की भूरी-भूरी सराहना कीबालोद. राज्य शासन द्वारा युक्तियुक्तकरण के तहत विद्यार्थियों के दर्ज संख्या के आधार पर तथा शिक्षकों की कमी वाले शालाओं को चयनित कर वहाँ पर समुचित संख्या में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु की गई व्यवस्था समूचे छत्तीसगढ़ राज्य सहित बालोद जिले में भी अध्ययन-अध्यापन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराने की दृष्टि से अत्यंत कारगर एवं उपयोगी साबित हो रहा है। शासन की इस दूरगामी एवं महत्वाकांक्षी सोच के फलस्वरूप बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसाही टी में युक्तियुक्तकरण के तहत 04 शिक्षकों की सौगात मिलने से वहाँ अध्ययनरत विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षा जगत से जुड़े लोगों का विद्यालय में बेहतर अध्ययन-अध्यापन सुनिश्चित करने का बहुप्रतीक्षित सपना साकार हुआ है। शासन के युक्तियुक्तकरण व्यवस्था के तहत विद्यालय में विषयवार बच्चों की दर्ज संख्या के आधार पर समुचित शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित होने से अब विद्यालय में बेहतर तरीके से अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था सुनिश्चित हो रही है।उल्लेखनीय है कि युक्तियुक्तकरण के पूर्व शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसाही टी में गणित, अंग्रेजी, जीव विज्ञान एवं हिन्दी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के व्याख्यता नही होने से इन विषयों का अध्ययन-अध्यापन ठीक तरह से नही हो पाता था। जिससे बच्चों के साथ-साथ उनके पालकों में भी निराशा एवं हताशा का भाव देखने को मिल रहा था। बच्चे अपने विद्यालय में विषय शिक्षक उलपब्ध नही होनेे से इन विषयों के परीक्षा परिणाम तथा अपने बेहतर भविष्य के प्रति भी सशंकित नजर आ रहे थे। इसके परिणाम स्वरूप विद्यालय के कई विद्यार्थी अन्य विद्यालयों में भी प्रवेश लेने के लिए रूख कर रहे थे। लेकिन वर्तमान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसाही टी में शासन की युक्तियुक्तकरण नीति के तहत श्री हीरालाल साहू व्याख्याता गणित, श्री चंद्रभूषण मोहबिया व्याख्याता अंग्रेजी, श्री राजेश कुमार रावटे व्याख्याता हिन्दी तथा दीपिका राज व्याख्याता जीव विज्ञान के रूप में 04 शिक्षक मिलने से विद्यालय के अध्ययन-अध्यापन व्यवस्था का स्वरूप ही बदल गया है। वर्तमान में विद्यालय में सभी महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक उपलब्ध हो जाने से विद्यार्थी प्रसन्नचित होकर पूरे मनोयोग विद्या अध्ययन के कार्य में जुट गए हैं। इसके साथ ही विद्यार्थी एवं पालक विद्यार्थियों के सुखद एवं उज्ज्वल भविष्य के प्रति आशान्वित नजर आ रहे है।शासन की युक्तियुक्तकरण की नीति की सराहना करते हुए शाला नायक कुमारी कुमकुम, नेहा बंजारे एवं जीत देवांगन ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के प्रक्रिया के पूर्व हमारे विद्यालय में महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नही होेने से हम सभी विद्यार्थी अत्यंत निराश एवं चिंतित रहते थे। साथ ही कभी-कभी अपने भविष्य के प्रति भी आशंकित रहा करते थे। लेकिन ऐन वक्त पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले दूरगामी सोंच के फलस्वरूप हमारे विद्यालय में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 04 महत्वपूर्ण शिक्षकों के पदस्थापना होने से हमारे विद्यालय का स्वरूप ही बदल गया है। हमारे विद्यालय में इन 04 शिक्षकों के पदस्थापना होने से अब बेहतर तरीके से अध्ययन-अध्यापन का कार्य संचालित हो रहा है। अब हम सभी विद्यार्थी एवं पालक अपने भावी भविष्य के निर्माण के लिए पूरी तरह से आशान्वित है। इन सभी विद्यार्थियों ने ग्राम परसाही टी के अलावा अन्य विद्यालयों में बेहतर अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया है।
- बालोद. छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आज श्रमवीर स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया गया। जिला श्रम अधिकारी ने बताया कि रजत जयंती 2025 अंतर्गत जिला मुख्यालय स्थित बुधवारी बाजार में श्रमवीर स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें श्रमिक पंजीयन एवं 102 श्रमिकों का स्वास्थ्य जाँच किया गया। उन्होंने बताया कि आगामी स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 15 सितंबर को दंतेश्वरी मैया शक्कर कारखाना करकाभाट एवं 16 सितंबर को वार्ड क्रमांक 12 आमापारा बालोद में आयोजित की जाएगी।
- 0- बालोद जिला देश एवं प्रदेश के नक्शे में शामिल होनेे के साथ-साथ सीमावर्ती जिलों तथा अन्य राज्यों तक आवागमन हुआ आसान0- पुरूर से लेकर झलमला तक शेष निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने हेतु डीपीआर तैयार करने की कार्रवाई जारीबालोद. राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के साथ-साथ बालोद जिले में नवीन राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 की सौगात मिलने से बालोद जिले का नाम अब बेहतर एवं सुगम यातायात की दृष्टि से देश एवं प्रदेश के नक्शे में शामिल हो गया है। बालोद जिले को पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 के रूप में नवीन राष्ट्रीय राजमार्ग का सौगात मिलना जिले व प्रदेश में सड़क एवं यातायात सुविधाओं की विस्तारीकरण की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण सौगात है। विदित हो कि सड़क केवल सुगम यातायात का ही माध्यम नही होता अपितु यह सभ्यता एवं संस्कृतियों का प्रसार तथा मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का भी महत्वपूर्ण एवं कारगर माध्यम होता है।बालोद जिले में एक और राष्ट्रीय राजमार्ग की सौगात मिलने से जिले में यातायात सुविधाओं के विस्तार होने के साथ-साथ यह मार्ग जिले और प्रदेश की विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 के निर्माण के प्रगति के संबंध में जानकारी देते हुए लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग बालोद के अनुविभागीय अधिकारी श्री अनिल कुमार छारी ने बताया कि पैकेज 01 के कार्यों के अंतर्गत जिला मुख्यालय बालोद के समीपस्थ ग्राम झलमला से लेकर मोहला मानपुर जिले के ग्राम शेरपार तक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके साथ ही भारत सरकार के द्वारा पुरूर से झलमला तक शेष सड़क के निर्माण कार्य हेतु स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि पुरूर से झलमला तक राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य हेेतु डीपीआर निर्माण करने की कार्रवाई जारी है। शीघ्र ही इसका डीपीआर तैयार कर लिया जाएगा। श्री छारी ने बताया कि पुरूर से झलमला तक का राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 के निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने से संपूर्ण बालोद जिले में इस नवीन राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।उन्होंने बताया कि बालोद जिले के पुरूर से लेकर सीमावर्ती मोहला-मानुपर-अंबागढ़ चैकी जिले के महाराष्ट्र सीमा पर स्थित ग्राम कोहका तक की कुल लंबाई 115.300 है। श्री छारी ने बताया कि पैकेेज 02 के अंतर्गत बालोद जिले के सीमावर्ती ग्राम शेरपार से लेकर मोहला-मानुपर-अंबागढ़ चैकी जिले के अंतर्गत महाराष्ट्र सीमा पर स्थित ग्राम कोहका तक के राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 का निर्माण कार्य लगभग 90 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है। इस तरह से बालोद जिले के पुरूर से लेकर मोहला-मानुपर-अंबागढ़ चैकी जिले के ग्राम कोहका तक इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य शत पूरा हो जाने पर छत्तीसगढ़ राज्य सहित बालोद एवं सीमावर्ती जिलों में सुगम एवं बेहतर यातायात सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा। इस तरह से यह मार्ग सड़क एवं यातायात सुविधाओं की विस्तार के अलावा देश एवं प्रदेश के साथ-साथ बालोद जिले के विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा।उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गटकरी द्वारा जिले के प्रभारी मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, लोक निर्माण मंत्री श्री अरूण साव एवं क्षेत्रीय सांसद श्री भोजराज नाग के विशेष प्रयासों से राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 930 के शेष कार्य के अंतर्गत पुरूर से लेकर झलमला तक के लिए बजट में राशि का प्रावधान किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी श्री छारी ने कहा कि कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के सतत दिशा-निर्देशन एवं मार्गदर्शन में जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 930 के शेष निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा कराने हेतु तत्परता से कार्य किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप कुछ ही दिनों के पश्चात् राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 930 के रूप में गुणवत्तायुक्त एवं बेहतरीन पूरी तरह से मूर्त रूप ले लेगा।
- बालोद. सकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुरूर के प्राचार्य ने बताया कि शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुरूर में राज्य संचालनालय के अंतर्गत राज्य व्यवसायिक परीक्षा (एससीव्हीटी) हायर सेकण्डरी एवं आईटीआई की संयुक्त अध्यापन योजना के अंतर्गत कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों सत्र 2023-2025 की ट्रेड परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि ट्रेड परीक्षा 25 सितंबर से 06 अक्टूबर तक आयोजित की जाएगी। उक्त संबंध में अधिक जानकारी शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुरूर से कार्यालयीन समय में प्राप्त किया जा सकता है।
- 0- सुबह लीकेज पाईप ट्रेस होते ही तत्काल मरम्मत कार्य प्रारम्भ किया गया, मरम्मत कार्य निरन्तर प्रगति पर है0- रात्रि में लीकेज पाईप ट्रेस नहीं होने के कारण फिल्टरप्लांट को बन्द नहीं किया गया और तत्काल रात्रि में ही सभी 32 पानी टंकियां भरी गयीं0- 13 सितम्बर को सुबह नियत समय पर सभी 32 पानी टंकियों से जलप्रदाय कर दिया गया0- मरम्मत कार्य के चलते 13 सितम्बर को संध्याकालीन जलापूर्ति आंशिक तौर पर प्रभावित रहेगी-कार्यपालन अभियंता फिल्टरप्लांटरायपुर. 150 एमएलडी फिल्टरप्लांट के रा वाटर 1400 एमएम व्यास की एचएस राइर्जिंग मेन पाईप लाईन में भाठागांव चौक के पास लीकेज की मरम्मत का कार्य लीकेज पाईप आज दिनांक 13 सितम्बर को सुबह ट्रेस होने के तत्काल पश्चात से निरन्तर प्रगति पर है. लीकेज मरम्मत कार्य के चलते 150 एमएलडी फिल्टरप्लांट से भरने वाली 28 पानी टंकियों और नया 80 एमएलडी फिल्टरप्लांट से भरने वाली 4 पानी टंकियों इस प्रकार कुल 32 पानी टंकियों से आज दिनांक 13 सितम्बर 2025 को आंशिक तौर पर प्रभावित रहेगी.रायपुर नगर पालिक निगम के जल कार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता फिल्टरप्लांट श्री नर सिंह फरेन्द्र ने जानकारी दी है कि आज दिनांक 13 सितम्बर 2025 को रात्रि में भाठागांव चौक के पास राइर्जिंग मेन पाईप लाईन के लीकेज की मरम्मत के लिए लीकेज पाईप ट्रेस नहीं होने के कारण फिल्टरप्लांट को बन्द नहीं किया गया और तत्काल रात्रि में ही सम्बंधित सभी 32 पानी टंकियों में पावर पम्पो से जल का भराव किया गया और नियत समय में सभी 32 पानी टंकियों से सुबह 13 सितम्बर को नियमित जलप्रदाय कर दिया गया.आज सुबह राइर्जिंग मेन पाईप लाईन में लीकेज पाईप के ट्रेस होते ही तत्काल शटडाउन लेकर राइर्जिंग मेन पाईप लाईन की लीकेज की मरम्मत का कार्य प्रारम्भ करवा दिया गया, जो निरन्तर प्रगति पर है. लीकेज मरम्मत कार्य पूर्ण होने उपरांत सभी 32 पानी टंकियों का जल का भराव कर संध्याकालीन जलापूर्ति की जानी प्रस्तावित है. लीकेज मरम्मत कार्य के चलते संध्याकालीन जलापूर्ति आंशिक तौर पर प्रभावित रहेगी. दिनांक 14 सितम्बर 2025 को सुबह नियत समय पर नियमित जलापूर्ति की जाएगी.
- बालोद. शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुण्डरदेही में 10 सितंबर को आयोजित प्लेसमेंट कैंप में 38 प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया गया है। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुण्डरदेही के प्राचार्य ने बताया कि प्लेसमेंट कैंप में लगभग 60 प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति रही। जिसमें कोपा, मैकेनिक डीजल व वेल्डर व्यवसाय के 38 प्रशिक्षणार्थियों का चयन कर नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुण्डरदेही के प्रभारी प्रशिक्षण अधीक्षक श्री मोहित कुमार साहू, प्रशिक्षण अधिकारी श्री जितेन्द्र कुमार, श्री पुरन लाल ठाकुर, श्री शेखर साहू सहित अन्य प्रशिक्षण अधीक्षकों ने चयनित प्रशिक्षणार्थियों की उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
- 0- कलेक्टर ने वर्चुअल बैठक लेकर डिजिटल फसल सर्वेक्षण, मैनुअल गिरदावरी एवं एग्रीस्टेक में किसान पंजीयन, वेट लैण्ड सर्वे के कार्य की प्रगति की समीक्षा कीबालोद. कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने शुक्रवार को संयुक्त जिला कार्यालय के एनआईसी कक्ष से डिजिटल फसल सर्वेक्षण, मैनुअल गिरदावरी एवं एग्रीस्टेक में किसान पंजीयन, वेट लैण्ड सर्वे कार्य के संबंध में राजस्व एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बालोद जिले में अब तक 92 प्रतिशत से अधिक डिजिटल फसल सर्वेक्षण कार्य पूरा हो जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्य राजस्व एवं संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के मेहनत एवं अथक प्रयासों के फलस्वरूप संभव हो पाया है। उन्होंने इस कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने आशा व्यक्त किया कि जिले में डिजिटल फसल सर्वेक्षण के शेष कार्यों भी शीघ्र पूरा हो जाएगा। बैठक में वनमण्डलाधिकारी श्री अभिषेक अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री अजय किशोर लकरा एवं श्री नूतन कंवर सहित जिला खाद्य अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। इसी तरह जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार एवं अन्य अधिकारीगण अपने-अपने कार्यालय से वर्चुअल बैठक में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की।बैठक में श्रीमती मिश्रा ने मैनुअल गिरदावरी के कार्य की समीक्षा करते हुए जिले में मैनुअल गिरदावरी के कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। कलेक्टर ने राज्य शासन के निर्देशानुसार राजस्व एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को डिजिटल फसल सर्वेक्षण एवं मैनुअल गिरदावरी के कार्य को अनिवार्य से 30 सितंबर तक पूरा कराने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने एग्रीस्टेक में किसान पंजीयन के कार्य की समीक्षा करते हुए इस कार्य को किसानों को शासन के विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कराने की दिशा में अत्यंत महत्वाकांक्षी एवं लाभप्रद बताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित समयावधि पर जिले के सभी कृषकों का अनिवार्य रूप से एग्रीस्टेक में पंजीयन कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य के अंतर्गत जिला एवं विकासखण्ड अधिकारियों के द्वारा मौके पर पहुँचकर मोबाईल एप्प के माध्यम से गिरदावरी की भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर उन्हें समुचित प्रशिक्षण प्रदान कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने वेट लैण्ड सर्वे कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को इस कार्य को निर्धारित समयावधि में त्रुटिरहित ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए।
- दुर्ग। प्रदेश के शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव 13 से 17 सितंबर तक विभिन्न राज्यों के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे दिल्ली, पटना और अहमदाबाद में विभिन्न शासकीय एवं विभागीय बैठकों में शामिल होंगे। प्रवास की अवधि में मंत्री श्री यादव आम जनमानस से मुलाकात नहीं कर पाएंगे जिसके लिए उन्होंने खेद जताया है।
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बिलासपुर/प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी देने के लिए तीन विशेष प्रचार वाहन को रवाना किया गया। कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने जिला कार्यालय परिसर से हरी झण्डी दिखाकर वाहनों को रवाना किया। ये वाहन गांव-गांव और शहर-शहर जाकर लोगों को पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी देंगे और सोलर पैनल लगवाने के लिए उन्हें प्रेरित करेंगे। योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को राज्य और केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी, आवेदन प्रक्रिया और लोन सुविधा की जानकारी भी लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी। योजना का मुख्य उद्देश्य बिजली के मामले में लोगों को आत्मनिर्भर बनाना और बिजली बिल में बचत करना है। इससे पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। योजना को बिलासपुर जिले में अच्छी सफलता मिल रही है। बड़ी संख्या में लोग अब तक इस योजना का लाभ ले रहे है। इस अवसर पर सीएसईबी के ईडी श्री अम्बस्ट, एसई श्री एसके जांगड़े सहित जिला प्रशासन एवं बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बताया गया कि योजना के अंतर्गत अपने घर में 1 किलोवॉट का संयत्र लगाने पर 45 हजार, 2 किलोवॉट पर 90 हजार, 3 किलोवॉट पर 1 लाख 8 हजार का कुल अनुदान हितग्राहियों को मिलेगा।
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बिलासपुर/छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के अवसर पर पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान, यतियतन लाल सम्मान एवं महाराजा अग्रसेन सम्मान से सम्मानित करने के लिए जिला प्रशासन ने पात्र व्यक्तियों एवं संस्थाओं से 22 सितम्बर शाम 5.30 बजे तक आवेदन मंगाये है। आवेदक जिसे जिले का निवासी हो उस जिले के कलेक्टर को अपनी प्रविष्टि निर्धारित अंतिम तिथि तक प्रस्तुत करना होगा। चयनित व्यक्ति एवं संस्थाओं को पुरस्कार की राशि दो लाख रूपए नगद, सम्मान प्रतीक चिन्ह से युक्त पट्टिका एवं प्रमाण पत्र भी प्रशस्ति के रूप में दी जाएगी।
अहिंसा एवं गौ रक्षा के क्षेत्र में किये गये अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए यतियतन लाल सम्मान, सामाजिक आर्थिक एवं शैक्षणिक क्षेत्रों में किये गये अभिनव प्रयास के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान एवं सामाजिक, समरसता तथा सभी वर्गाें में समभाव, सौहार्द, समाज सेवा के स्थाई कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थाई स्वरूप के कार्याें में जनभागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के लिए अखिल भारतीय महराजा सम्मान प्रदान किया जाता है।यतियतन लाल सम्मान के लिए व्यक्ति एवं संस्था का पूर्ण परिचय, अहिंसा एवं गौरक्षा के क्षेत्र में किये गये अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए किए गए कार्याें की सप्रमाण विस्तृत जानकारी, यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण, अहिंसा एवं गौरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य तथा सैद्धांतिक पक्ष के विषय में प्रकाशित साहित्य की सत्यापित छायाप्रति, अहिंसा एवं गौरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, ग्रंथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य, चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति, यदि आवेदक राज्य अथवा केंद्र शासन के किसी विभाग, निगम, मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख प्रविष्टि में किया जाना होगा।पण्डित रविशंकर शुक्ल सम्मान के लिए व्यक्ति एवं संस्था का पूर्ण परिचय, सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक क्षेत्र में अभिनव प्रयत्नों के लिए किए गए कार्याें की सप्रमाण विस्तृत जानकारी, यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण, सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य तथा इसका सैद्धांतिक पक्ष के विषय में प्रकाशित साहित्य की सत्यापित फोटो प्रति, सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, ग्रंथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य, चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति, यदि आवेदक राज्य अथवा केंद्र शासन के किसी विभाग, निगम, मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख प्रविष्टि में किया जाना होगा।महाराजा अग्रसेन सम्मान के लिए व्यक्ति एवं संस्था का पूर्ण परिचय, सामाजिक, समरसता तथा सभी वर्गाें में समभाव, सौहार्द, समाज सेवा के स्थाई कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थाई स्वरूप के कार्याें में जनभागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए किए गए कार्याें की सप्रमाण विस्तृत जानकारी, यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण, सामाजिक, समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य तथा इसके सैद्धांतिक पक्ष के विषय में प्रकाशित साहित्य की सत्यापित छायाप्रति, सामाजिक, समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, ग्रंथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य, चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति, यदि आवेदक राज्य अथवा केंद्र शासन के किसी विभाग, निगम, मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख प्रविष्टि में किया जाना होगा। -
बिलासपुर/लोक निर्माण विभाग क्रमांक 1 के कार्यपालन अभियंता श्री सीएस विंध्यराज ने बताया कि सड़कों के मरम्मत का कार्य जल्द शुरू होगा। सड़कों के मरम्मत कार्य की निविदा आमंत्रित करने अधीक्षण अभियंता कार्यालय को 8 अगस्त को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृत होने पर तत्काल शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का डब्ल्यूएमएम एवं बीटी पेच रिपेयर का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अधीक्षण अभियंता कार्यालय को भेजे गए प्रस्ताव में पचपेड़ी से केवतरा बोहारडीह लोहर्सी लंबाई 23.80 कि.मी. में डब्ल्यू.एम.एम. एवं बी.टी. पेच कार्य, मल्हार धवगवां गिधपुरी भटचौरा जैतपुरी होते हुए चिल्हाटी मार्ग लंबाई 25 कि.मी., जोंधरा सोन बसंतपुर उरईबंध मार्ग लंबाई 8.5 कि.मी. निविदा हेतु एवं दर्री लावरकोनी इटवापाली सरसेनी मटिया गिधपुरी मार्ग लंबाई 25 कि.मी. शामिल है।
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*विशेष शिविर में 200 से ज्यादा श्रमवीरों के बनाए गए श्रम कार्ड*
*घरेलू बिजली सुधार के विशेष प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ*बिलासपुर/छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के अवसर पर श्रम विभाग द्वारा आयोजित दो विशेष श्रमिक पंजीयन शिविर में 105 नए श्रमिकों का पंजीयन एवं 53 पुराने श्रमिकों के कार्ड का नवीनीकरण किया गया। बिल्हा के ग्राम खैरा में आयोजित शिविर में 54 नए श्रमिक पंजीकृत कर उन्हें तत्काल नया श्रमिक कार्ड मौके पर ही वितरित किया गया। इस शिविर में 32 पुराने श्रमिकों के कार्ड का नवीनीकरण भी किया गया। इस क्रम में दूसरे शिविर का आयोजन मस्तुरी ब्लॉक के ठाकुरदेवा में किया गया जहां श्रम विभाग द्वारा 51 नए श्रमिक कार्ड और पुराने 21 श्रमिक कार्ड का नवीनीकरण किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में उपस्थित कामगारों को श्रम विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। सहायक श्रमायुक्त ज्योति शर्मा ने बताया कि बिलासपुर में आज 53 श्रमिकों का ई श्रम पंजीयन भी किया गया। महोत्सव के अवसर पर श्रम विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आगामी 13 सितम्बर को तखतपुर विकासखण्ड के ग्राम मुरू और बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम बरतोरी तथा 16 सितम्बर को कोटा विकासखण्ड ग्राम नवागंाव सल्का में विशेष श्रमिक पंजीयन एवं नवीनीकरण शिविर आयोजित किया गया है। इस सिलसिले में 15 सितम्बर को बिलासपुर के बृहस्पति बाजार स्थित श्रम अन्न सहायता केन्द्र और 18 सितम्बर को सिरगिट्टी के जय दुर्गा एग्रो लिमिटेड परिसर में श्रमवीरों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित की गई है। यह शिविर सवेरे 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर को राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम में श्रमिक महासम्मेलन का आयोजन किया गया है। रजत महोत्सव के अंतर्गत मस्तुरी विकासखण्ड के ग्राम पचपेड़ी स्थित आईटीआई में इलेक्ट्रिशियन, डोमेस्टिक सॉल्यूशन ट्रेड में 30 प्रशिक्षणार्थियों का विशेष प्रशिक्षण सत्र शुरू किया गया है। छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार मंडल एवं मुख्यमंत्री कौशल विकास एवं परिवार सशक्तिकरण सहायता योजना के तहत यह विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। श्रीमती ज्योति शर्मा ने इन शिविरों एवं श्रम विभाग की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाने की अपील श्रमिकों एवं उनके परिवारों से की है। -
*उप मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा की*
*कार्यों की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी, अगली बैठक के पहले भू-अर्जन, प्राक्कलन, निविदा, कार्य अनुबंध व कार्यादेश संबंधी सभी कार्यवाहियों को पूर्ण करने कहा**सड़क निर्माण के कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश, बरसात के तुरंत बाद युद्धस्तर पर करें सड़कों की मरम्मत*बिलासपुर/. उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव ने आज विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने नवा रायपुर स्थित विश्राम भवन में आयोजित बैठक में शासन द्वारा स्वीकृति प्राप्त सड़क निर्माण के कार्यों के लिए जरूरी भू-अर्जन की कार्यवाहियों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर के साथ मिलकर त्वरित कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही उन्हें निर्धारित समय पर पूरा करने पर जोर दिया। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने वित्तीय वर्ष 2024-25 और 2025-26 के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सड़क, सेतु और भवन निर्माण की सभी परियोजनाओं के कार्यों को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाते हुए समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को फील्ड में सक्रियता व गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त सभी कार्यों में तेजी से भू-अर्जन कर निविदा की कार्यवाही पूर्ण करने और यथाशीघ्र कार्यारंभ करने को कहा।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में मौजूद सेतु बंध तथा सभी परिक्षेत्रों के मुख्य अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करते हुए प्रस्तावित कार्यों के लिए जरूरी मंजूरी तत्परता से प्रदान करें। उन्होंने डीपीआर बनाते समय ही परियोजना का अच्छे से मूल्यांकन करने को कहा ताकि बजट और कार्य पूर्णता के लिए निर्धारित समय के पुनरीक्षण की जरूरत न पड़े। उन्होंने बरसात के तुरंत बाद प्रदेशभर में सड़कों की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने दिसम्बर तक सभी जिलों में मरम्मत का काम पूर्ण करने को कहा।श्री साव ने सभी मुख्य अभियंताओं को अगली समीक्षा बैठक के पहले भू-अर्जन, प्राक्कलन, निविदा, कार्य अनुबंध और कार्यादेश से संबंधित सभी कार्यवाहियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में सड़कों पर पेच रिपेयर के लिए कार्ययोजना के अनुसार अनुबंध एवं कार्यादेश की स्थिति, राष्ट्रीय राजमार्ग तथा ए.डी.बी. के अपूर्ण कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। - -सौर ऊर्जा से घर हो रहा रोशनरायपुर।, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शहर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की ज़िंदगी रोशन कर रही है। यह योजना परंपरा गत ऊर्जा खपत को कम करने के साथ हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण को दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। कोंडागांव जिले के ग्रामीण अंचल के गांव शामपुर के रहने वाले श्री भुनेश देवांगन अब ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन गए हैं। श्री भुनेश देवांगन ने बताया कि इस योजना की जानकारी स्थानीय बिजली विभाग से मिली। योजना के बारे में विस्तार से समझने के बाद उन्होंने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सोलर रूफटॉप पैनल लगवाया। सोलर प्लांट लगाने के 15 दिन बाद ही उन्हें केंद्र शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली 78 हजार की सब्सिडी प्राप्त हुआ।5 किलोवाट की सोलर पैनल से केवल घर की बिजली खपत की आवश्यकता पूरी हो रही है, बल्कि अतिरिक्त बिजली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने बताया कि पहले उन्हें हर महीने लगभग 3 हजार रुपये से साढ़े तीन हजार तक का बिजली बिल चुकाना पड़ता था, लेकिन अब उनका बिल शून्य हो गया है। साथ सोलर पैनल से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजी जा रही है, जिससे उन्हें भविष्य में अतिरिक्त आय भी मिलेगी। उन्होंने बताया पहले लो वोल्टेज की समस्या से बहुत परेशानी होती थी, अब उनकी यह चिंता दूर हुई है और महीने के बिजली बिल से भी छुटकारा मिला है।केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा घर के छतों में सौर पैनल स्थापना के लिए हितग्राहियों को प्लांट की क्षमता के आधार पर सब्सिडी दी जा रही है। रूफटॉप सोलर संयंत्र की क्षमता अनुसार 01 किलोवॉट के लिए लगभग 65 हजार रूपए की लागत पर केंद्र सरकार द्वारा 30 हजार रूपए और राज्य सरकार द्वारा 15 हजार रुपए की सब्सिडी दी जाएगी, 02 किलोवाट के लिए 01 लाख 30 हजार रूपए की लागत पर 60 हजार रूपए की सब्सिडी और 03 किलोवाट से अधिक की सोलर संयंत्र के लिए 01 लाख 95 हजार की लागत पर 78 हजार रूपए और राज्य सरकार द्वारा 30 हजार की सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही हितग्राहियों के लिए ऋण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। पीएम सूर्यघर योजना का लाभ उठाने के लिए जिले के विद्युत उपभोक्ता वेब पोर्टलhttps://pmsuryaghar.gov.inया पीएम सूर्य घर मोबाइल एप में पंजीयन करा सकते हैं।
- -हितग्राही महेश पाल का विगत दो माह से बिजली बिल शून्यमहासमुंद, / भारत सरकार द्वारा प्रारंभ की गई पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों के लिए ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य देश के आवासीय परिवारों को अपनी बिजली स्वयं उत्पन्न करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अंतर्गत 5 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर केंद्र सरकार द्वारा 78,000 रुपए तथा राज्य सरकार द्वारा 30,000 रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। इस पहल से न केवल आम जनता को आर्थिक राहत मिल रही है, बल्कि अक्षय ऊर्जा को भी बढ़ावा मिल रहा है। महासमुंद जिले के अनेक नागरिक इस योजना का लाभ उठा रहे हैं और अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। जिले में अभी तक 583 उपभोक्ता योजना का लाभ उठा रहे हैं।इसी कड़ी में महासमुंद के पीटियाझर निवासी श्री महेश पाल ने बताया कि उन्होंने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम स्थापित कराया है। वे पेशे से राज्य शासन में पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। उन्हें अपने मित्रों के साथ चर्चा के दौरान सोलर पैनल और इस योजना के बारे में पता चला और इसके पश्चात उन्होंने योजना की जानकारी जुटाकर आवेदन किया। पंजीकृत वेंडर द्वारा सोलर सिस्टम स्थापित किए जाने के बाद पिछले दो माह से अब उनका बिजली बिल शून्य हो गया है, साथ ही क्रेडिट यूनिट का भी लाभ मिल रहा है। श्री पाल ने कहा कि यह योजना आम जनता के लिए लाभकारी पहल है। इससे न केवल बिजली खर्च से राहत मिली है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देने का अवसर मिल रहा है। हर परिवार को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए।
- -युवाओं को मिला मौके पर जॉब ऑफर-सरकार युवाओं के भविष्य के प्रति सजग - सांसद श्रीमती चौधरी-विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की होगी अहम भूमिका - विधायक श्री सिन्हामहासमुंद / छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आज जिला स्तरीय रोजगार मेला का आयोजन शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महासमुंद में किया गया। रोजगार मेला में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी शामिल हुए। इस अवसर पर अध्यक्ष के रूप में विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा मौजूद थे। इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती दिशा दीवान, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद्र राठी, श्री येतराम साहू, आनंद साहू, पियूष साहू, महेन्द्र सिका, संदीप घोष, श्री संदीप दीवान, रमेश साहू, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. करुणा दुबे, प्राध्यापकगण, एसडीएम श्री हरिशंकर पैकरा सहित बड़ी संख्या में युवा, जनप्रतिनिधि और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।इस अवसर पर सांसद श्रीमती रूप कुमारी ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के सुशासन में युवाओं को रोजगार के सुनहरे अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें केवल नौकरी करने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना होगा। सरकार युवाओं को पूरी तरह सजगता से स्थानीय स्तर पर रोजगार दिलाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह गौरव का क्षण है कि आज युवाओं को यहां पर जॉब ऑफर प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की युवाओं में स्किल की कमी नहीं है। उन्हें पहचान कर उनके हुनर को तराशने की आवश्यकता है। आज युवाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। लोकल फॉर वोकल के मंत्र के साथ स्थानीय स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। उन्होंने इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन की सराहना की एवं युवाओं को बधाई दी।विधायक श्री योगेश्वर राजू सिंह ने कहा कि 20 से 22 वर्ष की आयु में रोजगार की प्राप्ति हर युवा का सपना होता है। रोजगार मेला इसी उद्देश्य की पूर्ति की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि इस रोजगार मेले में लगभग 6700 युवाओं ने पंजीयन कराया है। श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार पूरा मुस्तैदी के साथ रोजगार सृजन करने के लिए काम कर रही है और नए अवसर पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सुशासन में आज प्रदेश में वृहद रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने सभी युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि सरकार हमेशा उनके हितों के लिए साथ में हैं।कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रजत जयंती महोत्सव के अंतर्गत यह रोजगार मेला आयोजित किया गया है। लगभग 21 नियोजकों ने इसमें भाग लेकर साढ़े तीन हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया की। उन्होंने कहा कि जिले के बेरोजगार युवाओं का डेटाबेस तैयार किया जाएगा ताकि उनकी स्किल के अनुसार उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।रोजगार मेला में मौके पर ही 30 युवाओं को जॉब ऑफर लेटर प्रदान किया गया। इनमें आशीष चंद्राकर, राकेश साहू, कुमार जोया, हयात खान, अलीशा बेगम, रितिक साहू, रेणुका सोनी, हंसिका ठाकुर, नेमी कन्नौजे, अमन कुमार एवं मुस्कान साहू शामिल है। इनमें से कुछ युवाओं को 21,500 रुपये मासिक वेतन के साथ ऑफर लेटर भी मिला। ऑफर लेटर प्राप्त करने वाले युवा आशीष चंद्राकर ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों से उन्हें अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि यह क्षण उनके लिए यादगार है और इससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ा है। इसी तरह हंसिका ठाकुर ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि रोजगार मेला उनके जीवन का सबसे बड़ा अवसर साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्हें नौकरी का ऑफर लेटर पाकर गर्व है और उनके परिवारजन भी अत्यंत प्रसन्न हैं। उन्होंने सरकार एवं प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।रोजगार मेला प्रातः 10ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक आयोजित हुआ। जिसमें निजी क्षेत्र के विभिन्न प्रतिष्ठानों द्वारा करीब 3,500 पदों पर भर्ती की कार्यवाही की गई। इसके लिए 6,700 से अधिक युवाओं ने आवेदन किया। आठवीं पास से लेकर स्नातक, आईटीआई, डिप्लोमा, बी.ई. एवं एमबीए उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को इसमें सम्मिलित किया गया। चयनित उम्मीदवारों को 7,000 से 32,000 रुपए तक मासिक वेतन प्रदान किया जाएगा।
- -यह रथ पत्थलगांव विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत शहरों और गांवों में भ्रमण कर लोगों को योजना की देगा जानकारीरायपुर। विधायक एवं सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय ने अपने निज निवास स्थान ग्राम मुण्डाडीह में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के प्रचार-प्रसार रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ पत्थलगांव विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत शहरों और गांवों में भ्रमण कर लोगों को योजना की जानकारी देगा और इसके लाभों से अवगत कराएगा। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधी ग्रामीण जन एवं विद्युत विभाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर विधायक श्रीमती साय ने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।इस योजना के अन्तर्गत 01 से 03 किलो वॉट तक रूपटॉप सोलर पैनल स्थापित कर हर महिने 100 से 360 यूनिट तक बिजली उत्पादन किया जा सकता है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत् 01 किलोवॉट सोलर प्लांट लगाने पर केन्द्र सरकार की ओर से 30 हजार तो राज्य सरकार की तरफ से 15 हजार की सब्सिडी मिलती है। इसी तरह 02 किलोवॉट सोलर प्लांट लगाने पर केन्द्र सरकार की तरफ से 60 हजार तो राज्य सरकार की तरफ से 30 हजार की सब्सिडी और 03 किलोवॉट सोलर प्लांट लगाने पर केन्द्र सरकार की तरफ से 78 हजार तो राज्य सरकार की तरफ से 30 हजार की सब्सिडी मिलती है। इस योजना अन्तर्गत सोलर प्लांट लगाने वाले उपभोक्ताओं को बैंक के द्वारा 6 प्रतिशत दर पर आसान किस्तों में 10 वर्षों के लिए ऋण की सुविधा दी गई है।पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताhttps://pmsuryaghar.gov.inपीएम सूर्य घर मोबाईल ऐप, सीएसपीडीसीएल वेबसाइट, मोर बिजली ऐप अथवा टोल फ्री नंबर 1912 पर कॉल कर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, इच्छुक उपभोक्ता नजदीकी सीएसपीडीसीएल कार्यालय से भी सम्पर्क कर सकते हैं। सौर प्लांट स्थापना हेतु वेंडर का चयन उपभोक्ता स्वयं ऑनलाईन कर सकते हैं।
- -सांसद ने महासमुंद, धमतरी एवं गरियाबंद जिले की बैठक लेकर की तैयारियों की समीक्षा-प्रतिभागी 20 सितम्बर तक कर सकते हैं पंजीयनमहासमुंद / भारत सरकार के फिट इंडिया मूवमेंट तथा खेल एवं युवा विभाग के द्वारा सांसद खेल महोत्सव 2025 का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में आज महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने महासमुंद, धमतरी एवं गरियाबंद जिले की संयुक्त बैठक लेकर सांसद खेल महोत्सव के आयोजन की तैयारियों के संबंध में बैठक ली एवं अधिक से अधिक पंजीयन पर जोर दिया। पंजीयन की प्रक्रिया 29 अगस्त से प्रारंभ हो चुकी है, जो आगामी 20 सितम्बर 2025 तक चलेगी। महोत्सव में सामूहिक एवं एकल दोनों प्रकार के खेलों का आयोजन किया जाएगा।आज कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित संयुक्त बैठक में महासमुंद कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, खेल अधिकारी श्री मनोज कुमार धृतलहरे, श्री रेखराज शर्मा, धमतरी एवं गरियाबंद जिले के शिक्षा एवं खेल अधिकारी शामिल हुए। वीसी के माध्यम से धमतरी कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा एवं गरियाबंद कलेक्टर श्री बी.एस. उइके शामिल हुए। बैठक में सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि पंजीयन के लिए अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। अतः शिक्षा विभाग, खेल एवं जनपद के सीईओ, अधिक से अधिक संख्या में खिलाड़ियों के पंजीयन को प्राथमिकता देवें। साथ ही उन्होंने संकुल स्तरीय एवं विधानसभा स्तरीय खेल प्रतियोगिता के लिए तिथि एवं स्थान चयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए सफल खेल आयोजन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया। श्रीमती चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मंशानुरूप सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए तैयारी करें। तैयारी के संबंध में तीनों जिलों द्वारा जानकारी दी गई।महोत्सव अंतर्गत सामूहिक खेल में आयु वर्ग 14 से 19 वर्ष एवं 19 से 24 वर्ष के बालक-बालिकाएँ शामिल होंगे। जिसमें कबड्डी, खो-खो एवं वॉलीबॉल खेल शामिल है। इसी प्रकार एकल खेल में आयु वर्ग 14 से 17, 18 से 20 एवं 21 से 24 वर्ष के बालक बालिकाएं भाग लेंगे। जिसमें 100 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़, गोला फेंक, भाला फेंक, लंबी कूद, ऊँची कूद, बैडमिंटन, गेड़ी दौड़ खेल शामिल है। संकुल स्तरीय खेल महासमुंद के 30, धमतरी एवं गरियाबंद के 10-10 संकुलों में आयोजित किया जाएगा।पंजीयन हेतु इच्छुक प्रतिभागी www.sansadkhelmahotsav.in पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। जिला प्रशासन द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी, समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, जनपद पंचायतों के सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया गया है कि वे अधीनस्थ कर्मचारियों, संकुल, विद्यालयों एवं ग्राम पंचायतों में पंजीयन की कार्यवाही सुनिश्चित कराएँ।उल्लेखनीय है कि सांसद खेल महोत्सव तीन स्तर पर आयोजित होगा, ग्रामीण स्तर, विधानसभा तथा लोकसभा स्तर। ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन 21 सितम्बर से 21 अक्टूबर तक, विधानसभा स्तर पर 22 अक्टूबर से 22 नवम्बर तक तथा लोकसभा स्तर पर 23 से 25 दिसम्बर के बीच किया जाएगा।
- -एनएमसी के मापदंड को पूरा करने के लिए आवश्यक निर्देशों का हो पालन: स्वास्थ्य मंत्रीरायपुर। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के डीन एवं मेडिकल सुप्रीटेंडेंट की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वशासी समिति एवं प्रबंधकारिणी की बैठकों में स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की गई।स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज और संबद्ध अस्पताल के चिकित्सक सेवा भावना के साथ कार्य करें और जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करें।बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए डीन और मेडिकल सुप्रीटेंडेंट को स्वशासी समिति के माध्यम से 10 लाख रुपए तक के अति आवश्यक उपकरणों और दवाइयों की खरीदी के अधिकार को बढ़ाते हुए 20 लाख रुपए तक किए जाने पर चर्चा हुई। बैठक में NMC मापदंडों का गैप एनालिसिस भी प्रस्तुत किया गया।इस दौरान मानव संसाधन के तहत नर्सिंग स्टाफ और पैरा मेडिकल पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पर चर्चा हुई। साथ ही राजनांदगांव में वायरोलॉजी लैब की स्थापना का प्रस्ताव भी पारित हुआ।बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि उपकरणों एवं दवाओं के अत्यधिक लंबित क्रय को कॉलेज स्तर पर पूरा करने के लिए CGMSC द्वारा मेडिकल कॉलेजों को त्वरित रूप से एनओसी मिले। साथ ही अग्रिम राशि को शीघ्र प्रदाय किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्वीकृत नवीन परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें नए मेडिकल कॉलेज, फिजियोथेरेपी कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज शामिल हैं।बैठक में अवसंरचना विकास के तहत छात्रावास भवन, कॉलेज भवन, आंतरिक सड़क, पेयजल व्यवस्था और विद्युतीकरण की दिशा में कार्य करने का निर्णय लिया गया। सुविधाओं के अंतर्गत उपकरण उपलब्धता, CGMSC को समय पर मांग पत्र प्रेषण, वित्तीय राशि के निर्गमन तथा खरीद प्रक्रिया की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई। दवाइयों एवं उपभोग्य सामग्रियों की आपूर्ति व्यवस्था को भी मजबूत करने पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, डीकेएस एवं अन्य सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की सेवाओं और आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाताओं की मॉनिटरिंग पर भी चर्चा की गई।इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा एवं सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन और मेडिकल सुप्रीटेंडेंट उपस्थित थे।
- -मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना अंतर्गत ज्ञानदीप एवं शिक्षा दूत हेतु 15 शिक्षक-शिक्षिकाओं को किया गया अलंकृतरायपुर। शिक्षकीय ज्ञान प्रदान करने से बड़ा पुण्य कार्य कोई दूसरा नहीं हो सकता। भारतीय परंपरा में गुरु को ईश्वर से पहले स्थान दिया गया है और शिक्षक का सम्मान ही जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। स्कूल शिक्षा, विधि एवं विधायी तथा ग्रामोद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने आज दुर्ग में आयोजित मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं।शिक्षा मंत्री श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में उन्हें शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभाग का कार्यभार ग्रहण करते ही 1122 शिक्षकों के पदोन्नति आदेश जारी किए गए। प्रदेश के सरकारी स्कूल अब शनिवार को प्रातः संचालित होंगे तथा उच्च न्यायालय के आदेश प्राप्त होते ही प्राचार्य एवं व्याख्याता पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी।मंत्री श्री यादव ने कहा कि उनका जीवन ग्रामीण परिवेश में बीता है, इसलिए वे गांव और बच्चों की जरूरतों को भलीभांति और बेहतर रूप से समझते हैं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षक की भूमिका केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में आदर्श प्रस्तुत करने की भी है। शिक्षण कार्यों में कोताही और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के कई शीर्ष अधिकारी और नेता सरकारी स्कूलों में पढ़कर आगे बढ़े हैं। यदि वे आगे बढ़ सकते हैं तो आज के विद्यार्थी भी पीछे नहीं रह सकते। शिक्षकों को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ कार्य कर छत्तीसगढ़ के भविष्य को नई ऊँचाइयों तक ले जाना होगा।सांसद श्री विजय बघेल ने कहा कि शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए गुरुजनों का सम्मान आवश्यक है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों की प्राथमिक शिक्षा पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि मजबूत आधार ही उच्च स्तरीय शिक्षा को सशक्त बनाता है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना अंतर्गत ज्ञानदीप एवं शिक्षा दूत हेतु कुल 15 शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिल्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें दुर्ग जिले के श्री पुष्पेन्द्र कुमार साहू, श्रीमती विजय लक्ष्मी राव, कु. वर्षा यादव, श्री दीपक कुमार साहू, श्रीमती भानेश्वरी साहू, श्री हिरेन्द्र कुमार मण्डावी, श्री राघवेन्द्र कुमार ध्रुव, श्री कामता प्रसाद धनकर, श्री सुनील कुमार स्वर्णकार, श्री दिलीप कुमार वर्मा, श्री मोहन लाल यादव एवं श्रीमती शुभ्रा वर्मा शामिल रहीं। इसके अतिरिक्त कबीरधाम के व्याख्याता श्री चंद्रिका प्रसाद चंद्रवंशी और बालोद के व्याख्याता श्री तामसिंह पारकर को भी सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में विधायक श्री ललित चंद्राकर, नगर निगम दुर्ग की महापौर श्रीमती अलका बाघमार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में शिक्षकगण उपस्थित रहे।
- -आठ चयनित युवाओं को मौके पर ही सौंपे नियुक्ति पत्ररायपुर । छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में आज वृहद रोजगार मेला-2025 का आयोजन किया गया। स्कूल शिक्षा, विधि एवं विधायी कार्य तथा ग्रामोद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने इस वृहद रोजगार मेला-2025 का शुभारंभ किया।स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने रोजगार मेले में उपस्थित छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद किया और उनकी उत्सुकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह महाविद्यालय उनका पूर्व शिक्षा संस्थान रहा है और इस मंच पर आकर उनकी पुरानी स्मृतियां ताज़ा हो गईं। इस रोजगार मेले में 28 प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें बड़ी संख्या में युवाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर मंत्री श्री यादव ने आठ चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंप कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।अपने संबोधन में मंत्री श्री यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ आज एक सक्षम और ऊर्जावान राज्य बन चुका है। राज्य गठन के समय प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत हुई, जिससे आज प्रत्येक गांव पक्की सड़कों से जुड़ चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा विकसित पीडीएस प्रणाली को पूरे देश में सराहा गया और अपनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार में राज्य के 702 स्कूल शिक्षक विहीन थे, लेकिन युक्तियुक्तकरण नीति के तहत 10,446 शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरित कर शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।स्कूल शिक्षा मंत्री श्री यादव ने नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि अब विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जो छात्र पारंपरिक पढ़ाई में रुचि नहीं रखते, उन्हें उनकी रुचि के अनुरूप इवेंट मैनेजमेंट, लोक-संस्कृति, गीत-संगीत, वादन आदि क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह, शासकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
- -शाला प्रवेश उत्सव के समय ही छात्र-छात्राओं को वितरण की जाने वाली सामग्रियों की अग्रिम कार्ययोजना बनाकर समय पर कार्यवाही सुनिश्चित करें: मंत्री गजेंद्र यादव’रायपुर। स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री श्री गजेन्द्र यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय (महानदी भवन) नवा रायपुर अटल नगर में शिक्षा विभाग की बैठक आयोजित हुई। बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए मंत्री श्री यादव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। बैठक में मंत्री श्री यादव ने कहा कि पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा पुस्तको की छपाई से लेकर परिवहन तक एक ही टेंडर के माध्यम से करने के निर्देश दिए ताकि समय कर राशि की बचत हो। बैठक में सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, संचालक लोक शिक्षण श्री ऋतुराज रघुवंशी, एमडी समग्र शिक्षा श्री संजीव कुमार झा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में सर्वप्रथम शिक्षकों की कमी को दूर करने के मुद्दे पर चर्चा हुई। मंत्री श्री यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी शैक्षणिक सत्र से पहले 5000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति को ऑनलाइन एवं परिसर स्तर पर अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाए, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।बैठक में मंत्री ने कहा कि राजपत्रित अधिकारियों की भर्ती लोक सेवा आयोग (पीएससी) के माध्यम से की जाएगी। पाठ्यपुस्तक वितरण की प्रगति की समीक्षा करते हुए मंत्री श्री यादव ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाए कि अभी कितने स्थानों पर पुस्तक वितरण शेष है और कितनी अतिरिक्त मांग बची हुई है। उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यों में स्पष्टता होनी चाहिए और हर कार्य उसकी जिम्मेदार संस्था के माध्यम से ही किया जाए। समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रम अब एससीईआरटी के माध्यम से अनिवार्य रूप से संचालित होंगे।बैठक में भवनविहीन स्कूलों की स्थिति की जानकारी, उन्हें फुल फर्निश्ड स्कूलों के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक व्यय तथा तदर्थ स्कूलों की राशि पर भी विस्तृत चर्चा हुई। मंत्री श्री यादव ने कहा कि बजट का पूरा उपयोग सुनिश्चित किया जाए और राशि लैप्स न हो, इसके लिए अभी से कार्ययोजना तैयार की जाए।बड़े शहरों में जहां शासकीय भवन उपलब्ध हैं, वहाँ नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थाओं के सहयोग से कक्षाएं शुरू करने पर भी विचार किया गया। शाला त्यागी बच्चों को पुनः विद्यालयों से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने पर जोर दिया गया।मंत्री श्री यादव ने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव के समय ही छात्र-छात्राओं को वितरण की जाने वाली सामग्रियों की अग्रिम कार्ययोजना बनाकर समय पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। स्कूलों की परीक्षा समाप्त होने के पश्चात शिक्षकों का जिला एवं ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण प्रारंभ कराया जाएगा। प्रशिक्षण उपरांत परीक्षा लेकर शिक्षकों की दक्षता का मूल्यांकन होगा। इसके लिए एक स्पष्ट शैक्षणिक कैलेंडर तैयार किया जाएगा और डीआईईटी/बीआईईटी को सशक्त बनाया जाएगा। मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने बैठक के अंत में कहा कि शिक्षा विभाग की सभी योजनाएँ और कार्यक्रम समयबद्ध एवं पारदर्शी तरीके से लागू किए जाएं। मंत्री श्री यादव ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है और इसके लिए सभी अधिकारी जिम्मेदारी से कार्य करें।
- -नवोदय एवं एकलव्य विद्यालयों में खेलों पर विशेष फोकस करने तथा प्रशिक्षकों की कोचिंग स्किल अपडेट करने का दिया सुझावरायपुर। उप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव आज केन्द्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आयोजित वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। बैठक में खेल एवं युवा विकास से संबंधित चुनौतियों व अवसरों पर विस्तार से चर्चा की गई। श्री साव अपने प्रवास के दौरान मुंगेली कलेक्टोरेट से ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए।बैठक में युवाओं को खेलों से जोड़ने और देश में खेल संस्कृति विकसित करने के लिए 'खेलो इंडिया' योजना की तर्ज पर नई युवा कल्याण योजना शुरू करने पर चर्चा की गई। साथ ही हर राज्य में खेल विश्वविद्यालयों की स्थापना, खेल प्राधिकरण ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय केंद्रों की संख्या में वृद्धि, खेल अधोसंरचनाओं के रखरखाव एवं मरम्मत के लिए विशेष बजट प्रावधान, एकीकृत डिजिटल स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म के विकास जैसे विषयों पर भी विचार-विमर्श किया गया।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में केंद्र एवं राज्य सरकार के स्कूलों में खेलों के लिए बुनियादी ढांचे विकसित करने तथा आवश्यक स्टॉफ की भर्ती करने का सुझाव दिया। उन्होंने नवोदय एवं एकलव्य विद्यालयों में भी खेलों पर विशेष फोकस करते हुए प्रतिभावान खिलाड़ियों को आगे ले जाने की जरूरत बताई। उन्होंने राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में नियमित खेल गतिविधियां संचालित करने विशेष कार्ययोजना तैयार करने की भी बात कही।श्री साव ने बैठक में ‘‘साइ’’ (SAI) के रीजनल सेंटर्स में खेल प्रशिक्षकों की कोचिंग स्किल तथा उनके ज्ञान एवं कौशल के उन्नयन का भी सुझाव दिया। उन्होंने खेल कोटे से शासकीय सेवाओं में नियुक्त खिलाड़ियों को अन्य कार्यों में संलग्न न कर केवल खेल से जुड़ी जिम्मेदारियां देने पर जोर दिया ताकि उभरते खिलाड़ियों को उनके अनुभवों का लाभ मिल सके। श्री साव ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़ाने तथा खेल अधोसंरचनाओं के विस्तार की जरूरत है। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने व्यवस्थित खेल नीति बनाने व खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मॉनिटरिंग के लिए कार्ययोजना बनाने का भी सुझाव दिया। उप मुख्यमंत्री श्री साव के साथ मुंगेली की अतिरक्त कलेक्टर निष्ठा पाण्डेय तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा और एसडीएम श्री अजय शतरंज भी वर्चुअल बैठक में मौजूद थे।












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