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10 राज्यों के विद्युत कर्मियों के बीच हो रही स्पर्धा, 13 सितंबर को होगा समापन
टीम इवेंट का फाइनल मुकाबला कल केरल और तमिलनाडू के बीच होगा
रायपुर। 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का शुभारंभ छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज़ के प्रबंध निदेशकगण श्री एसके कटियार एवं राजेश कुमार शुक्ला ने बैडमिंटन कोर्ट में शटल हिट करके किया। देश के 10 राज्यों के पॉवर कंपनियों के खिलाड़ियों के बीच हो रही इस प्रतिस्पर्धा में पहले दिन पहले और दूसरे राऊंड के मैच हुए। प्रारंभिक मैचों में काफी कड़ा मुकाबला रहा। कल टीम इवेंट के क्वार्टर फाइनल व सेमीफाइनल मैच होंगे।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रबंध निदेशक (जनरेशन) श्री एसके कटियार ने कहा कि ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिलना अपने आप में एक गौरव का विषय है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति में अतिथि सत्कार का प्रमुख स्थान रहा है, हम सभी राज्यों से आए खिलाड़ियों का स्वागत करते हैं। उम्मीद है इन तीन दिनों में खिलाड़ी खेल के साथ-साथ यहां की संस्कृति, सभ्यता और पर्यटन स्थलों से रूबरू हो सकेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रबंध निदेशक (पारेषण) श्री राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि हम सबके जीवन में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल आवश्यक है। सभी राज्यों के विद्युत कंपनियां अपने अधिकारी-कर्मचारियों को इसका अवसर प्रदान करती है और उनके प्रोत्साहन व उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय स्तर भी मंच देती है। ताकि उनमें अनुशासन के साथ-साथ टीम भावना भी विकसित हो सके।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी के महासचिव व कार्यपालक निदेशक (वित्त) श्री एमएस चौहान ने आभार प्रदर्शन किया। श्री चौहान बताया कि इसमें 10 राज्यों के 65 से अधिक खिलाड़ी व प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडू पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम शामिल है।
उद्घाटन समारोह में ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष व कार्यपालक निदेशक श्री केएस मनोठिया, कार्यपालक निदेशक (राजस्व) श्री एसके ठाकुर, मुख्य अभियंता श्री अब्राहम वर्गीस, चीफ रेफरी श्री प्रताप भट्टाचार्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
टूर्नामेंट का समापन 13 सितंबर को होगा, जिसमें मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन-जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव होंगे। अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर उपस्थित रहेंगे।
टीम इवेंट केरल पहुंची फाइनल में
पहले दिन ओपन सिंगल, ओपन डबल के साथ टीम इवेंट के मैच हुए। इसमें टीम इवेंट (मेन्स) के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल का मुकाबले रोचक रहे। छत्तीसगढ़ ने उत्तरप्रदेश की टीम को 3-0 से हराया। असम की टीम ने कर्नाटका पॉवर को 3-0 से शिकस्त दी। केरल ने दिल्ली ट्रांस्को को 3-0 से पराजित किया। क्वार्टर फाइनल में कर्नाटक ने छत्तीसगढ़ 3-1 से हराया। आंध्रप्रदेश ने असम को 1-3 से शिकस्त दी। तमिलनाडू ने तेलंगाना को 0-3 से परास्त किया। सेमीफाइनल में केरल ने कर्नाटक को 3-0 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। दूसरे सेमीफाइनल मैच में तमिलनाडू ने आंध्रप्रदेश को हराया और विजेता कप के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर दी है। कल 12 सिंतबर को टीम इवेंट का फाइनल मुकाबला केरल और तमिलनाडू के बीच होगा। साथ ही ओपन सिंगल व डबल के रोचक मुकाबले कर दिनभर होंगे। -
रायपुर/ छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद का वार्षिक आमसभा में बृजमोहन अग्रवाल ने परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के लोगों को आगे आकर दिव्यांग बच्चों की सहायता में बढ़ चढ़ के हिस्सा लेना चाहिए साथ ही परिषद के जो सदस्य राज्य सरकार के विभिन्न आयोग , मंडल में मनोनीत हुए है उन्हें भी परिषद के कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए दिव्यांग बच्चों की मदद करनी चाहिए । परिषद के सदस्यों को स्पीच थेरेपी सेन्टर में अधिक से अधिक लोगों को लाकर परिषद द्वारा किए जा रहे कार्य को बताना चाहिए। श्री बृजमोहन अग्रवाल जी की अध्यक्षता में वीमतारा" मधुपिले चौक शान्ति नगर में आयोजित वार्षिक आमसभा की शुरुआत दीप प्रज्वलन और माता सरस्वती जी की प्रतिमा के माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ । तत्पश्चात श्री बृजमोहन अग्रवाल जी का स्वागत परिषद के उपाध्यक्ष डॉ अशोक त्रिपाठी एवं महासचिव चंद्रेश शाह ने शाल श्रीफल और प्रतीक चिन्ह देकर किया गया । साथ ही अन्य जिलों से आए सदस्यों जिनमें दुर्ग जिले से नथमल कोठारी, महासमुंद जिले से विश्वनाथ पाणिग्रही, भाटापारा जिले से अरुण छाबड़ा, कोरबा जिले से मनोज शर्मा, जांजगीर चांपा जिले से दिव्यांश शेखर चंदेल, कबीर धाम जिले से गेंददास वैष्णव, कांकेर जिले से मनोज कुमार सिंह, राजनांदगांव जिले से कुल प्रकाश , ढाल सिंह साहू ने भी बृजमोहन अग्रवाल जी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया । परिषद के नए मोनो (LOGO) का विमोचन उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा किया गया। महासचिव का वार्षिक प्रतिवेदन चंद्रेश शाह ने और ऑडिट रिपोर्ट के साथ आगामी प्रस्तावित बजट श्रीमती इंदिरा जैन ने प्रस्तुत किया। परिषद द्वारा संचालित संस्थाओं का वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया गया । परिषद के पूर्व पदाधिकारी एवं सदस्यों का छत्तीसगढ़ सरकार के आयोग/निगम में नियुक्त होने पर उनका सम्मान किया गया जिनमें सर्वप्रथम श्री लोकेश कावड़िया अध्यक्ष निशक्त जन वित्त एवं विकास निगम , श्री सोमनाथ यादव आयुक्त भारत स्काउट एवं गाइड, डॉ सलीम राज अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ़ बोर्ड, श्री प्रफुल्ल विश्वकर्मा अध्यक्ष लौह शिल्पकार विकास बोर्ड, श्री अमरजीत सिंह छाबड़ा अध्यक्ष अल्प संख्यक आयोग , बालगृह कोंडागांव की बालिका रंजीता कोरेटी को अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलो इंडिया जूडो में स्वर्ण पदक प्राप्त करने हेतु अभिनंदन किया गया। आमसभा के पूर्व बालगृह के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया साथ ही स्पीच थेरेपी से बच्चों में हुई प्रगति को बच्चों के अभिभावकों ने बताया और परिषद का आभार जताया। इसके अतिरिक्त परिषद की आगामी योजनाओ और अध्यक्ष महोदय की अनुमति से अन्य विषय पर चर्चा किया गया। अंत में परिषद के पूर्व कोषाध्यक्ष स्व जे पी साबू और पूर्व कार्यकारिणी सदस्य स्व शेखर चंदेल जी को श्रद्धांजलि दी गई । कार्यक्रम का संचालन संयुक्त सचिव राजेन्द्र कुमार निगम और आभार प्रदर्शन श्रीमती सुनीता चंसोरिया ने किया ।
- उत्तर बस्तर कांकेर/शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत जिला महिला सशक्तिकरण केंद्र (हब) महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा भारत सरकार की योजना संकल्प अंतर्गत महिला केंद्रित विषयों पर 02 से 12 सितम्बर तक 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस विशेष जागरूकता अभियान के तहत महिलाओं एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोटगांव में किया गया। अभियान में बालिकाओं को उनके स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित विभिन्न जानकारियां जैसे- खान-पान, शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता इत्यादि की जानकारी दी गई। इसके साथ ही महिला एवं ंबाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सखी वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन 181, घरेलू हिंसा, टोनही प्रताड़ना अधिनियम, नोनी सुरक्षा योजना, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम आदि योजनाओं के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दिया गया।
- रायपुर/छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 978.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बस्तर जिले में सर्वाधिक 1371.1 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 475.1 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 841.3 मि.मी., बलौदाबाजार में 705.5 मि.मी., गरियाबंद में 853.9 मि.मी., महासमुंद में 711.7 मि.मी. और धमतरी में 877.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 994.0 मि.मी., मुंगेली में 970.3 मि.मी., रायगढ़ में 1196.2 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 818.1 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1166.4 मि.मी., सक्ती में 1057.2 मि.मी., कोरबा में 1005.8 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 920.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 770.1 मि.मी., कबीरधाम में 695.6 मि.मी., राजनांदगांव में 835.1 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1203.0 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 695.7 मि.मी. और बालोद में 1036.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 697.5 मि.मी., सूरजपुर में 1033.3 मि.मी., बलरामपुर में 1364.3 मि.मी., जशपुर में 945.1 मि.मी., कोरिया में 1098.9 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 988.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बस्तर संभाग में कोंडागांव जिले में 922.9 मि.मी., कांकेर में 1108.4 मि.मी., नारायणपुर में 1180.4 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1353.0 मि.मी., सुकमा में 1054.4 मि.मी. और बीजापुर में 1339.7 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे इंदौर से राष्ट्रीय शुभारंभरायपुर/ लाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक देशव्यापी “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” शुरू करने जा रहा है। इस अभियान का समापन गांधी जयंती पर होगा। इसका राष्ट्रीय शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इंदौर (मध्यप्रदेश) से करेंगे। यह अभियान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा मनाए जा रहे “पोषण माह” के साथ मिलकर चलाया जाएगा, ताकि मातृ, किशोरी और बाल पोषण पर व्यापक असर डाला जा सके।अभियान के प्रमुख कार्यक्रमस्वास्थ्य जांच शिविर: महिलाओं के लिए उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मुख कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, एनीमिया, टीबी और सिकल सेल रोग की जांच। साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र, ईएनटी, त्वचा, मानसिक स्वास्थ्य एवं दंत विशेषज्ञ जैसी सेवाएँ।मातृ एवं शिशु देखभाल: गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच (ANC), परामर्श और बच्चों का टीकाकरण।जागरूकता अभियान: किशोरियों व महिलाओं के लिए मासिक धर्म स्वच्छता और पोषण संबंधी सत्र, रसोई तेल की खपत में कमी को बढ़ावा, पोषण परामर्श व वेलनेस सत्र।निक्षय मित्र अभियान: टीबी मरीजों को सहयोग देने के लिए व्यक्तियों और संस्थाओं को जोड़ा जाएगा।रक्तदान शिविर: 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक विशेष रक्तदान अभियान, 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर 1 लाख यूनिट रक्त संग्रह का लक्ष्य।निजी अस्पतालों की भागीदारी: निजी स्वास्थ्य संस्थान भी महिलाओं के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेंगे।राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भूमिकास्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से इस अभियान को जनआंदोलन के रूप में सफल बनाने का आह्वान किया है। राज्यों से अपेक्षा की गई है कि वे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में करें।भारत सरकार की स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे परिवार और समाज दोनों सशक्त होंगे।
- आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए होगा मामलों का निपटारारायपुर/आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए मामलों का निपटारा करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार 13 सितम्बर 2025 को देशव्यापी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा) बिलासपुर द्वारा प्रदेश के सभी जिला न्यायालयों एवं व्यवहार न्यायालयों में भी लोक अदालत आयोजित किए जाएंगे। यह कैलेण्डर वर्ष 2025 की तीसरी नेशनल लोक अदालत होगी तथा 13 दिसम्बर 2025 को वर्ष 2025 की अंतिम लोक अदालत आयोजित की जाएगी।लोक अदालत के दिन जिला न्यायालय एवं तालुका न्यायालय (व्यवहार न्यायालय) में लंबित शमनीय अपराध के प्रकरण मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण, 138 एनआई एक्ट, के अंतर्गत चेक बाउंस का प्रकरण धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता तथा मेट्रोमोनियल डिस्प्युट के अलावा जल कर, संपत्ति कर, राजस्व संबंधी प्रकरण ट्रैफिक चालान, भाड़ा नियंत्रण आबकारी से संबंधित प्रकरण एवं बैंक विद्युत संबंधी प्री-लिटिगेशन प्रकरण, राजस्व न्यायालय खंडपीठ में खातेदारों के मध्य आपसी बंटवारे, वारिसों के मध्य बटवारे का निराकरण किया जाएगा। न्यायालयों में बड़ी संख्या में लंबित प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से तथा प्रभावित पक्षकारों को त्वरित एवं सुलभ न्याय प्रदान करने की दिशा में नेशनल लोक अदालत एक प्रभावशाली कदम है।नेशनल लोक अदालत के लिए खण्डपीठों का गठन कर विभिन्न प्रकरणों तथा प्री.लिटिगेशन का निराकरण किया जाएगा। लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरणों धारा. 138, परक्राम्य लिखत अधिनियम मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों, बैंक रिकवरी प्रकरण, सिविल प्रकरण, निष्पादन प्रकरण, विद्युत संबंधी मामलों तथा पारिवारिक विवाद के मामलों का निराकरण किया जाता हैं। इसके अतिरिक्त राजस्व, बैंक, विद्युत विभाग दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री.लिटिगेशन प्रकरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत किए जाएंगे। जो विधिवत पंजीयन उपरांत संबंधित पक्षकारों के प्रकरण लोक अदालत खण्ड पीठ में निराकृत किए जाएंगे। इस तरह पक्षकार अपने न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से करा सकते हैं। इसके अलावा लोक अदालत में दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद् में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री-लिटिगेशन प्रकरण, याददाश्त के आधार पर बंटवारा, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, कब्जे के आधार पर बंटवारा, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस-2023) के अंतर्गत कार्यवाही के मामले, रेन्ट कंट्रोल एक्ट, सूखाधिकार से संबंधित मामलों के साथ-साथ विक्रय पत्र, दानपत्र और वसीयतनामा के आधार पर नामांतरण के मामले तथा अन्य प्रकृति के सभी मामले सम्मिलित और चिन्हांकित कर आपसी राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत किया जावेगा।
- रायपुर/छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग द्वारा कोरबा जिले की दो सिंचाई योजनाओं के कार्यों के लिए 6 करोड़ 33 लाख 60 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। सिंचाई योजनाओं के स्वीकृत कार्यों कोरबा जिले के विकासखण्ड-करतला के अंतर्गत नवापारा जलाशय योजना के शीर्ष एवं नहर के जीर्णोधार कार्य हेतु 2 करोड़ 99 लाख 9 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इस योजना के अंतर्गत रूपांकित सिंचाई क्षेत्र 223 हेक्टेयर में 67 हेक्टेयर की हो रही कमी की पूर्ति तथा 17 हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई सहित कुल 340 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रस्तावित हैं।विकासखण्ड-कटघोरा के अंतर्गत सलिहानाला पर कोलिहामुड़ा एनीकट कार्य हेतु 3 करोड़ 34 लाख 51 हजार रुपये स्वीकृत किये गये है। योजना से भू-जल सवंर्धन, निस्तारी जल तथा 60 हेक्टेयर खरीफ एवं 15 हेक्टेयर रबी की फसलों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जल संसाधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन से सिंचाई योजनाओं के कार्यों को पूर्ण कराने के लिए मुख्य अभिंयता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग बिलासपुर को प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।
- विश्व बंधुत्व दिवस पर संगोष्ठी में शामिल हुए राज्यपालरायपुर/ बंधुत्व की शुरूआत अपने घर से होनी चाहिए, तभी विश्व में बंधुत्व का भाव होगा। राज्यपाल श्री डेका ने आज विश्व बंधुत्व दिवस पर संगोष्ठी में यह विचार व्यक्त किया।स्वामी विवेकानंद कन्याकुमारी केंद्र शाखा रायपुर के सौजन्य से दुर्गा कॉलेज रायपुर के सभागार में यह संगोष्ठी आयोजित की गई थी, जिसमें श्री डेका बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। स्वामी विवेकानंद द्वारा वर्ष 1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में आज के दिन ही ऐतिहासिक वक्तव्य के माध्यम से भारत की उज्जवल संस्कृति एवं परंपरा को दुनिया के समक्ष रखा गया था। इस विशेष दिन को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया जाता है।इस अवसर पर अपने उद्बोधन में राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने जो दीपक 1883 में प्रज्जवलित किया था, उसकी लौ आज भी जगमगा रही है। हम उस लौ को भाईचारे, सेवा और सकारात्मक सोच से अपने जीवन में जलाएं रखें। स्वामी विवेकानंद ने भारत की महान संस्कृति और आध्यात्म को संसार के सामने प्रस्तुत ही नहीं किया बल्कि पूरे विश्व को यह संदेश दिया की मानवता से बढ़कर कुछ भी नहीं है।श्री डेका ने कहा कि आज मानवता के समक्ष बड़ी-बड़ी चुनौतियां है। सबसे बड़ी चुनौती जलवायु परिवर्तन, जल संकट और माइक्रो प्लास्टिक का है। इन तीनों के चीजों के दुष्प्रभाव से बचेंगे तभी हमारी सभ्यता भी बचेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ में अच्छी वर्षा के बावजूद भू-जल के गिरते स्तर को गंभीर समस्या बताते हुए इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई। वर्षा जल के संरक्षण के लिए अनिवार्य रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग, किसानों के खाली पड़े जमीनों पर डबरी निर्माण जैसे कदम उठाने पर जोर दिया।श्री डेका ने युवकों से आव्हान किया कि वे यह न सोचे कि समाज उन्हें क्या दे रहा है बल्कि यह विचार करें कि वे समाज को क्या दे रहे हैं। जीवन मे सफलता के लिए अनुशासन और समय का पाबन्द होना आवश्यक है। परिवार के बुजुर्गों का सम्मान, भाई-बहन के बीच स्नेह व मित्रता समाज में बंधुत्व की भावना बढ़ाने में मदद करती है। मानव जीवन अनुपम है। हर एक क्षण का आनंद लें। इस पृथ्वी और प्रकृति का आनंद लें। आज कृत्रिम बुद्धिमता के इस युग में कृत्रिम जीवन के बजाय प्राकृतिक जीवन जीने की कोशिश करें। उन्होने युवाओं से कहा कि यह सोने का समय नहीं है उठो और जो काम तुम्हारा है उसे पूरा करने में जुट जाओ। संगोष्ठी की अध्यक्षता दुर्गा महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. प्रोतिभा मुखर्जी साहूकार ने की। मुख्य प्रवक्ता के रूप में जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष एवं सेवा निवृत्त मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन, कार्यो एवं उनके आदर्शो पर विस्तृत प्रकाश डाला। श्री संजीव गुप्ता ने भी अपने विचार रखें। स्वागत भाषण श्री सुभाष चंद्राकर ने दिया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शजिन्ता शुक्ला और आभार प्रदर्शन श्री चेतन तारवानी ने किया।इस अवसर पर विवेकानंद केन्द्र के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक, महिलाएं, युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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-नवीन मार्केट परिसर को एक बहुद्देशीय एवं आधुनिक वाणिज्यिक परिसर के रूप में विकसित किये जाने की आवश्यकता है, व्यापारीगण सहभागी बनें
व्यापारियो की सहमति से नगर निगम नवीन मार्केट परियोजना को मूर्त रूप देने कार्य करेगा, प्रयास रहेगा कि व्यापारियों को इस दौरान न्यूनतम असुविधा हो महापौर मीनल चौबे0रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे के निर्देश पर नगर निगम रायपुर मुख्यालय महात्मा गांधी सदन के तृतीय तल सभाकक्ष में राजधानी शहर के नवीन मार्केट क्षेत्र के संबंधित 43 व्यापारियो को बुलवाकर उन्हें नगर निगम रायपुर द्वारा प्रस्तावित नवीन मार्केट पुनर्विकास योजना की जानकारी दी गई।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि सन 1973 में नवीन मार्केट भवन का निर्माण किया गया था जो रायपुर शहर के मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र जयस्तंभ चौक और शारदा चौक के समीप स्थित एक महत्वपूर्ण व्यवसायिक परिसर है। समय के साथ इस परिसर को एक बहुउद्देशीय एवं आधुनिक वाणिज्यिक परिसर के रूप में विकसित किये जाने की योजना है। परिसर का कुल क्षेत्रफल 4.62 एकड है। नवीन मार्केट भवन के पीछे की रिक्त भूमि तथा पुराने स्कूल को शामिल करते हुए नई परियोजना तैयार करने कार्य किया जायेगा। नवीन मार्केट परियोजना के विकास से आस पास स्थित महत्वपूर्ण स्थल जैसे तात्यापारा, कंकाली पारा, आजाद चौक, सदर बाजार, मालवीय रोड जैसे लगभग 4. 52 वर्ग कि.मी. का क्षेत्रफल नये बहुउद्देशीय व्यापारिक परिसर से उन्नत हो सकेगा। इसीलिए नगर निगम रायपुर द्वारा रायपुर शहर के मध्य भाग को आर्थिक सामाजिक व पर्यावरण की दृष्टि से सुलभ बनाने नवीन मार्केट पुनर्विकास योजना तैयार की जा रही है। इस हेतु कंसल्टेंट का चयन कर परियोजना तैयार की जायेगी। रायपुर नगर पालिक निगम द्वारा नवीन मार्केट पुनर्विकास परियोजना हेतु अनुदान केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ शासन एवं अन्य रेवेन्यु शेयरिंग मॉडल अंतर्गत लाया जाना प्रस्तावित किया जा रहा है।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने सभी व्यापारियो से नवीन मार्केट पुनर्विकास परियोजना को शीघ्र मुर्त रूप देने सहभागी बनने की अपील की। महापौर ने कहा कि नगर निगम रायपुर द्वारा यह प्रयास किया जायेगा कि परियोजना के मूर्त रूप लेने के दौरान संबंधित क्षेत्र के व्यापारियो को न्यूनतम असुविधा हो एवं शीघ्र विकास की शानदार सौगात उन्हें दी जा सके। यह कार्य व्यापारियो की सहमति से शीघ्र मुर्त रूप देकर किया जायेगा।महापौर श्रीमती मीनल चौबे द्वारा ली गई बैठक में नगर निगम अपर आयुक्त श्री यु.एस. अग्रवाल, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, मुख्य अभियंता श्री यू.के. धलेन्द्र, अधीक्षण अभियंता श्री संजय बागडे, श्री पी. राजेश नायडू, कार्यपालन अभियंता श्री अंशुल शर्मा जुनियर सहित नवीन मार्केट के संबंधित सभी 43 व्यापारीगण उपस्थित थे। - रायपुर। रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर पर आकाशीय बिजली गिर गई। इससे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का सिग्नल देने वाला उपकरण खराब हो गया, जिससे एयरपोर्ट पर उड़ानों के संचालन में भारी बाधा उत्पन्न हो गई। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, गर्जन के साथ आई तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली सीधे एटीसी टावर के पास सिग्नल प्रणाली पर गिरी, जिससे कंट्रोल रूम को फ्लाइट्स के संचालन से जुड़ा आवश्यक डेटा और सिग्नल मिलने में दिक्कत आने लगी।सुरक्षा की दृष्टि से एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से उड़ानों को डाइवर्ट करने का निर्णय लिया, जिससे संभावित खतरे को टाल दिया गया। हैदराबाद से रायपुर आ रही फ्लाइट को भुवनेश्वर भेजा गया। कोलकाता से रायपुर की फ्लाइट को भी भुवनेश्वर डायवर्ट किया गया। दिल्ली से रायपुर की फ्लाइट को भोपाल डायवर्ट किया गया। मुंबई से रायपुर आने वाली फ्लाइट को नागपुर भेजा गया। एक अन्य फ्लाइट को भी वैकल्पिक एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया।एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल कोई नुकसान या बड़ी क्षति की सूचना नहीं है, लेकिन सिग्नल उपकरणों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। तकनीकी विशेषज्ञों की टीम एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को जल्द से जल्द सामान्य करने में जुटी है। एटीसी सिस्टम ठीक होने के बाद डाइवर्ट किए गए फ्लाइट्स को रायपुर में लैंड कराया जाएगा।बता दें कि एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) सिस्टम जमीन-आधारित हवाई यातायात नियंत्रकों द्वारा संचालित एक सेवा है, जो हवा में और हवाई अड्डों पर विमानों के बीच टकराव को रोकने, सुरक्षित और व्यवस्थित हवाई यातायात प्रवाह को बनाए रखने के लिए डिजाइन की गई है।यह रडार, संचार उपकरणों और मानवीय समन्वय का उपयोग करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विमान सुरक्षित रूप से उड़ान भरें, अपनी मंजिल तक पहुंचें और नियंत्रित हवाई क्षेत्र के माध्यम से कुशलतापूर्वक आगे बढ़ें।
- नारायणपुर। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की लगातार रणनीतिक कार्रवाई और सरकार की पुनर्वास नीति रंग ला रही है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले ये सभी नक्सली लंबे समय से लंका और डूंगा जैसे अंदरूनी इलाकों में सक्रिय थे। इनमें जनताना सरकार के सदस्य, पंचायत मिलिशिया के डिप्टी कमांडर, पंचायत सरकार सदस्य, पंचायत मिलिशिया सदस्य और न्याय शाखा अध्यक्ष जैसे पदों पर कार्यरत नक्सली भी शामिल हैं। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि नक्सलियों ने ‘‘खोखली'' माओवादी विचारधारा, निर्दोष आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों और प्रतिबंधित संगठन में बढ़ते आंतरिक मतभेदों को लेकर निराशा व्यक्त की।पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी 16 नक्सली निचले स्तर के कैडर हैं, जो जनताना सरकार, चेतना नाट्य मंडली और माओवादी पंचायत मिलिशिया की विभिन्न इकाइयों से जुड़े थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग सशस्त्र माओवादी समूहों को राशन, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान बिना किसी भुगतान के पहुंचाने में सक्रिय रूप से संलिप्त थे इसके अलावा, ये हथियार और विस्फोटक सामग्री ले जाने, आईईडी (संवर्धित विस्फोटक उपकरण) लगाने, सुरक्षा बलों की गतिविधियों की सूचना जुटाने और रेकी (निगरानी) करने में भी सहयोग करते थे।अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई है और उन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधा दी जाएगी।
- कांकेर। जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है। मौके से एक थ्री नॉट थ्री रायफल भी मिली है। इस माओवादी पर आठ लाख रुपए का इनाम घोषित था।कांकेर के पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि आलनार के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिलते ही डीआरजी और बीएसएफ की संयुक्त टीम मौके के लिए रवाना गई थी। जैसे ही जवान परतापुर के आलनार जंगल में पहुंचे, उनका नक्सलियों से आमना सामना हो गया। मारे गए नक्सली की पहचान कंपनी नम्बर 5 मासा के रूप में हुई है।एसपी ने बताया कि कांकेर का यह इलाका बड़ी कोटरी नदी के साथ ही कई नदी नालों से घिरा हुआ है। जुलाई- अगस्त में नदी-नाले उफान पर रहने की वजह से पुलिस का ऑपरेशन धीमा हो गया था। अब नदी में जल स्तर कम होते ही पुलिस ने नक्सल विरोधी ऑपरेशन तेज कर दिया है।
- 0- खरीदी, सड़क मरम्मत, मौसमी बीमारी के प्रति सजग रहें अफसर0-अधूरी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण करने भेजें प्रस्ताव0-जीवन स्तर में आया बदलाव ही योजना की सफलता का पैमानाबिलासपुर. अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने बुधवार को जिला अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का मुख्य उद्देश्य लोगों को मदद देकर उनकी आमदनी का जरिया बढ़ाना है। योजनाओं की सफलता का मूल्यांकन भी इसी आधार पर किया जाये कि हितग्राहियों के जीवन स्तर में क्या बदलाव आया है। एक दफा मदद पाने के बाद उनमें इतना विश्वास पैदा हो जाये कि वह अपने दम पर कारोबार संभाल सके। बार-बार उसे सहायता के लिए सरकार या अन्य किसी का मुंह ताकने की नौबत नहीं होना चाहिए। कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।श्री पिंगुआ ने लगभग डेढ़ घण्टे अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य सरकार की फ्लैगशीप योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बिलासपुर सहित संम्पूर्ण छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि एवं इससे जुड़े कारोबार पर आधारित है। इसलिए किसानों एवं ग्रामीणों की आमदनी दो-गुनी करने के लिए इस सेक्टर पर ज्यादा जोर देना होगा। उन्होंने खेती-किसानी से जुड़े यूरिया एवं अन्य खाद की आपूर्ति और धान खरीदी की प्रारंभिक तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने खुशी जताई कि बड़ी संख्या में किसान अब सब्जी एवं नकदी फसलों की खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने इनके सरप्लस उत्पादन के प्रसंस्करण के लिए स्थानीय स्तर पर कोई उद्योग की दिशा में पहल करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। बताया गया कि फसलों की स्थिति अभी अच्छी है। यूरिया खाद की 1050 मीटरिक टन की खेप कल पहुंच रही है। सभी बांध एवं तालाब लबालब भरे हुए हैं। गिरदावरी का काम 90 फीसदी पूर्ण हो गया है। उन्होंने अभी से धान खरीदी की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए। सभी पात्र किसानों का पंजीयन हो जाये, इसे देखें। बारदाना, परिवहन आदि सभी कार्य समय रहते कर लिया जाये। मौसमी बीमारियों की जानकारी से भी अवगत हुए और किसी भी हालात से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि मितानिनों के पास सभी मूलभूत दवाईयां रहंे और इनकी निरंतर आपूर्ति बनी रहनी चाहिए। टीकाकरण से एक भी बच्चा न छूटे और अस्पतालों में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र हमेश भरे रहने चाहिए।एसएसपी रजनेश सिंह ने जिले में आगामी दिनों में आने वाले त्योहार, कानून व्यवस्था एवं नशे के विरूद्ध किये गये सख्त कार्रवाई के संबंध में बताया। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने ई-साक्ष्य के जरिए पुलिस, डॉक्टर एवं अन्य लोगों की न्यायालयों में पेशी के लिए की जारी तैयारियों की भी जानकारी ली। बैठक में उन्होंने निर्माण कार्य से जुड़े विभागों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बरसात की सीजन अब संपन्न होने जा रहा है। सड़क मरम्मत और पक्का पेच वर्क के लिए अभी से सभी तैयारियां कर ली जाये ताकि तत्काल काम शुरू की जा सके। श्री पिंगुआ ने जिले में अधूरी पड़ी सिंचाई योजनाओं को पूर्ण करने के राज्य सरकार के निर्देशों की जानकारी देते हुए इनका जल्द से जल्द प्रस्ताव भेजने को कहा है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने जिले में शासकीय योजनाओं की प्रमुख उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रभारी सचिव महोदय द्वारा इस बैठक में दिए गये दिशा-निर्देशों का पालन कर योजनाओं को तेजी से लागू करते हुए लोगों को लाभान्वित किया जायेगा।
- बिलासपुर. छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) के सभागार में मनोरोग विभाग द्वारा विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. लखन सिंह (चिकित्सा अधीक्षक) सिम्स , डॉ मधुमित्ता मूर्ति विभागाध्यक्ष निसचेतना , डॉ राकेश नहारेल विभागाध्यक्ष शिशु रोग डॉ. चन्द्रहास ध्रुव (अधीक्षक, बालक छात्रावास) एवं डॉ. ज्योति पोर्ते (अधीक्षक, बालिका छात्रावास) उपस्थित रहे।इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आत्महत्या रोकथाम दिवस की थीम “आत्महत्या पर वर्णन को बदलना है” निर्धारित की है। कार्यक्रम का प्रस्तावना उद्बोधन मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. सुजीत नायक ने दिया। इसके पश्चात् डॉ. गौरी शंकर सिंह एवं डॉ. राकेश जांगड़े ने Suicide Prevention and Management विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।अपने संबोधन में अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने आत्महत्या को समाज के लिए अभिशाप बताते हुए इसके कारणों एवं बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बच्चों की सफलता का आकलन परीक्षा के अंकों से नहीं, बल्कि अर्जित ज्ञान से होना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को आत्महत्या न करने तथा इसके रोकथाम के लिए सक्रिय प्रयास करने की शपथ भी दिलाई।चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने हर कठिन परिस्थिति में धैर्य एवं संयम बनाए रखने और आत्मबल बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य को भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए इस पर विशेष ध्यान देने की अपील की।कार्यक्रम के दौरान मनोरोग विभाग के स्नातकोत्तर चिकित्सकों द्वारा लघु नाट्य का मंचन किया गया, वहीं बिलासा नर्सिंग महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी नाट्य प्रस्तुति देकर आत्महत्या रोकथाम का संदेश दिया। दर्शकों ने दोनों प्रस्तुतियों की सराहना की।अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. नायक ने आभार प्रदर्शन किया और कार्यक्रम का समापन हुआ। सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल मंच संचालन डॉ. सुधांशु भट्ट ने किया। इस आयोजन को सफल बनाने में मनोरोग विभाग के डॉ. अंकित गुप्ता, डॉ. अंशुल गुप्ता, डॉ. प्रियांश, डॉ. अंकिता, डॉ. सत्यस्मिता, डॉ. तुलेश्वर, डॉ. आयुष, डॉ. अलीश, डॉ. किशन एवं सभी इंटर्न विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
- बिलासपुर. शासन की महत्वकांक्षी योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ‘‘मनरेगा’’ का मूल उद्देश्य ग्रामीण पंजीकृत श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर मांग के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाना है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में बिलासपुर जिले के द्वारा 10 सितम्बर 2025 की स्थिति में प्रदेश में सर्वाधिक 27 लाख 67 हजार 874 मानव दिवस का सृजन किया गया है। जिले के 486 ग्राम पंचायतों में 77 हजार 938 पंजीकृत परिवारों के 1 लाख 27 हजार 337 सदस्यों को मांग के आधार पर रोजगार प्रदाय करते हुए उक्त 27 लाख 67 हजार 874 मानव दिवस का सृजन कराते हुए 6618.10 लाख रुपए का मजदूरी भुगतान किया गया है। उक्त मानव दिवस का सृजन हेतु ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास निर्माण, नवीन तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, रिचार्जपीट चेकडेन, वृक्षारोपण, नर्सरी, आंगनबाड़ी भवन इत्यादि कार्यों में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। मनरेगा योजना के तहत बिलासपुर जिले में 27.67 लाख, कोरबा जिले में 25.07 लाख, कवर्धा जिले में 23.71 लाख, रायपुर जिले में 23.55 लाख, मुंगेली जिले में 23.33 लाख, सक्ती जिले में 22.84 लाख, बलरामपुर जिले में 21.73 लाख, राजनांदगांव जिले में 21.72 लाख, जशपुर में जिले में 20.01 लाख एवं बालोद जिले में 19.84 लाख मानव दिवस का सृजन किया गया।
- 0- मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी किया आदेश0- सड़क पर 9.61 लाख की लागत से बनाया जाएगा मोर इंदौरी चौकबिलासपुर. नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने कबीरधाम जिले के इंदौरी नगर पंचायत में 19 कार्यों के लिए एक करोड़ 57 लाख 72 हजार रुपए मंजूर किए हैं। उप मुख्यमंत्री तथा विभागीय मंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने संचालनालय से इसकी स्वीकृति के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने सभी कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समय-सीमा में काम पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा इंदौरी नगर पंचायत में स्ट्रीट लाइटिंग के छह कार्यों के लिए 56 लाख 39 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं। वहीं छह स्थानों में हाईमास्क लाइट लगाने के लिए 35 लाख 70 हजार रुपए मंजूर किए हैं। नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों में तीन हॉफ राउंड नालियों के निर्माण के लिए 24 लाख 45 हजार रुपए, रंगमंच निर्माण के लिए 15 लाख 26 हजार रुपए, नाली निर्माण के लिए आठ लाख 52 हजार रुपए, मोर इंदौरी चौक के निर्माण के लिए नौ लाख 61 हजार रुपए तथा सीसी रोड निर्माण के लिए सात लाख 79 हजार रुपए भी स्वीकृत किए गए हैं।
- 0-महाराष्ट्र मंडल में चल रहे भागवत कथा के चौथे दिन भक्त प्रह्लाद और ध्रुव की सुनाई गई कथारायपुर। मनुष्य का शरीर बना ही शाकाहार के लिए है। मांसाहार करने से तामसी वृत्ति बनती है। इससे पाप बढ़ता है। यही बीमारियों का कारण भी बनता है। मांसाहार करने वाला व्यक्ति उन्मत्त होगा, क्रोधी होगा, रोगी होगा। जिस देश में चावल की 12 हजार प्रजातियां पाई जाती हैं, 18 प्रकार के तो आम पाए जाते हैं, उस देश में मांसाहार की जरूरत ही नहीं है। धर्मसभा विद्वतसंघ श्रीश्री जगतगुरु शंकराचार्य पीठम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मचारी निरंजनानंद आचार्य वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री ने महाराष्ट्र मंडल में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन इस आशय का प्रवचन किया।आचार्य धनंजय ने कहा कि अंग्रेजों ने भ्रांतियां फैलाई थी कि भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, शिवाजी महाराज भी मांसाहारी थे, जबकि क्षत्रिय होने के बाद भी उन्होंने कभी भी मांसाहार नहीं किया। भ्रांति फैलाई गई कि भगवान श्रीराम ने पिता राजा दशरथ के श्राद्ध में मांस भक्षण किया था। वेदों में लिखित माष की जान बूझकर गलत व्याख्या की गई। जबकि माष का अर्थ उडद की दाल और गाय के दूध से है। आचार्य शास्त्री ने कहा कि आजकल लोग अंडा को मांसाहार नहीं मानते, जबकि उसमें भी एक प्राणि का जन्म होता है और वह मांसाहार ही होता है।भक्त प्रह्लाद और ध्रुव का कथा सुनाते हुए आचार्य शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को अपने से अधिक गुणवान व्यक्ति के साथ हमेशा प्रीति का भाव रखना चाहिए। कम गुणवान वाले व्यक्ति के प्रति करुणा और समान गुण वाले से मैत्री का भाव होना चाहिए। आचार्य ने कहा कि अपने से अधिक योग्य और गुणवान व्यक्तियों के प्रति स्नेह और आदर का भाव रखना चाहिए। जो व्यक्ति गुण में कम हैं, उनके प्रति दया और करुणा रखनी चाहिए। अपने समान या मिलते-जुलते गुणों वाले लोगों के साथ मित्रतापूर्ण संबंध बनाए रखना चाहिए।आचार्य शास्त्री ने ऋषभ देव जी कथा सुनाने के दौरान कहा कि जो जन्म देती है वो जननी है और जो जनम देता है वह जनक है। दोनों संतति को जन्म देते हैं। धर्मानुसार जो शादी करके संतान की उत्पति करते हैं, वो माता- पिता होते हैं। माता- पिता होना कठिन है और वे पुत्र- पूत्री को जन्म देते हैं। पुत्र वो, जो माता- पिता की सेवा करे और पितरों को तार दे। धर्म का पालन करने से ही माता- पिता मिलते हैं। पाश्चात्य देशों में यह संस्कृति नहीं होने के कारण वहां के बच्चे ‘ये मेरी मम्मी है, ये मेरे पापा है और ये मेरे बॉयोलॉजिकल पापा’ का परिचय देते हैं। वहां दादा-दादी, नाना- नानी जैसे रिश्ते नहीं होते, बल्कि सिर्फ ग्रेंड मॉम और ग्रेड पा होते हैं।
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई जोन क्रमांक 03 मदर टेरेसा नगर अंतर्गत पार्किंग व्यवस्था, शासकीय स्कूल एवं उद्यान में वृक्षारोपण का आयुक्त ने किया निरीक्षण। निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय द्वारा तीन दर्शन मंदिर के आस-पास रिक्त स्थलों का निरीक्षण कर पार्किंग की व्यवस्था बनाने हेतु उपस्थित जोन आयुक्त येशा लहरे को निर्देशित किए हैं। चर्चा अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे वृक्षारोपण करने एवं पार्किंग स्थल का निर्माण पश्चात किराया निर्धारण करने निर्देशित किए हैं, जिससे निगम की आय में वृद्वि की जा सके। आयुक्त ने वार्ड पार्षद एवं प्रधान पाठक के निवेदन पर 18 नंबर रोड वार्ड क्रं. 30 सुभाष चौंक शासकीय प्राथमिक शाला का निरीक्षण कर जर्जर हो रहे भवन को तोड़कर समतलीकरण कराने के संबंध में चर्चा कर आवश्यक कार्यवाही हेतु कार्यपालन अभियंता संजय अग्रवाल को निर्देशित किए है। वार्ड क्रं. 30 केम्प-2 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं वार्ड क्रं. 31 मदर टेरेसा नगर का अवलोकन किया गया। स्कूल के कक्ष का सिलिंग उखड़ कर गिर रहा है, जिसका संधारण एवं अन्य आवश्यक कार्य कराने हेतु कार्यपालन अभियंता को निर्देशित किए है।वार्ड क्रं. 31 जयंती उद्यान में वूमेन फार ट्री योजना अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूह के माध्यम से वृक्षारोपण कार्य कराया जा रहा है, जिसका निरीक्षण कर आयुक्त ने स्वयं पौधा रोपण किया। उक्त उद्यान में असमाजिक तत्वों का जमावड़ा बना रहता है, उनके द्वारा निगम की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है। इसके लिए आयुक्त ने निगम से एक सुरक्षा गार्ड नियुक्त किये जाने के संबंध में चर्चा किए है। यदि उद्यान में असमाजिक गतिविधि या गलत कृत्य करते हुए पाये जाते हैं, तो तत्काल संबंधित के खिलाफ थाने में एफ.आई.आर. दर्ज कराया जाएगा। नशे में संलिप्त या नशे के उद्देश्य से उद्यान जाने वाले असमाजिक व्यक्ति सावधान रहे, अन्यथा नगर पालिक निगम भिलाई संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेगी। नगर निगम की निगरानी टीम कभी भी निगम क्षेत्र के उद्यानों में निरीक्षण कर सकते हैं, कार्यवाही की जिम्मेदारी नशे में संलिप्त व्यक्ति की होगी। निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता नितेश मेश्राम, सहायक राजस्व अधिकारी बसंत देवांगन, जोन स्वास्थ्य अधिकारी बीरेन्द्र बंजारे, जोन स्वच्छता निरीक्षक चुर्णमणी यादव, सहायक उद्यान अधिकारी संजय शर्मा उपस्थित रहे।
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई जोन 01 नेहरू नगर अंतर्गत मौसमी बिमारियों की रोकथाम हेतु निगम का स्वास्थ्य अमला लगातार वार्डो में जाकर सर्वे कर रहे है। बरसाती पानी के जमाव से होने वाले मौसमी बिमारियों की रोकथाम हेतु दवाई छिड़काव निरंतर जारी है। निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय के निर्देश पर वार्ड क्रं. 18 कांट्रेक्टर कालोनी क्षेत्र के बजरंग चौंक, सड़क 21 संगीता किराना स्टोर एवं आमोद भवन के आस-पास घरों में डोर-टू-डोर जाकर कुलर, शौचालय, बाथरूम, नालियों, कंटेनर, पानी की टंकियों का जांच किया जा रहा है। जहां भी बरसात का पानी भरा हुआ पाया जा रहा है, उसे खाली कराया जा रहा है। डेंगू, मलेरिया के बचाव एवं जिला मच्छर उन्मूलन टीम द्वारा मैलाथियान, टेमीफास, जला आयल का छिड़काव किया जा रहा है।निगम के वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक के. के. सिंह के नेतृत्व में नागरिको को स्वास्थ्य शिक्षा भी प्रदान किया जा रहा है। साथ ही यह भी समझाइस दी जा रही है किसी प्रकार के बिमारी का लक्षण दिखे तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जांच कराए और डाक्टर की सलाह से दवा का सेवन करें। पानी उबालकर पीये, गरम भोजन करें, बाहर के खादय पदार्थ के सेवन से बचें। निगम द्वारा 1 अप्रैल से आज दिनांक तक कुल 9650 घरो का सर्वे कर 33104 कूलर, टंकी, ड्रम, कन्टेनर का जाँच कर 4959 खाली कराया जा चुका है|
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई में महापौर परिषद की बैठक महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता एवं उपायुक्त सह सचिव नरेन्द्र बंजारे की उपस्थिति में आहूत की गई। महापौर परिषद की बैठक में प्रमुख रूप से 20 एजेण्डा विचारार्थ प्रस्तुत किया गया, जिसमें विस्तार से चर्चा की गई ।नगर पालिक निगम क्षेत्र में चंद्रा मौर्या अंडरब्रिज सोलर प्लांट स्थापना कार्य को परिवर्तन कर 77 एम.एल.डी. जलशोधन संयंत्र में ऑनग्रिड सोलर प्लांट स्थापना हेतु महापौर परिषद से स्वीकृति मिली । 5 वर्ष की अवधि के लिए विज्ञापन हेतु स्वयं के व्यय से यूनिपोल स्थापना सहित संधारण कार्य हेतु परिषद से स्वीकृति मिली है । यूनिपोल स्थापना एसीसी रोड चौक से जामुल बोग़दा, एसीसी चौक से कुर्सीपार फ्लाई ओवर, सुपेला घड़ी चौक से गदा चौक, अवंती बाई चौक से आईआईटी भिलाई सहित कुल 8 रोड का चयन यूनिपोल स्थापना हेतु किया गया है ।निगम क्षेत्र में होने वाले अतिक्रमण, अवैध निर्माण, निगम के बकाया कर वसूली, प्रतिबंधित प्लास्टिक पर प्रतिबंध सहित सुरक्षा दृष्टिकोण से सेना के सेवानिवृत अधिकारी एवं पैरामिलिट्री फोर्स के 20 जवान की उड़न दस्ता टीम गठित किये जाने के संबंध परिषद से स्वीकृति प्रदान की गई है।आकाश गंगा व्यवसायिक परिसर की आबंटित दुकानदारों द्वारा बरामदा कवर्ड कर व्यवसाय किया जा रहा है । दुकानों के सामने कव्हर्ड बरामदा को आबंटन की कार्रवाई कलेक्टर गाइडलाइन अनुसार की जाने की स्वीकृति मिली है । आंगन बाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका नियुक्ति अंतर्गत अंतिम योग्यता सूची प्रस्ताव मेंयर इंन काॅसिल में स्वीकृत की गई। प्रियदर्शिनी परिसर पश्चिम में स्वीमिंग पुल निर्माण कार्य एवं नेहरू नगर अंडर 20 से भिलाई नगर रेलवे स्टेशन तक रेलवे लाइन के समांतर रोड निर्माण एवं विद्युतीकरण कार्य की निविदा को वहां पर परिषद से स्वीकृति प्रदान की गई है ।भिलाई निगम क्षेत्रांतर्गत स्थित कुछ भवन/भूमि स्वामियों द्वारा विगत वर्षों का संपत्तिकर एवं अन्य राजस्व करों का भुगतान निगम द्वारा निर्धारित समयावधि में नहीं किया जा रहा है। जिससे बकाया संपत्तिकर / शिक्षा उपकर/समेकितकर की वसूली नहीं हो पा रही है। इस स्थिति में राजस्व करों की वसूली में वृद्धि किये जाने हेतु भवन/भूमि स्वामियों द्वारा बकाया वर्षों की संपत्तिकर/ शिक्षाउपकर/समेकितकर की राशि का भुगतान एकमुश्त 30 नवम्बर 2025 तक किया जाता है तो उस स्थिति में केवल सम्पूर्ण बकाया संपत्तिकर की राशि पर 10 प्रतिशत की छूट बिना अधिभार एवं शास्ति के दिया जाना प्रस्तावित है। उक्त छूट राज्य शासन की स्वीकृति पश्चात दी जा सकेगी के संबंध में महापौर परिषद से मंजूदी प्रदान की गई है।महापौर परिषद की बैठक महापौर परिषद के सदस्य सीजू एन्थोनी, लक्ष्मीपति राजू, संदीप निरंकारी, लालचंद वर्मा, साकेत चंद्राकर, केशव चौबे, एकांश बंछोर, आदित्य सिंह, चंद्रशेखर गंवई, नेहा साहू, मन्नान गफ्फार खान, मालती ठाकुर सहित , जोन आयुक्त, कार्यपालन अभियंता, लेखाधिकारी, सहायक अभियंता, स्वास्थ्य अधिकारी, राजस्व अधिकारी, उपअभियंता, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
- 0- महापौर की इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों से राजधानी शहर रायपुर में नागरिको की समस्याओं के समाधान हेतु सहभागिता दर्ज करवाने की अपील00- शहर में सफाई, पेयजल की समस्याओं के समाधान में युवा विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है- महापौर0रायपुर . बुधवार को राजधानी शहर रायपुर की प्रथम नागरिक नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने श्री शंकराचार्य व्यवसायिक प्रबंधन तकनीकी संस्थान में रायपुर नगर पालिक निगम के विषय संदर्भ में जलप्रबंधन, कचरा प्रबंधन, परिवहन, यातायात, तालाबो एवं नदी के संरक्षण के विषयो पर आयोजित राष्ट्रीय हैकथॉन नवोनमेश 2025 के पोस्टर का विमोचन किया।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने श्री शंकराचार्य संस्थान के इंजीनियरिंग छात्रो से रायपुर शहर की मौलिक जनसमस्याओं के समाधान के कार्य में जनजागृति लाकर सहभागिता दर्ज कराने की अपील की। महापौर ने कहा कि राज्य की राजधानी रायपुर शहर में नागरिको को बेहत्तर जीवन शैली देने समस्याओ के निदान में योग्य युवा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है।महापौर ने कहा कि राज्य की राजधानी रायपुर शहर में सुव्यवस्थित जल प्रबंधन करके टंकियो के माध्यम से पाईप लाईन कनेक्ट कर नागरिको के घरो तक नदी का मीठा जल उपलब्ध कराना महत्वपूर्ण कार्य है। वहीं शहर में मानसून में तेज बारिश के दौरान विभिन्न स्थानो पर जलभराव की समस्या आ जाने से नागरिको को होने वाली असुविधा को दूर करने का कार्य किया जाना आवश्यक है। इस हेतु जब से वे महापौर बनी है तब से निरंतर प्रयासरत है कि नगरवासियो की समस्याओ का अच्छी तरह समाधान किया जा सके। नागरिक अपनी समस्याएं लेकर रायपुर नगर निगम आते है जिन्हे सुनकर हर संभव प्रयास समस्याओ के निराकरण का किया जाता है।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि निर्धारित मानको के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण में रायपुर को स्वच्छ शहर बनाने जनता को जागरूक बनाकर लगातार कार्य करना होता है। महापौर ने कहा कि रायपुर को सजाने और संवारने के कार्य में और नागरिको को जागरूक बनाने के कार्य में युवा वर्ग और विद्यार्थी अहम भूमिका निभा सकते है। विद्यार्थियो एवं युवाओ को सहभागिता दर्ज करवाकर नगरवासियों को जागरूक बनाने एवं समस्याओ के त्वरित समाधान हेतु अपना सहयोग देने आगे आना चाहिए। हम नगर निगम के माध्यम से रायपुर शहर के निवासियों की समस्याओ का समुचित समाधान करने निरंतर कार्य करेंगे और इसमें युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।श्री शंकराचार्य व्यवसायिक प्रबंधन तकनीकी संस्थान पहुंचने पर महापौर श्रीमती मीनल चौबे का आत्मीय स्वागत किया गया। एसजीईएस भिलाई के अध्यक्ष श्री एल.पी. मिश्रा और श्री शंकराचार्य व्यवसायिक प्रबंधन तकनीकी संस्थान के प्रोफेसर डॉ. धीरेन्द्र सिंह छत्री, ऐसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुमन कुमार स्पर्णकार, एसजीईएस भिलाई के सचिव श्री निशांत त्रिपाठी, शासकीय नवीन कॉलेज गुढियारी रायपुर की सहायक प्रोफेसर डॉ. शुभ्रा मिश्रा, सीएसवीटीयू मिलाई के कुलपति डॉ. अरूण अरोरा ने रायपुर शहर में नगर निगम रायपुर द्वारा महापौर श्रीमती मीनल चौबे के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में नगरवासियों को अच्छी मौलिक सुविधाएं दिये जाने को लेकर सराहना की एवं इंजीनियरिंग के विद्यार्थियो से समाज में अपनी महती भूमिका निभाने नगर की समस्याओ की जानकारी लेकर उससे जुडकर उसके निदान में सहभागिता दर्ज करवाने की अपील की।
- 0- पंडरी के व्यापारियों द्वारा बस्तर के बाढ़ पीड़ितों हेतु 500 सेट मच्छरदानियां छत्तीसगढ़ रेडक्रॉस सोसायटी को प्रदत्त की जा चुकी हैँ0रायपुर. आज रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे को रायपुर नगर पालिक निगम मुख्यालय भवन महात्मा गाँधी सदन में पहुंचकर छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों और व्यापारियों ने छत्तीसगढ़ रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से बस्तर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में केन्द्र सरकार और छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाये जा रहे व्यापक राहत अभियान हेतु सहयोग के तौर पर 300 से अधिक थाली सेट छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों और व्यापारियों की ओर से प्रदत्त किये गए हैँ.इस दौरान नगर निगम रायपुर के मुख्यालय भवन महात्मा गाँधी सदन में नगर निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी,लोक कर्म विभाग के अध्यक्ष श्री दीपक जायसवाल, नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष श्री सतीश थोरानी, कार्यकारी अध्यक्ष श्री राधाकिशन सुंदरानी, कोषाध्यक्ष श्री निकेश बरडिया, मन्त्री श्री जतिन नचरानी सहित रायपुर नगर पालिक निगम के नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा की उपस्थिति रही. यहां यह उल्लेखनीय है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ रेडक्रॉस सोसायटी को पंडरी के व्यापारियों ने बस्तर के बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत के रूप में 500 मच्छरदानियों के सेट प्रदत्त किये थे.
- 0- गोकुल नगर गौठान, सरोना डंपिंग यार्ड में शीघ्र हरियाली बिखेरने सघन पौधरोपण की तैयारीरायपुर . छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की पर्यावरण हितेषी मियांवाकी पौधरोपण अभियान योजना के अंतर्गत प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मार्गदर्शन में रायपुर नगर पालिक निगम के पर्यावरण और उद्यानिकी विभाग के माध्यम से रायपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न चिन्हित स्थानों पर सघन पौधरोपण अभियान चलाकर लगभग 30 हजार पौधे रोपित करने के निर्धारित किये गए लक्ष्य के अनुरूप समाज हित में पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, पर्यावरण एवं उद्यानिकी विभाग के अध्यक्ष श्री भोलाराम साहू, आयुक्त श्री विश्वदीप के मार्गनिर्देशन में सघन पौधरोपण अभियान चलाया जा रहा है.मियांवाकी पौधरोपण अभियान के अंतर्गत रायपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत खोखो तालाब पार, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत संकल्प सोसायटी फेस -2 लाभाण्डी, वर्किंग वुमन हॉस्टल फुण्डहर में लगभग 15000 से अधिक पौधे रोपित किये जा चुके हैँ. वहीं सरोना स्थित नगर निगम के डंपिंग यार्ड, गोकुल नगर गौठान योजना क्षेत्र में शीघ्र सघन पौधरोपण अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है.नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर मियांवाकी पौधरोपण योजना में लगभग 30 हजार पौधे चिन्हित स्थानों पर रोपित किये जाने के अभियान की सतत मॉनिटरिंग अपर आयुक्त श्री विनोद पाण्डेय, उपायुक्त श्री जसदेव सिंह बाबरा, कार्यपालन अभियंता श्री गजाराम कँवर द्वारा की जा रही है.
- रायपुर. माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग और रायपुर जिला प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशो के अनुरूप नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर और आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देशानुसार रायपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र अंतर्गत सभी 10 जोनों के स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा प्रतिदिन नियमित अभियान चलाकर सभी जोन क्षेत्रों के भिन्न वार्डों के विभिन्न मुख्य मार्गों में मानिटरिंग करके सड़को पर आवारा पशुओं की धरपकड़ कर उन्हें गौठानों में काउकेचर वाहन से भेजे जाने की कार्यवाही तेज गति से सतत निरंतर प्रगति पर हैइस क्रम में आज दिनांक 10 सितम्बर 2025 को नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा 42 आवारा पशुओं की विभिन्न सड़क मार्गो से धरपकड़ कर उन्हें काऊकैचर वाहन की सहायता से गौठानों में भेजा गया। धरपकड़ अभियान के अंतर्गत रायपुर नगर पालिक निगम द्वारा सभी 10 जोनो के विभिन्न मुख्य मार्गो में सघन अभियान चलाकर राजधानी शहर रायपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र में विगत 39 दिनों में विभिन्न मुख्य सड़क मार्गो से 1914 आवारा पशुओं की धरपकड़ कर उन्हें गौठानों में भेजा गया है.यहां उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन सतत चलाये जा रहे धरपकड़ अभियान की नियमित मॉनिटरिंग महापौर, स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष, आयुक्त के निर्देश पर नगर निगम अपर आयुक्त स्वास्थ्य श्री विनोद पाण्डेय और उपायुक्त स्वास्थ्य डॉक्टर प्रीति सिह द्वारा की जा रही है और सभी 10 जोनों के जोन कमिश्नरों द्वारा जोन स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर आवारा पशुओं को काऊकैचर वाहनों की सहायता से गौठानों में भिजवाने की व्यवस्था दी जा रही है. धरपकड़ अभियान सतत जारी है।
- 0- पर्यावरण हितैषी गणेशोत्सव में लगातार 5 वें दिन खारून नदी के पास विसर्जन कुण्ड बना श्रीगणेश भक्तों का संगम00- श्रीगणेश विसर्जन झांकी मार्ग की निगम द्वारा जटायु वाहन और सफाई गैंग से विशेष सफाई0रायपुर. स्वच्छ गणेशोत्सव अभियान 2025 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के राज्य शहरी विकास अभिकरण के दिशा निर्देश अनुसार रायपुर नगर पालिक निगम द्वारा महादेवघाट खारून नदी के समीप विसर्जन कुण्ड में इको फ्रेंडली श्रीगणेश उत्सव के अंतर्गत खारून नदी के पास विसर्जन कुण्ड तैयार किया है. जिसमें आज लगातार 5 वें दिन दिनांक 10 सितम्बर 2025 को भी सुबह से ही श्रीगणेश भक्तों का संगम बना रहा और आज दिनांक 10 सितम्बर को रात्रि 8 बजे तक श्रीगणेश की 4080 छोटी मूर्तियों और 1850 बड़ी मूर्तियों का विसर्जन श्रीगणेश के भक्तजन श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा-अर्चना करके और विघ्नहर्ता भगवान श्रीगणेश से अगले वर्ष जल्दी आने की विनम्र प्रार्थना करते हुए कर चुके है।श्रीगणेश की मूर्तियों का श्रद्धा और भक्ति के साथ विसर्जन कुण्ड में विसर्जन का सिलसिला आज दिनांक 10 सितम्बर 2025 को लगातार 5 वें दिन जारी रहा और इस हेतु महादेवघाट के समीप नगर निगम रायपुर का विसर्जन कुण्ड प्रथम पूज्य देव श्रीगणपति के भक्तों का संगम बना रहा।नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा श्री गणेश विसर्जन झांकी रूट में रोड वैक्युम क्लीनर मशीन जटायु वाहन की सहायता से रूट मार्गों पर विशेष सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता कायम की गई, विसर्जन झांकी रूट में सफाई गैंग लगाकर कचरा उठाकर स्वच्छता कायम की गयी।प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व और उप मुख्यमंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग श्री अरुण साव के मार्गदर्शन में और रायपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़, संस्कृति विभाग अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी, स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, आयुक्त श्री विश्वदीप के मार्गनिर्देशन में रायपुर नगर पालिक निगम द्वारा रायपुर जिला प्रशासन और रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर रायपुर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, यातायात विभाग, विद्युत पावर कम्पनी, अग्निशमन विभाग, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, पीएचई विभाग संस्कृत कॉलेज के सहयोग से 10 पंडितों, 5 क्रेन वाहनों, 80 गोताखोरों, नावों की प्रशासनिक व्यवस्था देने सहित सभी विभागों, रायपुर नगर निगम की मुख्यालय और जोनों की टीम लगातार सतत मॉनिटरिंग कर 24 घण्टे 8-8 घण्टे की 3 पालियों में दिनांक 6 सितम्बर 2025 को सुबह 6 बजे से दिनांक 12 सितम्बर 2025 को सुबह 6 बजे तक के लिए प्रशासनिक ड्यूटी लगाई गई है।स्वच्छ गणेश उत्सव अभियान 2025 के अंतर्गत बूढ़ातालाब, तेलीबाँधा तालाब, कंकाली तालाब सहित शहर के लगभग 3 दर्जन मुख्य विभिन्न तालाबों में नगर निगम रायपुर द्वारा श्रीगणेश भक्तों की सुविधा हेतु अस्थायी विसर्जन कुण्ड रखवाये गए, जहां पहुंचकर बड़ी संख्या में श्रद्धालुजनों ने श्रीगणेश की छोटी मूर्तियों का श्रद्धापूर्ण विसर्जन भक्ति के साथ किया. बड़ी संख्या में विभिन्न तालाबों में मोहल्लों से बच्चों, युवाओं और महिलाओं ने तालाबों के अस्थाई विसर्जन कुण्ड में श्रीगणेश की छोटी मूर्तियों का विसर्जन कर गणपति बप्पा को नम आँखों से विदाई देकर पूजा, अर्चना, आरती सहित भगवान से अगले वर्ष जल्दी आने की विनम्र प्रार्थना की विभिन्न तालाबों में पहुंचकर बड़ी संख्या में श्रीगणेश भक्तों ने श्रद्धापूर्ण विसर्जन अस्थाई विसर्जन कुण्ड में किया और बड़ी संख्या में खारून नदी और शहर के तालाबों का पर्यावरण सुरक्षित रखने के जनहितैषी अभियान में स्वस्फूर्त सम्मिलित हुए।