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- निगम जोन 5 ने चंगोराभाठा आइसक्रीम फैक्ट्री में किया जुर्मानारायपुर । नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रमांक 5 को प्राप्त जनशिकायत को तत्काल संज्ञान में लेते हुए जोन 5 जोन कमिश्नर श्री खीरसागर नायक द्वारा दिए गए निर्देशानुसार जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री सन्दीप वर्मा के नेतृत्व और स्वच्छता निरीक्षक सर्वश्री दिलीप साहू, प्रेम मानिकपुरी, गिरिजाशंकर की उपस्थिति में जोन 5 क्षेत्र के अंतर्गत चंगोराभाठा आइसक्रीम फैक्ट्री में गन्दगी सम्बंधित प्राप्त जनशिकायत की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने स्थल का आकस्मिक निरीक्षण किया. स्थल निरीक्षण के दौरान गन्दगी मिली और प्राप्त जनशिकायत स्थल निरीक्षण में सही मिली इसे गंभीरता से लेते हुए जोन 5 जोन कमिश्नर द्वारा दिए गए निर्देश पर जोन स्वास्थ्य अधिकारी ने सम्बंधित चंगोराभाठा आइसक्रीम फैक्ट्री के संचालक पर तत्काल 3000 रूपये का जुर्माना भविष्य के लिए कड़ी चेतावनी देते हुए किया.
- नालों पर बनाये मकानों के मालिकों को नोटिस देने, नया नालानई पुलिया बनाने प्रस्ताव देने, टोटीविहीन सार्वजनिक नल में तत्काल टोटी लगाने सहित दिए अनेक निर्देशरायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर के सभापति सूर्यकान्त राठौड़ ने नगर निगम जोन क्रमांक 2 के अंतर्गत राजीव गाँधी वार्ड नम्बर 13 के क्षेत्र में वार्ड पार्षद एवं निगम वित्त विभाग के अध्यक्ष श्री महेन्द्र खोडियार, जोन 2 जोन कमिश्नर डॉक्टर आर. के. डोंगरे, कार्यपालन अभियंता श्री पी. डी. धृतलहरे, जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री रवि लवनिया सहित अन्य सम्बंधित जोन 2 अधिकारियों की उपस्थिति में वार्ड के नालों और नालियों की बारिश पूर्व सफाई व्यवस्था का निरीक्षण और स्थल समीक्षा कर जोन कमिश्नर को इस सम्बन्ध में जनहित में व्यवस्था सुधारने आवश्यक निर्देश दिए. सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़ ने निरीक्षण के दौरान वार्ड 13 में टोटीविहीन सार्वजनिक नल से पेयजल बहते हुए देखा, तो उसमें तत्काल टोटी लगाकर पेयजल की बचत करवाने निर्देशित किया. सभापति ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यालय देवेन्द्र नगर के समीप के जाम नाले के मुहाने की सफाई करवाकर नाले का निकास खुलवाने के निर्देश दिए. पारस नगर क्षेत्र के नाले की तले तक सफाई करवाने निर्देशित किया. देवेन्द्र नगर में विद्यार्थी परिषद कार्यालय के सामने बारिश में जलभराव की समस्या दूर करने नई पुलिया का निर्माण करने और उक्त पुलिया से टिम्बर भवन होते हुए गुजराती स्कूल मार्ग तक बारिश में गन्दे पानी के सुगम निकास प्रबंधन हेतु नया नाला बनाने शीघ्र प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश जोन 2 जोन कमिश्नर को दिए हैँ. सभापति ने वार्ड 13 क्षेत्र में नालों पर बनाये गए अवैध पाटों को तोड़कर व्यवस्थित सफाई कर बारिश पूर्व सुगम निकास व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैँ. सभापति ने जोन 2 जोन कमिश्नर को राजीव गाँधी वार्ड क्रमांक 13 में टूटे - फूटे नालों में आवश्यक सुधार और मरम्मत कार्य तत्काल करवाने वार्ड हेतु संधारण मद राशि से 3 लाख रूपये की स्वीकृति देने के जनहित में निर्देश दिए हैँ. सभापति ने देवेन्द्र नगर सेक्टर - 3 क्षेत्र में नाले के ऊपर बनाये गए मकानों के सम्बंधित मकान मालिकों को जोन से तत्काल नियमानुसार नोटिस जारी कर प्रक्रिया के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही करवाने निर्देशित किया है.
- रायपुर/नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे के निर्देश पर नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर ने नगर निगम जोन 8 जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर, पण्डित जवाहर लाल नेहरू वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद श्री भगतराम हरवंश, जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल सहित कार्यपालन अभियंता श्री अभिषेक गुप्ता, उप अभियंता श्री विक्रम सिंह ठाकुर, जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री गोपीचंद देवांगन, स्वच्छता निरीक्षक श्री रितेश झा, श्री तेजेश पटेल की उपस्थिति में नगर निगम जोन क्रमांक 8 के अंतर्गत पण्डित जवाहर लाल नेहरू वार्ड क्रमांक 2 के क्षेत्र के अंतर्गत बीएसयूपी, अटल आवास योजना, वाल्मीकि अम्बेडकर आवास योजना वाम्बे परिसर कबीर नगर क्षेत्र का सम्पूर्ण निरीक्षण कर वहाँ की मार्ग सफाई, नाली, नाला सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, उद्यान की व्यवस्था का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया. स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष ने इस सम्बन्ध में जनहित में व्यवस्था सुधारने के सम्बन्ध में नगर निगम जोन 8 जोन कमिश्नर को स्थल पर आवश्यक निर्देश दिए.स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर ने वार्ड के रहवासियों से चर्चा कर जनसमस्याओं की जानकारी ली और सभी जनसमस्याओं का जोन के माध्यम से जनहित में त्वरित निदान करने के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए. निगम स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर ने जोन अधिकारियों को वार्डों में जनहित में सफाई, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था सुधारने के कार्यों को प्राथमिकता देते हुए फोकस होकर करने के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिए.
- रायपुर/ भारत गणराज्य के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी का उनकी 34 वीं पुण्यतिथि पर रायपुर नगर पालिक निगम के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में नगर पालिक निगम जोन क्रमांक 4 के सहयोग से रखे गए संक्षिप्त आयोजन में राजधानी रायपुर शहर के ( पुराना अग्निशमन कार्यालय चौक) राजीव गाँधी चौक स्थित प्रतिमा स्थल में पहुंचकर रायपुर नगर पालिक निगम के सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़, संस्कृति विभाग के अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को सादर नमन किया.
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बिलासपुर। सुशासन तिहार अंतर्गत विकासखंड मस्तूरी के ग्राम पंचायत जोंधरा में आयोजित किया गया । शिविर में पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति बांधी जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सतकली बावरे, जिला पंचायत प्रतिनिधि खिलावन पटेल, जिला पंचायत सभापति प्रतिनिधि चंद्र प्रकाश सूर्या, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती सोनवानी, जनपद सभापति श्रीमती सरिता नायक, जनपद सदस्य प्रतिनिधि उत्तरा कुमार रात्रे , जनपद सदस्य राकेश शर्मा,लोहर्सी मंडल अध्यक्ष श्रीमती सीमा साहू, मल्हार मंडल अध्यक्ष रंजीत, लोहर्सी भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष नरेंद्र नायक, सरपंच सुमारु केंवट,उप सरपंच रामखिलावन तिवारी आदि समाधान शिविर में शामिल हुए। विभिन्न योजनाओं के तहत 4723 हितग्राहियो क़ो लाभन्वित किया गया। शिविर में 9 ग्राम पंचायत के लोग शामिल हुए। जिससे में कुल 4875 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें 4723 आवेदनों का निराकरण किया गया शेष 152आवेदनलंबित है। समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों के निराकरण एवं योजनाओं की जानकारी दी गई।
जोंधरा समाधान शिविर में जोंधरा, चिस्दा, भिलौनी,शिव टिकारी, गोपालपुर, परसोडी़,कुकुदी कला, भड़कुंडा, एवं चिल्हाटी कुल 9 पंचायत शामिल हुए। शिविर में शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हुए। विशेष रूप एसडीएम प्रवेश पैकरा, सीईओ जे आर भगत, पचपेड़ी तहसीलदार प्रकाश साहू, नायब तहसीलदार अप्रतिम पांडे, पूनम कनौजे इसके साथ ही विकासखंड मस्तूरी में भी समाधान शिविर में ग्रामीण जन एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे - रायपुर, । जनपद पंचायत धरसींवा अंतर्गत ग्राम पंचायत सम्मानपुर नकटी में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत गंभीर अनियमितता का मामला सामने आया है। आवास मित्र द्वारा हितग्राहियों से अवैध रूप से धनराशि की मांग किए जाने की शिकायत प्राप्त होने पर प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाया है।जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई शिकायत के आधार पर जनपद पंचायत धरसींवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पीताम्बर यादव द्वारा मामले की जांच के आदेश दिए गए। जांच में आवास मित्र राजू सोनवानी द्वारा लाभार्थियों से निर्माण प्रक्रिया में सहायता के एवज में अवैध वसूली किए जाने की पुष्टि हुई।प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राजू सोनवानी को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया। इस कार्रवाई से ग्राम पंचायत सम्मानपुर नकटी के लाभार्थियों को राहत मिली है और अन्य पंचायतों में यह संदेश गया कि जनकल्याणकारी योजनाओं में किसी भी प्रकार की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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रायपुर । जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने आज जनपद पंचायत तिल्दा के ग्राम पंचायत गनियारी स्थित प्राथमिक कृषि साख समिति का निरीक्षण किया। उन्होंने समिति में धान और बीज भंडारण की जानकारी ली। साथ ही सदस्यों को उचित रख-रखाव करने और बारिश के मौसम से पहले व्यवस्था दूरूस्त करने निर्देशित किया।
- -मुख्यमंत्री ने भू-जल संवर्धन मिशन का किया शुभारंभ, भू-जल और वर्षा जल संरक्षण पर शहरों में होंगे प्रभावी काम-हाइड्रोलॉजिस्ट्स, कॉलोनाइजर्स, उद्योग समूह, राज्य शासन के विभिन्न विभागों और विशेषज्ञों ने जल संरक्षण पर किया मंथन-वर्षा जल का संचय और संरक्षण भू-जल स्रोतों को रिचार्ज करने में बेहद अहम – उप मुख्यमंत्री श्री अरुण सावरायपुर. । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय भू-जल संवर्धन मिशन (शहरी) का शुभारंभ किया। इसके तहत प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में भू-जल और वर्षा जल के संरक्षण-संवर्धन के लिए मिशन मोड पर काम किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम में मिशन के ब्रोशर का विमोचन और इस पर तैयार वीडियो भी लॉन्च किया। उन्होंने राज्य के नौ नगरीय निकायों में सेवाकाल के दौरान दिवंगत 18 कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति पत्र भी सौंपा।उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव, जल संसाधन तथा रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, विधायकगण सर्वश्री राजेश मूणत, सुनील सोनी, मोती लाल साहू, पुरन्दर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, इन्द्र कुमार साहू, रायपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और वाटरमैन के नाम से मशहूर श्री राजेन्द्र सिंह भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। भू-जल संवर्धन मिशन के शुभारंभ के मौके पर आयोजित कार्यशाला में हाइड्रोलॉजिस्ट्स, कॉलोनाइजर्स, उद्योग समूह, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने जल संरक्षण, इसके उपायों और परिणामों पर मंथन किया। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और भारत के वाटरमैन के नाम से प्रसिद्ध श्री राजेन्द्र सिंह ने भी कार्यशाला में अपने विचार रखे तथा प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। गुजरात के सूरत म्युनिसिपल कार्पोरेशन की टीम ने वहां वर्षा जल के संचय और भू-जल रिचार्ज के लिए किए जा रहे कार्यों को साझा किया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय भू-जल संवर्धन मिशन (शहरी) के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जल की पर्याप्त उपलब्धता की चिंता करते हुए नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा इस महत्वाकांक्षी मिशन की शुरूआत की जा रही है। इसके लिए मैं उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और नगरीय प्रशासन विभाग को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्षा जल और भू-जल के संरक्षण व संवर्धन में यह मिशन मील का पत्थर साबित होगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में जल संरक्षण के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीणों की सहभागिता से ‘मोर गांव मोर पानी’ अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों अभियानों का मकसद एक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जल संरक्षण के लिए पूरे देश में अमृत सरोवरों के रूप में नए तालाबों का निर्माण और पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। आज मिशन के शुभारंभ के मौके पर चार घंटों तक विशेषज्ञों ने इसके प्रभावी क्रियान्वयन पर संवाद किया है। श्री साय ने कहा कि जल को लेकर यदि हम अभी सचेत और सावधान नहीं होंगे तो आने वाला समय मुश्किल होगा।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि वर्षा जल के संचय, संरक्षण और भू-जल को रिचार्ज करने के उपायों पर विशेषज्ञों ने अभी चार घंटे तक चर्चा की है। वाटरमैन श्री राजेन्द्र सिंह और सूरत नगर निगम के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संवाद के दौरान जल के संरक्षण और संवर्धन के कार्यों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने और राज्य में वर्षा के पैटर्न के अनुरूप फसल चक्र अपनाने की बातें प्रमुखता से आई हैं। श्री साव ने कहा कि आने वाले समय में शहरों में पेयजल और अन्य जरूरतों के लिए पानी की व्यवस्था की चुनौतियों को देखते हुए नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा इस मिशन को प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्याप्त बारिश होती है। इसके सावधानीपूर्वक संचय और संवर्धन से हम पानी की दिक्कतों को दूर कर सकते हैं।जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप ने भू-जल संवर्धन मिशन के शुभारंभ पर खुशी जताते हुए कार्यक्रम में कहा कि इस मिशन के तहत अनुकरणीय काम होंगे, ऐसी उन्हें उम्मीद है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जनभागीदारी से जल संचय करने में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में प्रथम स्थान मिला है। जल के महत्व को देखते हुए इसके स्रोतों के पुनर्भरण और रिचार्ज करने के लिए गंभीरता से काम करने की जरूरत है। जल संसाधन विभाग भी इस पर गंभीरता से काम कर रहा है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस., संचालक श्री आर. एक्का और राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय सहित सभी नगर निगमों के महापौर, सभापति और आयुक्त, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकायों के अभियंता, जल विशेषज्ञ, समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, नगरीय प्रशासन विभाग और सुडा के अधिकारी बड़ी संख्या में शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद थे।
- -शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की गुणवत्ता और उपस्थिति की भ्रांतियों को किया दूररायपुर, / छत्तीसगढ़ में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावी और समावेशी बनाने के लिए किए जा रहे युक्तियुक्तकरण को लेकर विभिन्न शैक्षिक संगठनों द्वारा उठाए गए सवालों के संबंध में शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने, शिक्षकों के संतुलित वितरण और शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के अनुपालन के उद्देश्य से की जा रही है।शिक्षा विभाग का मानना है कि 2008 के सेटअप की प्रासंगिकता नहीं रही, अब शिक्षा का अधिकार अधिनियम ही युक्तियुक्तकरण का आधार है। 2008 के स्कूल सेटअप में प्रधान पाठक और दो सहायक शिक्षकों की व्यवस्था थी, जो उस समय की आवश्यकताओं के अनुरूप थी, लेकिन 01 अप्रैल 2010 से पूरे देश में लागू हुए शिक्षा का अधिकार अधिनियम के बाद नए मानक लागू हुए। अधिनियम के तहत 60 छात्रों तक के लिए 2 शिक्षकों का प्रावधान है और 150 से अधिक छात्रों पर ही प्रधान पाठक की नियुक्ति की जाती है। चूंकि छत्तीसगढ़ में पहले से ही कई स्कूलों में प्रधान पाठक का पद स्वीकृत था, इसलिए उन्हें सहायक शिक्षक की गिनती में जोड़ा गया है।शिक्षा विभाग के अनुसार दो शिक्षकों से पांच कक्षाओं को पढ़ाने के सवाल के जवाब में कहा गया है कि बहुकक्षा शिक्षण ही इसका बेहतर समाधान है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि औसतन प्राथमिक स्कूलों में दो ही कक्ष निर्मित होते हैं और शिक्षा का अधिकार अधिनियम में भी 60 छात्रों तक के लिए दो शिक्षकों की व्यवस्था का प्रावधान है। ऐसे में शिक्षकों को बहुकक्षा शिक्षण का प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वे विभिन्न कक्षाओं को एक साथ गुणवत्तापूर्वक पढ़ा सकें। आंकड़ों के अनुसार राज्य के 30,700 प्राथमिक विद्यालयों में से लगभग 17,000 में छात्र-शिक्षक अनुपात 20 से भी कम है, जिससे यह स्पष्ट है कि छात्रों के अनुपात में शिक्षक पर्याप्त संख्या में हैं।शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि 60 से कम दर्ज संख्या वाली शालाओं को लेकर फैलाई जा रही भ्रांति निराधार हैं। कुछ संगठनों ने यह आशंका व्यक्त की थी कि 60 से कम दर्ज संख्या वाली 20,000 से अधिक शालाएं व्यवहारिक रूप से एकल-शिक्षकीय हो जाएंगी। इस पर विभाग ने स्पष्ट किया कि इन स्कूलों में दो शिक्षकों की व्यवस्था की गई है, जिसमें प्रधान पाठक भी एक शिक्षकीय पद है। अतः यह कहना गलत है कि ये शालाएं एक शिक्षक के भरोसे चलेंगी। शिक्षा विभाग ने यह दोहराया है कि युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य शिक्षकों की संख्या को कम करना नहीं, बल्कि उनकी तैनाती को तर्कसंगत बनाकर सभी विद्यार्थियों को समान अवसर और संसाधन उपलब्ध कराना है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि कहीं भी छात्र-शिक्षक अनुपात अधिनियम से नीचे न जाए। शिक्षा विभाग का यह मानना है कि युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया न केवल विधिक मानकों पर आधारित है, बल्कि इसका उद्देश्य राज्य में प्राथमिक शिक्षा को और अधिक प्रभावी, समान और गुणवत्तापूर्ण बनाना है।
- - अंध विश्वास निर्मूलन की गतिविधियों में डॉ. जयंत नार्लीकर सदैव हमारे प्रेरणा स्रोत रहे - डॉ. दिनेश मिश्ररायपुर। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष और जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने देश के प्रसिद्ध विज्ञानविद, खगोल वैज्ञानिक, एवं विज्ञान लेखक पद्म विभूषण डॉ. जयंत विष्णु नार्लीकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धाजंलि अर्पित की है। डॉ. जयंत विष्णु नार्लीकर का मंगलवार को पुणे में निधन हो गया।डॉ. दिनेश मिश्र ने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ. नार्लीकर ने खगोल भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञान में उल्लेखनीय योगदान दिया । उनके द्वारा फ्रेड हायल के साथ विकसित किया सिद्धांत हायल के नाम से दुनिया में प्रसिद्ध है। डॉ जयंत नार्लीकर ने देश में वैज्ञानिक चेतना बढ़ाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किया। देश में वैज्ञानिक विचारधारा के विकास के लिए उनका कार्य, भाषण उनके लेख,उनकी किताबें जीवन में एक नई दिशा दिखाती हैं।डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि अंध विश्वास निर्मूलन की गतिविधियों में डॉ जयंत नार्लीकर सदैव हमारे प्रेरणा स्रोत रहे। हमने उन्हें अपनी अनेक गतिविधियां उनसे साझा की तथा उन्होंने मार्गदर्शन दिया। डॉ नार्लीकर के द्वारा विज्ञान जगत में किए गए कार्य सदा उनकी स्मृति दिलाते रहेंगे। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के सभी सदस्यों की ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
- -धमनी में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए बिल्हा विधायक, जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज पिंगुआ-विभिन्न योजनाओं से हितग्राही हुए लाभान्वित, खिले चेहरेबिलासपुर /बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक और अपर मुख्य सचिव, जेल गृह विभाग एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज पिंगुआ सुशासन तिहार के तहत बिल्हा ब्लॉक के ग्राम धमनी में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। समाधान शिविर को संबोधित करते हुए श्री कौशिक ने कहा कि यह समाधान शिविर कई योजनाओं की जननी बनेगी। इन शिविरों में मिले फीडबैक से कई नई योजनाएं शुरू की जाएगी। शिविर मे विभागीय स्टॉलों से लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बहुआयामी विकास के कार्य हो रहे हैं। शासकीय योजनाओं से लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। शिविर में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसएसपी श्री रजनेश सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, एडीशनल एसपी श्रीमती अर्चना झा, एसडीएम श्री बजरंग सिंह वर्मा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। शिविर में 5154 आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई जिनमें से 5112 आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है।विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने कहा कि चिलचिलाती धूप में मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री, विधायक, अधिकारी-कर्मचारी सुशासन तिहार में जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं का निराकण कर रहे हैं। अपर मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ ने कहा कि सुशासन तिहार कई नवाचारों में से एक नवाचार है। शिविर में आने वाले ग्रामीणों की सभी जरूरतें पूरी हो रही है। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की सभी अपनी दायित्वों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें। अपने कामों की गति आगे भी बनाएं रखे। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने बताया कि इस शिविर में 15 ग्राम पंचायत के लोग शामिल हुए। इनमें भाटागांव, बिटकुली, बुंदेला, देवकिरारी, धमनी, गुमा, झाल, कड़ार, कया, नगपुरा, नगरोड़ी, परसदा, भाटागांव, सेंवार, तेलसरा और उमरिया के ग्रामीण शामिल हुए। प्राप्त आवेदनों में प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड और शौचालय निर्माण की मांग की संख्या ज्यादा है।शिविर में हितग्राहियों को राशन कार्ड, श्रम विभाग द्वारा श्रम कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना की चाबी, राजस्व विभाग द्वारा किसान किताब, सहकारिता विभाग द्वारा किसान क्रडिट कार्ड, कृषि विभाग द्वारा लपेटा पाईप, स्प्रेयर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान कार्ड, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जॉब कार्ड, मछली पालन विभाग द्वारा महाजाल एवं आईस बॉक्स सहित अन्य सामग्री का वितरण किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी गई। ग्रामीणों ने शिविर में बड़ी संख्या में बीपी, शुगर की जांच कराई। स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग द्वारा दवाईयों का वितरण किया गया।
- रायपुर - आज रायपुर उत्तर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप सहित नगर निगम रायपुर क्षेत्र में शंकर नगर नाला क्षेत्र में बारिश पूर्व सफाई का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया. रायपुर उत्तर विधायक और निगम आयुक्त ने नगर निगम जोन 9 जोन कमिश्नर श्री संतोष पाण्डेय से जोन 3 के जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री पूरन कुमार ताण्डी की उपस्थिति में आनंद नगर, आनंद विहार का एक्सप्रेस वे के नीचे से निकलने वाले गन्दे पानी के बारिश के दौरान सुगम निकास प्रबंधन को लेकर चर्चा करते हुए जानकारी ली और बारिश के दौरान गन्दे पानी की सुगम निकासी के सम्बन्ध में सम्बंधित नगर निगम अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
- -बुजुर्गों को वय वंदन योजना के तहत मिली 5 लाख की स्वास्थ्य सहायताबिलासपुर /बिल्हा ब्लॉक के ग्राम धमनी में मंगलवार को आयोजित समाधान शिविर गांव वालों के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आया।शिविर में विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को अपर मुख्य सचिव गृह ,जेल एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज पिंगुआ और विधायक धर्मलाल कौशिक ने विभिन्न सामग्री का वितरण किया। शिविर में बुजुर्गों को चलने-फिरने में सहारा देने वाले उपकरण बांटे गए,साथ ही वय वंदन योजना के तहत 5 लाख रुपये की स्वास्थ्य सहायता भी दी गई। बुजुर्ग महिलाओं ने त्वरित सुनवाई के लिए मुख्यमंत्री का जताया आभार।ग्राम धमनी निवासी 78 साल की बुजुर्ग रामकली साहू और 75 साल की दुलौरिन बाई उन बुजुर्गों में शामिल थीं, जिनके लिए यह शिविर किसी वरदान से कम नहीं था। चलने में दिक्कत होने के कारण दोनों घरों में कैद जैसी जिंदगी जी रही थीं। लेकिन सुशासन तिहार के तहत आयोजित समाधान शिविर में उन्हें चलने के लिए सहारा मिला है दोनों बुजुर्ग महिलाओं को चलने के लिए न केवल वॉकर मिली बल्कि उन्हें वय वंदन योजना के तहत 5 लाख रुपए की त्वरित सहायता भी मिली है।रामकली ने कहा— “अब मंदिर तक पैदल जा सकूंगी”वॉकर मिलने पर रामकली साहू की आंखें चमका उठीं। बोलीं“बहू के सहारे रहती थी, अब मंदिर और चौपाल तक खुद जा सकूंगी।”वहीं बुजुर्ग दुलौरिन बाई ने कहा उम्र के इस पड़ाव पर छड़ी ही एक सहारा था जिससे चलफिर पाती थी लेकिन वॉकर मिलने से अब चलना आसान होग। दुलौरिन बाई और रामकली ने खुश होकर बताया कि उन्हें वय वंदन योजना के तहत 5 लाख की स्वास्थ्य सहायता भी मिली है जिससे इस उम्र में आ रही स्वास्थ्य दिक्कतों के इलाज में मदद मिलेगी। दोनों बुजुर्ग महिलाओं ने कहा कि गांव में ही सुशासन तिहार में आवेदन देने के बाद उन्हें त्वरित रूप से सहायता मिली है जिसके लिए वे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त करते हैं।
- बिलासपुर /प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025 के लिए 31 जुलाई तक ऑनलाईन नामांकन आमंत्रित किए गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा असाधारण प्रतिभा एवं उपलब्धियों वाले बच्चों को सम्मानित करने हेतु प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार साहस समाज सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, कला और संस्कृति एवं नवाचार के क्षेत्र में दिया जाता है। वे बच्चे जो 05 वर्ष एवं इस साल 31 जुलाई 2025 को 18 वर्ष से कम आयु के है और उपरोक्त क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे चुके हैं, वे इस पुरस्कार के पात्र होंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार हेतु ऑनलाईन पोर्टल https://awards.gov.in में 01 अप्रैल 2025 से लाइव कर दिया गया है। आवेदन ऑनलाईन माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे।
- - मुख्यमंत्री को अपने घर में देखकर चित्रसेन और उनके परिजनों ने जाहिर की खुशी- मुख्यमंत्री के साथ हितग्राही श्री चित्रसेन और उसकी पत्नी श्रीमती देवकी नाग ने ली सेल्फीदुर्ग, / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड के ग्राम मुरमुंदा में प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित हितग्राही श्री चित्रसेन नाग को नवनिर्मित आवास में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना एवं रिबन काटकर गृह प्रवेश करवाया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को अपने घर में देखकर श्री चित्रसेन और उनके परिजनों ने खुशी जाहिर की। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का श्री चित्रसेन और उनके घरवालों ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने हितग्राही श्री चित्रसेन एवं उनकी पत्नी श्रीमती देवकी नाग को नवनिर्मित आवास में गृह प्रवेश के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने परिवार के साथ सुखमय जीवनयापन करने की आशीष दी। साथ ही मूलभूत सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री के साथ हितग्राही श्री चित्रसेन और उसकी पत्नी श्रीमती देवकी नाग ने सेल्फी ली। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने श्री चित्रसेन से बातचीत की। श्री चित्रसेन ने बताया कि उन्हें आवास निर्माण के लिए समय-समय पर किस्त की राशि मिली है। इसके साथ ही मनरेगा योजना के तहत 90 दिन की मजदूरी भी मिली। श्री चित्रसेन ने बताया कि पहले वे शेड वाले कच्चे घर में रहते थे। जिसमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बारिश के दिनों में पानी टपकने और छोटे जीव-जन्तु से परेसानी होती थी। अब पक्का आवास बनने से इन सब से मुक्ति मिल जाएगी। इसके लिए श्री चित्रसेन ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत पक्का आवास मिलने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, अहिवारा विधायक श्री डोमनलाल कोर्सोवाड़ा, साजा विधायक श्री ईश्वर साहू, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, दुर्ग संभागायुक्त श्री एस.एन. राठौर, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
- -सुरडोंगर कलस्टर के 2199 एवं नगर पंचायत गुरूर में 816 आवेदनों का किया गया निराकरण-सांसद सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि हुए शामिलबालोद। सुशासन तिहार के तीसरे एवं अंतिम चरण के अंतर्गत जिले के डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम सुरडोंगर और नगर पंचायत गुरूर में आयोजित समाधान शिविर के दोनांे कलस्टर में शामिल वार्डवासी एवं ग्राम पंचायत के लोगों के लिए सौगातों भरा रहा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप राज्य में शासकीय काम-काज में पारदर्शिता लाने तथा शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के अलावा आम जनता के समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करने के उद्देश्य से शुरू किए गए सुशासन तिहार के अंतर्गत बालोद जिले में समाधान शिविर जिले के अलग अलग स्थानों में निरंतर आयोजित की जारी है। डौण्डी विकासखण्ड के शासकीय हाई स्कूल मैदान सुरडोंगर में आयोजित समाधान शिविर में ग्राम सुरडोंगर के अलावा ग्राम लिमउडीह, चिहरो, आमाडूला, मथेना, काड़े, कुंवागोंदी, मरदेल के निवासी शामिल हुए। इसी प्रकार नगर पंचायत गुरूर के समस्त वार्ड वासी नगर पंचायत गुरूर में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। सुशासन तिहार के अवसर पर डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम सुरडोंगर में आयोजित समाधान शिविर में सांसद श्री भोजराज नाग, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेन्द्र चन्द्राकर के अलावा अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री मुकेश कौड़ो, उपाध्यक्ष श्री भोलाराम नेताम सहित अन्य जनप्रतिनिधियों अधिकारियों के अलावा एसडीएम श्री नूतन कंवर, तहसीलदार एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डीडी मण्डले सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। इसी तरह नगर पंचायत गुरूर के शिविर में नगर पंचायत अध्यक्ष श्री प्रदीप साहू, उपाध्यक्ष श्रीमती कंुती सिन्हा, पूर्व नगर पालिका बालोद के अध्यक्ष श्री यज्ञदत्त शर्मा, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री चेमन देशमुख, श्री केसी पवार एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा एसडीएम श्री रामकुमार सोनकर, तहसीलदार एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा नगरवासी उपस्थित थे।डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम सुरडोंगर समाधान शिविर में सांसद श्री भोजराज नाग ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा शुरू किए गए सुशासन तिहार की अभिनव पहल की भूरी-भूरी सराहना की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा आम जनता की वास्तविक जरूरतों के अलावा उनके मांगों एवं समस्याओं का पड़ताल कर समयबद्ध तरीके से निराकरण सुनिश्चित करने हेतु राज्य में सुशासन तिहार का आयोजन किया जा रहा है। वह हर दृष्टि से जनहितैषी एवं लोक कल्याणकारी कार्य है। राज्य सरकार के द्वारा सुशासन तिहार के माध्यम से शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ एवं सुशासन के अवधारणा को समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुँचाने का कारगर एवं सार्थक प्रयास किया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि सुशासन तिहार के पहले चरण के सुरडोंगर कलस्टर में शामिल 08 ग्राम पंचायतों के लोगों के द्वारा प्रस्तुत किए गए 2199 एवं नगर पंचायत गुरूर के समस्त वार्ड के लोगों के द्वारा विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 816 आवेदनों का परीक्षण के उपरांत संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित किया गया। आज जिले के शिविरों में हितग्राहियों को सुशासन तिहार के दौरान बनाए गए उनका राशन कार्ड, श्रम कार्ड, मनरेगा जाॅब कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति पत्र, किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के अलावा उन्नत किस्म के धान बीज, कीटनाशक दवाई, खाद बीज के वितरण के अलावा समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धजनों को छड़ी एवं श्रवण यंत्र आदि के अलावा मछली पालन विभाग द्वारा हितग्राहियों को आईस बाॅक्स एवं मछली जाल प्रदान किया गया। इसके अलावा शिविर में अनेक हितग्राहीमूलक योनजाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया गया। इस दौरान शिविर में उपस्थित अतिथियों के द्वारा गर्भवती माताओं को सुपोषण किट प्रदान कर उनके गोद भराई रस्म और नन्हे मुन्हे बच्चों को स्वादिष्ट खीर खिलाकर उनका अन्नप्रासन संस्कार को भी पूरा किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने ’एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम स्थल में पौधरोपण भी किया।आज डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम सुरडोंगर में आयोजित समाधान शिविर के दौरान विभिन्न विभाग के अधिकारियों के द्वारा सुशासन तिहार के पहले चरण के दौरान सुरडोंगर कलस्टर के अंतर्गत कृषि विभाग को 70, समाज कल्याण विभाग को 25, खाद्य विभाग को 24, विद्युत विभाग को 95, जनपद पंचायत डौण्डी को 990, परिवहन विभाग को 135, शिक्षा विभाग को 179, महिला एवं बाल विकास विभाग को 194 एवं श्रम विभाग को 103 सहित कुल 2199 आवेदन मिलने की जानकारी दी गई। इसी प्रकार आज नगर पंचायत गुरूर में आयोजित समाधान शिविर के दौरान विभिन्न विभाग के अधिकारियों के द्वारा सुशासन तिहार के पहले चरण के दौरान लोक निर्माण विभाग को 46, जल संसाधन को 44, तहसील विभाग को 324, विद्युत विभाग को 26, महिला एवं बाल विकास विभाग को 53 सहित कुल 816 आवेदन मिलने की जानकारी दी गई। सभी विभाग के अधिकारियों ने प्राप्त आवेदनों के परीक्षण के उपरान्त सभी आवेदनों की निराकरण करने की जानकारी दी गई।
- बालोद। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं को राज्य के जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुँचाने शुरू की गई ’सुशासन तिहार 2025’ के अंतर्गत तृतीय एवं अंतिम चरण में समाधान शिविरों का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत बुधवार 21 मई 2025 को डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम दुधली के शासकीय हाई स्कूल मैदान एवं गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम अर्जुनी टिकरी के ग्राम पंचायत भवन के समीप ’समाधान शिविर’ का आयोजन किया जाएगा। अपर कलेक्टर एवं जिला पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चन्द्रकांत कौशिक ने बताया कि समाधान शिविर में डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम दुधली में ग्राम संबलपुर (लो), सेम्हरडीह, बिजौरा, कोचेरा, कोबा, खैरा, खपरी, रेंगनी, खरथुली, चिल्हाटीकला, बड़गांव, भेडी (लो), धनगांव, कसही (लो), सिवनी, बटेरा, भरदा (लो), बैहाकुंआ, कोरगुड़ा, गैंजी के निवासी समाधान शिविर में शामिल होंगे। इसी तरह गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम अर्जुनी टिकरी के समाधान शिविर में ग्राम चंदनबिरही, चिचलगोंदी, रौना, कान्दूल, अर्जुनी टिकरी, बोरगहन, अ. परसतराई, परना, रेहची, खर्रा, कोटगांव, सनौद के निवासी शामिल हांेगे। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर का आयोजन निर्धारित तिथि को सुबह 10 बजे से दोपहर 03 बजे तक किया जाएगा।
- -समस्या के त्वरित समाधान के लिए ओकेश कुमार, सुन्हेर सिंह और केसरी बाई ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभारबालोद। जिले के डौण्डी विकासखण्ड के वनांचल क्षेत्र में रहने वाले किसान श्री ओकेश कुमार, सुन्हेर सिंह और केसरी बाई के लिए आज का दिन खुशियों से भरा रहा। सुशासन तिहार के अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर में इन तीनों किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किया गया। इस कार्ड ने न केवल उनकी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने का रास्ता खोला, बल्कि उनके चेहरों पर एक नई उम्मीद की मुस्कान भी ला दी। ये तीनों किसान लंबे समय से अपनी खेती को और बेहतर बनाने के लिए संसाधनों की तलाश में थे। सुशासन तिहार के प्रथम चरण में उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया था, और आज समाधान शिविर में उनके आवेदनों के निराकरण की जानककारी देकर, उन्हें यह कार्ड सौंपा गया। इस कार्ड के जरिए अब वे कृषि कार्य हेतु ऋण प्राप्त कर सकेंगे, जिससे खेती के लिए बीज, खाद, और उपकरण खरीदने में आसानी होगी। साथ ही यह कार्ड उनके लिए एक मजबूत सहारा बनेगा।किसान श्री ओकेश कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, यह कार्ड हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं। अब हम अपनी खेती को और बेहतर कर सकेंगे और परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर पाएंगे। वहीं, सुन्हेर सिंह ने बताया कि इस कार्ड से वे नई तकनीकों को अपनाने और फसल की पैदावार बढ़ाने की दिशा में काम कर सकेंगे। केसरी बाई ने भी इस सुविधा के लिए सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारे जैसे छोटे किसानों के लिए यह बहुत बड़ी मदद है। इन किसानों ने अपने आवेदन के त्वरित निराकरण के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किसानों के लिए एक नई रोशनी लेकर आई है। सुशासन तिहार और समाधान शिविर जैसे कार्यक्रमों ने न केवल उनकी समस्याओं का समाधान किया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ने का हौसला भी दिया। किसान क्रेडिट कार्ड के साथ किसान ओकेश, सुन्हेर और केसरी बाई अब अपने सपनों को साकार करने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ाएंगे।
- रायपुर - रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के आदेशानुसार और नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप और जिला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उम्मेद सिंह के निर्देशानुसार एवं नगर निगम अपर आयुक्त श्री पंकज के. शर्मा, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा, सभी जोन कमिश्नरों, कार्यपालन अभियंताओं के मार्गनिर्देशन में टीम प्रहरी द्वारा नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत सभी जोनों के नगर निवेश विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में राजधानी शहर रायपुर नगर निगम क्षेत्र में जनहित में जनसुविधा हेतु मुख्य मार्गों एवं बाजार क्षेत्रो में अभियान चलाकर यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे हटाकर सडक यातायात सुगम और सुव्यवस्थित बनाने कार्यवाही नियमित रूप से प्रतिदिन निरंतरता से जारी है।इस क्रम में आज टीम प्रहरी के अभियान के अंतर्गत नगर निगम मुख्यालय नगर निवेश उड़न दस्ता की टीम द्वारा जोनो के साथ मिलकर मार्गो को अतिक्रमण मुक्त बनाने जनहित में जनसुविधा हेतु यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में कार्यवाही अभियानपूर्वक लगातार जारी रखी गयी। जोन 9 अंतर्गत अशोका रतन के सामने सड़क पर किये गए अवैध कब्जोँ को जेसीबी मशीन की सहायता से हटाकर सड़क यातायात सुगम बनाया गया. ब्रिज के पास सड़क पर दुकानदार द्वारा अवैध कब्जा जमाकर यातायात बाधित कर रखे गए टायरों को जप्त कर लिया गया. अभियान आगे भी निरन्तर जारी रहेगा.
- -कलेक्टर सरगुजा ने लापरवाही के मामले में की कार्रवाई-पीड़ित परिजनों से भेंट कर दिए 4-4 लाख की सहायता राशि का चेकरायपुर, / सरगुजा के लुण्ड्रा विकासखण्ड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रघुनाथपुर में दो बच्चों की मौत के बाद पोस्टमार्टम में लापरवाही और इसके लिए रुपये की मांग के गंभीर आरोप के मामले में कलेक्टर सरगुजा श्री विलास भोसकर ने लुण्ड्रा के बीएमओ को निलंबित और पीएचसी रघुनाथपुर में पदस्थ चिकित्सक को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त कर दिया है।गौरतलब है कि ग्राम सिलसिला ढोढ़ा झरिया में एक हृदय विदारक घटी। यहां मछली पालन के लिए बनाए गए गहरे और असुरक्षित गड्ढे में डूबने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। मृतक सूरज गिरी और जुगनू गिरी, दोनों पांच वर्षीय सगे चचेरे भाई थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक ने पोस्टमार्टम के लिए प्रति शव 10-10 हजार रुपये की मांग की। पैसे नहीं देने पर शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया। सोमवार को जब ग्रामीणों ने दबाव बनाया और शिकायत की, तब जाकर पोस्टमार्टम किया गया।इस मामले की जांच में प्रथम दृष्टया यह पाया गया कि डॉ. राघवेंद्र चौबे खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौरपुर द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर प्रशासकीय नियंत्रण रखने में ढिलाई और कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरती गई। जांच में यह बात भी सामने आई कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रघुनाथपुर में पदस्थ डॉ. अमन जायसवाल, अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी का आचरण भी सेवा नियमों के विरुद्ध था। फलस्वरूप उन्हें उनके दायित्वों से कार्यमुक्त कर दिया गया है।यहां यह उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने स्वयं रघुनाथपुर पीएचसी सेंटर का निरीक्षण किया और पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। कलेक्टर ने आरबीसी 6/4 के तहत उन्हें 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि का चेक भी प्रदान किया।
- -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निगम/मंडल/आयोग में नियुक्त अध्यक्षों एवं उपाध्यक्ष को दी शुभकामनाएंरायपुर / राज्य शासन द्वारा निगम आयोगों में पूर्व में प्रस्तावित नियुक्तियों में आंशिक संशोधन करते हुए श्रीमती शालिनी राजपूत को छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड का अध्यक्ष, श्रीमती चन्द्रकान्ति वर्मा को छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष, श्री श्रीनिवास राव मद्दी को छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड का अध्यक्ष तथा श्री केदार नाथ गुप्ता को छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी सम्मानितों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए विश्वास जताया कि सभी अपने-अपने दायित्वों का प्रतिबद्धता से निर्वहन करते हुए राज्य के विकास और जनहित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे।
- -जनता को मिलेगी बड़ी सुविधारायपुर / खनिज समृद्ध कोरबा जिले में अब खनिजों से प्राप्त निधि जनता की सुविधाओं में सीधे तब्दील हो रही है। जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) की राशि का उपयोग अब जनहित के ठोस कार्यों में किया जा रहा है, जिससे जिले के दूरवर्ती ग्रामों से लेकर नगरीय क्षेत्रों तक में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। इससे न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी।हाल ही में कलेक्टर श्री अजीत वसंत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में डीएमएफ मद से लगभग 143 करोड़ रुपए की लागत से 22 सड़क निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी गई। यह निर्णय सुशासन तिहार के दौरान जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों से प्राप्त मांगों के आधार पर लिया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि डीएमएफ की राशि का उपयोग वास्तविक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हो।इन स्वीकृत सड़कों में नगरीय क्षेत्रों की प्रमुख सड़कों के साथ-साथ दूरवर्ती अंचलों की महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी शामिल है,जिसमें विशेष रूप से उल्लेखनीय झगरहा-कोरकोमा-चचिया मार्ग (लंबाई 29 किमी) 29.80 करोड़ रुपये, ध्यानचंद चौक से बजरंग चौक तक दो लेन सी.सी. सड़क (2.84 किमी) 29.42 करोड़ रुपये, रामपुर से सिरली पहुंच मार्ग (8 किमी)ः 8.08 करोड़ रुपये,चैतुरगढ़ पर्यटन स्थल हेतु सीसी शोल्डर चौड़ीकरण (6.6 किमी) 5.33 करोड़ रुपये, घिनारा से खुंटाकुड़ा मार्ग (4.525 किमी) 5.80 करोड़ रुपये की लागत वाली सड़कें शामिल है।इनके अतिरिक्त पनगवा-जल्के, डोगरी-मुढ़ाली, पाथा-खरभहरा, जमनीपाली-गजरा, ओढालीडीह-तिलैहापारा, सीलीभुडु-कुदरीचिंगार, और सक्ती-कोरबा जैसे मार्गों को भी डीएमएफ मद से उन्नत किया जाएगा।डीएमएफ का मूल उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। कोरबा जिले में इस निधि का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास में लगातार किया जा रहा है, परंतु सड़क निर्माण जैसे ठोस कार्यों से अब इसका प्रभाव आम नागरिक सीधे अनुभव कर पाएंगे।कलेक्टर श्री वसंत ने कहा कि डीएमएफ से स्वीकृत सड़कों के निर्माण से न केवल गांवों और शहरों के बीच संपर्क मजबूत होगा, बल्कि रोजगार और विकास के अवसर भी बढ़ेंगे। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर गाँव तक पक्की और सुरक्षित सड़क पहुंचे।यह निर्णय न केवल शासन की जनकल्याणकारी सोच का परिचायक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे खनिज संसाधनों से प्राप्त निधि का विवेकपूर्ण उपयोग जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में किया जा सकता है। आने वाले समय में जब ये सड़कें धरातल पर उतरेंगी, तो कोरबा जिले का भूगोल और भविष्य दोनों बदले हुए नजर आएंगे।
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=पित्ताशय की पथरी की समस्या से जूझ रही थी मरीज, पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग में हुई सफल लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी
=मरीज के अटेंडर सिबोनेलो सनेलिस जुंगु का कहना- भारत के डॉक्टर साउथ अफ्रीका में मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे तो हम भी भारत में क्यों नहीं इलाज करा सकते? हमें यहां के डॉक्टरों पर पूरा भरोसा-क्रिसेंट (दक्षिण अफ्रीका) की निवासी मरीज ऑपरेशन के बाद हुई डिस्चार्जरायपुर/ पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित जनरल सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने राजधानी रायपुर में पढ़ाई कर रही साऊथ अफ्रीकी छात्रा के गाल ब्लैडर के स्टोन (पित्ताशय की पथरी) की सफल लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी सर्जरी कर विगत छह महीनों से मरीज को रह-रहकर उठने वाले पेट दर्द की समस्या से निजात दिलाई है। हालांकि यह सर्जरी विभाग में रूटीन में होती है लेकिन विगत दिनों की गई लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी इसलिए विशेष है कि छात्रा ने सर्जरी के लिए अपने देश वापस जाने की बजाय अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों पर भरोसा करते हुए यहीं सर्जरी कराने का निश्चय किया। मरीज के अटेंडर सिबोनेलो सनेलिस जुंगु का कहना है कि भारत के डॉक्टर साउथ अफ्रीका में मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे तो हम भी भारत में क्यों नहीं इलाज करा सकते? हमें यहां के डॉक्टरों पर पूरा भरोसा है।जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह के अनुसार, राज्य के निजी विश्वविद्यालय में बीएससी साइकोलॉजी में अध्ययनरत 21 वर्षीय छात्रा को 06 मई 2025 की रात को पेट में तीव्र दर्द की शिकायत हुई। साथ में उल्टी और भूख नहीं लग रही थी। छात्रा निजी अस्पताल में गई जहां उसकी जांच में पित्ताशय की पथरी होने की पुष्टि हुई। मरीज के परिजनों ने विगत कुछ समय से चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल में हुई कई सफल ऑपरेशन के बारे में सुना था। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका के कई अस्पतालों में भारतीय डॉक्टर सेवा दे रहे हैं जिससे मरीज के घरवालों का विश्वास भी यहां के डॉक्टरों के प्रति बरकरार है। अंततः उनके घरवालों को विश्वविद्यालय द्वारा सूचना दी गई और उनके अटेंडर ने अम्बेडकर अस्पताल का चयन किया और मरीज को यहां लेकर आये। जहां पर सर्जरी विभाग में मरीज का उपचार चला। सभी जांचें हुईं और मरीज की लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी मिनिमल इनवेसिव सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद मरीज का कहना है कि वह पहले से बहुत अच्छा महसूस कर रही है और उसे अब पेट में दर्द भी नहीं हो रहा है।डॉ. मंजू सिंह के अनुसार, जब ये छात्रा यहां भर्ती हुई तब हमने नियमानुसार सबसे पहले इसकी सूचना चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी और अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर को दी। डीन डॉ. विवेक चौधरी एवं अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने मरीज की सर्जरी से संबंधित समस्त औपचारिकताओं को अतिशीघ्र पूर्ण कराकर विदेशी छात्रा के इलाज को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। साथ ही छात्रा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। सर्जरी के बाद मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई है।सर्जरी विभाग में नियमित रूप से होती है लेप्रोस्कोपिक सर्जरी - डॉ. सोनकरअम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर (जो स्वयं सर्जरी विभाग के सर्जन हैं) के अनुसार सर्जरी विभाग में सभी प्रकार के लेप्रोस्कोपिक सर्जरी जैसे - हर्निया सर्जरी, हाइडैटिड सिस्ट, लेप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी, डायग्नोस्टिक लेप्रोस्कोपिक, लेप्रोस्कोपिक रेक्टोपेक्सी, लेप्रोस्कोपिक जीआई सर्जरी, लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी, लेप्रोस्कोपिक वेंट्रल और इंसिज़नल हर्निया सर्जरी नियमित रूप से होते हैं। ये सभी सर्जरी शासन की स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत निशुल्क होते हैं।क्या है लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमीलेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें गाल ब्लैडर (पित्ताशय) को शरीर से हटाया जाता है। यह प्रक्रिया लेप्रोस्कोप नामक एक पतली कैमरा लगी हुर्द ट्यूब की सहायता से की जाती है जो पेट के भीतर का दृश्य स्क्रीन पर दिखाती है। पित्ताशय की पथरी हो जाने पर गाल ब्लैडर को हटाया जाता है। मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया दिया जाता है। एक चीरे से लेप्रोस्कोप डाला जाता है और अन्य चीरे से सर्जिकल उपकरण। स्क्रीन पर देखते हुए गाल ब्लैडर को काटकर निकाल दिया जाता है। चीरे बंद कर टांके लगाए जाते हैं। इस सर्जरी में कम चीरे, कम दर्द, जल्दी रिकवरी हो जाती है और अस्पताल में कम समय लगता है। लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित मानी जाती है जब तक की मरीज को कोई अन्य जटिलता न हो।मरीज का ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ.मंजू सिंह के साथ डॉ.अमित अग्रवाल, डॉ. मनीष साहू, डॉ.अंजलि जालान, डॉ. आयुषी गोयल, डॉ.पूजा जैन एवं एनेस्थीसिया टीम में डॉ. प्रतिभा शाह एवं डॉ. मंजुलता टंडन एवं शामिल रहीं। - -मुख्यमंत्री ने मुंगेली जिला ग्रंथालय में किया अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पणरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि “शिक्षा ही जीवन की असली पूंजी है। इसके बिना जीवन अधूरा है। यह न केवल रोजगार का माध्यम है, बल्कि समग्र विकास का आधार भी है।” वे आज सवेरे मुंगेली जिला मुख्यालय में जिला ग्रंथालय में 29.90 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, मुंगेली विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले तथा पूर्व सांसद श्री लखन साहू भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए आदर्श विद्यार्थी के पाँच गुण “काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च। अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को अनुशासित, मेहनती और लक्ष्यनिष्ठ बनने की प्रेरणा दी। एक छात्र द्वारा सोशल मीडिया के प्रभाव पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, डिजिटल युग में अच्छाई को अपनाएं और बुराई से दूर रहें। श्री साय ने अपने छात्र जीवन के संघर्ष साझा करते हुए बताया कि अविभाजित रायगढ़ जिले में शिक्षा के अवसर सीमित थे। नटवर स्कूल ही एकमात्र विकल्प था। उन्होंने विद्यार्थियों से समय का सदुपयोग करने, कभी निराश न होने और परिश्रम को अपना मूल मंत्र बनाने का आह्वान किया।मुख्यमंत्री ने ‘प्रयास’ और ‘नालंदा परिसर’ जैसे शैक्षणिक नवाचारों की सराहना की और कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में आधुनिक ग्रंथालय स्थापित किए जाएं। उन्होंने मुंगेली जिला ग्रंथालय की सराहना करते हुए बताया कि यह ग्रंथालय अब तक सैकड़ों युवाओं की सफलता की नींव बन चुका है। उन्होंने इसे केवल अध्ययन का स्थल न मानकर एक सफलता केंद्र बताया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री को तोप सिंह कुंभकार द्वारा उनके चित्र का हस्तनिर्मित छायाचित्र तथा भगवद् गीता और अन्य स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।गौरतलब है कि जिला ग्रंथालय में वर्तमान में यहाँ 4780 से अधिक पुस्तकों का संग्रह, 893 पंजीकृत सदस्य, 32 टेबल, 11 सीसीटीवी कैमरे हैं। कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
- -निर्माणाधीन महतारी सदन का लिया जायजा, पानी से की तराई-अछोटी और मुरमुंदा में योजनाओं का निरीक्षण एवं लोकार्पणरायपुर /राज्य सरकार द्वारा सुशासन को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे सुशासन तिहार के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड अंतर्गत ग्राम अछोटी का औचक दौरा किया।ग्राम अछोटी में मुख्यमंत्री श्री साय हेलीकॉप्टर से अचानक पहुंचे और डायट कॉलेज परिसर में 29 लाख 20 हजार रुपये की लागत से निर्माणाधीन महतारी सदन का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता का मुआयना किया और स्वयं अपने हाथों से भवन के कॉलम की तराई कर कार्य की मजबूती और पारदर्शिता का संदेश दिया। महतारी सदन, ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और सामुदायिक संवाद का केंद्र बनेगा।इसके पश्चात मुख्यमंत्री मुरमुंदा पहुंचे, जहां उन्होंने अटल आवास योजना के अंतर्गत निर्मित 226 आवासों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने अटल आवास क्रमांक 226 के हितग्राही श्री तुषार को अपने हाथों से चाबी सौंपी और उन्हें गृह प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अन्य हितग्राहियों को भी उनके मकान की चाबी सौंपते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।सुशासन तिहार का उद्देश्य शासन की योजनाओं और सेवाओं को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से पहुंचाना, जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना तथा प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित करना है। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में समाधान शिविर, निरीक्षण दौरे, विकास कार्यों की समीक्षा और योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन जैसे विविध कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय का प्रदेश के गांव-गांव में आकस्मिक दौरा समाधान शिविर में उनकी स्वयं की मौजूदगी और जनसमस्याओं का निदान सुशासन को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण आयाम है, जिससे आमजनता में सरकार के प्रति विश्वास और सहभागिता की भावना और अधिक सुदृढ़ हुई है।