- Home
- लाइफ स्टाइल
-
चावल एक ऐसा खाना है जिसे हर घर में बड़े चाव से खाया जाता है। दाल, राजमा, छोले, पनीर, कढ़ी जैसी ग्रेवी के साथ चावल बेस्ट कॉम्बिनेशन है। चावल की कई वरायटीज आती हैं। कुछ अपनी महक के लिए फेमस होते हैं तो कुछ देखने में शाही लगते हैं। अगर आप एक से चावल खा-खाकर बोर हो गए हैं तो इनमें एक्सट्रा फ्लेवर डालने के लिए कुछ तरीके अपना सकते हैं। इससे आपकी कुकिंग स्किल्स की तारीफ जरूर होगी।
-अगर आपको ऐसा लग रहा है कि चावल में कुछ खास महक नहीं है तो कुकर पकाने से पहले थोड़ा सा घी डालें। फिर जीरा डालें जब जीरा चटक जाए तो चावल और पानी डाल दें। जीरे के फ्लेवर से चावल का स्वाद बदल जाएगा। दाल या दम आलू के साथ ये बेस्ट लगेंगे।
-चावल पक जाएं इसके बाद इसमें हरा बारीक कटा धनिया डाल दें। ये देखने के साथ खाने में भी टेस्टी लगेंगे।
-चावल को थोड़ा कलरफुल बनाने के लिए चावल पकाते वक्त इसमें हरी मटर और कॉर्न डाल दें। इससे न सिर्फ स्वाद बल्कि चावल की पौष्टिकता भी बढ़ जाएगी। ये भी पढ़ें: कुकर या भगौने नहीं इस बार कढ़ाई में बनाकर देखें चावल, मिलेगा अलग सौंधापन
-सादा उबला चावल या किसी भी तरह का पुलाव या तहरी बनाते वक्त पैन में पहले घी लें इसके बाद तेज पत्ता डाल दें इससे चावल में शाही फ्लेवर आ जाता है।
-आप घी डालकर खड़े गरम मसाले डाल दें इसमें पानी डालकर फिर चावल बनाएं तो भी चावल का अलग स्वाद आएगा।
-चावल खिले-खिले बनें इसके लिए इसमें बनते वक्त नींबू का रस और थोड़ा सा घी मिला दें। फ्लेवर भी अलग आएगा। -
कद्दू, कोहड़ा या फिर कुम्हड़ा इसे कई नाम से लोग जानते हैं। वैसे तो यह सब्जी पूरी दुनिया में फेमस हैं और इससे कई तरह के डिश तैयार किए जाते हैं लेकिन कुछ लोगों को यह फूटी आंख नहीं भाता है। लेकिन जब इस सब्जी के बेहिसाब फायदे जानेंगे तो इसे नहीं खाने की भूल कभी नहीं करेंगे। पूरी दुनिया में कद्दू के 150 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं। कद्दू पोषण तत्व से भरपूर होता है। इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है। विटामिन और मिनरल से भरपूर कद्दू दिल से लेकर आंखों के लिए फायदेमंद होता है।यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। आइए जानते हैं इस सब्जी को खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं।
कद्दू इम्यून पावर को करता है मजबूत
कद्दू में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है। यह इम्युनिटी बूस्टर का काम करते हैं। हर मौसम में ये आपको बीमारियों से सुरक्षित रखने का काम करता है। ये हानिकारक बैक्टीरिया को शरीर से दूर रखने का काम करती है।
आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद
कद्दू में विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाता है और इसकी सुरक्षा भी करता है। यह मोतियाबिंद के खतरे को कम करता है।
वजन कम करना हो तो खाए कद्दू
अगर आपका वजन कम नहीं हो रहा तो फिर डाइट में कद्दू को शामिल करें। इसमें काफी मात्रा में पानी होता है और कैलोरी कम होता है। इसलिए यह वजन को कम करने में मददगार होता है।
जवानी का सीक्रेट है इसमें छिपा
कद्दू में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है जो स्किन का ख्याल रखता है। इस में जिंक, आयरन, मैग्नीशियम पाया जाता है जो स्किन की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है। इसमें बीटा कैरोटीन भी होता है जो त्वचा को जवान रखने में मदद करता है। अगर आप भी बढ़ती उम्र में जवान दिखना चाहते हैं तो कद्दू खूब खाएं।
कोलेस्ट्रॉल लेबल को करता है कम
कद्दू में फाइबर होता है जिससे पेट लंबे वक्त तक भरा हुआ महसूस होता है। इसकी वजह से वो आपको एक्स्ट्रा खाने से बचाता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को शरीर में जमा नहीं होने देता है। यह ब्लड शुगर को भी बढ़ने नहीं देता है। -
पूरी दुनिया में इस समय दिवाली की धूम मची हुई है। लोग जोरों-शोरों से इस त्योहार की तैयारियां कर रहे हैं। इस बीच महिलाएं इस कन्फ्यूजन में है कि इस बार घर में क्या-क्या व्यंजन बनाए जाएं? आपके दिवाली मेन्यू में चकली का नाम तो जरूर शामिल होगा। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि जब घर पर चकली बनाई जाती है, तो यह कुछ ही देर में नरम पड़ जाती है। जिससे इसका स्वाद खराब हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप क्रिस्पी और करारी चकली घर में बना सकते हैं और उसे 1 महीने तक के लिए स्टोर कर सकते हैं। चकली को बनाने के लिए आपको चाहिए-
3 कप चावल का आटा
1 कप भुनी हुई चना दाल
¼ कप बेसन बेसन
2 बड़े चम्मच सफेद तिल
1 छोटा चम्मच जीरा
½ छोटी चम्मच अजवाइन
½ छोटी चम्मच हींग
½ छोटी चम्मच हल्दी पाउडर
1.5 बड़े चम्मच कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
नमक स्वाद अनुसार
4 टेबल स्पून मक्खन या 4 टेबल स्पून तेल
2.25 कप गर्म पानी या आवश्यकता अनुसार
तलने के लिए तेल
विधि
- चकली बनाने के लिए सबसे पहले एक मिक्सिंग बाउल में चावल का आटा डालें।
- अब एक मिक्सर जार में भुनी हुई चना दाल डाल कर बारीक पीस लीजिए और इसे छान कर चावल के आटे में मिला दें।
- फिर बेसन, सफेद तिल, जीरा, अजवाइन, हींग, हल्दी पाउडर, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, नमक और पिघला हुआ मक्खन डालें। अच्छी तरह मिलाएं।
- अब इसमें धीरे-धीरे गर्म पानी डालते हुए मध्यम सख्त आटा गूंथ लें और इसे 5-10 मिनट के लिए ढक कर रख दें। इसके बाद इसे हाथों से अच्छी तरह मलते हुए नरम कर लें।
- चकली मशीन को थोड़ा सा तेल लगाकर चिकना कर लीजिए। थोड़े से चकली के आटे को मशीन में डालें और ढक्कन बंद कर दें।
- चकली मशीन से तेल लगी हुई स्टील प्लेट पर गोलाकार घुमाते हुए चकली बना लें। चकली के सिरे जोड़ें, नहीं तो चकली तलते समय खुल जाएगी।
- अब एक कढ़ाई में मध्यम आंच पर तेल गरम करें। एक बार में 3-4 चकली डालें और उन्हें क्रिस्पी और गोल्डन ब्राउन होने तक डीप फ्राई करें।
- इसे किचन पेपर टॉवल पर निकाल लें और चकली को कमरे के तापमान पर आने दें। पूरी तरह ठंडी हो जाने के बाद ही एक एयर-टाइट कंटेनर में इसे स्टोर करें।
क्रिस्पी चकली बनाने के टिप्स
1. चकली को क्रिस्पी बनाने के लिए सबसे पहले चकली के लिए चावल के आटे का महीन पाउडर इस्तेमाल करें और मोटे चावल के आटे से परहेज करें।
2. चकली की नरम बनावट के लिए कुछ भुना हुआ चना दाल पाउडर और थोड़ा बेसन डालें। आप इसकी जगह मैदा का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. चकली के लिए मध्यम सख्त और चिकना आटा गूंथ लें। नरम आटा न गूँथें। आटा गूंथते समय बैचों में गर्म पानी डालें ताकि इसे नियंत्रण में रखा जा सके।
4. चकली के आटे को तब तक गूंथे जब तक वह चिकना, लचीला और हल्का रंग का न हो जाए।
5. चकली को मध्यम आंच पर ही तलें, तेज आंच पर न फ्राई करें नहीं तो यह अंदर से नरम हो जाती है और धीमी आंच पर यह तेल सोख लेगी।
6. आखिर में जब यह ठंडा हो जाए तो इन्हें लंबे समय तक रखने के लिए एक एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करें। -
दिवाली की रौनक बाजारों में दिखने लगी है। घर में साफ-सफाई का काम चल रहा है। इस बार मेहमानों का स्वागत कैसे करना है इसे लेकर भी प्लानिंग शुरू हो गई है। स्नैक, मिठाई के अलावा आप गेस्ट को घर में बना हुआ टेस्टी और हेल्दी ड्रिंक्स सर्व कर सकते हैं। यह हेल्दी भी होता है और लोगों को एक अलग टेस्ट देगा।
लेमन मोजिटो ड्रिंक बनाना काफी इजी होता है। मात्र 20 रुपए खर्च करके आप इसे घर पर झटपट बना सकते हैं। अगर आप इस ड्रिंक को बाहर पीते हैं तो 200 से ज्यादा रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं। तो चलिए बताते हैं इसे बनाने का रेसिपी।
सामग्री
नींबू की 4-5 स्लाइस
45 एमएल शुगर सिरप
नींबू का रस
8 पुदीना पत्ती
7 ड्रॉप्स मोजीटो मिंट
500 एमएल सोडा
क्रश किए हुए बर्फ
बनाने का तरीका
-लेमन मोजिटो बनाने के लिए सबसे पहले नींबू का स्लाइस कर लें।
-फिर एक ग्लास में नींबू और पुदीने की पत्तियों को डालकर अच्छी तरह से कूट लें।
-इसमें बर्फ और नींबू का रस डालें। फिर शुगर सिरप डालें।
-फिर सोडा और मोजीटो मिंट डालकर अच्छी तरह मिलाएं
-फिर शीशे के ग्लास में इसे सर्व करें। गार्निंस के लिए इसके ऊपर नींबू की स्लाइस और पुदीने की पत्तियां लगाएं। -
दिल ढूंढता है फिर वही, फुर्सत के रात-दिन... आपने यह गाना तो जरूर सुना होगा। कभी-कभी हमारे मन की फीलिंग भी कुछ ऐसी ही होती है। हम डेली रूटीन लाइफ से इतना बोर हो जाते हैं कि हमें ब्रेक की जरूरत महसूस होने लग जाती है। ऐसे में सबसे बड़ा चैलेंज होता है, जब हमारा मन महीने के आखिरी में कहीं जाने का मन करता बजट लिमिटेड होता है। ऐसे में आप अपने मन को मारने से अच्छा एक शॉर्ट या वीकेंड ट्रिप तो प्लान कर सकते हैं। आप अगर दिल्ली या आसपास की जगहों पर रहते हैं, तो आप 5000 रुपए के बजट में कुछ जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
ऋषिकेश, उत्तराखंड
आपको अगर पानी से प्यार है, तो आप ऋषिकेश निकल जाइए। आपको यहां पर धार्मिक वातावरण के साथ यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स भी मिलेंगे। प्राचीन मंदिर, रेस्टोरेंट और शॉपिंग के लिए काफी नई जगहों के साथ आप यहां सिर्फ यूं ही घूमने भी निकल जाएंगे, तो आपको काफी अच्छा महसूस होगा। आपका मन करे, तो आप यहां से टैक्सी या बस करके आगे नीलकंठ मंदिर भी जा सकते हैं।
कसौल, हिमाचल प्रदेश
आपको अगर हिप्पी स्टाइल बार, रेस्टोरेंट या गोवा वाइब्स के साथ मैच करती हुई जगह की तलाश है, तो आपके लिए कसौल सबसे बेस्ट जगह है। दिल्ली से यहां पहुंचने तक के लिए आपको रात भर का सफर करना होगा। यहां बस से आना आपको सस्ता पड़ेगा। आप चाहें, तो बाइक भी रेंट पर ले सकते हैं। यहां की खूबसूरती आपका दिल जीत लेगी।
लैंसडाउन, उत्तराखंड
आप अगर हिल स्टेशन्स में शांति की प्लानिंग कर रहे हैं, तो लैंसडाउन सबसे अच्छी जगह है। आप कोटद्वार पहुंचकर यहां से टैक्सी, बस या फिर बाइक से आगे लैंसडाउन पहुंच सकते हैं। यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। यहां दूसरे हिल स्टेशन्स के मुकाबले आपको यहां ज्यादा शांति मिलेगी।
जयपुर, राजस्थान
देश की ऐतिहासिक जगहों में से एक है जयपुर। यहां आपको पुराने किले, हवेलियां और बहुत कुछ ऐसा मिलेगा, जो आपने कभी भी एक्सपीरियंस नहीं किया होगा। यहां पर आकर आप लोकल शॉपिंग भी जरूर करें। स्ट्रीट फूड का भी अच्छा ऑप्शन है। आप यहां ट्रेन या बस से आ सकते हैं। स्टे करने के लिए आपको अपने बजट के हिसाब से होटल भी मिल जाएगा।
वृंदावन, उत्तर प्रदेश
आप अगर बार, रेस्टोरेंट या पार्टी से दूर कुछ दिन आस्था और शांति के साथ गुजारना चाहते हैं, तो आपको कृष्ण की नगरी में घूमकर आना चाहिए। यहां आपको कई प्राचीन मंदिरों के अलावा कई स्ट्रीट फूड भी चखने को मिलेंगे। साथ ही आसपास की जगहों पर पूरी तरह ग्रामीण परिवेश देखने को मिलेगा। -
फेस्टिव सीजन को सेलिब्रेट करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप घर पर मिठाई बनाएं क्योंकि बाजार की मिठाइयों से ज्यादा घर पर बनी मिठाई ज्यादा स्वादिष्ट और हेल्दी होती है क्योंकि आप इसमें कम शुगर का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर ब्राउन शुगर में भी मिठाई बना सकते हैं। आज हम आपको बनाना सिखा रहे हैं परवल की मिठाई। यह मिठाई जल्दी बनकर तैयार हो जाती है।
परवल की मिठाई बनाने की सामग्री
परवल
खोया
बादाम
पिस्ता
चीनी
इलायची पाउडर
परवल बनाने की विधि
सबसे पहले परवल को धोकर अच्छी तरह छील लें। अब इसे फिर से धो लें। अब इसमें बीच से चीरा लगाकर 10 मिनट तक पानी में उबाल लें। अब इसे पानी से निकालकर सूखने के लिए रख दें। अब एक पैन लें। इसमें खोया डालें। इसे अच्छी तरह चलाते रहें। अब इसमें बादाम और पिस्ता डालें। फिर चीनी डालें। इसे अच्छी तरह चलाते रहें। लास्ट में इलायची पाउडर डालें। ठोस हो जाने पर इसे निकालकर रख दें। ठंडा हो जाने पर इसे परवल में भर लें। अब चाश्नी बनाएं। चाशनी ज्यादा गाढ़ी न बनाएं। इसमें परवल डालकर कोट करें। एक्स्ट्रा चाश्नी को हटा लें। आपकी मिठाई तैयार है। एयर टाइट कंटेनर में भरकर रख दे। याद रखें इसमें पानी न जाए।
कुकिंग टिप्स
-आप चाहें, तो चीनी की जगह गुड़ या फिर ब्राउन शुगर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
-आप परवल को पहले भी चाश्नी में डीप कर सकते हैं, इसके बाद इसे खोए से स्टफ करें।
-आप अपनी पसंद के मेवे भी डाल सकते हैं। -
बालों को सॉफ्ट बनाने के लिए हम सभी लोग बाजार के हेयर कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आप घर पर नेचुरल हेयर कंडीशनर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
1) नारियल तेल, दही और शहद कंडीशनर
इसे बनाने के लिए एक बड़ा चम्मच नारियल का तेल, एक बड़ा चम्मच शहद, एक बड़ा चम्मच नींबू का रस, दो बड़े चम्मच दही और एक चम्मच गुलाब जल लें। इन सब चीजों को अच्छे से मिलाकर शैंपू किए हुए बालों में लगाएं। इस कंडीशनर को 15-20 मिनट के लिए लगा रहने होने दें और फिर इसे ठंडे पानी से अच्छी तरह धो लें।
2) एलोवेरा हेयर कंडीशनर
इसे बनाने के लिए चार बड़े चम्मच एलोवेरा जेल, एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएं। दोनों चीजों को अच्छी तरह से मिलाकर एक चिकना पेस्ट बना लें। इसे अपने शैंपू किए हुए बालों में लगाएं और गुनगुने पानी से धो लें।
3) एप्पल साइडर विनेगर कंडीशनर
इसे बनाने के लिए दो बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर, एक बड़ा चम्मच शहद और दो कप पानी लें। सभी चीजों को अच्छी तरह से मिलाकर एक चिकना पेस्ट बनाएं। इसे अपने शैंपू किए हुए बालों की लेंथ पर लगाएं। इसे स्कैल्प पर न लगाएं। 15-30 मिनट बाद इसे ठंडे पानी से धो लें। -
इस फेस्टिव सीजन घर पर बनाएं बेसन वाली चटपटी मूंगफली
फेस्विट सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में मेहमानों और मिलने वालों कि सिलसिला भी शुरू होगा। त्योहारों का मजा खाने और खिलाने में होता है। मिठाई खाते-खाते लोग बोर हो जाते हैं। ऐसे में त्योहारों में नमकीन आइटम्स की भी काफी डिमांड होती है। घर का बना नाश्ता हमेशा बेस्ट होता है। अगर आप इस स्नैक्स में वरायटी ऐड करना चाहती हैं तो इस बार बेसन वाली मसाला मूंगफली घर पर बना सकती हैं। इसे बनाना आसाना है और खाने में भी काफी टेस्टी होती हैं। यहां सीखें रेसिपी।सामग्री----कच्ची मूंगफलीबेसननमकरिफाइंड या सरसों का तेललाल मिर्च पाउडरकाली मिर्च पाउडरहल्दी पाउडरधनिया पाउडरहींगसोडाजीराविधि----सबसे पहले कच्ची मूंगफली को पानी में डालकर धो लें और निकालकर रख दें। बेसन में धनिया पाउडर, हल्दी, लाल मिर्च, जीरा पाउडर, नमक, खटाई, हींग, चुटकीभर बेकिंग सोडा और एक चम्मच रिफाइंड या तेल मिलाएं। इसमें मूंगफली डालकर चलाएं। फिर थोड़ा सा पानी डालकर फेंट लें। अब इसमें एक-दो चम्मच और पानी डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद इन्हें डीप फ्राई कर लें। बीच-बीच में चलाते रहें।अगर आप लहसुन खाते हैं तो बेसन में अदरक-लहसुन का पेस्ट भी मिला लें। एकदम हटके स्वाद आएगा। इस मूंगफली में आप बारीक कटा प्याज, टमाटर, धनिया, नींबू और चाट मसाला मिलाकर बढ़िया नाश्ता तैयार कर सकते हैं। -
आपने शादियों, पार्टियों में तो मूंग दाल हलवा कई बार खाया होगा। यह स्पेशल डिजर्ट रेसिपी घरों में अक्सर खास मौकों पर बनाई जाती है। कल सुहागनों का सबसे बड़ा त्योहार करवाचौथ आने वाला है। ऐसे में अगर आप डिनर में कुछ मीठा बनाने की सोच रही हैं तो ट्राई करें गरमा गर्म मूंग दाल हलवा। हल्की-हल्की ठंड के बीच रात को डिनर के बाद खाया जाने वाला मूंग दाल हलवा न सिर्फ आपके मुंह का जायका बदल सकता है बल्कि आपके मूड को भी बेहतर बना सकता है। तो आइए बिना देर किए आपको बताते हैं आखिर कैसे बनाया जाता है रेस्त्रां स्टाइल मूंग दाल हलवा।
मूंग दाल का हलवा बनाने के लिए सामग्री-
-आधा कप 5 से 6 घंटे भीगी हुई धुली मूंग दाल
-1/2 कप घी
-आधा कप (पानी और दूध के साथ मिली हुई) चीनी
-1/2 कप दूध
-1 कप पानी
-1/4 टी स्पून इलाइची पाउडर
-2 टेबल स्पून बादाम , रोस्टेड
मूंग दाल का हलवा बनाने की विधि-
मूंग दाल का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले दाल धोकर उसे दरदरा पीस लें। अब दूध वाले मिश्रण को गर्म करके उसमें चीनी घुलने दें। इसके बाद इसमें उबाल आने दें और जितनी जरूरत है उतना गर्म होने दें। एक कड़ाही में घी डालकर दाल को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए अच्छी तरह फ्राई करें। फ्राई दाल में दूध वाला मिश्रण डाले और अच्छे से मिलाएं।
इसे धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक सारा पानी और दूध पूरी तरह सूख जाए, घी अलग होने तक दोबारा अच्छे से फ्राई करें। इसमें इलाइची पाउडर और आधे बादाम डालकर अच्छे से मिक्स करें। हलवे को सर्विंग डिश में निकालकर बचे हुए बादाम से गार्निश करके गर्मागर्म सर्व करें। -
करवा चौथ भारत के उत्तर और उत्तर पूर्वी हिस्से में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस दौरान महिलाएं अपने पति और परिवार की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। कामकाजी महिलाओं के लिए त्योहार की रस्मों के साथ काम और हेल्थ दोनों का तालमेल बिठाना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में यहां हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं, जो आफिस जाने वाली महिलाओं के काम आ सकती हैं।
सरगी
सुबह व्रत शुरू होने से पहले सरगी खाई जाती है। ऐसे में को खुद को हेल्दी रखने के लिए नट्स, दूध से बनी चीजें और प्रोटीन से भरपूर खाने की चीजों को खाने की सलाह दी जाती है।
परंपराओं को करें मोडिफाई
हेल्थ की देखभाल के लिए नियमों को थोड़ा मोडिफाई किया जा सकता है। शाम कथा सुनने के बाद जूस पीएं या फल खाना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
बहुत ज्यादा काम करने से बचें
जिन महिलाओं को इस दिन ऑफिस जाने की जरूरत होती है, उन्हें व्रत के दौरान बहुत ज्यादा काम नहीं करना चाहिए। इसी के साथ दिन भर की एक्टिविटी को हल्का ही रखें। -
घरों में दिवाली की सफाई होना शुरू हो गई है। ऐसे में किचन का कैबिनेट हो या फिर पुराने बर्तन सभी लोग इस दौरान गंदी चीजों को साफ कर रहे हैं। किचन में स्टोव खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में कई बार इस पर खाना गिर जाता है और फिर चूल्हा बूरी तरह से गंदा हो जाता है। जिसे साफ करना काफी मुश्किल होता है। वहीं कुछ चीजों को लोहे के बर्तन में पकाया जाता है और इसे भी साफ करना डिफिकल्ट है। ऐसे में दोनों चीजों की चमक वापिस लाने के लिए आप कुछ हैक्स को अपना सकते हैं।
शेफ पंकज भदौरिया ने इंस्टाग्राम पर गैस स्टोव और लोहे के बर्तन साफ करने के कुछ आसान और सिंपल हैक्स बताएं हैं। जिन्हें आप भी फॉलो कर सकता है। यह भी पढ़ें: Kitchen Hacks: चिपचिपी कैबिनेट के कारण रसोई दिख रही है गंदी, सफाई का काम आसान कर देंगे ये हैक्स
गंदा स्टोव साफ करने के हैक्स
इसे साफ करने के लिए आपको चाहिए बेकिंग सोडा और विनेगर। इसके लिए बेकिंग सोडा में विनेगर को मिक्स करें और एक पेस्ट तैयार करें। अच्छे से जब पेस्ट बन जाए तो इसे स्टोव पर स्प्रेड करें। कुछ देर रुकें और फिर स्क्रबर की मदद से इसे साफ करें। आपको इसे हल्के हाथों से ही रगड़ना है। अच्छे से स्क्रब हो जाने के बाद इसे गीले कपड़े से साफ करें। आप देखेंगे की स्टोव पहले से ज्यादा चमक गया है।
लोहे की कढ़ाई कैसे साफ करें
लोहे की कढ़ाई में अक्सर जंग लग जाती है। ऐसे में इसको साफ करने के लिए आप क्लीनिंग हैक को अपना सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले पैन या कढ़ाई को अच्छे से साफ करें और फिर इसे कपड़े से पोंछ कर सुखा लें। अब इसमें तेल डालें और इसे कपड़े की मदद से पूरी तरफ करें। तेल को अच्छे से सब तरफ लगाएं। ऐसा करने पर आप बर्तनों को जंग लगने से बचा सकते हैं। -
आपने कभी ढाबे वाले भरवा बैंगन करी खाए हैं? यह सवाल पढ़कर आप सोच रहे होंगे कि भला ढाबे पर बैंगन कौन-ऑर्डर करता है? लेकिन आपको बता दें कि ढाबे पर बनने वाले बैंगन स्वाद के मामले में पनीर, गोभी और किसी और पॉप्युलर सब्जी तक को फेल कर सकते हैं। यह बैंगन इतने मसालेदार होते हैं कि आप इन्हें रोटी, नान और यहां तक की चावल के साथ भी खा सकते हैं। आइए, जानते हैं कैसे बनाएं ढाबा स्टाइल भरवा बैंगन करी।
भरवा बैंगन करी बनाने की सामग्री-
बैंगन
मूंगफली
साबुत धनिया
हल्दी
लाल मिर्च
गरम मसाला
अमचूर
नमक
हींग
तेजपत्ता
टमाटर
जीरा
भरवा बैंगन करी बनाने की विधि-
सबसे पहले एक बैंगन को धोकर इन्हें एक्स की शेप में चीरा लगाकर काट लें। बैंगन छोटे आकार वाले लें। अब इसे अच्छी तरह साफ करके पानी में भिगो दें। अब एक पैन में मूंगफली, साबुत धनिया, जीरा, सौंफ और मेथी रोस्ट कर लें। आंच कम होनी चाहिए। अब इस मसाले को मिक्सी जार में ठंडा करके डालें। इसमे हल्दी, नमक, लाल मिर्च और अमचूर पाउडर डालकर पीस लेंं। अब इसका पाउडर एक कटोरी में निकालकर इस सूखे पाउडर को बैंगन में भर दें। अब एक कहाड़ी में घी डालें। इसमें हींंग, जीरा और तेजपत्ता डालकर रोस्ट करें। अब इसमें बैंगन डालकर पकने के लिए रख दें। अब बैंगन 15-20 मिनट में पक जाएं, तो इन्हें आराम से पकड़कर एक प्लेट में निकाल लें। अब इसी कहाड़ी में थोड़ा तेल डालें। बारीक कटा प्याज डालकर भूनें। अब हल्दी, नमक, गरम मसाला डालकर भून लें। अब टमाटर प्यूरी डालें। अच्छी तरह पका लें। अब बैंगन को इसमें डाल दें। थोड़ा-पानी डालें। मसालेदार ग्रेवी बना लें। आपकी भरवा बैंगन करी तैयार है। -
मौसम जब सुहावना होता है, तो मन कुछ स्पेशल खाने का करने लगता है। ऐसे में ज्यादातर लोग बाहर से स्नैक्स मंगा लेते हैं। आप अगर मार्केट का फ्राइड फूड नहीं खाना चाहते, तो आप घर पर कुछ स्पेशल बना सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे आलू-गोभी की टिक्की बना सकते हैं। जी हां, आलू-गोभी की सब्जी तो आपने कई बार खाई होगी लेकिन आलू-गोभी की टिक्की खाने का मजा ही कुछ और है। यह काफी पौष्टिक भी होती है। आइए, जानते हैं कि कैसे बनाएं-
आलू-गोभी की टिक्की बनाने की सामग्री-
आलू- 4
गोभी-एक
बेसन-दो कटोरी
तेल- आधा कटोरी
अजवाइन-एक चुटकी
कॉर्नफ्लोर-आधा चम्मच
हल्दी-आधा चम्मच
नमक-आधा चम्मच
मिर्च-आधा चम्मच
आलू-गोभी टिक्की बनाने की विधि-
सबसे पहले आलू और गोभी को उबाल लें। अब इसे एक बाउल में मैश कर लें। अब इसमें अजवाइन, हल्दी, नमक और मिर्च डालकर मिला लें। अब इसमें बेसन डालकर टिक्की का मिक्सचर तैयार कर लें। ऊपर से दो चम्मच कॉर्नफ्लोर डाल दें। अब इसे अच्छी तरह से मिला लें। एक तवे पर तेल डालें और टिक्की सेंक लें। चाय और कॉफी के साथ सर्व करें।
बेसिक टिप्स याद रखें
-इस रेसिपी को बनाते समय याद रखें कि आलू और गोभी के मिक्सचर में ज्यादा पानी न जाए, वरना टिक्की सही से सेट नहीं हो पाएगी।
-आप चाहें, तो इसमें उअबले मटर भी डाल सकते हैं। इससे स्वाद और भी बढ़ जाएगा।
-टिक्की को ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए आप ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
-टिक्की में आप हरा धनिया भी डाल सकते हैं। इससे स्वाद और भी बढ़ जाता है। -
बालों में डैंड्रफ, टूटना, और झड़ना एक कॉमन समस्या है। लेकिन इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ अच्छे हेयर मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे तो आपको अपनी समस्या से छुटकारा पाने के लिए बाजार में कई तरह के हेयर मास्क मिलेंगे। लेकिन इनमें कुछ केमिकल आपके बालों को बूरी तरह खराब कर सकते हैं। यहां केले से बनने वाले कुछ हेयर मास्क बनाने के तरीकों के बारे में आपको बता रहे हैं।
केले से कैसे बनाएं हेयर मास्क--
1) केले और पपीता
बेजान बालों के लिए ये हेयर मास्क बेहतरीन है। इसे लगाने से बालों की शाइन वापिस आ जाएगी। प्रोटीन से भरपूर ये मास्क बालों के लिए काफी अच्छा है। इसे बनाने के लिए शहद, केला और पपीक को अच्छे से मिक्स करें और फिर साफ बालों पर इसे लगाएं। इसे लगाने के बाद कैप से कवर करें और फिर गुनगुने पानी से इसे धोएं।
2) केला और नारियल दूध
केला और नारियल दूध आपके बालों को हेयर कंडिशन करने में मदद करते हैं। इसे लगाने से बाल पहले से ज्यादा मुलायम और चिकना दिखता है। इसे बनाने के लिए दोनों चीजों को अच्छे से मिक्स करें। फिर साफ बालों पर इसे लगाएं। ध्यान रखें कि इसे लगाते समय बालों को हल्का गीला रखें।
3) केला, दही और शहद
बेजान बालों में नमी से छुटकारा पाने के लिए ये पैक बेहतरीन है। ये हेयर मास्क डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। हेयर मास्क बनाने के लिए पके केले को मैश करें और दही व शहद को मिक्स करें। इस पैक को 20 से 25 मिनट के लिए बालों पर लगाएं। -
कढ़ी में खट्टापन लाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, मिलेगा रेस्त्रां जैसा स्वाद
कढ़ी चावल के शौकीन लोग हर वीकेंड बस यही रेसिपी खाने की डिमांड करते हैं। पंजाबी परिवारों में तो यह डिश बेहद शौक से बनाई जाती है। लेकिन थाली में परोसी गई कढ़ी अगर स्वाद में खट्टी नहीं होती तो इसका टेस्ट अच्छा नहीं लगता। यही वजह है कि कढ़ी बनाने के लिए हमेशा खट्टी दही का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन हमेशा घर में कढ़ी बनाने के लिए खट्टी दही मौजूद हो यह जरूरी नहीं होता है। ऐसे में क्या आप जानते हैं बिना खट्टी दही इस्तेमाल किए भी आप कढ़ी में खटास बनाए रख सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।कढ़ी को ऐसे बनाएं खट्टा-इमली का पानी-कढ़ी में खट्टापन लाने के लिए कढ़ी बनाते समय उसमें इमली के पानी का इस्तेमाल करें। इसके लिए सबसे पहले एक कप पानी में इमली भिगोकर रख दें। जब कढ़ी पक कर हल्की गाढ़ी होने लगे तो उसमें इमली का पानी मिक्स कर दें। ऐसा करने से कढ़ी में खट्टापन आ जाएगा।नींबू का रस-कढ़ी बनाते समय अगर उसमें कुछ बूंदे नींबू के रस की डाल दी जाएं तो कढ़ी खट्टी बनती है। इसके लिए सबसे पहले आप अपनी रेसिपी के अनुसार कढ़ी बना लें। जब कढ़ी पक कर तैयार हो जाए तो गैस बंद करने से कुछ मिनट पहले नींबू का रस कढ़ी में मिला दें। ऐसा करते समय गैस का फ्लेम लो ही रखें वर्ना कढ़ी फट सकती है।टमाटर का गूदा-कढ़ी को पकाने के लिए जब आप उसे गैस पर रखेंगे तो आप उसमें 2 से 3 टमाटर कद्दूकस करके उसका गूदा कढ़ी में मिक्स कर दें।10 से 15 मिनट तक कढ़ी को अच्छी तरह पकाने के बाद आप जिस तरह कढ़ी में छौंका लगाते हैं लगा दें। ऐसा करने से ना सिर्फ कढ़ी में खट्टापन आएगा बल्कि यह बेहद टेस्टी भी बनेगी। - करवा चौथ आने में अब बहुत कम दिन रह गए हैं। ऐसे में महिलाएं अपनी तैयारियों में जुट गयी हैं। ब्यूटी पार्लर और मेहंदी से लेकर ज्वेलरी शॉप तक करवा चौथ के लिए महिलाएं कई बार बाजार के चक्कर लगाती हैं। इन सब तैयारियों के बीच स्किन का हालत पूरी तरह से खराब हो जाती है। करवा चौथ पर सबसे सुंदर दिखना चाहती हैं तो आपको घर पर आज से ही अपनी स्किन का ख्याल रखना शुरू कर देना चाहिए। हम आपको शहद से बनने वाले कुछ घरेलू फेस पैक बता रहे हैं जो स्किन को निखारने में आपकी मदद कर सकते हैं।1) शहद और दूधस्किन के लिए दूध और शहद का फेस पैक सबसे अच्छा है। त्वचा को हेल्दी और चमकदार बनाए रखने में मदद करता है। इसे फेस पैक को बनाने के लिए1 बड़ा चम्मच कच्चा दूध और शहद लें और अच्छी तरह मिलाएं। इसे अपनी स्किन पर सर्कुलर मोशन में लगाएं। अब 15-20 मिनट में इसे धोएं।2) शहद और ओट्सस्किन को स्क्रब करने के लिए ये अच्छा है। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और सूखने दें। एक बार जब यह पूरी तरह से सूख जाए तो इसे फिर से गीला करें और अपनी उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाएं। हालांकि इसे हल्के हाथों से करें।3) शहद और पपीतादाग-धब्बों को चेहरे से हटाने के लिए पपीते के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर 20 मिनट के लिए अपने चेहरे पर लगाएं। इसे पानी से धोएं। इस पैक में एंटी-टेनिंग एजेंट होते हैं जो त्वचा को टैनिंग, झाईयों और सुस्ती से बचाते हैं।
-
एक हेल्दी आसान और फाइबर से भरपूर देसी स्नैक रेसिपी की तलाश है? फिर इस आसान मखाना चाट को ट्राई करें, जिसे नवरात्रि व्रत में भी खाया जा सकता है। यह साधारण चाट रेसिपी उन दिनों के लिए बहुत अच्छी है, जो लोग 9 दिनों नवरात्रि व्रत रख रहे हों। इस हेल्दी स्नैक रेसिपी में आप अपने हिसाब से चीजें एड और स्किप भी कर सकते हैं।
आइए, जानते हैं कैसे बनाएं मखाना चाट-
मखाना चाट बनाने के लिए सामग्री-
2 टमाटर
2 मध्यम उबले आलू
2 कप मखाना
1 छोटा चम्मच जीरा पाउडर
2 मुट्ठी हरा धनिया
2 मुट्ठी भुनी हुई मूंगफली
3 हरी मिर्च
2 1/2 चम्मच नींबू का रस
सेंधा नमक
1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
आवश्यकता अनुसार सेव
2 चम्मच घी
मखाना चाट बनाने की विधि-
इस आसान रेसिपी के लिए सबसे पहले एक पैन गरम करें और उसमें घी डालें। घी के गर्म होने पर इसमें मखाना डालें। इन्हें अच्छी तरह से तब तक टॉस करें, जब तक ये ब्राउन कलर के न हो जाएं। इस बीच, सभी सब्जियां लें और उन्हें अच्छी तरह धो लें। इन्हें अच्छी तरह से काट कर काट लें। सभी सामग्री को एक बाउल में इकट्ठा कर लें। इसके बाद, एक कटोरा लें और उसमें नींबू का रस, लाल मिर्च, सेंधा नमक और बाकी सामग्री डालें। सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें और मखाना, ताजा हरा धनिया, हरी मिर्च और नमक डालकर मिला दें। मूंगफली से सजाएं और सर्व करें। आप इस रेसिपी के साथ कोकोनट वॉटर भी ले सकते हैं। आप अगर व्रत में नींबू का सेवन नहीं करते, तो इसे रेसिपी में इस्तेमाल न करें। -
खजूर सिर्फ मिठाइयों या स्वीट डिशेज में ही इस्तेमाल नहीं होता बल्कि इसे डाइट में भी शामिल किया जाता है क्योंकि इससे कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। एक खजूर में (8 ग्राम) 23 कैलोरी, 0.2 ग्राम प्रोटीन, 6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0 ग्राम फैट होता है। खजूर पोटेशियम, मैग्नीशियम और आयरन का अच्छा स्रोत है। एक खजूर में 6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जिसमें चीनी भी काफी मात्रा में होती है। इसके अलावा, खजूर का स्वाद इतना मीठा होता है क्योंकि उनमें फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है, जो ग्लूकोज से दोगुना मीठा होता है। एक औसत खजूर में सिर्फ आधा ग्राम फाइबर होता है। जैसे-जैसे फल पकते हैं, चीनी की मात्रा बढ़ जाती है और फाइबर कम हो जाता है। खजूर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 से 55 के बीच हो सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इतना मीठा होने के बाद भी इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
कैंसर से बचाव
खजूर में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कैंसर की रोकथाम से जुड़े हैं। इस कारण से आपको खाना खाने के बाद स्वीट डिश में आइसक्रीम या मिठाई खाने की जगह एक खजूर खाना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल
खजूर पोटेशियम का भी अच्छा स्त्रोत है, जो हृदय प्रणाली के लिए एक जरूरी इलेक्ट्रोलाइट है। हाई ब्लड प्रेशर को कम करने पर पोटेशियम काफी कारगर होता है। खजूर में सोडियम भी बहुत कम होता है और कुछ फाइबर प्रदान करता है। दिल की बीमारियों से बचाव के लिए भी खजूर खाना बहुत जरूरी है।
हड्डियां मजबूत करता है
खजूर में मैग्नीशियम होता है, जो हड्डियों के निर्माण में महत्वपूर्ण होता है। मैग्नीशियम की कमी ऑस्टियोपोरोसिस के रिस्क से जुड़ी है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम और आयरन की मात्रा भी पाई जाती है।
मेनोपॉज की प्रॉब्लम्स को ठीक करने में असरदार
खजूर में आइसोफ्लेवोन्स की मात्रा सबसे अधिक होती है। इस कारण से मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) के लक्षणों जैसे पेट दर्द, हाथ-पैरों में सूजन से राहत दिलाने में खजूर बहुत फायदेमंद हैं।
शुगर लेवल कंट्रोल करता है
शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए आप चीनी छोड़ना चाहते हैं या फिर आपको मीठा खाने की क्रेविंग होती है, तो आप डाइट में खजूर का इस्तेमाल कर सकते हैं। खजूर एक पोर्टेबल स्नैक भी है, जिसे आप मिठाई या स्नैक्स की क्रेविंग को शांत करने के लिए खा सकते हैं लेकिन याद रखें कि डायबिटीज के मरीजों को 2-3 से ज्यादा खजूर नहीं खाने चाहिए। -
सभी माता-पिता अपने बच्चों से यह उम्मीद करते हैं कि उनका बच्चा स्मार्ट और तेज दिमाग वाला बने। ताकि वह अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाए। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए माता-पिता बच्चे के खाने पीने से लेकर उसके लिए अच्छा स्कूल खोजने और अच्छा माहौल तक देने की पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं बच्चों का स्मार्ट होना और बच्चों में आइक्यू लेवल (IQ Level) अच्छा होना, दोनों में बड़ा अंतर है। आई क्यू मतलब इंटेलिजेंट कोशिएंट। यह एक बच्चे को दूसरे बच्चों से अलग बनाता है। कई शोधों में ये पाया गया है कि अगर बचपन से कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो बच्चों का आईक्यू लेवल बढ़ाया जा सकता है। आइए जानते हैं आखिर कैसे।
बचपन से रखें इन बातों का ध्यान-
-बच्चों को प्यार और सम्मान दें। उनके सामने कभी भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करें और न ही उन्हें मारें-पीटें।
-बच्चों को प्राकृतिक चीजों और नियमों के बारे में बताएं और उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रकृति के बीच समय बिताने दें।
-बच्चा जब सवाल पूछना शुरू कर दे, तब उसके हर सवाल का सही और वैज्ञानिक जवाब दें।
-बच्चे को कभी भी भूत, जानवर, रहस्मयी व्यक्ति या किसी अन्य चीज से न डराएं
-हमेशा बच्चों की आंखों में देखकर उनसे बात करें और कोशिश करें कि वो जब आपसे बात करे, तो वो भी आपकी आंखों में देख रहा हो।
इंस्ट्रूमेंट बजाना सिखाएं-
बच्चे के दिमागी विकास के लिए यह एक बढ़िया एक्टिविटी हो सकती है। इस एक्टिविटी से ना सिर्फ बच्चे का आइक्यू लेवल बढ़ता है, बल्कि मैथमेटिकल स्किल भी डेवलप होती है।इसके लिए आप अपने बच्चे को गिटार, सितार, हारमोनियम जैसे कोई भी वाद्ययंत्र बजाना सिखा सकते हैं।
खेल सिखाएं-
बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए उनका खेलना भी जरूरी है। कई बार बच्चे खेल-खेल में ही कई तरह की चीजें सीख जाते हैं। तो अगली बार अपने बच्चे की एक्साइटमेंट और आइक्यू लेवल बढ़ाने के लिए आप भी उसके साथ जरूर खेलें।
गणित के सवाल करवाएं हल-
बच्चे से खेल-खेल में टेबल, या जोड़-घटा वाले सवाल करवाएं। रोजाना ऐसा 10 से 15 मिनट तक करने से बच्चे का आईक्यू लेवल काफी बढ़ जाएगा। इसके अलावा आजकल माता-पिता अपने बच्चे का आईक्यू लेवल बढ़ाने के लिए अबेकस का भी सहारा ले रहे हैं।
डीप ब्रीदिंग-
डीप ब्रीदिंग सबसे अच्छे ब्रेन हैक्स में से एक है। गहरी सांस लेने से मन में अच्छे विचार पैदा होते हैं। इसके अलावा बच्चे की हर चीज में फोकस करने की शक्ति बढ़ने के साथ तनाव से भी मुक्ति मिलती है। इसके लिए नियमित रूप से रोजाना सुबह या शाम 10 से 15 मिनट बच्चे के साथ गहरी सांस लेने का अभ्यास जरूर करें।
माइंड गेम्स का लें सहारा-
बच्चों का आईक्यू लेवल बढ़ाने के लिए उनके साथ दिमाग तेज करने वाले खेल जैसे चैस खेलें। ऐसे गेम्स बच्चों का मानसिक विकास करने में मदद करते हैं।
-
आपने प्याज, आलू, पालक और पनीर के पकौड़े तो कई बार ट्राई किए होंगे लेकिन क्या आपने कभी केले के पकौड़े खाए हैं?। अगर नहीं, तो यह रेसिपी सबसे अच्छा ऑप्शन है। जो बारिश के मौसम के लिए कॉम्बो को एकदम सही बनाता है। कच्चे केले, बेसन, चावल का आटा, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, बेकिंग सोडा, नमक और पानी जैसी कुछ चीजें हैं, जो इस डिश को बनाने के लिए काफी है। हमने यहां पकौड़े तलने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल किया है, लेकिन आप नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। साउथ इंडियन रेसिपी में कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप पकौड़े को डीप फ्राई नहीं करना चाहते हैं, तो आप उन्हें नॉन-स्टिक तवे पर 2-4 टेबल-स्पून तेल में हल्का सा फ्राई कर सकते हैं। बनाना फ्रिटर्स थोड़े मीठे और नमकीन स्वादों का मिश्रण है, जो आपको बहुत स्वादिष्ट लगेगा।
आइए, जानते हैं कैसे बनाएं केले के पकौड़े-
केले के पकौड़े बनाने के लिए सामग्री- ---
1 बड़ा हरा कच्चा केला
2 बड़े चम्मच चावल का आटा
1/4 छोटा चम्मच हल्दी
आवश्यकता अनुसार नमक
1 कप सरसों का तेल
3/4 कप बेसन
1/2 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
1/4 कप पानी
केले के पकौड़े बनाने की विधि- ---
कच्चे केले को छीलकर लंबे और पतले स्लाइस में काट लें। इसे 5 मिनट के लिए पानी में भिगो दें और इसी बीच घोल तैयार कर लें। एक बाउल में बेसन, चावल का आटा, लाल मिर्च पाउडर, नमक और हल्दी के साथ 1/2 कप पानी डालें। गाढ़ा घोल बनाने के लिए एक अच्छा मिश्रण दें। बैटर को फूला हुआ बनाने के लिए उसमें बेकिंग सोडा और फेंटें। केले के स्लाइस को पानी से निकाल लें और किचन टॉवल से थपथपा कर सुखा लें। अब इन्हें बेसन के घोल में डुबोकर चारों तरफ से अच्छी तरह कोट कर लें। एक कढ़ाई में तेल डालकर तेज आंच पर रखें। जब तेल से धुआं उठने लगे, तो गैस को मीडियम कर दें। यदि आप सरसों के तेल का उपयोग कर रहे हैं तो यह कदम महत्वपूर्ण है। अब केले के कटे हुए टुकड़ों को हल्के गरम तेल में डालिये. दोनों तरफ से गोल्डन होने तक डीप फ्राई करें। तले हुए टुकड़ों को किचन पेपर पर निकाल लें। केले के पकौड़े अब परोसने के लिए तैयार हैं। अपनी पसंद की चटनी के साथ सर्व करें। - किचन की सिंक में कॉकरोच से लेकर ड्रेन फ्लाइस स्प्रिंगटेल्स जैसे कीड़े-मकौड़े पनपते हैं। ऐसे में ये कीड़े सिंक से बाहर आकर कभी खाने की प्लेटों पर तो कभी सिंक की दीवार पर नजर आते हैं। अगर समय रहते इनसे निपटने के बारे में न सोचा जाए तो इनकी संख्या दिन पर दिन बढ़ जाती है। यहां कुछ आसान तरीके दिए हुए हैं जिन्हें अपनाकर आप भी किचन में मौजूद कीड़ों से छुटकारा पा सकती हैं।किचन सिंक से कीड़ों को भगाने के तरीके--1) गर्म पानी और विनेगर- इसके लिए बस थोड़ा गर्म पानी लें, सफेद सिरका का 1 भाग मिलाएं और अच्छी तरह से मिक्स करें। इससे स्लैब को पोंछें और इस घोल से कुक टॉप को साफ करें और इस घोल को रात में रसोई की नालियों में डालें, इससे पाइप और नालियां कीटाणुरहित हो जाएंगी।2) गर्म पानी, नींबू और बेकिंग सोडा- 1 लीटर गर्म पानी में 1 नींबू, 2 बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर, इसे अच्छी तरह से हिलाएं और नाली के आउटलेट में डालें। सिंक या स्लैब के नीचे के एरिया को इससे धोएं।3) नीम एक्सट्रक्ट- नीम के पत्तों से लेकर नीम के तेल तक, ये आपके किचन से कीड़ों को दूर रखने का चमत्कारी काम करते हैं। किचन में बस नीम की कुछ पत्तियां रखें और सिर्फ 3 दिनों में आपको बदलाव दिखेगा। किचन में कीड़ों को पनपने से रोकने के लिए आप गर्म पानी में नीम के तेल का छिड़काव भी कर सकते हैं।4) बोरिक एसिड और शक्कर- सदियों पुराना उपाय है, जो बेहतरीन तरीके से काम करता है। इसके लिए बस कुछ बोरिक एसिड और चीनी मिलाएं, फिर इसे उन जगहों पर फैलाएं जहां किड़ें हैं।
- आपने कटहल बिरयानी को कई बार ट्राई की होंंगी लेकिन क्या आपने कभी कटहल भरवां मसाला पराठा खाया है? अगर नहीं, तो देर किस बात की है? आप इस पराठे को घर में आसानी से बना सकते हैं। यह तैयार करने में बहुत आसान है और इसे दोस्तों और परिवार खास मौकों पर बनाया जा सकता है।कटहल का पराठा बनाने की सामग्री- ---2 कप गेहूं का आटा1 कप पानी4 बड़े चम्मच रिफाइंड तेलभरण के लिए250 ग्राम कटहल3 बड़े चम्मच धनिया पत्ती2 हरी मिर्च1/2 छोटा चम्मच जीरा पाउडर1/3 छोटा चम्मच हल्दीआवश्यकता अनुसार नमक2 बड़े चम्मच चने का आटा1 छोटा चम्मच अदरक का पेस्ट1/4 छोटा चम्मच गरम मसाला पाउडर1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर1/3 छोटा चम्मच सूखे आम का पाउडरकटहल का पराठा बनाने की विधि- ---इस यम्मी परांठे को बनाने के लिए हाथों में थोड़ा-सा तेल लगाकर कटहल को छीलकर बड़े टुकड़ों में काट लें। अब कटहल के टुकड़ों को मध्यम आंच पर 1/4 कप पानी से भरे प्रेशर कुकर में डालें। ढक्कन बंद करें और एक सीटी आने तक पकने दें। जब इसमें सीटी आने लगे तो आंच धीमी कर दें और इसे 3 से 4 मिनट तक और पकाएं। इस बीच, पराठों के लिए आटा गूंद लें। आटे को गीले कपड़े से ढंककर 10 मिनट के लिए अलग रख दें। कटहल के टुकडों को कुकर से चलनी में निकाल लीजिए और उनका पानी निकाल दीजिए। टुकड़ों को एक बाउल में निकाल लें और अच्छी तरह मैश कर लें। एक कड़ाही गरम करें और उसमें बचा हुआ तेल डालें। इसमें बेसन डालकर लगातार चलाते हुए रंग बदलने और महक आने तक भून लीजिए। बेसन भुनने के बाद इसमें जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। मसाले को ब्राउन होने से बचाने के लिए आंच धीमी कर दें। लगातार चलाते हुए कटी हुई हरी मिर्च, धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर और अदरक का पेस्ट डालें। मसाले को चलाते हुए भून लें। अब पैन में मैश किया हुआ कटहल, नमक, गरम मसाला और अमचूर पाउडर डालें। कटहल में सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें मध्यम आंच पर भून लें। इसमें हरा धनिया डालकर अच्छी तरह मिला लें। स्टफिंग बनकर तैयार है, इसे प्याले में निकाल लीजिए और थोड़ा ठंडा होने दीजिए। हाथ पर थोड़ा- तेल लगाकर चिकना कर लीजिए।अब आटे की लोई में इस मसाले को भरकर पराठे बनाएं। पराठे को धीमी आंच पर दोनों तरफ से गोल्डन ब्राउन चित्ती आने तक चमचे से दबाते हुए सेक लीजिये। लीजिए स्वादिष्ट कटहल के भरवां पराठे बनकर तैयार हैं। इन्हें हरे धनिये की चटनी, दही या अपने स्वादानुसार किसी भी सब्जी के साथ गरमा गरम खाइए।
- धूल, मिट्टी, प्रदूषण, पसीना आदि कई कारण हैं, जिनकी वजह से हमारे बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। वे बहुत अधिक टूटने-झड़ने लगते हैं। उनकी ग्रोथ भी अच्छी तरह से नहीं हो पाती है। जब भी हेयर ग्रोथ (hair growth tips) की बात होती है, तो सभी के मन में यह पहला सवाल होता है। क्या बालों को नेचुरल तरीके से बढ़ाया जा सकता है? क्या किसी तरह की प्रोडक्ट या ट्रीटमेंट सचमुच हेयर ग्रोथ को सही दिशा दे सकते हैं? बालों की अच्छी तरह देखभाल के लिए रात में कंघी करना बेहद जरूरी है।1 नियमित रूप से ट्रिम कराएंक्या आप बालों की नियमित रूप से ट्रिमिंग कराती हैं या प्रॉपर हेयर कट कराती हैं? वास्तव में माइक्रो हेयर ट्रिमिंग बेहद जरूरी है। इससे बालों की ब्रेकेज जिस वजह से हो रही है, वह खत्म हो जाती है। सुनिश्चित करें कि बालों की सही ग्रोथ के लिए हर महीने या आठ सप्ताह में एक बार किसी बढ़िया सैलून में हेयर एक्सपर्ट से जरूर मिलें।2. लें प्रोफेशनल ट्रीटमेंटहम अक्सर अपने बालों की टेक्सचर को समझे बिना कई तरह के नुस्खे घर पर आजमा लेते हैं। इससे बालों को नुकसान भी पहुंच सकता है। ऐसे कई प्रोफेशनल ट्रीटमेंट हैं, जो बालों की सही डेवलपमेंट में मदद करते हैं। बालों की डीप रूट ट्रीटमेंट उनमें से एक है। यह प्राकृतिक रूप से बालों के विकास में सुधार करने के लिए सबसे सुरक्षित और सर्वोत्तम उपचारों में से एक है।इस उपचार के एक्टिव इनग्रीडिएंट्स नेचुरल और वीगन होते हैं। इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। प्लांट बेस्ड ऑयल और प्लांट बेस्ड प्रोटीन सेल प्रोसेस में सुधार करते हैं। बालों को जड़ से मजबूत बनाते हैं। इससे बालों का झड़ना कम हो जाता है। इस उपचार के रिजल्ट जल्दी मिलते हैं, लेकिन लॉन्ग लास्टिंग होते हैं।3. सोने से पहले बालों में कंघी करेंसोने से पहले बालों को कंघी करना और एक-दूसरे से अलग करना भी जरूरी होता है। इससे बालों की जड़ों में ब्लड फ्लो बढ़ता है। ब्रेकेज को कम करने के लिए चौड़े दांतों वाली लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल करें।4. नियमित तेल मालिशहेल्दी स्कैल्प बालों के डेवलपमेंट के लिए जरूरी है। इसे तेल मालिश से मेंटेन किया जा सकता है। स्कैल्प और बालों में नियमित तेल मालिश ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती है। तनाव से राहत देती है और पोर्स को नमी देती है। इससे बालों का विकास बेहतर होता है। स्कैल्प की मालिश के लिए नारियल तेल, बादाम तेल और जैतून के तेल का उपयोग करना चाहिए।इसे सप्ताह में कम से कम दो बार करना चाहिए। आप रिजुवेनेटिंग हेड मसाज का प्रयोग कर सकती हैं। विटामिन ई से भरपूर मोरक्कोनोइल हेड मसाज और फैटी एसिड से भरपूर आर्गन ऑयल मसाज लिया जा सकता है। ओलिक एसिड और लिनोलिक एसिड बालों और स्कैल्प को फैटी लेयर प्रदान करता है, जो सूखापन को रोकने में मदद करता है। यह फ्रिज्ज को कम करता है और शाइन बढ़ाता है।5 अच्छी नींद लेंबालों के विकास में भी साउंड स्लीप महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि आप कम से कम छह घंटे की नींद लेती हैं, तो इस दौरान आपका शरीर फॉलिकल्स और टिश्यूज की मरम्मत करता है। इससे बालों का विकास होता है।6 बालों को नियमित तौर पर बढ़िया शैंपू से साफ करेंस्कैल्प पर जमी गंदगी भी बालों के विकास को रोकती है। आप अपने हेयर टेक्सचर के अनुकूल शैंपू का उपयोग करें। शैंपू करते समय स्कैल्प की अच्छी तरह से मसाज करें। इससे बालों की जड़ों में ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन बढ़ाने में मदद मिलती है।7 हेल्दी और बैलेंस डाइट लेंबाल प्रोटीन से बने होते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप बैलेंस डाइट लेती हैं। अपने बालों के विकास को बेहतर बनाने के लिए अपने आहार में मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद, नट्स और फ्लैक्स सीड्स को शामिल करें। इनके अलावा, डेली डाइट में प्रोटीन युक्त भोजन, विटामिन ए, बी, ई, ओमेगा -3 फैटी एसिड और बायोटिन को भी शामिल किया जा सकता है। .8 योग और अन्य शारीरिक गतिविधियां करेंअपनी दिनचर्या में हल्का व्यायाम, ध्यान, योग और अन्य गतिविधियों को शामिल करना सुनिश्चित करें। ये ब्लड फ्लो बढ़ाने और बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करते हैं। नियमित व्यायाम तनाव के स्तर को भी कम करता है। इम्यून सिस्टम में सुधार करता है, जिससे बालों के विकास को भी बढ़ावा मिलता है।
- ख़ुशी का सीधा संबंध मन-मस्तिष्क एवं भावनाओं से होता है। जब हम अपनी पसंद का कोई काम करते हैं या हमारी कोई इच्छा पूरी हो जाती है तो हमें ख़ुशी की अनुभूति होती है और ये ख़ुशियों की अनुभूति हमारे मस्तिष्क में हैप्पी हॉर्मोन से नियंत्रित होती हैं। हैप्पी हॉर्मोन चार प्रकार के होते हैं, डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिंस। इन चारों हॉर्मोन की अलग-अलग जि़म्मेदारी है, जिनके नियमित और संतुलित स्राव से आप खुश रहते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूर है। इन हॉर्मोन को कैसे बढ़ा सकते हैं, जानिए।डोपामाइन हॉर्मोनइस हॉर्मोन का स्राव तब होता है जब हमारे मस्तिष्क को यह संकेत मिलता है कि हमें पुरस्कार या सराहना मिली है। यदि हमने कोई लक्ष्य स्थापित किया है और वह पूरा हो रहा है या हो गया है, तब डोपामाइन हॉर्मोन का स्राव होता है। इसके घटने पर हम कम प्रेरणा महसूस करते हैं, किसी काम को करने या आनंद लेने में रुचि कम हो जाती है।इसे ऐसे बढ़ाएं...नए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं और धीरे-धीरे उन्हें पूरा करने की कोशिश करें। उद्देश्य पढ़ाई, नौकरी या किसी प्रकार की सफलता हासिल करने से संबंधित हो सकते हैं। ऐसे काम करें जिससे तारीफ़ मिले। छोटी-छोटी जीत या सफलता का उत्सव मनाने से भी डोपामाइन हॉर्मोन बढ़ता है। इसके अलावा किसी कार्य में असफलता मिली है तो निराश होने के बजाय दोबारा कोशिश करें। ख़ुद पर ध्यान दें, सेहत का ख्याल रखें और पसंद का भोजन करें।सेरोटोनिन हॉर्मोनये हॉर्मोन मूड को स्थिर रखने का कार्य करता है। आपके पाचन, नींद की क्रिया और हड्डी की सेहत भी नियंत्रित करता है। इतना ही नहीं, यह तनाव, अवसाद और चिंता को दूर करने का भी काम करता है। आप रोज़ाना कैसा महसूस करते हैं, इसमें सेरोटोनिन हॉर्मोन की अहम भूमिका होती है। लिहाज़ा जब भी मन उदास लगे तो सेरोटोनिन हॉर्मोन बढ़ाने की कोशिश करें।इसे ऐसे बढ़ाएं....रोज़ नियम से व्यायाम करें, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। हमेशा सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करें। यदि आप किसी काम में विफल होते हैं और उसके बारे में ही सोचते रहेंगे तो सेरोटोनिन हॉर्मोन का स्तर कम होता जाएगा। आपने जो खोया है उस पर ध्यान न देते हुए जो हासिल किया है उस पर ध्यान देंगे तो हॉर्मोन का स्राव बढ़ेगा। इसके अलावा रोज़ कुछ नया करने की कोशिश करने के लिए ख़ुद को चुनौती दें।ऑक्सीटोसिन हॉर्मोनये लव हॉर्मोन के नाम से भी जाना जाता है, जिसके बढऩे से रिश्तों में विश्वास और प्रेम बढ़ता है। अभिभावकों और बच्चों के रिश्तों को मज़बूत करने में भी इसका महत्व है। स्पर्श, जैसे बच्चे को स्तनपान कराते वक़्त, किसी को गले लगाने से या पालतू के साथ खेलने से भी इस हॉर्मोन का स्राव बढ़ता है।इसे ऐसे बढ़ाएं...दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और हो सके तो उन्हें गले लगाकर प्रेम ज़ाहिर करें। घर में बच्चे हैं तो उनके साथ खेलें। योग या व्यायाम करने से भी ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन बढ़ता है। अपनों के लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं, जैसे कि उपहार दें या किसी की मदद भी कर सकते हैं। इसके अलावा खाने की ख़ुशबू और स्वाद से भी हॉर्मोन का स्तर बढ़ाया जा सकता है।एंडोर्फिंस हॉर्मोन...यह तनाव और दर्द के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है। ये मन को ख़ुशी देने का काम करता है। जब शरीर में इसका स्राव कम होने लगता है तो अच्छा महसूस नहीं होता और मन उदास रहने लगता है। यह हॉर्मोन तनाव, अवसाद और चिंता को दूर करने के लिए बहुत ज़रूरी है।इसे ऐसे बढ़ाएं...हंसने के बहाने ढूंढें। ऐसे लोगों का साथ चुनें जो आपको हंसाएं और ख़ुश महसूस कराएं। जब आप हंसते हैं तो एंडोर्फिंस हॉर्मोन का स्राव तेज़ी से होता है। संगीत सुनें और उसके साथ-साथ थिरकें। जोक्स पढ़ें या कॉमेडी शो देखें। पसंद का भोजन खाएं, पसंद के काम करें और घूमना पसंद है तो उसके लिए समय निकालें। व्यायाम डोपामाइन, सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन के साथ-साथ एंडोर्फिंस भी बढ़ाता है।
- ब्रेड उत्तपम एक हेल्दी और टेस्टी रेसिपी है, जिसे आप आसानी से तैयार कर सकते हैं। सूजी से बनने वाली ये डिश काफी सारी सब्जियों से भरपूर होती है। आप बच्चों के टिफिन के लिए भी इस डिश को बना सकते हैं। इसके अलावा अगर आप डायटिंग पर हैं तो आप इसे ब्राउन ब्रेड के साथ बना सकते हैं। यहां सीखें इसे बनाने की आसान रेसिपी। नाश्ते में टेस्टी और हेल्थ कुछ खाने का मन करें तो आप ब्रेड उत्तपम बना सकते हैं।ब्रेड उत्तपमसामग्री-2 ब्रेड स्लाइस, आधा कप सूजी, आधा कप दही, 1 बड़ा चम्मच कद्दूकस किया अदरक ,एक छोटी बारीक कटी प्याज, एक छोटी बारीक कटी शिमला मिर्च , बारीक कटी हरी मिर्च, एक छोटा बारीक कटा टमाटर, नमक स्वादानुसार,घी।विधिसबसे पहले ब्रेड के किनारे काटकर उसके सफेद हिस्से पर थोड़ा सा पानी लगाकर उसे सॉफ्ट कर लें। अब सूजी और दही एक साथ मिलाकर उसका पेस्ट बना तैयार कर लें। अब इस पेस्ट में सब्जियां मिलाएं और नमक भी डाल दें। अब ब्रेड पर पेस्ट लगाएं और फिर तवा गर्म करके उस पर थोड़ा सा तेल डालकर ब्रेड उत्तपम बनाएं। इसे दोनों तरफ से अच्छे से सेकने के बाद फौरन दूसरी तरफ पलट दें। ब्रेड उत्तपम तैयार है, इसे सॉस या चटनी के साथ गर्म-गर्म सर्व करें।























.jpg)

.jpg)

.jpg)