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- हर कोई अपने बालों का विशेष ध्यान रखता है. कुछ लोग बाल झड़ने की समस्या से परेशान रहते हैं और बालों को अच्छा करने की होड़ में हर तरीका, हर नुस्खा अपनाते चले जाते हैं, बिना ये सोचे कि आपके बालों पर इनका कोई पॉजिटिव असर हो भी रहा है या नहीं. दरअसल, किसी भी इंसान की खूबसूरती उसके मन और चेहरे के अलावा उसके बालों से होती है. इसलिए हर कोई अपने बालों का विशेष ध्यान रखता है. आज के दौर में हर कोई अपने गिरते बालों को लेकर चिंता जाहिर करता रहता है. टूटते और झड़ते बालों को लेकर लोगों में इतना डर बैठ गया है कि वो महंगे और कैमिकल युक्त हेयर ट्रीटमेंट लेने को मजबूर हो गए हैं.घने, लंबे और मुलायम बाल के लिए क्या करेंअगर आप भी घने, लंबे और मुलायम बाल चाहते हैं तो आपको घरेलू उपायों पर गौर करना चाहिए. इस खबर में हम आपके लिए उन चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करने पर न सिर्फ बाल झड़ने की समस्या न सिर्फ खत्म होगी, बल्कि आप लंबे और चमकदार बाल पा सकते हैं.इन चीजों का सेवन करेंमेथी के बीजमेथी के बीज खाना आपको आपके बालों से जुड़ी परेशानियों से निजात दिला सकता है. अपने गुणों की मदद से ये बालों को झड़ने से रोकने और उन्हें मजबूत बनाने में बेजोड़ है.चिया के बीजचिया के बीज बालों की ग्रोथ में बेहद ममदगार होते हैं, क्योंकि इसमें मौजूद भारी मात्रा में पोषण हेल्थ के साथ साथ बालों को भी सेहतमंद रखता है. इसके अलावा चिया के बीज हार्ट डिजीज के खतरे को कम करने में भी माहिर होते हैं.अलसी के बीजअलसी के बीज सभी बीजों में से ज़्यादा असरदार और पोषण से भरपूर होते हैं. इनमें फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम और फास्फोरस की मात्रा काफी ज़्यादा पाई जाती है. जिनको लगातार बाल झड़ने की समस्या है, उन लोगों के लिए अलसी के बीज खाना एक रामबाण इलाज हो सकता है.सूरजमुखी के बीजसूरजमुखी के बीज झड़ते बालों की समस्या को दूर कर सकते हैं. अपने पोषण तत्वों की मदद से ये बीज बालों को मजबूती देने के साथ साथ घनापन भी देता है.तिल के बीजतिल के बीज हेयर ग्रोथ के लिए फायदेमंद होते हैं. विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर ये बीज न केवल बालों को झड़ने से रोकते हैं, बल्कि उन्हें मजबूती के साथ चमक भी देते हैं.
- लिपस्टिक मेकअप का बहुत जरूरी हिस्सा माना जाता है। लिपस्टिक से हर महिला का चेहरा खिल जाता है। लेकिन अक्सर महिलाएं इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहती हैं कि उन्हें कौन सी लिपस्टिक लगानी चाहिए या फिर उन पर कौन सा कलर ज्यादा सूट करेगा। त्वचा की रंगत के हिसाब से सही रंग की लिपस्टिक लगाने से जहां एक ओर आकर्षक लुक मिलता है, वहीं गलत लिपस्टिक लगाने से लुक बिगड़ सकता है। इसलिए अपनी त्वचा की रंगत को अच्छे से समझकर सही रंग की लिपस्टिक लगाएं।-आपकी स्किन टोन अगर साफ है, तो पीच या न्यूड पिंक या हल्के बैंगनी रंग की शेड वाली लिपस्टिक सूट करेंगी। इन कलर्स में मैट पैटर्न खरीदें. आंखों पर हल्के मेकअप के साथ होंठों पर गहरे रंग की लिपस्टिक से आपको बोल्ड लुक मिलेगा।-आपकी स्किन टोन अगर गेंहुआ है, तो आप गहरे शेड वाली लिपस्टिक यहां तक कि लाल और नारंगी रंग की लिपस्टिक भी लगा लगाएं। इस रंगत वाली त्वचा पर हल्के से लेकर गहरे रंग हर शेड वाली लिपस्टिक जंचती है। लिपिस्टिक लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपके चेहरे पर ब्राइटनेस हो और डल नहीं दिखे।-अगर आपकी त्वचा का रंग न्यूट्रल है, तो गहरे गुलाबी, बैंगनी या भूरे रंग की लिपस्टिक लगाएं। हमेशा मैट लिपस्टिक लगाने की कोशिश करें, जिससे अपको सही और क्लासी लुक मिलेगा।-अगर आपकी त्वचा का रंग सांवला है तो आप शीयर ग्लॉस्ड या मरून या भूरे रंग की लिपस्टिक लगा सकती हैं, यह आपके ऊपर जंचेगा। आंखों पर स्मोकी लुक वाला मेकअप और शीयर ग्लॉस के साथ न्यूड लिप्स हमेशा आपको सबसे अलग दिखाते हैं।-क्लासिक न्यूड शेड गोरी रंग की लड़कियों के होंठों पर ज्यादा जंचते हैं। वैसे गोरे रंग की त्वचा पर हर रंग खिलता है, लेकिन न्यूड रंग सबसे उपयुक्त होता है। न्यूड शेड वर्किंग लेडी, डे मेकअप या न्यूड मेकअप लुक के लिए सबसे बेहतर होते हैं।-गुलाबी रंग की शेड वाली लिपस्टिक ज्यादातर लड़कियां लगाना पसंद करती हैं। गोरे या मीडियम रंग की त्वचा वाली लड़कियों पर हल्के गुलाबी या निऑन गुलाबी शेड वाली लिपस्टिक जंचते हैं। गेहुंए रंग की लड़कियों पर गहरे या चटक रंग के गुलाबी रंग की लिपस्टिक खिलती हैं।
- बॉलीवुड के जाने माने और फिट अभिनेता मिलिंद सोमन अक्सर अपनी फिटनेस और खान-पान को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। मिलिंद सोमन की फिटनेस का राज जानने के लिए हर कोई इच्छुक रहता है। मिलिंद 55 साल के होने के बाद भी खुद को इस प्रकार फिट रखते हैं कि वे अपनी वास्तविक उम्र से काफी कम दिखते हैं। फिटनेस को लेकर न सिर्फ मिलिंद बल्कि उनका पूरा परिवार चर्चा में बना रहता है। मिलिंद की मां भी फिटनेस को लेकर काफी एक्टिव रहती हैं। एक्सरसाइज करते हुए मिलिंद ने कई बार अपनी मां की भी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की है। मिलिंद ने कुछ समय पहले फैन्स से साझा किया था कि वे फलों का अधिक सेवन करते हैं और कई तरह से करते हैं। मिलिंद से अक्सर उनकी डाइट को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए हाल ही में उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी दिनभर की डाइट साझा की है। आइये जानते हैं मिलिंद सोमन की फिटनेस के राज के बारे में।ब्रेकफास्ट में क्या खाते हैं मिलिंद सोमनमिलिंद सबसे पहले सुबह उठने पर सामान्य तापमान के अनुसार 500 एमएल पानी पीते हैं। अब अपनी डाइट के बारे में जानकारी देते हुए मिलिंद सोमन ने बताया कि वे अपना ब्रेक फास्ट सुबह 10 बजे शुरू करते हैं। मिलिंद नाश्ते में नट्स खाने के साथ ही एक पपीता और एक खरबूज खाते हैं। जिसमें यह जरूरी नहीं कि वे अपने ब्रेक फास्ट में केवल एक ही प्रकार का फल खाते हों। मिलिंद फलों का सेवन मौसम के हिसाब से भी करते हैं। जिसमें वे आम भी खाना पसंद करते हैं। उन्हें फलों का सेवन करना काफी अच्छा लगता है। वे फलों के इतने शौकीन हैं कि कुछ समय पहले उनकी एक तस्वीर देखी गई थी, जिसमें वे खरबूजे के साथ एक्सरसाइज करते नजर आए थे।लंच में क्या खाते हैं मिलिंदमिलिंद लंच में खाने की मात्रा थोड़ी ज्यादा या यूं कहें कि खाने की वैरायटी ज्यादा रखते हैं। वे अपना लंच लगभग 2 बजे करते हैं। जिसमें वे मौसमी सब्जियों के साथ दाल खिचड़ी और चावल खाना पसंद करते हैं। इसमें भी वे एक रेशियो बनाकर रखते हैं, जिसमें वे सब्जियों को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं। मिलिंद दो हिस्सा सब्जी तो एक हिस्सा दाल और चावल खाते हैं। खाने के साथ वे घर पर बने 2 चम्मच घी का भी इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने अपनी डाइट में यह भी साझा किया कि जब वे चावल नहीं खाते हैं तो दाल और सब्जी के साथ 6 रोटियां खाते हैं। वहीं अपनी पोस्ट पर उन्होंने यह भी बताया कि वे चिकन, मटन या फिर अंडे का सेवन महीने में केवल एक बार ही करते हैं।शाम के समय क्या खाते हैंलंबे समय तक पेट को खाली रखना स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता है। इसलिए 3 घंटे का अंतराल देने के बाद मिलिंद सोमन शाम को 5 बजे चाय के तौर पर गुण के साथ ब्लैक टी पीना पसंद करते हैं। इसके बाद वे बिना कुछ खाए डिनर करते हैं। हालांकि इसके बाद वे डिनर में केवल 2 ही घंटे का अंतराल देते हैं।डिनर में क्या खाते हैं मिलिंददिन भर के खाने के बाद मिलिंद डिनर में बहुत हल्का खाना पसंद करते हैं। जिसमें वे केवल एक प्लेट सब्जी और भाजी का ही सेवन करते हैं। ज्यादा भूख लगने पर वे खिचड़़ी खाकर अपनी भूख को शांत करते हैं। इस दौरान वे नॉन वेज का सेवन बिलकुल भी नहीं करते हैं। यही नहीं अब सोने से पहले अपनी फिटनेस बरकरार रखने के लिए मिलिंद गर्म पानी में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर गुड के साथ पीते हैं। डेसर्ट में वे गुड़ खाना पसंद करते हैं।प्रोसेस्ड फूड से रहते हैं दूरमिलिंद फिट रहने के ओवर रिफाइंड, प्रोसेस्ड फूड और पैकेज्ड फूड यानि डिब्बाबंद चीजों से दूर ही रहते हैं। साथ ही वे खाने में किसी प्रकार का एक्सट्रा विटामिन या फिर सप्लीमेंट्स से भी दूर रहते हैं। मिलिंद हमेशा पानी संतुलित मात्रा में ही पीते हैं। वे किसी प्रकार की सॉफ्ट ड्रिंक का भी उपयोग नहीं करते हैं। वे साल में एक से दो बार वह भी केवल एक ही ग्लास शराब पीते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में क्वारंटीन के दिनों में उनकी डाइट में किसी प्रकार का बदलाव नहीं है। ऐसे में केवल एक ही बदलाव है कि वे दिन में 4 बार काढ़े का सेवन करते हैं।
- आज हम आपको ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिनके सेवन से आपका मूड बेहतर हो सकता है. हालांकि ये कहना मुश्किल है कि किस वक्त कौन सा फूड आपके मूड को अच्छा करेगा लेकिन कुछ फूड्स हैं, जिनके नियमित अंतराल पर सेवन से शरीर में तनाव का स्तर कम रहता है. तो आइए जानते हैं कि कौन से हैं वो फूड्सफैटी फिशइंसानी शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड का निर्माण नहीं होता है. ऐसे में हमें डाइट से ही इसकी कमी पूरी करनी होती है. बता दें कि फैटी फिश जैसे सालमन, टूना आदि में ओमेगा 3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. ओमेगा 3 फैटी एसिड शरीर में तनाव का स्तर कम करता है. साथ ही ब्रेन के सही विकास के लिए भी ओमेगा 3 फैटी एसिड काफी फायदेमंद है.डार्क चॉकलेटमूड को सही करने में डार्क चॉकलेट काफी फायदेमंद मानी जाती है. डार्क चॉकलेट के सेवन से शरीर को कैफीन, थियोब्रोमाइन और एन- एसिलेथानोलामाइन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जिनका सीधा संबंध हमारे अच्छे मूड से है. साथ ही डार्क चॉकलेट से फ्लेवोनॉइड्स भी मिलता है, जो कि हमारे ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मददगार है.फूड्सफर्मेंटेड (खमीरीकृत) फूड्स जैसे दही आदि के सेवन से भी हमारे शरीर में तनाव का स्तर कम होता है. दरअसल खमीरीकृत खाने में बैक्टीरिया शुगर को एल्कोहल में बदलते हैं. इस प्रक्रिया में प्रोबायोटिक्स बनते हैं. ये सूक्ष्मजीवी हमारे पेट में अच्छे बैक्टीरिया की ग्रोथ में मददगार होते हैं. साथ ही ये सूक्ष्म जीवी हमारे शरीर में सेरोटोनिन का लेवल भी बढ़ा देते हैं. जिससे हमारा मूड अच्छा होता है और तनाव कम होता है.केलाकेले के सेवन से भी मूड ठीक हो सकता है. केले में विटामिन बी6 पाया जाता है, जो शरीर में फीलगुड न्यूरोट्रांसमीटर्स डोपामाइन और सेरोटोनिन का स्त्राव होने में मददगार होता है. केले में प्राकृतिक शुगर और प्रीबायोटिक फाइबर भी पाया जाता है, जो हमारे मूड को ठीक रखने में मददगार होता है.ओट्सओट्स में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो कार्बाहाईड्रेट को पचाने में मदद करते हैं. एक स्टडी के अनुसार, सुबह नाश्ते में 1.5-6 ग्राम फाइबर लेने से मूड ठीक रहता है. बता दें कि एक कप ओट्स में आसानी से 8 ग्राम फाइबर मिल जाता है. ओट्स के सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी सामान्य पाया जाता है, जो इंसान के मूड को ठीक रखता है.सूखे मेवेसूखे मेवों जैसे बादाम, अखरोट, मूंगफली आदि के सेवन से भी मूड सही रहता है. दरअसल इनके सेवन से इंसानी शरीर को सेरोटोनिन मिलता है. शरीर में जब भी सेरोटोनिन का स्त्राव होगा तो उससे शरीर में तनाव का स्तर कम होता है. साथ ही इनसे जिंक, सेलेनियम भी पाए जाते हैं, जो हमारे ब्रेन के सही तरीके से कामकाज करने में मददगार होते हैं.कॉफीकॉफी में कैफीन पाया जाता है. जो हमारे मूड को सही करता है. दरअसल कैफीन हमारे ब्रेन रिसेप्टर्स से अटैच होने वाले एडीनोसिन नामक तत्व को बनने से रोकता है, क्योंकि इससे हमें थकान का अनुभव होता है. वहीं कैफीन के सेवन से इंसान अलर्ट और एनर्जेटिक फील करता है. हालांकि कैफीन का एक सीमा में ही सेवन करना चाहिए, वरना यह नुकसानदायक साबित हो सकता है.
- आमतौर पर सूरज उगने से पहले सोकर उठने की अक्सर सलाह दी जाती है। हर इंसान को जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत डालनी चाहिए क्योंकि इससे शारीरिक के साथ मानसिक लाभ भी मिलता है। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ऐसा कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप कुछ बातों का ध्यान देकर अपनी नींद की रुटीन को पूरा कर सकते हैं।इन रुटीन को करें फॉलोसोने से पहले कम से कम 6 से 7 घंटे तक आप किसी भी कैफीन जैसे कॉफी या फिर चाय का सेवन ना करें। इसके साथ ही ऐसी चीजों का इस्तेमाल ना करें जिससे आपकी आंखों पर नीली लाइट पड़े। ये आपकी नींद को खराब कर सकती है।सोने से पहले दें दिमाग को आरामसोने से पहले अपने दिमाग को आराम दें जैसे किताब पढ़ें या फिर आप चाहें तो अच्छी बॉथ लें ताकि आपका शरीर आराम महसूस करें और थकान आपकी दूर हो जाएं। इसके साथ ही दिन में कम से कम सोने की कोशिश करें।लाइफस्टाइल में कर लें बदलावअगर आप जल्दी उठने के लिए जल्दी सोना चाहते हैं तो रात का खाना भी आपको समय से पहले खा लेना चाहिए, क्योंकि खाने के बाद तुरंत सो जाना सेहत के हानिकारक होता है। इसलिए कुछ समय पहले खाना खा लें ताकि आप थोड़ी देर टहल लें इसके बाद अपने बिस्तर पर जाएं।खाने के बाद न देखें टीवीखाने के बाद टीवी ना देखने बैठ जाएं या फिर मोबाइल में व्यस्त ना हो जाएं क्योंकि इसका असर आपकी आंखों पर पड़ता है। आप समय बिताने के लिए वॉक कर सकते हैं।पानी खूब पीएंखाना खाने के तुरंत बाद पानी पीने से परहेज करें। बहुत जरूरी हो तो एक घूंट पानी ले सकते हैं, लेकिन इससे ज्यादा न पिएं। आयुर्वेद के मुताबिक अपने शरीर के वजन के 10 वें भाग को 2 से घटाने पर जो संख्या आती है उतने लीटर पानी पीना सही माना जाता है।सोने का समय सही रखेंसोना सेहत की लिए जरुरी है और हमें 7 से 9 घंटे तक की नींद लेनी चाहिए ताकि आपका शरीर आराम महसूस करें साथ ही आप फ्रेश रहें। अगर आप सुबह 7 बजे उठते हैं तो ऐसे में आप 11 बजे तक सोने की कोशिश करें ताकि आपको पूरा आराम मिल सके।दिन में सोने की आदत छोड़ेंबहुत से लोगों की आदत होती है कि वे दिन में भी सोते हैं। ऐसा करने से आपकी पूरी दिनचर्या बिगड़ जाती है और रातों की नींद भी गायब हो जाती है। अगर दिन में आप थकान महसूस कर रहे हैं तो थोड़ी देर आराम चेयर पर सुस्ता लें लेकिन नींद लेने की कोशिश ना करें। कुछ समय तक आप ऐसा करेंगे तो आपकी आदत में बदलाव आ जाएगा।अलार्म को न करें बंदकई लोग अलार्म लगाकर उसके बाद आलस की वजह से अलार्म को बंद नहीं करते हैं। अलार्म बजने पर 10 मिनट औऱ सोने की आदत हर किसी को होती है ऐसे में आप अपना समय यूं ही काट जाते हैं और उठते नहीं हैं। ऐसे में जैसे ही अलार्म बजे आप तुरंत उठे और अपना अलार्म बंद करके बिस्तर छोड़ दें।
- मुंबई। अभिनेता अर्जुन कपूर आजकल फिल्मों के साथ नेटफ्लिक्स का शो स्टार वर्सेस फूड में अपना कमाल दिखा रहे हैं। इस शो की शूटिंग के वक्त अर्जुन ने अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़ी कुछ बातें शेयर की जो उनकी वेट लॉस जर्नी से भी जुड़ी है। अर्जुन ने बताया कि वो बचपन में काफी मोटे हुआ करते थे। सिर्फ 16 साल की उम्र में उनका वजन 150 किलो था। अर्जुन के मुताबिक वो इमोशनल और बिंज ईटिंग के शिकार थे। बिंज ईटिंग का मतलब होता है अधिक खाने का विकार। इस समस्या में व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खाना खा लेता है। इसमें व्यक्ति थोड़ी-थोड़ी देर में जरूरत से ज्यादा खाता है। इस समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों की आदतों में बदलाव होता रहता है वहीं इमोशनल ईटिंग का शिकार व्यक्तियों की निगेटिव सोच को शांत करने के लिए जरूरत से ज्यादा खाना खा लेता है। बिना सोचे समझे और बिना भूख के भी व्यक्ति को खाने से इमोशनल सपोर्ट मिलता है। आज हम जानते हैं कि आखिर अर्जुन ने अपनी इस आदत से कैसे छुटकारा पाया और अपना वजन कम कियाअर्जुन ने बताया कि वो बिंज और इमोशनल ईटिंग का शिकार थे जिसके चलते उनका वजन बचपन से ही बहुत ज्यादा था। इसका कारण वो अपने माता-पिता के अलग होना मानते हैं। अर्जुन के मुताबिक जब उनकी मां मोना कपूर और पिता बोनी कपूर तलाक लेकर अलग हुए तब अर्जुन इमोशनली टूट गए थे। ये घटना साल 1996 की है। उस समय अर्जुन ने ओवर ईटिंग शुरू की। जिसके चलते उनका वजन तेजी से बढऩे लगा। वो खाकर अपना सुकून उसमें ढूंढने की कोशिश करते थे। अर्जुन ने ये भी बताया कि जब आपको कोई टोकने वाला नहीं होता तो कोई बुरी हरकत आदत बन जाती है और अर्जुन के साथ भी ऐसा ही हुआ, उन्होंने जरूरत से ज्यादा खाना शुरू कर दिया। इस समस्या से निकलने के लिए अर्जुन ने एक दिन चावल और चीनी छोडऩे का फैसला किया और तब से उनकी जिदंगी में बदलाव ने दस्तक दी।अर्जुन कपूर ने कहा कि वजन ज्यादा होने से वे अच्छा महसूस नहीं करते थे। अर्जुन ये भी कहते हैं कि वो खुद से प्यार करने की कोशिश करते थे, लेकिन वजन कम करना उनके प्लान में पहले शामिल नहीं था। के उन्होंने बताया कि अस्थमा के चलते उनकी इंजरी भी हुई था, बचपन में उन्हें कई मेडिकल ट्रीटमेंट दिए गए थे। अर्जुन ने बताया कि उन्हें मीठा खाना और चावल खाने का बहुत शौक है पर अब वो मीठा पूरी तरह से छोड़ चुके हैं और हेल्दी डाइट पर फोकस कर रहे हैं। अपनी पहली फिल्म की शूटिंग से पहले अर्जुन ने 50 किलो वजन कम किया था। अर्जुन अपनी वेट लॉस जर्नी में प्रेरणा का श्रेय सलमान खान को भी देते हैं। उन्होंने अर्जुन से कहा था कि वजन घटाकर तुम एक्टर बन सकते हो। अर्जुन ने बताया कि खानपान और जिम की मदद से उन्होंने पहले 50 किलो वजन कम किया। आज अर्जुन रोजाना वर्कआउट करते हैं। इसमें वो कार्डियो, वेट ट्रेनिंंग आदि शामिल हैं। इसके अलावा अर्जुन पुलअप्स, स्काट्स भी करते हैं। वे इस रूटीन को हफ्ते में 5 दिन रोजाना 2 घंटे के लिए फॉलो करते हैं।आज वे नाश्ते में टोस्ट और अंडा लेते हैं। लंच में अर्जुन रोटी सब्जी, दाल और चिकन खाते हैं। अर्जुन डिनर में प्रोटीन को प्राथमिकता देते हैं जिसमें चावल, चिकन और मछली शामिल होता है। वहीं अर्जुन मीठे से पूरी तरह से परहेज करते हैं। अर्जुन ने बताया कि वो किसी तरह की स्पेशल डाइट फॉलो नहीं करते, वे वही खाते हैं जो नॉर्मल घरों में रोजाना बनता है। वजन कम करने के लिए उन्होंने मीठा पूरी तरह से बंद किया इसके अलावा उन्होंने चावल की मात्रा कम की। अर्जुन कहते हैं कि अगर आप हेल्दी डाइट लो तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
- आलू की सब्जी तो सभी लोग शौक से खाते हैं, लेकिन इससे सौंदर्य भी निखारा जा सकता है। आप घर पर उबले आलू से बने पैक के जरिए अपने चेहरे की त्वचा को गोरा और टाइट कर सकते हैं। आलू हर घर में मिल जाता है। इसे खाने से शरीर में जितने लाभ मिलते हैं उतने ही त्वचा को मिलते हैं। बहुत ही आसान सा नुस्खा है उबले आलू का फेसपैक। इसे बनाने की विधि बहुत आसान है। इसे आप आसानी से घर पर बना सकते हैं। इस फैसपैक के चेहरे पर लगाने के कई फायदे हैं।उबले आलू का फेसपैक बनाने की विधिएक उबला आलू लें। इसका छिलका उतारकर मैश कर लें। अगर आपकी स्किन ऑइली है तो आलू में बेसन मिलाएं और अगर आपकी स्किन ड्राई है तो उसमें शहद या मलाई मिलाएं। इसे अच्छे से मिश्रित कर लें। अब इस मिश्रण को पहले हाथ पर लगाकर देख लें। अगर कोई एलर्जी न हो तो चेहरे पर लगाएं। चेहरे पर 20 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें।बाद में चेहरे को सामान्य पानी से धो लें। इस फैसपैक को आप हफ्ते में दो बार लगा सकते हैं।उबले आलू का फेसपैक चेहरे पर लगाने के फायदेचेहरे को गोरा करेआलू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। जो चेहरे के लिए फायदेमंद होता है। उबले आलू का फेसपैक चेहरे पर लगाने से चेहरे की त्वचा गोरी होती है। इसे लगाने के तुरंत बाद असर दिखने लग जाता है। विटामिन सी कोलैजन का प्रोडक्शन करता है। जिससे चेहरे की सूजन ठीक होती है।काले धब्बों को हटाएअधिक तनाव, देर तक जागना, अधिक स्क्रीन एक्सपोजर आदि के कारण आंखों के नीचे काले धब्बे पड़ जाते हैं। उबले आलू का फेसपैक चेहरे को टाइट करता है और काले धब्बों को भी हटाता है। हफ्ते में दो बार इसके उपयोग से चेहरे की त्वचा निखर जाती है। तो वहीं, सूजी आंखों को भी ठीक करता है।चेहरे का नेचुरल ग्लो लाएआलू में एसिडिक गुण भी होते हैं जो स्किन को टाइट करते हैं और उसका नेचुरल ग्लो वापस लाते हैं।मुंहासों से दिलाए निजातचेहरे पर होने वाले मुहांसे सिटोकाइन की वजह से होते हैं। उबला आलू एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव डालता है जिसकी वजह से मुहांसों की समस्या से निजात मिलती है।झुर्रियां भगाएउबले आलू का फेसपैक लगाने से चेहरा टाइट होता है। जिससे झुर्रियों की समस्या खत्म होती है। हालांकि आलू झुर्रियों को कैसे खत्म करता है इसको लेकर अभी कोई प्रमाणिक शोध नहीं हुआ है।
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अच्छी नींद स्वस्थ शरीर की निशानी है। ज्यादातर लोग रात में 6-8 घंटे की नींद लेते हैं, लेकिन कुछ लोगों को गहरी नींद नहीं आती। खराब नींद की वजह से सुबह उठने के बाद फ्रेश और खुश महसूस नहीं करते हैं। अगर नींद की क्वालिटी अच्छी नहीं है या रातभर करवट बदलते रहते हैं तो ये आगे चलकर गंभीर समस्या हो सकती है। लंबे टाइम तक नींद की कमी और अच्छी नींद न लेने से आपको कई तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं।
साउंड स्लीप के लिए जरूरी है कि आप सही पोजिशन में सोएं। आज हम आपको बताएंगे तीन स्लीपिंग पोजिशन और उनके फायदे-नुकसानकरवट से सोना सबसे अच्छासोने के लिए सबसे अच्छी पोजिशन लेफ्ट करवट से सोना है। ये पोजीशन आपके हार्ट के लिए भी बेहतर है और इससे आपके शरीर में दर्द होने की संभावना भी बहुत कम होती है। प्रेग्नेंट लेडीज को भी बाईं करवट से सोने की सलाह दी जाती है और ये पोजिशन मां और बच्चे दोनों के लिए हेल्दी मानी जाती है। वैसे ज्यादातर लोग रातभर लेफ्ट और राइट दोनों करवट लेकर सोते हैं लेकिन लेफ्ट साइड से सोने में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है। करवट लेकर सोने से सोने में खर्राटे भी कम आते हंै।सीधे पीठ के बल सोनापीठ के बल सोने में ज्यादा आराम नहीं रहता है। इसीलिए बहुत कम लोग पीठ के बल सोते हैं। हालांकि रात में सोने में कई बार लोग पीठ के बल भी सो जाते हैं। पीठ के बल सोने में रीढ़ की हड्डी को सपोर्ट मिलता है, इसलिए इस पोजीशन में सोने से गले का दर्द नहीं होता, पाचन अच्छा रहता है। साथ ही मोटे पेट वाले इस पोजिशन में कंफर्टेबल फील करते हैं लेकिन इस पोजीशन में सोने वालों की नींद ज्यादा खुलती है और खर्राटों की समस्या भी रहती है।उल्टा होकर पेट के बल सोनापेट के बल सोने को बेबी पोज भी कहते हैं , लेकिन ये पोशिजन छोटे बच्चों के लिए ठीक है। बड़े लोगों को इस तरह सोने में आराम नहीं पड़ता। हालांकि जिन लोगों को अनिद्रा की समस्या होती है, उन्हें इस पोजीशन में सोने से थोड़ा लाभ मिल सकता है। इसके अलावा अगर किसी खास दिन सीने में थोड़ी जलन है, तो भी इस पोजीशन में सोना बेहतर है। बाकी हेल्दी लोगों के लिए इस पोजिशन में सोना मुश्किल है क्योंकि इससे पेट पर दबाव पड़ता है।अच्छी नींद के लिए जरूरी बातें1- सोने की पोजिशन अच्छी नींद के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए सोने में जो पोजिशन आपको आरामदायक लगे उस पोजिशन में सोना बेहतर है।2- इसके अलावा अच्छी और सुकून भरी नींद के लिए आपके शरीर का थकना भी बहुत जरूरी है। इसलिए अगर आप शारीरिक मेहनत कम करते हैं तो शाम के समय थोड़ी एक्सरसाइज करें, पैदल चलें, डांस करें या स्विमिंग करें। इससे आपको अच्छी नींद आएगी।3- सही तकिया और सही गद्दे भी आपकी सुकूनभरी नींद के लिए जरूरी है।4- अगर साउंड स्लीप चाहिए तो योगा, मेडिटेशन जरूर करें।5- अच्छी नींद के लिए सही वक्त पर सोना और जागना भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें। - बाल झडऩे के कारण ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। खास बात यह है कि बाल झड़ क्यों रहे हैं, इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं होती और अपने हिसाब से सब कोई ना कोई नुस्खा अपना रहे होते हैं। ताकि बालों का झडऩा बंद कर सकें। यदि आप भी बाल झडऩे की समस्या के कारण परेशान हैं तो यहां जानें कि आखिर आपके बाल झड़ क्यों रहे हैं। एक बार बालों के लगातार झडऩे की वजह पता चल जाएगी तो इनका उपचार करना भी आसान होगा।- आमतौर पर महिलाओं के बाल 7 कारणों से झड़ते हैं। सबसे पहली वजह है आपका हेयर स्टाइल। हेयर स्टाइल सही ना हो तब भी बाल बहुत तेजी से झडऩे लगते हैं। यदि आप हमेशा हाई बन, बन या पोनीटेल बनाकर रखती हैं तो इस कारण आपके बाल डैमेज हो सकते हैं। बेहतर रहेगा कि आप हर दो से तीन दिन में ब्रेक लें और अपने बालों को खुला रखने, क्लच करने या सिंपल ब्रेड बनाकर रखें।-यदि आप अपने बालों पर बहुत अधिक हेयर कलरिंग, हेयर आयरन, स्टाइलिंग और हेयर ड्रायर इत्यादि का उपयोग करती हैं। तो ये भी आपके बालों के बहुत अधिक झडऩे, पतले होने और बालों के डैमेज होने की वजह हो सकते हैं। इसलिए जब तक बहुत जरूरी ना हो आप हेयर ट्रीटमेंट ना लें। शैंपू करने के बाद हमेशा हेयर ड्रायर का उपयोग ना करें बल्कि बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें।- यह बात ज्यादातर महिलाओं को नहीं पता होती है कि बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने के कारण भी उनके बाल झड़ सकते हैं। ऐसा हॉर्मोन्स में होने वाले बदलाव के कारण होता है। गर्भधारण को रोकने वाली ज्यादातर गोलियों में प्रोजेटेरॉन हॉर्मोन होता है, जो आपके बालों की ग्रोथ और हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए और अपने शरीर के हिसाब से सही गोली का चुनाव करने में मदद लेनी चाहिए।-जिस तरह बर्थ कंट्रोल पिल के कारण बाल झड़ते हैं, ठीक इसी तरह प्रेग्नेंसी के दौरान भी बाल तेजी से झड़ते हैं। हालांकि इस समय में हर महिला के बालों पर अलग तरह का इफेक्ट होता है। किसी के बाल अधिक झड़ते हैं तो किसी के बाल कम गिरते हैं। ऐसा शरीर में हुए हॉर्मोनल बदलाव के कारण होता है। लेकिन परेशान ना हों। बच्चे के जन्म के 3 से 4 महीने बाद तक यह समस्या आपको परेशान करेगी, इसके बाद खुद-ब-खुद बालों का गिरना कम हो जाएगा। बस आप अपनी देखभाल सही से करती रहें।-यदि आपके शरीर को संतुलित मात्रा में पोषक तत्वों की प्राप्ति नहीं होती है, तब भी आपके बाल तेजी से गिर सकते हैं। इसलिए आपको अपनी डायट पर पूरा ध्यान देना चाहिए। खासतौर पर 30 साल की उम्र के बाद बालों का तेजी से गिरना एक सामान्य समस्या बनती जा रही है। आप अपने भोजन में प्रोटीन और कैल्शियम का पूरा ध्यान रखें। साथ ही शरीर में विटामिन-डी की कमी ना होने दें। ये ऐसे सामान्य पोषक तत्व हैं, जिनकी मात्रा 30 के बाद ज्यादातर महिलाओं के शरीर में कम हो जाती है।-घर-परिवार और करियर के बीच महिलाओं को कई तरह की अप्रिय स्थितियों का सामना करना पड़ता है। इस कारण वे आमतौर पर अंदर ही अंदर घुटती रहती हैं। ये घुटन एक समय बाद स्ट्रेस और फिर एंग्जाइटी में तब्दील हो जाती है। ये दोनों ही स्थितियां ऐसी होती हैं, जिनके कारण आपके बाल बहुत तेजी से गिरते हैं। यदि आप भी मानसिक और भावनात्मक उतार-चढ़ाव से गुजर रही हैं तो आपको साइकाइट्रिस्ट की मदद लेनी चाहिए।- ज्यादातर महिलाएं खुद की देखभाल के लिए पर्याप्त समय नहीं निकाल पाती हैं। देखभाल के अभाव में भी आपके बाल तेजी से गिरते हैं। इसलिए सप्ताह में दो बार शैंपू जरूर करें, सप्ताह में दो बार ऑइलिंग करें। सप्ताह में एक बार हेयर मास्क जरूर लगाएं।
- शादी के बाद लड़कियों के जीवन में कई सारे बदलाव होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप उन बदलावों के लिए तैयार रहें और ससुराल में शुरुआत से ही समझदारी से रहें। यदि आप ससुराल को भी अपने घर जैसा ही समझकर रहेंगी तो संभावना है कि आपके लिए आगे चलकर मुश्किलें खड़ी हो जाए। इसलिए आपका व्यवहार, काम सब बहुत संतुलित होना चाहिए ताकि किसी भी बात का प्रभाव आपकी छवि पर न पड़े।शिकायत करनाआप अपने घर में पिछले कई सालों से रह रहे थे इसलिए वहां आपको हर चीज की आदत डल चुकी थी लेकिन यहां ससुराल में सबकुछ नया ही मिलेगा। ऐसे में आपको खुद से यह स्वीकारना होगा कि आपके लिए सबकुछ सामान्य हो जाए,इस स्थिति में अभी समय लगेगा इसलिए कोई भी बात यदि समझ के परे हैं तो उस को फिलहाल के लिए नजरअंदाज करें। एक-एक बात की शिकायत करना कोई समाधान नहीं है।बहुत अधिक मोबाइल चलानाआप नए घर में आई हैं, यहां आपके लिए भी सब नया है और सबके लिए आप नए हो। ऐसे में यह समय आपको एक-दूसरे को समझने में बिताना है। यदि आप अपने घर की तरह यहां शुरू से ही मोबाइल पर अधिक समय बिताएंगी तो आप सब की नजरों में बुरी बनने लगेंगी क्योंकि किसी को भी यह रवैया अच्छा नहीं लगेगा कि वो आपसे बात कर रहे हैं और आपका ध्यान तो अपने मोबाइल की ओर ही है।इधर-उधर की बातें करनायदि आप सभी से इधर-उधर की बातें करेंगी तो कोई आपसे ज्यादा बात करना पसंद नहीं करेगा क्योंकि उनके लिए तो उनके पड़ोसी, परिवार के किसी सदस्य की कोई आदत, सामान्य है लेकिन आपको यह अलग लगता है तो इसका अर्थ यह कतई ही नहीं कि वो खराब है। हो सकता है आपके इस प्रकार के रवैये से किसी को बुरा लग जाए इसलिए इस तरह की बातों से परहेज करें। कोई अन्य भी ऐसी बात करे तो हां में हां न मिलाएं।खर्चा करनाआपको पहले समझना होगा कि आपके ससुराल में खर्च को लेकर क्या हिसाब- किताब है। यदि आप खर्चालु प्रवृत्ति की हैं और ससुराल में पैसों के मामले में बहुत संभल-संभलकर चला जाता है तो आपको अपने स्वभाव को बदलना होगा क्योंकि यदि आप बिना आवश्यकता के बहुत शॉपिंग करेंगी तो आप घर- परिवार वालों की नजरों में तो आएंगी ही, साथ ही पीठ पीछे आपके बातें भी होने लगेगी इसलिए शुरू से ही इस बात का ध्यान रखें।
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हमारा जीवन बेहद अनमोल है, जो व्यक्ति अपने जीवन की असली अहमियत समझ लेता है वो जीवन में कुछ कर गुजरता है। लेकिन कई लोग होते हैं, जो अपने जीवन की अहमियत को समझते नहीं हैं और अपना समय बर्बाद ही करते रहते हैं। ऐसे लोगों के अंदर कई गलत आदतें भी होती हैं, जो इनके जीवन को और खराब बनाने का काम करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसी आदतें हैं, जिनकी मदद से आप अपने जीवन को बदल सकते हैं?
शायद नहीं, तो चलिए आपको बताते हैं उन अच्छी आदतों के बारे में।सुबह जल्दी उठेंहमारे दिन की शुरुआत अगर अच्छी होगी तो हमारा पूरा दिन अच्छा बितेगा। इसके लिए हमें सुबह जल्दी उठना चाहिए। कुछ लोग होते हैं जो आधे-आधे दिन तक सोए रहते हैं, ऐसे में उनका पूरा दिन खराब चला जाता है। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि सुबह जल्दी उठें। अगर आप को सुबह जल्दी उठने में दिक्कत है, तो आपको धीरे-धीरे ही सही लेकिन इसकी कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको सुबह जल्दी उठने की आदत लग जाएगी।व्यायाम/योग करेंअब अगर आप सुबह जल्दी उठने लगे हैं, तो आपको सुबह-सुबह व्यायाम या फिर योग जरूर करना चाहिए। आप जब फिट रहेंगे तो किसी काम को करने में सक्षम होंगे। व्यायाय करने से आपको दिनभर अच्छा महसूस होगा, आपका मन काम में लगेगा और आपको आलास भी नहीं आएगा। इसलिए आपको सुबह व्यायाम या फिर योग करने की आदत डालनी चाहिए।बड़ों का आदर करेंहमारे घर में बड़े-बुजुर्ग तो होते ही हैं, अगर नहीं तो आपके माता-पिता तो घर में होंगे। ऐसे में हमें उनका आदर करना चाहिए, उनकी बातें माननी चाहिए, उनसे जुबान नहीं लड़ानी चाहिए, रोज सुबह उठकर उनके पांव छूने चाहिए, उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए आदि। ऐसा करने से भी लोग आपका सम्मान करेंगे और आपको एक आदर्श व्यक्ति के तौर पर देखेंगे।हर दिन कुछ नया सीखेंहम अपने दिन में कई तरह के काम करते हैं। कोई स्कूल-कॉलेज जाता है, कोई दफ्तर जाता है, कोई अपने काम पर जाता है, तो कोई घर पर ही रहता है आदि। आप अपनी दिनचर्या में जो भी काम करते हो, लेकिन आपको हमेशा ये कोशिश करनी चाहिए कि आप कुछ नया सीखें। अपने काम से हटकर अगर आप कुछ नया सीखेंगे तो इससे आपकी जानकारी बढेगी।गलत आदतों से दूर रहेंहम दिनभर में कई लोगों से मिलते हैं। कुछ अपने जानने वालों से तो कुछ अनजाने लोगों से। लेकिन हमें एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें कभी भी गलत आदतों में नहीं पडऩा चाहिए। अगर हम कभी दोस्तों के कहने पर, कभी किसी अन्य के कहने पर गलत काम करते हैं, तो इसका असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है। उदाहरण के लिए धूम्रपान और शराब जैसी चीजों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसलिए हमें हमेशा गलत आदतों से बचकर रहना चाहिए। -
सुबह आंख खोलने के बाद ज्यादातर लोग अपना मोबाइल फोन उठाते हैं। वजह चाहे टाइम देखना हो, अलार्म बंद करना या मैसेज या कॉल चेक करना अधिकतर लोगों का हाथ सबसे पहले मोबाइल पर जाता है। मोबाइल स्क्रॉल करना लोगों की आदत में शुमार हो चुका है। इसके कुछ फायदे तो कई नुकसान भी हैं जिनसे लोग वाकिफ नहीं या ज्यादातर इस पर ध्यान नहीं देते। अगर आप भी उठकर सबसे पहले मोबाइल चेक करते हैं तो जानें आप पर इसका क्या असर हो सकता है।
80 फीसदी लोग चेक करते हैं मोबाइल
कुछ दिनों पहले IDC की एक रिपोर्ट चर्चा में थी। इस रिपोर्ट में था कि करीब 80 फीसदी लोग सुबह उठने के 15 मिनट के अंदर अपना मोबाइल चेक करते हैं। हकीकत ये है कि लोग मोबाइल के अडिक्टेड होने लगे हैं और वह चाहकर भी खुद को नहीं रोक पाते। इसका नेगेटिव असर आपके शरीर और दिमाग पर पड़ता है।
सुबह से ही दिमाग में भरती हैं सूचनाएं
आपको इस बात का अहसास नहीं होता लेकिन सबसे पहले उठकर अगर आप ये देखते हैं कि आपने क्या मिस किया या आज पूरे दिन क्या करना है तो इसका असर मूड पर होता है। मान लीजिए उठकर आप ऑफिस के ईमेल सबसे पहले चेक करते हैं तो आपको लगने लगेगा कि दिन बहुत बिजी रहने वाला है। इससे आपका स्ट्रेस बढ़ सकता है। सुबह उठते ही आप दिमाग को इन्फॉर्मेशंस से भरने लगते हैं यह आपकी मन पर अच्छा असर नहीं डालता।
मोबाइल अनजाने में बढ़ा रहा है स्ट्रेस
अगर आप इंस्टाग्राम या फेसबुक भी चेक करते हैं तो भी इनडायरेक्टली नकारात्मक विचारों का शिकार हो सकते हैं। मान लीजिए सोशल मीडिया पर किसी ने अपने घूमने या नई गाड़ी खरीदने का पोस्ट डाला। इस पर आपके दिमाग में आ सकता है कि आपके पास ऐसी चीज क्यों नहीं। ऐसे अनजाने में आप अपना स्ट्रेस बढ़ा लेते हैं।
ऐसे बदल सकते हैं अपनी ये आदत
मोबाइल नहीं थे तब भी लोगों का जीवन चल रहा था, हालांकि अब इसको इमैजिन करना भी मुश्किल है। पूरे दिन मोबाइल से दूर नहीं रहा जा सकता लेकिन सुबह उठते ही इसे चेक करने की आदत को बदला जा सकता है। इसके लिए आप फोन को तकिए के नीचे या साइड टेबल पर रखने के बजाय दूर रखना शुरू कर सकते हैं। सुबह उठते ही किसी और एक्टिविटी में इन्वॉल्व होने की कोशिश करें। उठकर पानी पिएं, मेडिटेशन करें या घरवालों को हंसकर गुड मॉर्निंग विश करें। कुछ दिन तक ऐसा करने से ये आपकी आदत में आ जाएगा। -
गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी रहता है. गर्मियों में शरीर को एनर्जी से भरपूर बनाए रखने के लिए फलों का सेवन करना बहुत फायदेमंद माना जाता है. संतरा एक ऐसा फल होता है, जिसका सेवन करने से गर्मियों में बहुत फायदे मिलते हैं. क्योंकि संतरे में बहुत से विटामिन्स पाए जाते हैं जो शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद करते हैं. इसलिए इस मौसम में संतरा खाना फायदेमंद होता है. हम आपको संतरे से जुड़े ऐसे ही कुछ फायदे बताने जा रहे हैं.
शरीर को रखता है हाइड्रेट
संतरा एक ऐसा फल है जिसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन पाया जाता है, यही वजह है कि संतरा शरीर को हाइड्रेट रखता है. संतरे का सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है, संतरे में पाये जाने वाले विटामिन से हड्डियां भी मजबूत रहती है, जिससे शरीर में थकान महसूस नहीं होती है. इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए गर्मियों में दिन में कम से कम एक संतरा खाने की सलाह दी जाती है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है संतरा
संतरे का सेवन करने शरीर में पानी की कमी महसूस नहीं होती है, संतरे में पाए जाने वाले विटामिन से गर्मी के मौसम में शरीर को जरूरी पानी का पोषण मिलता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसके अलावा संतरे का सेवन करने से गर्मी में धूप से होने वाली परेशानियों से भी बचा जा सकता है.
आंखों की रोशनी बढ़ाता है संतरा
संतरा खाने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है, आंखों की रोशनी को हमेशा ठीक रखना है तो संतरा खाना चाहिए। संतरे में विटामिन ए की भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आंखों के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसलिए गर्मियों में लगातार लेपटॉप और कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को दिन में एक संतरा खाने की सलाह दी जाती है. क्योंकि इससे शरीर को विटामिन मिलता है और अपनी आंखों की हेल्थ को अच्छा रखा जा सकता है.
कोलेस्ट्राल रहता है कम
अगर आप हर दिन एक संतरा खाते हैं तो इससे आपका कोलेस्ट्राल लेवल भी कंट्रोल रहता है, संतरे में पाए जाने वाले तत्व शरीर में कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक रहते हैं, इसके अलावा संतरे का सेवन करने से हार्ट की परेशानियां भी नहीं होती है.
ब्लड प्रेशर की बीमारी भी रहती है दूर
संतरे में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी भी पाया जाता है जिससे शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, ऐसे में संतरे का सेवन करने से ब्लड प्रेशर की बीमारी भी कंट्रोल रहती है. जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उनके लिए संतरा खाने की सलाह दी जाती है. तो देखा दोस्तों एक संतरा आपको कितनी बीमारियों से बचाकर रखता है. इसलिए गर्मियों में एक संतरा जरूर खाना चाहिए.
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हंसने के फायदों के बारे में आपने खूब सुना या पढ़ा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोने के भी खूब फायदे होते हैं. जी हां, रोना भी इंसान के लिए बहुत जरूरी है और इससे ना सिर्फ उसका मन हल्का होता है बल्कि शरीर को भी इसका फायदा मिलता है. तो आइए जानते हैं कि रोने से इंसान को क्या फायदा मिलता है.
शरीर से टॉक्सिन निकल जाते हैं बाहर
जब इंसान तनाव में होता है तो उसके शरीर में कई टॉक्सिन बनते हैं. अगर ये टॉक्सिन शरीर से बाहर ना निकलें तो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. रोने से यह टॉक्सिन धीरे-धीरे शरीर से बाहर निकल जाते हैं और इंसान का तनाव भी कम हो जाता है.
आती है अच्छी नींद
एक स्टडी में पता चला है कि रोने के बाद नींद अच्छी आती है. दरअसल रोने से इंसान का दिमाग शांत हो जाता है और उसे अच्छी नींद आ जाती है. बच्चों में अक्सर ये देखा भी जाता है कि वह रोने के बाद शांत होकर सो जाते हैं.
तनाव से मिलती है मुक्ति
जब भी व्यक्ति को तनाव होता है तो वह काफी भारीपन महसूस करता है. अगर व्यक्ति इस स्थिति में रो ले तो उससे इंसान हल्का महसूस करता है और उसका तनाव भी खत्म हो जाता है. साथ ही इससे आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन नामक केमिकल भी रिलीज होते हैं, जिससे इंसान का मूड बेहतर होता है.
आंखों के लिए फायदेमंद
बढ़ते प्रदूषण और तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल का असर हमारी आँखों पर भी पड़ रहा है. ऐसे में अगर इंसान रो लेता है तो इससे उसकी आंखों से प्रदूषण का असर खत्म हो जाता है और आंखें साफ हो जाती हैं. साथ ही आंखों में तरलता बनी रहती है जो हमारी आंखों के लिए बेहद जरूरी है. - आपके पतले और बेजान बाल हर पार्टी या उत्सव में आपके लिए शर्मिंदगी का कारण बन जाते हैं तो आपको परेशान होने की नहीं बल्कि बालों की सही देखभाल करने की जरूरत है। बालों की अच्छी देखभाल के लिए जरूरी नहीं कि आप पार्लर में जाकर महंगे पैकेज लें आप घर पर रहकर भी कुछ हर्बल तरीके अपनाकर आपने बालों की पुरानी चमक लौटा सकती हैं। ऐसा ही एक हर्बल तरीका है सरसों का हर्बल ऑयल। आइए जानते हैं क्या है इसे बनाने और बालों में लगाने का सही तरीका।सरसों का हर्बल ऑयल बनाने के लिए सामग्री--1 लीटर सरसों का तेल-1 छोटा कप मेथी दानाहर्बल ऑयल के फायदे-सरसों के तेल से बालों को विटमिन्स और आयरन प्राप्त होता है। वहीं, मेथी के बीज में प्रोटीन, फॉस्फोरस और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स पाया जाता है। ये दोनों ही चीजें बालों को पोषण देकर उन्हें रिपेयर करने में भी मदद करती हैं। प्रोटीन बालों की जड़ों को मजबूती देकर उनमें चमक बढ़ाता है। जबकि मेथी में मौजूद निकोटिनिक एसिड स्कैल्प की क्लीनिंग और मॉइश्चराइजेशन में मदद करती है।सरसों का हर्बल ऑयल बनाने का तरीका-सरसों का हर्बल ऑयल बनाने के लिए सबसे पहले रात को सोने से पहले एक बर्तन में सरसों का तेल निकालें और इसमें मेथी दाना डालकर रातभर के लिए रख दें। अगले दिन 5 से 7 मिनट के लिए इस तेल को धीमी आंच पर पकाएं। जब मेथी के बीज काले होने लगें तो आंच बंद करके तेल को ठंडा होने के लिए अलग रख दें। इसके बाद इस तेल को छानकर किसी कंटेनर में भरकर स्टोर कर लें। यह मैजिकल मसटड हर्बल ऑयल गिरते बाल, ड्रेंडफ और गंजेपन जैसी कई समस्याओं से बचाने का सबसे सस्ता और प्रभावी हर्बल उपाय है।हर्बल ऑयल का ऐसे करें इस्तेमाल-रात को सोने से पहले बालों की जड़ों में इस तेल से मालिश करके अपने बाल बांध लें। इसके बाद सुबह अपने बालों को शैंपू कर लें। अच्छे नतीजे के लिए शुरु में सप्ताह में 3 बार इस तेल का उपयोग करें। इस तेल का नियमित इस्तेमाल आपके बालों को मजबूत बनाकर जल्द ही घना कर देगा।
- होली का त्योहार खुशियों का पर्व है। होली पर जब रंग उड़ते हैं तो दिलों की दूरियां मिट जाती हैं। यह त्योहार गुलाल और रंगों के बिना अधूरा है। वास्तु के अनुसार होली को लेकर कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।मान्यता है कि होली पर मोती शंख घर में लाने से जीवन में धन का प्रवाह बढ़ जाता है। घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतारकर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है। भय से निजात पाने के लिए नरसिंह स्तोत्र का पाठ करें। सफलता प्राप्ति के लिए होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें। होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखने से व्यर्थ के खर्च रुक जाते हैं। होली पर हनुमानजी को चोला और गुलाब फूल की माला चढ़ाएं। पूजन के वक्त श्रीराम और हनुमान जी का स्मरण करें। होली के दिन घर के मुख्य दरवाजे पर भगवान श्रीगणेश की मूर्ति लगाएं और घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में परिवार की फोटो या सूरजमुखी की तस्वीर लगाएं। घर की दक्षिण दिशा में दौड़ते हुए घोड़ों की फोटो लगाएं। होली पर घर में रंगाई करा रहे हैं तो दीवारों पर काले रंग का इस्तेमाल करने से बचें। घर की पूर्व दिशा में हरे पौधे रखें। होली के अवसर पर अपने घर में श्रीयंत्र लाएं और इसे अपने घर या दुकान की तिजोरी में स्थापित करें। होली के दिन वास्तु यंत्र को पीले रंग के वस्त्र पर स्थापित करें। होली वाले दिन सबसे पहले अपने ईष्ट देव को रंग लगाएं। पितरों के निमित्त गुलाल से तैयार रंग गणपति को अर्पित करें। घर के बुजुर्गों के माथे पर गुलाल का तिलक लगाकर होली पर्व की शुरुआत करें। होली वाले दिन घर में मोती शंख लाना शुभ माना जाता है।
- घर पर दही जमाने की प्रक्रिया सभी जानते हैं लेकिन कई बार घर पर पैक्ड दही जैसा गाढ़ा दही नहीं जम पाता। ऐसे में दही का स्वाद अच्छा लगता और पानी जैसे दही में पोषक भी कम ही होते हैं। ऐसे में हम आपको ऐसे पांच टिप्स दे रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप गाढ़ा दही जमा सकते हैं। ये दही जमाने का सबसे बेसिक तरीका है। इसके लिए जरूरी है कि आपके पास थोड़ा-सा पुराना और थोड़ा खट्टा दही रखा हुआ हो, जिसकी मदद से नया दही जमाया जाएगा। दूध अच्छी तरीके से उबालें। फिर उसे ठंडा कर लीजिए। जब वो गुनगुना हो तो उसमें कुछ चम्मच पुराना दही मिलाएं। उसके बाद उसे रातभर या 7-8 घंटों के लिए जमने के लिए रख दें।मिल्क पाउडर मिलाएंअगर आपका दूध फुल क्रीम नहीं है, तो ऐसे में गाढ़ा दही जमाना थोड़ा मुश्किल काम हो सकता है। आप दूध को उबालने से पहले उसमें थोड़ा सा मिल्क पाउडर अच्छी तरीके से मिला दें। इसकी मदद से आपका दही काफी गाढ़ा जम सकता है। लेकिन ध्यान रखें, मिल्क पाउडर कुछ चम्मच ही मिलाएं, बहुत ज्यादा नहीं।दूध को देर तक उबालेंआमतौर पर लोग घर में दही जमाते हुए पहले दूध को उबालते हैं (200 डिग्री फैरेनहाइट तापमान पर) फिर उसके बाद ठंडा करके उसमें थोड़ी पुरानी या खट्टी दही मिला देते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपकी दही बहुत गाढ़ी और क्रीम जमें, तो आपको दूध को 200 डिग्री फैरेनहाइट पर तकरीबन 20 मिनट तक पकाना होगा। दूध की मात्रा के हिसाब से ये वक्त बढ़ाया भी जा सकता है। इससे दूध में मौजूद नमी उड़ जाती है और जो बचता है वो सॉलिड होता है। इस तरीके से दूध पकाकर अगर दही जमाया जाएगा, तो वो आम दही से बहुत ज्यादा गाढ़ा होगा।बहुत गर्म दूध में न जमाएं दहीदूध को अच्छी तरह उबालने के बाद इसे रूम टेम्परेचर में आने दें। इसके बाद ही इसमें दही मिलाकर जमने के लिए रखें। खोलते या बहुत गर्म दूध में दही जमने के लिए रखने से इसमें पानी आने लगता है और दही गाढ़ा नहीं जम पाता।जिस बर्तन में दूध उबालें उसमें दही न जमाएंआप जिस भी बर्तन में दूध उबालते हैं, उसमें दही जमने के लिए न रखें। ऐसा करने से न सिर्फ दही गाढ़ी नहीं जमेगी बल्कि दही जमने में भी काफी टाइम लग जाएगा।
- होली का त्योहार आते ही गुझिया की तैयारी हर घर में होने लगती है। लेकिन अगर आप इस होली खोवे की गुझिया में कोई नया स्वाद चाहते हैं तो बनाएं चॉकलेट गुझिया। इसका स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों हर किसी को पसंद आएगा। तो चलिए जानें चॉकलेट गुझिया बनाने की रेसिपी।चॉकलेट गुजिया बनाने के लिए सामग्री:एक कप मैदादो कप मावाडेढ़ कप चीनीआधा टेबल स्पून इलायची पाउडरसौ ग्राम चॉकलेट चिप्सघीपानीफ्रेश क्रीमफाइन चॉकलेटचॉकलेट गुजिया बनाने का तरीका:सबसे पहले मैदे में घी और पानी मिलाकर इसे गूंथ लें और इसे थोड़ी देर के लिए रख दें। इस बात का खास ख्याल रखें कि मैदा ज्यादा नर्म ना गूंथा हों। अब स्टफिंग की तैयारी करेंगे। धीमी आंच पर एक पैन गर्म करें। पैन गर्म होने पर इसमें मावा डालें और ब्राउन होने तक भूनें। मावा के ब्राउन हो जाने पर इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालें और थोड़ी देर तक फ्राई करें। अब इस मिक्सचर को ठंडा होने दें। अब इसमें चॉकलेट चिप्स अच्छे से मिला लें।अब मैदे से पूरियां बेलें। पूरियों में तैयार किया हुआ मिक्सचर भरें और गुझिये का आकार देते हुए फोल्ड करें। आपको अगर इसे फोल्ड करने में दिक्कत हो रही है तो इसे सांचे की मदद से आकार दे सकते हैं।अब गुझिया को फ्राई करने के लिए गैस में तेज आंच पर एक कढ़ाई में घी गर्म करें। घी के गर्म होने पर इसमें गुजिया डालें और हल्का ब्राउन होने तक फ्राई करें। आपकी चॉकलेट गुजिया बनकर तैयार है। अब इसे आप चॉकलेट और क्रीम से सजाकर सर्व करें।
- तरबूज़ और ख़रबूज़ का केवल एक टुकड़ा ही काफ़ी होता है गर्मी से राहत पाने के लिए। ये भोजन के बाद डिज़र्ट का काम भी करते हैं। हालांकि सुबह हो या शाम, हम इन्हें कभी भी काटकर खा लेते हैं। इन्हें खाने का एक निश्चित समय होता है। इन्हें कब खाना है और ये कितने स्वास्थ्यवर्धक हैं, ऐसी कई उपयोगी जानकारियां इस लेख में आपको मिलेंगी। साथ ही जानें चंद व्यंजनों की तरक़ीबें।तरबूज़फ़ायदे —तरबूज़ में द्रव प्रचुर मात्रा में होता है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।कम कैलोरी होने के कारण तरबूज़ हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी फ़ायदेमंद है।प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी और ए होता है, जो गंभीर रोगों से बचाता है।इसमें मौजूद पोटैशियम एक सामान्य व्यक्ति की किडनी के लिए अच्छा होता है, लेकिन किडनी रोग से जूझ रहे व्यक्ति के लिए नुक़सानदायक हो सकता है। इसलिए खाने से पहले चिकित्सक की सलाह लें।इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से त्वचा चमकदार और स्वस्थ रहती है।खाने का तरीक़ा —तरबूज़ को गर्म या धूप से तुरंत लाकर न खाएं। इससे पाचन में समस्या और पेट में समस्या हो सकती है। इसे ठंडा करके ही खाएं।कभी भी खाली पेट या सुबह नाश्ते में न खाएं। इससे उल्टी, चक्कर आने जैसी समस्या हो सकती है। कुछ खाककर ही इसका सेवन करें।एक दिन में 100 से 150 ग्राम से अधिक तरबूज़ का सेवन नहीं करें।इसे खाने का उपयुक्त समय नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच का है। अगर नाश्ते के बाद कुछ खाने का मन करे, तो भारी स्नैक्स के बजाय तरबूज़ खाएं। इससे पेट भरा महसूस होगा और अतिरिक्त भूख भी नहीं लगेगी।तरबूज़ को कभी भी रात में न खाएं।तरबूज़ की स्मूदी-----------------क्या चाहिए —तरबूज़- 4 कप टुकड़े बीज निकले हुए, स्ट्रॉबैरी – 1-2 कप कटी हुई, चिया सीड- 2 बड़े चम्मच, केला- 1 कटा हुआ, नींबू का रस- 2 बड़े चम्मच।ऐसे बनाएं —दो कप तरबूज़ के टुकड़े मिक्सर में पीस लें। इसमें स्ट्रॉबैरी, केला और चिया सीड्स डालकर पीसें। फल मीठे होते हैं इसलिए हल्का मीठापन इसमें रहेगा, लेकिन थोड़ी मिठास बढ़ाने के लिए इसमें शक्कर के बजाय शहद मिला सकते हैं। अब बचे हुए दो कप तरबूज़ भी इसमें डालकर पीसें। गिलास में भरकर ऊपर से सूखे मेवे डालकर परोसें।तरबूज़ का सलादक्या चाहिए —तरबूज़- 10 टुकड़े चौकोर और सामान्य आकार में कटे हुए, पनीर- 10 टुकड़े चौकोर और सामान्य आकार में कटे हुए, काले अंगूर- 10, पुदीने की पत्तियां- 10, काला नमक- स्वादानुसार, काली मिर्च पाउडर- स्वादानुसार, आधे नींबू का रस।ऐसे बनाएं —बड़े बोल में तरबूज़ (बीज निकले हुए), पनीर, पुदीने की पत्तियां, अंगूर, काला नमक, नींबू का रस और काली मिर्च डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। एक सींक या टूथपिक में तरबूज़, पनीर, अंगूर, पुदीने को एक-एक करके फंसाएं और ऊपर से ज़रूरत के अनुसार काली मिर्च और काला नमक छिड़कें। इसी तरह सभी टुकड़ों को सींक में पिरोएं और प्लेट में रखते जाएं। चाहें तो इन्हें सीधा बोल में ही परोस सकते हैं। खीरे, संतरा, बैरीज़ आदि के टुकड़े भी सलाद में मिला सकते हैं। पनीर को टुकड़ों में ना डालते हुए कद्दूकस करके ऊपर से भी डाल सकते हैं।
- होली का त्योहार नजदीक है। ऐसे में होली पर रंग खेलने वालों के ऊपर खुमारी छाना शुरू हो रही है। हालांकि पिछले साल की तरह ही इस साल भी कोरोना का साया होली को बेरंग करने को कोशिश कर रहा है। लेकिन अगर आप परिवार और घर में भी रंग खेलने की तैयारी में हैं तो त्वचा के साथ ही बालों का भी ख्याल जरूर रख लें। क्योंकि केमिकल वाले रंग कई बार बालों को भी गहरा नुकसान पहुंचाते हैं। इसके साथ ही रंग खेलने से पहले त्वचा को भी तैयार कर लें। जिससे कि रंगों का असर केवल मन को खुश करने के लिए हो ना कि त्वचा और बालों को खराब करने में। तो चलिए जानें क्या उपाय रंग खेलने से पहले जरूरी है।सबसे जरूरी बात कि रंग खेलने जा रही हैं तो बालों को खुला ना छोड़े। खुले बालों में रंग आसानी से आपके बालों के जड़ों तक पहुंच सकता है और इससे आपके बाल कमजोर हो सकते हैं। इसके अलावा होली खेलने से पहले बालों में तेल की मालिश कर लें। नारियल, जैतून, सरसों या किसी भी अन्य तेल से बालों की मालिश कर सकते हैं।बालों पर तेल की मालिश करने के साथ ही सिर पर टोपी जरूर लगाएं। ये स्टाइलिश दिखने के साथ ही बालों को पूरी तरह से प्रोटेक्ट करेगा। टोपी लगाने से बाल सीधे रंग के संपर्क में नहीं आएंगे। इसके साथ ही बालों को धोने के लिए नेचुरल शैंपू या फिर बेबी शैंपू का उपयोग करें।बालों से रंग को पूरी तरह छुड़ाने के लिए कभी भी गर्म पानी का इस्तेमाल ना करें। इससे बाल खराब हो सकते हैं। दरअसल, गर्म पानी बालों को ड्राई बना देता है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि गीले बालों को ब्लोअर से ड्राई न करें बल्कि नैचुरली ही बालों को सुखाएं।सूखे रंगों से होली खेलने के बाद बालों को अच्छी तरह से ब्रश कर लें। कंघी या ब्रश करने से सिर पर जमे रंगों को हटाने में काफी मदद मिलेगी। लेकिन अगर आपने होली गीले रंगों से खेला है तो पहले बालों को सादे पानी से धोएं। इसके बाद शैम्पू का इस्तेमाल करें। फिर बालों को सादे पाने से धोएं।(File Image)
- होली पर रंग और गुलाल के साथ खेलना बहुत सारे लोगों को पसंद होता है। लेकिन कई बार लोग पानी वाला या गीला रंग इसलिए नहीं खेलते कि कहीं इसे बाद में छुड़ाने में दिक्कत ना हो। लेकिन अगर आप गीले रंग से होली खेल भी लें तो कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से इन रंगों को छुड़ाया जा सकता है। साथ ही इन घर के नुस्खे त्वचा पर नुकसान भी नहीं करते। तो चलिए जानें क्या हैं वो नुस्खे जो होली खेलने के बाद आपकी त्वचा को साफ करने में मदद करेंगे।केला मैश कर लें और उसमें नींबू का रस मिलाएं। इसे त्वचा पर मलकर छोड़ दें और सूखने के बाद हल्के पानी की छीटे मारकर इसे स्क्रब करें। इससे रंग भी उतर जाएगा और त्वचा की नमीं भी नहीं खोएगी।बेसन में नींबू का रस व मलाई डालकर पेस्ट बनाएं और त्वचा पर स्क्रब की तरह इसकी मसाज करें। फिर हल्के गुनगुने पानी से धो लें। इससे रंग भी उतर जाएगा और त्वचा पर निखार भी आएगा।आटा छानने के बाद जो चोकर निकलता है या जौ के आटे में दूध मिलाकर त्वचा पर मलें। इससे रंग आसानी से निकल जाएगा।मसूर की दाल को रात भर भिगोकर रखें और पीसकर उसमें दूध मिलाएं। इस पैक को त्वचा पर लगाकर छोड़ दें और फिर हल्के गर्म पानी के साथ स्क्रब करें।(File Image)
- अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो खाना खाने के बाद मीठा जरूर चखते हैं तो यह रेसिपी आपके लिए परफेक्ट है। जी हां मीठा खाने के शौकीन लोगों को रसमलाई बेहद पसंद होती है। सॉफ्ट रसमलाई बनाने की इस खास रेसिपी में न तो आपको पनीर की और ना ही छैने की जरुरत पड़ेगी। यह रसमलाई झटपट बनकर तैयार हो जाती है और स्वाद में मार्केट वाली रसमलाई से कम नहीं होती। तो आइए जानते हैं कैसे बनाई जाती है ब्रेड रसमलाई।ब्रेड रसमलाई बनाने के लिए सामग्री--8 पीस ब्रेड-2 गिलास दूध-कन्डेंस्ड मिल्क-चीनी-तलने के लिए देसी घी-काजू-बादाम-पिस्तां-चिरौंजी-केसर-इलायचीब्रेड रसमलाई बनाने की विधि-ब्रेड रसमलाई बनाने के लिए सबसे पहले दूध को उबालकर उसमें केसर डालकर दूध को ढक दें। 2-3 मिनट बाद दूध में केसर का रंग आ जाएगा। केसर का रंग दूध में आने के बाद उसे दोबारा गर्म होने के लिए गैस पर रख दें। अब इसमें काजू, पिस्ता ,बादाम ,चिरौंजी डालकर दूध को धीमी आंच पर पकाते हुए इसमें कन्डेंस्ड मिल्क डालें। इसके बाद इसमें चीनी मिलाकर दूध को अच्छे से पकाएं। अब ब्रेड स्लाडइस को कटोरी या ग्लास से गोल-गोल काट लें। अब एक कढ़ाई में देसी घी गर्म करें। इसमें ब्रेड के गोल कटे हुए पीस गुलाबी होने तक सेक लें। अब तले हुए ब्रेड पीस को दूध में डालकर ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें।
- बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत की 'थलाइवी' नामक एक नई फिल्म आ रही है, जो कि दिवंगत राजनीतिक नेता जयललिता के ऊपर बनी है। इस फिल्म में कंगना जयललिता की भूमिका निभाते हुए दिखेंगी। एएल विजय द्वारा निर्देशित, थलाइवी जयललिता की यात्रा को एक शानदार अभिनेत्री के रूप में चित्रित करेगी, जिनका एक शक्तिशाली राजनीतिक कैरियर था। फिल्म जयललिता के जीवन पर कम और इसके ज्ञात पहलुओं पर ज्यादा प्रकाश डालेगी। फिल्म दो हिस्सा में बनाई जा रही है, इसका पहला पार्ट इस साल स्क्रीन पर नजर आएगा, जिसका ट्रेलर आज कंगना के जन्मदिन पर रिलीज हो गया है। ये फिल्म 23 अप्रैल 2021 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।कंगना अपने हर ऑनस्क्रीन भूमिका को निभाते हुए रोल के साथ पूरा न्याय करती हुई नजर आती हैं। इस बार भी कंगना ने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की। इस फिल्म की खास बात ये है कि जयललिता के किरदार को पर्दे पर हू-ब-हू उतारने के लिए कंगना ने अपना वजन 20 किलो तक बढ़ा लिया था। फिल्म के पोस्टर्स में कंगना का ये बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन इतना साफ दिख रहा है कि कुछ सीन्स में कंगना को पहचानना भी मुश्किल हो रहा है। हाल ही, में उन्होंने एक ट्वीट के जरिए बताया कि कैसे इस रोल के लिए इतना वजन बढ़ाना और फिर उसे घटाना उनके लिए एक बड़ा चैलेंज था। अभिनेत्री को आखिरी बार स्पोट्र्स ड्रामा फिल्म 'पंगा' में देखा गया था, जहां उन्होंने एक टोन्ड बॉडी को फ्लॉन्ट किया था और वह किसी एथलीट से कम नहीं लग रही थीं।कंगना के पास पाइपलाइन में सर्वेश मेवाड़ा का तेजस भी है, जिसमें वह एक वायु सेना पायलट की भूमिका निभाएंगी। लेकिन कैसे वह इन सभी अलग-अलग लुक में फिट हो जाती है? कंगना की फिट और टोन्ड बॉडी के पीछे क्या राज है? आइए जानते हैं इसके बारे में।कंगना का फिटनेस सीक्रेटआप कंगना को एक शानदार अभिनेत्री और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों की विजेता के रूप में जानते हैं। लेकिन आपको यह पता नहीं है कि बॉलीवुड की रानी एक फिटनेस फ्रीक भी हैं। मणिकर्णिका अभिनेत्री अपने टोंड शरीर को बनाए रखने के लिए एक सख्त फिटनेस और आहार व्यवस्था का पालन करती है। वो घंटो जिम में पसीना बहाती हैं और अलग-अलग प्रकारों के एक्सरसाइज करती हैं। वो अक्सर अपने एक्सरसाइज के पैटर्न को बदलती रहती हैं। जैसे कि अगर वो एक ही एक्सरसाइज को करते-करते थक जाती हैं, तो वो इसके पैटर्न को बदलना पसंद करती हैं।कंगना सप्ताह में 5 दिन, दो घंटे जिम में पसीना बहाती हैं। उनके फिटनेस रूटीन की बात करें, तो शक्ति और वजन प्रशिक्षण के लिए वो योग और कार्डियो करती हैं। पुल-अप्स, पुश-अप्स, स्क्वाट्स और जर्मन सेट जैसी एक्सरसाइज उनके नियमित वर्कआउट रिजीम का एक हिस्सा हैं। इसके अलावा, कंगाग लचीलेपन के लिए योग पर काफी हद तक निर्भर करती है। एक दिन में 45 मिनट का योगासन उन्हें आकार में बने रहने में मदद करता है और उनके दिमाग को भी आराम देता है।कंगना का डाइट प्लानअभिनेत्री पसंदीदा खाना शाकाहारी है। उनके दैनिक आहार में बहुत सारे पौष्टिक आहार होते हैं। तैलीय भोजन कंगना के डाइट प्लान में नहीं आता है। उनके नाश्ते के मेनू में एक कटोरी दलिया या एक कटोरी साबुत अनाज अनाज होता है। दलिया फाइबर से भरपूर होता है और शरीर के कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। साबुत अनाज भी फाइबर में उच्च है और उन्हें ये पूरे दिन सक्रिय रहने में मदद करता है।भोजन के बीच में कंगना ताजे फलों पर नाश्ता करती हैं। शरीर की प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए वह प्रोटीन शेक भी पीती है। उसके दोपहर के भोजन में सलाद का एक कटोरा, कुछ चावल और रोटी के साथ दाल और उबली सब्जियां शामिल खाती हैं। कंगना लाइट डिनर खाने में विश्वास रखती हैं। उसके खाने के मेन्यू में आमतौर पर वेजिटेबल सूप, कुछ उबली सब्जियां और सलाद होता है।वर्कआउट के साथ कंगना योगा भी करती है?शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन लाने के लिए कंगना रोजाना 45 मिनट योग करती हैं। वह सप्ताह में पांच दिन जिम जाती हैं। उसके वर्कआउट रिजीम में वेट ट्रेनिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कार्डियो शामिल हैं। अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए कंगना एक दिन में 10 से 12 गिलास पानी पीती हैं। इस तरह कंगना खुद को फिट एंड फाइन रख कर हर रोल में ढल जाती हैं।
- स्किन प्रॉब्लम्स में पिम्पल्स की ऐसी समस्या है जिसके ठीक होने के बाद भी दुबारा पिम्पल होने का खतरा बना रह है। ऑयली स्किन वाले लोग इस समस्या को बेहतर तरीके से जानते हैं। ऑयली स्किन के लिए तो जैसे पिम्पल्स की प्रॉब्लम्स परमानेंट हो। वहीं, पिम्पल्स की समस्या के साथ एक और समस्या जुड़ी होती है कि पिम्पल्स ठीक होने के बाद भी चेहरे पर निशान छोड़ जाते हैं और कई-कई एक्ने तो इतने ज्यादा जिद्दी होते हैं कि महीनों इनका निशान साफ नहीं होता। आज हम आपको ऐस ही फूड्स बता रहे हैं, जो पिम्पल्स को रोकने में कारगर हैं-पानीपानी आपके आंतरिक शरीर को पोषण और ऑक्सीजन पहुंचाता है, अंगों को बहुत पोषण, महत्वपूर्ण और मुंहासे से लडऩे के लिए फिट रखता है।जैतून तेलजैतून तेल लोशन रोम छिद्रों को बंद किए बिना त्वचा में अवशोषित हो जाता है, जिससे त्वचा सांस ले पाती है। यह मुंहासों को रोकने में मददगार हो सकता है।नींबू का रसनींबू का रस एसिड कचरे को खत्म करने और साइट्रिक एसिड के साथ लीवर को साफ करने और रक्त के विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिान्स को खत्म करने के लिए एंजाइमों के निर्माण में मदद करता है। यह छिद्रों को फ्लश आउट भी करता है, जो त्वचा को ताज़ा और चमकदार बनाता है।रसबैरीरसबैरी स्वस्थ आहार हैं, क्योंकि वे विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरे हुए हैं। ये फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं जो त्वचा की सुरक्षा करते हैं।अखरोटनियमित रूप से अखरोट खाने से त्वचा की चिकनाई और कोमलता में सुधार होता है। अखरोट के तेल में लिनोलिक एसिड होता है। इसे वॉटरटाइट और अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखता है।सेबसेब में बहुत सारे पेक्टिन होते हैं और यह मुंहासे का दुश्मन है। तो, याद रखें कि त्वचा को भी खाएं क्योंकि पेक्टिन ज्यादातर वहीं केंद्रित होता है।
- बेदाग निखार सुंदरता में चार चांद लगा देता है। क्योंकि अगर चेहरे की त्वचा साफ नहीं होती तो खूबसूरत चेहरा भी अच्छा नहीं लगता। लेकिन चेहरे पर अनचाहे तरीके से होने वाले छोटे-छोटे दाग और पिग्मेंटेशन कई बार त्वचा को खराब कर देते हैं। ऐेसे में महंगे केमिकल वाले ट्रीटमेंट करने में डर लगता है तो घरेलू तरीकों को आजमाएं। धीरे-धीरे ही सही पर ये तरीका असरदार होता है और त्वचा पर सही से काम करता है।जिसकी वजह से चेहरे पर से पिग्मेंटेशन और दाग-धब्बों से छुटकारा मिल जाता है। सबसे खास बात कि पेस पैक को बनाने के लिए जिन चीजों की जरूरत है वो सब कुछ घर पर आसानी से उपलब्ध हो सकता है। तो चलिए जानें त्वचा के दाग-धब्बे दूर करने के लिए किन चीजों की जरूरत होगी।मुल्तानी मिट्टी, चुकंदर, दही, बादाम का तेल। इन सबका पैक बनाने के लिए एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी लेकर इसमे एक चम्मच दही मिला लें। साथ में चुकंदर को कद्दूकस कर मिला और साथ में थोड़ा सा बादाम का तेल मिलाएं। इस पैक को अच्छे से मिक्स कर लें।त्वचा पर होने वाली झाईं और छोटे-छोटे धब्बों के अलावा डार्क सर्कल पर भी ये असर करेगा। इस फेस पैक को लेकर चेहरे पर लगा लें। मुल्तानी मिट्टी और चुकंदर मिलकर त्वचा में मेलानिन के उत्पादन पर रोक लगाते हैं। जिससे कि त्वचा पर काले धब्बे और झाईंयां खत्म होती हैं।चेहरे को पहले अच्छे से फेशवॉश से साफ कर चुंकंदर और दही का फेस पैक लगाएं। फिर जब ये अच्छे से सूख जाए तो पानी से धोकर चेहरा साफ कर लें। फिर आखिरी में एलोवेरा जेल लेकर इससे चेहरे की मसाज करें। पांच मिनट मसाज करने के बाद चेहरा साफ कर लें। चुकंदर के पैक के बाद एलोवेरा का जेल लगाने से त्वचा के सारे धब्बे और झाईं मिट जाती हैं।